रविवार, 19 सितंबर 2021
विश्व में संक्रमितों की संख्या-22.81 करोड़ हुईं
भारत: संक्रमितों की कुल संख्या 3,34,48,163 हुईं
केरल: 4 अक्टूबर से कॉलेजों की कक्षाएं होगीं शुरू
इमरान ने वर्कआउट करते हुए वीडियो शेयर किया
फुटबॉल लीग के मैच में दर्शकों ने हुड़दंग मचाया
बंगाल: शिक्षकों के एक वर्ग को जिम्मेदार ठहराया
मिनाक्षी लोढी
कोलकाता। विश्व भारती विश्वविद्यालय के कुलपति बिद्युत चक्रवर्ती शनिवार को उस समय विवादों में आ गए जब सोशल मीडिया पर नजर आ रहे एक वीडियो में कथित तौर पर उन्हें विश्वविद्यालय के विभिन्न विभागों में चोरी की घटनाओं को रोकने के लिए पर्याप्त कदम न उठाने के लिए शिक्षकों के एक वर्ग को जिम्मेदार ठहराते हुए देखा गया।
कुलपति और फैकल्टी सदस्यों के बीच शुक्रवार को हुई वर्चुअल बैठक के वीडियो में चक्रवर्ती के जैसी एक आवाज सुनी जा सकती है। जिसमें वह शिक्षकों को हाल में हुई चोरियों को रोकने के लिए पर्याप्त कदम न उठाने और इसका जिम्मा सुरक्षाकर्मियों पर थोपने की कोशिश करने को लेकर बोल रहे हैं।
फ्रांस: जल्द संकट पैदा होने की आशंका व्यक्त की
पेरिस। फ्रांस के विदेश मंत्री ने अमेरिका से सौदा करने के लिए पनडुब्बी बनाने के उसके साथ किए अनुबंध को अचानक रद्द करने के ऑस्ट्रेलिया के फैसले को ”छल, उपेक्षा और झूठ” बताते हुए शनिवार को इसकी निंदा की तथा पश्चिमी सहयोगियों के बीच जल्द संकट पैदा होने की आशंका व्यक्त की।
अमेरिका और ऑस्ट्रेलिया से अपने राजदूतों को वापस बुलाने के एक दिन बाद फ्रांस के विदेश मंत्री ज्यां इव लि द्रीयां ने कहा कि यह पीठ पीछे किया गया एक समझौता है। जिसमें फ्रांस को धोखा दिया गया। उन्होंने ‘फ्रांस 2’ टेलीविजन को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि राजदूतों को वापस बुलाना फ्रांसिसी सरकार और वाशिंगटन तथा कैनबरा के बीच ”आज संकट की गहरायी को दिखाता है।” उन्होंने कहा कि यह पहली बार है जब फ्रांस ने सबसे पुराने सहयोगी अमेरिका से अपने राजदूत को वापस बुलाया है। दरअसल, अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और ब्रिटेन ने नया हिंद-प्रशांत सुरक्षा गठबंधन बनाने में फ्रांस को छोड़ दिया है।
चीन: जहाज के नदी में पलटने से 8 लोगों की मौंत
600 रुपये विलंब शुल्क से किया प्रवेश पंजीकरण
संदीप मिश्र
बरेली। एमजेपी रुहेलखंड विश्वविद्यालय से संबद्ध महाविद्यालयों में स्नातक व डिप्लोमा पाठ्यक्रमों में प्रथम वर्ष में प्रवेश की प्रक्रिया लगभग समाप्त होने वाली है। 20 सितंबर तक विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर छात्रों का प्रवेश पंजीकरण 600 रुपये विलंब शुल्क से किया जा रहा है। अब तक 1.5 लाख से अधिक प्रवेश हो चुके हैं लेकिन तीन ऐसे डिप्लोमा पाठ्यक्रम में हैं, जिनमें 10 से भी कम प्रवेश हुए हैं। इनमें इंटीरियर डिजाइन, फिजियोथेरेपी और फाइनेंसियल सर्विस के पाठ्यक्रम हैं। अब बचे हुए दो दिनों में इनमें छात्रों की संख्या बढ़ने की उम्मीद काफी कम नजर आ रही है।
विश्वविद्यालय की वेबसाइट पर मौजूद आंकड़ों के मुताबिक बैचलर ऑफ फिजियोथेरेपी में सिर्फ पांच प्रवेश हुए हैं। जबकि इसकी 80 सीटें हैं। जिसमें बरेली के एक मेडिकल कॉलेज में 40 और अमरोहा के नर्सिंग कॉलेज में 40 सीटें हैं। जो प्रवेश हुए हैं वह सिर्फ अमरोहा के कॉलेज में हुए हैं। इसी तरह से डिप्लोमा इन इंटीरियर डिजाइन में सिर्फ पांच प्रवेश हुए हैं। जबकि इसकी कुछ सीटें 90 हैं, जिनमें 70 सीटें बरेली के दो महाविद्यालयों और 20 सीटें बिजनौर के एक महाविद्यालय में हैं।
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