गुरुवार, 16 सितंबर 2021

आत्मा की तृप्ति के लिए श्राद्ध कर्म एवं पिंड दान

अकांशु उपाध्याय         

नई दिल्ली। हिंदू धर्म में पितृ पक्ष को बहुत महत्वपूर्ण माना जाता है। इसकी शुरुआत भाद्रपद मास की पूर्णिमा तिथि से होती है और समाप्ति आश्विन अमावस्या के दिन होगी। इन दिनों में पूर्वजों और पितरों की आत्मा की तृप्ति के लिए श्राद्ध कर्म एवं पिंड दान किया जाता है। इन दिनों श्रद्धा पूर्वक पितृों की सेवा करने से पितर प्रसन्न होकर आशीर्वाद प्रदान करते हैं। माना जाता है कि पितरों के आशीर्वाद से घर-परिवार में सुख-संपन्नता और मान-सम्मान बढ़ता है।

साल 2021 में पितृ पक्ष 20 सितंबर से लेकर 6 अक्टूबर तक रहेगा। इन 16 दिनों की अवधि में पितरों का श्राद्ध कर्म किया जाता है। मान्यता है इस दौरान हमारे पूर्वज धरती पर अपने परिवार के लोगों से अपनी मुक्ति और भोजन लेने के लिए मिलने आते हैं। इसलिए इस दौरान पिंडदान, तर्पण, हवन और अन्न दान का विशेष महत्व माना जाता है।

शाखा ने नया इलेक्ट्रिक स्कूटर ‘फ्रीडम’ पेश किया

अकांशु उपाध्याय        

नई दिल्ली। ऊर्जा भंडारण समाधान मुहैया कराने वाले ओकाया समूह की इलेक्ट्रिक वाहन शाखा ने बृहस्पतिवार को एक नया इलेक्ट्रिक स्कूटर ‘फ्रीडम’ पेश किया। जिसकी कीमत 69,900 रुपये से शुरू है। कंपनी पहले ही दो इलेक्ट्रिक स्कूटर बेचती है। एवियन आईक्यू श्रृंखला और क्लास आईक्यू श्रृंखला। फ्रीडम लिथियम आयन और लेड एसिड बैटरी के विकल्पों के साथ उपलब्ध होगी। ओकाया ने कहा कि नया स्कूटर उसके बद्दी (हिमाचल प्रदेश) स्थित विनिर्माण संयंत्र से तैयार किया जा रहा है। फ्रीडम को चार संस्करणों में पेश किया जाएगा, जिसमें निम्न-गति और उच्च-गति शामिल हैं।

ईंधन टैंक में विस्फोट होने से एक व्यक्ति की मौंत

राणा ओबराय           
चंडीगढ़। पंजाब के फाजिल्का जिले में मोटरसाइकिल के ईंधन टैंक में विस्फोट होने से गंभीर रूप से घायल हुए 22 वर्षीय एक व्यक्ति की मौत हो गई है। पुलिस ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी। एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) की एक टीम उस स्थान पर पहुंचेगी जहां विस्फोट हुआ था। 
पुलिस ने बताया कि घटना बुधवार शाम की है जब फिरोजपुर निवासी बलविंदर सिंह अपने एक रिश्तेदार से मिलने जलालाबाद की पुरानी सब्जी मंडी से बैंक रोड की ओर जा रहा था। 
उन्होंने बुधवार को बताया कि जब वह एक बैंक के पास पहुंचा, तो मोटरसाइकिल के ईंधन टैंक में विस्फोट हो गया, जिससे वह घायल हो गया।
उन्होंने बताया कि उसे फरीदकोट मेडिकल कॉलेज और अस्पताल रेफर किया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया। पंजाब के पुलिस महानिरीक्षक (फिरोजपुर रेंज) जतिंदर सिंह औलख ने बृहस्पतिवार को बताया कि एनआईए की एक टीम जांच के लिए घटनास्थल का दौरा करेगी, जबकि चंडीगढ़ की एक फोरेंसिक टीम पहले से ही इसका विश्लेषण करने और नमूने एकत्र करने के लिए वहां मौजूद है। उन्होंने बताया कि इलाके की घेराबंदी कर दी गई है और वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों का एक दल घटनास्थल पर मौजूद है।

अधिकारियों की परेशानियों पर चुप्पी साधी: पीएम

अकांशु उपाध्याय 
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सेन्ट्रल विस्टा परियोजना की आलोचना करने वालों को आड़े हाथों लेते हुए आज कहा कि इन लोगों ने केवल भ्रम फैलाने की कोशिश की और सैकड़ों वर्ष पुराने तथा जर्जर हटमेंट्स एवं बैरकों में काम करने वाले सैन्य अधिकारियों की परेशानियों पर चुप्पी साधे रखी।
मोदी ने गुरूवार को यहां रक्षा मंत्रालय के कस्तूरबा गांधी मार्ग और अफ्रीका एवेन्यू स्थित दो नवनिर्मित कार्यालय परिसरों का उद्घाटन करने के बाद अपने संबोधन में कहा कि कुछ लोगों ने केवल भ्रम फैलाने के लिए इस परियोजना का विरोध किया और वास्तविकता तथा जरूरतों को नजरंदाज किया।
उन्होंने कहा , “ जो लोग सेन्ट्रल विस्टा प्रोजेक्ट के पीछे डंडा लेकर पड़े थे वे हटमेंट्स पर चुप्पी साधे रहे। वे केवल भ्रम फैला रहे थे। ” प्रधानमंत्री ने कहा कि सेन्ट्रल विस्टा परियोजना के तहत बनाये गये इन दोनों भवनों को देखकर देश को समझ आ जायेगा कि सरकार किस उद्देश्य को लेकर कार्य कर रही है।
पूर्ववर्ती सरकारों को कठघरे में खड़ा करते हुए उन्होंने कहा कि इन खस्ताहाल हटमेंट्स की ओर किसी ने ध्यान नहीं दिया और हर कोई इनमें मरम्मत और पेंटिंग आदि कराकर काम चलाता रहा।
मीडिया पर भी सवाल उठाते हुए उन्होंने कहा कि मीडिया ने भी कभी इस बारे में नहीं लिखा कि हमारे सैन्य अधिकारी किन परेशानियों और हालातों में जर्जर भवन में काम कर रहे हैं। उल्लेखनीय है कि विपक्षी दलों तथा कुछ संगठनों ने सरकार की महत्वाकांक्षी सेन्ट्रल विस्टा परियोजना का विरोध करते हुए इसे फिजूलखर्ची करार दिया था और इसके खिलाफ न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था।

52 हजार करोड़ की परियोजना पर काम: गड़करी

राणा ओबरॉय            
चडींगढ। हरियाणा सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा है कि दिल्ली की सबसे बड़ी समस्या प्रदूषण और जाम है तथा राष्ट्रीय राजधानी को इनसे मुक्ति दिलाने के लिए वह 52 हजार करोड़ रुपए की परियोजना पर काम कर रहे हैं। नितिन गडकरी ने बुधवार को यहां दिल्ली मुंबई एक्सप्रेस वे के विकास कार्यो का निरीक्षण करते हुए कहा कि दिल्ली का सबसे बड़ा संकट प्रदूषण और जाम है। जिससे मुक्ति दिलाने के लिए उनका मंत्रालय निरंतर काम कर रहा है।
उन्होंने कहा कि दिल्ली को देहरादून, हरिद्वार, चंडीगढ़, मेरठ, जयपुर, मेरठ, कटरा जैसे शहरों से जुड़ने के लिए बेहतर सड़कों का निर्माण किया जा रहा है। दिल्ली में प्रदूषण नहीं हो। इसके लिए दिल्ली से बाहर सड़को का निर्माण किया गया है। ताकि दूसरे राज्यो को जाने वाले वाहन दिल्ली के बाहर से आवाजाही करे और दिल्ली में नहीं घुसे, इससे दिल्ली में प्रदूषण घटेगा और जाम लगने कम होगा। गडकरी ने कहा कि दिल्ली से कटरा जे बीच एक्सप्रेसवे बन रहा है जिससे दिल्ली कटरा के बीच की दूरी छह घंटे में तय की जा सकेगी और यह काम दो साल में पूरा किया जाएगा। उन्होंने कहा कि उनका ध्यान बेहतर सड़क बनाने और शहरी दूरी को कम करने पर है। उन्होंने कहा कि सड़कें ऐसी बनाई गई है जिससे दिल्ली से चंडीगढ़ दो घंटे, दिल्ली से देहरादून दो घंटे, दिल्ली से हरिद्वार डेढ़ घंटा, दिल्ली चंडीगढ़ की दूरी दो घंटे में और दिल्ली से मेरठ की दूरी 40 मिनट में तय की जा सकेगी।

लंदन: कॉमेंट्री करियर का आगाज सरज़मीं पर हुआ

लंदन। वेस्ट इंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज माइकल होल्डिंग का बेहतरीन ब्रॉडकास्टिंग करियर और उनकी शानदार आवाज़ इस सीज़न के बाद दोबारा नहीं सुन या देख पाएंगे। पिछले दो दशकों से होल्डिंग स्काई स्पोर्ट्स की कॉमेंट्री टीम के साथ जुड़े रहे हैं, एक ऐसी बेमिसाल भूमिका जैसा कभी उनका क्रिकेट करियर रहा था।
होल्डिंग को अपने वक़्त का बेहतरीन तेज़ गेंदबाज़ माना जाता था, उन्होंने वेस्टइंडीज़ के लिए 1975 से 1987 के बीच 60 टेस्ट और 102 वनडे मैच खेले थे। होल्डिंग उस वेस्टइंडीज़ टीम का अभिन्न अंग रहे थे जिसने उस समय क्रिकेट जगत पर राज किया था। होल्डिंग के कॉमेंट्री करियर का आग़ाज़ 1988 में कैरेबियाई सरज़मीं पर ही हुआ था और देखते ही देखते उनका अंदाज़ पूरी दुनिया में पसंद किया जाने लगा। जिस तरह से उनके क्रिकेट करियर में उनके ख़तरनाक रनअप को देखते हुए उनका नाम ‘व्हिस्परिंग डेथ’ पड़ गया था, कुछ उसी अंदाज़ में 66 वर्षीय होल्डिंग को साफ़ विचारों और सटीक टिप्पणी के लिए भी जाना जाता है। उन्होंने कभी भी घरेलू टी-20 लीग में कॉमेंट्री नहीं की, क्योंकि वह हमेशा कहते आए कि ये क्रिकेट है ही नहीं। आधुनिक दौर के क्रिकेट दर्शकों ने पिछले साल होल्डिंग का एक अलग रूप भी देखा, जब ‘ब्लैक लाइव्स मैटर मूवमेंट’ के दौरान होल्डिंग ने मुखर होकर अपनी बात रखी। स्काई स्पोर्ट्स के साथ उन्होंने जिस लाजवाब अंदाज़ में जातिवाद और रंगभेद के ख़िलाफ़ दिल छूने वाली बात रखी वह पिछले साल ब्रॉडकास्ट दुनिया में न सिर्फ़ सूर्ख़ियों में रही, बल्कि इंग्लैंड में उन्हें दो ब्रॉडकास्ट अवॉर्ड से भी नवाज़ा गया।
होल्डिंग ने कभी अपने जज़्बातों को बाहर आने से रोका नहीं, जो पाकिस्तानी फ़ैन्स और दर्शक कभी भूल नहीं सकते। जब मोहम्मद आमिर और मोहम्मद आसिफ़ के स्पॉट फ़िक्सिंग में शामिल होने की बात सामने आई थी तो उस समय लॉर्ड्स टेस्ट में माइकल होल्डिंग ने इसपर खुलकर अपनी बात रखी थी।
ये माइकल होल्डिंग का शानदार किरदार और बेहतरीन अंदाज़ ही है कि जब उनकी राष्ट्रीय टीम कोई मैच नहीं खेल रही होती है तो भी वह उन चंद पूर्व क्रिकेटरों में से हैं जो क्रिकेट कॉमेंट्री कर रहे होते हैं। होल्डिंग हाल ही में इंग्लैंड और भारत के बीच खेली गई टेस्ट सीरीज़ में भी पैनल में मौजूद थे। हालांकि उन्होंने पिछले साल ही इस बात का संकेत दे दिया था कि उनका ब्रॉडकास्टिंग करियर अब ज़्यादा लंबा नहीं है।
“मैं नहीं बता सकता कि 2020 के बाद और मैं कितने दिनों तक कॉमेंट्री कर पाऊंगा, मुझे नहीं लगता कि ये ज़्यादा दिन चलेगा। मेरी उम्र भी हो रही है, मैं अब 66 साल का हो रहा हूं और अब वह 34, 46 या 56 साल वाली बात मुझमें नहीं हैं। मैंने स्काई स्पोर्ट्स को कह दिया है कि मैं एक साल से ज़्यादा अब आपको नहीं दे पाऊंगा, अगर इस साल क्रिकेट नहीं हुआ तो शायद मैं 2021 का सोच सकता हूं। क्योंकि मैं इसी तरह तो स्काई को नहीं छोड़ सकता, एक ऐसी कंपनी जिसने मेरे लिए काफ़ी कुछ किया है।”

हाईकोर्ट ने आखिरी बार विसर्जन की अनुमति दीं

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने तेलंगाना प्राधिकारियों को हैदराबाद की हुसैन सागर झील में प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी भगवान ‘गणेश की प्रतिमाओं’ के ”आखिरी बार” विसर्जन की बृहस्पतिवार को अनुमति दे दी। प्रधान न्यायाधीश एन वी रमण, न्यायमूर्ति सूर्यकांत तथा न्यायमूर्ति हिमा कोहली की पीठ ने कहा कि हैदराबाद शहर में यह बार-बार आने वाली समस्या है और कई निर्देश देने के बावजूद राज्य सरकार ने वहां मूर्तियों के विसर्जन पर रोक तथा प्रदूषण पर लगाम लगाने के तेलंगाना उच्च न्यायालय के आदेशों का पालन नहीं किया। 
न्यायालय ने सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता की दलीलों पर विचार के बाद यह आदेश दिया। मेहता ने कहा कि झील में प्रदूषण कम करने के लिए कदम उठाए गए हैं और विसर्जन के तुरंत बाद प्रतिमाओं को क्रेन की मदद से बाहर निकाल लिया जाएगा और उन्हें ठोस अपशिष्ट निस्तारण स्थलों पर ले जाया जाएगा।
उच्चतम न्यायालय ने बहरहाल यह भी कहा कि लोगों का अनुशासन और सहयोग भी महत्वपूर्ण है। मेहता ने पीठ को आश्वस्त किया कि अगले साल तक निर्देशों को पूरी तरह लागू किया जाएगा और इस साल व्यवस्था करने का समय नहीं है। उन्होंने कहा कि प्रदूषण कम क
करने के लिए कदम उठाए जा रहे हैं।
पीठ ने कहा, ”श्रीमान मेहता आप यह नहीं जानते कि झील की सफाई में काफी पैसा खर्च किया गया है। हर साल अगर आप विसर्जन करने देंगे तो फिर सौंदर्यीकरण या पैसा खर्च करने का क्या तुक है। यह बर्बादी है। आपको कदम उठाने चाहिए। आप आखिरी क्षण में आ रहे हैं।”
तेलंगाना उच्च न्यायालय ने 13 सितंबर को हुसैन सागर झील तथा शहर में ऐसे अन्य जलाशयों में प्लास्टर ऑफ पेरिस से बनी गणेश प्रतिमाओं के विसर्जन पर रोक लगाने के अपने आदेश में सुधार करने से इनकार कर दिया था। वृहद हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) ने आदेश में सुधार का अनुरोध करते हुए याचिका दायर की थी।

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...