रविवार, 12 सितंबर 2021

'मेडिसिन द स्काई’ प्रोजेक्ट तेलंगाना में शुरू किया

हैदराबाद। मेडिसिन फ्रॉम द स्काई’ प्रोजेक्ट तेलंगाना में शुरू किया गया। इस दौरान केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया भी वहां मौजूद रहे। सिंधिया ने कहा कि इस प्रोजेक्ट के तहत ड्रोन का इस्तेमाल करते हुए दवाओं और वैक्सीन की डिलीवरी की जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के तौर पर तेलंगाना के 16 ग्रीन जोन में इसे शुरू किया गया है। बाद में डेटा के आधार पूरे देश में इसे शुरू किया जाएगा।
केंद्रीय मंत्री ने कहा कि तेलंगाना के 16 ग्रीन जोन में ‘मेडिसिन फ्रॉम द स्काई’ प्रोजेक्ट की शुरुआत की गई है। तीन महीने बाद इसके डेटा का एनालिसिस किया जाएगा। इसके बाद उड्डयन मंत्रालय, स्वास्थ्य मंत्रालय, आइटी मंत्रालय, राज्य सरकार और केंद्र सरकार मिलकर पूरे देश के लिए मॉडल तैयार करेगी। सिंधिया ने इस दौरान कहा कि आज का दिन बेहद क्रांतिकारी है। न सिर्फ तेलंगाना के लिए बल्कि पूरे देश के लिए। ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दूरदर्शी नेतृत्व में ड्रोन पॉलिसी तैयार और लागू की गई है। उन्होंने आगे कहा कि इंटरैक्टिव एयरोस्पेस मैप तैयार किया जा रहा है। इस मैप और राज्यों की सहायता से विभिन्न जोन का चिन्हीकरण किया जा रहा है।
गौरतलब है कि ‘मेडिसिन फ्रॉम द स्काई’ प्रोजेक्ट वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम, नीति आयोग और हेल्थनेट ग्लोबल के जरिए तेलंगाना में शुरू किया गया है। यह प्रोजेक्ट एक प्रयोग के तौर पर शुरू किया गया था। इसके तहत विकराबाद जिले में चिन्हित एयरस्पेस पर ड्रोन के जरिए वैक्सीन की डिलीवरी की जा रही है। वहीं इस दौरान तेलंगाना के आईटी और उद्योग मंत्री रामा राव ने केंद्रीय मंत्री से हैदराबाद के बेगमपट हवाई अड्डे पर एविएशन यूनिवर्सिटी स्थापित करने की भी मांग की।
इस मौके पर सिंधिया ने कहा कि एनडीए सरकार ने नई ड्रोन पॉलिसी में कई छूट दी हैं। इसके चलते देश में अब ड्रोन की उड़ान में काफी आसानी हो रही है। उन्होंने बताया कि पहले ड्रोन ऑपरेट करने के लिए 25 फॉर्म भरने पड़ते थे। लेकिन अब केवल पांच फॉर्म भरना पड़ता है। सिर्फ इतना ही नहीं, पहले 72 तरह की फीस भरनी पड़ती थी, लेकिन अब इन फीस की संख्या केवल चार रह गई है। गौरतलब है कि ग्रीन जोन में ड्रोन उड़ाने के लिए किसी तरह की परमिशन की जरूरत नहीं होती है। वहीं येलो जोन के लिए परमिशन जरूरी है, जबकि रेड जोन में ड्रोन की उड़ान पूरी तरह से प्रतिबंधित है।


पाक के खिलाफ ताजिकिस्तानियों ने मोर्चा खोला

काबूल। अफगानिस्तान में पंजशीर की सेना के खिलाफ तालिबान का समर्थन करने वाले पाकिस्तान के खिलाफ ताजिकिस्तान के लोगों ने मोर्चा खोल दिया है। प्रदर्शनकारी ताजिकिस्तान की राजधानी दुशांबे में शंघाई सहयोग संगठन के आगामी शिखर सम्मेलन के दौरान इमरान खान के बहिष्कार की मांग कर रहे हैं। तालिबान का पंजशीर को छोड़कर पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा था, इसे लेकर उसने अपने सरकार की घोषणा को भी दो बार टाल दिया था। 
इसके बाद पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के चीफ फैज हमीद काबुल पहुंचे थे। इसके दूसरे दिन ही तालिबान ने पंजशीर पर हमले किए थे। पंजशीर के लड़ाकों ने आरोप लगाया कि उस पर पाकिस्तानी वायु सेना के विमानों ने हमला किया है। इसमें उसके दो बड़े नेता मारे गए। इस हमले के विरोध में राजधानी काबुल समेत ताजिकिस्तान में भी विरोध हुए।
रूस ने पंजशीर के सहयोगी ताजिकिस्तान को 12 बख्तरबंद वाहन और सैन्य उपकरणों का जखीरा भेजा है। रक्षा मंत्रालय के एक बयान में मेजर जनरल येवगेनी सिंडाइकिन ने कहा कि तजाकिस्तान की दक्षिणी सीमा के पास बढ़ती अस्थिरता को देखते हुए हम अपने राज्यों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए मिलकर काम कर रहे हैं। तालिबान के साथ लड़ाई में पंजशीर के लड़ाकों को ताजिकिस्तान समर्थन देता आया है। अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह और नॉर्दर्न अलायंस के प्रमुख अहमद मसूद के ताजिकिस्तान में शरण लेने की खबरें थीं। तालिबान शरिया कानून को लागू करने को लेकर किस कदर हावी है, इसका नजारा काबुल यूनिवर्सिटी में देखने को मिला। तालिबान के नेताओं ने यहां शरिया को लेकर एक लेक्चर का आयोजन किया। कार्यक्रम में यूनिवर्सिटी में पढ़ने वाली 300 युवतियां शामिल हुईं। सभी युवतियां सर से पांव तक बुर्के से ढंकी हुई थीं।

युवतियों को शरिया कानून मानने के लिए शपथ भी दिलाई गई। इस दौरान हर युवती के हाथ में तालिबान का झंडा भी था। तालिबान ने अपने शासन में महिलाओं के लिए विशेष तौर पर ये ड्रेस कोड जारी किया है। इससे पहले कॉलेज और यूनिवर्सिटी में क्लास के दौरान भी लड़कों और लड़कियों को अलग-अलग बैठने का फरमान जारी किया है। यूनिवर्सिटी में लेक्चर दे रही महिला भी सिर से पांव तक बुर्के से ढंकी हुई थी। उसके सामने ही तालिबानी खड़े थे। पॉडियम के पास और हॉल के गेट पर भी तालिबानियों का पहरा था।

अफगानिस्तान में तालिबानी राज के बीच पाकिस्तान और चीन को अपने यहां मौजूद विद्रेाही संगठनों से खतरा महसूस होने लगा है। दोनों देशों ने तालिबान से इन संगठनों को पनाह न देने की अपील की है। इस संगठनों में पाकिस्तान स्थित तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान (TTP), बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) और चीन में उइगर और पूर्वी तुर्किस्तान इस्लामिक मूवमेंट (ETIM) शामिल हैं। पाकिस्तान सरकार की पहल पर पाकिस्तान, चीन, ईरान, ताजिकिस्तान, तुर्कमेनिस्तान और उज्बेकिस्तान के विदेश मंत्रियों ने 8 सितंबर को वर्चुअल मीटिंग के जरिए अफगानिस्तान के पड़ोसी देशों के बीच अफगान मुद्दे पर बैठक की थी। जहां TTP और बीएलए को पाकिस्तान में आतंकवादी संगठनों के रूप में प्रतिबंधित किया गया है, वहीं ईटीआईएम चीन के लिए खतरा है।
तालिबान के लड़ाकों ने पंजशीर में एक युवक को उसके घर से निकालकर सड़क पर दिनदहाड़े गोलियों से भून डाला। अफगानिस्तान के न्यूज पोर्टल के मुताबिक तालिबान का आरोप है कि यह युवक पंजशीर के नॉर्दर्न अलायंस की सेना में शामिल था। हालांकि, मृतक का दूसरा साथी तालिबानियों को उसका आईडी कार्ड दिखाता रह गया, लेकिन वे नहीं माने और उसकी जान ले ली। इससे पहले तालिबानियों ने पंजशीर पर कब्जे का दावा किया था। उन्होंने कहा था कि अहमद मसूद और अमरुल्लाह सालेह पंजशीर छोड़ कर भाग गए हैं। वहीं पंजशीर के लड़ाकों ने कहा था कि अभी लड़ाई खत्म नहीं हुई है। नॉर्दर्न अलायंस और रेजिस्टेंस फोर्स के मुखिया अहमद मसूद ने कहा था कि पंजशीर पर तालिबान के कब्जे का दावा झूठा है। हमारे लड़ाके अभी भी उनका सामना कर रहे हैं।
अफगानिस्तान के पूर्व उपराष्ट्रपति अमरुल्लाह सालेह ने भी एक हफ्ते पहले एक वीडियो जारी कर पंजशीर से भागने की बात का खंडन किया था। उन्होंने कहा था कि वे आखिरी सांस तक तालिबान के खिलाफ लड़ते रहेंगे। इससे पहले तालिबानियों ने उनके बड़े भाई की पंजशीर में हत्या कर दी थी। तालिबानियों ने उनके परिवार को शव देने से भी मना कर दिया। तालिबान ने कहा कि उसका शव सड़ जाना चाहिए।

बादल फटने की एक घटना में चार सदस्यों की मौंत

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के बारामूला जिले में रविवार को बादल फटने की एक घटना में बकरवाल (घुमंतू समुदाय) परिवार के चार सदस्यों की मौत हो गई। पुलिस ने कहा कि बारामूला जिले के रफियाबाद इलाके के कफरनार घास के मैदान में बकरवाल परिवार के चार लोग मृत पाए गए।
पुलिस के अनुसार, इस परिवार के छह सदस्यों में से चार मृत पाए गए, जबकि एक जीवित पाया गया और एक अभी भी लापता है। रिपोटरें से पता चलता है कि परिवार बड़े पैमाने पर बादल फटने की चपेट में आ गया था। परिवार राजौरी जिले के हाजी बशीर अहमद खारी से संबद्ध था। बादल फटने से परिवार बह गया था।उप महानिरीक्षक (उत्तरी कश्मीर) सुजीत कुमार ने कहा, बचाव दल लापता व्यक्ति की तलाश कर रहे हैं, जिसके मलबे में दबे होने की आशंका है। बादल फटने से अचानक बाढ़ आ गई, जिससे धान के खेत और कुछ सरकारी इमारतें डूब गईं, जिनमें रफियाबाद क्षेत्र के वाटरगाम गांव के स्कूल भी शामिल हैं।

अगले साल में होने वाले चुनाव लड़ेगी 'शिवसेना'

कविता गर्ग         
मुंबई। शिवसेना सांसद संजय राउत ने रविवार को कहा कि उनकी पार्टी उत्तर प्रदेश और गोवा में अगले साल की शुरुआत में होने वाले विधानसभा चुनाव लड़ेगी। उन्होंने दावा किया कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान संगठनों ने उनकी पार्टी को समर्थन देने की इच्छा जताई है। यहां संवाददाताओं से बातचीत में राउत ने कहा कि शिवसेना उत्तर प्रदेश में 80 से 100 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी जबकि गोवा में पार्टी करीब 20 सीटों पर चुनाव लड़ेगी।
उत्तर प्रदेश में विधानसभा की कुल 403 और गोवा में 40 सीटें हैं। राज्य सभा सदस्य ने कहा कि पश्चिमी उत्तर प्रदेश में किसान संगठनों ने शिव सेना का समर्थन करने की इच्छा जताई है और हम छोटी पार्टियों के साथ भी गठबंधन कर सकते हैं। गोवा में एमवीए जैसे समीकरण के रास्ते तलाशे जा रहे हैं। देखिए, हमें इसमें कितनी सफलता मिलती है। राउत ने कहा कि इन दो राज्यों में शिवसेना के कार्यकर्ता हैं और पार्टी सफलता और विफलता को किनारे कर चुनाव लड़ती रही है। महाराष्ट्र में शिवसेना, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी और कांग्रेस की मिलीजुली महा विकास आघाड़ी (एमवीए) सरकार है। गुजरात के मुख्यमंत्री पद से विजय रूपाणी के इस्तीफे के बारे में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि यह भाजपा का आंतरिक मामला है, बाहर के लोगों को इस पर टिप्पणी करने की जरूरत नहीं है।
मैं रूपाणी को तब से जानता हूं, जब वह मेरे साथ राज्य सभा के सदस्य थे। उन्होंने दावा किया कि पिछली बार भाजपा बस बहुमत का आंकड़ा (182 सीटों वाली विधानसभा में) किसी तरह पार कर गई थी। पार्टी के लिए इस बार हालात अच्छे नहीं हैं। वहीं महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री और शिवसेना अध्यक्ष उद्धव ठाकरे के राष्ट्रीय स्तर पर भूमिका के संबंध में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि ठाकरे के पास राष्ट्रीय नेता बनने की क्षमता है। महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री राष्ट्रीय नेता होता है।

जम्मू: आतंकियों ने पुलिस पार्टी पर अटैक किया

श्रीनगर। जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर के खानयार इलाके में आतंकवादियों ने रविवार को पुलिस पार्टी पर अटैक कर दिया। हमले में एक पुलिस इंस्पेक्टर अरशद को कई गोलियां लगी हैं। 
जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती किया गया है। इलाज के दौरान अरशद शहीद हो गए। जानकारी के अनुसान आंतकी हमला होने के बाद पुलिस ने पूरे इलाके को घेरकर सर्च अभियान शुरू कर दिया है।

नरगिस ने उदय संग रिलेशनश‍िप का खुलासा किया

कविता गर्ग      
मुबंई। रॉकस्टार एक्ट्रेस नरगिस फाखरी पैंडेमिक के समय से यूएस में रह रही हैं। इस दौरान वे सोशल मीड‍िया के जर‍िए अपने भारतीय फैंस संग जुड़ी हुई हैं। एक समय था जब नरगिस और एक्टर-प्रोड्यूसर उदय चोपड़ा के लव अफेयर की चर्चा जोरों पर थी। अब एक इंटरव्यू में नरग‍िस ने आख‍िरकार उदय संग अपने रिलेशनश‍िप का खुलासा कर दिया है।
संग बातचीत में नरगिस ने उदय के साथ अपने रिश्ते पर खुलकर बात की। उन्होंने कहा- 'उदय और मैंने 5 साल तक एक-दूसरे को डेट किया था। भारत में मिले सभी शख्स में से वो सबसे खूबसूरत इंसान था। मैं शायद पब्ल‍िकली इस बात को कभी नहीं बताती क्योंकि लोगों ने मुझे अपने रिलेशनश‍िप पर कुछ ना कहने की सलाह दी थी।
पर मुझे इसका अफसोस होता है क्योंकि मुझे शायद पहाड़ की ऊंचाइयों पर जाकर चिल्लाकर यह बताना चाह‍िए था कि मैं एक खूबसूरत रूह के साथ हूं। इंटरनेट और सोशल मीड‍िया बहुत फेक है और बाहर बैठे लोगों को कभी सच नहीं पता चलेगा। अध‍िकतर समय हम ऐसे लोगों को अपनी प्रेरणा समझ बैठते हैं जिनकी बुराई पर्दे के पीछे समझ आती है।
नरगिस और उदय चोपड़ा के डेट‍िंग की खबरें 2014 में सामने आई थीं। हालांकि उस समय दोनों ने इससे इनकार कर दिया था। मिड डे के साथ इंटरव्यू में नरगिस ने ये तक कहा था। मैं फिर दोहरा रही हूं कि उदय और मैं डेट नहीं कर रहे हैं। पर वो हमेशा मेरी जिंदगी का हिस्सा रहेंगे। भारत में मेरे बहुत ही कम दोस्त हैं और मुझे खुशी है कि उनमें से वो एक हैं।
दोनों के ब्रेकअप के बाद नरगिस न्यूयॉर्क लॉट गई थीं। कयास लगाए जा रहे थे कि ब्रेकअप की वजह से नरगिस ने भारत छोड़ दिया है। बाद में नरगिस के प्रवक्ता ने बताया कि उन्होंने हेल्थ इशूज के कारण वापस लौटने का फैसला किया था।
नरगिस ने 2011 में फिल्म रॉकस्टार से बॉलीवुड डेब्यू किया था. इसके बाद वे मद्रास कैफे, फटा पोस्टर निकला हीरो, मैं तेरा हीरो, किक, स्पाई, अजहर, हाउसफुल 3, ड‍िशुम, बैंजो, अमावस और पिछले साल तोरबाज में नजर आई थीं।


यूपी: कानून बनाए जाने की मांग उठना शुरू हुआ

पंकज कपूर           
हरिद्वार। उत्तराखंड प्रदेश में गैर हिंदुओं के प्रवेश पर रोक लगाने के कानून बनाए जाने की मांग उठना शुरू हो गया है। स्वामी आनंद स्वरूप महाराज ने उत्तराखंड में एक समुदाय विशेष की लगातार बढ़ रही आबादी पर चिंता जताते हुए प्रदेश में गैर हिंदुओं के प्रवेश को रोकने के लिए कानून बनाने की मांग की है।
उन्होंने मांग करते हुए कहा है कि समुदाय विशेष के व्यक्तियों को उत्तराखंड प्रदेश में आने से रोकने के लिए स्थाई व अस्थाई निवास पर पूर्ण रूप से पाबंदी लगाई जाए। उनके अनुसार धर्म नगरी के संतों का मत है कि उत्तराखंड हिमालय में हिंदू देवी-देवताओं का वास है लेकिन कई वर्षों से पहाड़ से लेकर ऋषिकेश और हरिद्वार तक गैर हिंदुओं की आबादी तेजी से बढ़ी है ऐसे में प्रदेश में गैर हिंदुओं को प्रवेश को रोकने के लिए कानून बनाए जाने की आवश्यकता है

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...