रविवार, 5 सितंबर 2021

'विंडोज 11’ की रिलीज के लिए उलटी गिनती शुरू

कविता गर्ग       
मुंबई। विंडोज ऑपरेटिंग सिस्टम ‘विंडोज 11’ की अगली बड़ी रिलीज के लिए उलटी गिनती शुरू हो गई है। माइक्रोसॉफ्ट ने घोषणा की है कि विंडोज 11 सपोर्टेड डिवाइस पर 5 अक्टूबर से शुरू हो जाएगा। माइक्रोसॉफ्ट का कहना है कि आने वाले विंडोज 11 में मिलने वाले इन 7 फीचर्स के बारे में यूज़र्स को जानना चाहिए। माइक्रोसॉफ्ट ने स्टार्ट के साथ यूजर के कंटेंट को सामने और सेंटर में रखा है। स्टार्ट, क्लाउड और माइक्रोसॉफ्ट 365 का लाभ यूज़र्स को लेटेस्ट फाइल को दिखाने के लिए देता है, फिर भले ही उन्हें किसी भी डिवाइस पर देखा गया हो।
स्नैप लेआउट स्नैप लेआउट, स्नैप ग्रुप और डेस्कटॉप ‘मल्टीटास्क करने और आपके डिवाइस की स्क्रीन को ऑप्टिमाइज़ करने का एक पॉवरफुल तरीका प्रदान करते हैं। ये फीचर यूज़र्स को ऐप्स और विंडो को एक साथ ग्रुपिंग करके बेहतर ढंग से ऑर्गनाइस करने की अनुमति देगा।
माइक्रोसॉफ्ट टीम अब टास्कबार में उपलब्ध है। माइक्रोसॉफ्ट टीम चैट को टास्कबार में इंटीग्रेटेड किया गया है। ये लोगों से जुड़ने का एक तेज़ तरीका प्रदान करता है।
विजेट विजेट्स, एआई द्वारा पॉवर्ड एक नया पर्सनलाइज्ड फ़ीड है, जिसका उद्देश्य यूज़र्स को उन सूचनाओं तक पहुंचने का तेज़ तरीका प्रदान करना है, जिनकी उन्हें परवाह है।
एक्सेसिबिलिटी में सुधार माइक्रोसॉफ्ट के अनुसार, विंडोज 11 अब तक का सबसे इन्क्लूसिवली विंडोज वर्जन है, जिसमें विकलांग व्यक्तियों के लिए और उनके द्वारा बनाए गए नए एक्सेसिबिलिटी फीचर्स हैं।
मिलेगा टच, डिजिटल पेन और वॉयस इनपुट का सपोर्ट: विंडोज 11 टच, डिजिटल पेन और वॉयस इनपुट को सपोर्ट करता है।  माइक्रोसॉफ्ट के अनुसार, नया ओएस टच, डिजिटल पेन और वॉयस इनपुट के माध्यम से इस्तेमाल किए जाने पर स्पीड, एफिशिएंसी और बेहतर अनुभवों के लिए अनुकूलित है।

टीवी के पॉपुलर एक्टर सिद्धार्थ शुक्ला का निधन

कविता गर्ग                        
मुबंई। टीवी के पॉपुलर एक्टर सिद्धार्थ शुक्ला हमारे बीच नहीं रहे। उनके अचानक हुए निधन से उनके परिवार, दोस्तों और फैंस काफी निराश हो गए हैं। हर कोई सदमे में है और यह मानने को तैयार नहीं है कि सिद्धार्थ का निधन हो गया है। सिद्धार्थ शुक्ला को 2 सितंबर की सुबह दिल का दौरा पड़ा था, जिसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया। जहां डॉक्टर्स ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। 
सिद्धार्थ शुक्ला के निधन से बाद से ही, उनसे जुड़ी खबरें इंटरनेट पर छाई हुई हैं। ऐसी ही एक रिपोर्ट थी जहां कहा गया था कि सिद्धार्थ को उनके डॉक्टरों ने हैवी वर्कआउट और एक्सरसाइज में कटौती करने की सलाह दी थी। हालांकि, सिद्धार्थ की टीम ने ऐसी सभी खबरों का खंडन किया और उन्हें निराधार बताया।  स्पॉटबॉय को दिए बयान में सिद्धार्थ की टीम कहा। अब उनके बारे में कुछ भी लिखा जा रहा है। कृपया किसी भी आधारहीन रिपोर्ट पर विश्वास न करें। 
सिद्धार्थ शुक्ला के निधन से पूरी टीवी इंडस्ट्री में शौक की लहर हैं। आसिम रियाज, दोवोलीना भट्टाचार्जी, गौहर खान, हिना खान, राहुल महाजन, विकास गुप्ता समेत टीवी इंडस्ट्री से उनके कई दोस्त उनके जाने पर भावुक हुए है। सिद्धार्थ के निधन का सबसे बड़ा सदमान उनकी दोस्त रही शहनाज गिल को लगा है। दोनों के बीच एक अच्छी बॉन्डिंग और रिश्ता था।  इसे दोनों पब्लिक के सामने और स्क्रीन पर भी दिखाते थे। कई लोगों का मानना था कि उनका रिलेशनशिप दोस्ती से बढ़कर है। 
फैंस सिद्धार्थ और शहनाज की जोड़ी को सिडनाज कहकर बुलाते थे। दोनों की केमेस्ट्री को लोग काफी पसंद भी करते थे। आखिरी बार दोनों की जोड़ी ‘बिग बॉस ओटीटी’ और ‘डांस दीवाने 3’ में दिखाई दी थी।  दोनों ही शो में दोनों रोमांस और मस्ती करते हुए नजर आए थे। इसके वीडियो भी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहे हैं।

वैगनआर के नए अवतार स्माइल को लॉन्च किया

अकांशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। जापानी कार निर्माता कंपनी सुजुकी ने अपने बाज़ारों के लिए वैगनआर के नए अवतार वैगनआर स्माइल को लॉन्च किया है। कंपनी ने इस कार को एमपीवी का डिज़ाइन दिया है। जिसमे स्लाइडिंग डोर्स दिए गए हैं। कंपनी ने फिलहाल इस एमपीवी को घरेलु बाज़ारों के लिए पेश किया है, अन्य देशों में इसके लॉन्च को लेकर अभी कोई जानकारी सांझा नहीं की गई है। कंपनी ने वैगनआर स्माइल की शुरुआती कीमत लगभग 8.30 लाख रुपये तय की है। वहीं इस कार के टॉप वेरिएंट की कीमत लगभग 11.44 लाख रुपये तय की गई है।
कंपनी ने इस कार को मिनी वैन जैसे डिज़ाइन और बॉक्सी लुक दिया है। इस कार के फ्रंट में रेडिएटर ग्रिल और राउंड शेप हेडलाइट्स दिए गए हैं। कंपनी ने इस कार के सालाना 60,000 यूनिट्स की बिक्री का लक्ष्य रखा है, जिसके अनुसार कंपनी को हर महीने लगभग 5,000 यूनिट्स की बिक्री करनी होगी।
कंपनी ने इस कार में स्लाइडिंग डोर्स का इस्तेमाल किया है, जैसे ओमनी में देखने को मिलते हैं। इस कार की ऊंचाई को कंपनी ने मौजूदा वोंगर आर से 45 एम एम ज्यादा रखा है। कार में पीछे की तरह वर्टिकल शेप में टेललैंप दिए गए हैं, जिसमे ड्यूल पेंट स्कीम ऑफर किया जा रहा है।
स्माइल के इंटीरियर को कंपनी ने मौजूदा वोंगर आर से कुछ हट कर तैयार किया है। इसका इंटीरियर ऐसी तैयार किया गया है कि यह युवाओं की पहली पसंद बन जाये। कंपनी ने इसमें मांउटेड स्टीयरिंग व्हील, ट्चस्क्रीन इंफोटेंमेंट सिस्टम और डैशबोर्ड से लगा गियरनॉब दिया है। कंपनी ने इसके केबिन में ड्यूल टोन थीम का इस्तेमाल किया है, जो काफी आकर्षक दिखाई देता है।
कंपनी ने इस कार में अपहोल्स्ट्री ऑप्शन, अंडर-सीट स्टोरेज और एक छोटे मल्टी इंफॉर्मेश डिस्प्ले के साथ एनालॉग इंस्ट्रूमेंट दिया है। कंपनी इस कार में ग्राहकों के लिए कस्टमाइज़ेशन पैकेज की भी पेशकश करती है,जिसमे अपने हिसाब से डिज़ाइन और लुक देने के लिए डिकल्स, बॉडी किट, रूफ रेल्स, अलॉय व्हील्स और अन्य एक्सेसरीज़ का चुनाव कर सकते हैं। 
वैगनआर आर स्माइल में 657सीसी की क्षमता का 3 सिलिंडर युक्त नेचुरल एस्पायर्ड पेट्रोल इंजन का इस्तेमाल किया गया है, जो 58 एन एम का टॉर्क और 47 बीएचपी की पावर जेनरेट करता है। ये कार इंजन भारत में बिकने वाले मारुती ऑल्टो से भी छोटा है। ये कार इंजन केवल सीवीटी ट्रांसमिशन गियरबॉक्स के साथ आता है। ग्राहक इस कार में ऑल व्हील ड्राइव और फ्रंट व्हील ड्राइव का चुनाव कर सकते हैं।

वैज्ञानिकों की खोज, सूरज कब और कैसे मरेगा ?

अकांशु उपाध्याय            
नई दिल्ली। क्या होगा अगर हमारा सूरज मर जाए। कैसा दिखेगा वो। हमारा सौर मंडल, हमारी धरती, जीव-जंतु क्या जीवित रह पाएंगे। या सूरज को मरते हुए देख पाएंगे। वैज्ञानिकों यह पता लगा लिया है कि हमारा सूरज कब और कैसे मरेगा। इसके बाद सौर मंडल का क्या होगा। धरती का क्या होगा। लेकिन अच्छी बात ये है कि जब सूरज मरेगा। तब इंसानों की प्रजाति उसे देखने के लिए बचेगी ही नहीं।
पहले तो वैज्ञानिकों को लगा था कि सूरज के मरने पर सौर मंडल एक नेबुला में बदल जाएगा। जिसमें सारे ग्रह टूट-फूटकर गैस और पत्थरों के रूप में एकसाथ घूम रहे होंगे। या बिखर रहे होंगे। लेकिन जब बारीकी से अध्ययन किया गया तो यह इससे भी ज्यादा विशालकाय और भयावह निकला। अंतरिक्ष विज्ञानियों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने 2018 में यह थ्योरी दी थी कि सूरज के मरने पर सौर मंडल नेबुला में बदल जाएगा। 
सूरज की उम्र करीब 460 करोड़ साल है।  लगभग इसी समय में सौर मंडल के अन्य ग्रह भी बने हैं। सभी ग्रहों और सूरज के अध्ययन के बाद यह जानकारी जुटाई गई है कि सूरज अगले 10 बिलियन साल यानी 1000 करोड़ साल और जीवित रहेगा। इसके मरने के साथ ही कई अन्य प्रक्रियाएं भी होंगी। अगले 500 करोड़ सालों में यह प्रक्रिया धीरे-धीरे शुरु हो जाएगी। अंत के समय सूरज एक रेड जायंट से कमजोर होकर व्हाइट ड्वार्फ  बनकर रह जाएगा।
सूरज का केंद्र सिकुड़ कर खत्म हो जाएगा या फिर बेहद छोटा हो जाएगा, जिससे सूरज गर्मी पैदा करने क्षमता खो देगा। लेकिन इसकी बाहरी परतें ठंडी होकर टूटकर बिखर जाएंगी और यह मंगल ग्रह की कक्षा तक पहुंच जाएंगी। इस प्रक्रिया में हमारी धरती भी सूरज की परतों से टकराकर बिखर जाएगी। लेकिन सूरज के कमजोर पड़ते ही धरती से जीवन खत्म होने लगेगा। मैग्नेटिक फील्ड खत्म होने लगेगी। गुरुत्वाकर्षण खत्म होने लगेगा। ऐसे में जीवन की कल्पना की ही नहीं जा सकती।
एक चीज तो तय है कि उस समय तक इंसान तो क्या उसका भूत तक धरती पर नहीं बचेगा। क्योंकि इंसानों की प्रजाति अधिकतम 100 करोड़ साल में खत्म हो जाएगी। इससे बचने का एक ही तरीका है कि हम अपने लिए कोई अन्य ग्रह खोजकर वहां बस जाएं।  सूरज के खत्म होने की एक वजह ये है कि वह हर 100 करोड़ साल पर अपनी गर्मी और रोशनी को 10 फीसदी बढ़ा रहा है। एक समय ऐसा आएगा जब वह ऊर्जा खत्म होगी और वह ठंडा होने लगेगा।
सूरज की लगातार बढ़ती गर्मी और रोशनी से धरती पर जीवन खत्म होने लगेगा। हमारे समुद्र भाप बनकर अंतरिक्ष में उड़ जाएंगे। जमीन इतनी गर्म हो जाएगी कि इस पर रहना मुश्किल हो जाएगा। यही वो समय होगा जब धरती से इंसान समेत सारे जीव मारे जा चुके होंगे, अगर उन्होंने अपने लिए कोई अन्य ग्रह नहीं खोजा तो।
साल 2018 में हुई स्टडी में कंप्यूटर मॉडल का उपयोग किया गया था। 90 फीसदी तारों के साथ यही होता है कि वो पहले रेड जायंट होते हैं, जो बाद में खत्म होने पर व्हाइट ड्वार्फ बन जाते हैं। यहीं पर उनकी मृत्यु हो जाती है। मैनचेस्टर यूनिवर्सिटी के एस्ट्रोफिजिसिस्ट अलबर्ट जिल्सट्रा ने कहा कि जब भी कोई तारा मरता है तो वह अंतरिक्ष की एक बड़ी घटना होती है। 
अलबर्ट ने बताया कि तारे के मरने पर भारी मात्रा में धूल, पत्थर और गैस निकलती है। जो तेजी से अपने आसपास के इलाके में फैलती है। यह उस तारे के वजन का आधा हो सकती है। किसी भी तारे का केंद्र उसका जीवन तय करता है।  अगर केंद्र कमजोर हो रहा है, इसका मतलब ये है कि तारे को अब ऊर्जा नहीं मिल रही है।  उसका पावर सेंटर खत्म हो रहा है। मरने वाले तारे से निकली गैस, धूल और पत्थर अपने आसपास के ग्रहों और अन्य अंतरिक्षीय वस्तुओं से टकराते हुए अंतरिक्ष में फैल जाती है। अलबर्ट सूरज की उम्र पता करने वाली टीम में शामिल हैं।
अलबर्ट ने आगे बताया कि सूरज से निकलने वाली धूल, गैस और पत्थरों का गुबार करीब 10 हजार साल तक अंतरिक्ष में तैरता रहेगा। जो कि अंतरिक्ष की दुनिया में एक बेहद छोटा समय है।  इसकी वजह से एक नेबुला का निर्माण होगा, जो हजारों सालों तक दिखाई देगा। अगर इंसान जीवित रहे और किसी अन्य ग्रह पर अपना ठिकाना बना लिया तो वो इस नजारे को देख पाएंगे, नहीं तो मानकर चलिए कि हमारी प्रजाति समेत कई जीवों की प्रजाति का सर्वनाश हो जाएगा।
अलबर्ट और उनकी टीम के वैज्ञानिकों ने अलग-अलग ग्रहों की उम्र का पता लगाने के लिए एक गणितीय मॉडल बनाया है, जो कई तरह का कारकों पर निर्भर करती है. ऐसे कई नेबुला हैं जो हमें दिखाई देते हैं, यानी उनके तारे मर चुके हैं और उनके धूल, गैस और पत्थर अंतरिक्ष की गहराइयों में तैर रहे हैं. जैसे - हेलिक्स नेबुला, कैट्स आई नेबुला, रिंग नेबुला और बबल नेबुला।
इन नेबुला को 18वीं सदी के साइंटिस्ट विलियम हर्सेल ने खोजा था। ये नेबुला उस समय के टेलिस्कोप से एक ग्रह जैसे दिखते थे। बाद में तकनीक आगे बढ़ी तो पता चला कि नहीं ये तो खत्म हुए तारे से निकली गैस, धूल और पत्थर के जमावड़ा है, जो अंतरिक्ष में धीरे-धीरे फैलकर खत्म हो रहा है।  करीब 30 साल पहले वैज्ञानिकों ने कुछ अजीब सा देखा था। जिसे पड़ोसी गैलेक्सी का सबसे चमकीला नेबुला कहा गया।  इससे यह पता चला कि ये कब खत्म हुआ होगा, कितने समय से यह ऐसे ही तैर रहा है। इसका भविष्य क्या होगा।
अलबर्ट और उनकी टीम की स्टडी में विलियम हर्सेल और उसके बाद की गई सारी स्टडीज के आंकड़ों का विश्लेषण करके देखा गया तो पता चला कि इनके परिणाम सटीक है। लेकिन मॉडल अलग-अलग हैं। अलबर्ट कहते हैं ज्यादा बुजुर्ग और कम वजन वाले तारे धुंधले नेबुला बनाते हैं। युवा और बड़े तारे चमकीले और ताकतवर नेबुला बनाते हैं।  पिछले 25 सालों से दुनियाभर के वैज्ञानिक इस बात पर विवाद कर रहे हैं।
अलबर्ट ने कहा कि यह संभव नहीं है कि सूरज जैसे कम वजन वाले तारे से आप बहुत ताकतवर और चमकीला नेबुला हासिल कर लो। अगर सूरज के वजन से दोगुना वजन का कोई तारा टूटता तो शायद हम एक चमकीले नेबुला की उम्मीद कर सकते थे। लेकिन सूरज से निकलने वाले नेबुला को सिर्फ 10 हजार सालों तक देखा जा सकेगा। वह भी टेलिस्कोप की मदद से।
सूरज के वजन का 1.1 फीसदी वजन का कोई तारा खत्म होता है तो वह फुस्सी बम की तरह होता है। उसके फूटने से बनने वाला नेबुला पता ही नहीं चलता। सूरज से तीन गुना ज्यादा वजन के तारे जब टूटकर खत्म होते हैं, तब वो बेहद चमकीले नेबुला का निर्माण करते हैं, जो दूर से भी दिखाई देते हैं। यानी सूरज के खत्म होने पर बनने वाला नेबुला बहुत चमकीला होने की उम्मीद नहीं है। बस एक चीज इसे चमकीला बना सकती है, वो सौर मंडल के अन्य ग्रहों के फट जाने की वजह से बढ़ने वाली उसकी तीव्रता।
अलबर्ट कहते हैं कि यह एक बेहतरीन परिणाम है. इस वजह से नहीं कि हमने सही गणित लगाई है। बल्कि इस वजह से भी हमने कई पुरानी थ्योरी को खारिज कर दिया है। किसी भी तारे की उम्र की गणना आसान नहीं होती। उसमें इतने सारे फैक्टर्स की जांच करनी होती है, कि वैज्ञानिक का भी दिमाग खराब हो जाता है। लेकिन अब हमें यह पता है कि सूरज कब मरेगा।

किसानों को मुजफ्फरनगर में पहुंचना शुरू किया

हरिओम उपाध्याय            
मुजफ्फरनगर। संयुक्त किसान मोर्चा (एसकेएम) ने शनिवार को दावा किया कि 15 राज्यों के हजारों किसानों ने रविवार को होने वाली किसान महापंचायत में हिस्सा लेने के लिये उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में पहुंचना शुरू कर दिया है। केंद्र के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान आंदोलन की अगुवाई कर रहे एसकेएम ने कहा कि महापंचायत से साबित हो जाएगा कि आंदोलन को सभी जातियों, धर्मों, राज्यों, वर्गों, छोटे व्यापारियों और समाज के सभी वर्गों का समर्थन प्राप्त है।
एसकेएम ने एक बयान में कहा, ”पांच सितंबर की महापंचायत योगी-मोदी सरकार को किसानों, खेत मजदूरों और कृषि आंदोलन के समर्थकों की शक्ति का एहसास कराएगी। मुजफ्फरनगर महापंचायत पिछले नौ महीनों में अब तक की सबसे बड़ी महापंचायत होगी।” बयान में कहा गया है कि किसानों के वास्ते भोजन की व्यवस्था के लिए 500 लंगर सेवाएं शुरू की गई हैं, जिसमें सैकड़ों ट्रैक्टर-ट्रॉलियों पर चलने वाली मोबाइल लंगर प्रणाली भी शामिल है। महापंचायत में भाग लेने वाले किसानों के लिए 100 चिकित्सा शिविर भी लगाए गए हैं। पंजाब के कुल 32 किसान संघों ने राज्य सरकार को प्रदर्शनकारियों के खिलाफ मामले वापस लेने के लिए 8 सितंबर की समय सीमा दी है।
एसकेएम ने कहा कि अगर मामले वापस नहीं लिए गए तो किसान 8 सितंबर को बड़े विरोध प्रदर्शन की रूपरेखा तैयार करेंगे। तीन विवादास्पद कानूनों के खिलाफ दिल्ली की सीमाओं पर जारी किसानों के विरोध प्रदर्शन को नौ महीने से अधिक समय हो गया है। किसानों को डर है कि ये कानून एमएसपी प्रणाली को खत्म कर देंगे और उन्हें बड़े कॉरपोरेट घरानों की दया पर छोड़ दिया जाएगा। सरकार के साथ 10 से अधिक दौर की बातचीत विफल रही है। सरकार कानूनों को प्रमुख कृषि सुधारों के रूप में पेश कर रही है।

इस बीच भारतीय किसान यूनियन के मीडिया प्रभारी धर्मेंद्र मलिक ने मुजफ्फरनगर में कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश, पंजाब और हरियाणा समेत देश के विभिन्न हिस्सों से सैकड़ों किसान महापंचायत में हिस्सा लेने के लिये पहुंचने लगे हैं। उन्होंने बताया कि बीकेयू महासचिव युद्धवीर सिंह भी किसान महापंचायत में शामिल होने पहुंचे हैं। उन्होंने कहा कि राकेश टिकैत समेत अन्य वरिष्ठ नेता कल यहां पहुंचेंगे।
राकेश टिकैत के बेटे चरण सिंह टिकैत ने कहा कि उनके पिता तब तक घर नहीं आएंगे, जब तक सरकार तीन कृषि कानूनों को वापस नहीं ले लेती। इस बीच मुजफ्फरनगर जिले के अधिकारियों ने महापंचायत के मद्देनजर सभी शराब की दुकानों को बंद करने का आदेश दिया है। जिलाधिकारी चंद्रभूषण सिंह ने कहा कि शनिवार शाम छह बजे से पांच सितंबर को महापंचायत खत्म होने तक शराब की सभी दुकानें बंद रहेंगी। उन्होंने कहा कि सुरक्षा की दृष्टि से यह कदम उठाया गया है।

50 छात्रों ने सेल में प्रवेश के लिए आवेदन दिया

सदींप मिश्र                           
बरेली। बरेली कॉलेज में तीसरी मेरिट के छात्रों के स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश हो रहे हैं। पहली और दूसरी मेरिट में भी कई छात्र प्रवेश लेने से वंचित रह गए थे। ऐसे करीब 50 छात्रों ने कॉलेज के ग्रीवांस सेल में प्रवेश के लिए आवेदन दिया है। कॉलेज प्रशासन ने इन छात्रों को प्रवेश देने का मौका दिया है। इन छात्रों के प्रवेश और तीसरी मेरिट के छात्रों के प्रवेश के बाद सीटें खाली रहीं तो फिर चौथी मेरिट जारी की जाएगी।
हालांकि छात्रों को 6 सितंबर तक ही विश्वविद्यालय में 100 रुपये शुल्क के साथ छात्र का प्रवेश पंजीकरण होगा। उसके बाद 400 रुपये विलंब शुल्क देना होगा। प्रवेश समन्वयक डा. वीपी सिंह ने बताया कि पहली और दूसरी मेरिट में आने वाले बीए में 34, बीएससी जीव विज्ञान में चार, बीएससी गणित में तीन और बीकॉम में नौ छात्रों ने प्रवेश के लिए आवेदन किया है। छात्रों का कहना है कि वह किन्हीं कारणों से प्रवेश नहीं ले सके थे। ऐसे छात्रों को प्रवेश का मौका दिया जाएगा।
1 लाख 10 हजार से अधिक हुए प्रवेश।
विश्वविद्यालय के संबद्ध महाविद्यालयों में शनिवार रात 7 बजे तक 110132 प्रवेश हो चुके थे और 63805 का पंजीकरण शुल्क भी जमा हो गया था। सबसे ज्यादा 66085 प्रवेश बीए में ही हुए हैं। बीएससी में प्रवेश लेने वाले छात्रों की संख्या बढ़कर 26 हजार हो गई है।


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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-386 (साल-02)
2. सोमवार, सितंबर 6, 2021
3. शक-1984,सावन, कृष्ण-पक्ष, तिथि-चतुर्दशी, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 05:44, सूर्यास्त 07:10।
5. न्‍यूनतम तापमान -23 डी.सै., अधिकतम-36+ डी.सै.। बरसात की संभावना बनी रहेंगी।
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
7.स्वामी, प्रकाशक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित। प्रकाशित समाचार, विज्ञापन एवं लेखोंं से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं हैं। पीआरबी एक्ट के अंतर्गत उत्तरदायी।
8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102।
9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.-20110
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                     (सर्वाधिकार सुरक्षित)

शनिवार, 4 सितंबर 2021

अमेरिका में 1 लाख और लोगों की मौत, आशंका

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका में दिसंबर तक कोरोना की वजह से और एक लाख लोगों के मौत की आशंका जताई गई है। ये बुरी खबर खुद अमेरिका के सबसे बड़े डॉक्टर और नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीसेस के निदेशक डॉ. एंथनी फॉउची ने सीएनएन को दिए एक इंटरव्यू में दी है। उन्होंने कहा कि मरने वालों में ज्यादातर वो लोग होंगे जिन्होंने वैक्सीन नहीं लगवाई है। डॉ. फॉउची ने कहा कि यह गणना यूनिवर्सिटी ऑफ वॉशिंगटन के मॉडल पर आधारित है।

डॉ. फॉउची ने कहा कि हम जिस दौर से गुजर रहे हैं।उसकी सटीक गणना की जा सकती है। इन मौतों को टाला जा सकता है। हमें पता है, इन मौतों को टालने के लिए लोगों को वैक्सीन लगवाने को लेकर प्रेरित करना होगा, वैक्सीन ड्राइव तेजी से चलाना होगा। इस समय करीब 8 करोड़ अमेरिकी अब तक वैक्सीन नहीं लगवा पाए हैं। ये लोग कोरोना महामारी को दोबारा जन्म दे सकते हैं या फिर संक्रमण की दर को बढ़ा सकते हैं।

हायर एजुकेशन में 'टीचर्स डे' का आयोजन हुआ

कौशाम्बी। भरवारी स्थित एनडी ग्रुप ऑफ स्कूल एमजीएम ग्रुप ऑफ स्कूल के सभी संस्थानों और रिद्धि सिद्धि कॉलेज आफ हायर एजुकेशन में टीचर्स डे का आयोजन हुआ। संस्थान के सभी छात्र छात्राओं ने टीचर्स के सम्मान में आयोजित होने वाले कार्यक्रमों में बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया और टीचर्स भी बच्चों के द्वारा किए गए कार्यक्रमों में शामिल हुए एक गजब का उत्साह देखने को मिल रहा था। संस्थान के छात्र छात्राओं ने क्लास वाइज अपने अपने कार्यक्रम आयोजित किए थे जिसमें टीचर्स के द्वारा केक कटिंग की गई और करतल ध्वनि से टीचर्स का सम्मान बच्चो द्वारा किया गया।
गुरु शिष्य की परंपरा का सम्मान,एक दूसरे के प्रति आस्था,विश्वास,समर्पण का प्रतीक शिक्षक दिवस का आयोजन विद्यालय में बच्चों द्वारा आयोजित हुआ, संस्थान के शिक्षक बड़े अभिभूत दिखे।
केपीएस संस्थान की प्रधानाचार्य श्रीमती सीमा पवार ने शिक्षक दिवस के शुभ अवसर पर सभी टीचर्स को शुभकामनाएं दिया और विश्वास व्यक्त किया कि आप अपने शिक्षण के माध्यम से बच्चों को उच्च कोटि की शिक्षा प्रदान करेंगे। 
जिस से कि बच्चे आगे चलकर के देश का मान बढ़ाएंगे वही एनडी स्कूल एंड कॉलेज भरवारी कौशांबी के प्रधानाचार्य डॉक्टर मयंक कुमार मिश्रा ने अपने संदेश में कहा कि शिक्षक किसी भी शिक्षण संस्थान की नीव होता है। जो बच्चों के अंदर शिक्षा रूपी पौधों को आरोपित करता है। जिससे अभिसंचित हो कर के छात्र और छात्रा अपने परिवार का, समाज का ,देश का नाम रोशन करते हैं और अपने शिक्षा के माध्यम से समाज में अंधकार रूपी अशिक्षा को दूर करके समाज को ज्ञानमय करते हैं। जिसके माध्यम से बच्चे शिक्षित होकर के समाज हित में कार्य करते हैं।
संस्थान के चेयरमैन वर्तमान विधायक चायल संजय कुमार गुप्ता ने अपने संदेश में कहा कि छात्र एवं छात्राओं का शिक्षित होना उनका मूल अधिकार है और मेरा प्रयास है कि समाज में रहने वाले कोई भी छात्र अथवा छात्रा शिक्षा से दूर ना रह पाए क्योंकि शिक्षा एक ऐसा माध्यम होता है। जो कि सशक्त समाज, सशक्त राष्ट्र बनाने में मुख्य भूमिका का निर्वहन करता है। इसलिए सभी नागरिकों का मूल कर्तव्य है कि समाज में कोई भी छात्र-छात्रा शिक्षा से वंचित ना रह पाए।कार्यक्रम में आरपी चतुर्वेदी सर, अनुपमा जयसवाल, बद्री विशाल शुक्ला सर, वेद  कुमार ,विजय यादव सर ,एस चंद्र सर, अभिमन्यु पांडे ,रोहित कुमार, प्रद्युम्न कुमार ,आर पी तिवारी ,संतोष प्रजापति, शालू प्रजापति ,प्रदीप कुमार ,सचिन त्रिपाठी,आदि उपस्थित रहे।
गणेश साहू 

कार्यालय निकट स्कूल पर मनाया स्थापना दिवस

गोपीचंद      
बागपत। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल पंजीकृत का स्थापना दिवस 3 सितंबर 2021 को बड़े हर्षोल्लास के साथ जिला कार्यालय निकट नार्मल स्कूल बड़ौत पर मनाया गया। जिसमें 51 व्यापारियों और 11 समाज सेवको का सम्मान किया गया। अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष व्यापारी भूपेश बब्बर,  जिला महामंत्री अनुराग जैन, जिला कोषाध्यक्ष अमित चिकारा, जिला वरिष्ठ उपाध्यक्ष देवेंद्र पवार व समस्त पदाधिकारी गण द्वारा किया गया। जिला अध्यक्ष भूपेश बब्बर ने कहा कि सभी व्यापारियों को अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल के साथ एकजुटता से रह कर व्यापारि एकता को मजबयत करना हैं। जिससे हम सभी व्यापारी बड़ी से बड़ी समस्या के साथ बड़ी आसानी से लड़ सकें और कोई भी किसी प्रकार का व्यक्ति व्यापारियों पर हावी ना हो सके। एकता से ही व्यापारियों सम्मान बढ़ेगा।
कार्यक्रम में वरिष्ठ व्यापारी व समाज सेवी जमीरूद्दीन अब्बासी ने मंच के माध्यम से सभी व्यापारी वर्ग से आवाहन किया कि सभी व्यापारी भाई आपीसी सामुदायिक व राजैनतिक विचारधाराओं से ऊपर उठकर सिर्फ व्यापारी एकता के लिये ही एकजुट रहें और कहा कि सबसे पहले हम व्यापारी है और व्यापारी का वजूद व्यापर से ही है, अन्य किसी व्यवस्था से नहीं। अन्य व्यवस्थायें तो सिर्फ छण भंगुर व अस्थायी नहीं हैं। ऐसी व्यवस्थाओं के लिये हम अपने अस्तित्व को कमजोर न करें। कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि के रूप में श्री योगेश जिंदल का स्वागत किया गया कार्यक्रम की अध्यक्षता नरेंद्र जैन ने की व संचालन जिला प्रवक्ता राजीव तोमर ने किया।
कार्यक्रम में व्यापार मण्डल के सभी पदाधिकारी, सदस्य व नगर के मुख्य व्यापारी व समाज सेवी उपस्थित रहें।

बुजुर्ग महिला के जीवन को बेटे ने किया समाप्त

अतुल त्यागी         
हापुड़। आपको बता दें मामला जनपद हापुड़ के थाना बहादुरगढ़ क्षेत्र के गांव सिकंदर पुर का है। जहां बुजुर्ग महिला अपने बेटे और बहु के साथ रहती थी। सब कुछ ठीक चल रहा था। लेकिन मां को नहीं पता था उसी का बेटा अपनी पत्नी के साथ मिलकर उस की जीवन लीला को समाप्त किया।
संदिग्ध परिस्थितियों में एक महिला की मौत की खबर जैसे ही ग्रामीणों को पता चली तो काफी संख्या में एकत्रित लोग महिला के घर पहुंच गए। लेकिन महिला के मुंह से बह रहा खून लोगों को हजम नहीं हो रहा था शक की सुई लगातार बढ़ती जा रही थी। जब लोगों ने गहनता से पूछताछ की तो पता चला जिस बेटे को मां ने बड़े ही लाड प्यार से पाला था। उसी बेटे ने पत्नी के साथ मिलकर तकिए से मुंह दबाकर बुजुर्ग महिला को मौत के घाट उतार दिया।
जब महिला की मौत का राज पुलिस को पता चला तो पुलिस के पैरों तले जमीन खिसक गई। आनन-फानन में सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने अब जांच पड़ताल शुरू कर दी है। वही थाना इंचार्ज बहादुरगढ़ का कहना है। बुजुर्ग महिला के भाई की तरफ से तहरीर दी गई है। जांच पड़ताल के बाद वैधानिक कार्रवाई की जाएगी।

मेरठ: राष्ट्रपति भारत सरकार को एक ज्ञापन भेजा

सत्येंद्र पंवार       
मेरठ। देश की राजथानी दिल्ली यू पी और तमाम देश में आए दिन सामूहिक बलात्कार की घटनाएं आम हो गई हैं। केंद्र सरकार प्रदेश सरकार का नारा बेटी पढ़ाओ बेटी बचाओ धूमिल हो रहा है। केंद्र सरकार दिल्ली सरकार या यूपी सरकार या अन्य प्रदेशों की सरकार आंखें बंद कर दोषियों को सह दे रही हैं ?
बहुजन मुक्ति पार्टी ने जिलाधिकारी मेरठ द्वारा माननीय महामहिम राष्ट्रपति भारत सरकार को एक ज्ञापन भेज सीबीआई जाँच की माँग ओर परिवार वालों को एक करोड रुपये से मदद मांगी की।
बहुजन मुक्ति पार्टी के प्रदेश मीडिया प्रभारी एवं मेरठ मंडल अध्यक्ष आर डी गादरे ने प्रेस को बताया कि आज देश में बेटियाँ सुरक्षित नही हाल फिलहाल की घटना सबिया उर्फ  (राविया ) उम्र 21 पिता का नाम शमीद। बंकाबाला ठाकुरद्वारा मुरादाबाद उत्तरप्रदेश से दिल्ली संगम विहार में रहने लगे। राविया उर्फ सबिया के परिवार से हुई बातचीत अनुसार जिलाधिकारी के आफिस में लड़की संविदा पर जॉब करती थी। जॉब करते हुए अभी सिर्फ चार महीने हुए थे। 27/08/2021 की रात 8 बजे तक लड़की जॉब से घर नहीं लौटी। राविया के मां बाप ने पुलिस थाने भी जा कर देखा। हर जगह गए डीएम ऑफिस में जॉब करती थी। लड़की वालो को किसी से भी कोई मदद नहीं मिली। सुबह तक मां बाप ने रो रो कर इंतजार किया। 
किसी पर शक नही था, क्योंकि लड़की की किसी से दुश्मनी नहीं थी।  उसके साथ रेप हुआ बलात्कार नही सामूहिक बलात्कार किया और उसके साथ काम करने वाली लड़की भी शामिल हो सकती है। उसको काफी जगह चाकू घोंपा गया। उसके शरीर को नोचा गया। सीने को नोचा गया। दोनो स्तन को काट दिये गये। बहुजन मुक्ति पार्टी आवाहन करती है। अपने देश के नागरिकों से ओर अधिवक्ता समाज इस तरह के कैसो में लड़कियों को इंसाफ दिलाने में आगे आये। जिससे पुलिस असली गुनाहगारो को फांसी की सजा हो तथा राविया के परिवार वालों को एक करोड रुपये की सहयोग राशि दी जाए। बात यहां मुस्लिम या गैर मुस्लिम की नही हैं बल्कि एक बेटी एक बहन की हैं।
 इस तरह की हरकत करने वाले जानवरो को सजा दिलाने में और  उनकी औकात याद दिलाने में बहुजन मुक्ति पार्टी की सरकार लाना होगा।  जिससे 85% मूल निवासियों को हक अधिकार दिलाये जाये।  इस केस को दबाने के लिए निजामुद्दीन नामक व्यक्ति अपने आप को साबिया का पति बताकर अपने आप को हत्यारा बताकर पेश किया गया है। लेकिन जिस तरह से मॄतक शरीर की स्धिति मिली उससे जानकारी मिलती है कि बलात्कार नही सामूहिक बलात्कार कर हत्या की गयी। साबिया उर्फ राविया की हत्या मे आला अधिकारियों का हाथ होने का भी संदेह है। इस तरह की घटाएँ भारतीय संस्कृति पर धब्बा है। बहुजन मुक्ति पार्टी सी बी आई जाँच की माँग करती है और गुनाहगारों को फांसी की सजा की मांग करती है।  जिलाध्यक्ष ओमबीर सिंह सूफी, अमजद अली अन्सारी, मेरठ दक्षिण विधान सभा संगठन मंत्री  परवाना मेरठी एड अतर सिंह गुप्ता, एडवोकेट तौफीक हकीमुद्दीन, काज़िम अहमद, रामकुमार बौद्ध एड सलीम खान, संजय कुमार, महमूद महाराज सैफी, सोहनबीर सिंह, मोहन कुशवाहा, राकेश कुमार, चौ शहजाद, शादाब आरिफ, खुर्शीद आलम, मेरठ महानगर प्रभारी एड अशफाक सैफी एड शरीफ़ सैफी आदि ने मा. राष्ट्रपति महोदय न्यायालय से न्याय देने की मांग की।

कांग्रेस टिकट किसी को नही जाने देगा शाह परिवार

राणा ओबराय          
पानीपत। युवा नेता बिक्रम शाह के मित्रो के अनुसार पानीपत शहरी सीट पर शाह परिवार कांग्रेस टिकट किसी और को नही जाने देगा। 
पिछली बार भी बुल्लेशाह के चुनाव न लड़ने के कारण कांग्रेस की टिकट गैर शाह परिवार में चली गयी थी। बिक्रम के दोस्तो की माने तो पूर्व मंत्री बलबीरपाल शाह के आशीर्वाद से उनके पुत्र बिक्रम शाह को चुनाव लड़ाने का हमने पूरी तरह से मन बना लिया है। मिली जानकारी के अनुसार बिक्रम शाह अब की बार चुनाव अवश्य लड़ेंगे चाहे उसे आजाद प्रत्याशी के तौर पर ही चुनाव लड़ना पड़े। पूरे प्रदेश औऱ पानीपत की जनता पूर्व मंत्री बलबीर शाह की ईमानदारी के बारे में भली भांति जानती है। जिसका पूरा लाभ बिक्रम शाह को चुनाव लड़ने के मौके पर मिल सकता है। बिक्रम के दोस्तो को पूरा विश्वास है कि अब की बार पानीपत शहरी सीट से बिक्रम ही विधायक बनेगा?

गोली चलाने की कई घटनाओं में चार लोगों की मौंत

काबुल। अफगानिस्तान में तालिबान आतंकवादियों द्वारा हवा में गोली चलाने की कई घटनाओं में चार लोगों की मौत हो गयी और सात अन्य घायल हो गये। एक चिकित्सा सूत्र ने शनिवार को स्पूतनिक को यह जानकारी दी। प्रत्यक्षदर्शियों ने शुक्रवार को बताया कि गोलीबारी कई प्रांतों में हुई।
गोलीबारी के बाद काबुल के निवासियों को लगा कि दोबारा लड़ाई शुरू हो गयी, लेकिन तालिबान ने दावा किया कि वे पंजशीर प्रांत पर कब्जा करने का जश्न मनाने के लिए गोलीबारी कर रहे थे, हालांकि प्रतिरोधी बलों ने इसे नकार दिया है। तालिबानी नेताओं ने अफगानियों के बीच बढ़ती चिंताओं के मद्देनजर अपने सदस्यों से गोलीबारी बंद करने का आह्वान किया।
चिकित्सा सूत्र ने बताया कि कल देर रात हवा में हुई गोलीबारी में चार लोगों की मौत हो गयी और सात अन्य घायल हो गये। काबुल पुलिस के एक सूत्र ने शुक्रवार को बताया कि तालिबान ने पंजशीर पर कब्जा कर लिया है। समूह के प्रवक्ता ने भी प्रांत पर तालिबान के पूर्ण नियंत्रण की पुष्टि की।
अफगानिस्तान के उपराष्ट्रपति अमरुल्ला सालेह, जिन्होंने खुद को राष्ट्रपति घोषित किया है, और प्रतिरोधी नेता अहमद मसूद ने हालांकि इससे इनकार किया। उन्होंने बाद में अपने कानों को हाथों से ढके डरे हुए बच्चों की एक तस्वीर साझा की।

4 निरीक्षकों के तत्काल प्रभाव से स्थानांतरण किएं

पंकज कपूर।  
हल्द्वानी। एसएसपी प्रीति प्रियदर्शिनी ने शुक्रवार देर रात चार उप निरीक्षकों के तत्काल प्रभाव से स्थानांतरण कर दिए है।
उप निरीक्षक सतीश शर्मा चौकी टीपी नगर से वरिष्ठ उपनिरीक्षक थाना भवाली
उप निरीक्षक इंद्रजीत सिंह थाना हल्द्वानी से चौकी प्रभारी टीपी नगर
उप निरीक्षक प्रकाश मेहरा वरिष्ठ उपनिरीक्षक थाना भवाली से थाना हल्द्वानी। 

लाल तप्पड़ के बिरोजा फैक्ट्री में लगी भीषण आग

पंकज कपूर       
देहरादून। डोईवाला के औद्योगिक क्षेत्र लाल तप्पड़ में बिरोजा फैक्ट्री में लगी भीषण आग। पुलिस व दमकल विभाग की टीमें पहुंची मौके पर आग पर काबू पाने के लिए दमकल विभाग का रेस्क्यू जारी ,खुराना ब्रदर्स के नाम पर स्थित है। लाल तप्पड़ में प्लांट ,आग से नुकसान का अभी तक नही आंकलन ,आग लगने के कारणों का पता नही ।लिंक क्लिक करें।


1 दशक देश के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण

अकांशु उपाध्याय        
नई दिल्ली। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि अगला एक दशक देश के विकास के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है इसलिए पुलिस अनुसंधान एवं विकास ब्यूरो (बीपी आर एंड डी) को पुलिस बलों को आंतरिक और बाहरी सुरक्षा चुनौतियों से निपटने में हर तरह से सक्षम बनाने की दिशा में तेजी से काम करने की जरूरत है।
अमित शाह ने आज यहां बीपी आर एंड डी के 51 वें स्थापना दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में अपने संबोधन में कहा कि देश की आंतरिक सुरक्षा की जिम्मेदारी पुलिस के हाथों में है जबकि विभिन्न केंद्रीय पुलिस बल सीमाओं की निगरानी मुस्तैदी से कर रहे हैं।
उन्हें यह कहने में कोई संकोच नहीं है की देश बहुत सलामत हाथों में है। उन्होंने कहा कि भारत बहुत तेजी से 50 खरब रुपए की अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में आगे बढ़ रहा है और इसे आगे बढ़ने से रोकने के लिए विभिन्न स्तर पर प्रयास किए जा सकते हैं।
उन्होंने कहा कि ऐसे में हमारे पुलिस बालों को बढ़ती और निरंतर बदलती चुनौतियां से निपटने के लिए हमेशा मुस्तैदी और ताकत के साथ तैयार रहना होगा। उन्होंने कहा कि ब्यूरो को इस मामले में राज्यों की पुलिस और केंद्रीय पुलिस बलों को हर तरह से सक्षम बनाकर तथा उनकी क्षमता निर्माण करने में आगे बढ़कर महत्वपूर्ण भूमिका निभानी चाहिए।

लोगों के एकत्रित होने पर लगाई गई पाबंदी जारी

श्रीनगर। अलगाववादी नेता सैयद अली शाह गिलानी के निधन के बाद कश्मीर घाटी के ज्यादातर हिस्सों में लोगों के एकत्रित होने पर लगाई गई पाबंदी जारी है। वहीं मोबाइल इंटरनेट सेवाएं शनिवार सुबह फिर बंद कर दी गयीं। गत रात को इंटरनेट सेवाएं बहाल की गयी थी। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
गिलानी (91) का लंबी बीमारी के बाद बुधवार रात को यहां उनके आवास में निधन हो गया था। जम्मू कश्मीर में तीन दशक से अधिक समय तक अलगाववादी मुहिम का नेतृत्व करने वाले और पाकिस्तान समर्थक अलगाववादी नेता को उनके आवास के समीप एक मस्जिद में सुपुर्द-ए-खाक किया गया। उनके निधन के बाद घाटी में एहतियात के तौर पर पाबंदियां लगायी गयीं।
अधिकारियों ने बताया कि घाटी के ज्यादातर हिस्सों में लोगों के एकत्रित होने पर पाबंदियां लगी हुई हैं लेकिन कुछ हिस्सों में लोगों की आवाजाही में ढील दी गयी है। श्रीनगर के पुराने इलाके और हैदरपुरा में पाबंदियां जारी हैं। गिलानी हैदरपुरा के रहने वाले थे।
उन्होंने बताया कि यहां हैदरपुरा इलाके में गिलानी के आवास तक जाने वाली सड़कें बंद हैं और लोगों की आवाजाही को रोकने के लिए अवरोधक लगाए गए हैं। अधिकारियों ने बताया कि कानून एवं व्यवस्था को बनाए रखने के लिए बड़ी तादाद में सुरक्षाबलों को तैनात किया गया है। इंटरनेट सेवाओं और मोबाइल टेलीफोन सेवाओं को दो दिन तक बंद रखने के बाद शुक्रवार रात को बहाल किया गया। हालांकि मोबाइल इंटरनेट सेवाओं को शनिवार सुबह फिर से बंद कर दिया गया।

अनुसंधानकर्ताओं द्वारा मॉड्यूलर उपकरण बनाया


बेंगलुरु। भारतीय विज्ञान संस्थान (आईआईएससी) और भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के अनुसंधानकर्ताओं ने एक सर्व सुविधायुक्त, आत्मनिर्भर एवं मॉड्यूलर (जिसमें अनेक हिस्से होते हैं) उपकरण बनाया है। जो सूक्ष्मजीवों को विकसित करने में मददगार होगा। इस उपकरण की मदद से वैज्ञानिक बाह्य अंतरिक्ष में जीव विज्ञान संबंधी प्रयोग करने में सक्षम हो सकेंगे।
बेंगलुरु स्थित आईआईएससी की ओर से जारी एक वक्तव्य में बताया गया कि ‘एक्टा एस्ट्रोनॉटिका’ में प्रकाशित अध्ययन में अध्ययन दल ने दिखाया कि ‘स्पोरोसारसिना पास्चराई’ नाम के जीवाणु के विकास पर नजर रखने और उसे उत्प्रेरित करने के लिए उपकरण का किस तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है, वह भी इस तरह जिसमें मानवीय दखल कम से कम हो।
इसमें बताया गया कि इस तरह के जीवाणु कठोर पर्यावरण में किस प्रकार का व्यवहार करते हैं, यह समझने पर मानव अंतरिक्ष मिशन मसलन इसरो द्वारा नियोजित भारत के पहले मानव वाले अंतरिक्ष यान ‘गगनयान’ के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी मिल पाएगी। इस अध्ययन से जुड़े वरिष्ठ अध्ययनकर्ता एवं मैकेनिकल इंजीनियरिंग विभाग के सहायक प्राध्यापक कौशिक विश्वनाथन ने कहा कि इसके पूरी तरह से सर्व सुविधायुक्त होने की जरूरत है, जिसकी किसी और पर निर्भरता नहीं हो।
इसके अलावा सामान्य प्रयोगशाला की तरह आप समान संचालन परिस्थितियों की उम्मीद नहीं कर सकते।” आईआईएससी और इसरो के दल द्वारा तैयार किए गए उपकरण में जीवाणु विकास पर नजर रखने के लिए एलईडी और फोटोडाओड सेंसर है। इसमें भिन्न प्रयोगों के लिए विविध कक्ष हैं और प्रत्येक कक्ष से डेटा एकत्रित और सुरक्षित किया जाएगा।


अपने देश को सोने और चांदी के पदक दिलवाएं

टोक्यो। जापान की राजधानी टोक्यो में आयोजित किए जा रहे पैरालंपिक में भारतीय निशानेबाज मनीष नरवाल और सिंहराज ने कमाल का प्रदर्शन करते हुए अपने देश को सोने और चांदी के पदक दिलवाए। मनीष ने शानदार प्रदर्शन करते हुए पुरुषों की 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा एसएच-1 में गोल्ड मेडल जीता। इसी स्पर्धा में सिंहराज अडाना ने बेहतरीन निशाना साधते हुए रजत पदक के ऊपर अपना कब्जा जमाया।
भारतीय निशानेबाज मनीष ने फाइनल मुकाबले में 218.2 का स्कोर दर्ज किया, जबकि सिंहराज ने 216.77 और प्राप्त करते हुए सिल्वर मेडल हासिल किया। इस स्पर्धा में रूस ओलंपिक समिति के सह सर्जेई मालिशेव ने 196.8 के साथ कांस्य पदक प्राप्त किया। क्वालिफिकेशन में सिंहराज 536 अंकों के साथ चौथे स्थान पर रहे थे। जबकि मनीष नरवाल 533 अंकों के साथ सातवें नंबर पर रहे। मनीष ने टोक्यो पैरा ओलंपिक में भारत को तीसरा स्वर्ण पदक दिलाने में सफलता प्राप्त की है। इससे पहले भारत की अवनी लेखरा और सुमित अंतिल भारत के लिए सोना जीत चुके हैं। यदि भारतीय निशानेबाज सिंहराज की बात की जाए तो उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में अपना दूसरा पदक जीता है। इससे पहले सिंहराज ने 10 मीटर एयर पिस्टल एसएच-1 स्पर्धा में कांस्य पदक जीता था। उनके अवाला अवनि लेखरा भी दो पदक जीत चुकी हैं जिनमें एक स्वर्ण और एक ब्रांज मेडल शामिल है।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...