शुक्रवार, 3 सितंबर 2021

यूके: लक्ष्यों को पूरे करने का काम अभियान चलेगा

पंकज कपूर           
देहरादून। राज्य में अगले 30 दिनों में स्वरोजगार से जुड़ी योजनाओं के निर्धारित लक्ष्यों को समय से पूरे करने का काम अभियान के रूप में चलेगा। युवाओं को स्वरोजगार से जोड़ने और उनकी विभिन्न समस्याओं के समाधान के लिए सभी जनपदों में ’स्वरोजगार शिविर’ लगाये जायेंगे।
इन शिविरों में जिला स्तरीय अधिकारी एवं बैंक के अधिकारी स्वरोजगार से जुड़ी योजनाओं की जानकारी देने के साथ ही मौके पर ही आवेदकों की समस्याओं का समाधान करेंगे। इस माह 30 सितम्बर से पहले ये शिविर आयोजित कर लिए जाऐंगे। शिविरों के आयोजन का रोस्टर सभी जिलों के मुख्य विकास अधिकारियों ने शासन को उपलब्ध करवा दिया है। ताजा खबरों के लिए 
प्रदेश में स्वरोजगार की योजनाओं के आवेदनों के निस्तारण के लिए मुख्यमंत्री धामी के निर्देशानुसार पूरे प्रदेश में कार्यवाही शुरू हो गई है। प्रदेश के सभी 13 जिलों में 30 सितम्बर से पहले स्वरोजगार शिविर आयोजित होंगे। 
बीते 5 अगस्त को समीक्षा बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने स्वरोजगार योजनाओं के जुड़े आवेदकों के ऋण की प्रक्रिया यथाशीघ्र पूरी करने के निर्देश दिए थे। उनके निर्देश के बाद सभी जनपदों में विकासखंड स्तर पर स्वरोजगार शिविरों के आयोजन का रोस्टर तैयार कर लिया गया है।
इसके तहत अलग-अलग स्थानों में अल्मोड़ा जनपद में 45, उत्तरकाशी में 11, चमोली में 9, देहरादून में 16, टिहरी गढ़वाल में 9, पौड़ी गढ़वाल में 15 तथा जनपद रुद्रप्रयाग में 7 स्वरोजगार शिविरों का आयोजन किया जाएगा। इसके अलावा जनपद उधमसिंहनगर में 11, पिथौरागढ़ में 21, बागेश्वर में 16, हरिद्वार में 13, नैनीताल 28 और चंपावत में 39 स्वरोजगार शिविर लगेंगे।

सोने के दाम में 4 दिनों से लगातार गिरावट देखी गई

कविता गर्ग                
मुबंई। सोने के दाम में पिछले दिनों काफी वृद्धि के बाद अब सोने के दामों में गिरावट आ रही है। सोना फिर सस्ता हो गया है। सोने के दाम में पिछले 4 दिनों से लगातार गिरावट देखी जा रही है।
अगर आप भी सोना खरीदना चाहते है तो गिरते रेट के अनुसार आप सोना खरीद सकते हैं जाने 10 ग्राम सोने की नए रेट।
30 अगस्त को सोने के दाम में 199 रुपये की गिरावट आई थी जिसके बाद 10 ग्राम सोने की कीमत 46389 रुपये हो गई थी।
31 अगस्त को सोने के दाम में 100 रुपये की गिरावट आई थी जिसके बाद 10 ग्राम सोने की कीमत 46,272 रुपये हो गई थी।
1 सितंबर को सोने के दाम में 6 रुपये की गिरावट आई थी जिसके बाद 10 ग्राम सोने की कीमत 46,123 रुपये हो गई थी।
2 सितंबर को सोने के दाम में 28 रुपये की गिरावट आई थी जिसके बाद 10 ग्राम सोने की कीमत 46,193 रुपये हो गई है।

गाइडलाइन के अनुसार आयोजित होगा महोत्सव

पंकज कपूर          
नैनीताल। आगामी 11 से 17 सितम्बर तक होने वाला नन्दा देवी महोसत्व शासन द्वारा जारी कोविड गाइडलाइन के अनुसार आयोजित होगा। यह बात जिलाधिकारी धीराज सिंह गर्ब्याल ने नन्दा देवी मेला आयोजन समिति के पदाधिकारियों की बैठक लेते हुए कही।
श्री गर्ब्याल ने कहा कि कदली वृक्ष के साथ नगर भ्रमण नहीं होगा, साथ ही मेले के दौरान भण्डारा एवं प्रसाद वितरण भी नहीं होगा। उन्होंने कहा कि नन्दा देवी महोत्सव के अन्तिम दिन डोला नगर भ्रमण नहीं किया जायेगा, साथ ही जिलाधिकारी श्री गर्ब्याल ने कहा कि मन्दिर दर्शन के दौरान कोविड गाइड लाइन का पूर्ण अनुपालन किया जायेगा। सीमित संख्या में मन्दिर परिसर के अन्दर श्रद्धालुओं का प्रवेश होगा। उन्होंने कहा कि मन्दिर परिसर के अन्दर कोविड नियमों का पूर्ण पालन करते हुए दर्शन कराये जायेंगे साथ ही मास्क, सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण पालन सुनिश्चि होगा। देर सांय जिलाधिकारी श्री गर्ब्याल ने सम्बन्धित अधिकारियों के साथ मन्दिर परिसर का भ्रमण किया और मन्दिर समिति के पदाधिकारियों के साथ वार्ता कर आवश्यक दिशा-निर्देश दिये।
उन्होंने कहा कि मेले के दौरान कोविड गाइड लाइन का पूर्ण अनुपालन कराना सुनिश्चित करें। उन्होंने लोनिवि व जल संस्थान, पर्यटन, पुलिस विभाग के अधिकारियो को व्यवस्थाऐं सुनिश्चित करने के निर्देश दिये।
बैठक एवं भ्रमण के दौरान पुलिस अधीक्षक देवेन्द्र पिंचा, संयुक्त मजिस्टेªट प्रतीक जैन, ईओ नगर पालिका एके वर्मा, पर्यटन अधिकारी अरविन्द गौड, अधिशासी अभियंता संतोष कुमार उपाध्याय, मेला समिति के अध्यक्ष मनोज साह, महासचिव जगदीश बवाडी, विमल चौधरी, गिरीश चन्द्र जोशी, देवेन्द्र लाल साह, कमलेश ढौडियाल, मुकेश जोशी मन्टू, हिमांशु जोशी, गोपाल रावत, हरीश राणा आदि मौजूद थे।

अफगानिस्तान में सरकार का ऐलान करेगा तालिबान

काबूल। अफगानिस्तान फतह करने के बाद तालिबान आज सरकार का ऐलान कर सकता है। जो कमोबेश ईरानी मॉडल पर होगा। माना जा रहा है कि आज जुमे की नमाज के बाद तालिबान अफगानिस्तान में सरकार का ऐलान करेगा। जिसके सर्वेसर्वा हिबतुल्लाह अखुंदजादा होगा। सरकार के ऐलान से ठीक पहले तालिबान ने बताया है कि आखिर वह किसकी मदद से अफगानिस्तान को संकट से उबारेगा। तालिबान ने कहा है कि वह चीन से आर्थिक मदद के सहारे देश की हालत सुधारने की कोशिश कर रहा है, क्योंकि चीन ही उसके लिए सबसे भरोसेमंद सहयोगी है।
तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने कहा कि तालिबान चीन को सबसे अहम भागीदार के रूप में देखता है और मुख्य रूप से चीन से फंडिंग पर निर्भर होगा।जबीउल्लाह मुजाहिद ने इटली के एक अखबार को दिए इंटरव्यू में चीन के करीबी रिश्तों का इजहार किया। मुजाहिद ने कहा कि अफगानिस्तान की आर्थिक हालत काफी खराब है और उन्हें देश चलाने के लिए आर्थिक मदद की दरकार है। उन्होंने स्वीकारा कि शुरुआती तौर पर हम चीन की मदद से आर्थिक हालात सुधारने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रवक्ता ने कहा कि चीन हमारे लिए एक मौलिक और असाधारण अवसर का प्रतिनिधित्व करता है, क्योंकि वह निवेश करने और हमारे देश के पुनर्निर्माण के लिए तैयार है। मुजाहिद ने यह भी कहा कि चीन की महत्वकांक्षी योजना वन बेल्ट वन रोड को तालिबान काफी तवज्जो देता है। बता दें कि कुछ दिन पहले तालिबान में नंबर दो माने जाने वाले मुल्ला अब्दुल गनी बरादर ने बीजिंग का दौरा किया था। इस दौरान चीन के विदेश मंत्री से बातचीत की थी। अब इस दौरे का नतीजा तालिबान के गुरुवार को दिए बयान से साफ हो रहा है। अफगानिस्तान में करीब 200 लाख करोड़ की खनिज संपदा है, जिस पर चीन नजर गड़ाए है।
दरअसल, तालिबान चीन को भरोसा दिला चुका है कि वो उइगर मुस्लिमों के कट्टरपंथी तत्वों पर नकेल कसकर रखेगा। अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल चीन के खिलाफ नहीं किया जा सकेगा। हालांकि, तालिबान ने भारत समेत पूरी दुनिया को यह भरोसा दिलाने की कोशिश की है कि अफगानिस्तान की सरजमीं का इस्तेमाल किसी मुल्क के खिलाफ नहीं किया जा सकेगा।
तालिबान का चीन ही एक मात्र सहारा
अफगानिस्तान में तालिबान राज के बाद दुनिया के अन्य देशों से आने वाली सहायता राशि या तो कम या बंद हो गई है। मनी ट्रांसफर जैसी सुविधा भी बंद हो गई है। लोगों को मजबूरी में अपने गहने बेचने पड़ रहे हैं। अमेरिका ने अफगानिस्तान के लिए अपनी तिजोरी में ताला जड़ दिया है, वहीं आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक ने भी उसकी वित्तीय सहायता को रोक दिया है।
दरअसल, तालिबान चीन को भरोसा दिला चुका है कि वो उइगर मुस्लिमों के कट्टरपंथी तत्वों पर नकेल कसकर रखेगा। अफगानिस्तान की जमीन का इस्तेमाल चीन के खिलाफ नहीं किया जा सकेगा। हालांकि, तालिबान ने भारत समेत पूरी दुनिया को यह भरोसा दिलाने की कोशिश की है कि अफगानिस्तान की सरजमीं का इस्तेमाल किसी मुल्क के खिलाफ नहीं किया जा सकेगा।
तालिबान का चीन ही एक मात्र सहारा
अफगानिस्तान में तालिबान राज के बाद दुनिया के अन्य देशों से आने वाली सहायता राशि या तो कम या बंद हो गई है। मनी ट्रांसफर जैसी सुविधा भी बंद हो गई है। लोगों को मजबूरी में अपने गहने बेचने पड़ रहे हैं। अमेरिका ने अफगानिस्तान के लिए अपनी तिजोरी में ताला जड़ दिया है, वहीं आईएमएफ और वर्ल्ड बैंक ने भी उसकी वित्तीय सहायता को रोक दिया है।
पाकिस्तान की तरह अफगान को फंसाएगा चीन
बीते कुछ सालों में पाकिस्तान भी चीन की ओर आकर्षित हुआ है या यूं कहें ड्रैगन ने उसे अपनी जाल में फंसाया है। मध्य एशिया क्षेत्र में अपने नापाक मंसूबों को पूरा करने के लिए चीन इन देशों के साथ दोस्ती का हाथ बढ़ा रहा है, ताकि उसका दबदबा इस क्षेत्र में बढ़ जाए और वह सुपर पावर अमेरिका को टक्कर दे सके। चीन पाकिस्तान में कई परियोजना को स्पॉन्सर कर रहा है, इतना ही नहीं इमरान सरकार को कर्ज भी देता रहा है।

ट्यूशन पढ़ाने वाले अध्यापक ने बच्चे को पीटा, मौंत

हरिओम उपाध्याय            
लखनऊ। देश के सबसे बड़े राज्य यूपी के मथुरा में एक बच्चे को ट्यूशन पढ़ाने वाले अध्यापक ने इस तरह पीटा की उसकी मौत हो गई। पिटाई के पश्चात् बच्चे की सेहत अचानक बिगड़ गई थी, उसे आगरा ले जाया गया जहां उपचार के समय ही उसकी मौत हो गई थी। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है तथा अपराधी अध्यापक को गिरफ्तार कर लिया है।
दरअसल, मथुरा के थाना बलदेव क्षेत्र के रदोई गांव में 12 साल के शिवम को ट्यूशन पढ़ाने वाली अध्यापक द्वारा की गई पिटाई से मौत हो जाने का मामला सामने आया है। शिवम के परिवार वालों ने अध्यापक द्वारा पिटाई से उसकी मौत हो जाने का आरोप लगाया है। शिवम पड़ोस में रहने वाले अध्यापक केशव से ट्यूशन पढ़ने जाया करता था। दो-तीन दिन पूर्व शिवम को बुखार आया था, जिसकी वजह से वह ट्यूशन नहीं गया। कहा जाता है कि ट्यूशन पढ़ाने वाले अध्यापक द्वारा उसकी पिटाई कर दी गई थी, जिसकी वजह से उसकी सेहत और अधिक खराब हो गई।
वही उसे इलाक़ के लिए आगरा में एडमिट कराया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। बालक की मौत से परिवार के लोगों में भारी आक्रोश व्याप्त है। बालक के परिजन अपराधी अध्यापक के खिलाफ कार्रवाई की मांग कर रहे हैं। वहीं पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर लिया है। मृत बालक के परिवार वालों का कहना है कि वह ट्यूशन गया था, जहां उसकी पिटाई की गई, जिससे उसकी उपचार के दौरान मौत हो गई।

जांच कर रहे अधिकारियों को तलब किया जाएगा

मिनाक्षी लोढी         
कोलकाता। बता दें कि सुजय दास सोनारपुर में एक बीजेपी नेता की हत्या के मामले में जांच अधिकारी हैं। सीबीआई सूत्रों के मुताबिक इस बार हर मामले की जांच कर रहे राज्य अधिकारियों को चरणबद्ध तरीके से तलब किया जाएगा। राज्य के जांच अधिकारियों से चुनाव के बाद हुई हिंसा के मामलों पर कई अहम जानकारियां हासिल की जा सकती है। सीबीआई किसको गिरफ्तार किया गया, किसे गिरफ्तार नहीं किया गया। उन्हें गिरफ्तार क्यों नहीं किया गया। राज्य के जांच अधिकारियों से राज्य पुलिस के हाथ में क्या सबूत आए, इसका ब्योरा जानना चाहती है।
बता दें कि सीबीआई टीम सबसे पहले हिंसा में मारे गए बीजेपी कार्यकर्ता अभिजीत सरकार के घर जाकर उसके भाई से मिली थीं और बाद में उन्हें अपने साथ बयान दर्ज करवाने के लिए निजाम पैलेस ले गई थी। अभिजीत सरकार की इसी साल बंगाल चुनाव के नतीजों के बाद 2 मई को बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। अभिजीत सरकार के बड़े भाई विश्वजीत सरकार ने सीबीआई कार्यालय पहुंच कर कई सबूत सीबीआई अधिकारियों को दिए थे। परिवार का आरोप था कि कोलकाता पुलिस उनकी एफआईआर तक नहीं दर्ज कर रही थी। कोलकाता हाईकोर्ट के आदेश के बाद अभिजीत के शव का दोबारा पोस्टमॉर्टम कराया गया था। बाद में कोलकाता हाईकोर्ट के आदेश पर ही डीएनए टेस्ट भी कराया गया था। प्रदेश के अधिकारियों की मदद के लिए दिल्ली से टीमें भेजी गई हैं और मुख्यालय के कई अधिकारी कोलकाता में मौजूद हैं और विधानसभा चुनाव के बाद जिस जिले में भी हिंसा की खबर है वहां सीबीआई की टीम गई है और अभी तक उसने कुल 34 एफआईआर दर्ज किए हैं। इसमें हत्या के मामले हैं और हत्या का प्रयास व बलात्कार के मामले भी हैं। इससे पहले हाल के दिनों में सीबीआई की ऐसी सक्रियता और इतने बड़े पैमाने का अभियान देखने को नहीं मिला था।

मास्क न पहनने पर 1 जवान को बेरहमी से पीटा

रांची। हम सभी को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करना चाहिए। लेकिन फिर भी बहुत से लोग मास्क ठीक से नहीं पहनते। ऐसे में सजा के तौर पर जुर्माने का प्रावधान है। लेकिन सोशल मीडिया पर एक ऐसा वीडियो वायरल हो रहा है। जिसे देखकर लोगों में आक्रोश फैल गया है।यह घटना झारखंड की है। जहां मास्क न पहनने पर स्थानीय पुलिस ने भारतीय सेना के एक जवान को बेरहमी से पीटा। जब मामला सुर्खियों में आया तो जवान को पीटने वाले पुलिसवालों के खिलाफ कार्रवाई की गई।
यह मामला झारखंड के चतरा जिले का है। जहां बुधवार को मास्क न पहनने पर भारतीय सेना के एक जवान को पुलिसकर्मियों ने बेरहमी से पीटा। 
दरअसल, मयूरहुंड प्रखंड के कर्मा चौक पर मास्क चेकिंग अभियान के दौरान पुलिस ने पवन कुमार यादव (सेना के जवान) को मास्क नहीं पहनने पर रोका था। इसके बाद उन्होंने उसे बुरी तरह से मारना शुरू कर दिया। बाद में चश्मदीद ने इस बात की पुष्टी की कि मास्क पहनने के लिए कहने के बजाय पुलिसकर्मियों ने उसके साथ दुर्व्यवहार करना शुरू कर दिया, और उसके बाइक की चाबी छीन ली, जिसका पवन ने खूब विरोध किया। 
एसपी राकेश रंजन ने टीओआई से कहा मुझे इस मामले की जानकारी वायरल वीडियो से हुई। यह वीडियो सोशल मीडिया के अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स से शेयर किया जा रहा है। इस 22 सेकंड के क्लिप में देखा जा सकता है कि कुछ पुलिसवाले मिलकर मास्क न पहनने पर एक जवान को लाठी, डंडों और लातों व घूंसों से पीट रहे हैं। विडंबना तो यह है कि उसे पिटाने वाले पुलिसकर्मियों ने खुद मास्क ठीक से नहीं पहना है। जब गांव के लोगों ने इस हरकत का विरोध किया तो पुलिस के खिलाफ मयूरहंद थाने में केस दर्ज किया गया है। चतरा के पुलिस अधीक्षक राकेश रंजन ने कहा, मैंने डीएसपी मुख्यालय से जांच करने को कहा है। हालांकि, दोनों पक्षों की गलती थी, हमने एक हेड कांस्टेबल और दो कांस्टेबल को निलंबित कर दिया है। चाहे वह सेना का जवान हो या आम आदमी, पुलिसकर्मियों से इस तरह के व्यवहार की उम्मीद नहीं की जाती है।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...