बुधवार, 1 सितंबर 2021

परिवर्तन यात्रा को सफल बनाने का आह्वान किया

अकांशु उपाध्याय         
नई दिल्ली। कांग्रेस पार्टी की तीन सितंबर से शुरू हो रही परिवर्तन यात्रा को लेकर कांग्रेस के प्रदेश महासचिव एवं वरिष्ठ अधिवक्ता गोविंद बिष्ट ने पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ बैठक लेते हुए परिवर्तन यात्रा को सफल बनाने का आह्वान किया।
तीन सितंबर को खटीमा विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस की परिवर्तन यात्रा शुरू हो रही है, जिसमें कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष गणेश गोदियाल, प्रदेश प्रभारी देवेंद्र यादव, पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत व नेता प्रतिपक्ष प्रीतम सिंह समेत तमाम बड़े नेता और पदाधिकारी मौजूद रहेंगे चार सितंबर को परिवर्तन यात्रा हल्द्वानी पहुचने जा रही है। जिसको लेकर कांग्रेस के प्रदेश महासचिव एवं वरिष्ठ एडवोकेट गोविंद बिष्ट ने कार्यकर्ताओं से कहा है कि भारी से भारी संख्या में परिवर्तन यात्रा में पहुंचकर भाजपा सरकार के खिलाफ एकजुट होना है।
गोविंद बिष्ट ने कहा कि प्रदेश के अंदर महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी, बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था, किसान आंदोलन जैसे कई अहम मुद्दे है, जिसको लेकर परिवर्तन यात्रा में कांग्रेस पार्टी जनता के बीच जा रही है। निश्चित तौर पर आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उत्तराखंड की सत्ता में काबिज होगी।

अभिनेत्री को खार हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया

कविता गर्ग          
मुंबई। गुजरे जमाने की मशहूर अदाकारा सायरा बानो को निम्न रक्तचाप की शिकायत के बाद इस सप्ताह के शुरु में यहां एक अस्पताल के गहन चिकित्सा कक्ष (आईसीयू) में भर्ती कराया गया था और अब वह ठीक हैं। अस्पताल के एक अधिकारी ने बुधवार को यह जानकारी दी। अधिकारी ने बताया कि 77 वर्षीय अभिनेत्री को तीन दिन पहले खार हिंदुजा अस्पताल में भर्ती कराया गया। जुलाई में सायरा बानो के पति और प्रख्यात अभिनेता दिलीप कुमार का निधन हो गया था।
अधिकारी ने बताया, ”निम्न रक्तचाप के कारण उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया है। उन्हें तीन दिन पहले अस्पताल लाया गया था। वह अब ठीक हैं और काफी बेहतर हैं। चिंता की कोई बात नहीं है।” अस्पताल के अधिकारी ने कहा कि उन्होंने मंगलवार को अदाकारा से बात की थी। अधिकारी ने कहा कि यह कोविड-19 समर्पित अस्पताल नहीं है।
महामारी के मद्देनजर अदाकारा की कोविड-19 की जांच की गयी लेकिन संक्रमण की पुष्टि नहीं हुई। सायरा बानो ने ‘जंगली’ फिल्म से शुरुआत की थी और उन्होंने कई फिल्मों में यादगार भूमिका अदा की। अदाकारा को एक या दो दिन में अस्पताल से छुट्टी दिए जाने की संभावना है। सायरा बानो के पति दिलीप कुमार का लंबे समय से अस्वस्थता के कारण 98 साल की उम्र में सात जुलाई को निधन हो गया था।

क्षेत्र में काम कर रहे वर्कर्स के लिए एक पहल की

अकांशु उपाध्याय              
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने असंगठित क्षेत्र में काम कर रहे वर्कर्स के लिए एक पहल की है। जिसका नाम है ई-श्रम कार्ड. ई-श्रम एक सरकारी पोर्टल है। जहां संगठित क्षेत्रों में काम कर रहे लोगों को अपने बारे में रजिस्टर करना है।
इससे सरकार के पास इन वर्कर्स का एक डेटा तैयार होगा और उनके लिए कई योजनाएं शुरू होंगी और योजनाओं का लाभ सीधा उन तक पहुंच जाएगा। इससे कोविड-19 जैसे किसी भी राष्ट्रीय संकट के समय डीबीटी के माध्यम से आर्थिक मदद सीधे कामगारों के बैंक खातों में पहुंचेगी।
ऐसे में जानते हैं कि इस पोर्टल पर कौन-कौन लोग किस तरह से रजिस्टर कर सकते हैं और इसका क्या फायदा होने वाला है। आइए जानते हैं इस ई-श्रम कार्ड से जुड़ी खास बातें, जो आपके लिए जानना आवश्यक है। 
दरअसल, सरकार कोविड-19 जैसे किसी भी राष्ट्रीय संकट के समय के लोगों के खाते में सीधा पैसे भेजती है। अब सरकार इस पोर्टल पर रजिस्टर लोगों के कई योजनाएं लाएगी, जिससे इसका फायदा रजिस्टर्ड लोगों को मिलेगा। अगर आप भी असंगठित क्षेत्र में काम करते हैं और सरकार उनके लिए कोई योजना लाती है तो आपको इसका फायदा नहीं मिल पाएगा। ईपीएफओ की ओर ई-श्रम पोर्टल को शेयर की गई जानकारी को लेकर कहा गया है इससे आर्थिक मदद सीधे खाते में पहुंच जाएगी। ये कार्ड बनवाने के बाद इन लोगों को सोशल सिक्योरिटी योजनाओं का फायदा मिलेगा.सरकार असगंठित क्षेत्र के लिए जो भी योजनाएं लेकर आएगी, उसका सीधा फायदा इन कार्ड धारकों को दिया जाएगा या जो भी योजनाएं चल रही है, उनका फायदा भी मिलने लगेगा. साथ ही जब आप कार्ड बनवाएंगे कि आपने कहां से काम सीखा। अगर आपने कोई ट्रेनिंग नहीं ली है, तो सरकार आपके लिए ट्रेनिंग की व्यवस्था करेगी, जिससे आप आसानी से काम सीख सकेंगे और आपको रोजगार में मदद मिलेगी।
सरकार की ये खास पहल अनऑर्गेनाइज्ड सेक्टर के लोगों के लिए हैं और उन्हें ही इसका फायदा मिलेगा। जो लोग संगठित क्षेत्रों में काम कर रहे हैं, जैसे बड़ी कंपनियों में काम नहीं कर रहे हैं या फिर खुद का छोटा मोटा व्यापार कर रहे हैं. जैसे-मजदूरी करने वाले लोग, ई-रिक्शा चलाने वाले लोग या रेहड़ी, ठेला, थड़ी, फुटपाथ पर दुकान, सफाई करने वाले, नल ठीक करने वाले, बिजली का काम करने वाले लोगों को इसका फायदा मिलेगा।

बाद आपको सेल्फ रजिस्ट्रेशन पर ना होगा। इसके बाद आपको आधार से लिंक किए गए नंबर के साथ ओटीपी के जरिए लॉगिन करना होगा। इसके बाद आपको आधार नंबर भरना होगा और ओटीपी के जरिए प्रोसेस में आगे बढ़ना होगा और आपकी जानकारी स्क्रीन पर आ जाएगी और आपको इसे असेप्ट करना होगा। इसमें कई फॉर्म आएंगे, जिन्हें भरना होगा और अपनी जानकारी देनी होगी। इसके बाद आपका कार्ड बन जाएगा। साथ ही लोग सीएससी पर जाकर भी ये कार्ड बनवा सकते हैं।

'एसयूवी सेल्टोस' का नया ट्रिम मॉडल पेश किया

अकांशु उपाध्याय            
नई दिल्ली। इंडिया ने बुधवार को कहा कि उसने देश में अपनी मध्यम आकार की एसयूवी सेल्टोस का नया ट्रिम मॉडल पेश किया है। जिसकी शोरूम कीमत 17.79 लाख रुपये से शुरू होती है। ऑटो विनिर्माता ने कहा कि एक्स लाइन के शीर्ष संस्करण के शामिल होने से सेल्टोस श्रेणी में एक और खासियत जुड़ गई है। यह मॉडल मैट ग्रेफाइट रंग, 18 इंच के क्रिस्टल कट अलॉय व्हील सहित अन्य विशेषताओं के साथ आता है।
किया इंडिया ने एक बयान में कहा कि सेल्टोस एक्स लाइन खासतौर से स्वचालित ट्रांसमिशन – जी1.4 टी-जीडीआई 7डीसीटी और डी1.5 6एटी के साथ उपलब्ध होगी। बयान के मुताबिक पेट्रोल एक्स लाइन 7डीसीटी ट्रिम की कीमत 17.79 लाख रुपये है। जबकि डीजल एक्स लाइन 6एटी संस्करण की कीमत 18.10 लाख रुपये है। किया इंडिया के कार्यकारी निदेशक और मुख्य बिक्री तथा व्यापार रणनीति अधिकारी ताए-जिन पार्क ने कहा, ”सेल्टोस एक सफल उत्पाद है और शीर्ष एक्स लाइन ट्रिम की शुरुआत के साथ हम एक और प्रीमियम उत्पाद पेश कर रहे हैं।”

नवनियुक्त नगर आयुक्त मोहन ने शिष्टाचार भेंट की

पंकज कपूर               
ऋषिकेश। बैराज रोड स्थित कैंप कार्यालय पर बुधवार को विधानसभा अध्यक्ष प्रेम चंद अग्रवाल से नवनियुक्त नगर आयुक्त मोहन सिंह बर्निया ने शिष्टाचार भेंट की।
इस अवसर पर श्री अग्रवाल ने नवनियुक्त नगर आयुक्त को निर्देशित करते हुए कहा है कि शहर के अंदर पार्किंग की व्यवस्था नहीं है। जिस पर एमडीडीए से सामंजस्य बनाकर पार्किंग के लिए स्थान सुनिश्चित कर पार्किंग की समुचित व्यवस्था की जाए। श्री अग्रवाल ने कहा है कि शहर को स्वच्छ बनाए रखने के लिए इंदौर के तर्ज पर कार्य योजना बनाई जाए ताकि शहर साफ सुथरा रहे क्योंकि ऋषिकेश आध्यात्मिक एवं धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण है यहां पर देश-विदेश के पर्यटक एवं तीर्थयात्री बड़ी संख्या में ऋषिकेश आते हैं इसलिए शहर की स्वच्छता अत्यंत आवश्यक है।
श्री अग्रवाल ने कहा है कि ऋषिकेश की प्रमुख समस्या ट्रेचिंग ग्राउंड की है ग्राउंड को अन्यत्र स्थापित करने के लिए उपलब्ध स्थान सम्बंधी विषय के बारे में जानकारी प्राप्त की। श्री अग्रवाल ने नगर आयुक्त से कहा कि यह स्पष्ट हो जाए कि ट्रेचिंग ग्राउंड को शिफ्ट करने के लिए जगह कहां मिली है। जगह मिलने के लिए यदि किसी भी प्रकार की परेशानी आती है तो वह हर समय सहयोग करने के लिए तैयार है।
इस अवसर पर श्री अग्रवाल ने नगर आयुक्त को निर्देशित करते हुए कहा है कि एमडीडीए के माध्यम से दो पार्क स्वीकृत हो चुके हैं उन पार्को के निर्माण के लिए शीघ्र एनासी दी जाए ताकि पार्कों का निर्माण कार्य प्रारंभ किया जा सके। श्री अग्रवाल ने कहा है कि वह विकास के कार्यों के लिए हमेशा सहयोग की भूमिका में रहते हैं।

कार व टेंपो की भिड़ंत में 4 लोगों की मौंत हुईं

हरिओम उपाध्याय                 
बदायूं। बदायूं थाना कादरचौक कस्बा के पास स्विफ्ट कार और टेंपो की भिड़ंत में टेंपो सवार चार लोगों की मौत हो गई व 6 लोग घायल हैं और एक गंभीर बताया जाता। जिसे जिला अस्पताल से रेफर कर दिया गया है।
 बदायूं कादरचौक मार्ग पर कस्बा कादर चौक के समीप आज सुबह टेंपो और स्विफ्ट कार की आमने सामने से भिड़ंत हो गई। जिसमें टेंपो पर सवार लोगों में जनपद कासगंज के गांव बजेड़ा निवासी रामबाबू 50 वर्ष पुत्र आलम सिंह आंवला बरेली के गांव ताजगंज निवासी राजपाल 35 वर्ष पुत्र प्रकाश और टेंपो चालक अंसार का 6 वर्षीय बेटा की घटनास्थल पर ही मौत हो गई। पूनम पत्नी भीकम निवासी गांव अख्ताऊ थाना गंज जिला कासगंज अलीगढ़ इलाज को ले जाते समय रास्ते में मौत।
बताया जाता है कि कासगंज जनपद के बजेड़ा निवासी रामबाबू के पैर में फ्रैक्चर था। वह अपने पुत्र मुनेंद्र 30 वर्ष के साथ बदायूं इलाज को टेंपो से आ रहा था। साथ में मुनेंद्र की मौसी कासगंज के थाना गंज के गांव अख्ताऊ निवासी पूनम 35 वर्ष पत्नी भीकम भी थीं। कादरचौक कस्बा पेट्रोल टंकी के निकट यह हादसा हुआ। इस घटना में टेंपो चालक अंसार गंभीर रूप से घायल है। मृतक रामबाबू का पुत्र मुनेंद्र बेहद गंभीर है जिसे बरेली रेफर किया गया है।
स्विफ्ट कार में सवार गाजियाबाद गोविंद नगर के निवासी शेखर अवस्थी, संगीता अवस्थी और साहिल अवस्थी इनके भी चोटें आई हैं। यह अपनी कार से गाजियाबाद से कासगंज जा रहे थे। सभी घायलों को जिला अस्पताल लाया गया है। घटना के बाद जिला अस्पताल में एकत्र परिजनों में हाहाकार मचा हुआ है।

पहली तिमाही में 20.1 प्रतिशत की वृद्धि दर्ज की

अकांशु उपाध्याय            
नई दिल्ली। कोरोना वायरस की खतरनाक दूसरी लहर के बावजूद देश की अर्थव्यवस्था में चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 20.1 प्रतिशत की रिकार्ड वृद्धि दर्ज की गई। इसका कारण पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही का तुलनात्मक आधार नीचे होना और विनिर्माण तथा सेवा क्षेत्रों का बेहतर प्रदर्शन रहा है। कोविड-19 महामारी की विनाशकारी दूसरी लहर के बावजूद मजबूत वृद्धि दर हासिल की गयी है। इस वृद्धि के साथ भारत इस साल दुनिया की तेजी से बढ़ने वाली अर्थव्यवस्था बनने के रास्ते पर है। राष्ट्रीय सांख्यिकी कार्यालय के मंगलवार को पहली तिमाही के जारी जीडीपी आंकड़े के अनुसार हालांकि सालाना आधार पर तो अर्थव्यवस्था में तीव्र वृद्धि हासिल हुई है लेकिन इससे पिछली तिमाही (जनवरी- मार्च) के मुकाबले अर्थव्यवस्था 16.9 प्रतिशत सुस्त हुई है। जबकि कोविड-पूर्व की अप्रैल-जून, 2019 के मुकाबले अभी भी यह 9.2 प्रतिशत पीछे है।
सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में पिछले वित्त वर्ष 2020-21 की अप्रैल-जून तिमाही में 24.4 प्रतिशत की गिरावट आयी थी। इसका कारण, पिछले साल अप्रैल-मई के दौरान कोविड-19 महामारी की रोकथाम के लिये देशव्यापी ‘लॉकडाउन’ लगाया जाना था। इससे अर्थव्यवस्था पर असर पड़ा।  वहीं पिछले वित्त वर्ष की अंतिम तिमाही जनवरी-मार्च के दौरान जीडीपी वृद्धि दर 1.6 प्रतिशत रही थी। 
पिछले साल लगातार तीन तिमाहियों में जीडीपी में सुधार आया था जबकि चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में पिछले साल की पहली तिमाही के मुकाबले तो वृद्धि हुई है। लेकिन पिछली तिमाही (जनवरी से मार्च 2021) के मुकाबले यह घटी है। 
सकल मूल्य वर्धन (जीवीए) पहली तिमाही में सालाना आधार पर 18.8 प्रतिशत बढ़ा है लेकिन तिमाही-दर- तिमाही आधार पर इसमें 13.3 प्रतिशत की गिरावट आयी है। इसका कारण अप्रैल-मई, 2021 में महामारी की दूसरी लहर तथा उसकी रोकथाम के लिये लगाया गया ‘लॉकडाउन’ है।
पहली तिमाही में मजबूत वृद्धि दर का कारण तेजी से टीकाकरण के साथ विनिर्माण क्षेत्र का बेहतर प्रदर्शन है। जबकि सेवा क्षेत्र पर हल्का प्रभाव पड़ा है। आंकड़ों के अनुसार विनिर्माण समेत विभिन्न क्षेत्रों का प्रदर्शन बेहतर रहा है।  चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में विनिर्माण क्षेत्र में 49.6 प्रतिशत, निर्माण गतिविधियों में 68.3 प्रतिशत और व्यापार, होटल तथा संचार समेत सेवा क्षेत्र में 34.3 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। 
कृषि क्षेत्र में आलोच्य तिमाही में शानदार 4.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। जबकि पिछले साल 2020-21 की इसी तिमाही में इसमें 3.5 प्रतिशत की वृद्धि हुई थी। कृषि एकमात्र क्षेत्र है। जिसमें ‘लॉकडाउन’ के बीच पिछले वित्त वर्ष की पहली तिमाही में वृद्धि हुई थी। 
एनएसओ ने एक बयान में कहा, ‘‘स्थिर मूल्य (2011-12) पर जीडीपी 2021-22 की पहली तिमाही में 32.38 लाख करोड़ रुपये रहने का अनुमान है। जो 2020-21 की इसी तिमाही में 26.95 लाख करोड़ रुपये थी। यह 20.1 प्रतिशत वृद्धि है। जबकि 2020-21 की पहली तिमाही में उससे पिछले साल की पहली तिमाही के मुकाबले 24.4 प्रतिशत की गिरावट आयी थी। 
अप्रैल-जून 2019 में जीडीपी का आकार 35.66 लाख करोड़ रुपये था। यानी अर्थव्यवस्था अभी कोविड महामारी से पहले की स्थिति में नहीं पहुंची है। कृषि को छोड़कर सभी क्षेत्रों का आकार कोविड-पूर्व स्थिति से कम है। विनिर्माण का आकार 5.43 लाख करोड़ रुपये रहा जो अप्रैल-जून 2019 में 5.67 लाख करोड़ रुपये था। वहीं सेवा क्षेत्र का आकार चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में 4.63 लाख करोड़ रुपये रहा जबकि महामारी-पूर्व अप्रैल-जून 2019 में 6.64 लाख करोड़ रुपये था। 
कृषि क्षेत्र का आकार 4.86 लाख करोड़ रुपये रहा और यह कोविड-पूर्व स्थिति 4.49 लाख करोड़ रुपये की तुलना में अधिक है। एशिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था भारत की की वृद्धि दर में 2020-21 में 7.3 प्रतिशत की गिरावट आयी थी। पिछले साल ‘लॉकडाउन’ की वजह से अर्थव्यवस्था पर प्रतिकूल असर पड़ा।
अर्थव्यवस्था में 2020 के अंत से तेजी आनी शुरू हुई लेकिन अप्रैल-मई में महामारी की दूसरी लहर का असर पड़ा। हालांकि इस बार प्रभाव उतना प्रतिकूल नहीं रहा। इसका कारण पिछली बार की तरह इस बार उतनी कड़ाई से ‘लॉकडाउन’ नहीं लगाया गया।
दूसरी महामारी के बाद अर्थव्यवस्था ने रफ्तार पकड़ी है। लेकिन कुछ विश्लेषकों ने कोरोना वायरस की डेल्टा किस्म और कुछ राज्यों में टीकाकरण की धीमी गति को लेकर आगाह किया है। इससे अर्थव्यवस्था के कोविड-पूर्व के 2900 अरब डॉलर के स्तर पर पहुंचने में समय लग सकता है।
भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई), अंतरराष्ट्रीय मुद्राकोष (आईएमएफ) और एसएंडपी ग्लोबल रेंंटग्स ने चालू वित्त वर्ष में वृद्धि दर 9.5 प्रतिशत रहने का अनुमान जताया है। वहीं मूडीज इन्वेस्टर्स र्सिवस ने अर्थव्यवस्था में 9.3 प्रतिशत की वृद्धि की संभावना जतायी है। विश्व बैंक ने 2021-22 में सकल घरेलू उत्पाद की वृद्धि दर 8.3 प्रतिशत और फिच रेंिटग्स ने 10 प्रतिशत का अनुमान जताया है। ये अनुमान चीन की आर्थिक वृद्धि दर 8.5 प्रतिशत रहने की संभावना से अधिक है।
एक्यूट रेंिटग्स एंड रिसर्च के मुख्य विश्लेषण अधिकारी सुमन चौधरी ने कहा कि आने वाले त्योहारी मौसम, अनुकूल वित्तीय और मौद्रिक नीति, बेहतर वैश्विक वृद्धि दृष्टिकोण के साथ टीकाकरण प्रगति से अर्थव्यवस्था को गति मिलने की उम्मीद है। यह निर्यात के लिए अनुकूल बनी रहेगी।
चौधरी ने कहा, हमारा चालू वित्त वर्ष में वृद्धि दर 10 प्रतिशत रहने का अनुमान बरकरार है। हालांकि, कोविड महामारी की एक और लहर की आशंका के साथ उपभोक्ता धारणा, नौकरी तथा आय पर पड़ने वाले प्रतिकूल असर को देखते हुए इसके कुछ नीचे जाने का जोखिम बना हुआ है।
डेलॉयट इंडिया की अर्थशास्त्री रुमकी मजूमदार ने कहा कि दूसरी छमाही में आर्थिक गतिविधियों में तेजी आने की उम्मीद है। उन्होंने कहा, ‘‘पुनरूद्धार की गति एक-दो तिमाहियों से आगे बढ़ सकती है और अगले वित्त वर्ष में भी इसका असर देखने को मिल सकता है।हमारा अनुमान है कि वृद्धि दर 8 प्रतिशत से अधिक रहेगी। बशर्ते हम संक्रमण की दर को नियंत्रण में रख सकें।

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...