शुक्रवार, 23 जुलाई 2021

बद्रीनाथ में नमाज पढ़े जाने का वीडियो सामने आया

पंकज कपूर                       
देहरादून। उत्तराखंड के बदरीनाथ मंदिर परिसर में कुछ मुस्लिमों द्वारा नमाज पढ़े जाने का वीडियो सामने आने के बाद तनाव की स्थिति बनी हुई है। कहा जा रहा है कि बकरीद के मौके पर कुछ मुस्लिमों ने मंदिर परिसर में कथित तौर पर नमाज अदा की। इस खबर के बाद सांप्रदायिक तनाव बढ़ने का खतरा पैदा हो गया है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद पुलिस मामले की जांच कर रही है।
पुलिस  अधिकारी यशवंत सिंह चौहान ने कहा है कि सोशल मीडिया पर वायरल वीडियो में देखा जा सकता है कि कुछ मुस्लिम बदरीनाथ मंदिर परिसर में नमाज अदा कर रहे हैं। यह वीडियो वायरल हो रहा है। उन्होंने कहा कि वायरल वीडियो को देखते ही स्थानीय पुलिस की टीम मामले की जांच में जुट गई है। पुलिस का कहना है कि शुरुआती जांच के मुताबिक इस तरह की कोई घटना नहीं हुई है। मामले की जांच कर रहे पुलिस अधिकारी ने कहा कि 15 मुस्लिम मजदूर हरिंदर नाम के एक मुस्लिम कॉन्ट्रैक्टर के यहां काम करते है। मजदूर मंदिर से एक किमी दूरी पर एक पार्किंग फैसिलिटी प्रोजेक्ट में पर काम कर रहे हैं। साइट पर ही रहने की वजह से बकरीद के दिन सभी ने सुबह तड़के वहीं पर नमाज अदा कर ली। उन्होंने किसी भी सार्वजनिक स्थल पर नमाज नहीं पढ़ी। न ही इसके लिए बाहर से किसी मौलाना को बुलाया गया था।

यूके में चुनाव को देखते हुए गतिविधियां तेज हुईं

पंकज कपूर                 
देहरादून। उत्तराखंड में अगले साल चुनाव को देखते हुए यहां पर सियासी गतिविधियां तेज हो गई हैं। इसी क्रम में कांग्रेस पार्टी ने प्रदेश पर अपने विभिन्न पदाधिकारियों की घोषणा की है। कांग्रेस ने अपनी उत्तराखंड इकाई में बड़ा बदलाव करते हुए गुरुवार को गणेश गोदियाल को प्रदेश कांग्रेस कमेटी का अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत को चुनाव प्रचार समिति का प्रमुख नियुक्त किया।
अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी बयान के मुताबिक, कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने प्रीतम सिंह को विधायक दल का नेता भी नियुक्त किया जो इससे पहले प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष की जिम्मेदारी निभा रहे थे।
पार्टी ने 72 वर्षीय हरीश रावत को चुनाव प्रचार समिति का अध्यक्ष बनाने के साथ ही उनके करीबी माने जाने वाले गोदियाल को प्रदेश कांग्रेस कमेटी की कमान सौंपी है। कांग्रेस ने गोदियाल को अध्यक्ष बनाने के साथ ही जीत राम, भुवन कापड़ी, तिलक राज बेहड और रंजीत रावत को उत्तराखंड इकाई का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया है।
आर्येंद्र शर्मा को उत्तराखंड कांग्रेस का कोषाध्यक्ष बनाया गया है। प्रदेश कांग्रेस के वरिष्ठ नेता प्रदीप टम्टा को चुनाव प्रचार समिति का उपाध्यक्ष और दिनेश अग्रवाल को इसका संयोजक बनाया गया है।

रिलीज होने वाली फिल्म पर उत्साह निर्मित हुआ

मनोज सिंह ठाकुर              
छतरपुर। छतरपुर को बसाने वाले महान शासक और बुन्देली योद्धा महाराजा छत्रसाल के जीवन पर आधारित फिल्म को एक वेबसीरीज के रूप में प्रस्तुत किया जा रहा है। छत्रसाल नाम से एमएक्स प्लेयर पर 29 जुलाई को रिलीज होने वाली इस फिल्म को लेकर पूरे बुन्देलखण्ड में जबर्दस्त उत्साह निर्मित हो गया है। महाराजा छत्रसाल का जन्म टीकमगढ़ जिले के मोरपहाड़ी में हुआ था। उन्होंने छतरपुर और पन्ना को बसाकर यहीं से एक लंबे क्षेत्र तक साम्राज्य चलाया। महाराजा छत्रसाल को बुन्देलखण्ड में एक नायक की तरह पूजा जाता है। 
जाहिर है, उन पर आ रही फिल्म का लोगों को बेसब्री से इंतजार है। एमएक्स प्लेयर पर 20 एपिसोड में आने वाली इस फिल्म को अनादि चतुर्वेदी ने निर्देशित किया है। इसके लेखक जयनेश एजारदार और सुश्री रेचल हैं। रेजोनेंस डिजिटल प्रोडक्शन हाउस के द्वारा इस फिल्म को बनाया गया है। फिल्म में आशुतोष राणा ने औरंगजेब तो वहीं जितिन गुलाटी ने महाराजा छत्रसाल का किरदार निभाया है। फिल्म में नीना गुप्ता भी नजर आएंगी।

परीक्षा को लेकर शिक्षा मंडल ने निर्देश जारी किएं

मनोज सिंह ठाकुर                  
भोपाल। मध्यप्रदेश में कक्षा 10वीं के रिजल्ट से असंतुष्ट छात्र-छात्राएं विशेष परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। विशेष परीक्षा को लेकर माध्यमिक शिक्षा मंडल ने दिशा-निर्देश जारी किए हैं। जिसमें एमपी बोर्ड ने स्पष्ट किया है कि हाईस्कूल की विशेष परीक्षा में नए विद्यार्थी शामिल नहीं हो सकेंगे।माध्यमिक शिक्षा मंडल ने अपने आदेश में स्पष्ट कहा है कि हाईस्कूल की विशेष परीक्षा में नए छात्र-छात्राएं शामिल नहीं हो सकेंगे। माध्यमिक शिक्षा मंडल के पोर्टल पर जिन छात्र-छात्राओं के नाम दर्ज है उन्हें ही इस विशेष परीक्षा के लिए पात्र माना जाएगा और केवल वही छात्र-छात्राएं विशेष परीक्षा के लिए फॉर्म भर सकेंगे। विशेष परीक्षा के लिए एमपी बोर्ड ने 900 रुपये परीक्षा फीस निर्धारित की है।
1 से 10 अगस्त के बीच भरने होंगे परीक्षा फॉर्म
कक्षा 10वीं के छात्र-छात्राओं का रिजल्ट 14 जुलाई को घोषित हुआ है। इससे पहले माध्यमिक शिक्षा मंडल ने एक आदेश जारी किया था, जिसमें कहा गया था कि जो भी छात्र छात्राएं अपने परीक्षा परिणाम से असंतुष्ट रहते हैं, वो सभी सितंबर के महीने में होने वाली विशेष परीक्षा में शामिल हो सकते हैं। विशेष परीक्षा 01 से 25 सितंबर के बीच आयोजित की जाएगी। विशेष परीक्षा से पहले परीक्षा फॉर्म 1 से 10 अगस्त के बीच भरे जाएंगे। पात्र छात्रों को विशेष परीक्षा के लिए 10 दिनों के भीतर ही परीक्षा फॉर्म भरना अनिवार्य होगा।

अलर्ट: नागपुर के कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति

कविता गर्ग                           
मुंबई। भारी बारिश की वजह से महाराष्ट्र के कोल्हापुर, रायगढ़, रत्नागिरी, पालघर, ठाणे और नागपुर के कुछ हिस्सों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। शुक्रवार को मुंबई से सटे गोवंडी में एक इमारत के गिरने से 3 लोगों की मौत हो गई है। 7 जख्मी हुए हैं। घायलों को मुंबई के राजवाड़ी और सायन हॉस्पिटल में एडमिट करवाया गया है। रायगढ़ के कलई गांव में लैंडस्लाइड की वजह से 30 लोग लापता हैं। इनमें से 5 लोगों की मौत हो गई है, अन्य अभी भी फंसे हुए हैं।
जिला कलेक्टर निधि चौधरी ने बताया कि कलई गांव में लैंडस्लाइड हुई है। एनडीआरएफ की एक टीम मौके पर पहुंच चुकी है। लोगों को रेस्क्यू करने के लिए पानी में डूबी सड़कों पर नाव चलाई जा रही हैं। बरसाती नदियों का पानी शहरों, कस्बों और गांवों में घुस गया है। मौसम विभाग ने अगले तीन दिन के लिए कोंकण, मुंबई और इसके आसपास के जिलों के लिए रेड अलर्ट जारी किया है। 
ठाणे और पालघर में भारी बारिश के कारण लो लाइन इलाके 24 घंटे से पानी में डूबे हैं। कोंकण डिवीजन में अभी तक बारिश से जुड़ी घटनाओं में 8 लोगों की मौत हो चुकी है। करीब 700 लोगों को सुरक्षित बाहर निकाला जा चुका है। रायगढ़ में 4 जगह लैंडस्लाइड होने से कई लोग फंस गए हैं, 25 लोगों को निकाला गया है और 20 अभी भी फंसे हुए हैं। तलाई गांव को कनेक्ट करने वाली सड़क पानी में बह गई है, इस कारण गांव के अंदर लोग फंसे हुए हैं। कोल्हापुर के चिखली में फंसे लोगों को बाहर निकालने के लिए एनडीआरएफ की दो टीमें लगातार प्रयास कर रही हैं।

खेलों के लिए इंडियन खिलाड़ियों को शुभकामनाएं

अकांशु उपाध्याय                       
नई दिल्ली। पेगासस जासूसी मामला, तीन नए केंद्रीय कृषि कानूनों सहित विभिन्न मुद्दों पर कांग्रेस और कुछ अन्य विपक्षी सदस्यों के भारी हंगामे के कारण शुक्रवार को लोकसभा की कार्यवाही एक बार के स्थगन के बाद करीब सवा 12 बजे दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। संसद के मॉनसून सत्र के दौरान विपक्षी दलों के सदस्यों के शोर-शराबे के कारण पहले सप्ताह में निचले सदन में कामकाज बाधित रहा। सुबह सदन की कार्यवाही आरंभ होने पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने ओलंपिक खेलों के लिए भारतीय खिलाड़ियों को शुभकामनाएं दीं और प्रश्नकाल शुरू कराया। इसके बाद कुछ विपक्षी सदस्य नारेबाजी करते हुए अध्यक्ष के आसन के निकट पहुंच गए। 
कुछ सदस्यों के हाथों में तख्तियां थी जिन पर पेगासस मामले की उच्चतम न्यायालय की निगरानी में न्यायिक जांच की मांग के बारे में लिखा हुआ था।सदन में हंगामे के बीच ही स्वास्थ्य मंत्री मनसुख मंडाविया और पर्यावरण मंत्री भूपेंद्र यादव ने अपने मंत्रालयों से संबंधित पूरक प्रश्नों के उत्तर दिए। बिरला ने नारेबाजी कर रहे विपक्षी सदस्यों से अपने स्थान पर जाने और कोविड दिशानिर्देशों का पालन करने की अपील की। उन्होंने कहा, ”कोविड संक्रमण और टीकाकरण की स्थिति पर बात हो रही है।आप लोगों ने मास्क नहीं लगा रखे हैं। कोरोना संक्रमण खत्म नहीं हुआ है। आप जन प्रतिनिधि हैं। अगर आप खुद संक्रमण फैलाएंगे तो फिर क्या संदेश जाएगा।” लोकसभा अध्यक्ष ने कहा, ”कोविड दिशानिर्देशों का पालन करिए। आप मास्क निकालकर नारेबाजी कर रहे हैं और तख्तियां दिखा रहे हैं, यह उचित नहीं है।
आप लोग अपनी सीट पर जाइए, आपको चर्चा करने का मौका दूंगा।” हंगामा नहीं थमने पर उन्होंने करीब 11.15 बजे सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी। निचले सदन की कार्यवाही दोबारा शुरू होने पर स्थिति ज्यों की त्यों बनी रही। शोर-शराबे के बीच ही पीठासीन सभापति किरीट सोलंकी ने आवश्यक कागजात सभापटल पर रखवाये।
इस दौरान विपक्षी सदस्य अपनी मांगों को लेकर नारेबाजी करते रहे। पीठासीन सभापति सोलंकी ने सदस्यों से अपने स्थान पर लौटने और कार्यवाही चलने देने का आग्रह किया। हालांकि सदस्यों का शोर-शराबा जारी रहा। व्यवस्था बनती नहीं देख पीठासीन सभापति ने सदन की कार्यवाही करीब सवा 12 बजे दिन भर के लिये स्थगित कर दी। शनिवार और रविवार को अवकाश होने के कारण सदन की अगली बैठक अब सोमवार, 26 जुलाई को पूर्वाह्न 11 बजे शुरू होगी।

सिद्धू ने कांग्रेस के अध्यक्ष पद की कमान संभाली

अमित शर्मा                                 
चंडीगढ़। नवजोत सिंह सिद्धू ने पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष पद की कमान संभाली ली है। ताजपोशी के दौरान मंच पर मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह भी मौजूद रहे। दोनों नेताओं ने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित भी किया। अमरिंदर सिंह ने मंच से सिद्धू को बधाई दी लेकिन सिद्धू ने एक बार भी कैप्टन का जिक्र नहीं किया। पद संभालते ही सिद्धू ने हुंकार भरी और कहा कि उनका मिशन पंजाब को जिताना है।
किसानों के मुद्दे से लेकर ड्रग्स के मुद्दे पर बात रखी। सिद्धू ने कहा, ‘मैं सबका आशीर्वाद लेकर सभी को साथ लेकर चलूंगा। मुझे सिर्फ एक ही चीज का जुनून है कि पंजाब कैसे ऊपर उठेगा।’
वहीं सुबह प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष का पदभार संभालने के पहले नवजोत सिंह सिद्धू ने शुक्रवार को पंजाब भवन में मुख्यमंत्री अमरिंदर सिंह से मुलाकात की। कांग्रेस के एक नेता के अनुसार, सिद्धू और सिंह के बीच ”सौहार्दपूर्ण” मुलाकात हुई। सिद्धू और सिंह के बीच पिछले कुछ समय से टकराव की खबरें आ रही थीं।
पंजाब भवन के बाहर पत्रकारों से कांग्रेस विधायक परगट सिंह ने कहा कि सिद्धू ने अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी (एआईसीसी) के पंजाब मामलों के प्रभारी हरीश रावत की उपस्थिति में चाय पर बुलाई गई बैठक में मुख्यमंत्री से मुलाकात की। उन्होंने कहा कि दोनों नेता एक-दूसरे के बगल में बैठे और उनके बीच मुलाकात सौहार्दपूर्ण रही।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मनीष तिवारी, प्रताप सिंह बाजवा और लाल सिंह भी मौजूद थे। पिछले करीब चार महीनों में पहली बार सिद्धू और सिंह एक-दूसरे से मिले। मुख्यमंत्री के मीडिया सलाहकार ने दोनों नेताओं के बीच बातचीत के दौरान की तस्वीरें ट्वीट कीं। कांग्रेस नेता उस स्थान पर जाएंगे जहां सिद्धू पार्टी की प्रदेश इकाई के प्रमुख के रूप में कार्यभार संभालेंगे।
यहां पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में आयोजित समारोह में पंजाब कांग्रेस के चार कार्यकारी अध्यक्ष भी कार्यभार संभालेंगे। सिसवां स्थित अपने फार्महाउस से यहां पहुंचे अमरिंदर सिंह ने पार्टी नेताओं को पंजाब भवन में चाय पर आमंत्रित किया था। सिद्धू पटियाला से आए और सिंह के आने से कुछ देर पहले पंजाब भवन गए।
मीडिया को पंजाब भवन के अंदर प्रवेश की अनुमति नहीं थी। पंजाब भवन में मंत्री, कांग्रेस विधायक और पार्टी के अन्य वरिष्ठ नेता भी मौजूद थे। पार्टी की प्रदेश इकाई के नवनियुक्त चार कार्यकारी अध्यक्षों में से कुलजीत सिंह नागरा और संगत सिंह गिलजियान ने बृहस्पतिवार को मुख्यमंत्री को पदभार संभालने के कार्यक्रम के लिए औपचारिक निमंत्रण दिया।
निमंत्रण पत्र पर 55 से ज्यादा विधायकों ने हस्ताक्षर किए। मुख्यमंत्री के साथ अपने मतभेदों को दूर करने का प्रयास करते हुए सिद्धू ने भी एक पत्र लिखकर अमरिंदर सिंह से कार्यक्रम में आने का आग्रह किया और कहा कि उनका ”कोई निजी एजेंडा नहीं है।” पिछले कुछ समय से सिद्धू और अमरिंदर का टकराव चलता रहा है।
अमृतसर (पूर्व) के विधायक सिद्धू ने पवित्र ग्रंथ की बेअदबी के मामले के लिए मुख्यमंत्री पर निशाना साधा था। मुख्यमंत्री ने सिद्धू को प्रदेश अध्यक्ष बनाए जाने का भी विरोध किया था और कहा था कि जब तक सिद्धू उनके खिलाफ अपमानजनक ट्वीट के लिए माफी नहीं मांगेंगे वह उनसे नहीं मिलेंगे।
कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने रविवार को सिद्धू को पार्टी की पंजाब इकाई का नया अध्यक्ष नियुक्त किया था। कांग्रेस अध्यक्ष ने अगले साल राज्य में विधानसभा चुनाव की तैयारी को लेकर सिद्धू की सहायता के लिए संगत सिंह गिलजियान, सुखविंदर सिंह डैनी, पवन गोयल और कुलजीत सिंह नागरा को प्रदेश कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया। बुधवार को सिद्धू का समर्थन करने वाले कई विधायकों ने कहा था कि उन्हें अमरिंदर सिंह से माफी मांगने की कोई जरूरत नहीं है।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...