शुक्रवार, 18 जून 2021

जापान में पाएं जाने वाले खास किस्म के आम, कीमत

तोक्यो। आपने आम तो बहुत खाएं होगें क्या आपने सुना है कि लाखों रूपए की कीमत में एक आम आता है, नहीं ना, तो हम आज बात करने जा रहे है जापान में पाया जाने वाले खास किस्म के आम की। जी हां भारत देश के मध्य प्रदेश राज्य के जबलपुर में एक आम के बगीचे की सुरक्षा के लिए 3 गार्ड और 9 कुत्ते लगे हुए है। इस बगीचे में लगे हुए एक आम की कीमत लाखों रुपये में है। जबलपुर के इस बगीचे में लगे हुए इस आम की कीमत अंतरराष्ट्रीय बाजार में 2 लाख 70 हजार रुपये बताई जा रही है। 

जबलपुर के बगीचे में पैदा जापान के खास किस्म का ये आम हजारों में नहीं बल्कि लाखों रुपये में बिकता है और इसलिए इसकी सुरक्षा के लिए खास इंतजाम किये गये हैं। इन आमों की रखवाली के लिए कुत्ते और गार्ड्स 24 घंटे बगीचे में तैनात रहते हैं। बगीचे के मालिक संकल्प परिहार ने बताया कि इस जापानी आम का नाम टाइयो नो टमैंगो है, इसे एग ऑफ सन यानी सूर्य का अंडा भी कहा जाता हैं। संकल्प बताते हैं कि पिछले साल यह आम काफी चर्चा में आया था। जिसकी वजह से उनके बगीचे के आम की चोरी हुई थी। इसलिए वो इन कीमती आम की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं और सुरक्षा पर अतिरिक्त पैसा खर्च कर रहे हैं।

यह आम जब पूरा पक जाता है तो यह हल्का लाल और पीला होता है और इसका वजन करीब 900 ग्राम तक पहुंच जाता है। इसमें रेशे नहीं पाए जाते और खाने में यह बहुत मीठा होता है। आम की यह प्रजाति जापान में संरक्षित वातावरण में उगाई जाती है, लेकिन संकल्प सिंह परिहार ने अपनी बंजर पड़ी जमीन पर इसे खुले वातावरण में ही उगाया है। 2017 में जापान में करीब 36 सौ डॉलर की बोली लगाई गई थी जिसकी भारत में कीमत करीब ढाई लाख रुपये होती है। बगीचे के मालिक संकल्प का कहना है कि शुरुआत में इस आम को 4 एकड़ के बगीचे में शुरुआत कुछ पौधों से की गई थी और आज भारतीय 14 हाइब्रिड तथा छह विदेशी किस्म के आम उनके बागीचे में आसानी से होते हैं।

भारत में इस आम की खेती और कहीं नहीं होती है। जापानी आम को तामागो के नाम से जाना जाता है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी खूब मांग है। जापानी भाषा में ‘ताईयो नो तामागो’ के नाम से इसे जाना जाता है। संकल्प परिहार ने अपने 4 एकड़ के बगीचे में 14 अलग-अलग किस्म के आमों को लगाए हैं और इसके अलावा तामागो आम के 52 पेड़ लगाए हैं। इस आम की खेती करने वाले संकल्प परिहार ने कहा कि जापान में इस आम को पॉली हाउस के अंदर सुरक्षित वातावरण में उगाया जाता है।

6 आईएएस और 2 पीसीएस अधिकारियों के तबादले

पंकज कपूर                   
देहरादून। राज्य में अधिकारियों के तबादलों का सिलसिला जारी है। आज उत्तराखंड शासन ने 6 आईएएस और 2 पीसीएस अधिकारियों के तबादले कर दिए है। आईएएस आशीष कुमार चौहान से प्रबंध निदेशक और उत्तराखंड परिवहन निगम का जिम्मा हटा लिया गया है। आईएएस अभिषेक रोहिल्ला को प्रबंध निदेशक और उत्तराखंड परिवहन निगम का जिम्मा सौंपा गया है। आईएएस नरेंद्र सिंह भंडारी से मुख्य विकास अधिकारी नैनीताल का जिम्मा हटा प्रबंध निदेशक कुमाऊँ मंडल विकास निगम तथा उपाध्यक्ष जिला स्तरीय विकास प्राधिकरण नैनीताल का अतिरिक्त प्रभार सौंपा गया है। 
आईएएस वरुण चौधरी से डिप्टी कलेक्टर देहरादून वापस लिया गया है और मुख्य विकास अधिकारी चमोली का पदभार दिया गया है। आईएएस संदीप तिवारी से डिप्टी कलेक्टर टिहरी लिया गया है और मुख्य विकास अधिकारी नैनीताल का जिम्मा सौंपा गया है। आईएएस अंशुल सिंह से डिप्टी कलेक्टर उधम सिंह नगर का चार्ज हटाया गया है। पीसीएस ललित मोहन रयाल से आयुक्त गन्ना एवं चीनी काशीपुर का अतिरिक्त प्रभार हटा लिया है। पीसीएस हंसादत्त पांडे से मुख्य विकास अधिकारी चमोली का पदभार लिया गया और आयुक्त गन्ना एवं चीनी काशीपुर दिया गया है।

जमानत पाने वाले 3 छात्र कार्यकर्ताओं को नोटिस

अकांशु उपाध्याय              

नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने शुक्रवार को कहा कि आतंकवाद रोधी कानून यूएपीए को इस तरह से सीमित करना एक महत्वपूर्ण मुद्दा है और इसके पूरे भारत पर असर हो सकते हैं। इसी के साथ न्यायालय ने दिल्ली पुलिस की याचिका पर उत्तर-पूर्वी दिल्ली में हुए दंगे मामले में दिल्ली उच्च न्यायालय से जमानत पाने वाले तीन छात्र कार्यकर्ताओं को नोटिस जारी किये। न्यायालय ने जमानत के खिलाफ दिल्ली पुलिस की अपील पर सुनवाई करते हुए कहा कि तीन छात्र कार्यकर्ताओं को जमानत देने वाले उच्च न्यायालय के फैसलों को मिसाल के तौर पर दूसरे मामलों में ऐसी ही राहत के लिए इस्तेमाल नहीं किया जाएगा। न्यायमूर्ति हेमंत गुप्ता और न्यायमूर्ति वी रामसुब्रमण्यम की अवकाशकालीन पीठ ने हालांकि यह स्पष्ट कर दिया कि अभी के लिए इन छात्र कार्यकर्ताओं को मिली जमानत पर कोई असर नहीं पड़ेगा।

सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता ने यह दलील दी कि उच्च न्यायालय ने तीन छात्र कार्यकर्ताओं को जमानत देते हुए पूरे आतंकवादी रोधी कानून यूएपीए को पलट दिया है। इस पर गौर करते हुए पीठ ने कहा कि हमारी परेशानी यह है कि उच्च न्यायालय ने जमानत के फैसले में पूरे यूएपीए पर चर्चा करते हुए ही 100 पृष्ठ लिखे हैं।उच्च न्यायालय ने 15 जून को जेएनयू छात्र नताशा नरवाल और देवांगना कालिता और जामिया के छात्र आसिफ इकबाल तन्हा को जमानत दी थी। उच्च न्यायालय ने तीन अलग-अलग फैसलों में छात्र कार्यकर्ताओं को जमानत देने से इनकार करने वाले निचली अदालत के आदेश को रद्द कर दिया था।

सेहत को दुरुस्त रखने के लिए करी पत्तें का जूस

सांभर, कढ़ी और चटनी जैसी चीजों का स्वाद बढ़ाने के लिए आपने करी पत्ते का छौंक तो कई बार लगाया होगा। खास कर दक्षिण भारतीय खाना तो इसके बगैर अधूरा-सा ही लगता है। लेकिन क्या आपने कभी सेहत को दुरुस्त रखने के लिए करी पत्ते या इसके जूस का सेवन किया है ? दरअसल करी पत्ता केवल स्वाद के लिए ही इस्तेमाल नहीं किया जाता है। ये सेहत को भी कई तरह से फायदे पहुंचाता है। इसमें मौजूद आयरन, जिंक, कॉपर, कैल्शियम, विटामिन ‘ए’ और  ‘बी’, अमीनो एसिड, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और फोलिक एसिड जैसे पोषक तत्व सेहत को दुरुस्त रखने में मदद करते हैं।आइए मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार जानते हैं कि करी पत्ते का जूस किस तरह से तैयार किया जाता है और ये सेहत को क्या-क्या फायदे पहुंचाता है।
करी पत्ते का जूस तैयार करने के लिए पंद्रह-बीस करी पत्तों को धोकर साफ़ कर लें। इनको मिक्सर में डालकर साथ में दो चम्मच पानी डालकर बारीक पीस लें। जब ये पेस्ट की तरह से बन जाये तो इसको मिक्सर जार में ही रहने दें और इसमें एक गिलास पानी डालकर फिर से मिक्सर चला दें। अब इसको चाय की छन्नी से गिलास में छान लें और इसका सेवन करें। करी पत्ते का जूस बनाने के लिए पंद्रह-बीस करी पत्तों को साफ पानी से धोकर एक गिलास पानी में तेज गैस पर उबलने रख दें। पांच मिनट तक उबालने के बाद इसको छन्नी से छान लें। अब इसमें एक चम्मच शहद और एक चम्मच नींबू का रस मिलाएं और ठंडा या गर्म जैसे भी चाहें इसका सेवन करें।
करी पत्ते के जूस का सेवन करने से एनीमिया की दिक्कत दूर होती है। 
इसमें काफी मात्रा में आयरन और फोलिक एसिड होता है। जो एनीमिया को दूर करने में मदद करता है।
शरीर से विषाक्त तत्वों को निकालकर बॉडी को डिटॉक्स करने का काम भी करी पत्ते का जूस बखूबी करता है। इसके साथ ही ये एक्स्ट्रा चर्बी को हटाने में भी काफी मदद करता है। वजन कम करने में करी पत्ते का जूस काफी मदद करता है। जो लोग जूस पीना पसंद नहीं करते हैं वो इसके पत्तों का सेवन भी खाने के साथ कर सकते हैं। ये चर्बी को घटाता है और इसमें मौजूद फाइबर बॉडी से टॉक्सिन बाहर करता है। आंखों की रोशनी बढ़ाने में भी करी पत्ते का जूस मदद करता है। इसमें मौजूद एंटी-ऑक्सीडेंट इसमें मददगार साबित होते हैं। साथ ही ये मोतियाबिंद जैसी दिक्कत भी जल्दी नहीं होने देते हैं। आप चाहें तो जूस की जगह पत्तों का सेवन भी कर सकते हैं।
करी पत्ते के जूस का सेवन करने से पाचन तंत्र को मजबूती मिलती है। इसके साथ ही पेट में गैस, अपच जैसी दिक्कत को दूर करने में भी ये अच्छी भूमिका निभाता है। ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करके डाइबिटीज के पेशेंट को राहत देता है। इसमें एंटी-डायबिटिक एंजेट की मौजूदगी शरीर में इंसुलिन की एक्टिविटी पर असर डालती है और ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करती है। साथ ही साथ करी पत्ते में मौजूद फाइबर भी डायबिटीज पेशेंट को फायदा पहुंचाता है। इस लेख में दी गई जानकारियां और सूचनाएं सामान्य मान्यताओं पर आधारित हैं। इनकी पुष्टि नहीं करता है।इन पर अमल करने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से संपर्क करें।

उज्जैन: बैठक में दर्शन को लेकर नई गाइडलाइन जारी

उज्जैन। कोरोना काल में बंद महाकाल मंदिर के पट 28 जून से खुलने जा रहे हैं। इसी को लेकर गुरूवार को कलेक्टर आशीष सिंह की अध्यक्षता में मंदिर प्रबंध समिति की बैठक की गई। इस बैठक में दर्शन को लेकर नई गाइडलाइन जारी की है। इस गाइडलाइन के मुताबिक अब श्रद्धालुओं को दर्शन के लिए ऑनलाइन बुकिंग करवानी होगी। इसके साथ ही दर्शन के लिए आए श्रद्धालुओं के वैक्सीनेशन सर्टिफिकेट या 24 से 48 घंटे पहले की कोविड निगेटिव रिपोर्ट होना अनिवार्य है। वहीं मंदिर में प्रवेश कोविड निगेटिव रिपोर्ट दिखाने पर ही दिया जाएगा।
गाइडलाइन के अनुसार श्रद्धालुओं को दर्शन 7 स्लॉट में करवाए जाएंगे। यह स्लॉट सुबह 6 से लेकर रात 8 बजे तक चलेंगे। इसके अलावा मंदिर में फोटो या सेल्फी लेने पर भी प्रतिबंध रहेगा। भस्म और शयन आरती में भी श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंध लगाया गया है। नि:शुल्क अन्नक्षेत्र को आधी क्षमता के साथ जल्द शुरू किया जाएगा। गर्भगृह, नंदी हॉल में भी श्रद्धालुओं के प्रवेश पर प्रतिबंधित रहेगा। वहीं इस बैठक में इस साल होने वाले श्रावण महोत्सव को भी स्थगित करने का फैसला किया गया है। जानकारी के मुताबिक बैठक में प्रबंध समिति के सदस्य विनीत गिरि महाराज, नगर निगम आयुक्त क्षितिज सिंघल, प्रदीप गुरु समेत कई अन्य कार्यकर्ता मौजूद थे।

न्यूजीलैंड के बीच साउथंप्टन में शुरू होगीं टक्कर

 
अकांशु उपाध्याय                                
नई दिल्ली। जिसका दुनिया भर के करोड़ों क्रिकेटप्रेमियों को इंतजार था, वह घड़ी आ गयी है। पिछले दो साल पहले शुरू हुई वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप अपने आखिरी पड़ाव में है। और फाइनल के रूप में भारत और न्यूजीलैंड के बीच आखिरी महा टक्कर अब से कुछ ही देर बाद इंग्लैंड के साउथंप्टन में शुरू होगी। हालांकि, मैच के पहले दिन फिलहाल साउथंप्टन में हल्की बारिश हो रही है, लेकिन इस मेगाफाइनल को लेकर दुनिया भर के खासकर भारतीय प्रशंसकों में गजब का उत्साह है और इसका सबूत साफ तौर पिछले कुछ दिनों से सोशल मीडिया पर देखा जा सकता है। फैंस और पूर्व क्रिकेटर अपने-अपने  पसंदीदा टीम और खिलाड़ियों को लेकर सोशल मीडिया पर सक्रिय हैं। 
विचार-विमर्श पूरे जोश के साथ चल रहा है और इनके ट्वीट और वीडियो वायरल हो रहे हैं। बता दें कि टॉस भारतीय समयानुसार 2:30 पर होगा। जहां तक कोहली का सवाल है तो भारत के सबसे सफल टेस्ट कप्तान और दुनिया के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में होने के बावजूद वह कोई खिताब अपने नाम नहीं कर पाये हैं। बतौर कप्तान उन्होंने अपना लोहा मनवाया है हालांकि महेंद्र सिंह धोनी से तुलना उनके लिये आसान नहीं रही है।  कोहली को एक अदद खिताब की जरूरत है। हर कप्तान को होती है लेकिन भारतीय कप्तान को सबसे ज्यादा है। भारत में सफलता का पैमाना खिताब माना जाता है और विश्व कप दिलाकर जिस तरह का सम्मान और प्यार धोनी को मिला, उसकी कमी कोहली को जरूर खल रही होगी। वह इस फाइनल के जरिये उस कमी को दूर करना चाहेंगे। दूसरी ओर विलियमसन के पास प्रतिभाशाली और दुनिया भर में क्रिकेटप्रेमियों के लाड़ले खिलाड़ियों की फौज है। भले ही वे भारत के खिलाफ खेल रहे हैं लेकिन विलियमसन के कवर ड्राइव, डेवोन कोंवे की आक्रामक बल्लेबाजी, ट्रेंट बोल्ट की गेंदबाजी को सराहने वालों की यहां कमी नहीं है। वे क्रिकेट के ‘भद्रजन’हैं। 
जो अपने खेल और आचरण से दिल जीतते आये हैं। विश्व कप फाइनल के बाद तो शायद ही कोई क्रिकेटप्रेमी होगा जो उनका मुरीद नहीं हो। भारतीय टीम की चुनौती उनके लिये आसान नहीं होगी। जीतने वाली टीम को विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप गदा के साथ 16 लाख डॉलर इनामी राशि के तौर पर मिलेंगे। ऐसे कई क्रिकेटर हैं जो विश्व कप नहीं जीत सके और उनके लिये यह फाइनल विश्व कप से कम नहीं होगा। चेतेश्वर पुजारा अपने शरीर पर नील वेगनेर की शॉर्ट गेंदों को झेलने के लिये तैयार होंगे, आस्ट्रेलिया के खिलाफ श्रृंखला के बाद अजिंक्य रहाणे का कद बढा है और वह इस लय को कायम रखना चाहेंगे। भारत ने जहां मैच के लिए अपनी फाइनल इलेवन का ऐलान कर दिया है, तो न्यूजीलैंड की अंतिम एकादश टॉस के बाद ही साफ हो पाएगी।

सबसे अधिक स्वीकार्य नेता हैं पीएम मोदी, लोकप्रियता

अकांंशु उपाध्याय                 
नई दिल्ली। कोरोना काल में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की लोकप्रियता बरकरार है और वह दुनिया में सबसे अधिक स्वीकार्य नेता हैं। अमेरिकी डेटा इंटेलिजेंस फर्म ‘मॉर्निंग कंसल्ट’ द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के अनुसार, स्वीकार्यता के मामले में नरेंद्र मोदी अब भी अन्य वैश्विक नेताओं की तुलना में आगे चल रहे हैं। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ग्लोबल अप्रूवल रेटिंग 66 फीसदी है। डेटा के मुताबिक, कोरोना काल में भी वह पीएम मोदी अमेरिका, ब्रिटेन, रूस, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, ब्राजील, फ्रांस और जर्मनी सहित 13 देशों के अन्य नेताओं से बेहतर बने हुए हैं।
अमेरिकी डेटा इंटेलिजेंस फर्म ‘मॉर्निंग कंसल्ट’ द्वारा किए गए एक सर्वेक्षण के मुताबिक, कोरोना की दूसरी लहर में उनकी लोकप्रियता अथवा अप्रूवल रेटिंग में गिरावट देखी गई है, बावजूद इसके वह दुनिया में टॉप पर चल रहे हैं और अन्य वैश्विक नेताओं की तुनला में उनका प्रदर्शन बेहतर है। इस अप्रूवल रेटिंग में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बाद इटली के प्रधानमंत्री मारियो ड्रैगी का नंबर आता है, जिनकी अप्रूवल रेटिंग 65 फीसदी है। वहीं तीसरी नंबर मैक्सिको के राष्ट्रपति लोपेज ओब्रेडोर हैं, जिनकी रेटिंग 63 फीसदी है।’ 
मॉर्निंग कंसल्ट’ नियमित रूप से विश्व के नेताओं की अप्रूवल रेटिंग को ट्रैक करता है। इसके मुताबिक, पीएम मोदी के बाद दूसरा स्थान अटली के प्रधानमंत्री मारियो ड्रैगी (65%) ने हासिल किया, इसके बाद मैक्सिकन राष्ट्रपति एंड्रेस मैनुअल लोपेज ओब्रेडोर (63%), ऑस्ट्रेलियाई प्रधानमंत्री स्कॉट मॉरिसन (54%), जर्मन चांसलर एंजेला मर्केल (53%), अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन (53%), कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो (48%), ब्रिटेन के प्रधानमंत्री बोरिस जॉनसन (44%), दक्षिण कोरियाई राष्ट्रपति मून जे-इन (37%), स्पेनिश स्पेन पेड्रो सांचेज़ (36%), ब्राजील के राष्ट्रपति जायर बोल्सोनारो (35%), फ्रांसीसी राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रोन (35%) और जापानी प्रधान मंत्री योशीहिदे सुगा (29%) हैं।
भारत में 2,126 वयस्कों के सैंपल साइज के साथ मॉर्निंग कंसल्ट ग्लोबल लीडर अप्रूवल रेटिंग ट्रैकर ने प्रधानमंत्री मोदी के लिए 66 प्रतिशत अप्रूवल दिखाया, जबकि 28 प्रतिशत ने उन्हें अस्वीकृत कर दिया। इस ट्रैकर को आखिरी बार 17 जून को अपडेट किया गया था। बता दें कि हर देश का अलग-अलग सैंपल साइज है। 

केंद्र और सरकार को नोटिस जारी किया: हाईकोर्ट

अकांंशु उपाध्याय               
नई दिल्ली। दिल्ली हाई कोर्ट ने दिल्ली के सार्वजनिक स्थलों पर कोरोना गाइडलाइन का पालन नहीं होने और बाजारों में बिना मास्क पहने लोगों के घूमने के मामलों पर स्वत: संज्ञान लिया है। कोर्ट ने केंद्र और दिल्ली सरकार को नोटिस जारी किया है।
कोर्ट ने कहा कि दिल्ली में कोरोना की तीसरी लहर को रोकने के लिए कठोर कदम उठाने होंगे। कोर्ट ने कहा कि बाजारों में दुकानदारों और वेंडर को इस मामले में जागरूक करने की जरूरत है। हाई कोर्ट ने एम्स अस्पताल के डॉक्टरों की ओर से व्हाट्सऐप पर भेजी गई तस्वीरों पर गौर करने के बाद इस मामले पर स्वत: संज्ञान लिया।

शादीशुदा महिला को लेकर एचसी का अहम फैसला

बृजेश केसरवानी                       
प्रयागराज। लिव इन रिलेशन में रह रही शादीशुदा महिला को लेकर इलाहाबाद हाई कोर्ट ने गुरुवार को अहम फैसला सुनाया। हाई कोर्ट ने महिला को लिव इन में रहने पर संरक्षण देने से किया इनकार कर दिया। इसके साथ ही हाई कोर्ट ने याचिका खारिज कर याची पर पांच हजार रुपये का हर्जाना भी लगाया।
इलाहाबाद हाई कोर्ट ने कहा कि क्या हम ऐसे लोगों को संरक्षण देने का आदेश दे सकते हैं। जिन्होंने दंड संहिता व हिंदू विवाह अधिनियम का खुला उल्लंघन किया हो। कोर्ट ने कहा कि अनुच्छेद 21 सभी नागारिकों को जीवन की स्वतंत्रता की गारंटी देता है। लेकिन यह स्वतंत्रता कानून के दायरे में होनी चाहिए तभी संरक्षण मिल सकता है। 
दरअसल, अलीगढ़ की गीता ने याचिका दाखिल कर पति व ससुरालवालों से सुरक्षा की मांग की थी। वह अपनी मर्जी से पति को छोड़ कर दूसरे व्यक्ति के साथ लिव इन रिलेशन मे रह रही है। उसका कहना है कि उसका पति और परिवार के लोग उसके शांतिपूर्ण जीवन में हस्तक्षेप कर रहे है। गीता की याचिका पर हाई कोर्ट ने अहम फैसला सुनाया। इससे पहले पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट ने लिव-इन रिलेशनशिप में रह रहे एक कपल को सुरक्षा देने से इनकार कर दिया था। हाई कोर्ट का कहना था कि अगर कपल को संरक्षण दिया गया तो इससे सामाजिक ताने-बाने पर खराब असर पड़ेगा।
बता दें कि पंजाब-हरियाणा हाई कोर्ट में लिव-इन में रह रहे एक कपल ने संरक्षण देने की मांग करते हुए याचिका दाखिल की थी। याचिका दाखिल करने वालों में लड़के की उम्र 21 साल और लड़की की उम्र 18 साल के आसपास थी। याचिका में कहा गया था कि उन्हें लड़की के परिवार वालों से खतरा है, इसलिए उन्हें सुरक्षा दी जाए।
इस याचिका पर फैसला सुनाते हुए पंजाब-हरियाणा हाईकोर्ट ने कहा, "अगर इस तरह के संरक्षण का दावा करने वालों को इसकी अनुमति दे दी जाएगी तो इससे समाज का पूरा सामाजिक ताना-बाना बिगड़ जाएगा। इसलिए संरक्षण देने का कोई आधार नहीं बनता।

लोनी पुलिस स्टेशन आकर बयान दर्ज करवाएंं एमडी

अश्वनी उपाध्याय              
गाजियाबाद। सरकार और माइक्रोब्लोगिंग सोशल मीडिया साईट ट्विटर के बीच का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। एक तरफ केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ट्विटर के खिलाफ लगातार बयान दे रहे हैं तो गाजियाबाद पुलिस ने भी एक बुजुर्ग की वायरल वीडियो के संबंध में ट्विटर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की हुई है। ताजा घटनाक्रम में अब गाजियाबाद पुलिस ने ट्विटर इंडिया के मैनेजिंग डायरेक्टर मनीष माहेश्वरी को नोटिस भेज दिया है। इस नोटिस को भेजते हुए गाजियाबाद पुलिस ने ट्विटर इंडिया के एमडी से कहा है कि वे एक हफ्ते के अंदर लोनी पुलिस स्टेशन आकर बयान दर्ज करवाएंं। 
इस नोटिस की कॉपी आज तक के पास भी है।मनीष माहेश्वरी ट्विटर कम्युनिकेशन इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के मैनेजिंग डायरेक्टर हैं। गाजियाबाद पुलिस ने मनीष माहेश्वरी को ये नोटिस 160 सीआरपीसी के तहत भेजा है। नोटिस में गाजियाबाद पुलिस ने लोनी में दर्ज एफआईआर के बारे में बताते हुए ट्विटर को कहा है कि कुछ लोगों के जरिए कम्युनल हेट वाले ट्वीट किए गए, लेकिन ट्विटर ने कोई एक्शन/संज्ञान नहीं लिया। साथ ही देश/प्रदेश, समाज में घृणा फैलाने वाले लेख को बढ़ावा दिया गया, समाज विरोधी लेख को लगातार वायरल होने दिया गया। नोटिस में पुलिस ने कहा है कि ''एफआईआर दर्ज है इसलिए आपका बयान लेना है, पत्र मिलने के एक हफ्ते के अंदर अपना बयान लोनी पुलिस स्टेशन में उपस्थित होकर दर्ज करवाएं।

अमरिंदर के बीच में चल रही लड़ाई नए मोड़ पर आईं

अमित शर्मा                       
चंडीगढ़। कांग्रेस में नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर के बीच में चल रही सियासी लड़ाई अब एक नए मोड़ पर आ गई है। अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले नवजोत सिंह सिद्धू के खिलाफ विरोधी गुट कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ आ गया है।
दरअसल, कांग्रेस आलाकमान द्वारा नवजोत सिंह सिद्धू को जरूरत से ज्यादा तरजीह देने को लेकर पंजाब कांग्रेस के कैप्टन अमरिंदर सिंह, प्रताप सिंह बाजवा और अन्य वरिष्ठ विधायक नाराज हैं। इन वरिष्ठ नेताओं का मानना है कि पंजाब में कांग्रेस को खड़ा करने के पीछे पुराने कांग्रेसियों का हाथ है। जबकि सिद्धू कुछ समय पहले ही कांग्रेस में शामिल हुए हैं। सिद्धू को रोकने के लिए कैप्टन अमरिंदर और प्रताप सिंह बाजवा साथ एक मंच पर आने को तैयार हो गए हैं।

14 लोगों पर यौन शोषण का आरोप लगाया: रेवती

कविता गर्ग      
मुंबई। इंडस्ट्री की जानी मानी अभिनेत्री रेवती संपत ने बड़ा खुलासा किया है। उन्होंने 14 लोगों पर यौन शोषण का आरोप लगाया है। इस बात की जानकारी रेवती ने एक फेसबुक पोस्ट के जरिये दी है। अभिनेत्री रेवती संपत ने कई बड़े खुलासे किए हैं। जिन्हें सुनकर सब दंग रह गए। वहीं पूरी मलयालम फिल्म इंडस्ट्री इन खुलासों के बाद से संदेह के घेरे में आ गई है। दरअसल, रेवती संपत ने इंडस्ट्री के 14 लोगों पर उत्पीड़न के गंभीर आरोप लगाए हैं। पोस्ट के माध्यम से रेवती ने उन 14 लोगों के नाम का खुलासा किया है जिन्होंने उनका शोषण किया।
इनमें से एक नाम मशहूर अभिनेता सिद्दीकी का भी है। अपने आरोपियों के नाम का खुलासा करते हुए रेवती ने फेसबुक पोस्ट में यह भी संकेत दिए कि उन्हें इसका कोई डर नहीं है कि वह अपने गुनहगारों का चेहरा मीडिया के सामने रख रही हैं। रेवती के इस खुलासे ने फिल्म इंडस्ट्री को हिलाकर रख दिया है। हालांकि उन 14 लोगों में से किसी की भी प्रतिक्रिया सामने नहीं आई है। लेकिन अभिनेत्री द्वारा किए गए इतने हैरान कर देने वाला खुलासे ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। सोशल मीडिया यूजर्स ने फिल्म इंडस्ट्री में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर चिंता जाहिर की है और इस मामले पर जल्द से जल्द सख्त कार्यवाई करने की मांग भी उठाई है। 
अभिनेत्री ने अपने पोस्ट में यह भी बताया कि इन 14 लोगों ने ना केवल उनका शारीरिक रूप से बल्कि भावनात्मक और मानसिक रूप से भी उत्पीड़न किया हैं। रेवती ने सिद्दीकी के अलावा इस लिस्ट में मशहूर निर्देशक राजेश का नाम भी लिखा है। जो कई नेशनल और स्टेट लेवल पर अपनी फिल्मों के लिए अवॉर्ड्स जीत चुके हैं। रेवती ने इस लिस्ट में डेमोक्रेटिक यूथ फेडरेशन ऑफ इंडिया के नेता नंदु अशोकण समेत पुलिस विभाग से लेकर कई प्रोफेशन से जुड़े लोगों का नाम दिया है, जिनमें एक डॉक्टर भी है। अभिनेत्री के खुलासे के बाद कुछ लोगों ने उनके इस कदम को पब्लिसिटी स्टंट बताया तो वहीं कुछ ने उनका खुलकर समर्थन किया।

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

प्राधिकृत प्रकाशन विवरण 

1. अंक-307 (साल-02)
2. शनिवार, जून 19, 2021
3. शक-1984, ज्येठ, शुक्ल-पक्ष, तिथि-दसमीं, विक्रमी सवंत-2078।
4. सूर्योदय प्रातः 05:42, सूर्यास्त 07:16।
5. न्‍यूनतम तापमान -20 डी.सै., अधिकतम-36+ डी.सै.।
बरसात की संभावना
6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
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गुरुवार, 17 जून 2021

बाकी दिनों के लिए सोच का खाका खींचा: अमेरिका

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के राष्ट्रपति के रूप में जो बाइडन की पहली विदेश यात्रा ने उनकी सरकार की बाकी दिनों के लिए सोच का खाका खींच दिया। जी 7 शिखर सम्मेलन, नाटो समिट और अंत में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात में बाइडन ने स्पष्ट कर दिया कि अमेरिका अपनी हैसियत से जरा सा भी पीछे हटने नहीं जा रहा। चीन से निपटने के लिए बाइडन ने अमेरिकी नेतृत्व की हामी भर दी तो रूस को भी जता दिया कि वह उसकी मनमानी बर्दाश्त नहीं करने वाले। साथ ही व्लादिमीर पुतिन को बताया कि वह रूस के विरोधी नहीं। दोनों देशों ने संबंधों को पटरी पर लाने की शुरुआत कर दी है। जल्द ही वाशिंगटन और मॉस्को में राजदूतों की वापसी हो जाएगी। 

परमाणु हथियारों की संख्या को सीमित रखने के संबंध में नई संधि के लिए और साइबर सिक्युरिटी का फ्रेमवर्क तैयार करने को वार्ता शुरू होगी। डोनाल्ड ट्रंप के दौर में अलग राह पकड़ा अमेरिका अब वापस अपनी पुरानी राह पर लौट आया है। बाइडन ने यह बात अपने पहले विदेशी दौरे में स्पष्ट कर दी। नाटो समिट के बाद रूसी राष्ट्रपति से वार्ता में बाइडन ने सहयोगी देशों के हित की बात कही। कहा कि सहयोगी देशों के साथ कुछ हुआ तो अमेरिका चुप नहीं बैठेगा। नाटो समिट में कह दिया कि यूरोप की सुरक्षा अमेरिका की पवित्र जिम्मेदारी है। इसी के बाद जर्मनी की चांसलर एंजेला मर्केल ने कहा कि बाइडन का आना नए अध्याय की शुरुआत है।

मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार की संभावनाएं तेज

राणा ओबराय             

चंडीगढ़। हरियाणा में मंत्रिमंडल में फेरबदल और विस्तार की संभावनाएं तेज हो गई है। बुधवार शाम को मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य से मुलाकात की है। वहीं, आज शाम से दो दिवसीय दिल्ली दौरे पर सीएम जा रहे हैं। मुख्यमंत्री मनोहर लाल थोड़ी ही देर में भाजपा सरकार के 600 दिन पूरे होने के अवसर पर एक महत्वपूर्ण प्रेस कॉन्फ्रेंस को संबोधित करेंगे और उसके बाद माना जा रहा है कि दोपहर बाद दिल्ली रवाना हो सकते हैं। 

इधर, हरियाणा में मंत्रिमंडल में बदलाव और विस्तार की अटकलें कई दिनों से चल रही है। इसी बीच जहां मुख्यमंत्री प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, भाजपा राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात कर चुके हैं। वहीं, जेजेपी की तरफ से दुष्यंत चौटाला भी गृहमंत्री अमित शाह से मुलाकात करके आ चुके हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि जल्द ही कैबिनेट में विस्तार हो सकता है। जजपा कोटे से एक मंत्री अभी बनना बाकी है।

लॉकडाउन को 1 जुलाई तक बढ़ाने का फैसला किया

भुवनेश्वर। ओडिशा सरकार ने बुधवार को कोविड-19 की वजह से लागू आंशिक लॉकडाउन की अवधि एक जुलाई तक बढ़ाने का फैसला किया। वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसके साथ ही राज्य को संक्रमण के मामलों की संख्या के आधार पर दो श्रेणियों में विभाजित किया गया है। मुख्य सचिव एससी महापात्रा ने बताया कि पूर्व में लागू पांबदियां अब एक जुलाई सुबह पांच बजे तक जारी रहेंगी। उन्होंने बताया कि शनिवार और रविवार को सप्ताहांत लॉकडाउन भी इस महीने के अंत तक पूरे राज्य में लागू रहेगा। अधिकारी ने बताया कि राज्य के दक्षिण और पश्चिमी हिस्सों के 17 जिलों को ‘ए’ श्रेणी में रखा गया है और इन जिलों में संक्रमण दर पांच प्रतिशत या इससे कम है जबकि तटीय क्षेत्र के अन्य 13 जिलों को ‘बी’श्रेणी में रखा गया है।

उन्होंने बताया कि ‘ए’ श्रेणी में सुंदरगढ़, झारसुगुडा, बारगढ़, संबलपुर, कालाहांडी, बोलंगीर, गंजम, कंधमाल और कोरापुट आदि जिलों को रखा गया है और यहां पर आवश्यक वस्तुओं की दुकानों को सुबह छह बजे से शाम के पांच बजे तक खोलने की अनुमति होगी। उन्होंने कहा कि ‘बी’ श्रेणी के जिलों में ऐसी दुकानें सुबह छह बजे से दोपहर एक बजे तक ही खोली जा सकेंगी। इस श्रेणी में खुर्दा, पुरी,कटक, केंद्रपाड़ा, धेंकनाल, बालासोर और मयूरभंज आदि जिलों को रखा गया है।महापात्रा ने कहा कि राज्य सरकार ने मिठाई की दुकानों को इस शर्त पर खोलने की अनुमति दी है कि वे सामान का पार्सल देंगे। वहीं ‘ए’ श्रेणी के जिलों में रेहड़ी-पटरी की दुकानों को भी ‘सामान खरीदों और जाओ’ के नियम के आधार पर खोलने की अनुमति दी गई है।

मुख्य सचिव ने कहा कि सुबह छह बजे से नौ बजे तक लोगों को टहलने की अनुमति होगी। लेकिन पार्क एक जुलाई तक बंद रहेंगे। उन्होंने बताया कि आवश्यक सेवाओं, औद्योगिक और निर्माण गतिविधियों, मालवाहक वाहनों को परिचालन की अनुमति होगी लेकिन सार्वजनिक बस सेवा उपलब्ध नहीं होगी। वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि जिला प्रशासन को कोविड-19 के मामले बढ़ने पर और पाबंदी लगाने का अधिकार होगा। महापात्रा ने बताया कि छत्तीसगढ़ और झारखंड से लगती राज्य की सीमा खोल दी गई है। यह फैसला पड़ोसी राज्यों में कोविड-19 के कम होते मामलों के मद्देनजर लिया गया है। लेकिन पश्चिम बंगाल और आंध्र प्रदेश की सीमा पर पाबंदी पूर्व की तरह लागू रहेगी।

यूपी की खुशहाली का बुरी तरह सत्यानाश किया: सपा

हरिओम उपाध्याय            

लखनऊ। समाजवादी पार्टी अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा कि भाजपा सरकार ने प्रदेश की खुशहाली का बुरी तरह सत्यानाश किया है। अखिलेश यादव ने गुरूवार को कहा कि सपा सरकार में 6.9 प्रतिशत की दर से बढ़ने वाली उत्तर प्रदेश की जीडीपी 2017 से 2020 के बीच घटकर 5.6 प्रतिशत दर पर आ गई है। मुख्यमंत्री के सर्वतोमुखी विकास के थोथे ढोल की पोल इससे भी खुलती है कि जहां जीडीपी में गिरावट दर्ज हुई है, वहीं बेरोजगारी में भारी वृद्धि हुई है। 23 करोड़ लोग गरीबी रेखा से नीचे चले गए हैं।

उन्होंने कहा कि अब भाजपा सरकार ने बिना कोई काम किये। उत्तर प्रदेश का साढ़े चार वर्ष का समय बर्बाद कर दिया। विकास कार्य ठप्प हैं। भाजपा सरकार हर मोर्चे पर विफल दिखाई दे रही है। भाजपा का चाल, चरित्र और चेहरा भी जनता की निगाह में उजागर हो चुका है। साढ़े चार वर्ष हो गए जनता अच्छे दिनों की उम्मीद लगाए बैठी रही। उसे निराशा और हताशा ही हाथ लगी है। दुनिया भर में भाजपा ने प्रदेश की बदनामी कराई है।

घरेलू शेयर बाजारों में लगातार दूसरे दिन गिरावट आईं

कविता गर्ग                

मुंबई। अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों बढ़ोतरी की संभावना से घरेलू शेयर बाजारों में आज लगातार दूसरे दिन गिरावट रही। बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 178.65 अंक यानी 0.34 प्रतिशत लुढ़ककर 52,323.33 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 76.15 अंक यानी 0.48 प्रतिशत की गिरावट के साथ 15,691.40 अंक पर बंद हुआ।

फेड ने वर्ष 2023 तक नीतिगत ब्याज दरों में 0.6 प्रतिशत वृद्धि की संभावना व्यक्त की है। उसने कहा है कि आने वाले समय में श्रम बाजार में सुधार और बेरोजगारी कम होने की उम्मीद है।आईटी, टेक और एफएमसीजी को छोड़कर अन्य क्षेत्र की कंपनियों में बिकवाली हावी रही। इससे मझौली और छोटी कंपनियों पर भी दबाव बना। बीएसई का मिडकैप 1.29 फीसदी लुढ़ककर 22,396.07 अंक पर बंद हुआ। छोटी कंपनियों का सूचकांक स्मॉलकैप भी 0.58 प्रतिशत टूटकर 24,868.93 अंक पर रहा।

सेंसेक्स की 30 में से 20 कंपनियों के शेयर लाल निशान में और शेष 10 के हरे निशान में रहे। इंडसइंड बैंक में सबसे अधिक 2.91 प्रतिशत की गिरावट रही। डॉ. रेड्डीज लैब का शेयर 2.17 फीसदी, एनटीपीसी का 2.13 फीसदी और मारुति सुजुकी का 2.02 प्रतिशत लुढ़क गया। बजाज ऑटो का शेयर 1.52 प्रतिशत, एक्सिस बैंक का 1.51 प्रतिशत, भारती एयरटेल का 1.44 प्रतिशत, एचडीएफसी का 1.37 प्रतिशत, भारतीय स्टेट बैंक का 1.35 प्रतिशत और ओएनजीसी का 1.30 प्रतिशत नीचे बंद हुआ। एचडीएफसी बैंक में 1.23 फीसदी, आईसीआईसीआई बैंक में 1.16 फीसदी और आईटीसी में 1.13 फीसदी की गिरावट रही।

हापुड़ः राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन डीएम को सौंपा

अतुल त्यागी                
हापुड़। गुरुवार को कांग्रेस जनों ने दिल्ली रोड स्थित कलेक्ट्रेट पर पहुंचकर राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन जिलाधिकारी को सौंपा। कांग्रेसियों ने ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराया हैं कि अयोध्या में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की देखरेख में श्रीराम मंदिर ट्रस्ट द्वारा प्रभु श्री राम के मंदिर का निर्माण कार्य किया जा रहा हैं। जिसमे करोड़ो रुपयों की जमीन घोटाले का मामला सामने आया हैं। पूर्व विधायक गजराज सिंह ने कहा हैं कि मंदिर निर्माण के लिए पूरे देश भर से लोगों से चंदे की धनराशि एकत्रित की गई थी। 
लोगों ने प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण के लिए श्रद्धा से चंदा दिया था। लेकिन लोगों को क्या पता था कि उनके द्वारा दिए गए चंदे का ट्रस्ट के लोगों द्वारा दुरुपयोग किया जा रहा हैं। जिलाध्यक्ष मिथुन त्यागी ने कहा हैं कि अयोध्या में 2 करोड़ की जमीन को मात्र 15 मिनट में ही 18.50 करोड़ में गलत तरीके से बेच दिया जाता हैं। जो दिखाता हैं कि प्रभु श्रीराम के भव्य मंदिर निर्माण के नाम पर लोगों से लिए गए चंदे का ट्रस्ट द्वारा किस तरह से दुरुपयोग कर भ्रष्टाचार किया जा रहा हैं। लेकिन प्रदेश सरकार आंखें मूंदकर बैठी हुई हैं। लोगों के द्वारा श्रद्धा से दिए गए चंदे का ट्रस्ट द्वारा दुरुपयोग करना श्री रामभक्तों और तमाम चंदा देने वाले लोगों की आस्था के साथ सरासर खिलवाड़ हैं। 
शहर अध्यक्ष अभिषेक गोयल ने मांग की हैं कि अयोध्या में जिस तरह से 2 करोड़ की जमीन को मात्र 15 मिनट में 9 गुना कीमत में ट्रस्ट द्वारा बेची गई। इसके लिए प्रशासनिक जांच बिठाई जाए और दोषियों पर उचित कार्यवाही की जाएं। इस दौरान सतीश शर्मा (पूर्व संगठन मंत्री),एससी विभाग कांग्रेस जिलाध्यक्ष नरेश कुमार भाटी,सेवादल जिलाध्यक्ष मुकेश कौशिक,अल्पसंख्यक विभाग जिलाध्यक्ष एजाज अहमद,सेवादल यंग ब्रिगेड जिलाध्यक्ष निसार पठान खान, एससी विभाग कांग्रेस शहर अध्यक्ष देवेंद्र कुमार,जिला उपाध्यक्ष एडवोकेट अमित अग्रवाल,जिला उपाध्यक्ष इरफान कुरैशी,जिला महासचिव सचिन गोस्वामी,राजसिंह गुर्जर,जिला सचिव यशपाल सिंह ढिलौर,शहर उपाध्यक्ष अमित सैनी,जितेंद्र सिंह,शहर कोषाध्यक्ष विक्की शर्मा,शहर सचिव व पूर्व मीडिया प्रभारी गौरव आर.के.गर्ग,दीपक आत्रे (धौलाना), शहर सचिव तारेश्वर त्यागी,सुखपाल गौतम (सेवादल महासचिव),आदि लोग मौजूद रहें।

सहकारिता मंत्री ने फसल बीमा कंपनियों को निर्देश दिएं

राणा ओबराय          
चंडीगढ़। हरियाणा के सहकारिता मंत्री डाॅ. बनवारी लाल ने फसल बीमा कंपनियों को निर्देश दिएंं हैं कि वे किसानों के मुआवजे के भुगतान में किसी भी प्रकार की कोई कोताही न बरतें, अन्यथा ऐसी कंपनियों के खिलाफ कार्यवाही अमल लाई जा सकती है। इसके अलावा, उन्होंने अधिकारियों से स्पष्ट लहजे में कहा कि कष्ट निवारण समिति की बैठक में विवादों के समाधान की सही रिपोर्ट ही प्रस्तुत करें। यदि किसी ने गलत रिपोर्ट पेश की, तो उसके विरूद्ध कानूनी कार्यवाही की जाएगी। डाॅ. बनवारी लाल आज नूंह जिला में जिला लोक संपर्क एवं कष्ट निवारण समिति की बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। 
इस बैठक में सुनवाई के लिए कुल 13 परिवाद रखे गए। जिनमें से 8 शिकायतों का मौके पर ही हल किया गया है तथा 5 शिकायतें लंबित हैं। जिनकी दोबारा जांच के आदेश दिए गए हैं। इस मौके पर सोहना तावडू के विधायक कंवर संजय सिंह, विधायक अफताब अहमद, विधायक फिरोजपुर झिरका मामन खान, जिला भाजपा अध्यक्ष नरेन्द्र पटेल, पूर्व विधायक जाकिर हुसैन सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...