शनिवार, 29 मई 2021

'हेल्थ डे': डिसॉर्डर के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सकें

अकांशु उपाध्याय              

नई दिल्ली। वर्ल्ड डाइजेस्टिव हेल्थ डे (डब्ल्यूडीएचडी) हर साल 29 मई को मनाया जाता है। ताकि लोगों में पाचन रोग या डिसॉर्डर के बारे में जागरूकता बढ़ाई जा सके। इस बीमारी या डिसॉर्डर के इलाज, रोकथाम, प्रसार और डायग्नोसिस के बारे में जागरूकता पैदा करने के लिए वर्ल्ड गैस्ट्रोएंटरोलॉजी ऑर्गेनाइजेशन के जरिए इस दिन की शुरुआत की गई थी। वर्ल्ड डाइजेस्टिव हेल्थ डे पहली बार 29 मई, 2005 को मनाया गया था। इस साल की थीम “मोटापा- एक चल रही महामारी” है।

कोरोना काल में इम्यूनिटी के साथ वजन कंट्रोल में रखना बड़ा टास्क है। डायटिग आपको करनी नहीं है क्योंकि कमजोरी के कारण बीमारियां घेर सकती हैं। घर के बाहर टहलना संक्रमण के लिहाज से सुरक्षित नहीं है इसलिए अगर अपनी डाइट में खास मौसमी फलों को शामिल करें तो शरीर को स्वस्थ्य और  स्लिम-ट्रिम बनाकर रख सकते हैं। यह फल कई बीमारियों को भी आपसे दूर रखने के साथ स्ट्रेस से भी कोसों दूर रखते हैं।

फिरोजाबाद को 'कारण बताओ' नोटिस जारी किया

बृजेश केसरवानी                      

प्रयागराज। उच्च न्यायालय ने कहा है कि सेवा पंजिका मे दर्ज जन्मतिथि कर्मचारी और नियोजक दोनों के लिये बाध्यकारी है। कर्मचारी की सेवानिवृति के बाद इसमें कोई परिवर्तन नही किया जा सकता। जन्मतिथि को सेवानिवृति के बाद पुनरीक्षित करना अतार्किक है।शनिवार को सेवानिर्वत्त कर्मचारी से जन्मतिथि के अंतर पर वेतन वापसी मामले की सुनवाई करते हुए हाईकोर्ट द्वारा एसडीएम शिकोहाबाद, जिला फिरोजाबाद को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मागा है कि क्यों न उनके खिलाफ दुर्भावनापूर्ण कार्य करने के तहत उचित कार्यवाही की जाय। हाईकोर्ट ने एसडीएम से 24 जून तक स्पष्टीकरण के साथ व्यक्तिगत हलफनामा मांगा है और याची से पांच साल के वेतन रूपये 27,85,388 की वसूली आदेश व प्रक्रिया को निलंबित कर दिया है। हाईकोर्ट ने अपने निर्देशों में कहा है कि याची से वसूली नही की जायेगी। यह आदेश न्यायमूर्ति जे.जे. मुनीर ने संग्रह अमीन पद से 2015 मे सेवानिवृत्त पेन्शन भोगी बचन सिंह की याचिका पर दिया है।

दरअसल याची 31अक्टूबर 15 को सेवानिवृत्त हुआ। सेवा पंजिका में हाईस्कूल प्रमाणपत्र के आधार पर जन्मतिथि 10 अक्टूबर 1955 दर्ज है। वह इस समय पेन्शन पा रहा है। एसडीएम ने हाईस्कूल के पहले की शिक्षा के कागजों में दर्ज जन्मतिथि 10 अक्टूबर 1950 के आधार पर जन्मतिथि परिवर्तित करने का आदेश दिया और पांच साल अधिक सेवा का वेतन वापसी का निर्देश दिया। तहसीलदार ने वसूली आदेश भी जारी कर दिया। जिसे बचन सिंह द्वारा चुनौती दी गयी है। कोर्ट ने कहा कि संविधान के अनुच्छेद 23मे बेगार लेने पर रोक है। यदि याची से अधिक समय तक काम लिया गया है और वेतन नही दिया जाता तो यह बेगार होगा। उसे अधिक समय तक काम करने का वेतन पाना चाहिए। जबकि इस मामले में उससे वसूली की जा रही है। कोर्ट ने प्रथमदृष्टया एसडीएम के आदेश को विधि विरूद्ध करार दिया है और नोटिस जारी करते हुए जवाब मांगा है। सुनवाई 24 जून को होगी।

ममता का आचरण बंगाल के लोगों का अपमान

सत्येंद्र ठाकुर                 

भोपाल। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में चक्रवाती तूफान यास से हुई तबाही की समीक्षा बैठक में देरी से पहुंचने पर ममता बनर्जी पर हमला बोलते हुए मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चैहान ने कहा है कि उनका आचरण बंगाल के लोगों का अपमान है।शनिवार को मुख्यमंत्री शिवराज चैहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पूरे भारत देश के प्रधानमंत्री हैं। जिसके चलते पूरा देश उन्हें पसंद करता है। प्रधानमंत्री लोगों की भलाई और चक्रवाती तूफान यास से प्रभावित हुए लोगों का हाल-चाल जानने के लिए पश्चिम बंगाल के दौरे पर गए थे। 

लेकिल वहां की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी द्वारा इस दौरान दिखाया गया आचरण बंगाल के लोगों का अपमान है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल में चक्रवाती तूफान यास से हुई तबाही का जायजा लेने के लिए पश्चिमी मेदिनीपुर जनपद के कालाइकुंडा में समीक्षा बैठक आयोजित की थी। जिसमें पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनना बनर्जी को भी शामिल होना था। हालांकि वह इस बैठक में शामिल तो हुई लेकिन तकरीबन 30 मिनट की देरी के बाद बैठक में पहुंची और चक्रवाती तूफान से हुए नुकसान की रिपोर्ट थमा कर किसी और मीटिंग में शामिल होने की बात कहते हुए चली गई। हालांकि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को इंतजार कराने और मीटिंग के दौरान वहां से चले जाने के मामले पर ममता बनर्जी ने अपनी सफाई देते हुए कहा है कि पीएम नरेंद्र मोदी ने मीटिंग बुलाई थी। मुझे इस बात की जानकारी नहीं थी। इस बीच मेरी एक बैठक दीघा में आयोजित थी। मैंने प्रधानमंत्री को रिपोर्ट सौंपी और उन से राज्य में हुए नुकसान की भरपाई के लिए 20000 करोड रुपए की मदद की मांग की है। प्रधानमंत्री से 10000 करोड रुपए की मदद दीघा के विकास के लिए और इतनी ही धनराशि सुंदरबन के विकास के लिए मांगी है।

गृह मंत्रालय की तरफ से नोटिफिकेशन जारी हुआ

अकांशु उपाध्याय                

नई दिल्ली। नागरिक संशोधन कानून को लेकर मचे बवाल के बाद अब गृह मंत्रालय की तरफ से एक गैजेट नोटिफिकेशन भी जारी कर दिया है। 28 मई को जारी हुए इस गैजेट में अफगानिस्तान,बांग्लादेश और पाकिस्तान से गैर मुस्लिम समुदाय से भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन मांगे गए हैं। गुजरात,राजस्थान, हरियाणा और पंजाब के 13 जिलों में रह रहे हिंदू,सिख,जैन और बौद्ध जैसे गैर मुस्लिम लोगों से नागरिकता के लिए आवेदन मांगे गए हैं।

सूत्रों के मुताबिक अब जानकारी मिल रही है किसी सीएए के कानून के नियम के तहत नियम तैयार नहीं है। कानून के जरिए नरेंद्र मोदी सरकार ने अफगानिस्तान,बांग्लादेश और पाकिस्तान के हिंदू सिख बौद्ध जैन पारसी और ईसाई समुदाय के लोगों को भारत की नागरिकता देने का अवसर प्रदान किया था। लेकिन इसके नियम अभी तक तैयार नहीं हुए हैं। इसलिए नागरिकता के लिए नोटिस जारी किया गया है। विदित हो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सरकार ने जब सी ए ए कानून लाना चाहा था। उस समय इसका देश में जमकर विरोध हुआ था। मुस्लिम संगठनों गैर सरकारी संगठनों और भारत के विपक्षी पार्टियों ने इस कानून को मुस्लिम के भेदभाव कारी बताते हुए विरोध जताया था कई जगह आगजनी और तोड़फोड़ की घटना में हुई थी। जिसमें पुलिस द्वारा कार्यवाही की गई थी। एमएचए के तरफ से जारी नोटिफिकेशन के अनुसार भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने के लिए वे लोग योग्य है। जो गुजरात के मोरबी, राजकोट पाटन, वडोदरा में रह रहे है। इसके अलावा जो शरणार्थी छत्तीसगढ़ में दुर्ग और बलौदा बाजार में रह रहे हैं। राजस्थान में जालौर,उदयपुर पाली, बाड़मेर,सिरोही में रह रहे है वह लोग इसके पात्र हैं। इसके अलावा हरियाणा के फरीदाबाद और पंजाब के जालंधर में आवेदन कर सकते हैं।

नोटिफिकेशन जारी करने में भारतीय नागरिकता कानून 1955 की धारा 16 के तहत मिली शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए केंद्र सरकार ने कानून की धारा 5 के लिए ये कदम उठाया है। इसके अनुसार अफगानिस्तान बांग्लादेश और पाकिस्तान के हिंदू फारसी और अल्पसंख्यक समुदाय के लोगों को भारतीय नागरिक के तौर पर पंजीकृत करने के लिए आवेदन मांगे गए हैं। पंजीकरण ऑनलाइन होगा इसमें कलेक्टर या केवल हरियाणा और पंजाब के गृह सचिव जरूरत पड़ने पर मामलों के हिसाब से आवेदन की जांच कर पाएंगे।

19 दिनों में 15 लाख से अधिक एक्टिव केस हुए

अकांशु उपाध्याय                

नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण की दूसरी लहर का कहर धीरे-धीरे अब कम हो रहा हैं। पिछले कुछ समय में कोरोना के नए मामलों में कमी आई है। ठीक होने वाले मरीजों में भी वृद्धि हुई है। पिछले 19 दिनों की बात की जाए तो पिछले 19 दिनों में 15 लाख से अधिक कोरोना के एक्टिंग के केस हुए है। देश में सबसे ज्यादा 9 मई को कोरोना के एक्टिव केस की संख्या 37 लाख 41 हजार थी। जो अब घटकर 22 लाख 15 हजार रह गई है। देश में तेजी से ठीक हो होते मरीजों की संख्या 15 लाख कम हुई है। पिछले 19 दिनों में 15 लाख कोरोना मरीज़ो ने जंग जीती है। देश के 19 राज्यों में लॉकडाउन जैसी पाबंदियां दिया है। इन राज्यों में हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, दिल्ली, राजस्थान, उत्तर प्रदेश,बिहार,झारखंड, छत्तीसगढ़, उड़ीसा,मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र,कर्नाटक, केरल, तमिलनाडु, मिजोरम, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल और पुडुचेरी शामिल है।

वही देश के 13 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में आंशिक लॉकडाउन है या यहाँ लॉकडाउन जैसे पाबन्दी तो है लेकिन छूट भी है। इनमे पंजाब, जम्मू कश्मीर, लद्दाख, उत्तराखंड,अरुणाचल प्रदेश, सिक्किम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, त्रिपुरा, आंध्र प्रदेश और गुजरात। देश में तेजी से ठीक होते कोरोना मरीजों की संख्या यह बताती है कि जल्दी हम कोरोना से जंग जीतने वाले हैं। मगर अभी भी हमें सतर्क रहने की आवश्यकता है।

दिल्ली: 24 घंटे में कोरोना के 900 नए मामलें मिलें

अकांशु उपाध्याय                

नई दिल्ली। दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने शनिवार को कहा कि राष्ट्रीय राजधानी में पिछले 24 घंटे में कोविड-19 के करीब 900 नए मामले सामने आए हैं और अगर नए मामलों की संख्या में गिरावट जारी रहती है तो शहर में ज्यादा गतिविधियों को मंजूरी दी जाएगी।केजरीवाल ने शुक्रवार को घोषणा की थी कि राष्ट्रीय राजधानी में सोमवार से धीरे-धीरे लॉकडाउन खत्म करने की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी और यहां एक सप्ताह के लिए निर्माण गतिविधियों और फैक्ट्रियों को खोले जाने की इजाजत दी गई है। संक्रमण की दूसरी लहर से बेहद प्रभावित दिल्ली में चरणबद्ध तरीके से लॉकडाउन हटाने की प्रक्रिया करीब छह सप्ताह से ज्यादा समय से लागू लॉकडाउन के बाद हो रही है।

ब्लैक फंगस के करीब 176 मामले सामने आए

पंकज कपूर   

देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना का कहर जहां धीरे धीरे कम हो रहा है वही ब्लैक फंगस के मामलों में निरंतर बढ़ोतरी हो रही है। स्वास्थ्य विभाग द्वारा जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार उत्तराखंड में ब्लैक फंगस के अब तक करीब 176 मामले सामने आ चुके हैं जबकि 16 मरीजों की मौत हो चुकी है। एम्स चिकित्सालय ऋषिकेश में आज ब्लैक फंगस के सात नए मरीज भर्ती किए गए। इस प्रकार अब तक इस चिकित्सालय में ब्लैक फंगस के 117 मरीज पहुंच चुके हैं। आज किसी मरीज की मृत्यु नहीं हुई है। अब तक 9 मरीजों की मौत हो चुकी है।

अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान एम्स ऋषिकेश में आज यानी शुक्रवार शाम 5 बजे तक म्यूकोर माइकोसिस( ब्लैक फंगस) के कुल 117 केस आ चुके हैं। आज किसी भी मरीज की मृत्यु की खबर नहीं है। अस्पताल से अभी तक 2 मरीजों को उपचार के बाद डिस्चार्ज किया जा चुका है। अब एम्स अस्पताल में म्यूकोर माइकोसिस के शेष 106 मरीज भर्ती हैं।इधर दून मेडिकल कॉलेज में 10 मैक्स हॉस्पिटल में 07 , महंत इंद्रेश हॉस्पिटल में 12 ,जौलीग्रांट में 22 , आरोग्यधाम हॉस्पिटल में दो , कृष्णा अस्पताल हल्द्वानी में तीन ,सुशीला तिवारी अस्पताल में 03 , सिटी अस्पताल में , तिवारी नर्सिंग होम में एक ,जिला अस्पताल उधम सिंह नगर में एक मामला सामने आया है।

जबकि अब तक एम्स ऋषिकेश में 09 , जॉली ग्रांट में तीन ,सुशीला तिवारी में एक , महंत इंद्रेश अस्पताल में दो ,जिला अस्पताल उधम सिंह नगर में एक , सुशीला तिवारी में एक मरीजों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा जौलीग्रांट से छह तथा ऋषिकेश एम्स से 4 मरीज तथा मैक्स अस्पताल से 3 मरीज उपचार के बाद स्वस्थ होकर डिस्चार्ज हो चुके हैं।चिकित्सकों की सलाह है कि स्टेराॅयड के सेवन से इलाज करने वाले कोविड संक्रमित रोगी अपने शुगर की नियमित जांच करवाएं और शुगर लेवल पर नियंत्रण रखें। लक्षण नजर आने पर बिना देरी किए चि​कित्सक से परामर्श लें। बिना चिकित्सीय सलाह के स्टेराॅयड का सेवन कदापि नहीं करें। डाॅ. त्यागी ने बताया कि कोविड पेशेंट को अधिकतम 10 दिनों से ज्यादा स्टेराॅयड का सेवन नहीं करना चाहिए। दवा की ज्यादा डोज बेहद नुकसान दायक है। इसके अलावा कोविड संक्रमित होने पर रोगी को पहलेे 6 हफ्तों के दौरान अपने शुगर लेवल पर विशेष ध्यान देने की जरुरत है। उन्होंने बताया कि एम्स में भर्ती म्यूकर माइकोसिस के अधिकांश रोगी शुगर की बीमारी से ग्रसित हैं।

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ  पंकज कपूर  देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2024 को लेकर यात्रियों में गजब का उत्साह देखा जा...