सोमवार, 12 अप्रैल 2021

महान विभूतियों की जयंती पर कार्यक्रम आयोजित

राणा ओबराय                   
नारनौल। सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ओमप्रकाश यादव ने कहा कि महात्मा जोतिबा फुले व संविधान निर्माता डॉक्टर भीमराव अंबेडकर महान व्यक्तित्व के धनी थे। दोनों का उद्देश्य सामाजिक चेतना के माध्यम से देश में बदलाव लाना था। यादव आज स्थानीय अपार होटल में स्लम जागृति समिति द्वारा इन महान विभूतियों की जयंती पर आयोजित एक कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि संबोधित कर रहे थे। इस मौके पर भिवानी महेंद्रगढ़ के सांसद चौधरी धर्मवीर सिंह भी विशिष्ट अतिथि के तौर पर मौजूद थे। इस मौके पर सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्री ने स्लम जागृति समिति को 5 लाख का अनुदान दिया। स्लम जागृति समिति की ओर से गरीब व जरूरतमंद स्कूली बच्चों को 200 स्कूल बैग वितरित किए।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए श्री यादव ने कहा कि गुलामी के उस दौर में लोगों के मन में सकारात्मक भाव भरना तथा उनमें जागृति पैदा करना बहुत ही मुश्किल काम था। ऐसे दौर में इन दोनों महान विभूतियों ने न केवल समाज में जागृति पैदा करने का काम किया। बल्कि उन्हें शैक्षणिक तौर पर मजबूत करने का काम भी किया। उन्होंने कहा कि महात्मा जोतिबा फुले एक भारतीय समाज सुधारक, समाज प्रबोधक, विचारक, समाजसेवी, लेखक, दार्शनिक तथा क्रान्तिकारी कार्यकर्ता थे। महिलाओं व दलितों के उत्थान के लिय इन्होंने अनेक कार्य किए। समाज के सभी वर्गो को शिक्षा प्रदान करने के ये प्रबल समथर्क थे। वे भारतीय समाज में प्रचलित जाति पर आधारित विभाजन और भेदभाव के विरुद्ध थे। उनका मूल उद्देश्य स्त्रियों को शिक्षा का अधिकार प्रदान करना, बाल विवाह का विरोध, विधवा विवाह का समर्थन करना रहा है। श्री यादव ने कहा कि फुले ने स्त्रियों की तत्कालीन दयनीय स्थिति से ज्योतिबा फुले बहुत व्याकुल और दुखी होते थे इसीलिए उन्होंने दृढ़ निश्चय किया कि वे समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाकर ही रहेंगे। उन्होंने अपनी धर्मपत्नी सावित्रीबाई फुले को स्वयं शिक्षा प्रदान की। सावित्रीबाई फुले भारत की प्रथम महिला अध्यापिका थीं। इस मौके पर भिवानी-महेंद्रगढ़ लोकसभा क्षेत्र के सांसद चौधरी धर्मबीर सिंह ने कहा कि ने देश को ज्योतिबा फूले के शिक्षा के क्षेत्र में लोगों को साक्षर करने के लिए बहुत कार्य किया। वहीं बाबा साहेब भीमराव अंबेडकर ने एक ऐसा सविधान दिया। जिसमें बिना किसी भेदभाव हर नागरिक को समान अधिकार प्रदान किए। इसी मजबूत संविधान के कारण ही आज हम विश्व के सबसे बड़े लोकतांत्रिक देश की श्रेणी में खड़े हैं। हमारा संविधान लचीला है पर साथ ही यह मज़बूत भी। यही कारण है कि सविधान के आगे सभी एक समान हैं। इस मौके पर स्लम जागृति समिति के प्रधान भागीरथमल खनगवाल, राजेश्वरी इंदौरा, बंशीधर बुमरा, सारदा खन्ना, बसपा जिला अध्यक्ष डा गजे सिंह चौपड़ा, दीपक पटिकरा, नितिन इंदौरा, महेंद्र खन्ना, डॉ सिद्धांत, अमीलाल डाबला, रेखा कौथल, व्यापार मंडल के प्रधान बजरंगलाल अग्रवाल, रोहताश चेयरमैन व राजेश उर्फ़ बंटी ठेकेदार के अलावा अन्य गणमान्य नागरिक मौजूद थे।

महाप्रबंधक विनय ने कोरोना स्थिति की समीक्षा की

बृजेश केसरवानी                    
प्रयागराज। महाप्रबंधक विनय कुमार त्रिपाठी ने अपर महाप्रबंधक रंजन यादव, प्रमुख मुख्य विभागाध्यक्षों, मण्डल रेल प्रबंधकों और अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के संयुक्त वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से उत्तर मध्य रेलवे एवं पूर्वोत्तर रेलवे पर कोविड -19 स्थिति की समीक्षा की। उन्होंने आने वाले यात्रियों के परीक्षण में राज्य के अधिकारियों को सभी अपेक्षित सहायता प्रदान करने के लिए सभी मंडलों को निर्देशित किया तथा मण्डल के अधिकारियों को राज्य के अधिकारियों के साथ लगातार संपर्क बनाए रखने की सलाह दी। ताकि, स्टेशनों पर परीक्षण के लिए आवश्यक अतिरिक्त संसाधनों की व्यवस्था और तैनाती की जा सके। मास्क और अन्य कोविड -19 के उचित व्यवहार के बारे में जागरूकता अभियान पूरे उत्तर मध्य रेलवे पर सघन रूप से चलाया जा रहा है और यात्रियों को कोविड -19 के खिलाफ विभिन्न सावधानियों की जानकारी देने के लिए पोस्टर, डिजिटल डिस्प्ले, सार्वजनिक घोषणा प्रणाली आदि का नियमित रूप से उपयोग किया जा रहा है। जीएम त्रिपाठी ने एनसीआर और एनईआर के सभी मंडलों को रेलवे परिसर और ट्रेनों में यात्रियों द्वारा मास्क का उपयोग सुनिश्चित करने के लिए कहा। यात्रा के दौरान और रेलवे स्टेशन पर मास्क का उपयोग नहीं करने वाले यात्रियों पर नियमानुसार जुर्माना लगाया जाएगा।
महाप्रबंधक ने कार्यस्थलों और कार्यालयों में कोविड -19 के खिलाफ सावधानियों की स्थिति की भी समीक्षा की। उन्होंने कहा कि कार्यस्थलों और कार्यालयों के लिए केंद्र और राज्य सरकार द्वारा जारी सभी दिशानिर्देशों का कड़ाई से पालन किया जाना चाहिए और हमें अपने कार्यबल को संक्रमण से बचाने के लिए कोविड -19 के खिलाफ प्राप्त अनुभव का भी सही से उपयोग करना चाहिए। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि स्टाफ के इकट्ठा होने वाली जगहों जैसे क्रू लॉबी, रनिंग रूम, डिपो आदि में कोविड -19 प्रसार की संभावनाओं को कम करने के लिए सभी आवश्यक उपाय किए जाने चाहिए।  त्रिपाठी ने कैंटीन, मेस आदि में कर्मचारियों को एकत्रित न होने देने के लिए भी जरूरी उपाय करने हेतु निर्देशित किया। 

शाहिद को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया का उपाध्यक्ष चुना

बृजेश केसरवानी
प्रयागराज। दिल्ली में पत्रकार एवं प्रयागराज के मूल निवासी शाहिद अब्बास उर्फ 'शाहिद मजदूर' को प्रेस क्लब ऑफ इंडिया का उपाध्यक्ष चुना गया है। उन्होंने पल्लवी घोष को 13 मत से हराया। नई दिल्ली में बीते 10 अप्रैल को संपन्न हुए चुनाव में शाहिद मजदूर ने 668 मत प्राप्त किए जबकि पल्लवी घोष को 655 मत ही मिले। शाहिद के अलावा उमाकांत लखेड़ा को अध्यक्ष, विनय कुमार को सचिव और चंद्रशेखर लूथरा को संयुक्त सचिव चुना गया है। शहर के दायरा शाह अजमल निवासी शाहिद मजदूर को इस जीत पर इलाहाबाद प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष रतन दीक्षित, पूर्व सचिव देवेंद्र प्रताप सिंह, ज़ैग़म खान, अब्बास अली, मृगांक तिवारी और मोहन वर्मा ने हर्ष व्यक्त करते हुए बधाई दी है।

बिजली-पानी की समस्याओं को लेकर वोट मांगीं

बृजेश केसरवानी              
प्रयागराज। समाजवादी पार्टी अल्पसंख्यक सभा के महानगर उपाध्यक्ष शबी हसन ने वार्ड 57 दरियाबाद से पार्षद के होने वाले उप चुनाव मे क्षेत्र मे जनसंपर्क कर दो वर्ष से पार्षद विहीन क्षेत्र की बदहाली चोक सीवर लाईन बिजली-पानी की समस्याओं को लेकर वोट मांगीं।
शबी हसन इस से पहले भी दरियाबाद वार्ड 57 से चुनाव लड़ चुके हैं। आज शबी हसन ने वार्ड 57 मे घर-घर जनसंपर्क कर चुनाव चिन्ह नाव पर वोट देने की लोगों से अपील की। शबी हसन द्वारा लॉकडाउन के दौरान ज़रुरतमन्दों को खाद्ध सामाग्री बाँट कर लोगों को बड़ी मदद की थी। वहीं, क्षेत्र की जनसमस्याओं को लेकर हमेशा संघर्षरत रहने के कारण क्षेत्र मे काफी पकड़ है। यही वजहा है, कि क्षेत्रवासी हर प्रकार से शबी हसन के साथ खड़े हैं और भरोसा जताया की अबकी बार नाव कराएगी दरियाबाद समस्याओं से नय्या पार। जन्संपर्क के दौरानडा. आलमगीर, चाँद बाबू अन्सारी, बाबू युसूफ पान, मिलन कुमार, सूरज, बाबर ज़़हीर, इम्तेयाज़ अहमद, अनादिल नक़वी, यासिर अब्बास, क़ैसर सिद्दीकी, वाहिद खान, रज़ा नक़वी, माजिद खान, अली अब्बास, शाहरुक़ हुसैनी, चन्दा, ज़हीर, रिज़वान, सलमान, फज़ल मेहदी, राजू, शानू नक़वी, शहान नक़वी, अमर, बब्लू आदि थे।

विधायक द्वारा कर्मचारी को पीटने की वीडियो वायरल

अतुल त्यागी                 
हापुड़। जनपद के सदर विधायक विजयपाल आढती के गनर द्वारा एक पेट्रोल पंप कर्मचारी को पीटने की वीडियो वायरल हुई। जिस के संदर्भ में जब विधायक विजयपाल आढती से पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि उनके द्वारा पेट्रोल पंप कर्मचारी से 3 हजार रुपये का डीजल डलवाया गया था। लेकिन कर्मचारी ने मात्र 2500 का तेल डाला। जब विधायक ने के ड्राइवर ने इस संदर्भ में कर्मचारी से बात की, तो अपशब्द कहने लगा जिस पर गनर ने उसको समझाने की कोशिश की तो उसने गनर के साथ ही बदतमीजी चालू कर दी। जिस पर गनर ने उसके साथ तब मारपीट की विधायक विजयपाल आढती ने बताया कि अनेक बार उस कर्मचारी को हमने भी कहा कि पेट्रोल-डीजल सही डाला करो। इस पर कर्मचारियों ने अपशब्द कहना चालू कर दिया तथा गाली गलौज पर उतर आया बाद में पंप का मैनेजर मुकेश भी वहां पहुंच गया। कर्मचारी की गलती मानते हुए विधायक से माफी मांगी लेकिन बाद में कर्मचारी द्वारा यह वीडियो वायरल कर दी, वीडियो में आप सुन सकते हैं। कर्मचारी बाद में भी गालियां बक रहा हूं।

पुनरावृत्ति की धमकी दें रहें लोगों पर लगा प्रतिबंध

राणाघाट। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने राज्य के भाजपा नेताओं पर सोमवार को निशाना साधते हुए कहा, कि जो लोग कूच बिहार जैसी और घटनाओं की पुनरावृत्ति की धमकी दे रहे हैं। उन्हें राजनीतिक तौर पर पर प्रतिबंधित किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि वे नेता किस तरह के इंसान हैं। जो यह कहते हैं कि सीतलकूची जैसी और घटनाएं होंगी और मृतक संख्या अधिक होनी चाहिए थी। कूच बिहार जिले के सीतलकूची में सीआईएसएफ की कथित गोलीबारी में चार लोगों की मौत ने पश्चिम बंगाल में सियासी तूफान खड़ा कर दिया है। पुलिस ने कहा था कि कूच बिहार जिले में शनिवार को स्थानीय लोगों द्वारा कथित तौर पर हमला किए जाने के बाद केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के जवानों ने गोलीबारी की, जिसमें चार लोगों की मौत हो गई। ऐसा कहा जा रहा है कि स्थानीय लोगों ने सीआईएसएफ जवानों की ”राइफलों को छीनने की कोशिश कीं।

तब्दील का अनुरोध, कंपनी की याचिका खारिज

अकांशु उपाध्याय    
नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने सेवा से बाहर किए गए भारत के विमानवाहक पोत ‘विराट’ के संरक्षण और इसे संग्रहालय में तब्दील करने का अनुरोध करने वाली एक निजी कंपनी की याचिका को सोमवार को खारिज की। प्रधान न्यायाधीश एस ए बोबडे, न्यायमूर्ति ए एस बोपन्ना और न्यायमूर्ति वी रामासुब्रमणियन की पीठ ने इस तथ्य पर गौर किया कि रक्षा मंत्रालय ने सेवा से बाहर किए गए विमानवाहक पोत के संरक्षण संबंधी निजी कंपनी एन्वीटेक मरीन कंसल्टेंट्स प्राइवेट लिमिटेड के प्रतिवेदन को स्वीकार करने से इनकार कर दिया पीठ ने कहा, “आप यह नहीं कर सकते हैं। 
बंबई उच्च न्यायालय ने आपको सरकार के समक्ष प्रतिवेदन देने को कहा। आपने वह किया। सरकार (रक्षा मंत्रालय) ने इसे खारिज कर दिया। आपको इसको चुनौती नहीं देनी चाहिए।” वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से चली कार्यवाही में, पीठ ने एन्वीटेक मरीन की प्रतिनिधि रुपाली शर्मा की इन दलीलों को स्वीकार करने से इनकार कर दिया कि यह “राष्ट्रीय खजाना” है और इसे संरक्षित किए जाने की जरूरत है। पोत के खरीदार राम ग्रुप की तरफ से पेश हुए वरिष्ठ अधिवक्ता राजीव धवन ने कहा, “उन्होंने रक्षा मंत्रालय का रुख किया। मंत्रालय ने ना कह दिया। मामला यहीं समाप्त होता है।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...