गुरुवार, 1 अप्रैल 2021

रामानुजगंज के जंगलों में लगीं भीषण आग, टीम पहुंची

हरिओम उपाध्याय     
बलरामपुर। रामानुजगंज वनपरिक्षेत्र के अंतर्गत शहर से महज एक किलोमीटर की दूरी पर पलटन घाट के पास जंगलों में आग लग गई।  पूरा जंगल धू-धूकर जल उठा।  देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और इलाके में हड़कंप मच गया। जिसके बाद वन विभाग आनन-फानन में मौके पर पहुंचा। काफी मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया जा सका। रामानुजगंज के जंगलों में कई बार लोगों की लापरवाही से भी आग लगने की घटनाएं सामने आई हैं।पिछले कुछ सालों से कई हेक्टेयर जंगल आग की चपेट में आने से जल गए।आसपास के जंगलों का जलना कई तरह के संकटों बुलावा देता है। जंगल में आग लगने से उपजाऊ मिट्टी का कटाव तेजी से होता है।  आग लगने से जमीन भी खराब हो जाती है। इससे छोटे पौधों को तो नुकसान पहुंचता ही है। आग की लपटों से जंगली जानवर के अस्तित्व पर भी खतरा बना रहता है। कई जीव-जंतुओं की मौत भी आग से हो जाती है।। गर्मियों के दिन शुरू होते ही रामानुजगंज रेंज के कई जंगल आग की चपेट में आ जाते हैं। जिससे वन संपदा को भारी नुकसान होता है। इस संबंध में रामानुजगंज रेंज के रेंजर संतोष पांडे ने बताया कि शरारती तत्व जानबूझकर आग लगा देते हैं। यह काफी चिंता का विषय है। फिलहाल इस घटना में आग लगने के कारण का पता लगाया जा रहा है।  पता लगने पर दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी

1 ही परिवार के 4 लोगों की मिलीं लाश, मचा हड़कंप

अकांशु उपाध्याय       
नई दिल्ली। एक ही परिवार के चार लोगों की शव मिलने से इलाके में सनसनी फैल गई है। जानकारी के अनुसार एक शख्स फांसी पर लटका मिला। वहीं उसकी पत्नी और दो छोटे बच्चे एक कमरे में बेड पर मृत मिले। आशंका जताई जा रही है कि पति ने पहले अपनी पत्नी को मारा फिर दोनों बच्चों को मारकर खुद भी जान दे दी।मृतक का घर अंदर से लॉक था। मामले के सामने आने के बाद पुलिस को सूचना दी गई। मौके पर पहुंची पुलिस मामले की जांच कर रही है। मामले सामने आने के बाद इलाके में सनसनी फैल गई है। फांसी से लटके मिले शख्स का नाम धीरज यादव है। वह 31 साल का था और डीटीसी में बस ड्राइवर के तौर पर काम करता था. वहीं, उसकी पत्नी का नाम आरती है। वह 28 वर्षीय थी। जबकि मासूम बच्चों में हितेन की उम्र 6 साल और अथर्व की उम्र महज तीन साल थी।

मरने वालों में 80-85 प्रतिशत पुरानी बीमारी वालें

राणा ओबराय     
चंडीगढ़। प्रशासनिक और पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ वर्चुअल मीटिंग के दौरान मुख्यमंत्री ने कहा, कि स्थिति की समीक्षा आठ अप्रैल को की जाएगी। मोहल्ला स्तर पर लोगों तक पहुंच बनाई जाए। बुरी तरह से प्रभावित मोहाली, लुधियाना, जालंधर और अमृतसर में कोविड नियमों का भी सख्ती से पालन करवाया जाए। लोगों की परेशानी पर गौर करते हुए मुख्यमंत्री ने शनिवार को कोविड योद्धाओं के लिए एक घंटे के रखे जाने वाले मौन को खत्म करने का आदेश दिया।
कैप्टन अमरिंदर सिंह पंजाब में कोविड के कारण उच्च मृत्यु दर पर चिंता प्रकट की। इस पर राज्य की कोविड विशेषज्ञों की कमेटी के चेयरमैन डॉ. तलवार ने कहा कि राज्य में मरीज समय पर अस्पताल नहीं जाते और सह-रोगों की भी उच्च दर है। मरने वालों में से 80-85 प्रतिशत मरीज गंभीर बीमारी वाले हैं। उन्होंने एक बार फिर सभी धार्मिक और राजनीतिक नेताओं से अपील की है कि कोविड नियमों का पालन करने के लिए लोगों को प्रोत्साहित किया जाए।

योजनाओं पर ब्याज दरें कम करने का आदेश वापस

अकांशु उपाध्याय     
नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने कल शाम को ही छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें कम करने का आदेश जारी किया था। वहीं 24 के अंदर सरकार ने अपना आदेश वापस ले लिया है। जिसपर सुबह ही वित्त मंत्रालय ने ट्वीट कर इस फैसले को वापस लेने की मंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्वीटर हैंडल में बताया कि गलती से ब्याज दर घटाने का आदेश जारी हो गया था। वित्त मंत्री ने कहा कि सभी योजनाओं पर ब्याज दर वही रहेगी। जो पिछले साल मार्च तिमाही में थी। लघु बचत योजनाओं पर पुरानी ब्याज दर जारी रहेगी। बचत खाते में जमा रकम पर सालाना चार प्रतिशत ब्याज मिलता रहेगा। दी
 केंद्र सरकार ने कल शाम को ही छोटी बचत योजनाओं पर ब्याज दरें कम करने का आदेश जारी किया था। वहीं 24 के अंदर सरकार ने अपना आदेश वापस ले लिया है। जिसपर सुबह ही वित्त मंत्रालय ने ट्वीट कर इस फैसले को वापस लेने की जानकारी दी है।
मंत्री निर्मला सीतारमण ने ट्वीटर हैंडल में बताया कि गलती से ब्याज दर घटाने का आदेश जारी हो गया था। वित्त मंत्री ने कहा कि सभी योजनाओं पर ब्याज दर वही रहेगी, जो पिछले साल मार्च तिमाही में थी। लघु बचत योजनाओं पर पुरानी ब्याज दर जारी रहेगी। बचत खाते में जमा रकम पर सालाना चार प्रतिशत ब्याज मिलता रहेगा।
बता दें कि कल यानी वित्त वर्ष खत्म होने की आखिरी तारीख को सरकार ने नए वित्त वर्ष यानी 1 अप्रैल से स्मॉल सेविंग स्कीम्स पर इंट्रेस्ट रेट में कटौती का ऐलान किया था। जिसमें सेविंग डिपॉजिट पर इंट्रेस्ट रेट 4 फीसदी से घटाकर 3.5 फीसदी कर दिया गय था। वहीं इसके कैलकुलेशन सालाना आधार पर रखा गया था।
1 साल के टर्म डिपॉजिट पर इंट्रेस्ट रेट 5.5 फीसदी से घटाकर 4.4 फीसदी कर दिया गया है और इसका कैलकुलेशन तिमाही आधार पर होगा। 2 साल के टर्म डिपॉजिट पर इंट्रेस्ट रेट 5.5 फीसदी से घटाकर 5 फीसदी कर दिया गया है और इसका भी कैलकुलेशन तिमाही आधार पर होगा।

'लॉकडाउन' कोरोना को खत्म करने का समाधान नहीं

अकांशु उपाध्याय      

नई दिल्ली। देश में कोरोना की दूसरी लहर चरम पर पहुंचते दिख रही है। प्रतिदिन तेजी से बढ़ते आंकड़े चिंता का बड़ा विषय बन रहे हैं। वहीं, कोरोना पर रोकथाम के लिए जितनी गंभीरता से राज्य सरकारें हर मुमकिन कोशिश कर रही हैं। उतनी ही तेजी से आंकड़े बढ़ते जा रहे हैं। अब अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) के निदेशक रणदीप गुलेरिया ने कहा कि देश में जिस प्रकार कोरोना के आंकड़े एक बार फिर बढ़ रहे हैं ये ठीक ब्रिटेन की तरह होते दिख रहा है। उन्होंने कहा कि ये संभावना है कि कोई ऐसा वेरिएंट हो जो वायरस को और तेजी से फैला रहा है। उन्होंने कहा भले ही इस वक्त हमारे पास डेटा या सबूत नहीं है। इसका मतलब ये नहीं कि इसकी संभावना नहीं है। मामले इस वक्त युवाओं में ज्यादा आते दिख रहे हैं। इन युवाओं ने अगर अपनी जिम्मेदारियों को नहीं समझा तो ये धीरे-धीरे बुजुर्गों को भी अपनी चपेट में ले लेगी और वक्त के साथ हर उम्र के लोग इससे संक्रमित हो जाएंगे। गुलेरिया ने लॉकडाउन पर बात करते हुए कहा कि, “लॉकडाउन कोरोना को खत्म करने का समाधान नहीं है। लॉकडाउन के बजाय अगर छोटे-छोटे कंटेनमेंट जोन बना दिए जाए तो वो बेहतर होगा। उन्होंने कहा कि, “टेस्टिंग कैपेसिटी को और बढ़ाकर, ट्रीटमेंट में और तेज़ी लाकर साथ ही छोटे-छोटे कंटेनमेंट जोन बनाकर इस बढ़ते संक्रमण की दर को रोका जा सकता है।इसके अलावा केंद्र सरकार ने भी कोरोना के बढ़ते मामलों पर चिंता जतायी है। केंद्र ने कहा, “स्थिति बद से बदतर हो रही है। पूरा देश जोखिम में है। उन्होंने, लोगों से सतर्क रहने साथ ही लगातार सावधानी बरतने और गाइडलाइन को पालन करने की अपील की है।

संक्रमण को देखते हुए चलाया गया चेकिंग अभियान

हरिओम उपाध्याय    
अम्बेडकर नगर। जिलाधिकारी सैमुअल पॉल एन व पुलिस अधीक्षक आलोक प्रियदर्शी पहतीपुर रोड शहजादपुर से चौक होते हुए फैव्वारा चौराहा अकबरपुर तक कोविड-19 के बढ़ते संक्रमण को देखते हुए चेकिंग /जागरूकता अभियान चलाया गया। चेकिंग के दौरान बिना मास्क पहने हुए दुकानदारों एवं ग्राहकों के साथ-साथ सड़क पर चल रहे राहगीरों का चालान किया गया तथा उनको मास्क लगाने हेतु जागरूक किया गया साथ ही बिना मास्क पहने हुए लोगो को कठोर कार्रवाई करने की चेतावनी जिलाधिकारी द्वारा दी गई। उन्होंने यह भी निर्देश लोगों को दिया कि प्रतिदिन बाहर निकलते समय मास्क अवश्य लगाएं तथा दुकानदार ग्राहकों से कोविड-19 प्रोटोकॉल का अनुपालन करते हुए सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करें। चेकिंग के दौरान बिना मास्क/हेलमेट पहने कई वाहन से जुर्माना की राशि वसूली गई। इस दौरान मौके पर क्षेत्राधिकारी अकबरपुर, कोतवाल व पुलिस बल मौके पर उपस्थित थे।

वैक्सीन लगवाने के लिए जागरूक कर रही सरकार

हरिओम उपाध्याय      

लखनऊ। प्रदेश में कोरोना के मामले से एक बार से लोगों को बेचैन कर दिया है। वहीं राज्य सरकार भी गंभीरता को देखते हुए दुबारा जगह जगह टेस्टिंग की व्यवस्था के साथ वैक्सीन लगवाने के लिए लोगों को जागरूक कर रही है। सरकार के निर्देश पर सभी जिलों में अधिकारीयों को कोविड कैम्प में जाकर व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी दी गई थी। जिसके अंतर्गत राजधानी लखनऊ में बुधवार को शहर के स्वास्थ्य केन्द्रों पर सीडीओ लखनऊ प्रभाष कुमार ने औचक निरीक्षण किया। दौरान 100 डाटा फीडिंग और कांटेक्ट टेस्टिंग को लेकर अव्यवस्था पर नाराजगी जताई। वहीं बढ़ते हुए कोरोना केसों को संभालने में कर्मचारियों की कमी भी साफ़ देखने को मिली। ऐसे में कोरोना पर काबू किस तरह से पाया जाएगा ये एक बड़ा प्रश्न है। वहीं स्वस्थ्य केन्द्रों की डिमांड पर जल्द से जल्द कर्मचारियों और अन्य व्यवस्थाओं को पूरा करने के लिए अश्वाषन दिया। 

 

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...