शुक्रवार, 15 जनवरी 2021

किसान: खेत से सड़क पर आ गए

ज़ाकिर घुरसेना/कैलाश यादव

पिछले 6 से 7 सप्ताह से चल रहे किसान आंदोलन रुकने का नाम नहीं ले रहा है। उनकी सिर्फ एक ही मांग है कि तीनों कृषि कानून को वापस लो। सरकार भी इसे प्रतिष्ठा का प्रश्न बनाकर कानून वापसी की बात छोड़कर हर बात मानने तैयार है। लेकिन पेंच फंस गया इसी बात पर । आखिर में सुप्रीमकोर्ट को दखल देना पड़ा,चार सदस्यों की कमेटी को कानून की समीक्षा करने को कहा। इससे किसान भड़क गए एवं वे चार सदस्यों की निष्पक्षता पर ही सवाल उठाने लगे। जनता में खुसुर-फुसुर है कि दिल्ली बार्डर में सिर्फ हरियाणा, पंजाब के किसानों की संख्या को देखकर ये अंदाजा न लगाया जाए कि कानून से केवल इन्हें तकलीफ है, जबकि वास्तविकता ये है कि इससे पूरे देश के किसान चिंता जाहिर कर चुके है। अब सरकार को हठ छोड़कर इनकी मांगों पर गंभीरता से विचार कर उनके हक में फैसला देना चाहिए।

बाबा भारती की याद आ गई:- पिछले दिनों बाबा भारती और डाकू खड़कसिंह की याद ताजा हो गई। दरअसल हुआ ये कि लिफ्ट मांग कर दो युवकों ने तीसरे युवक की बाइक और मोबाइल छीन कर भाग गए। ये तो नेकी कर और जूते खा वाली बात हो गई। जनता में खुसुर-फुसुर है कि वो बात अलग थी कि बाबा भारती ने डाकू खड़कसिंह से कहा कि इस घटना की जिक्र कही भी मत करना वर्ना भरोसा उठ जाएगा। यहां बाबा भारती की जगह पुलिस है क्या एक्शन होगा जनता को मालूम है।

बघेल जी को चापड़ा चटनी खिलाया कि नहीं:- पिछले दिनों छग के कैबिनेट मंत्री कवासी लखमा ने कहा कि बस्तर में कोरोना से एक भी मौत नहीं हुई है, और कोरोना की रामबाण दवा है चापड़ा चटनी। उन्होंने बताया कि ये कोई जनप्रतिनिधि या मैं नहीं बल्कि उड़ीसा हाई कोर्ट ने कहा है। लखमा ने कहा कि बस्तर में लाल चीटी का चापड़ा चटनी चाव से खाया जाता है। यही वजह है कि बस्तर में कोरोना नहीं फैला। जनता में खुसुर-फुसुर है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बस्तर दौरे पर थे और लोग जानना चाहते है कि लखमा ने भूपेश बघेल को चापड़ा चटनी खिलाया कि नहीं। लोगों ने यह सुझाव दिया कि छत्तीसगढ़ में चापड़ा चटनी सेंटर भी खोल दिया जाए।

कांग्रेसी जासूसी भी करते हैं :- बात यह है कि भाजपा अध्यक्ष विष्णुदेव साय 100 क्विंटल धान बेचे हैं, और उनके खाते में एक लाख 86 हजार रुपए आ गए हैं। ऐसी जानकारी कांग्रेस प्रवक्ता ने दी है। कांग्रेसी राजनीति के साथ-साथ अब भाजपाइयों की जासूसी भी करने लग गए हैं। जनता में खुसुर-फुसुर है कि कांग्रेसियों की राजनीति नहीं चलने पर कम से कम देश के खुफिया विभाग में सेवा तो ली जा सकती है।

तंज कसना भारी पड़ गया:- पिछले दिनों भाजपा विधायक अजय चंद्राकर ने तंज कसते हुए कहा था कि गोबर को राजकीय चिन्ह बना दिया जाये। अब केंद्र सरकार द्वारा गोबर के पेंट की लांचिंग पर भूपेश बघेल गदगद हैं और विधायक जी को बोल रहे हैं कि गोबर उन्हीं के मुँह पर पड़ा। जनता में खुसुर फुसुर है कि धान से एथेनॉल बनाने का प्रोजेक्ट हो या गोबर खरीदी योजना दोनों छत्तीसगढ़ का प्रोजेक्ट है। ख़ुशी की बात है कि चलिए केंद्र ने यहाँ की योजनाओं का अनुसरण कर छत्तीसगढिय़ो का मान तो बढ़ाया।

छजकां की सत्ता में आदिवासी मुख्यमंत्री:- पिछले दिनों जनता कांग्रेस के मीडिया प्रमुख इकबाल अहमद रिजवी का बयान आया कि छत्तीसगढ़ में जनता कांग्रेस की सत्ता आएगी तो मुख्यमंत्री आदिवासी ही होगा। जनता में खुसुर-फुसुर है कि छजकां अगर सत्ता में आई तो आदिवासी मुख्यमंत्री नकली आदिवासी बनेगा या असली आदिवासी बनेगा, ये भी बताते जाएं। बहरहाल सत्ता तो दूर है कम से कम छजकां के मुख्य पदों पर ही आदिवासियों को बैठाकर शुरूआत तो कीजिए, पूछती है जनता।

लगता है जनता नासमझ है:- कांग्रेसी किसानों के लिए धरना प्रदर्शन कर भाजपा और केंद्र सरकार पर किसानों की हालात को लकेर दोष मढ़ रही है, दूसरी तरफ भाजपाई भी किसानों के लिए लड़ाई लड़ रहे हैं। धरना प्रदर्शन कर रहे है। कांग्रेस वाले बोल रहे हैं केंद्र सरकार बारदाना दे ,भाजपाई बोल रहे हैं भूपेश सरकार बारदाना दे , समझ में नहीं आ रहा कि बारदाना आखिर है कहाँ। जनता में खुसुर-फुसर है कि समझ में नहीं आ रहा है कि हो क्या रहा है। लगता है जनता को नेता लोग ना समझ मान लिए है।

तीनों कानूनों को वापस लेना ही होंगा: राहुल-प्रियंका

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। कांग्रेस ने केंद्रीय कृषि कानूनों के खिलाफ शुक्रवार को यहां प्रदर्शन किया। जिसमें पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा और कई अन्य नेता शामिल हुए। उप राज्यपाल के निवास के निकट आयोजित इस विरोध प्रदर्शन में राहुल गांधी ने कहा कि तीनों कानूनों को सरकार को वापस लेना पड़ेगा और जब तक ये वापस नहीं लिए जाते। तब तक कांग्रेस पीछे नहीं हटेगी। उप राज्यपाल के निवास के निकट आयोजित कांग्रेस के विरोध प्रदर्शन में शामिल राहुल गांधी ने कहा, ”कुछ साल पहले केंद्र सरकार ने भूमि अधिग्रहण विधेयक के माध्यम से किसानों की जमीन छीनने का प्रयास किया था। कांग्रेस ने उसे रोका। भाजपा एक बार फिर किसानों पर आक्रमण कर रही है।” उन्होंने आरोप लगाया, ”ये तीनों कानून किसानों की मदद करने के लिए नहीं हैं, बल्कि उन्हें खत्म करने के लिए हैं। सरकार कुछ उद्योगपतियों को फायदा पहुंचाना चाहती है।” कांग्रेस नेता ने कहा, ”कांग्रेस किसानों के साथ खड़ी है। सरकार को ये तीनों कानून वापस लेने होंगे। सरकार जब तक ये कानून वापस नहीं लेगी तब तक कांग्रेस पीछे नहीं हटने वाली है।” राहुल गांधी और प्रियंका गांधी ने जंतर-मंतर पहुंचकर, पंजाब से पार्टी के उन सांसदों के साथ एकजुटता प्रकट की जो पिछले करीब 40 दिनों से कृषि कानूनों के विरोध में धरने पर बैठे हैं। पंजाब से ताल्लुक रखने वाले कांग्रेस के लोकसभा सदस्य जसबीर गिल, गुरजीत औजला, रवनीत सिंह बिट्टू और कुछ अन्य नेता कृषि कानूनों के खिलाफ खुले आसमान के नीचे धरना दे रहे हैं। उनकी मांग तीनों कृषि कानूनों को वापस लेने की है। राहुल गांधी और प्रियंका कुछ देर तक पार्टी के इन सांसदों के साथ धरना स्थल बैठे और उनके साथ एकजुटता प्रकट की।

नए कृषि कानूनों को लेकर देश में मचा घमासान

वाशिंगटन डीसी/ नई दिल्ली। अंतरराष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) का मानना है कि ‘तीनों हालिया कानून’ भारत में कृषि सुधारों को आगे बढ़ाने की दिशा में उठाया गया महत्वपूर्ण कदम है। हालांकि आईएमएफ ने यह भी जोड़ा कि नयी व्यवस्था को अपनाने की प्रक्रिया के दौरान प्रतिकूल प्रभाव झेलने वाले लोगों के बचाव के लिये सामाजिक सुरक्षा का प्रबंध जरूरी है। आईएमएफ के एक संचार निदेशक (प्रवक्ता) गेरी राइस ने यहां कहा कि नये कानून बिचौलियों की भूमिका को कम करेंगे और दक्षता बढ़ायेंगे। उन्होंने बृहस्पतिवार को वाशिंगटन में एक संवाददाता सम्मेलन में कहा, ”हमारा मानना है कि इन तीनों कानूनों में भारत में कृषि सुधारों को आगे बढ़ाये जाने का प्रतिनिधित्व करने की क्षमता है।” राइस ने कहा, ”ये कानून किसानों को खरीदारों से प्रत्यक्ष संबंध बनाने का मौका देंगे। इससे बिचौलियों की भूमिका कम होगी, दक्षता बढ़ेगी, जो किसानों को अपनी उपजी की बेहतर कीमत हासिल करने में मदद करेगा और अंतत: ग्रामीण क्षेत्र की वृद्धि को बल देगा।” उन्होंने कहा कि इस प्रक्रिया में जिन लोगों की नौकरियां जायेंगी, उनके लिये कुछ ऐसी व्यवस्था की जानी चाहिये कि वे रोजगार बाजार में समायोजित हो सकें।” राइस ने कहा कि निश्चित रूप से इन सुधारों के लाभ प्रभावशीलता और उनके कार्यान्वयन के समय पर निर्भर होंगे। इसलिये सुधार के साथ इन मुद्दों पर भी ध्यान देने की आवश्यकता है। उल्लेखनीय है कि हाल ही में पारित इन तीनों कानूनों का विरोध में हजारों किसान दिल्ली की सीमाओं पर पिछले कई सप्ताह से विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। किसानों का आरोप है कि ये कानून न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) की व्यवस्था समाप्त कर देंगे और किसानों को कॉरपोरेट खेती की ओर धकेल देंगे। हालांकि सरकार इन कानूनों को बड़े कृषि सुधारों के तौर पर पेश कर रही है।

सीएम ने डिजिटल डायरी एप का लोकार्पण किया

गोरखपुर (ड़ेस्क)। मकर संक्रांति के मौके पर गोरखनाथ मंदिर सेमुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेशवासियों को एक और सौगात दी। मुख्यमंत्री ने सूचना विभाग की डिजिटल डायरी एप का लोकार्पण किया जिसके जरिये राज्य के जनप्रतिनिधियों, विभागों और अधिकारियों तक जन-जन की पहुंच और आसान हो सकेगी। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने डाक विभाग द्वारा तैयार खिचड़ी मेले के विशेष डाक टिकट भी अनावरण किया।

उन्‍होंने कहा कि आज जमाना तकनीकी का है। इसके प्रयोग से हम अपने हर क्षेत्र में व्यापक सुधार ला सकते हैं। अच्छी बात यह है कि हम भी जमाने के साथ बदल रहे हैं। सूचना विभाग ने डिजिटल डायरी-एप के जरिये एक अभिनव पहल की है। अब मोबाइल में ही डायरी होगी। लोग नि:शुल्क इस एप को अपने मोबाइल में डाउनलोड कर राज्य के हर विभाग से संपर्क स्थापित कर सकेंगे। सीएम योगी ने कहा कि तकनीकी के माध्यम से ही हम कोरोना संक्रमण के दौर में आमजन को बेहतरीन सेवाएं देने में सफल हो सके। जनधन खातों में सहायता राशि, पेंशन, भरण पोषण भत्ता, छात्रवृत्ति आदि लोगों को घर बैठे मिल सकी। तकनीकी के जरिये ही 2.35 करोड़ किसानों के खातों में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि और 44 लाख प्रवासियों को भरण पोषण भत्ता दिया जा सका।

जबकि अपर मुख्य सचिव सूचना नवनीत सहगल ने बताया देश में सूचना विभाग की पहली बार इस तरह की डिजिटल डायरी बनी है कोई भी व्यक्ति अपने मोबाइल में प्लेस्टोर से UPIDINFO एप निशुल्क डाउनलोड कर सकता है। उसमें सभी जनप्रतिनिधियों, विभागों, अधिकारियों और मीडिया के लोगों के नाम, फोन नंबर और ईमेल एड्रेस दर्ज हैं।

घेराव करने जा रहे कांग्रेस अध्यक्ष, हिरासत में लिया

हरिओम उपाध्याय 

लखनऊ। केंद्र के तीन नये कृषि कानूनों के विरोध में शुक्रवार को राजभवन का घेराव करने जा रहे उत्तर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू और पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं को पुलिस ने हिरासत में ले लिया। प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता ने बताया कि पार्टी के ‘किसान अधिकार कार्यक्रम’ के तहत प्रदेश अध्यक्ष लल्लू शुक्रवार दोपहर बाद पार्टी कार्यकर्ताओं के साथ राजभवन का घेराव करने जा रहे थे। तभी डॉलीबाग के पास से पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। राजभवन की ओर जुलूस के रूप में जा रहे पार्टी कार्यकर्ता ‘जय जवान जय किसान’ का नारा लगा रहे थे। प्रवक्ता ने बताया कि नये कानूनो के विरोध में आज पूरे देश में कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता अपने अपने प्रदेशों में राजभवन का घेराव कर रहे हैं।

अर्थव्यवस्था की मजबूती को राष्ट्रपति का बड़ा कदम

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के मनोनीत राष्ट्रपति जो बिडेन ने गुरुवार को कोरोना वायरस महामारी से बुरी तरह प्रभावित अमेरिकी अर्थव्यवस्था को मजबूत बनाने में मदद करने के लिए 19 खरब डॉलर की प्रोत्साहन योजना पेश की। यदि संसद इस प्रोत्साहन पैकेज को पारित कर देती है, तो इसमें घरों के लिए 10 खरब डॉलर का प्रावधान होगा, जिसके तहत सभी अमेरिकियों को 1,400 डॉलर का प्रत्यक्ष भुगतान किया जायेगा। राहत प्रस्ताव में महामारी से लड़ने के लिए 415 अरब डॉलर और सबसे बुरी तरह प्रभावित हुए छोटे व्यवसायों के लिए 440 अरब डॉलर प्रदान करने का भी प्रावधान है। बिडेन ने अपने पूर्ववर्ती राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की तुलना में वायरस से बेहतर तरीके से निपटने का संकल्प लिया है। ये नये प्रस्ताव ऐसे समय में आये हैं जब कोरोना वायरस के मामलों में सर्दियों के दौरान काफी वृद्धि देखी जा रही है और उसने पिछला रिकॉर्ड तोड़ दिया है। बिडेन ने यह भी कहा कि वह एक देशव्यापी टीकाकरण कार्यक्रम शुरू करना चाहते हैं जिसमें सामूहिक टीकाकरण केंद्र स्थापित करना और दूरदराज के क्षेत्रों में मोबाइल इकाइयों को भेजना शामिल है और इसके लिए वह 20 अरब डॉलर का आवंटन करने का प्रस्ताव रखते हैं।

सपा के प्रत्याशियों ने दाखिल किया नामांकन पत्र

संदीप मिश्र  

लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधान परिषद के चुनाव के लिये शुक्रवार को समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी अहमद हसन और राजेंद्र चौधरी ने नामांकन पत्र दाखिल कर दिया। चुनाव अधिकारी बी बी दुबे ने बताया कि हसन और चौधरी ने शुक्रवार दोपहर को परिषद के आगामी चुनाव के लिये अपना पर्चा दाखिल किया है। समाजवादी पार्टी के इन दोनों वरिष्ठ नेताओं के नामांकन के समय पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, विधानसभा में विपक्ष के नेता राम गोविंद चौधरी, प्रदेश अध्यक्ष नरेश उत्तम सहित कई नेता मौजूद थे। विधान परिषद की 12 सीटें 30 जनवरी को रिक्त हो रही है क्योंकि इन सदस्यों का कार्यकाल समाप्त हो रहा है।

समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने शुक्रवार को नए कृषि कानूनों को लेकर सत्तारूढ़ भाजपा पर जमकर निशाना साधा और आरोप लगाया कि भगवा पार्टी गरीब किसानों की कीमत पर मुट्ठी भर लोगों को लाभ पहुंचाने के लिये काम कर रही है। सपा अध्यक्ष ने पत्रकारों से बातचीत में कहा, ”भाजपा का यह कैसा फैसला है कि गरीब किसान खत्म हो जाएं और मुट्ठी भर लोग लाभान्वित हों।”

देश में कोरोना संक्रमण की रफ्तार हो रही धीमी

देश में कोरोना की रफ्तार पड़ रही धीमी, अब सिर्फ इतने मामले हैं सक्रिय
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। कोरोना महामारी के खिलाफ शनिवार से शुरू हो रहे देशव्यापी टीकाकरण अभियान के पहले ही कोविड-19 संक्रमण की रफ्तार धीमी पड़ती जा रही है जिसके कारण सक्रिय मामलों की दर घटकर 2.02 प्रतिशत रह गयी है। वहीं मौतों की दैनिक संख्या दूसरे दिन भी 200 से नीचे रहा।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से शुक्रवार को जारी आंकड़ों के मुताबिक पिछले 24 घंटे में संक्रमण के 15,590 नये मामले सामने आये जिससे संक्रमितों की संख्या एक करोड़ पांच लाख 27 हजार से अधिक हो गयी है। इसी दौरान 15,975 मरीज स्वस्थ हुए जिसके साथ कोरोनामुक्त होने वालों की संख्या एक करोड़ एक लाख 62 हजार 738 हो गयी और रिकवरी दर बढ़कर 96.53 प्रतिशत हो गयी।सक्रिय मामले 576 कम होकर 2.13 लाख रह गये हैं। इसी अवधि में 191 मरीजों की मौत हो गयी और मृतकों का आंकड़ा एक लाख 51 हजार 918 हो गया है। मृत्यु दर अभी 1.44 फीसदी है।
केरल में पिछले 24 घंटों के दौरान सर्वाधिक 1134 सक्रिय मामले बढ़े और इनकी संख्या 66,713 हो गयी है। वहीं सबसे ज्यादा 4,337 मरीज स्वस्थ भी हुए जिसे मिलाकर कोरोना को मात देने वालों की तादाद 7.61 लाख से अधिक हो गयी है जबकि 19 और मरीजों की मौत से मृतकों का आंकड़ा बढ़कर 3392 हो गया है। सक्रिय मामलों में केरल अभी पहले स्थान पर है। महाराष्ट्र में भी सक्रिय मामले 200 बढ़े हैं और इनकी संख्या 53,744 हो गयी है। राज्य में कोरोनामुक्त होने वालों का आंकड़ा 18.77 लाख हो गया है वहीं 70 और मरीजों की मौत से मृतकों की संख्या 50,291 हो गयी है।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी सक्रिय मामलों में निरंतर कमी आ रही है और अब इनकी संख्या 2937 रह गयी है। वहीं चार और मरीजों की मौत हुई है जिससे मृतकों की संख्या बढ़कर 10,722 हो गयी है। दिल्ली में 6.17 लाख से ज्यादा मरीज कोरोनामुक्त हुए हैं। दक्षिणी राज्य कर्नाटक में कोरोना के सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 8747 रह गयी है। राज्य में मृतकों का आंकड़ा 12,155 हो गया है तथा अब तक 9.09 लाख से अधिक मरीज स्वस्थ हुए हैं।
आंध्र प्रदेश में सक्रिय मामले 2338 रह गये हैं। वहीं 7138 लोगों की जानें जा चुकी है और 8.76 लाख से अधिक लोग संक्रमणमुक्त हुए हैं। आबादी के हिसाब से देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में पिछले 24 घंटों में सक्रिय मामले 52 कम होकर 10,080 रह गये। इस महामारी से 8543 लोगों की मौत हो चुकी है तथा अब तक 5.76 लाख से अधिक मरीज स्वस्थ हुए हैं। तमिलनाडु में सक्रिय मामलों की संख्या घटकर 6488 रह गयी है तथा अभी तक 12,246 लोगाें की मौत हुई है। राज्य में 8.10 लाख से अधिक मरीज संक्रमणमुक्त हुए हैं।
ओडिशा में सक्रिय मामले 11 बढ़कर 2035 हो गये हैं , वहीं 3.28 लाख लोग इस संक्रमण से निजात पा चुके हैं जबकि मृतकों की संख्या 1896 हो गयी है। तेलंगाना में सक्रिय मामले 53 बढ़कर 4442 रह गये हैं और 1574 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 2.85 लाख से अधिक लोग इस महामारी से ठीक हुए हैं। पश्चिम बंगाल में कोरोना के सक्रिय मामले 31 कम होकर 7272 रह गये हैं और 10010 लोगों की मौत हुई है। राज्य में अब तक 5.46 लाख से अधिक लोग स्वस्थ हुए हैं।
पंजाब में सक्रिय मामले 50 घटकर 2767 हो गये हैं तथा संक्रमण से निजात पाने वालों की संख्या 1.61 लाख से अधिक हो गई है जबकि 5473 मरीजों की जान जा चुकी है। मध्य प्रदेश में सक्रिय मामले 186 कम हुए हैं और इनकी संख्या 7108 रह गयी है तथा अब तक 2.39 लाख से ज्यादा लोग स्वस्थ हो चुके हैं जबकि 3740 लोगों की इस बीमारी से मौत हो चुकी है।
छत्तीसगढ़ में सक्रिय मामले 373 घटकर 7418 रह गये हैं। राज्य में 2.81 लाख लोग कोरोनामुक्त हो चुके हैं वहीं 10 और मरीजों की मौत होने के साथ मृतकों की संख्या 3537 हो गयी है। गुजरात में सक्रिय मामले 7056 रह गये हैं तथा 4357 लोगों की मौत हुई है और 2.42 लाख से अधिक लोग इस बीमारी से स्वस्थ भी हुए हैं। बिहार में सक्रिय मामले 55 घटकर 4170 रह गये हैं। राज्य में कोरोना से 1447 लोगों की मौत हुई है जबकि 2.51 लाख से अधिक लोग संक्रमणमुक्त हो चुके हैं।
कोरोना महामारी से अब तक हरियाणा में 2972, राजस्थान में 2744, जम्मू-कश्मीर में 1915, उत्तराखंड में 1596, असम में 1065, झारखंड में 1048, हिमाचल प्रदेश में 963, गोवा में 752, पुड्डुचेरी में 640, त्रिपुरा में 390, मणिपुर में 365, चंडीगढ़ में 330, मेघालय में 144, सिक्किम में 130, लद्दाख में 128, नागालैंड में 86, अंडमान निकाेबार द्वीप समूह में 62, अरुणाचल प्रदेश में 56, मिजोरम में नौ तथा दादर-नागर हवेली एवं दमन-दीव में दो लोगों की मौत हुई है।

उपचुनाव: भाजपा ने उम्मीदवारों की सूची जारी की

यूपी विधान परिषद चुनाव: भाजपा ने उम्मीदवारों की सूची की जारी, जानिए किसको मिला टिकट
हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने भारतीय प्रशासनिक सेवा के पूर्व अधिकारी अरविंद कुमार शर्मा को विधान परिषद के द्विवार्षिक चुनाव में आज अपना प्रत्याशी घोषित किया। भाजपा के महासचिव अरुण सिंह ने बताया कि भाजपा की केन्द्रीय समिति ने अरविंद कुमार शर्मा को प्रत्याशी घोषित करने के साथ ही प्रदेश भाजपा अध्यक्ष स्वतंत्र देव, राज्य के उप मुख्यमंत्री डॉ. दिनेश शर्मा एवं लक्ष्मण प्रसाद आचार्य को उत्तर प्रदेश विधान परिषद की चार सीटों के लिए उम्मीदवार बनाया है। उत्तर प्रदेश विधान परिषद के 12 सदस्‍यों का कार्यकाल 30 जनवरी, 2021 को समाप्‍त हो रहा है। इसके लिए 28 जनवरी को चुनाव होगा। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के करीबी माने जाने वाले अरविंद कुमार शर्मा ने गुरूवार को लखनऊ में भाजपा की सदस्यता ग्रहण की थी। पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने शर्मा को पार्टी मुख्यालय में एक सादे समारोह में पार्टी की सदस्यता ग्रहण करायी। इस मौके पर उप मुख्यमंत्री डाॅ. दिनेश शर्मा भी मौजूद थे।
गुजरात कैडर के अरविंद कुमार शर्मा ने हाल ही में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति ली थी। अरविंद कुमार मऊ जिले के एक पिछड़े गांव से ताल्लुक रखते हैं। उन्हें उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मंत्रिमंडल में महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दिये जाने के कयास लगाये जा रहे हैं।

विश्व: सबसे बड़े टीकाकरण अभियान का आगाज

कोरोना टीकाकरण। सरकार की गाइडलाइन जारी, जानें किन्हें लगेगा और किन्हें नहीं
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। 16 जनवरी से भारत में दुनिया के सबसे बड़े टीकाकरण अभियान का आगाज हो रहा है। टीकाकरण अभियान से पहले सरकार ने एक गाइडलाइन जारी की है, जिसमें स्पष्ट रूप से बताया गया है। कि किन लोगों को अभी टीका नहीं लगवाना है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने कहा कि कोविड-19 टीकों की विनिमयशीलता (इंटरचेंजिंग) की अनुमति नहीं है और गर्भवती और दूध पिलाने वाली महिलाएं टीके न लगवाएं क्योंकि उन्हें अभी तक किसी भी कोरोना वायरस-रोधी टीके के क्लिनिकल ट्रायल का हिस्सा नहीं बनाया गया है। बकायदा इसके लिए केंद्र सरकार ने राज्यों को पत्र लिखा है। और यह एहतियात बरतने को दिशा-निर्देश जारी किया है। मंत्रालय ने सभी राज्यों और केन्द्रशासित प्रदेश को लिखे पत्र में आपातकालीन परिस्थितियों में इनके इस्तेमाल को रेखांकित करते हुए कहा कि कोविड-19 टीके केवल 18 साल या उससे अधिक आयु के लोगों के लिए हैं। आवश्यकता पड़ने पर कोविड-19 टीकों और अन्य टीकों के बीच कम से कम 14 दिन का अंतराल लिया जा सकता है। केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अतिरिक्त सचिव मनोहर अगनानी द्वारा भेजे गए पत्र में कहा गया है, ‘कोविड-19 टीकों की विनिमयशीलता (एक टीका अलग, दूसरा अलग) की अनुमति नहीं है। दूसरी खुराक भी उसी टीके की लेनी होगी, जो पहले टीके की ली गई है। पत्र में कहा गया है। गर्भवती तथा दूध पिलाने वाली महिलाओं को अभी तक किसी भी टीके के क्लिनिकल ट्रायल का हिस्सा नहीं बनाया गया है। लिहाजा गर्भवती या अपने गर्भवती होने को लेकर अनिश्चित महिलाएं इस समय कोविड-19 टीके न लगवाएं।

नपुसंकता के सवाल पर स्वास्थ्य मंत्री का जवाब

अकांशु उपाध्याय  

 नई दिल्ली। देश में डेढ़ लाख से अधिक लोगों की जान ले चुके करोना वायरस पर काबू पाने के लिए टीकाकरण शुरू होने जा रहा है। लेकिन इस बीच कोराना टीकों को लेकर कई तरह के भ्रम और अफवाहें भी फैलाईं जा रही हैं। कई तरह के साइड इफेक्ट्स के दावों की वजह से लोगों के मन में दुविधा पैदा हो रही है। इस बीच देश के स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने खुद इन अफवाहों को दूर करने की कोशिश की है। कोरोना टीकों के साइड इफेक्ट्स को लेकर कुछ लोग यह भी दावा कर रहे हैं कि यह नपुंसक बना सकता है। पिछले दिनों एक राजनीतिक पार्टी के नेता की ओर से दावा किए जाने के बाद यह भ्रम और तेजी से फैला।

स्वास्थ्य मंत्री ने इसको लेकर कहा, ”कोई वैज्ञानिक सबूत ऐसा नहीं है जो बताता हो कि कोविड वैक्सीन से महिला या पुरुष में बांझपन आ सकता है। कृपया इस तरह के अफवाहों या अप्रमाणित स्त्रोतों से आने वाली सूचनाओं पर पर ध्यान ना दें। स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कोरोना टीकाकरण से होने वाले साइड इफेक्ट्स की जानकारी देते हुए कहा, ”कोविड-19 (Covid-19) वैक्सीन लगाए जाने के बाद कुछ लोगों को हल्के बुखार, टीके वाली जगह पर दर्द, शरीर में दर्द जैसी शिकायतें हो सकती हैं। ये साइड इफेक्ट्स दूसरे टीकों की तरह ही हैं। ये दिक्कतें कुछ समय में खुद ही दूर हो जाने की उम्मीद है।” इस भ्रम को दूर करते हुए स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा, ”कोविड-19 (Covid-19) वैक्सीन लगाए जाने की वजह से आपको कोरोना संक्रमण नहीं हो सकता है। यदि आपको टीका लगने के बाद अस्थायी साइड इफेक्ट के रूप में हल्का बुखार आता है तो इसे कोविड ना समझें।

दिल्ली के 6 अस्पतालों में टीके की खेप पहुंची

अकांंशु उपाध्याय  

नई दिल्ली। दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस के खिलाफ बड़े पैमाने पर टीकाकरण अभियान शुरू करने के लिए अंतिम रूप से 81 अस्पतालों में स्टॉक किए गए दो कोविड-19 टीके की खेप को 6 सरकारी अस्पतालों में भेजा है।

हालांकि, वितरण पैटर्न ने कई लोगों की नाराजगी बढ़ा दी है, भारत बायोटेक का कोवैक्सीन अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स), सफदरजंग और राम मनोहर लोहिया (आरएमएल) सहित केवल छह केंद्र संचालित अस्पतालों में आवंटित किया गया है। दिल्ली सरकार द्वारा आवंटित टीकों के साथ अस्पतालों की एक सूची से इस बात का खुलासा हुआ है। इस बीच, 75 अस्पताल जिनमें राज्य-संचालित और निजी अस्पताल शामिल हैं, को सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (एसआईआई) के साथ ऑक्सफोर्ड/एस्ट्राजेनेका द्वारा विकसित कोविशील्ड मिलेगा, जो देश में अपने विपणन और उत्पादन को संभाल रहा है।

हालांकि, वैक्सीन के वितरण पैटर्न के पीछे दिल्ली सरकार द्वारा कोई आधिकारिक स्पष्टीकरण या कारण प्रस्तुत नहीं किया गया है, लेकिन राज्य के स्वास्थ्य विभाग के एक शीर्ष अधिकारी ने आईएएनएस को बताया कि यह केंद्र के निर्देश पर किया गया। अधिकारी ने कहा, “वैक्सीन और इसकी खुराक केंद्र सरकार के विशेष निर्देशों के अनुसार आवंटित की गई है। हालांकि, इस कदम से विवाद की आशंका है क्योंकि स्वास्थ्यकर्मियों के पास पहले से ही भारत बायोटेक की कोवैक्सीन को लेकर आशंका है जिसे तीसरे चरण के ट्रायल की प्रभावकारिता की डेटा प्रस्तुत किए बिना भारत के ड्रग रेगुलेटर द्वारा आपातकालीन उपयोग के लिए अनुमोदन मिला।

कई स्वास्थ्य कर्मियों ने आईएएनएस से बात की, उन्होंने कोवैक्सीन के प्रति अपनी आशंकाओं को प्रकट किया। केंद्र संचालित लेडी हार्डिग मेडिकल कॉलेज (एलएचएमसी) के एक ईएनटी विशेषज्ञ ने कहा, “मैं टीका लगवाने के लिए तैयार हूं लेकिन कोवैक्सीन नही लगवाऊंगा। एलएचएमसी के स्वास्थ्यकर्मियों को कोवैक्सीन दी जाएगी क्योंकि इसके संबद्ध अस्पताल कलावती सरन को 6 केंद्र संचालित अस्पतालों में सूचीबद्ध किया गया है जो भारत बायोटेक का टीका प्राप्त करेंगे। सफदरजंग के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग के प्रोफेसर और प्रमुख जुगल किशोर ने कहा कि किसी भी विवाद से बचने के लिए सभी केंद्रों पर एक वैक्सीन कैंडीडेट उपलब्ध कराया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा, “बेहतर होता कि सरकार सभी केंद्रों पर एक वैक्सीन कैंडीडेट उपलब्ध कराती ताकि लोगों के मन में कोई भ्रम न पैदा हो।”कोवैक्सीन विवादों में रहा है क्योंकि केंद्रीय औषधि मानक नियंत्रण संगठन (सीडीएससीओ) की विषय विशेषज्ञ समिति द्वारा प्रतिबंधित आपातकालीन उपयोग के लिए सिफारिश की गई थी। बाद में, इसे कोविड टीकाकरण कार्यक्रम में रोल-आउट के लिए 3 जनवरी को मंजूरी दी गई।

अपराधी कोई भी हो बख्शा नहीं जाएगा: सीएम

अविनाश श्रीवास्तव  

पटना। बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने आज कहा कि सरकार अपराध नियंत्रण के लिए पूरी तरह से मुस्तैद है और अपराधी कोई भी हो उसे बख्शा नहीं जाएगा ।

कुमार ने शुक्रवार को पटना के आर. ब्लॉक से दीघा के बीच 379.57 करोड़ रुपये की लागत से बनी 6.7 किलोमीटर लंबी सड़क जिसका नामकरण पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर ‘अटल पथ’ रखा गया है, का उद्घाटन करने के बाद राज्य में अपराध की बढ़ती घटना के संबंध में पत्रकारों के सवालों का जवाब देते हुए। कहा कि सरकार अपराध नियंत्रण के लिए पूरी तरह मुस्तैद है। अपराध में संलिप्त चाहे जो भी हो उन्हें बख्शा नहीं जाएगा। उसके खिलाफ सख्त कार्यवाही की जाएगी ।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पटना में इंडिगो एयरलाइंस के स्टेशन मैनेजर रूपेश कुमार सिंह की हत्या के मामले में पुलिस हर बिंदु पर जांच कर रही है और अपराधी जल्द ही पकड़े जाएंगे । इस हत्याकांड में संलिप्त अपराधी का स्पीडी ट्रायल करा कर उसे सजा दिलाई जाएगी। उन्होंने खुद इस मामले में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) से बात की है और अपराधियों की तुरंत गिरफ्तारी सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है ।

हिमाचलः तेंदुए ने सड़क पर लोगों से किया प्यार

तेंदुए ने सड़क पर आकर लोगों से किया प्यार

कुल्लू। तेंदुए द्वारा पालतू जानवर और लोगों पर हमले की खबरें, वीडियो और तस्वीरें तो आपने बहुत देखीं और सुनी होंगी। लेकिन हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले की तीर्थन घाटी से जो वीडियो सामने आया है वो वाक्य हैरान कर देने वाला है। दरअसल, यहां एक तेंदुए का शावक सड़क पर निकल आया। इस दौरान तेंदुए के शावक को देख लोगों की भीड़ जुट गई और सड़क पर जाम लग गया। तेंदुए (Leopard) के शावक के साथ लोग खेलने लगे और उसके साथ सेल्फी लेनी शुरू कर दी। इस दौरान तेंदुआ वहां करीब एक घंटे तक घूमता रहा और लोग भी तेंदुए को देखने के लिए गाड़ियों से उतर आए। जिसका वीडियो अब सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। जानकारी के मुताबिक, यह वायरल वीडियो कुल्लू जिले के तीर्थन घाटी की शरची पंचायत के बंदल स्थित नगलाड़ी-शरची सड़क का है। सुबह करीब सात बजे के आसपास लोगों ने तेंदुए को देखा। बिना किसी डर के सड़क पर घूमते तेंदुए को देखने के लिए जहां आसपास गांव के लोगों को तांता लगा गया, वहीं सड़क पर भी गाड़ियों की लंबी लाइन गई। इस दौरान कई लोग गाड़ियों से बाहर आए और तेंदुए को बिस्कुट फैंकने लगे। सड़क के करीब 300 मीटर पर तेंदुए ने करीब एक घंटे तक डेरा जमाए रखा और लोग उसके वीडियो बनाते रहे।

कोहरे से परेशान हैं 'उत्तर भारत', 6348 ट्रेनें रद्द

घने कोहरे से परेशान उत्तर भारत, आज 6348 ट्रेनें रद्द, फ्लाइट पर भी असर
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। दिल्ली से लेकर दक्षिण तक सर्दी का कहर बुरी तरह से जारी है। राजधानी दिल्ली में आज कोहरे ने कोहराम मचाया हुआ है। दृश्यता काफी कम हो गई है, जिससे लोगों को आने-जाने में खासी दिक्कत हो रही है। यही नहीं घने कोहरे की वजह से उत्तर रेलवे क्षेत्र में 14 ट्रेनें देरी से चल रही हैं। कुछ ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। देश में आज 6348 ट्रेनें रद्द हैं। तो वहीं 13 ट्रेनों को आंशिक तौर पर रद्द किया गया है। यहीं नहीं कोहरे का असर फ्लाइट्स पर भी पड़ा है। विमान कंपनी स्पाइसजेट ने ट्वीट करते हुए जानकारी दी है। कि घने कोहरे और खराब मौसम के कारण बागडोगरा की उड़ानें प्रभावित हो सकती हैं। ऐसे में यात्री यात्रा से पहले अपनी फ्लाइट का स्टेटस जरूर चेक कर लें। केवल दिल्ली ही नहीं आज उत्तर राजस्थान, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़, दिल्ली, उत्तर प्रदेश, बिहार, उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल, असम और त्रिपुरा में घना कोहरा छाया हुआ है।

इंसान के जीवन को बर्बाद कर सकती हैं 'शराब'

शराब छोड़ना नहीं होगा आसान, अगर

पालूराम  
नई दिल्ली। शराब या किसी अन्य नशे की लत इंसान के जीवन को बर्बाद कर सकती है। इससे इंसान के न सिर्फ करियर पर असर पड़ता है। बल्कि उसका स्वास्थ्य भी कमजोर होता है। नशे की लत धीरे-धीरे इंसान का आत्म विश्वास भी कमजोर कर देती है। यूं तो नशे के पीछे लोग कई तरह के बहाने बनाते हैं, लेकिन इसकी एक वजह कुंडली के ग्रहों का प्रभाव भी होता है। मानव जीवन में जितनी भी बुरी लत होती हैं। उनका कारक राहु है। अगर कुंडली में राहु पहले, दूसरे, सातवें या 12वें भाव में है। तो जातक के नशे का शिकार होने की पूरी संभावना होती है। इसका सबसे ज्यादा प्रभाव दूसरे भाव पर होता है। राहु से जुड़े नशों में धूम्रपान सबसे ऊपर है। चंद्रमा को मादक पदार्थों और शराब का कारक माना गया है। शराब को सोमरस के नाम से भी पुकारा जाता है। जो चंद्रमा से ही संबंधित है। इसलिए, अगर कुंडली में चंद्रमा पर राहु का प्रभाव हो या दोनों ग्रह साथ में हों तो जातक शराबी हो जाता है। इतना ही नहीं उसके लिए शराब छोड़ना आसान नहीं होता है। अगर कुंडली में शुक्र के साथ राहु विराजमान हैं। या दोनों ग्रह संबंध बना रहे हों तो भी व्यक्ति शराबी हो सकता है। इस युति में अगर शुक्र नीच का है तो व्यक्ति शराब के साथ दूसरे नशे का आदी भी हो सकता है। अगर इन पर शनि और मंगल का प्रभाव हो तो हालात और भी ज्यादा बिगड़ सकते हैं। हालांकि अगर चंद्र-राहु और शुक्र-राहु की युति पर बृहस्पति की दृष्टि हो तो जातक नशे की लत से आसानी से मुक्ति पा सकता है।

महाराष्ट्र: एक्ट्रेस कंगना पर लगा चोरी का आरोप

मनोज सिंह ठाकुर
मुंबई। कंगना रनौत ने अपनी फिल्म मणिकर्णिका फ्रेंचाइजी को आगे बढ़ाने का ऐलान किया। ‘पंगा गर्ल’ जल्द ‘मणिकर्णिका रिटर्न्स : द लीजेंड ऑफ दिद्दा’ में दिखाई देंगी। मणिकर्णिका में ‘झांसी की रानी’ की कहानी दिखाई गई थी। वहीं, इस फिल्म में ‘कश्मीर की रानी’ के बारे में बताया जाएगा, लेकिन फिल्म ऐलान के बाद ही एक्ट्रेस पर चोरी का आरोप लग गया। ‘दिद्दा’ के राइटर आशीष कौल ने आरोप लगाया कि कंगना ने उनकी कहानी चुरा ली है। आशीष कौल ने कंगना रनौत पर अब कॉपीराइट का आरोप लगाया है। एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने कहा कि अपने अधिकारों के लिए लड़ने वाली कंगना क्या मेरे जैसे राइटर के अधिकारों का खुलेआम हनन नहीं कर रही हैं। राइटर ने कहा कि कंगना ने अधिकारों का घोर उल्लंघन किया है। यह गैरकानूनी है। और उसी देश के आईपीआर और कॉपीराइट कानूनों का पूर्ण उल्लंघन है। उन्होंने आगे कहा कि कंगना का यह अंदाज समझ नहीं आया मैं इसे एक इंटेलेक्चुअल चोरी कहूंगा।

कर्नाटक: 2 वाहनों की टक्कर में 11 लोगों की मौत

कर्नाटक में बड़ा सड़क हादसा, दो वाहनों की टक्कर में 11 लोगों की मौत

बैंगलुरू। कर्नाटक में धारवाड जिले के इटागट्टी के पास शुक्रवार तड़के टैम्पो और टिप्पर में टक्कर होने से कम से कम 11 लोगों की मौके पर मौत हो गयी, जिनमें अधिकतर महिलाएं हैं, जबकि कई अन्य घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि दुर्घटना के समय पीड़ित दावणगेरे से गोवा की ओर जा रहे थे।
क्षतिग्रस्त हो गए हैं और शवों की पहचान के लिए उनके रिश्तेदारों को दावणगेरे से बुलाया गया है। वहीं घायलो को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती किया गया है। इस सिलिसेल में धारवाड ग्रामीण पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया और जांच की जा रही है। विस्तृत विवरण की प्रतिक्षा की जा रही है।

971 करोड़ की लागत से संसद भवन का निर्माण

 नए संसद भवन का निर्माण कार्य शुरू, जानिए कितनी आएगी लागत
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। नए संसद भवन का निर्माण कार्य शुक्रवार को शुरू हो गया। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने सरकार की महत्वाकांक्षी सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास योजना के तहत एक महीने से अधिक समय पहले इस परियोजना की आधारिशला रखी थी। नया संसद भवन त्रिकोणीय आकार का होगा। साल 2022 में देश के 75वें स्वतंत्रता दिवस तक इसके तैयार होने की उम्मीद है। सरकार साल 2022 का मानसून सत्र नए भवन में आहूत करना चाहती है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 10 दिसंबर को इस परियोजना की आधारशिला रखी थी। भवन का निर्माण टाटा प्रोजेक्ट्स लिमिटेड के तहत किया जा रहा है। इस परियोजना पर 971 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। इस सप्ताह की शुरुआत में 14 सदस्यीय धरोहर समिति ने नए संसद भवन के निर्माण को मंजूरी दे दी थी। इसके अलावा उसने सेंट्रल विस्टा पुनर्विकास परियोजना को भी हरी झंडी दी थी।
उच्चतम न्यायालय ने निर्माण कार्य शुरू करने से पहले केन्द्र को समिति तथा अन्य संबंधित प्राधिकरणों की मंजूरी लेने का आदेश दिया था। निर्माण कार्य पहले इसलिये शुरू नहीं हो सका था क्योंकि सरकार ने उच्चतम न्यायालय को आश्वासन दिया था कि जब तक न्यायालय मामले में लंबित याचिकाओं पर फैसला नहीं ले लेता, तब तक न तो निर्माण और न ही विध्वंस कार्य शुरू किया जाएगा।

भारत ने ऑस्ट्रेलिया के 5 विकेट पर बनाए 274 रन

ऑस्ट्रेलिया के पांच विकेट पर बनाए 274 रन

सिडनी। भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और निर्णायक टेस्ट के पहले दिन शुक्रवार को अपनी एकादश में चार बदलाव किए जबकि मेजबान टीम में मार्नस लाबुशेन (108) के शानदार शतक से शुरुआती झटकों से संभलकर स्टंप्स तक पांच विकेट पर 274 रन बना लिए। पहले दिन का खेल खत्म होने तक कप्तान टिम पेन 62 गेंदों में पांच चौकों की मदद से 38 रन और कैमरुन ग्रीन 70 गेंदों में तीन चौकों की मदद से 28 रन बनाकर क्रीज पर मौजूद हैं। दोनों बल्लेबाजों के बीच छठे विकेट के लिए अबतक 61 रन की साझेदारी हो चुकी है। सिडनी में तीसरा टेस्ट ड्रॉ कराने के बाद भारतीय टीम अपनी चोटिल खिलाड़ियों की समस्या से जूझ रही थी और उसने मैच की पूर्व संध्या तक अपनी एकादश का ऐलान नहीं किया। सुबह मैच के लिए टॉस होने के बाद जो एकादश सामने आयी उसमें चार बदलाव किए गए थे। चोटिल होने के कारण तेज गेंदबाज जसप्रीत बुमराह, अनुभवी ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन, मध्यक्रम के बल्लेबाज हनुमा विहारी और रवींद्र जडेजा की जगह टीम में बाएं हाथ के तेज गेंदबाज टी नटराजन, ऑलराउंडर वाशिंगटन सुंदर, शार्दुल ठाकुर और मयंक अग्रवाल को शामिल किया गया है।
इससे पहले टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी ऑस्ट्रेलिया को शुरुआती झटके लगे और उसके तीन विकेट 87 रन पर ही गिर गए। इसके बाद लाबुशेन ने लड़खड़ाती ऑस्ट्रेलियाई पारी को संभाला और शानदार बल्लेबाजी करते हुए 204 गेंदों में नौ चौकों की मदद से 108 रन बनाए।
भारत के गेंदबाजों ने लंच तक ऑस्ट्रेलिया के दो विकेट 65 रन पर गिराकर उसे शुरुआती झटके दिए। तेज गेंदबाज मोहम्मद सिराज ने पहले ही ओवर में बाएं हाथ के अनुभवी सलामी बल्लेबाज डेविड वार्नर को रोहित शर्मा के हाथों कैच आउट कराकर ऑस्ट्रेलिया को पहला झटका दे दिया। वार्नर ने चार गेंदों में एक रन बनाए। सिराज ने वार्नर को इस सीरीज में दूसरी बार अपना शिकार बनाया।
चोटिल विल पुकोवस्की की जगह टीम में शामिल किए गए मार्कस हेरिस भी कुछ ख़ास नहीं कर सके और अपना दूसरा टेस्ट मैच खेल रहे शार्दुल ठाकुर ने वाशिंगटन सुंदर के हाथों कैच कराकर उनका विकेट लिया। हेरिस ने 23 गेंदों में केवल पांच रन बनाये। ऑस्ट्रेलिया का पहला विकेट चार जबकि दूसरा विकेट 17 रन के स्कोर पर गिरा।
इन दोनों सलामी बल्लेबाजों के आउट होने के बाद स्टीवन स्मिथ और लाबुशेन ने हालांकि लड़खड़ाती ऑस्ट्रेलियाई पारी को संभालने की कोशिश की और दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए 70 रन की साझेदारी की। यह साझेदारी और बड़ी होती उससे पहले ही वाशिंगटन सुंदर ने स्मिथ को रोहित के हाथों कैच कराकर पवेलियन भेजा। स्मिथ ने 77 गेंदों में पांच चौकों की मदद से 36 रन बनाए।
स्मिथ का विकेट 87 के स्कोर पर गिरा और यहां से लाबुशेन ने मैथ्यू वेड के साथ पारी को आगे बढ़ाया और शानदार बल्लेबाजी करते हुए चौथे विकेट के लिए 113 रन की साझेदारी की तथा अपने टेस्ट करियर का पांचवां शतक जड़ा। अपना पहला टेस्ट मुकाबला खेल रहे बाएं हाथ के तेज गेंदबाज टी नटराजन ने ठाकुर के हाथों कैच कराकर वेड को आउट कर कंगारु टीम को चौथा झटका दिया। वेड ने 87 गेंदों में छह चौकों की मदद से 45 रन बनाए।
वेड के आउट होने के बाद नटराजन ने एक बार फिर शानदार गेंदबाजी करते हुए रिषभ पंत के हाथों आउट कराकर लाबुशेन को पवेलियन भेजा। नटराजन का मैच में यह दूसरा विकेट था और लाबुशेन को आउट कर उन्होंने ऑस्ट्रेलिया को बड़ा झटका दिया। लाबुशेन का विकेट 213 रन के स्कोर पर गिरा। इसके बाद पेन और ग्रीन ने पारी को आगे बढ़ाया और टीम को मजबूती दी। दोनों बल्लेबाज दिन का खेल खत्म होने तक क्रीज पर डटे रहे। पेन और ग्रीन ने अंत के ओवरों में भारतीय गेंदबाजों को खासा परेशान किया और उन्हें विकेट लेने का कोई मौका नहीं दिया।
यह दोनों बल्लेबाज दूसरे दिन ऑस्ट्रेलियाई पारी को गति देने की कोशिश करेंगे और टीम को मजबूत स्कोर पर ले जाना चाहेंगे जबकि भारतीय गेंदबाज कंगारु टीम की पारी को जल्द समेट कर मैच में वापसी करना चाहेंगे। भारत की ओर से नटराजन ने 20 ओवर में 63 रन देकर दो विकेट, सिराज ने 19 ओवर में 51 रन देकर एक विकेट, सुंदर ने 22 ओवर में 63 रन देकर एक विकेट और ठाकुर को 18 ओवर में 67 रन देकर एक विकेट मिला जबकि नवदीप सैनी 21 रन देकर खाली हाथ रहे। श्रीराम 'निर्भयपुत्र'

महिला पर डायन का आरोप लगा कर हत्या की

रांची। झारखंड के बोकारो में एक महिला को डायन बताकर पीट-पीटकर मार डालने का मामला सामने आया है। इस घटना में 11 लोगों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर लिया गया है। साथ ही, उन सभी को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी गई है। पुलिस मामले की जांच भी कर रही है। साथ ही, पूरी घटना की वजह पता लगाने की कोशिश में जुटी हुई है। जानकारी के मुताबिक, यह पूरा घटनाक्रम बोकारो जिले के बेरमो अनुमंडल में आने वाले तेनुघाट ओपी थाना क्षेत्र के उलगड़ा पंचायत स्थित बारू टुंगरी टोला का है। यहां 60 वर्षीय बुजुर्ग महिला रुक्मिणी देवी को गांव के कुछ लोगों ने डायन बताया। इसके बाद उसे पीट-पीटकर मार डाला। 

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...