बुधवार, 30 दिसंबर 2020

मुंबई: अभिनेत्री सारा ने अपनी अलग पहचान बनाई

सारा अली खान की है अलग पहचान 

मुंबई। अभिनेत्री सारा अली खान स्टारडम की चाहत नहीं रखती है। सैफ अली खान और अमृता सिंह की पुत्री सारा अली खान ने महज दो साल में अपनी अलग पहचान बना ली है। सारा इंडस्ट्री के तौर-तरीकों से बचपन से ही वाकिफ हैं। हालांकि वह खुद स्टारडम में यकीन नहीं रखती हैं। सारा ने कहा मुझे स्टारडम की चाहत नहीं है। अभी तक मैंने फैंस शब्द का इस्तेमाल नहीं किया है। स्टार शब्द का उपयोग नहीं किया है। मैं इन सभी चीजों पर यकीन नहीं रखती हूँ क्योंकि हर शुक्रवार को यहां सितारों की तकदीरें बदलती रहती हैं।
मेरे ख्याल से एक आपकी नीयत ही ऐसी चीज है। जो मायने रखती है। आपकी जो नीयत होती है वो मैटर करता है और कहीं न कहीं जो आपकी शिद्दत, पैशन और जुनून होता है। वो मैटर करता है। इनके अलावा सारी चीजें बदलती रहती है और बदलती रहेंगी।

पूर्व आईएएस अफसरों ने सीएम को लिखा पत्र

सैकड़ों पूर्व आईएएस अफसरों ने मुख्यमंत्री को लिखा पत्र, ‘ यूपी घृणा की राजनीति का केंद्र बन गया है।
हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। 104 पूर्व आईएएस अधिकारियों ने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर कहा है। कि विवादास्पद धर्मांतरण विरोधी अध्यादेश ने राज्य को घृणा विभाजन और कट्टरता की राजनीति के केंद्र बना दिया है। 
उत्तर प्रदेश सरकार  को  पत्र लिखने वालों में पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार शिवशंकर मेनन, पूर्व विदेश सचिव निरुपमा राव, प्रधानमंत्री के पूर्व सलाहकार टीकेए नायर  भी शामिल हैं।
पत्र के माध्यम से उनलोगों ने मांग की है। कि अवैध अध्यादेश को वापस ले लिया जाए, हस्ताक्षरकर्ताओं ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री सहित सभी राजनेताओं को संविधान के बारे में अपने आप को फिर से शिक्षित करने की जरूरत है। जिसे आपने बरकरार रखने के लिए शपथ ली है। मुख्यमंत्री को संबोधित पत्र के अनुसार, यूपी, जिसे कभी गंगा-जमुनी तहजीब को लेकर जाना जाता था।  वो अब घृणा विभाजन और कट्टरता की राजनीति का केंद्र बन गया है। और शासन की संस्थाएं अब सांप्रदायिक जहर में डूबी हुई हैं। उत्तर प्रदेश में युवा भारतीयों के खिलाफ आपके प्रशासन द्वारा किए गए जघन्य अत्याचारों की एक श्रृंखला तैयार हो गयी है। जो भारतीय बस एक स्वतंत्र देश के स्वतंत्र नागरिक के रूप में अपना जीवन जीना चाहते हैं।
पत्र में कई मामलों का जिक्र किया गया है। जिसमें इस महीने के शुरू में यूपी के मुरादाबाद में हुए मामले का जिक्र किया गया था। जिसमें अल्पसंख्यकों को कथित रूप से बजरंग दल द्वारा कथित रूप से दोषी ठहराया गया था। पत्र में इंडियन एक्सप्रेस की रिपोर्ट के हवाले से लिखा गया है। यह अक्षम्य है कि पुलिस मूकदर्शक बनी रही और उत्पीड़ित दंपत्ति से पूछताछ करती रही। जिसके बाद महिला का गर्भपात हो गया था।
पिछले हफ्ते यूपी के बिजनौर में दो किशोरों को पीटा गया था। परेशान किया गया और एक पुलिस स्टेशन में ले जाया गया जहां लव जिहाद का मामला दर्ज किया गया एक किशोर को 16 साल की हिंदू लड़की को जबरन शादी करने की कोशिश करने के आरोप में एक हफ्ते से अधिक समय से जेल में रखा गया था। हालांकि लड़की और उसकी मां दोनों द्वारा आरोप को गलत बताया जा रहा था।
साथ ही पत्र में लिखा गया है। कि ये अत्याचार, कानून के शासन के लिए समर्पित भारतीयों के आक्रोश की परवाह किए बिना, जारी हैं। धर्मांतरण विरोधी अध्यादेश का उपयोग एक छड़ी के रूप में किया जा रहा है। विशेष रूप से उन भारतीय पुरुषों को पीड़ित करने के लिए जो मुस्लिम हैं। और महिलाएं हैं जो अपनी स्वतंत्रता का प्रयोग करने की हिम्मत रखते हैं। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने भी पिछले सप्ताह यही बात कहा था।  एक अंतरजातीय दंपति को फिर से मिलाने के लिए। कोर्ट ने कहा था कि महिला एक वयस्क है। और उसे अपनी शर्तों पर जीवन जीने का अधिकार है।
हस्ताक्षरकर्ताओं ने कहा है। कि इलाहाबाद उच्च न्यायालय सहित विभिन्न उच्च न्यायालयों ने इस बात पर फैसला सुनाया है। कि किसी के जीवनसाथी का चयन करना एक मौलिक अधिकार है। जिसकी गारंटी संविधान के तहत यूपी राज्य को है।अध्यादेश तथाकथित लव जिहाद अपराधों को टार्गेट करता है। जो कि दक्षिणपंथी साजिश सिद्धांत का दिया गया नाम है। जिसके तहत मुस्लिम पुरुष हिंदू महिलाओं को अपने धर्म में परिवर्तित करने के लिए बहकाते हैं।

किसानों की वार्ता पर टिकी पूरें देश की निगाहें

सरकार और किसानों की वार्ता पर टिकी है पूरे देश की निगाहें
अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। किसानों और सरकार के बीच आज होने वाली बातचीत पर पूरे देश की निगाहें लगी हुई हैं। किसानों ने सरकार को अपने एजेंडे की याद दिला दी है। जिसमें वो तीनों कृषि कानूनों के साथ ही बिजली से जुड़े एक कानून को वापस करने की मांग पर अड़े हैं। देेश की राजधानी दिल्ली में चल रहे किसान आंदोलन को चलते हुए लगभग एक माह से भी अधिक का समय हो चुका है। इस दौरान सरकार की किसानों के साथ कई दौर की वार्ता हो चुकी है। लेकिन दोनों पक्षों के अपनी बातों पर अडे रहने से अब तक हुई बातचीत का कोई नतीजा हाथ नही आया हैं। किसान संगठनों के प्रतिनिधियों की केंद्र सरकार के साथ अगले दौर की बातचीत आज राजधानी के विज्ञान भवन में दोपहर दो बजे होगी। जिसके नतीजों को लेकर सरकार और किसानों नेे अपने-अपने कयास भी लगाने शुरू कर दिये है। वाणिज्य और उद्योग राज्य मंत्री सोमप्रकाश ने कहा हैं। कि हमें उम्मीद है। कि वार्ता निर्णायक होगी। किसानों से एमएसपी सहित अन्य सभी मुद्दों पर खुले दिल से बात की जाएगी।
मुझे उम्मीद है। कि किसानों का आंदोलन आज समाप्त हो रहा है। हालांकि, इस वार्ता के नतीजों को लेकर संशय है। क्योंकि किसान संगठन इन कानूनों को वापस लिए जाने से कम पर कुछ भी मानने को तैयार नहीं हैं। दूसरी तरफ सरकार पहले की कह चुकी है। कि कृषि कानूनों में संशोधन तो हो सकता है। लेकिन उन्हें रदद नहीं किया जाएगा। उधर दिल्ली के गाजीपुर बॉर्डर पर किसानों के साथ धरनें पर बैठे भारतीय किसान यूनियन के राकेश टिकैत ने कहा है। कि देश में मजबूत विपक्ष होना जरूरी है। जिससे की सरकार को डर हो, लेकिन यहां विपक्ष का वजूद नहीं है। इसी कारण किसानों को सड़कों पर आना पड़ा। विपक्ष को अपने टेंट में बैठने के बजाए कृषि कानूनों के खिलाफ सड़कों पर प्रदर्शन करना चाहिए। अब यह देखना होगा कि दोपहर 2 बजे की बैठक के बाद क्या नतीजे निकलते हैं।

बस-पिकअप की टक्कर में 2 श्रद्धालुओं की मौत

बस और पिकअप टक्कर में दो श्रद्धालुओं की मौत 17 घायल

कासगंज। उत्तर प्रदेश में कासगंज के सोरो इलाके में पिकअप और राज्य परिवहन निगम की बस के बीच बुधवार हुई टक्कर में दो श्रद्धालुओं की मृत्यु हो गई तथा 17 अन्य घायल हो गये। पुलिस ने यहां कहा कि श्रद्धालु सोरों से गंगा स्नान कर लौट रहे थे। सोरों के आगरा बरेली राजमार्ग पर मल्लाह नगर के पास यह हादसा हुआ। घायलों को कासगंज के अस्पताल में दाखिल कराया गया है। सभी श्रद्धालु मैनपुरी के रहने वाले हैं। दोनो मृतक के शव को पोस्टमार्टम के लिये भेजा गया है।

छत्तीसगढ़ में 16 आईपीएस का हुआ तबादला

छत्तीसगढ़ में 16 आईपीएस अफसरों का हुआ तबादला, गृह विभाग ने जारी किया आदेश 

रायपुर। राज्य सरकार ने 6 आईपीएस अफसरों का तबादला किया है। जारी सूची में दीपांशु विजय काबरा टी.आर.पैकरा, रतन लाला डांगी, आर.पी.साय, संजीव शुक्ल और विनीत खन्ना का नाम शामिल है। इस संबंध में गृह विभाग ने आदेश जारी किया है।

ऑक्सफोर्ड की वैक्सीन को यूके में मिली मंजूरी

ऑक्सफोर्ड की कोविड-19 ऑक्सफोर्ड की स्टार जॉन्स वैक्सीन को यूके में मिली मंजूरी, अगला नंबर भारत का? 

लंदन। यूनाइटेड किंगडम यानी ब्रिटेन ने ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन को इस्तेमाल करने की मंजूरी दे दी है। कुछ दिनों में ही ब्रिटेन के लोगों को ऑक्सफोर्ड-एस्ट्राजेनेका की कोरोना वैक्सीन की खुराक लगनी शुरू हो जाएगी ब्रिटेन की मंजूरी के बाद भारत में उम्मीदें बढ़ गई है। क्योंकि यहां इस्तेमाल के लिए अप्रूवल की लाइन में ऑक्सफोर्ड की कोरोना वैक्सीन सबसे आगे खड़ी है।

सीजी: सीएम भूपेश का दो दिवसीय दौरा कार्यक्रम

सीएम भूपेश बघेल का 2 दिवसीय दौरा कार्यक्रम
रायपुर। सीएम भूपेश बघेल 2 जनवरी को रायगढ़ जिले के प्रवास पर रहेंगे। इस दौरान सीएम बघेल रायगढ़ में आयोजित विभिन्न कार्यक्रमों में शामिल होंगे। दूसरे दिन मुख्यमंत्री भूपेश बघेल बिलासपुर के दौरे पर रहेंगे। 3 जनवरी को सीएम बघेल बिलासपुर में विकासकार्यों का लोकार्पण और भूमिपूजन करेंगे। आयोजित आम सभा को मुख्यमंत्री संबोधित करेंगे। अपने बिलासपुर प्रवास के दौरान सीएम गौठान और अंग्रेजी माध्यम स्कूल का भी निरीक्षण करेंगे।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...