सोमवार, 2 नवंबर 2020

बीएसएनएलः निजी कंपनियों के खिलाफ मोर्चा

नई दिल्ली। भारत संचार निगम यानी BSNL ने प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियों को फेस्टिवल सीजन में टक्कर देने के लिए अपने 1,999 रुपये वाला प्रीपेड प्लान को अपडेट कर दिया है। उपभोक्ताओं को इस प्लान में 1,275 GB डेटा और कॉलिंग की सुविधा मिलेगी। इसके अलावा कंपनी ने इस पैक की समय सीमा को भी बढ़ा दिया है। इस प्लान की वैलिडिटी 425 दिन कर दिया गया है। BSNL के इस धमाकेदार प्लान में रोजोना 3 GB यानी 425 दिन में कुल 1275 GB डेटा मिलता है। इसके अलावा हर रोज 100 SMS भी फ्री मिलते हैं और 250 मिनट कॉलिंग के लिए दी जाती है।


फ्री मिलते हैं ये बेनिफिट्स: साथ ही इस प्लान में आपको 2 महीने के लिए Eros Now का फ्री सब्सक्रिप्शन मिल रहा है. रिलायंस जियो (Reliance Jio), भारतीय एयरटेल (Bharti Airtel) और वोडाफोन-आइडिया (vodafone idea) जैसी दिग्गज प्राइवेट टेलीकॉम कंपनियां भी अपने ग्राहकों को ऐसे ऑफर रही हैं।


इसके हाल ही में बीएसएनएल ने अपने यूजर्स को एक और तोहफा दिया है। कंपनी की घोषणा के अनुसार 21 अक्टूबर से यूजर्स को 135 रुपये के टैरिफ पर ज्यादा लाभ मिलेगा. बीएसएनएल के अनुसार यूज़र्स को अभी तक 135 रुपये के टैरिफ के रिचार्ज से दूसरे नेटवर्क पर बात करने के लिए 300 मिनट यानी 5 घंटे मिलते थे। जो अब बढ़ा कर 1440 मिनट यानी 24 घंटे मिला करेंगे। इस योजना का लाभ फिलहाल तमिलनाडु सर्कल के यूजर्स को ही मिलेगा। जो आने वाले दिनों में अन्य राज्यों में भी लागू हो सकती है।                 


कलयुगी बेटे ने अपनी मां को जिंदा जलाया

जलालाबाद। कलयुगी बेटे ने ससुरालियों के साथ मिलकर अपनी माँ पर मिट्टी का तेल डालकर आग के हवाले कर दिया। इस कारनामे में उसकी पत्नी भी बराबर की हिस्सेदार रही। बहू, बेटा और उसके ससुराली मां के ऊपर मकान बेंच कर पैसा देने का दवाब बना रहे थे। मां के इनकार करने पर आरोपियों ने इस घटना को अंजाम दे दिया। इससे पहले भी बेटे ने पत्नी के साथ मिलकर माँ की बुरी तरह पिटाई की थी।


वायरसः विश्व में कुल 11,99,693 की मौत

वाशिंगटन डीसी। कोरोना वायरस (कोविड-19) से दुनियाभर में अब तक 4.64 करोड़ से अधिक लोग संक्रमित हुए हैं और 12 लाख से अधिक लोगों की इस महामारी से मौत हो चुकी है। अमेरिका की जॉन हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी के विज्ञान एवं इंजीनियरिंग केन्द्र (सीएसएसई) की ओर से जारी आंकड़ों के अनुसार विश्व में कोरोना वायरस से अब तक 46,437,615 लोग संक्रमित हुए हैं और 11,99,693 लोगों की मौत हुई है।                


जमात के मामलों की सुनवाई में तेजी लाएं

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। उच्चतम न्यायलय ने सोमवार को निचली अदालत से कहा कि वीजा नियमों के उल्लंघन के आरोपी तबलीगी जमात के विदेशी सदस्यों के खिलाफ दायर मुकदमों की सुनवाई में तेजी लाएं। न्यायमूर्ति एएम खानविलकर, न्यायमूर्ति दिनेश माहेश्वरी व न्यायमूर्ति संजीव खन्ना की पीठ ने तबलीगी जमात के 13 विदेशी सदस्यों को निजामुद्दीन में एक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए काली सूची में डालने के अनुरोध वाली याचिकाओं पर 20 नवम्बर को सुनवाई के लिए कहा।             


रणनीति के अनुसार खेलने पर खुशी व्यक्त की

दुबई। कोलकाता नाइट राइडर्स (केकेआर) के कप्तान इयोन मोर्गन ने इंडियन प्रीमियर लीग के महत्वपूर्ण मैच में रणनीति के अनुसार खेल दिखाने पर खुशी व्यक्त करते हुए उनकी टीम राजस्थान रॉयल्स के खिलाफ मैच में आक्रामकता के साथ खेलने उतरी थी। क्योंकि उनके पास इसके अलावा कोई और रास्ता नहीं था।                  


किसान-गरीब के खिलाफ कार्यरत है सरकार

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी तथा महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने महंगाई और मंदी को लेकर सरकार पर हमला करते हुए कहा है कि वह पूंजीपतियों को बढ़ावा दे रही है और किसानों तथा गरीबों को नजरअंदाज कर रही है। राहुल गांधी ने एक ट्वीट में तुकबंदी कर सरकार पर तंज करते हुए कहा “देश के किसानों ने मांगी मंडी, प्रधानमंत्री ने उन्हें थमा दी भयंकर मंदी।               


एससी की सुरक्षा बढ़ाने से कोर्ट का इनकार

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने बाबरी मस्जिद विध्वंस मामले में भाजपा के वरिष्ठ नेताओं लालकृष्ण आडवाणी, मुरली मनोहर जोशी एवं उमा भारती समेत सभी 32 आरोपियों को बरी करने वाले पूर्व न्यायाधीश एसके यादव की सुरक्षा बढ़ाने से सोमवार को इनकार कर दिया। न्यायमूर्ति आर एफ नरीमन की अध्यक्षता वाली पीठ पूर्व न्यायाधीश के आवेदन पर विचार कर रही थी जिसमें उन्होंने मामले की संवेदनशीलता को देखते हुए अपनी निजी सुरक्षा को जारी रखने का आग्रह किया था। इस पीठ में न्यायमूर्ति नवीन सिन्हा और न्यायमूर्ति कृष्णा मुरारी भी शामिल हैं। पीठ ने कहा, “पत्र देखने के बाद हम सुरक्षा प्रदान करना उचित नहीं समझते हैं।“ तीस सितंबर को विशेष अदालत ने सभी आरोपियों को बरी करते हुए कहा था कि अयोध्या में विवादित ढांचे को गिराने के लिए इन लोगों के किसी भी साजिश का हिस्सा होने के कोई निर्णायक सबूत नहीं हैं। 16वीं सदी की मस्जिद को छह दिसंबर 1992 को ‘कार सेवको’ ने तोड़ दिया था, जिनका मानना था कि यह वह स्थल है जहां भगवान राम का जन्म हुआ था। इसके बाद दंगे भड़क गए थे और सैकड़ों लोगों की मौत हुई थी। एसके यादव ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिन इस मामले पर फैसला सुनाया था।                     


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...