शुक्रवार, 9 अक्तूबर 2020

त्वचा पर 9 घंटे तक जीवित रहता है 'कोरोना'

अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। कोरोना महामारी पर नियंत्रण का अभी तक कोई ख़ास तरीका दिखाई नहीं दे रहा है किन्तु इस पर विश्व भर में हो रहे रिसर्च से नई-नई बातें सामने आ रही हैं। एक अध्ययन में यह बात सामने आई है कि एसएआरएस-सीओवी-2 वायरस मानव त्वचा पर नौ घंटे तक जीवित रह सकता है। एसएआरएस-सीओवी-2 वायरस से ही कोविड-19 होता है। अनुसंधानकर्ताओं ने कहा कि इन्फ्लूएंजा ए वायरस आईएवी) मानव त्वचा पर दो घंटे जीवित रह सकता है। इन अनुसंधानकर्ताओं में जापान स्थित क्योटो प्रीफेक्चरल यूनिवर्सिटी ऑफ मेडिसिन के अनुसंधानकर्ता भी शामिल थे। यह अध्ययन पत्रिका ‘क्लिनिकल इंफेक्शस डिजीज’ में प्रकाशित हुआ है। इस अध्ययन में यह बात भी सामने आयी कि दोनों ही वायरस हैंड सैनेटाइजर से निष्क्रिय हो जाते हैं।               


हापुड़ः किशोर की ट्रेन से कटकर हुई मौत

हापुड़़: किशोर की ट्रेन से कटकर दर्दनाक मौत


अतुल त्यागी 
हापुड़़। घर से किशोर सुबह दौड़़ लगाने के लिए निकला था। रास्ते में फाटक संख्या करते हुए अप लाइन पर सप्तक्रांति एक्सप्रेस से कटकर किशोर की हो गई मौत। कानो में हेड फोन लगाकर दोड़़ लगा रहा था। 16 वर्षीय मूसा पुत्र शराफत निवासी हिम्मतपुर 11 वी क्लास का छात्र मृतक था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव का पंच नामा भर परिजनों को सौपा। थाना सिंभावली क्षेत्र के गांव सिंभावली फरीदपुर गांव के पास का मामला है।                  


गोलमालः विजिलेंस ने सचिव अरेस्ट किया

ईसपुर सहकारी सभा गोलमाल मामले में विजिलेंस ने सचिव को किया अरेस्ट। 


ऊना। हरोली उपमंडल के ईसपुर स्थित सहकारी सभा में बड़े स्तर पर हुए गोलमाल मामले में विजिलेंस ऊना की टीम ने सभा के सचिव शाम कुमार और सभा के प्रबंधन समिति के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज करते हुए, सचिव को गिरफ्तार कर लिया है। स्टेट विजिलेंस एंड एंटी करप्शन ब्यूरो यूनिट ऊना और स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट शिमला की संयुक्त टीमों ने गुरुवार को ईसपुर में तीन स्थानों पर दबिश दी। वहीं देर रात तक इस दबिश के दौरान जांच जारी रही। इसी बीच विजिलेंस ऊना की टीम ने सहकारी सभा के सचिव शाम कुमार और सभा के प्रबंधन समिति के खिलाफ धोखाधड़ी के आरोप में विभिन्न धाराओं के तहत केस दर्ज करते हुए, सचिव शाम कुमार को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि मामले की जांच शुरू कर दी गई है। बता दें कि हरोली उपमंडल के ईसपुर गांव स्थित सहकारी सभा में करोड़ों रुपये के गोलमाल का मामला सामने आने के बाद सभा के जमाकर्ताओं ने जांच की मांग को लेकर जिला के उच्चाधिकारियों और प्रदेश के सीएम तक कई शिकायतें भेजी थीं। वहीं, सोसायटी के जमाकर्ताओं ने मामले पर कोई कार्रवाई ना होने की सूरत में उग्र प्रदर्शन की भी चेतावनी दी थी। लंबे समय से चल रही इस मामले की खींचतान के बाद आज विजिलेंस की ऊना यूनिट और एसआईयू शिमला की संयुक्त कार्रवाई में तीन टीमों का गठन किया गया। इन तीन टीमों ने विजिलेंस के ऊना स्थित एएसपी सागर चंद्र शर्मा की अगुवाई में सहकारी सभा के सचिव श्याम कुमार के घर, उसके फार्म हाउस और उसी के एक नजदीकी रमन कुमार के घर पर दबिश दी। एएसपी विजिलेंस सागर चंद्र ने बताया कि आरोपी सचिव के ठिकानों पर छापेमारी में विजिलेंस को कई दस्तावेज हाथ लगे है, जिन्हे, जब्त कर लिया गया है। एएसपी ने कहा कि आरोपी सचिव को मामले में गिरफ्तार कर आगामी कार्रवाई शुरू कर दी गई है।                 


मेट्रो स्टेशन का नाम साल्ट लेक स्टेडियम

कोलकाता में मेट्रो स्टेशन का नाम होगा साल्ट लेक स्टेडियम


नीरज शर्मा


कोलकाता। युवा भारती क्रिडागंना के पास बने मेट्रो स्टेशन का नाम इंडियन फुटबाल एसोसिएशन साल्ट लेक स्टेडियम रखा गया है। ऐसा इतिहास में पहली बार हुआ है कि देश में किसी खेल संघ का नाम इस तरह से किसी मेट्रो स्टेशन से जुड़ा हो। आईएफए के सचिव जयदीप मुखर्जी ने कोलकाता मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (केएमआरसी) को धन्यवाद देकर कहा, “बंगाल में फुटबाल ऐसी चीज है जो राज्य में हर किसी को बांधे रखती है। हम इसे खेल के भी हितधारकों के बड़े सम्मान के रूप में देखते हैं। यह हमारा शहर है, यह हमारा खेल है।”
उन्होंने कहा, “मैं केएमआरसी और पश्चिम बंगाल का उनके समर्थन के लिए शुक्रिया अदा करता हूं। यह महान लोगों और उन लोगों को श्रद्धंजलि है जो भारतीय फुटबाल को आगे ले गए हैं। स्टेशन का नाम फुटबाल पर रखना खेल से जुड़े लोगों के बेहद उत्साह की बात है। यह देश की फुटबाल के लिए गर्व का पल है।” 1893 में बना आईएफए देश का सबसे पुराना फुटबाल संघ है। अखिल भारतीय फुटबाल महासंघ (एआईएफएफ) के सीनियर वाइस प्रेसीडेंट सुब्रत दत्ता ने कहा, “दशकों से लोग पब्लिक ट्रांसपोर्ट का उपयोग स्टेडियम तक पहुंचने के लिए करते हैं। स्टेशन का नाम आईएफए साल्ट लेक स्टेडियम रखना प्रशंसकों को एक अलग अपनेपन का एहसास कराएगा। मैं इसे एक अलग मुहिम के तौर पर देखता हूं जो प्रशंसकों को तेजी से फुटबाल से जोड़ेगा।”               


विधानसभा चुनाव से पहले लालू की जमानत

चारा घोटाले में जेल में बंद लालू प्रसाद यादव के बारे में आई ऐसी खबर।


रांची। चारा घोटाला मामले में जेल की सजा काट रहे लालू प्रसाद यादव को जमानत मिल गई है। चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी के मामले में झारखंड हाईकोर्ट ने लालू प्रसाद यादव को जमानत दे दी, मगर अभी उनकी रिहाई नहीं हो पाएगी। जब तक दुमका कोषागार मामले की सुनवाई पूरी नहीं हो जाती, तब तक लालू प्रसाद यादव जेल से बाहर नहीं आ पाएंगे। राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद की जमानत याचिका पर शुक्रवार को झारखंड हाईकोर्ट में सुनवाई हुई। दरअसल, चारा घोटाले से संबंधित चाईबासा कोषागार से अवैध निकासी के मामले में लालू प्रसाद को रांची की सीबीआई कोर्ट ने पांच साल की सजा सुनाई है। लालू ने अपनी जमानत याचिका में कहा था कि इस मामले में उन्होंने आधी सजा काट ली है। इस आधार पर उन्हें जमानत मिलनी चाहिए।               


प्याज का निर्यात केवल चैन्नई से किया जाएगा

प्याज को लेकर सरकार का बड़ा फैसला।


अकांशु उपाध्याय


नई​ दिल्ली। प्याज निर्यात पर प्रतिबंध लगाने के करीब एक महीने बाद केंद्र सरकार ने इसमें ढील दी है। वाणिज्य मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा है कि प्याज के निर्यात में आंशिक ढील दी जा रही है ताकि बेंगलुरु और कृष्णपूरम में उगाए जाने वाले प्याज को 10 हजार मिट्रिक टन तक का निर्यात किया जा सके। इसे तत्काल रूप से लागू भी कर दिया गया है। हालांकि, केंद्र सरकार ने नासिक से प्याज निर्यात की मंजूरी नहीं दी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार, 31 मार्च 2021 तक प्याज का निर्यात केवल चेन्नई पोर्ट से ही किया जाएगा। इसके लिए निर्यातकों को कर्नाटक और आंध्र प्रदेश के हॉर्टिकल्चर विभाग से प्याज निर्यात करने के लिए सर्टिफिकेट प्राप्त करना होगा। इस सर्टिफिकेट में प्याज की मात्रा के बारे में भी जानकारी होगी।इसके लिए निर्यातकों को लोकल डीजीएफटी कार्यालय में भी रजिस्ट्रेशन करना होगा, जहां से निर्यात को मॉनिटर किया जाएगा। वित्त वर्ष 2020 में भारत से 32.8 करोड़ डॉलर कीमत के फ्रेश प्याज का निर्यात किया गया था। सूखे प्याज की बात करें तो यह भी 11.23 करोड़ डॉलर कीमत का निर्यात किया गया था। अप्रैल-जुलाई के बीच बांग्लादेश में प्याज का निर्यात 158 फीसदी तक बढ़ चुका था। इसके बाद सितंबर में केंद्र सरकार प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। हालांकि, प्याज के किसानों के साथ बांग्लादेश और नेपाल ने भी सरकार के इस फैसले का विरोध किया था। प्याज के लिए ये दोनों देश भारत पर ही निर्भर हैं। बीते कई साल से सरकार को प्याज के निर्यात पर प्रतिबंध लगाना पड़ता है। पिछले साल ही 29 सितंबर को सरकार ने प्याज निर्यात पर प्रतिबंध लगा दिया था। महाराष्ट्र और हरियाणा में चुनाव से ठीक पहले प्याज की कीमतों में तेजी देखने को मिली थी। राजधानी दिल्ली में प्याज का खुदरा भाव 80 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गया था। हालांकि, सरकार द्वारा प्रतिबंध लगाये जाने के बाद राहत मिली।
प्रतिबंध के 5 महीने के बाद सरकार ने निर्यात की मंजूरी दे दी थी। 15 मार्च से शुरू हुए निर्यात के बीच घरेलू बाजार में एक बार फिर प्याज की आवक कम हो गई। दरअसल, इस साल कुछ राज्यों भारी ​बारिश और बाढ़ की वजह से प्याज के उत्पादन पर असर पड़ा।             


पिता ने 10 माह की बेटी से किया बलात्कार

पिता ने किया 10 माह की बेटी का बलात्कार, मर गई तो गूगल पर ढूंढता रहा इलाज। 


वाशिंगटन डीसी। अमेरिका के पेंसिल्वेनिया के एक पिता ने अपनी ही 10 माह की बेटी का पहले बलात्कार किया और जब बच्ची की मौत हो गई, तो गूगल पर उसकी सांस वापस लाने के लिए सर्च किया। इसके अलावा उसने सोशल मीडिया पर दोस्तों से बात भी की। हालांकि उसने उसके बावजूद अस्पताल को या इमरजेंसी सेवा को फोन नहीं किया। पुलिस ने शख्स का फोन सीज कर लिया है। आरोपी ने घटना के बाद सोशल मीडिया पर बेटी का जिक्र किए बिना दो महिलाओं से बात भी की। रिपोर्ट के अनुसार, अपार्टमेंट में खोज बीन के दौरान पुलिस को खून से लथपथ डाइपर मिला। जांच में बच्ची के साथ बलात्कार का मामला सामने आया है और उसके जननांग में गंभीर चोटें आई हैं। इसके अलावा बच्ची के सिर पर भी चोट आई है। पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है।               


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...