शनिवार, 12 सितंबर 2020

जब तक दवाई नहीं, ढिलाई नहींः पीएम

जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं: पीएम मोदी।


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक बार फिर देशवासियों को कोरोना से बचे रहने की सलाह दी है। उन्होंने शनिवार को नया मंत्र देते हुए कहा कि ‘जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं।’ प्रधानमंत्री मोदी ने दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी का मंत्र भी न भूलने की सलाह ही।
प्रधानमंत्री ने कहा, मैं बार-बार कहता हूं। जरूर याद रखिए। मेरी बात आप मानें भी। देखिए, जब तक दवाई नहीं, तब तक ढिलाई नहीं। दो गज की दूरी, मास्क है जरूरी, इस मंत्र को भूलना नहीं है। आपका स्वास्थ्य उत्तम रहना चाहिए।
प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश में प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत बनकर तैयार हुए घरों का उद्घाटन करने के दौरान लोगों को कोरोना से हमेशा सतर्क रहने की सलाह दी।
प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों को दवाई की बात कहकर संदेश दिया कि जब तक वैक्सीन नहीं आ जाती, तब तक लोग अतिरिक्त सावधानियां बरतें।
पीएम मोदी ने आवास योजना के लाभार्थियों को संबोधित करते हुए कहा, आप सभी साथियों से यही कहूंगा कि ये घर आपके बेहतर भविष्य का नया आधार है। यहां से आप अपने नए जीवन की नई शुरूआत कीजिए। अपने बच्चों को, अपने परिवार को अब आप नई ऊंचाइयों पर लेकर जाइए। आप आगे बढ़ेंगे तो देश भी आगे बढ़ेगा।


विशेषः पुतिन ने छोटे से देश से मांगी माफी

मास्को। रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सर्बिया के राष्ट्रपति अलेक्ज़ेंडर वुचिच से माफ़ी मांगी है। रूस ने राष्ट्रपति पुतिन के माफ़ी मांगने की बात की पुष्टि की है।दरअसल, रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मरिया ज़खारोवा ने फ़ेसबुक पर राष्ट्रपति वुचिच और अमरीकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की एक फ़ोटो पोस्ट की थी जिसके नीचे अभिनेत्री शेरॉन स्टोन की टांगों की तस्वीर लगी थी। अभिनेत्री की टांगों का ये आपत्तिजनक स्क्रीनशॉट फिल्म 'बेसिक इंस्टिक्ट' से लिया गया है जो पहले भी काफ़ी विवादों में रहा था। इस पोस्ट में मरिया ने लिखा था कि ऐसा लग रहा है मानो राष्ट्रपति वुचिच से राष्ट्रपति ट्रंप पूछताछ कर रहे हैं।         


ईरानी हैकरों के निशाने पर अमेरिकी चुनाव

वाशिंगटन डीसी/ मास्को/ बीजिंग/ तेहरान। अमेरिका की दिग्गज टेक कंपनी माइक्रोसॉफ्ट ने दावा किया है कि रूस, चीन और ईरान के हैकरों के निशाने पर चुनाव है। उसने कहा कि वे चुनाव से जुड़े लोगों और समूहों की जासूसी करने का प्रयास कर रहे हैं। कंपनी के मुताबिक 2016 के राष्ट्रपति चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी के चुनाव प्रचार को प्रभावित करने में जो रूसी हैकर शामिल थे, वही इस बार भी सक्रिय हो गए हैं। माइक्रोसॉफ्ट ने कहा कि विदेशी समूहों ने चुनाव को निशाना बनाने के लिए अपनी सक्रियता बढ़ा दी है। राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और उनके प्रतिद्वंद्वी जो बाइडेन दोनों के चुनाव प्रचार हैकरों की नजर में है।


 200 संगठनों को निशाना बनाया
कंपनी ने एक बयान जारी कर कहा कि स्ट्रॉन्टियम समूह से संबंधित रूसी हैकरों ने रिपब्लिकन और डेमोक्रेटिक पार्टी से जुड़े 200 से ज्यादा संगठनों को निशाना बनाया है। स्ट्रॉन्टियम समूह को फैंन्सी बियर के नाम से भी जाना जाता है। यह साइबर हमला करने वाली एक यूनिट है जो कि कथित तौर पर रूसी सेना की खुफिया एजेंसी जीआरयू से जुड़ी हुई है। माइक्रोसॉफ्ट के उपाध्यक्ष टॉम बर्ट ने कहा कि जैसा कि हमलोगों ने 2016 में देखा था, ठीक उससे मिलता-जुलता स्ट्रॉन्टियम ने लोगों के लॉग-इन रिकॉर्ड तक पहुँचने के लिए या उनके अकाउंट को हैक करने के लिए एक अभियान की शुरुआत की है।


अमेरिका-ब्राजील में कोरोना का कहर टूटा

वाशिंगटन डीसी/ब्रासीलिया। कोरोना वायरस का संकट अब भी दुनियाभर में बना हुआ है।दुनिया के तीन देश अमेरिका, भारत और ब्राजील में कोरोना महामारी से सबसे ज्यादा प्रभावित हैं। भारत में कोरोना के मामले और मौत की संख्या रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ रही है। पिछले 24 घंटे में अमेरिका, भारत और ब्राजील में क्रमश: 46600, 97654 और 44215 नए मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि क्रमश: 1094, 1202 और 899 मौत हुई हैं। हर दिन कोरोना के सबसे ज्यादा मामले भारत में सामने आ रहे हैं और मौत का आंकड़ा भी भारत में सबसे तेजी से बढ़ रहा है। ये आंकड़ा कोरोना संक्रमण पर नजर रखने वाली वेबसाइट वर्ल्डोमीटर से लिया गया है।          


रूस को चौतरफा घेरने में जुटा 'अमेरिका'

मास्‍को। अमेरिका और रूस के बीच तनाव गहराता जा रहा है। पिछले कुछ महीनों से दोनों ही देश एक-दूसरे के एयरस्‍पेस के पास लगातार फाइटर जेट भेज रहे हैं। उधर, अमेरिका ने पूर्वी और पश्चिमी दोनों ही तरफ रूसी सीमा के पास परमाणु बॉम्‍बर तैनात कर दिया है जिससे दोनों के बीच तनाव काफी बढ़ गया है। रूस को यह डर सता रहा है कि नाटो के साथ मिलकर अमेरिका उसके ऊपर हमले की तैयारी कर रहा है।


अमेरिका ने रूस के पूर्वी और पश्चिमी दोनों ही हिस्‍सों की ओर बॉम्‍बर भेजकर अपना दबाव तेज कर दिया है। इस बीच व‍िश्‍लेषकों का कहना है कि अमेरिका अपने फाइटर जेट को भेजकर हमला करने के लिए रूसी ठिकानों की पहचान कर रहा है। रूसी सीमा पर अमेरिकी जासूसी विमानों की बढ़ती संख्‍या से भड़के रूस के रक्षा मंत्री सर्गेई शोइगू ने कहा कि आकाश में अमेरिकी गतिविधि खतरनाक है।


आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप बंद करें अमेरिका

हमारे आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करना बंद करे अमेरिका: चीन।


माॅस्को/ बीजिंग/ नई दिल्ली। चीन ने कहा है कि उसने अमेरिका के आंतरिक मामलों में कभी हस्तक्षेप नहीं किया है और अमेरिका को भी ऐसा नहीं करना चाहिए। चीनी के विदेश मंत्री वांग यी ने रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव के साथ वार्ता के बाद एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि चीन ने अन्य देशों के आंतरिक मामलों में कभी हस्तक्षेप नहीं किया है और निश्चित रूप से उसने अमेरिका के आंतरिक मामलों में कभी दखल नहीं दिया है। उन्होंने कहा कि यह चीन की कूटनीतिक परंपरा और मामलों को संभालने का अपना तरीका है, साथ ही अंतरराष्ट्रीय संबंधों का मूलभूत सिद्धांत भी है। वांग ने कहा कि अब समय आ गया है कि चीन अमेरिका से अपने आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप नहीं करने के लिए कहे।
विदेश मंत्री ने कहा कि चीन की शीर्ष विधायिका नेशनल पीपुल्स कांग्रेस ने कभी भी अमेरिका के आंतरिक मामलों पर चर्चा नहीं की और न ही कोई विधेयक पेश किया, लेकिन अमेरिकी कांग्रेस चीन के आंतरिक मामलों पर लगातार विधेयक पेश कर रही है। अमेरिका इस मामले में बहुत आगे चला गया है। वांग ने कहा कि अमेरिका में कुछ लोगों को अंतरराष्ट्रीय संबंधों के मानदंडों का पालन करते हुए पहले अपने मामलों का प्रबंधन करना चाहिए औरर अन्य देशों के आंतरिक मामलों में हस्तक्षेप करना बंद करना चाहिए।               


विश्व में पत्रकारों पर हमला शर्मनाक, गुटेरेस

संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने वैश्विक स्तर पर पत्रकारों के खिलाफ हो रहे अपराधों की निंदा की।


नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने वैश्विक स्तर पर पत्रकारों के खिलाफ हो रहे अपराधों की निंदा की है। गुटेरेस के प्रवक्ता स्टीफन दुजारिक ने यह जानकारी दी है।
दुजारिक ने बयान जारी कर कहा कि गुटेरेस वैश्विक स्तर पर लगातार पत्रकारों और मीडियाकर्मियों के खिलाफ बढ़ते अपराधों को देखकर चकित हैं।
बयान में यह भी कहा गया है कि हाल ही में मेक्सिकन पत्रकार जुलियो वालडीविया रोड्रिगुएज की हत्या इसकी मिसाल है कि वैश्विक स्तर पर पत्रकार किस तरह के कठिन और खतरनाक परिस्थितियों में काम करते हैं। गुतरेस ने इन सभी अपराधों की कड़ी निंदा करते हुए संबंधित प्रशासन से आह्वान किया कि वह सुनिश्चित करे कि इन मामलों की जांच हो और दोषियों को सजा मिले।
गुतरेस ने अपनी इस बात को भी दोहराया कि शांति, न्याय, विकास और मानवाधिकारों के लिए प्रेस की आजादी जरूरी है। कोई भी लोकतंत्र प्रेस की आजादी के बिना काम नहीं कर सकता है। जब मीडियाकर्मियों पर हमले होते हैं तो समाज को इसकी कीमत चुकानी पड़ती है।
उल्लेखनीय है कि न्यूयॉर्क आधारित एक एनजीओ की रिपोर्ट के अनुसार इस साल 17 पत्रकारों की मौत हुई है। इनमे से 11 की हत्या की गई है और अन्य खतरनाक असाइनमेंट कवर करते हुए मारे गए हैं।               


हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...