गुरुवार, 10 सितंबर 2020

क्षेत्र किसानों की कब्रगाह में तब्दील किया

झांसी। उत्तर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि पूरे बुंदेलखंड को सरकार ने किसानों की कब्रगाह में तब्दील कर दिया है। सरकार की किसान विरोधी नीतियों के चलते किसान आत्महत्या करने पर मजबूर हैं। अजय कुमार लल्लू बुंदेलखण्ड के झांसी दौरे पर हैं। इस दौरान वह पार्टी द्वारा चलाए जा रहे सृजन अभियान की बैठकों में शामिल हो रहे हैं।


इसी क्रम में झांसी पहुंचे लल्लू ने किसानों से मुलाकात कर उनका दु:ख दर्द जाना। उन्होंने अपना बयान जारी किया जिसमें कहा कि, गरीब विरोधी नीतियों के चलते मजदूर आत्महत्या करने पर विवश हैं। युवा विरोधी नीतियों के चलते बेरोजगारी की मार खाए नौजवान आत्महत्या कर रहे हैं। बुंदेलखंड को सरकार ने किसानों की कब्रगाह में तब्दील कर दिया है। प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि पीड़ित किसानों ने उन्हें बताया कि प्रधानमंत्री बीमा योजना के तहत किसानों को एक पैसा की भी बीमा राशि का भुगतान नहीं हुआ है। गलत नीतियों के कारण जानवरों का प्रकोप बहुत तेजी से बढ़ा है। किसान दिन-रात, दोपहरी चौकीदारी करने को मजबूर हैं।


लल्लू ने कहा कि कई पीड़ित किसानों ने उन्हें बताया कि बुंदेलखंड में निजी नलकूप लगाने पर सरकार द्वारा 63 हजार रुपए अनुदान देने का प्रावधान था। लेकिन एक साल बीत जाने के बाद भी एक भी किसान को फूटी कौड़ी नहीं मिली है।उन्होंने दर्जनों गांवों का भ्रमण किया। अजय कुमार लल्लू ने पहला उदाहरण देते हुए कहा कि बीते दिनों चिरगांव ब्लॉक के बेरबई ग्राम के किसान प्रेमनारायण रैकवार ने कर्ज के कारण मौत को गले लगा लिया था। पीड़ित परिजनों का कहना कि प्रेमनारायण लॉकडाउन में फरीदाबाद से पैदल गांव आये थे।


लल्लू ने कहा कि जनपद झांसी के गुरसराय ब्लॉक के ग्राम शहपुरा खुर्द के किसान स्व़ लोकेंद्र सिंह ने कर्ज के बोझ व सरकारी मशीनरी के दबाव के कारण बेबस हो गए थे। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि, यह है भाजपा सरकार की हकीकत। देश का अन्नदाता आत्महत्या कर रहा है और प्रधानमंत्री मोर के साथ वीडियो शूट करवा रहे हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को अपने टीम 11 की फ र्जी बैठकों से फुर्सत तक नहीं है। दौरे पर साथ रहे प्रदीप आदित्य जैन ने कहा कि कांग्रेस की सरकार में राहुल गांधी की पहल पर बुंदेलखंड पैकेज दिया गया। जगह जगह मंडियां बनीं। फसलों की खरीद शुरू हुई। पानी के लिए कई तरह की योजनाओं की पहल हुई लेकिन आज पूरा बुंदेलखंड पलायन और पानी की मार से आंसू बहा रहा है। पलायन के कारण गांव के गांव खाली हो चुके हैं।           


सैनिकों को घुसपैठ बंद करने का आदेश

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। भारतीय सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर उन बिंदुओं पर कांटेदार तार लगा दिए हैं, जिन जगहों पर चीनी सैनिक अपनी पोजीशन से कुछ मीटर हटकर आगे आ गए थे।


इसके साथ ही भारतीय सैनिकों ने मध्ययुगीन हथियारों से लैस चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों को भारत के क्षेत्र में प्रवेश न करने की चेतावनी दी है। एलएसी पर चीनी सैनिकों को आगे बढ़ने से रोकने का इंतजाम करने के अलावा भारत ने चेतावनी दी है कि अगर चीनी सैनिकों ने घुसपैठ के प्रयास जारी रखे तो वह जवाबी कार्रवाई करेगा। सूत्रों ने बताया कि भारत और चीन के सैन्य प्रतिनिधियों ने बुधवार को पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर तनाव को कम करने के लिए मुलाकात की। हालांकि, बैठक “अनिर्णायक” रही और आगे भी बातचीत जारी रहेगी। बता दें कि सोमवार को पीएलए के सैनिकों ने एलएसी पर भारतीय सैनिकों को उनकी पोजीशन से हटाने का प्रयास किया था और चेतावनी देने के लिए कुछ राउंड फायर भी किए थे।


बैठक को लेकर सूत्रों ने यह भी कहा कि भारत ने स्पष्ट रूप से कह दिया है कि यदि चीनी सैनिक उकसाऊ सैन्य आंदोलन करेंगे तो भारतीय सैनिक जवाबी कार्रवाई करेंगे। भारत ने देखा था कि चीन ने पैंगोंग सो (झील) के उत्तर में नए सिरे से तैनाती शुरू की है। इतना ही नहीं मंगलवार की शाम से पीएलए सैनिकों की तैनाती भी बढ़ गई और वे ज्यादा मात्रा में रसद समेत अन्य वस्तुएं ला रहे हैं। अब दोनों पक्षों के सैनिक एक-दूसरे से बहुत कम दूरी पर हैं। एक सरकारी सूत्र ने कहा, “उन्हें स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है और भारतीय सैनिक चीन की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहे हैं।”


मंगलवार को करीब 40-50 चीनी सैनिक बंदूक के अलावा धारदार हथियारों के साथ रेजांग ला के उत्तर में ऊंचाई पर भारतीय सेना से कुछ ही मीटर की दूरी तक पहुंच गए थे। ऐसा लगता है कि वे फिर से नई कोशिश करने के लिए तैयार हैं। ऐसा 7 सितंबर को दक्षिणी बैंक में हुई झड़प के चलते हुआ है जहां भारतीय सेना प्रमुख स्थितियों पर है। बता दें कि भारतीय सेना ने पैंगोंग झील के दक्षिणी तट के आसपास के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण ऊंचाइयों पर कब्जा कर लिया है और चीनियों ने इन जगहों को हथियाने के लिए कई प्रयास किए हैं। दरअसल, भारतीय सेना की सबसे महत्वपूर्ण ऊंचाइयों में से एक है रेचिन ला, जिसका चीनी विरोध कर रहे हैं। यहां से भारतीय सेना न केवल पैंगोंग झील के दक्षिणी तट पर चीनी सैन्य ठिकानों पर आसानी से नजर रख सकती है, बल्कि झील के उत्तर में फिंगर 4 क्षेत्र भी इसकी रेंज में आ सकते हैं।


गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चार महीने से गतिरोध जारी है। कई स्तरों पर संवाद होने के बावजूद अब तक कोई सफलता नहीं मिली है।               


9 मिनट अंधकार, सरकार का विरोध किया

बृजेश केसरवानी


लखनऊ। देश में तेज़ी से बढ़ती मंहगाई व बेरोजगारी तथा खराब अर्थव्यवस्था के खिलाफ बुधवार की रात्रि अंधेरा कर मोमबत्तियां व मसालें जला कर विरोध प्रकट किया गया। बेरोजगार युवाओं के साथ कदम।से कदम मिलाकर खड़ी कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी आदि राजनीतिक पार्टियों ने सत्ता पक्ष को घेरने में कू कोर कसर नहीं छोड़ा। उत्तर प्रदेश में डूबती कांग्रेस को तो मानों बहुत बड़ा राजमितिक सहारा मिल गया है और इसी लिए पार्टी के आह्वान पर प्रत्येक जनपद में कांग्रेसियों ने भी 09 सितंबर की रात्रि 09 बजे 09 मिनट के लिए अंधेरा कर मोमबत्ती व मसालें जलाई। कांग्रेस ने जहां बेरोजगार युवाओं को अपनी ढाल बनाया है वहीं समाजवादी पार्टी भी तनिक पीछे नहीं है। समजवाड़ाओ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व उनकी पत्नी पूर्व सांसद डिम्पल यादव ने स्वयं अंधेरे में मोमबत्ती जला बेरोजगार कर युवाओं के साथ खड़े होने का एहसास दिलाया। सपा के धर्मेन्द्र यादव सहित वरिष्ठ नेता मोहम्मद एबाद ने भी अपने सहयोगियों के साथ मोमबत्ती जलाई। बहुजन समाज पार्टी का गढ़ माना जाने वाला जनपद अम्बेडकरनगर में भी कांग्रेस व समाजवादी पार्टी के लोगों ने बीती रात्रि अंधेरा कर मोमबत्तियां व मसालें जला कर मंहगाई, बेरोजगारों व खराब अर्थव्यवस्था पर सरकार को आइना दिखाने का काम किया।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने फेसबुक वॉल पर डिम्पल यादव के साथ मोमबत्ती जलाने की तश्वीर शेयर करते हुए लिखा कि “आज आनेवाले कल के बदलाव का इतिहास लिख दिया, सियासत के आसमान पर रोशनी से इंक़लाब लिख दिया” उन्होंने आगे लिखा कि आज युवाओं ने भाजपा के शासनकाल की उल्टी गिनती की शुरूआत कर दी है, हमने नौजवानों की ख़ातिर मोमबत्तियाँ जलाकर हमेशा की तरह आज भी उनका साथ दिया है और देते रहेंगे। श्री अखिलेश ने अगली पोस्ट में बाद सवाल उठाते हुए लिखा कि “समझ नहीं आता भाजपा सरकार चला रही है या देश के साधनों और संसाधनों का बाज़ार लगा रही है. इन्होंने प्रदेश देश में टोल, मंडी, सरकारी मॉल, आईटीआई, पॉलीटेक्निक, हवाई अड्डा, रेल के साथ साथ बीमा कंपनी और निजीकरण से युवाओं के रोज़गार के अवसरों तक को बेच डाला है।                  


संस्थानों पर हमलों को रोकने की अपील

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने स्कूलों और विश्वविद्यालय समेत अन्य शैक्षणिक संस्थानों पर हो रहे हमलों को रोकने के लिए विश्व समुदाय से इस दिशा में प्रयास करने की अपील की है। गुटेरेस ने शैक्षणिक संस्थानों को हमलों से बचाने के अंतरराष्ट्रीय दिवस के अवसर पर आयोजित एक वर्चुअल कार्यक्रम में कहा, “ स्कूलों और विश्वविद्यालयों को सुरक्षित स्थान माना जाता है जहां बच्चे और युवा जाकर सीखते हैं और अपना मानसिक तथा बौद्धिक विकास करने के अलावा सशक्त भी होते हैं।”


संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने सभी सदस्य देशों से शिक्षा के अधिकार पर हो रहे हमलों को रोकने के लिए मौजूदा अंतररराष्ट्रीय समझौतों के तहत अपनी प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने की अपील की है। इसके अलावा स्कूलों और विश्वविद्यालयों का उपयोग सैन्य गतिविधियों और उद्देश्यों की पूर्ति के लिए भी नहीं होना चाहिए। गुटेरेस ने शैक्षणिक संस्थानों की सुरक्षा के लिए कई सदस्य देशों की ओर से उठाए गए कदमों का स्वागत भी किया। गुटेरेस ने समाज के वंचित तबकों समेत सभी के लिए शिक्षा के समान अवसर की उपलब्धता पर बल देते हुए कहा, “मैं संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों से आग्रह करता हूं कि सभी के लिए शिक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित करें, विशेष रूप से समाज के वंचित तबकों तथा शरणार्थियों के लिए।”


उन्होंने कहा, “कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी ने हमारे समाज में मौजूद कई कमजोर पहलुओं पर प्रकाश डाला है। इनमें से एक है, शिक्षा तक लोगों की असमान पहुंच। आने वाले दशक में सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी पीछे न रहे। उसके लिए, सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और छात्रों के पढ़ने एवं सीखने के लिए सुरक्षित स्थानों की आवश्यकता है।”          


12 सितंबर से कई ट्रेनों का संचालन होगा

लखनऊ। रेलवे प्रशासन यात्रियों की सुविधा के लिए अनलॉक-04 में राजधानी से लखनऊ-नई दिल्ली एसी एक्सप्रेस और लखनऊ-नई दिल्ली स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस सहित कई स्पेशल ट्रेनों का संचालन 12 सितम्बर से करने जा रहा है। इन स्पेशल ट्रेनों के लिए आज से बुकिंग शुरू हो गई है।


लखनऊ मंडल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि रेलवे प्रशासन अनलॉक-04 में 12 सितम्बर से 80 और स्पेशल ट्रेनें चलाने जा रहा है। इसमें राजधानी लखनऊ से चलने और गुजरने वाली अप -डाउन ट्रेनों में 02429/30 लखनऊ -नई दिल्ली एसी एक्सप्रेस, 02003/04 लखनऊ- नई दिल्ली स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस, 05007/08 वाराणसी सिटी- लखनऊ जंक्शन कृषक एक्सप्रेस, 02591/92 गोरखपुर- यशवंत एक्सप्रेस वाया लखनऊ, 05909/10 डिब्रूगढ़,- लालगढ़ अवध असम एक्सप्रेस, 03307/08 धनबाद फिरोजपुर गंगा सतलज एक्सप्रेस और 05933/34 डिब्रूगढ़-अमृतसर एक्सप्रेस शामिल हैं। इन स्पेशल ट्रेनों में आज से बुकिंग शुरू हो गई है।


उन्होंने बताया कि यह सभी स्पेशल ट्रेनें गत 22 मार्च से ही बंद हैं। रेलवे ने पूरे देश में कोरोना महामारी को देखते हुए पहले से ही 230 स्पेशल ट्रेनें चला रखी हैं। अब 80 और ट्रेनों का संचालन शुरू होने से उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में ट्रेनों की संख्या 310 हो जाएगी। इन सभी स्पेशल ट्रेनों में यात्रा करने के लिए कंफर्म टिकट अनिवार्य है। स्पेशल ट्रेनों में सिर्फ रिजर्व सीटों की व्यवस्था की गई है। किसी भी स्पेशल ट्रेन में जनरल डिब्बे नहीं लगेंगे।               


'पेट्रोल-डीजल' के दाम आई कुछ नरमी

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में आई हालिया गिरावट के बाद तेल विपणन कंपनियों ने गुरुवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मामूली कटौती की। पेट्रोल के दाम में आठ से नौ पैसे जबकि डीजल के दाम में 10 से 12 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई है। उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बीते सत्र में कच्चे तेल में आई रिकवरी के दाम फिर नरमी बनी हुई है। कोरोना महामारी का प्रकोप गहराने से तेल की मांग में कमी आने की आशंकाओं से कीमतों में नरमी आई है।


इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल की कीमतें घटकर क्रमश: 81.99 रुपये, 83.49 रुपये, 88.64 रुपये और 84.96 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं। वहीं, डीजल की कीमतें घटकर 73.05 रुपये, 76.55 रुपये, 79.57 रुपये और 78.38 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं। अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटर कांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर ब्रेंट क्रूड के नवंबर डिलीवरी अनुबंध में गुरुवार को पिछले सत्र के मुकाबले 0.37 फीसदी की गिरावट के साथ 40.64 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। बीते सत्र में ब्रेंट क्रूड के दाम में दो फीसदी से ज्यादा की रिकवरी आई।


वहीं, डब्ल्यूटीआई के अक्टूबर डिलीवरी वायदा अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले .0.55 फीसदी गिरावट के साथ 37.84 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। कमोडिटी बाजार विशेषज्ञ बताते हैं कि तेल की वैश्विक मांग में नरमी रहने की आशंका है जिससे कीमतों पर दबाव है।


गड़बड़ और खामियां क्षमा नहीं की जाएगी

श्रावस्ती। जनपद के विभिन्न विभागों एवं कार्यदायी संस्थाओं द्वारा जो भी विकास परख निर्माण कराये जा रहे हैं उन्हे पूरे गुणवत्ता के साथ समय से पूरी किये जाये। यदि औचक निरीक्षणों में किसी भी निर्माणाधीन कार्यों में गुणवत्ता की कमी मिली तो निश्चित ही सम्बन्धित कार्यदायी संस्था के साथ-साथ विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियों को जिम्मेदार मानते हुए उनके ऊपर कड़ी कार्यवायी सुनिश्चित होगी।
उक्त निर्देश कलेक्ट्रेट सभागार में विकास कार्यों की गहन समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी टीके शिबु ने दिया है। सड़कों एवं निर्माणाधीन पुलों की समीक्षा के दौरान सभी सम्बन्धित विभागों से सडकों का नाम, लम्बाई, कुल लागत, अवमुक्त धनराशि अब तक खर्च की गयी धनराशि एवं कार्य के प्रगति का पूरा विवरण तलब किया है, समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने दोनों नगर पालिका/नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारियों को जिन-जिन स्थानों पर भूमि उपलब्ध हो गयी है अपशिष्ट प्रबन्धन हेतु कार्यवाही करने का निर्देश दिया। पशुपालन विभाग की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया है शत प्रतिशत पशुओं का टीकाकरण सुनिश्चित कराया जाए और जिले में संचालित गोवा स्थलों में भी सभी पशुओं का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत नगर निकाय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कैंप लगाकर अक्टूबर माह तक पात्रों को गोल्डन कार्ड प्रत्येक दशा में मुहैया कराया जाए। जिले में संचालित 108 एवं 102 एम्बुलेंस ऐसे स्थान जो फोन आने पर भी अटेंड नहीं किए जा सके हैं उनकी सूची कारण सहित मुहैया कराया जाए।                   


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...