गुरुवार, 10 सितंबर 2020

सैनिकों को घुसपैठ बंद करने का आदेश

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। भारतीय सैनिकों ने पूर्वी लद्दाख में वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर उन बिंदुओं पर कांटेदार तार लगा दिए हैं, जिन जगहों पर चीनी सैनिक अपनी पोजीशन से कुछ मीटर हटकर आगे आ गए थे।


इसके साथ ही भारतीय सैनिकों ने मध्ययुगीन हथियारों से लैस चीनी पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) के सैनिकों को भारत के क्षेत्र में प्रवेश न करने की चेतावनी दी है। एलएसी पर चीनी सैनिकों को आगे बढ़ने से रोकने का इंतजाम करने के अलावा भारत ने चेतावनी दी है कि अगर चीनी सैनिकों ने घुसपैठ के प्रयास जारी रखे तो वह जवाबी कार्रवाई करेगा। सूत्रों ने बताया कि भारत और चीन के सैन्य प्रतिनिधियों ने बुधवार को पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर तनाव को कम करने के लिए मुलाकात की। हालांकि, बैठक “अनिर्णायक” रही और आगे भी बातचीत जारी रहेगी। बता दें कि सोमवार को पीएलए के सैनिकों ने एलएसी पर भारतीय सैनिकों को उनकी पोजीशन से हटाने का प्रयास किया था और चेतावनी देने के लिए कुछ राउंड फायर भी किए थे।


बैठक को लेकर सूत्रों ने यह भी कहा कि भारत ने स्पष्ट रूप से कह दिया है कि यदि चीनी सैनिक उकसाऊ सैन्य आंदोलन करेंगे तो भारतीय सैनिक जवाबी कार्रवाई करेंगे। भारत ने देखा था कि चीन ने पैंगोंग सो (झील) के उत्तर में नए सिरे से तैनाती शुरू की है। इतना ही नहीं मंगलवार की शाम से पीएलए सैनिकों की तैनाती भी बढ़ गई और वे ज्यादा मात्रा में रसद समेत अन्य वस्तुएं ला रहे हैं। अब दोनों पक्षों के सैनिक एक-दूसरे से बहुत कम दूरी पर हैं। एक सरकारी सूत्र ने कहा, “उन्हें स्पष्ट तौर पर देखा जा सकता है और भारतीय सैनिक चीन की गतिविधियों पर कड़ी नजर रख रहे हैं।”


मंगलवार को करीब 40-50 चीनी सैनिक बंदूक के अलावा धारदार हथियारों के साथ रेजांग ला के उत्तर में ऊंचाई पर भारतीय सेना से कुछ ही मीटर की दूरी तक पहुंच गए थे। ऐसा लगता है कि वे फिर से नई कोशिश करने के लिए तैयार हैं। ऐसा 7 सितंबर को दक्षिणी बैंक में हुई झड़प के चलते हुआ है जहां भारतीय सेना प्रमुख स्थितियों पर है। बता दें कि भारतीय सेना ने पैंगोंग झील के दक्षिणी तट के आसपास के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण ऊंचाइयों पर कब्जा कर लिया है और चीनियों ने इन जगहों को हथियाने के लिए कई प्रयास किए हैं। दरअसल, भारतीय सेना की सबसे महत्वपूर्ण ऊंचाइयों में से एक है रेचिन ला, जिसका चीनी विरोध कर रहे हैं। यहां से भारतीय सेना न केवल पैंगोंग झील के दक्षिणी तट पर चीनी सैन्य ठिकानों पर आसानी से नजर रख सकती है, बल्कि झील के उत्तर में फिंगर 4 क्षेत्र भी इसकी रेंज में आ सकते हैं।


गौरतलब है कि भारत और चीन के बीच पूर्वी लद्दाख में एलएसी पर चार महीने से गतिरोध जारी है। कई स्तरों पर संवाद होने के बावजूद अब तक कोई सफलता नहीं मिली है।               


9 मिनट अंधकार, सरकार का विरोध किया

बृजेश केसरवानी


लखनऊ। देश में तेज़ी से बढ़ती मंहगाई व बेरोजगारी तथा खराब अर्थव्यवस्था के खिलाफ बुधवार की रात्रि अंधेरा कर मोमबत्तियां व मसालें जला कर विरोध प्रकट किया गया। बेरोजगार युवाओं के साथ कदम।से कदम मिलाकर खड़ी कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी आदि राजनीतिक पार्टियों ने सत्ता पक्ष को घेरने में कू कोर कसर नहीं छोड़ा। उत्तर प्रदेश में डूबती कांग्रेस को तो मानों बहुत बड़ा राजमितिक सहारा मिल गया है और इसी लिए पार्टी के आह्वान पर प्रत्येक जनपद में कांग्रेसियों ने भी 09 सितंबर की रात्रि 09 बजे 09 मिनट के लिए अंधेरा कर मोमबत्ती व मसालें जलाई। कांग्रेस ने जहां बेरोजगार युवाओं को अपनी ढाल बनाया है वहीं समाजवादी पार्टी भी तनिक पीछे नहीं है। समजवाड़ाओ पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष व उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव व उनकी पत्नी पूर्व सांसद डिम्पल यादव ने स्वयं अंधेरे में मोमबत्ती जला बेरोजगार कर युवाओं के साथ खड़े होने का एहसास दिलाया। सपा के धर्मेन्द्र यादव सहित वरिष्ठ नेता मोहम्मद एबाद ने भी अपने सहयोगियों के साथ मोमबत्ती जलाई। बहुजन समाज पार्टी का गढ़ माना जाने वाला जनपद अम्बेडकरनगर में भी कांग्रेस व समाजवादी पार्टी के लोगों ने बीती रात्रि अंधेरा कर मोमबत्तियां व मसालें जला कर मंहगाई, बेरोजगारों व खराब अर्थव्यवस्था पर सरकार को आइना दिखाने का काम किया।
समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने अपने फेसबुक वॉल पर डिम्पल यादव के साथ मोमबत्ती जलाने की तश्वीर शेयर करते हुए लिखा कि “आज आनेवाले कल के बदलाव का इतिहास लिख दिया, सियासत के आसमान पर रोशनी से इंक़लाब लिख दिया” उन्होंने आगे लिखा कि आज युवाओं ने भाजपा के शासनकाल की उल्टी गिनती की शुरूआत कर दी है, हमने नौजवानों की ख़ातिर मोमबत्तियाँ जलाकर हमेशा की तरह आज भी उनका साथ दिया है और देते रहेंगे। श्री अखिलेश ने अगली पोस्ट में बाद सवाल उठाते हुए लिखा कि “समझ नहीं आता भाजपा सरकार चला रही है या देश के साधनों और संसाधनों का बाज़ार लगा रही है. इन्होंने प्रदेश देश में टोल, मंडी, सरकारी मॉल, आईटीआई, पॉलीटेक्निक, हवाई अड्डा, रेल के साथ साथ बीमा कंपनी और निजीकरण से युवाओं के रोज़गार के अवसरों तक को बेच डाला है।                  


संस्थानों पर हमलों को रोकने की अपील

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंटोनियो गुटेरेस ने स्कूलों और विश्वविद्यालय समेत अन्य शैक्षणिक संस्थानों पर हो रहे हमलों को रोकने के लिए विश्व समुदाय से इस दिशा में प्रयास करने की अपील की है। गुटेरेस ने शैक्षणिक संस्थानों को हमलों से बचाने के अंतरराष्ट्रीय दिवस के अवसर पर आयोजित एक वर्चुअल कार्यक्रम में कहा, “ स्कूलों और विश्वविद्यालयों को सुरक्षित स्थान माना जाता है जहां बच्चे और युवा जाकर सीखते हैं और अपना मानसिक तथा बौद्धिक विकास करने के अलावा सशक्त भी होते हैं।”


संयुक्त राष्ट्र महासचिव ने सभी सदस्य देशों से शिक्षा के अधिकार पर हो रहे हमलों को रोकने के लिए मौजूदा अंतररराष्ट्रीय समझौतों के तहत अपनी प्रतिबद्धताओं का सम्मान करने की अपील की है। इसके अलावा स्कूलों और विश्वविद्यालयों का उपयोग सैन्य गतिविधियों और उद्देश्यों की पूर्ति के लिए भी नहीं होना चाहिए। गुटेरेस ने शैक्षणिक संस्थानों की सुरक्षा के लिए कई सदस्य देशों की ओर से उठाए गए कदमों का स्वागत भी किया। गुटेरेस ने समाज के वंचित तबकों समेत सभी के लिए शिक्षा के समान अवसर की उपलब्धता पर बल देते हुए कहा, “मैं संयुक्त राष्ट्र के सभी सदस्य देशों से आग्रह करता हूं कि सभी के लिए शिक्षा की व्यवस्था सुनिश्चित करें, विशेष रूप से समाज के वंचित तबकों तथा शरणार्थियों के लिए।”


उन्होंने कहा, “कोरोना वायरस (कोविड-19) महामारी ने हमारे समाज में मौजूद कई कमजोर पहलुओं पर प्रकाश डाला है। इनमें से एक है, शिक्षा तक लोगों की असमान पहुंच। आने वाले दशक में सतत विकास के लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि कोई भी पीछे न रहे। उसके लिए, सभी के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा और छात्रों के पढ़ने एवं सीखने के लिए सुरक्षित स्थानों की आवश्यकता है।”          


12 सितंबर से कई ट्रेनों का संचालन होगा

लखनऊ। रेलवे प्रशासन यात्रियों की सुविधा के लिए अनलॉक-04 में राजधानी से लखनऊ-नई दिल्ली एसी एक्सप्रेस और लखनऊ-नई दिल्ली स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस सहित कई स्पेशल ट्रेनों का संचालन 12 सितम्बर से करने जा रहा है। इन स्पेशल ट्रेनों के लिए आज से बुकिंग शुरू हो गई है।


लखनऊ मंडल के एक वरिष्ठ अधिकारी ने गुरुवार को बताया कि रेलवे प्रशासन अनलॉक-04 में 12 सितम्बर से 80 और स्पेशल ट्रेनें चलाने जा रहा है। इसमें राजधानी लखनऊ से चलने और गुजरने वाली अप -डाउन ट्रेनों में 02429/30 लखनऊ -नई दिल्ली एसी एक्सप्रेस, 02003/04 लखनऊ- नई दिल्ली स्वर्ण शताब्दी एक्सप्रेस, 05007/08 वाराणसी सिटी- लखनऊ जंक्शन कृषक एक्सप्रेस, 02591/92 गोरखपुर- यशवंत एक्सप्रेस वाया लखनऊ, 05909/10 डिब्रूगढ़,- लालगढ़ अवध असम एक्सप्रेस, 03307/08 धनबाद फिरोजपुर गंगा सतलज एक्सप्रेस और 05933/34 डिब्रूगढ़-अमृतसर एक्सप्रेस शामिल हैं। इन स्पेशल ट्रेनों में आज से बुकिंग शुरू हो गई है।


उन्होंने बताया कि यह सभी स्पेशल ट्रेनें गत 22 मार्च से ही बंद हैं। रेलवे ने पूरे देश में कोरोना महामारी को देखते हुए पहले से ही 230 स्पेशल ट्रेनें चला रखी हैं। अब 80 और ट्रेनों का संचालन शुरू होने से उत्तर प्रदेश सहित पूरे देश में ट्रेनों की संख्या 310 हो जाएगी। इन सभी स्पेशल ट्रेनों में यात्रा करने के लिए कंफर्म टिकट अनिवार्य है। स्पेशल ट्रेनों में सिर्फ रिजर्व सीटों की व्यवस्था की गई है। किसी भी स्पेशल ट्रेन में जनरल डिब्बे नहीं लगेंगे।               


'पेट्रोल-डीजल' के दाम आई कुछ नरमी

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल में आई हालिया गिरावट के बाद तेल विपणन कंपनियों ने गुरुवार को पेट्रोल और डीजल की कीमतों में मामूली कटौती की। पेट्रोल के दाम में आठ से नौ पैसे जबकि डीजल के दाम में 10 से 12 पैसे प्रति लीटर की कटौती की गई है। उधर, अंतर्राष्ट्रीय बाजार में बीते सत्र में कच्चे तेल में आई रिकवरी के दाम फिर नरमी बनी हुई है। कोरोना महामारी का प्रकोप गहराने से तेल की मांग में कमी आने की आशंकाओं से कीमतों में नरमी आई है।


इंडियन ऑयल की वेबसाइट के अनुसार, दिल्ली, कोलकाता, मुंबई और चेन्नई में पेट्रोल की कीमतें घटकर क्रमश: 81.99 रुपये, 83.49 रुपये, 88.64 रुपये और 84.96 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं। वहीं, डीजल की कीमतें घटकर 73.05 रुपये, 76.55 रुपये, 79.57 रुपये और 78.38 रुपये प्रति लीटर हो गई हैं। अंतर्राष्ट्रीय वायदा बाजार इंटर कांटिनेंटल एक्सचेंज (आईसीई) पर ब्रेंट क्रूड के नवंबर डिलीवरी अनुबंध में गुरुवार को पिछले सत्र के मुकाबले 0.37 फीसदी की गिरावट के साथ 40.64 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। बीते सत्र में ब्रेंट क्रूड के दाम में दो फीसदी से ज्यादा की रिकवरी आई।


वहीं, डब्ल्यूटीआई के अक्टूबर डिलीवरी वायदा अनुबंध में पिछले सत्र के मुकाबले .0.55 फीसदी गिरावट के साथ 37.84 डॉलर प्रति बैरल पर कारोबार चल रहा था। कमोडिटी बाजार विशेषज्ञ बताते हैं कि तेल की वैश्विक मांग में नरमी रहने की आशंका है जिससे कीमतों पर दबाव है।


गड़बड़ और खामियां क्षमा नहीं की जाएगी

श्रावस्ती। जनपद के विभिन्न विभागों एवं कार्यदायी संस्थाओं द्वारा जो भी विकास परख निर्माण कराये जा रहे हैं उन्हे पूरे गुणवत्ता के साथ समय से पूरी किये जाये। यदि औचक निरीक्षणों में किसी भी निर्माणाधीन कार्यों में गुणवत्ता की कमी मिली तो निश्चित ही सम्बन्धित कार्यदायी संस्था के साथ-साथ विभाग के जिला स्तरीय अधिकारियों को जिम्मेदार मानते हुए उनके ऊपर कड़ी कार्यवायी सुनिश्चित होगी।
उक्त निर्देश कलेक्ट्रेट सभागार में विकास कार्यों की गहन समीक्षा बैठक के दौरान जिलाधिकारी टीके शिबु ने दिया है। सड़कों एवं निर्माणाधीन पुलों की समीक्षा के दौरान सभी सम्बन्धित विभागों से सडकों का नाम, लम्बाई, कुल लागत, अवमुक्त धनराशि अब तक खर्च की गयी धनराशि एवं कार्य के प्रगति का पूरा विवरण तलब किया है, समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने दोनों नगर पालिका/नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारियों को जिन-जिन स्थानों पर भूमि उपलब्ध हो गयी है अपशिष्ट प्रबन्धन हेतु कार्यवाही करने का निर्देश दिया। पशुपालन विभाग की समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने उप मुख्य चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया है शत प्रतिशत पशुओं का टीकाकरण सुनिश्चित कराया जाए और जिले में संचालित गोवा स्थलों में भी सभी पशुओं का टीकाकरण सुनिश्चित किया जाए। स्वास्थ्य विभाग द्वारा संचालित आयुष्मान भारत योजना के अंतर्गत नगर निकाय एवं ग्रामीण क्षेत्रों में कैंप लगाकर अक्टूबर माह तक पात्रों को गोल्डन कार्ड प्रत्येक दशा में मुहैया कराया जाए। जिले में संचालित 108 एवं 102 एम्बुलेंस ऐसे स्थान जो फोन आने पर भी अटेंड नहीं किए जा सके हैं उनकी सूची कारण सहित मुहैया कराया जाए।                   


जेई संगठन का सहयोग सत्याग्रह जारी रहा

जानकी शरण द्विवेदी


गोण्डा। उप्र ऊर्जा प्रबंधन एवं उप्र शासन का ध्यान आकृष्ट कराये जाने को लेकर राज्य विद्युत परिषद जूनियर इंजीनियर्स संगठन के समस्त सदस्यों का 08 सितम्बर से शुरू हुआ 48 घण्टे का सहयोग सत्याग्रह बुधवार को दूसरे दिन भी जारी रहा। प्रदेश के समस्त उत्पादन गृहों, जल विद्युत गृहां, पारेषण निगम तथा वितरण निगम के सभी कार्यालयों तथा विद्युत उप केंद्रों में कार्यरत अवर अभियंताओं व प्रोनन्त अभियंताओ ने कोरोना गाइड लाइन का पालन करते हुए कार्य किया। यह जानकारी देते हुए संगठन के केन्द्रीय प्रचार सचिव अरविन्द झा ने बताया कि सहयोग सत्याग्रह कार्यक्रम की समीक्षा हेतु संगठन के उच्चाधिकार समिति की आनलाइन बैठक की गयी, जिसे सम्बोधित करते हुए केंद्रीय अध्यक्ष इं. जीवी पटेल ने कहा कि लाकडाउन का पालन कराये जाने से लेकर लोगों के आम जन जीवन को आसान बनाये रखने के लिये ऊर्जा विभाग के अभियन्ता गण अपने प्राणां की परवाह किये बिना अनवरत कार्य कर रहे हैं। उप्र सरकार एवं बिजली विभाग के शिखर प्रबंधन द्वारा बिजली क्षेत्र को निजी हाथों में सौंपे जाने का कुत्सित प्रयास किये जा रहा है। यह अत्यन्त दुर्भाग्यपूर्ण एवं चिन्तनीय है। इससे न सिर्फ बिजली के कार्मिकों की सेवा शर्ते प्रभावित होंगी, अपितु बिजली की कीमतों में भारी इजाफा होने से आम उपभोक्ताआें को भारी आर्थिक बोझ का सामना एवं निजी कम्पनियों के दलालां से शोषण का शिकार होना पड़ेगा। पूर्व में जिन भी प्रदेशां पर बिजली क्षेत्र को निजी हाथों में सौपे गये, वहां निजीकरण व्यवस्था पूरी तरह से असफल रही है।


केंद्रीय महासचिव इं जय प्रकाश ने कहा कि बेहतर आपूर्ति सेवा एवं लाइन हानियों को कम किये जाने हेतु संगठन द्वारा पूर्व मे अनेकों सुधार प्रस्ताव एवं सुझाव दिए गए किंतु उन पर ऊर्जा प्रबन्धन द्वारा कोई अमल नहीं किये गये एवं न ही ऊर्जा संस्थान में धरातल पर कार्य करने वाले संवर्ग विशेष रुप से जूनियर इंजीनियर्स एवं प्रोन्नत अभियन्ता जिनकी विभिन्न जायज मांगो/समस्याओं यथा पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम लि. का निजीकरण का प्रयास किये जाने पर तत्काल रोक लगाये जाने एवं संगठनों द्वारा प्रेषित किये सुधार कार्यक्रमों को लागू किये जाने, अवर अभियन्ता के एसीपी व्यवस्था में विद्यमान नान फॅक्शनल ग्रेड पे 4800 रुपए एवं अन्य को विलुप्त किया जाय, सीधी भर्ती के सहायक अभियन्ता को द्वितीय एसीपी के प्रारम्भिक वेतनमान (ग्रेड पे 8700 रुपए) पर देय 02 वेतन वृद्धि के लाभ के अनुरूपता में प्रोन्नत सहायक अभियन्ता के तृतीय एसीपी (ग्रेड पे 8700 रुपए) में प्रारम्भिक वेतनमान पर 02 वेतन वृद्धि का लाभ प्रदान किये जाने का आदेश निर्गत किया जाय। केंद्रीय संरक्षक इं. सतनाम सिंह ने कहा कि सहयोग सत्याग्रह के माध्यम से उप्र ऊर्जा के प्रबंधन एवं उप्र शासन व सरकार का ध्यानाकृष्ट कराया जा रहा है। बावजूद अगर प्रबंधन के रवैये में कोई बदलाव नहीं आया तो अगले चरण में आंदोलन और भी व्यापक तथा विशाल रूप मे होगा एवं इससे होने वाले किसी भी प्रकार की असुविधा एवं औद्यौगिक अशांति के लिए सीधे उप्र ऊर्जा का शिखर प्रबंधन उत्तरदायी होगा। बैठक मे मुख्य रूप से केंद्र के समस्त पदाधिकारी तथा अंचल एवम निगम के प्रमुख पदाधिकारी उपस्थित रहे।              


डीएम ने मासिक विभागीय समीक्षा बैठक की

बहराइच। शासन के सर्वोच्च प्राथमिकता वाले 37 सूत्रीय तथा नीति आयोग कार्यक्रमों की कलेक्ट्रेट सभागार में आयोजित मासिक समीक्षा बैठक में विभागवार समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी शम्भु कुमार ने निर्देश दिया कि सम्बन्धित अधिकारी भलि भांति प्रगति से सम्बन्धित विवरण स्वयं परीक्षण कर त्रुटि रहित उपलब्ध कराये। बैठक में अनुपस्थित अधिशासी अभियंता राजकीय निर्माण निगम, पैक्सपेड तथा प्रधानाचार्य आईटीआई से स्पष्टीकरण प्राप्त करने के निर्देश दिये गये है। स्वास्थ्य विभाग के योजनाओं एवं कार्यक्रमों की समीक्षा करते हुए जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि विभागीय अधिकारियों द्वारा किये गये निरीक्षणों में पायी गयी कमियों के निराकरण से सम्बन्धित आख्या भी उपलब्ध करायी जाए। आयुष्मान भारत योजना की धीमी प्रगति पर सीएमओ को नोटिस तथा डीएचआईओ व योजना के जिला समन्वयक का वेतन बाधित करने के साथ-साथ सीएमओ को योजना के प्रगति की डे-बाई-डे समीक्षा करने का निर्देश दिया।
दस्तक अभियान व परिवार नियोजन कार्यक्रम की प्रगति भी संतोषजनक न पाये जाने पर डीसीपीएम को नोटिस जारी करने के निर्देश दिये गये। इसी प्रकार राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम में भी प्रगति की स्थिति संतोषजनक न पाये जाने पर कार्यक्रम प्रभारी का वेतन बाधित करने के निर्देश दिये गये। जिलाधिकारी ने मुख्य चिकित्साधिकारी को निर्देश दिया कि सभी स्वास्थ्य योजनाओं एवं कार्यक्रमों की अपने स्तर से गहन समीक्षा कर अपेक्षित सुधार लाये। इसी प्रकार शिक्षा, कृषि, कार्यक्रम, डीआरडीए, पंचायतीराज, मनरेगा, एनआरएलएम, लोक निर्माण, जल निगम, कौशल विकास, नगर पालिका सहित अन्य विभागों तथा कार्यदायी संस्थाओं के कार्यो की समीक्षा कर सम्बन्धित अधिकारियों को आवश्यक दिशा-निर्देश दिया गया। इस अवसर पर मुंख्य विकास अधिकारी कविता मीना, मुख्य चिकित्साधिकारी डा. सुरेश सिंह, जिला विकास अधिकारी राजेश मिश्रा, उपायुक्त स्वतः रोजगार सुरेन्द्र कुमार गुप्ता, उप निदेशक कृषि डा. आर.के. सिंह, जिला कृषि अधिकारी सतीश कुमार पाण्डेय, जिला विद्यालय निरीक्षक राजेन्द्र कुमार पाण्डेय, जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी दिनेश कुमार यादव, डीपीआरओ उमाकान्त पाण्डेय, जिला कार्यक्रम अधिकारी जी. डी. यादव, जिला अर्थ एवं सख्या अधिकारी अर्चना सिंह सहित अन्य सम्बन्धित अधिकारी मौजूद रहे।                 


वैश्विक स्तर पर मामलों की संख्या पहुंची

वाशिंगटन डीसी। वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस मामलों की कुल संख्या 2.77 करोड़ के आंकड़ें को पार कर गई है, जबकि संक्रमण से होने वाली मौतों की संख्या बढ़कर 901,000 से अधिक हो गई हैं। यह जानकारी जॉन्स हॉपकिन्स यूनिवर्सिटी ने दी।


विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने अपने ताजे अपडेट में खुलासा किया कि गुरुवार की सुबह तक कुल मामलों की संख्या 27,719,952 हो गई और मृत्यु की संख्या बढ़कर 901,050 हो गई।सीएसएसई के अनुसार, अमेरिका संक्रमण से प्रभावित देशों की सूची में शीर्ष पर बना हुआ है, यहां 6,359,313 मामले और संक्रमण से हुई 190,796 मृत्यु दर्ज की गई हैं। वहीं कोविड-19 के 4,370,128 मामलों के साथ भारत वर्तमान में दूसरे स्थान पर है, जबकि देश में मरने वालों की संख्या 73,890 है।


सीएसएसई के अनुसार, मामलों की दृष्टि से ब्राजील तीसरे (4,162,073) स्थान पर है, और उसके बाद रूस (1,037,526), पेरू (696,190), कोलम्बिया (679,513), मैक्सिको (647,321), दक्षिण अफ्रीका (642,431), स्पेन (543,379), अर्जेंटीना (512,293), चिली (427,027), ईरान (393,425), फ्रांस (383,272), ब्रिटेन (357,597), बांग्लादेश (331,078), सऊदी अरब (323,012), पाकिस्तान (299,659), तुर्की (284,943), इटली (281,583), ईराक (273,821), जर्मनी (256,433), फिलीपींस (256,433), इंडोनेशिया (245,143), यूक्रेन (146,511) इजरायल (141,097), कनाडा (136,135), बोलिविया (122,308), कतर (120,846), इक्वाडोर (112,166), कजाकिस्तान (106,498), डोमिनिकन गणराज्य (100,937) और मिस्र (100,041) हैं।


वहीं 10,000 से अधिक मौतों वाले अन्य देश ब्राजील (128,539), मेक्सिको (69,049), ब्रिटेन (41,683), इटली (35,577), फ्रांस (30,805), पेरू (30,123), स्पेन (29,628), ईरान (22,669), कोलंबिया (21,817), रूस (18,080), दक्षिण अफ्रीका (15,168), चिली (11,702) और अर्जेंटीना (10,658) हैं।         


यूपीः सांसद रीता जोशी की तबीयत बिगड़ी

लखनऊ। सांसद रीता बहुगुणा जोशी की तबीयत अचानक बिगड़ गयी जिसके बाद उन्हें देर शाम एयर एम्बुलेंस से मेदांता रवाना किया गया। ज्ञात हो कि उनके पति पीसी जोशी मेदांता में पहले से ही एडमिट हैं। संजय गांधी पीजीआई में कोरोना का इलाज करा रही प्रयागराज की सांसद रीता बहुगुणा जोशी ने खुद को मेदांता रेफर करा लिया।
बताया जा रहा है कि रीता बहुगुणा जोशी की तबियत बिगड़ गई थी जिसके बाद परिजनों की सलाह पर उन्होंने डाक्टरों से खुद को मेदांता रेफर करने की मांग की। उन्हें शाम को एयर एम्बुलेंस से मेदांता रेफर कर दिया गया।
पीजीआई के निदेशक प्रो. आरके धीमान ने बताया कि शाम करीब साढ़े छह बजे उन्हें एयर एम्बुलेंस से मेदांता भेजा गया। उनके रात दिल्ली पहुंचने की संभावना है। उन्होंने बताया कि कल रात में उन्हें सांस लेने में तकलीफ हो रही थी। ज्ञात हो कि सांसद की बहू रिचा और पोती को भी कोविड-19 की वजह से मेदांता में शिफ्ट किया जा रहा है।             


नववर्ष पर नहीं बाटेंगे डायरी-पेन कैलेंडर

बरेली। कोरोना के चलते आर्थिक दुश्वारियां बढ़ी तो सरकार ने भी खर्चे कम करने शुरू कर दिए हैं। केंद्र सरकार ने इस बार वॉल कैलेंडर, डेस्कटॉप कैलेंडर, डायरी, ग्रीटिंग कार्ड आदि की प्रिंटिंग पर रोक लगा दी है। बैंकों को भी यह आदेश भेज दिया गया है।
नववर्ष के मौके पर बैंक, बीमा आदि की डायरी, कैलेंडर आदि का सभी को इंतजार रहता है। इस बार सरकार ने इनकी प्रिंटिंग पर रोक लगा दी है। यह आदेश सभी मंत्रालयों, विभागों, ऑटोनॉमस बॉडी व अन्य सरकारी उपक्रमों पर लागू होगा। वित्त मंत्रालय ने बैंकों को भी इस संबंध में निर्देश जारी कर दिए हैं। कैलेंडर डायरी आदि को फिजिकल फॉर्मेट की जगह डिजिटल फॉर्मेट में तैयार कराया जाएगा। आने वाले समय में कॉफी टेबल बुक की प्रिंटिंग पर भी बैन लगने की तैयारी है। सरकार ने ई-बुक प्रमोट करने की बात कही है। यूनियन बैंक के रीजनल हेड राजेश सिंह ने बताया कि वित्त मंत्रालय से आदेश मिल गए हैं। इस बार नव वर्ष पर कोई भी मटीरियल प्रकाशित नहीं कराया जाएगा। फेस्टिवल ग्रीटिंग कार्ड भी पब्लिश नहीं होंगे।


स्थानीय स्तर पर भी दिख रहा असर
स्थानीय स्तर पर भी इस बार कोरोना का असर साफ नजर आ रहा है। बड़े शैक्षिक, वित्तीय और औद्योगिक संस्थान कैलेंडर, डायरी आदि छपवाने से परहेज कर रहे हैं। कुछ ही संस्थानों ने बेहद कम संख्या में इस बार छपाई का आर्डर दिया है।           


हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...