रविवार, 5 जुलाई 2020

कुत्ते-घोड़ो की प्रजाति पर शोध करें

नितिन शर्मा


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने वैज्ञानिकों से कुत्तों और घोड़ों की स्वदेशी प्रजातियों पर अनुसंधान की आवश्यकता पर बल दिया है। मोदी ने शनिवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से कृषि अनुसंधान, विस्तार और शिक्षा (आईसीएआर) की प्रगति की समीक्षा के दौरान मवेशियों, भेड़ और बकरियों की नई प्रजातियों के विकास की समीक्षा भी की और कुत्तों एवं घोड़ों की स्वदेशी प्रजाति पर अनुसंधान पर जोर दिया।


उन्होंने पशुओं के पैरों और मुंह से संबंधित बीमारियों के लिए टीकाकरण पर एक केन्द्रित अभियान पर भी जोर दिया। भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के महानिदेशक एवं कृषि अनुसंधान एवं विस्तार विभाग में सचिव डॉ. त्रिलोचन महापात्रा ने प्राथमिकताओं, प्रदर्शन और विभिन्न चुनौतियों से निपटने की तैयारियों पर प्रस्तुतीकरण दिया। प्रधानमंत्री ने पोषण मूल्य को समझने के लिए घास और स्थानीय चारा फसलों पर अध्ययन की जरूरत पर जोर दिया।

उन्होंने पौष्टिक औषधीय पदार्थों के व्यावसायिक प्रयोग की संभावनाओं को खंगालने के अलावा मृदा स्वास्थ्य पर समुद्री खरपतवार नाशक के उपयोग की आवश्यकता को रेखांकित किया है। मोदी ने कृषि उपकरणों की पहुंच आसान बनाने पर जोर देते हुए कहा कि खेत से बाजार तक के लिए ढुलाई सुविधाएं सुनिश्चित की जानी चाहिए। इस संबंध में कृषि, सहकारिता और किसान कल्याण विभाग ने ‘किसानरथ’ ऐप पेश किया है। प्रधानंमत्री ने क्लस्टर आधारित रणनीति पर जैविक और प्राकृतिक कृषि प्रक्रियाओं को अपनाने की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने कृषि एवं सहायक क्षेत्रों में नवाचार और तकनीक का उपयोग सुनिश्चित करने के लिए स्टार्टअप्स और कृषि उद्यमियों को प्रोत्साहित करने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने किसानों की मांग पर सूचना उपलब्ध कराने में सूचना प्रौद्योगिकी के उपयोग की आवश्यकता को रेखांकित किया। उन्होंने चिह्नित समस्या के समाधान और टूल्स तथा उपकरणों की डिजाइन संबंधी जरूरतों को पूरा करने के लिए वर्ष में दो बार हैकॉथन का आयोजन किए जाने का निर्देश देते हुए कहा कि इससे कृषि कामगारों में महिलाओं की बड़ी संख्या को देखते हुए खेती में काम के बोझ को कम किया जा सकता है।


उन्होंने सेहतमंद खुराक सुनिश्चित करने के लिए ज्वार, बाजरा, रागी और कई अन्य अनाज को शामिल करने के संबंध में जागरूकता फैलाने की जरूरत पर जोर दिया। गरम हवाओं, सूखा, ठंडी हवाओं, भारी बारिश के कारण बाढ़ जैसे जलवायु संबंधी संकट की वजह से भारी नुकसान होता है और कृषि आजीविका के लिए ये बड़ी चुनौती साबित होते हैं। ऐसे नुकसान से किसानों को बचाने के लिए एकीकृत कृषि प्रणालियां विकसित की गई हैं। किसानों द्वारा पीढ़ियों से पैदा की जा रही पारंपरिक किस्मों की सहनशीलता और अन्य गुणों की जांच की जा रही है। पानी के इस्तेमाल में दक्षता बढ़ाने के क्रम में प्रधानमंत्री ने जागरूकता और विस्तार कार्यक्रम कराए जाने की इच्छा प्रकट की।   


राज भवन में राष्ट्रपति से की मुलाकात

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद से राष्ट्रपति भवन में मुलाकात की। राष्ट्रपति भवन के सूत्रों ने बताया कि मोदी ने राष्ट्रपति को राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय महत्व के हालिया मसलों से अवगत कराया।


लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय और चीनी सैनिकों के बीच हुई हिंसक झड़प के बाद मोदी ने लेह का दौरा किया था। समझा जाता है कि मोदी ने वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर दोनों देशों के बीच जारी तनावपूर्ण स्थिति पर भी राष्ट्रपति से चर्चा की। 


नहीं मिला इंसाफ तो हो जाएगा सफाया

अनिल मिश्रा


नई दिल्ली। किसी समुदाय को जब अपना अस्तित्व बचाना होता है तो वह उसके लिए शांत रहने का समय नहीं होता। कुछ इसी कारण से आज बुद्ध के अहिंसा-शांति के उपदेशों के रास्ते को छोड़कर आक्रमण की नीति अपनाने को मजबूर हो रहा बौद्ध समुदाय। मोक्ष की साधना आखिर शांतिमय वातावरण चाहती है। किंतु अपनी परंपरा, अपनी संस्कृति और समुदाय को बचाने के कई बार अन्य रास्ते भी तलाश करने पड़ते हैं। शायद इसी कारण लद्दाख के बौद्ध उग्र हो रहे हैं। उन्होंने चिंता जाहिर की है कि अब यदि इंसाफ नहीं मिला तो देश से बौद्धों का सफाया हो जाएगा और लद्दाख मुस्लिम देश हो जाएगा। 


दरअसल लद्दाख में बौद्ध लड़कियां लव जिहाद का शिकार बनाई जा रही हैं, ताकि लद्दाख को भी मुस्लिम बहुल क्षेत्र बनाया जा सके। एलबीए यानी लद्दाख बुद्धिस्ट एसोसिएशन का कहना है कि मुस्लिम नौजवान खुद को बौद्ध बताकर लड़कियों से जान पहचान बढ़ाते हैं और शादी कर लेते हैं। बाद में पता चलता है कि वह बौद्ध नहीं, बल्कि मुस्लिम है। लद्दाख में लेह और कारगिल दो जिले हैं और यहां की कुल आबादी 2,74,000 है। यहां मुस्लिमों की आबादी 49 फीसद है, जबकि बौद्धों की आबादी 51 फीसद है। एलबीए की आपत्ति इस बात पर है कि प्रशासन कथित तौर पर बौद्ध लड़की के धर्म परिवर्तन के मामले की अनदेखी कर रहा है।


वर्ष 1989 में यहां बौद्धों और मुस्लिमों के बीच हिंसा हुई थी। इसके बाद एलबीए ने मुस्लिमों का सामाजिक-आर्थिक बहिष्कार किया, जो 1992 में हटा लिया गया था। दरअसल जम्मू-कश्मीर के भारत में विलय के फैसले के ठीक बाद लद्दाख के बौद्ध, राज्य में शेख अब्दुल्ला और कश्मीर के प्रभुत्व का विरोध करने लगे। वर्ष 1947 के बाद कश्मीर के पहले बजट में लद्दाख के लिए कोई फंड निर्धारित नहीं किया गया।


वर्ष 1961 तक इस क्षेत्र के लिए अलग से कोई योजना नहीं बनाई गई थी। मई 1949 में एलबीए के अध्यक्ष चेवांग रिग्जिन ने तत्कालीन प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू से कहा था कि लद्दाख का प्रशासन सीधे भारत सरकार के हाथों में हो या जम्मू के हिंदू बहुल इलाकों के साथ मिलाकर इसे अलग राज्य बना दिया जाना चाहिए। इस बीच लद्दाख पर पाकिस्तान की भी नजरें गड़ी रहीं और ये लव जिहाद पाकिस्तान की ही एक नीति का हिस्सा है, क्योंकि पाकिस्तान चाहता है कि लद्दाख में मुस्लिम आबादी में वृद्धि हो या किसी तरह से वहां के लोग मुस्लिम धर्म अपनाते जाएं, ताकि मुस्लिम धर्मावलंबियों का अधिक संख्या में होना उसके पक्ष में माहौल बनाने के काम आए।


वर्ष 2003 से अब तक यहां पर सौ से ज्यादा लड़कियों को लव जिहाद का शिकार बनाया गया और हमेशा की तरह दावा यही किया गया कि उन्होंने ऐसा अपनी इच्छा से किया है। जब केरल, बंगाल और उत्तर प्रदेश से लव जिहाद की खबरें आ रही हैं कि पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया के लोग हिंदू लड़कियों को लव जिहाद का शिकार बना रहे हैं, तब सुप्रीम कोर्ट के दखल के बाद यहां के एक खास मामले की जांच एनआइए को सौंपे जाने के बाद उसने अपनी जांच में इन आरोपों को सही पाया।


हालांकि इन घटनाओं पर पूर्व की भांति राजनीति होगी। शायद अल्पसंख्यक कौन होते हैं, कैसे होते हैं, यह बात इराक का यजीदी समुदाय और पाकिस्तान के हिंदू समुदाय से बेहतर कौन जान सकता है। लेकिन प्रकृति पूजक, बौद्ध तंत्र तथा बौद्ध मत को मानने वाला यह समुदाय है, जो न तो घृणा फैलाने में विश्वास रखते हैं और न ही हिंसा के समर्थक हैं, लेकिन कब तक मौन रहकर हिंसा और अत्याचार को ङोलते रह सकते हैं?              


असम में बाढ़ से 61 लोगों की मौत

मनोज सिंह ठाकुर


गुवाहाटी। असम में बाढ़ से शनिवार को दो और लोगों की मौत हो गई। बाढ़ से अब तक 18 जिलों में 10.75 लाख लोग प्रभावित हुए हैं। असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने अपने नियमित बुलेटिन में बताया कि मोरीगांव में बाढ़ से एक व्यक्ति की मौत हुई और एक अन्य व्यक्ति की मौत तिनसुकिया जिले में हुई है। दो और मौत के बाद राज्य में मृतकों की संख्या 61 हो गई है, जिनमें से 37 लोगों की मौत बाढ़ के कारण और 24 लोगों की मौत लगातार हुई बारिश के कारण हुए भूस्खलन से हुई है।
लखीमपुर और बोंगाईगांव में शनिवार को बाढ़ का पानी कम हुआ है. धेमाजी, बिश्वनाथ, चिरांग, दारंग, नलबाड़ी, बारपेटा, कोकराझार, धुबरी, दक्षिण सालमारा, गोलपाड़ा, कामरूप, कामरूप मेट्रोपॉलिटन, मोरीगांव, नागांव, गोलाघाट, जोरहाट, डिब्रूगढ़ और तिनसुकिया जिले बाढ़ से प्रभावित हैं।
बारपेटा बाढ़ से बुरी तरह से प्रभावित है जहां 6.33 लाख से अधिक लोग प्रभावित हुए हैं और इसके बाद दक्षिण सालमारा में लगभग 1.95 लाख लोग प्रभावित हैं। गोलपाड़ा में 83,300 से अधिक लोग प्रभावित हैं। इसमें कहा गया है कि पिछले 24 घंटे में तीन जिलों में एसडीआरएफ, जिला प्रशासन और स्थानीय लोगों ने 1,046 लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया है। जिला प्रशासन ने आठ जिलों में 171 राहत शिविर और वितरण केन्द्र स्थापित किए हैं, जहां इस समय 6,531 लोग शरण लिए हुए हैं।


रेपिस्ट से रिश्वत लेने का आरोप लगा

रेप के आरोपी से 35 लाख की रिश्वत लेने का आरोप,


महिला SI गिरफ्तार


अहमदाबाद। बलात्कार के आरोपी से 35 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में एक महिला पुलिस सब-इंस्पेक्टर को गिरफ्तार किया गया है,महिला सब- इंस्पेक्टर को गिरफ्तार करने के बाद कोर्ट में पेश किया गया,जहां से उसको तीन दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया,आरोपी महिला सब-इंस्पेक्टर श्वेता जड़ेजा अहमदाबाद की महिला पुलिस स्टेशन की इंचार्ज थी।
श्वेता जड़ेजा पर बलात्कार के आरोपी से 35 लाख रुपये की रिश्वत लेने के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई है, एफआईआर के मुताबिक अहमदाबाद की एक निजी कंपनी की दो महिला कर्मचारियों ने कंपनी के प्रबंध निदेशक केनल शाह के खिलाफ बलात्कार की शिकायत दर्ज कराई थी,इसी मामले में कंपनी के सुरक्षा अधिकारी ने भी अहमदाबाद के सैटेलाइट थाने में शिकायत दी थी,इस पर क्राइम ब्रांच ने मामला दर्ज किया है।
इन मामले की जांच के दौरान महिला पुलिस थाने की इंचार्ज श्वेता जड़ेजा ने आरोपी से 35 लाख रुपये रिश्वत की मांग यह कहते हु‌ए की कि अगर उसको पैसा नहीं दिया गया,तो आरोपी के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
श्वेता जड़ेजा ने केनल शाह के भाई भावेश को बुलाकर रिश्वत की मांग की और 20 लाख रुपये में दोनों पक्ष राजी हुए,रिश्वत की रकम बाद में आंगड़िया के जरिए जमजोधपुर में पुलिस सब-इंस्पक्टर श्वेता जड़ेजा के किसी पहचान वाले को पहुंचाई गई,आरोपी केनल शाह के खिलाफ एक और मामला दर्ज हुआ,जिसके बाद पुलिस अधिकारी श्वेता जड़ेजा ने आरोपी के भाई से फिर 20 लाख रुपये की मांग की और 15 लाख रुपये में मामला तय किया गया। यह रकम भी पुनः जमजोधपुर भेजी गई।


शिकायत के अनुसार इसी दौरान आरोपी के भाई भावेश ने एक शिकायत पुलिस को दे दी थी,जिसकी जांच पीआई आरएस सुवेरा कर रहे थे,जिन्होंने आवश्यक प्रमाण एकत्रित किए और औपचारिक शिकायत दर्ज कराई,क्राइम ब्रांच की टीम ने पूरे मामले की बारीकी से जांच कर श्वेता जड़ेजा के खिलाफ शिकायत दर्ज की। क्राइम ब्रांच के जॉइंट पुलिस कमिश्नर अजय तोमर का कहना है कि जब पूरे मामले की जांच की गई, तो उसमें कुछ सच्चाई सामने आई,जिसके बाद श्वेता जड़ेजा के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई,इस पूरे मामले की जांच अब स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप के एसीपी बीसी सोलंकी को सौंपी गई है,आरोपी पुलिस अधिकारी का बयान दर्ज कर लिया गया है।           


दंपत्ति की संदिग्ध हत्या या आत्महत्या

नवविवाहित जोड़े ने संदिग्ध हालात में मौत को गले लगाया




अश्वनी उपाध्याय


गाजियाबाद। कविनगर थाना प्रभारी विशाल प्रजापति और निशा पहले से एक दूसरे को जानते थे और अलग-अलग जाति से संबंध रखने के बावजूद दोनों परिवार वालों की सहमति से 29 जून को इनकी शादी हुई थी। शादी के बाद विशाल के घर में दो तीन दिन तो जश्न का माहौल रहा, लेकिन दो जुलाई की दोपहर घर से कोचिंग के लिए निकला विशाल जब देर रात तक वापस नहीं आया तो घर वालों को चिंता हुई। पूरी रात उसे तलाश किया गया, लेकिन कोई खबर नहीं मिली। आखिरकार तीन जुलाई को रेलवे ट्रैक पर विशाल का शव पड़ा मिला। इधर निशा के परिवार वाले विशाल का अंतिम संस्कार होने के बाद तीन जुलाई की ही शाम को उसे मायके ले आए, लेकिन चार जुलाई की सुबह निशा भी अपने कमरे में फंदे से लटकी हुई मिली।


थाना प्रभारी ने बताया कि अभी तक इतनी बड़ी घटना की कोई ठोस वजह सामने नहीं आई है। दोनों परिवारों से एक साथ और अलग-अलग भी पूछताछ हो चुकी है, लेकिन कोई भी व्यक्ति कुछ भी बताने में असमर्थ है। फिलहाल पुलिस दोनों के मोबाइल फोन को कब्जे में लेकर इसकी जांच कर रही है। दोनों के कॉल डिटेल से लेकर चैट तक खंगाले जा रहे हैं।




पुलिस ने दी थी दबिश की सूचनाः नौकर

दुबे का नौकर, बोला- पुलिस ने ही दी थी दबिश की सूचना







संदीप मिश्रा


कानपुर। चौबेपुर थाना क्षेत्र के विकरू गांव में शुक्रवार रात हुई मुठभेड़  में शामिल कुख्यात विकास दुबे  का नौकर दयाशंकर अग्निहोत्री को पुलिस ने कल्याणपुर थाना क्षेत्र में मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ में दयाशंकर के पैर में गोली लगी है। उसे इलाज के लिए जिला अस्पताल में एडमिट कराया गया है। गिरफ्तार दयाशंकर ने बड़ा खुलासा करते हुए कहा कि पुलिस की तरफ से ही दबिश की जानकारी विकास दुबे को दी गई थी। जिसके बाद उसने अपने सभी असलहाधारी गुर्गों को फोनकर बुलाया था। जिसके बाद हुई ताबड़तोड़ फायरिंग में एक सीओ समेत आठ पुलिसकर्मी शहीद हो गए थे।


जिला अस्पताल में एडमिट दयाशंकर अग्निहोत्री ने बातचीत में बताया कि दबिश की सूचना पुलिस की तरफ से ही मिली थी। उसने बाते कि थाने से एक फोन आया था। जिसके बाद विकास दुबे ने अपने साथियों को असलहे के साथ बुलाया था। दयाशंकर ने बताया कि उस वक्त घर में एक ही असलहा था जो उसके नाम पर हैं। विकास दुबे ने उसी असलहे से गोली चलाई थी। गौरतलब है कि विकास दुबे के साथ फरार जिन 18 लोगों पर इनाम घोषित किया गया है, उसमें दयाशंकर का नाम पांचवें नंबर पर है। उस पर पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित कर रखा था। दयाशंकर ने बताया कि उसने गोली नहीं चलाई. उसे कमरे में बंद कर दिया गया था। हालांकि वह नहीं बता सका कि कितने लोग इस गोलीबारी में शामिल थे।


पुलिस वाले ही मुखबिर


विकरू काण्ड के बाद से जारी तफ्तीश में अब तक एक बात तो साफ है कि मुखबिरी पुलिस डिपार्टमेंट की तरफ से ही दी गई। इससे पहले यह बात सामने आई थी कि दबिश से पहले गांव की बिजली भी काटी गई थी। इसके लिए भी चौबेपुर थाने से ही फोन आया था। इस मामले में भी जांच चल रही है। हालांकि संदेह के घेरे में आए एसओ विनय तिवारी को सस्पेंड कर दिया गया है।







25 दिन क्वॉरेंटाइन, आत्महत्या की धमकी

25 दिन से क्वॉरेंटाइन युवक ने वीडियो जारी कर दी धमकी, कर लूंगा आत्महत्या







कुंडा। कोरोना वायरस का कहर चौतरफा बरपा हुआ है। देश से लेकर प्रदेश में भी इसकी संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। इसी बीच प्रवासी मजदूरों के अलावा बाहर से गांव या शहर में पहुंचने वाले लोगों को अलग-अलग जगह क्वॉरेंटाइन किया गया है। कुंडा के हाई स्कूल में एक युवक पिछले 25 दिनों से क्वॉरेंटाइन में है, जिन्होंने अपना एक वीडियो जारी कर कहा है कि वह इससे पहले भी 20 दिन क्वॉरेंटाइन सेंटर में रह चुका हैं, उसके बाद 2 दिन घर में रुकने के बाद उन्हें फिर से क्वॉरेंटाइन कर दिया गया है, जहां जांच में उसकी रिपोर्ट नेगेटिव आई है। उसके बाद भी उन्हें छुट्टी नहीं दिया जा रहा है, जिसके चलते उसकी मानसिक स्थिति बिगड़ती जा रही है।


यदि आज रात तक उसे छुट्टी नहीं दी जाती तो युवक का कहना है कि वह आत्महत्या कर लेगा, जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन व प्रशासन की होगी। यह कोई पहला मामला नहीं है, जहां इतने दिनों तक किसी को क्वॉरेंटाइन में रखा गया हो इससे पहले भी कई लोगों को समय अवधि बीत जाने के बाद भी एहतियातन क्वॉरेंटाइन में रखा गया था। अब देखना यह है कि प्रशासन इस गंभीर मुद्दे पर अपना क्या रुख रखता है।


कलेक्टर ने भेजी टीम


जिला कलेक्टर रमेश शर्मा ने मामले की गंभीरता को देखते हुए तहसीलदार को कुंडा क्वॉरेंटाइन सेंटर जाने का निर्देश दिया है और युवक से संबंधित रिपोर्ट देखने और उसके अवकाश संबंधी विषयों पर गंभीरता से लेने की बात कही है।


 मामला संज्ञान में आया है, जानकारी मिलते ही इस मामले को लेकर टीम भेजा जा गया है, युवक का क्वारंटाइन पूरा होने के बाद वहां पॉजिटिव मामला आने के कारण दोबारा क्वॉरेंटाइन किया गया,जिसके चलते उसे इतना दिन क्वॉरेंटाइन में रखा गया है, बाकी रिपोर्ट आने के बाद ही बता पाऊंगा।







बारिश ने स्मार्ट सिटी का चेहरा बदला

धर्मशाला। बारिश-तूफान के बीच स्मार्ट सिटी धर्मशाला का चेहरा ही बदल गया। शनिवार-रविवार मध्य रात को बिजली की तारें व पेड़ सड़क पर आ गिरे। ये सब उस वक्त हुआ जब रात को लोग सोए हुए थे तो तेज तूफान के बीच हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड के आसपास वाले क्षेत्र में खासा नुकसान हुआ है। शहीद स्मारक के सामने सैनिक रेस्ट हाउस के बाहरी तरफ भी पेड़ गिरकर सड़क को बाधित कर गया। इसी तरह बिजली की तारें भी सड़क पर आ गिरी।शिक्षा बोर्ड के निचली तरफ मोड़ पर भी खासा नुकसान हुआ है। इससे कुछ देर के लिए यातायात भी बाधित रहा।


दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे, 13 घंटे का सफर

हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस वे 1261 किलोमीटर की लंबाई का बनना है, इस पर करीब एक लाख करोड़ रुपये की लागत आनी है। इस एक्सप्रेस वे के 497 किलोमीटर के टुकड़े पर काम तेजी से चल रहा है, वहीं 162 किलोमीटर के दूसरे टुकड़े पर जल्द ही काम शुरु होने वाला है। जबकि बाकी बचे हुए 569 किलोमीटर के हिस्से के लिए टेंडरिंग प्रक्रिया चल रही है।


जानकारों की माने तो दिल्ली से मुंबई के बीच 1261 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेस वे के बनने से 150 किलोमीटर की दूरी कम हो जाएगी वहीं यात्रा के समय में 11 घंटे की कटौती होगी। फिलहाल दिल्ली से मुंबई तक जाने में 24 घंटे लगते हैं, लेकिन इस एक्सप्रेसवे के तैयार होने के बाद महज 13 घंटे ही लगेंगे। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे आठ लेन का बन रहा है, इस एक्सप्रेसवे का निर्माण इंजीनियरिंग, प्रोक्योरमेंट, कंस्ट्रक्शन (EPC) रूट के जरिये किया जा रहा है। इसके लिए स्पेशल पर्पस व्हीकल (एसपीवी) के जरिए 50,000 करोड़ रुपए जुटाए जाएंगे। पिछले दिनों इस योजना को वित्त मंत्रालय की मंजूरी मिल गई है। इस साल जुलाई के आखिर तक इस मॉडल के प्रारूप को अंतिम रूप दिया जाएगा। इस काम के लिए एक मर्चेट बैंकर नियुक्त किया जाएगा।


बता दें कि दिल्‍ली-मुंबई एक्सप्रेस-वे निर्माण भारतमाला परियोजना के पहले चरण के तहत हो रहा है। 3 साल पहले यानी 2017 से इस योजना पर काम शुरू हुआ था और इसे वर्ष 2022 तक पूरा करना था। यह अलग बात है कि 2 साल पीछे होने के चलते एक्सप्रेसवे 2023-24 तक बनकर तैयार हो सकता है।


घर खरीदना सभी के लिए हुआ आसान

कविता गर्ग


नई दिल्ली। अपने सपनों का घर खरीदना हर किसी के लिए आसान नहीं होता, इसलिए लोन का सहारा लेना पड़ता है। इसी बीच अब देश के सबसे बड़े बैंक भारतीय स्टेट बैंक SBI ने अपने ग्राहकों को बड़ा तोहफा दिया है। SBI ने होम लोन पर इंट्रेस्ट रेट घटा दिए हैं। इससे घर खरीदने वालों को बड़ी राहत मिलेगी। होम लोन की ब्याज दर में कटौती के बाद अब SBI के होम लोन की रेट 6.95 फीसदी सालाना से शुरू होगी। एसबीआई के मुताबिक, ब्याज की नई दर 1 जुलाई 2020 से लागू हो गई है। SBI में महिलाओं को होम लोन 6.95 फीसदी सालाना की शुरुआती दर से मिलेगा, जबकि अन्य लोगों के लिए 7 फीसदी सालाना से शुरू होगा।


घर खरीदना होगा अब आसान
एसबीआई से होम लोन लेकर घर खरीदना अब और आसान हो गया है। बता दें कि बैंक ने होम लोन की ब्याज दर में कटौती की है। इसके बाद अब होम लोन की शुरुआती दर अब 6.95 फीसदी हो गई है। SBI बैंक की आधिकारिक वेबसाइट पर उपलब्ध जानकारी के अनुसार SBI में फ्लोटिंग होम लोन इंट्रेस्ट रेट महिलाओं के लिए 6.95 फीसदी से शुरू है, जबकि अन्य के लिए यह दर 7 फीसदी से शुरू हो रही है।


महिलाओं के लिए सस्ता होम लोन
भारतीय स्टेट बैंक ने ब्याज में कटौती के साथ ही महिलाओं के लिए होम लोन को सस्ता कर दिया है। अब महिलाओं के लिए ब्याज दर 7 फीसदी से कम हो गई है। एसबीआई महिलाओं को होम लोन के ब्याज दर पर 0.05 फीसदी की छूट देता है। एसबीआई में महिलाओं के लिए टर्म लोन 6.95 फीसदी से 7.30 फीसदी सालाना और मैक्सगेन लोन की ब्याज दर 7.30 फीसदी से 7.65 फीसदी सालाना हो गई है।


बता दें कि नॉन-सैलरीड क्लास को बैंक से लोन लेने वाले ब्याज दर पर 0.15 फीसदी ज्यादा का भुगतान करना पड़ता है। इससे पहले जून के दूसरे हफ्ते में देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक ने अपने एक्सटर्नल बेंचमार्क लिंक्ड रेट को 7.05 फीसदी से घटाकर 6.65 फीसदी करने की घोषणा की थी।


SBI REALTY LOAN
एसबीआई रियल्टी लोन में भी महिलाओं को 0.05 फीसदी की छूट मिल रही है। SBI REALTY LOAN की प्रभावी ब्याज दर पहले 5 सालों के लिए 7.70 से 7.90 फीसदी सालाना तक है, जबकि महिलाओं के लिए यह दर 7.65 फीसदी से 7.85 फीसदी सालाना तक होगी। वहीं जिन लोगों का SBI में सैलरी अकाउंट नहीं है, उन्हें रियल्टी लोन के मामले में तय रेट से 0.05 फीसदी अधिक चुकाना होगा।


मोबाइल से पर्सनल लोन की सुविधा
बता दें कि SBI अपने ग्राहकों को घर बैठे पर्सनल लोन की सुविधा उपलब्ध कराता है। यानी की आप घर बैठे पर्सनल लोन के लिए आवेदन कर सकते हैं। इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए आपको एसबीआई का ग्राहक होना जरूरी है। इसके बाद आप घर बैठे ऑनलाइन प्री-अप्रूव्ड पर्सनल लोन ले सकते हैं। इसके लिए आपको एसबीआई के मोबाइल ऐप से आवेदन करना होगा।


SMS से पता करें लोन की योग्यता
SBI ने ट्वीट के जरिए जानकारी दी है कि लोन के लिए अपनी योग्यता को SMS के जरिए जान सकते हैं। इसके लिए अपने रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर से PAPL को 567676 पर एसएमएस करना होगा। इसके बाद बैंक आपको कुछ मापदंडों के आधार पर लोन की जानकारी देगा।


3 बहनों ने कुल्हाड़ी से पिता को काटा

कविता गर्ग


मास्को। हरेक पिता हर परेशानी से अपने बच्चों की रक्षा करता है। एक बेटी खासकर अपने पिता से जुड़ी होती है। उसे उम्मीद होती है कि उसका पिता उसे दुनिया की हर मुसीबत से बचा लेगा। लेकिन अगर वही पिता बेटी की इज्जत का लूटेरा बन जाए तो? रिश्तों को शर्मसार करने वाला ये मामला रूस से 2018 में सामने आया था। यहां तीन बेटियों ने मिलकर अपने सगे पिता को मौत के घाट उतार दिया था। जब पुलिस ने बेटियों को अरेस्ट कर पूछताछ की तो पता चला कि हैवान पिता अपनी बेटियों की इज्जत लूटता था। जब सालों तक दुष्कर्म का दंश झेलती बेटियों के लिए ये असहनीय हो गया तो उन्होंने मिलकर अपने पिता की कुल्हाड़ी से काटकर हत्या कर दी। अब दो साल बाद कोर्ट ने इस मामले में बेटियों को बीस साल जेल की सजा देने का ऐलान किया है। कोर्ट के इस फैसले की हर तरफ आलोचना हो रही है। आइये आपको बताते हैं कैसे एक पिता ने अपनी तीन सगी बेटियों की जिंदगी बर्बाद की थी।


रूस के माफिया मिखाइल खचतुर्यां की बॉडी 2018 में मिली थी। उसकी हत्या उसकी तीन सगी बेटियों ने, जिनकी उम्र उस समय 17, 18 और 19 साल थी, ने मिलकर की थी। उन्होंने पुलिस को बताया था कि सेल्फ डिफेन्स में उन्होंने पिता की हत्या की थी। रुसी अथॉरिटीज के मुताबिक, अब इस मामले में तीन में दो बेटियों को बीस साल जेल की सजा दी जा सकती है। साथ ही तीसरी बेटी को मेन्टल असाइलम भेजा जा सकता है। ऑफिसर्स का कहना है कि ट्रायल के दौरान ये साबित नहीं हुआ कि मृतक की दोनों बेटियों क्रिस्टीना और एंजेलिना ने सेल्फ डिफेंस में ये मर्डर किया था। ऐसे में उन्हें खून का दोषी माना जा रहा है। साथ ही तीसरी बेटी मरिया को साइकाइट्रिस्ट के पास भेजा जाएगा।


इस मामले की जांच के लिए एक कमिटी बैठाई गई थी। कुछ महीनों पहले कहा गया था कि मेंटल और फिजिकल अब्यूज से परेशान होकर ये हत्या की गई थी। लेकिन अब इसे लेकर सजा देने की बात कही जा रही है। हत्या के इस केस की जांच दो साल से चल रही है। बेटियों ने पुलिस को बताया कि उनका पिता कई सालों से तीनों का रेप करता था। उसकी हर बेटी पर बुरी नजर थी। मां की मौत के बाद वो अपनी बेटियों को अपनी पत्नी बताता था। साथ ही चाहता था कि उसकी बेटियां  उसके होने वाले बच्चों की मां बने। जांच में ये बात भी सामने आई कि पिता अपनी बेटियों को कपड़े उतारकर उसके सामने खड़े होने को कहता था। फिर सभी से उसे सेक्सयुअल प्लेजर देने की बात कहता था। अगर इंकार करती, तो उसे जान से मारने की धमकी देता।


जब तीनों से अपने पिता का आतंक सहना मुश्किल हो गया तो उन्होंने मिलकर अपने पिता के हथौड़े से मारकर हत्या कर दी। बेटियों को जेल की सजा कोर्ट ने इस आधार पर दी कि जब उसकी हत्या की गई थी उस समय मृतक को नशीला पदार्थ दिया गया था। साथ ही उस समय वो किसी पर अटैक करने की पोजीशन में नहीं था। ऐसे में हत्या सेल्फ डिफेंस के लिए की गई, ऐसा नहीं कहा जा सकता।


चलती बस में पोर्न फिल्म बनाई, केस दर्ज

कविता गर्ग


कोलंबिया। दुनिया में अभी कोरोना का कहर फैला हुआ है। इस वायरस की वजह से दुनिया में कई तरह की पेरशानियां देखने को मिल रही है। दुनिया के कई देश लॉकडाउन किये जा चुके हैं। वायरस के कारण कई देशों में बेरोजगारी की समस्या बढ़ गई है। कहीं क्राइम के मामले बढ़ गए हैं। लेकिन ये बात भी सही है कि कोरोना के कारण दुनिया का ध्यान बाकी की चीजों से हटकर सिर्फ इस वायरस पर ही टिक गया है। हाल ही में कोलंबिया से एक शॉकिंग मामला सामने आया। यहां एक एडल्ट स्टार ने चलती बस में पोर्न फिल्म बनाया। लेकिन पब्लिक में अश्लील फिल्म बनाने की जगह उसपर इस बात का केस दर्ज करवाया गया कि महिला ने मास्क नहीं पहन रखा था। बता दें कि इससे पहले पब्लिक प्लेस में अश्लील हरकतें करना गैरकानूनी था। लेकिन अब मास्क पहनना उससे भी बड़ा क्राइम बन गया है।


कोलंबिया में रहने वाली एक पोर्न स्टार को इन दिनों पुलिस ढूंढ रही है। महिला का वीडियो एडल्ट साइट पर अपलोड किया गया था। इस वीडियो में महिला चलती बस में वीडियो बनाती नजर आई थी। एडल्ट स्टार की पहचान काओरी डोमिनिक के रूप में हुई है। कोलंबिया पुलिस ने महिला पर बस में एडल्ट मूवी बनाने के लिए नहीं, बल्कि बिना मास्क लगाए वीडियो बनाने को लेकर केस दर्ज किया है। पुलिस का कहना है कि महिला ने पब्लिक ट्रांसपोर्ट में मास्क नहीं पहनकर रूल तोड़ा है। कोरोना काल में सभी को पब्लिक  में मास्क पहनना अनिवार्य है।


इस वीडियो को हाल ही में एडल्ट साइट पर शेयर किया गया था। इसमें महिला ग्लव्स पहने और मास्क को गले में लटकाए नजर आई। इसके बाद उन्होंने बस में वीडियो शूट किया और फिर महिला चली गई। महिला पर एडल्ट फिल्म की जगह मास्क नहीं लगाने के लिए दर्ज केस ने लोगों को हैरत में डाल दिया है। वीडियो में जो शख्स महिला को शूट कर रहा है, उसकी भी तलाश की जा रही है। वहीं इस पूरे मामले पर लोगों ने अलग-अलग तरह के कमेंट्स किये हैं। उनका कहना है कि कोरोना में अब पब्लिक में अश्लील हरकतें करना जायज है लेकिन आप मास्क ना पहनें ये गैरकानूनी है।


613 लोगों की मौत, 24850 संक्रमित

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। दुनिया में कोरोना का कोहराम जारी है। भारत में भी इस घातक संक्रमण के फैलने की रफ्तार तेज हो गई है। हर रोज कोरोना से संक्रमण के मामले वृद्धि के पुराने रिकॉर्ड तोड़ नया रिकॉर्ड बना रहे हैं। पिछले 24 घंटे में कोरोना संक्रमण के मामलों में रिकॉर्ड उछाल आया है। इस दौरान 24850 नए मामले सामने आए हैं, जबकि 613 लोगों की जान गई है। इसके साथ ही देश में संक्रमितों की तादाद 673165 पहुंच गई है। अब तक कोरोना के कारण 19268 लोगों की जान जा चुकी है। अब तक 409083 संक्रमित स्वस्थ भी हुए हैं।


सीआरपीएफ के काफिले पर हमला

पुलवामा में ही बीते साल आतंकी हमले में 40 CRPF जवान शहीद हुए थे


पुलवामा। जम्मू कश्मीर के पुलवामा में रविवार को एक आईईडी (IED) धमाके में सीआरपीएफ का एक जवान घायल हो गया। इस घटना के बाद जवानों ने पूरे इलाके को घेर लिया है और तलाशी अभियान शुरू कर दिया है। सुरक्षा बलों की ओर से जम्मू कश्मीर में आतंकियों के सफाए के लिए पिछले काफी वक्त से चल रहे ऑपरेशन को देखते हुए आतंकियों की एक बड़ी साजिश सफल नहीं हो पाई।


CRPF काफिले पर हमले की आशंका


कश्मीर घाटी के पुलवामा जिले में रविवार को ये आईईडी धमाका हुआ। सीआरपीएफ के मुताबिक, गंगू इलाके में आतंकियों की ओर से लगाई गई आईईडी की चपेट में सीआरपीएफ का एक जवान आ गया और धमाके के कारण घायल हो गया। सीआरपीएफ ने आशंका जताई है कि आतंकियों ने ये आईईडी सीआरपीएफ के काफिले को निशाना बनाने के उद्देश्य से लगाई थी, लेकिन इसमें उनको सफलता नहीं मिली। इस घटना के बाद से ही सीआरपीएफ ने इलाके को घेरकर तलाशी अभियान शुरू कर दिया।


पुलवामा में ही हुआ था CRPF पर हमला


पुलवामा में ही बीते साल आतंकियों ने विस्फोटक से भरी एक कार से सीआरपीएफ के काफिले को टक्कर मार दी थी, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भारतीय वायु सेना ने पाकिस्तान के बालाकोट में मौजूद आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया था। हाल के दिनों में कश्मीर घाटी में भारतीय सुरक्षा बलों को आतंकियों के खिलाफ बड़ी सफलताएं हासिल हुई हैं और कई आतंकियों का सफाया हुआ है। शनिवार को भी कुलगाम जिले में हुई मुठभेड़ में हिज्बुल मुजाहिद्दीन के 2 आतंकियों को ढेर कर दिया गया था।


गहरी नींद के बाद क्यों आती है जमाई

रात को गहरी नींद लेने के बाद भी कुछ लोगों को दिनभर नींद आती रहती है। वहीं, कुछ लोग पूरा आराम करने के बाद भी हर समय थका-थका महसूस करते हैं। अगर आप इन लोगों में से तो आपको अपनी सेहत पर ध्यान देने की जरूरत है, क्योंकि बहुत अधिक नींद आना या बहुत अधिक थकान होना आपकी गिरती सेहत की निशानी हैं…
क्यों आती रहती है हर समय नींद?
-जब शरीर से अधिक दिमाग थक जाता है, तब भी बहुत अधिक नींद आती है। अगर आपको लगता है कि आप लगातार कई घंटों तक एक ही जगह बैठे रहते हैं। या आप कंप्यूटर संबंधित जॉब में हैं तो आपके साथ यह समस्या होने की संभावना कई गुना बढ़ जाती है।
-क्योंकि इस तरह दिनभर काम करने से एक वक्त बाद आपका ब्रेन और आंखें बहुत अधिक थक जाते हैं, जबकि शारीरिक गतिविधि के अभाव में शरीर में दूसरी तरह की दिक्कतें पनपने लगती हैं।
अधिक नींद आने के सेहत से जुड़े कारण
-कुछ लोगों को अधिक नींद कई शारीरिक समस्याओं के कारण भी आती है। इनमें रेस्टलेस लेग, किडनी की समस्या, थायरॉइड से जुड़ी दिक्कतें, किसी दवाई को लंबे समय से लेते रहने के बाद उसे बंद कर देना आदि शामिल हैं।
टाइमटेबल का अभाव
-जिन लोगों के सोने और जागने का कोई निश्चित समय नहीं होता है, उन्हें भी नींद से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसलिए एक हेल्दी लाइफ के लिए यह जरूरी हो जाता है कि आप खाने-पीने और सोने-जागने का एक निश्चित समय निर्धारित करें।
सही डायट का ना होना
-कुछ लोग कैफीन युक्त पदार्थों का अधिक सेवन करते हैं तो कुछ लोगों को बहुत अधिक ऑइली और स्पाइसी फूड खाना पसंद होता है। इस तरह का भोजन भी हमारे नींद के साइकल को बाधित करता है। क्योंकि यह पाचन को सही नहीं रहने देता और अगर पेट ठीक ना हो तो शरीर की थकान कभी उतर ही नहीं सकती।
समाधान क्या है?
-बहुत अधिक नींद आने और हर समय थकान रहने की समस्या का सबसे पहला समाधान तो यही है कि आप अपनी डायट को सही करें और टाइमटेबल में सुधार करें।
-इसके साथ ही शुरुआती स्तर पर डॉक्टर से परामर्श के बाद कुछ जरूरी दवाओं का सेवन करें। इनकी सहायता से आप अपने पेट और ब्रेन के कनेक्श को सही कर पाएंगे। इसके बाद अपनी सही लाइफस्टाइल को फॉलो करते हुए इन समस्याओं से निजात पा सकते हैं।


लंबे और मजबूत बालों के लिए टिप्स

मनोज सिंह ठाकुर


आपने किसी को यह कहते हुए सुना है कि चोटी बनाने से बाल लंबे और मजबूत होंगे? महिलाएं लंबे बालों के लिए ऑयल मसाज, ट्रिमिंग, हेयर स्पा सहित कई तरीके आजमाती हैं। लेकिन बहुत ही कम महिलाएं यह जानती हैं कि हेयर स्टाइल से भी बाल लंबे होते हैं।
दरअसल, हम सभी अपने बालों को स्वस्थ और सुरक्षित रखना चाहते हैं। इसके लिए हम महंगे शैंपू, हेयर स्पा और हर्बल शैंपू का इस्तेमाल करते हैं। लेकिन महज एक हेयर स्टाइल से भी बालों को लंबा और मजबूत बनाया जा सकता है। दरअसल बालों की चोटी बनाने से हेयर फॉल सहित अन्य समस्याएं कम होती हैं।
चोटी बनाने से कैसे बढ़ते हैं बाल?
हम बचपन से ही दादी और नानी से अक्सर सुनते आ रहे हैं कि चोटी बनाने से बाल बढ़ते हैं। लेकिन कम ही लोगों को इस बात पर यकीन होता है। स्टडी में पाया गया है कि हेयर टैप या चोटी बनाने से बाल बढ़ते हैं। दरअसल, चोटी बनाने से बाल एक जगह इक_ा हो जाते हैं और कम टूटते हैं। इसके अलावा बालों में खिंचाव कम होता है और ये तेजी से विकास करते हैं। इसलिए बालों को खुले रखने के बजाय चोटी बनाना चाहिए।
बाल उलझने से बचाए
खुले बाल बहुत जल्दी उलझ जाते हैं और टूटने लगते हैं। इसके अलावा ये धूल, मिट्टी और गंदगी के संपर्क में आते हैं। इसके कारण बाल कमजोर और ड्राई हो जाते हैं। बालों की चोटी बनाने से ये कम उलझते हैं और तकिया लगाने पर इनमें तनाव भी कम होता है।
स्कैल्प पर प्रभाव
बालों की चोटी बनाने के फायदे के साथ नुकसान भी है। बालों को अधिक टाइट रखने से हेयर फॉल होता है। इसके अलावा गलत तरीके से चोटी बनाने से स्कैल्प और बालों पर हानिकारक प्रभाव पड़ता है जिसे ट्रैक्शन एलोपेसिया कहा जाता है।
लंबे और मजबूत बालों के लिए टिप्स
स्वस्थ और लंबे बालों के लिए अपनी लाइफस्टाइल और डाइट को बेहतर रखना बेहद जरूरी है। बालों का विकास जेनेटिक और पोषक तत्वों पर निर्भर करता है।
*हेल्दी जीवनशैली अपनाने और अधिक मात्रा में पोषक तत्वों का सेवन करने से बाल मजबूत होते हैं।
*हर हफ्ते में बालों में तेल लगाकर मसाज करें। इससे बालों को पोषण मिलता है और बाल हेल्दी और लंबे होते हैं।
*बालों के विकास के लिए अच्छी नींद भी बेहद जरूरी है।
*तनाव कम लें और हमेशा खुश रहने की कोशिश करें। ये स्वस्थ बालों के लिए जरूरी है।
*हफ्ते में एक बार घर पर बने हेयर मास्क का उपयोग जरूर करें। इससे बालों को पोषण मिलता है।
इस तरह घने, मजबूत और स्वस्थ बालों के लिए चोटी बनाने की आदत डालना चाहिए। अगर जरूरत न हो तो बालों को हमेशा खुला नहीं रखना चाहिए।


सुशांत की फिल्म 'दिल बेचारा' जीतेगी दिल

मनोज सिंह ठाकुर


मुंबई। बॉलीवुड अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीस का कहना है कि सुशांत सिंह राजपूत की अंतिम फिल्म ‘दिल बेचारा’ दर्शकों का दिल जीत लेगी। सुशांत सिंह राजपूत की अंतिम फिल्म दिल बेचारा देखने के लिए हर को बेसब्री से इंतजार कर रहा है। दिल बेचारा डिज्नी हॉटस्टार पर 24 जुलाई को रिलीज होगी। सुशांत सिंह राजपूत की को स्टार रहीं जैकलीन फर्नांडीस ने सोशल मीडिया पर सुशांत की याद में एक इमोशनल पोस्ट लिखा है। जैकलीन ने सुशांत की अंतिम फिल्म का पोस्टर भी शेयर किया है और भरोसा जताया है कि उनकी ये फिल्म सभी का दिल जीतने में कामयाब होगी।


जैकलीन ने लिखा ,सुशांत के जाने से एक शून्य पैदा हो गया है। उसने मुझे सिखाया था कि मुश्किल समय में सभी के साथ रहो। खुद मैं यदि कभी परेशान होती थी तो उसने मेरी काफी मदद की। अब उसकी आखिरी फिल्म देखना मेरे लिए आसान नहीं होगा। लेकिन मुझे विश्वास है कि सुशांत अपनी एक्टिंग से स्क्रीन को जगमगा देगा। ये बात मुझे शांति जरूर देगी


डेढ़ रुपया किलो खरीद सकेंगे गोबर

बिनेट की बैठक में होगा गोबर की दर का अंतिम निर्णय


गोधन न्याय योजना के क्रियान्वयन को लेकर मंत्रिमण्डलीय उपसमिति ने की विस्तार से चर्चा


दक्षिणापथ, रायपुर। गोधन न्याय योजना के तहत किसानों और पशुपालकों से डेढ़ रूपए की किलो की दर से गोबर की खरीदी किए जाने की अनुशंसा कृषि मंत्री श्री रविन्द्र चौबे की अध्यक्षता में गठित मंत्रिमण्डलीय उप समिति ने की है। मंत्रिमण्डलीय उप समिति की बैठक आज यहां बीज भवन में आयोजित हुई। बैठक में वन मंत्री श्री मोहम्मद अकबर, सहकारिता मंत्री डॉ. प्रेमसाय सिंह टेकाम, नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ. शिवकुमार डहरिया शामिल हुए।
छत्तीसगढ़ राज्य में गोधन के संरक्षण एवं सवंर्धन, वर्मी कम्पोस्ट के उत्पादन को बढ़ावा देने तथा ग्रामीण अर्थव्यवस्था को बेहतर बनाने के उद्देश्य से गोधन न्याय योजना की शुरूआत हरेली त्यौहार से होने जा रही है। इस योजना के तहत शासन द्वारा निर्धारित दर पर किसानों एवं पशुपालकों गोबर की खरीदी की जाएगी। जिसके जरिए वृहद पैमाने पर वर्मी कम्पोस्ट खाद का उत्पादन किया जाएगा। मंत्रिमण्डलीय उपसमिति की बैठक में गोधन न्याय योजना के तहत गोबर की खरीदी और इससे प्रबंधन के संबंध में कृषि विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों से विस्तार से चर्चा की। बैठक में मंत्री श्री रविन्द्र चौबे एवं श्री मोहम्मद अकबर ने गोबर क्रय करने की पारदर्शी व्यवस्था तय करने की बात कही। उन्होंने कहा कि गौठान समिति अथवा उसके द्वारा नामित समूह द्वारा घर-घर जाकर गोबर संग्रहण किया जाएगा। उन्होंने इसके लिए खरीदी कार्ड की भी व्यवस्था सुनिश्चित करने की बात कही, ताकि रोजाना संग्रहित किए जाने वाले गोबर की मात्रा और भुगतान की राशि का उल्लेख कार्ड में किया जा सके। समिति ने किसानों और पशुपालकों में क्रय किए गए गोबर के एवज में पाक्षिक भुगतान किए जाने कीे भी अनुशंसा की है।
मंत्री रविन्द्र चौबे ने कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. एम. गीता एवं कृषि संचालक निलेश क्षीरसागर को गौठानों में पशुधन की संख्या और गौठान के रकबे को ध्यान में रखते हुए वर्मी कम्पोस्ट तैयार करने के लिए कम से कम दस पक्के टांके का निर्माण शीघ्रता से कराए जाने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि पशुधन की संख्या और गौठानों में स्थान की उपलब्धता को देखते हुए टांके का निर्माण कराया जाना चाहिए। समिति ने गोबर संग्रहण का दायित्व गौठान समिति अथवा महिला स्व-सहायता समूह को देने की बात कही। बैठक में कृषि उत्पादन आयुक्त डॉ. एम. गीता ने गोधन न्याय योजना के तहत गोबर के संग्रहण से लेकर वर्मी कम्पोस्ट तैयार किए जाने के संबंध मंे गौठान समितियों एवं स्व-सहायता समूहों को प्रशिक्षण दिए जाने के बारे में विस्तार से जानकारी दी। नगरीय इलाकों में भी गोधन न्याय योजना के तहत गोबर की खरीदी नगरीय प्रशासन विभाग द्वारा तथा वन क्षेत्रों में वन प्रबंधन समितियों के माध्यम से किया जाएगा।
मंत्रिमण्डलीय उपसमिति ने गौठानों के प्रबंधन, पशुधन के लिए चारे की व्यवस्था, शहरी इलाकों में गौठानों के निर्माण के संबंध मंे भी अधिकारियों को आवश्यक कार्यवाही के निर्देश दिए। मंत्री श्री रविन्द्र चौबे ने कहा कि वर्मी कम्पोस्ट की आवश्यकता किसानों के साथ-साथ उद्यानिकी, वन विभाग एवं नगरीय प्रशासन विभाग को बड़े पैमाने पर होती है। गोधन न्याय योजना के तहत तैयार वर्मी कम्पोस्ट के मार्केटिंग की दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा कि गौठानों में उत्पादित वर्मी कम्पोस्ट प्राथमिकता से उस गांव के कृषकों को निर्धारित मूल्य पर प्रदाय की जाएगी।


कर्ज से दुखी परिवार ने की आत्महत्या

जोधपुर। लॉकडाउन ने लोगों को प्रभावित किया। कई ऐसे भी लोग है जो इससे उबर ही नहीं पाए और मौत को चुन लिया। ऐसे ही एक मामला जोधपुर का आया है। यहां रहने वाले एक परिवार ने कर्ज से परेशान होकर आत्महत्या कर ली।


परिवार के तीनों सदस्यों के शव पुलिस ने बरामद कर लिए हैं। सुसाइड नोट में परिवार के मुखिया ने कर्ज से परेशान होने की बात कही है। इस परिवार में पिता और पुत्र फर्नीचर का काम करते थे, जबकि पत्नी घर का कामकाज देखती थी। एसीपी नीरज शर्मा ने बताया कि बेटे नितिन ने पहले फंदा लगाया फिर पति राजेंद्र सुथार ने पत्नी इंद्रा का गला घोंट मौत के घाट उतारा।


 



  • सुथार परिवार में राजेन्द्र पत्नी इंद्रा और बेटे नितिन के साथ किराए से रहते थे। पिता और पुत्र फर्नीचर बनाने का काम करते थे और खुद का घर लेना चाहते थे। पर लॉकडाउन के कारण उनका काम पूरी तरह बंद हो गया और नया घर लेना तो दूर उनके लिए कर्ज का ब्याज चुकाना भी मुश्किल हो गया और अंत में पूरे परिवार ने सुसाइड करने का फैसला लिया।

  • गुरुवार की रात तक सब कुछ सामान्य था। राजेन्द्र फैक्ट्री से लौटने के बाद लोगों के साथ बैठे थे, पत्नी इंद्रा खाना खाकर रोज की तरह अन्य महिलाओं के साथ पार्क में इवनिंग वॉक कर रहीं थीं।

  • बेटा नितिन भी फैक्ट्री से आने के बाद दोस्तों के साथ घूमने निकला था। रात साढ़े दस बजे नितिन के दोस्त उसे घर के बाहर छोड़कर गए थे। यहां तक सबकुछ ठीक था। रात 11 बजे तीनों घर गए। सबने साथ खाना खाया। रात 12 बजे के बाद नितिन ने पीछे कमरे में फंदा लगाया। फिर राजेन्द्र ने पत्नी का गला घोंटा व खुद भी फंदे से झूल गया।



  • पुलिस मौके पर पहुंची तब तक टीवी ऑन था। घर में पुलिस को 4 मोबाइल मिले हैं। 2 मोबाइल नितिन के थे। 1 मोबाइल पिता व 1 मां का था। 2 मोबाइल की स्क्रीन टूटी थी।

  • संदेह है कि सुसाइड से पहले पति-पत्नी के बीच झगड़ा हुआ था। पुलिस ने तीनों के शव एमडीएम अस्पताल की मोर्चरी में रखवाए हैं। शनिवार को तीनों शव का पोस्टमार्टम किया गया।


अमरनाथ यात्राः पूजा का लाइव टेलीकास्ट

श्रीनगर। अमरनाथ यात्रा के लिए जम्मू से सड़क मार्ग से हर दिन ​500 यात्रियों को जाने की इजाजत मिल सकती है। वहीं रोजाना होने वाली पूजा का लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा। चीफ सेक्रेटरी ने ये जानकारी दी।


श्री अमरनाथजी यात्रा 2020 की तैयारियों की समीक्षा करते हुए चीफ सेक्रेटरी ने कहा कि कोविड 19 महामारी कश्मीर में तेजी से फैल रही है और यह चिंता का विषय है। इसे देखते हुए रोज होने वाली पूजा का लाइव टेलीकास्ट किया जाएगा। वहीं जम्मू कश्मीर आने वाले यात्रियों के लिए मानक संचालन प्रक्रिया के तहत टेस्टिंग अनिवार्य होगी।


अमरनाथ यात्रा को लेकर सुप्रीम कोर्ट द्वारा गठित एक सब कमेटी की मीटिंग हुई जिसकी अध्यक्षता चीफ सेक्रेटरी बीवीआर सुब्रमण्यम ने की। बैठक में अमरनाथ यात्रा की तैयारियों का जायजा लिया गया। साथ ही कहा गया कि कोविड 19 महामारी को देखते हुए ​प्रतिदिन सिर्फ 500 यात्रियों को जम्मू से सड़क मार्ग से जाने की इजाजत होगी। इसलिए उसी हिसाब से तैयारियां की जाएं।


हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...