सोमवार, 22 जून 2020

लंगर चलाने वाले सिक्ख-संत को नोटिस


लंगर चलाने वाले सिक्ख डी एस बिंद्रा और संत युवराज को दिल्ली में दंगा भड़काने का नोटिस




-वर्तमान सरकार, व्यवस्था, देश की दिशा और दशा रसातल की ओर जा रही है : बिंद्रा


-हिंद आर्मी न्याय और सच के लिए करेगी संघर्ष : युवराज 


नई दिल्ली। “देश में लंगर लगाना, लोगों की सहायता करना और सच का साथ देना, जब अपराध की श्रेणी में रखकर नोटिस भेजा जाने लगे तो समझ लेना चाहिए कि लोकतंत्र लगभग समाप्ति की श्रेणी में है इसके बावजूद न मैं  डरने वाला हूं और न मैं झुकने वाला हूं। और अब मैदान में उतर कर संघर्ष करूंगा। जिस चाय से देश में शुरुआत हुई थी उसी को अब चाय की पत्ती बांटकर और लोगों को चाय पिला कर  हिंद आर्मी के हाथों समाप्त करूंगा।” उक्त विचार प्रस्तुत करते हुए डी एस बिंद्रा ने प्रेस वार्ता में कहा कि वर्तमान सरकार और व्यवस्था, देश की दिशा और दशा डगमगाते हुए  रसातल की ओर जा रही है। संत युवराज जिन्होंने शाहीन बाग में यज्ञ हवन किया उन्होंने प्रेस वार्ता में बताया कि उनको भी दंगे के आरोप का नोटिस भेजा गया है।

डी एस बिंद्रा ने पत्रकारों को अपने खिलाफ दंगा भड़काने के नोटिस को दिखाते हुए बताया कि लगभग आधा दर्जन से ज्यादा धाराओं को लगा कर उन्हें नोटिस भेजा गया है। और आरोप लगाया गया है कि लंगर लगाकर भीड़ जुटाई और दंगे के लिए उकसाया गया। जबकि चांद बाग से उनका कोई लेना देना नहीं था। लंगर छका ने का भला कोई वास्ता हो सकता है। इन सारी हरकतों से मैं डरने- झुकने वाला नहीं हूं। चाहे मुझ पर कितनी ही धाराएं और एफआईआर दर्ज हो जाएं। जनसेवा और लंगर लगाने का काम करता रहा हूं और आगे भी करता रहूंगा।

 

संत युवराज ने पत्रकारों को बताया कि उनको भी दंगा भड़काने के आरोप का नोटिस भेजा गया है जबकि उन्होंने शाहीन बाग में हवन किया था। देश की सत्ता और वर्तमान व्यवस्था पर अनेक आरोप जड़ते हुए युवराज ने कहा कि वह लोगों और देश के लिए सदैव तत्पर रहेंगे। वर्तमान सत्ता कुछ नहीं है, धोखा दे रही है, हर एक व्यक्ति को परेशान कर रही है, सांप्रदायिकता फैलाई जा रही है। लेकिन अब इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा उन्होंने कहा हम हिंद आर्मी के तहत संघर्ष करके देश की न्यायपालिका कार्यपालिका और भ्रष्ट व्यवस्था को स्वच्छ और ठीक करेंगे। वर्तमान सरकार के अत्याचारों की सजा जनता ही नहीं पूरा देश भुगत रहा है जिसके चलते आज कई देश भारत पर हमलावर होकर उसे घेर रहे हैं। युवराज ने आरएसएस के लोगों को जेल में डालने की मांग की। आज की प्रेस वार्ता में डी एस बिंद्रा और संत युवराज ने संयुक्त रूप से वर्तमान सरकार, मोदी की व्यवस्था की तीव्र आलोचना करते हुए कहा कि अब देश में दलित, मुसलमान, पिछड़े और सच्चे देशभक्तों को एक हो जाना चाहिए एवं सच और न्याय के लिए मैदान में उतर आना चाहिए। इसी के लिए हिंद आर्मी अब मैदान में आ चुकी है।


एंटीबॉडी से बना ली कोरोना की दवा


अमेरिकी कंपनी ने ठीक हो चुके मरीज के एंटीबॉडी से बना ली कोरोना की दवा, इंसानों पर ट्रायल शुरू


नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी से जूझ रही दुनिया के लिए एक अच्‍छी खबर है। अमेरिका की एली लिली कंपनी (Eli Lilly and Company) ने घोषणा की कि उसने कोविड-19 से ठीक हो चुके एक मरीज के खून के नमूने से दवा (Covid 19 Medicine) बनाई है।




इस दवा अब इंसानों पर परीक्षण शुरू हो गया है। अमेरिकी दवा कंपनी ने कहा कि कोरोना मरीज को दुनिया की पहली एंटीबॉडी से तैयार दवा का डोज दिया गया है। इस दवा (Covid 19 Medicine) को ‘LY-CoV555’नाम दिया गया है। इसे लिली और अब सेल्‍लेरा बायोलॉजी कंपनी ने मिलकर तैयार किया है। इससे पहले मार्च महीने में लिली कंपनी सेल्‍लेरा के साथ एंटीबॉडी से कोरोना वायरस के खात्‍मे के लिए दवा तैयार करने का करार किया था। कंपनी ने अपने बयान में कहा कि पहले चरण के अध्‍ययन में दवा की सेफ्टी और उसे हॉस्पिटल में भर्ती मरीजों के सहन करने की क्षमता का पता लगाया जाएगा। कंपनी ने कहा कि अगर ट्रायल सफल रहा तो जल्‍द ही बाजार में उतार दिया जाएगा। कंपनी ने कोरोना से ठीक हो चुके मरीज से ब्‍लड सेंपल लेने के मात्र तीन महीने के अंदर इस दवा को तैयार किया है। LY-CoV555 पहली ऐसी दवा है जिसे कोरोना वायरस के खात्‍मे के लिए डिजाइन किया गया है। इस दवा के जरिए कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन की संरचना को निष्क्रिय किया जा सकता है।


LY-CoV555 दवा से कोरोना वायरस शरीर की स्वस्थ कोशिकाओं तक नहीं पहुंच पाएगा और ना ही नुकसान पहुंचा पाएगा। कंपनी ने बताया कि अमेरिका में कोरोना वायरस से ठीक हुए पहले मरीज के खून के नमूने से एंटीबॉडी ली गई थी। मरीज को फेफड़ों से जुड़ी तकलीफ थी। उसी के आधार पर एंटीबॉडी से दवा को तैयार किया गया है। कंपनी को उम्मीद है कि इस दवा के जरिए कोरोना से बीमार लोगों का प्रभावी इलाज हो सकेगा। इस दौरान अध्ययन में पता चला है कि दवा से कोरोना वायरस के स्पाइक प्रोटीन और उसकी सतह पर बुरा असर पड़ता है। बता दें कि कोरोना वायरस से अब तक दुनिया में 3,88,256 लोग मारे गए हैं और 65,86,149 लोग संक्रमित हैं।



जाँच किट भ्रष्टाचार मे मंत्री हुआ अरेस्ट

जिम्बाब्वे।  जिम्बाब्वे में कोरोना वायरस टेस्ट किट की खरीदारी को लेकर स्वास्थ्य मंत्री को गिरफ्तार कर लिया गया। स्वास्थ्य मंत्री ओबादिआह मोयो पर आरोप है कि उन्होंने कोरोना वायरस टेस्ट किट और अन्य उपकरणों के लिए 456 करोड़ रुपये की डील में घोटाला किया। हालांकि, शुक्रवार को गिरफ्तार किए जाने के बाद शनिवार को एक अदालत ने स्वास्थ्य मंत्री ओबादिआह को जमानत दे दी। जांचकर्ताओं ने स्वास्थ्य मंत्री को जमानत दिए जाने का विरोध नहीं किया। हालांकि, दोषी साबित होने पर उन्हें 15 साल की जेल की सजा हो सकती है।


जिम्बाब्वे के स्वास्थ्य मंत्री ओबादिआह पर अपने पद का दुरुपयोग करने का भी आरोप है। रॉयटर्स के मुताबिक, ओबादिआह पर कंपनियों के साथ की गई डील में भ्रष्टाचार का आरोप है। प्रॉसिक्यूटर्स का कहना है कि अवैध रूप से इन कंपनियों के साथ करार किया गया। बाद में जिम्बाब्वे के राष्ट्रपति ने संबंधित कंपनियों के साथ करार रद्द कर दिया था। पिछले हफ्ते संयुक्त अरब अमीरात की कंपनी Drax International के एक स्थानीय प्रतिनिधि को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। हालांकि, कंपनी ने भ्रष्टाचार के आरोपों से इनकार किया है। जिम्बाब्वे में अब तक कोरोना के 480 से अधिक मामले सामने आए हैं। वहीं, पड़ोसी देश साउथ अफ्रीका में कोरोना के 97 हजार से अधिक मामले सामने आ चुके हैं।


योग बनेगा पाठ्यक्रम का हिस्साः निशंक

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री रमेश पोखरियाल निशंक ने योग को स्कूली पाठ्यक्रम का हिस्‍सा बनाने की प्रक्रिया को तेज करने के लिए आनलाइन योग क्विज प्रतियोगिता का शुभारंभ किया। इसका आयोजन राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद-एनसीईआरटी द्वारा किया जा रहा है और यह देशभर के छठी से 12वीं तक की कक्षाओं के सभी विद्यार्थियों के लिए खुली है।


इस अवसर पर केंद्रीय मानव संसाधन विकास मंत्री निशंक ने कहा कि प्रतियोगिता का उद्देश्य बच्चों में योग के बारे में जागरूकता पैदा करना और उन्‍हें योगाभ्यास के बारे में प्रामाणिक स्रोतों से विस्तृत जानकारी हासिल करने के लिए प्रेरित करना है। उन्होंने कहा कि प्रतियोगिता से बच्चों में अच्छी आदतों और स्वस्थ जीवनशैली के विकास में मदद मिलेगी। मानव संसाधन विकास मंत्री ने कहा कि प्रतियोगिता में दिव्यांग विद्यार्थियों की भागीदारी बढ़ाने के लिए उनकी विशेष आवश्यकताओं का ध्यान रखा गया है। प्रतियोगिता में प्रश्न बहु-विकल्प वाले प्रश्‍न पूछे जाएंगे जो हिंदी तथा अंग्रेजी में होंगे। प्रतियोगिता में सर्वश्रेष्ठ स्थान प्राप्त करने वाले एक सौ बच्चों को प्रमाणपत्र प्रदान किए जाएंगे। आनलाइन प्रतियोगिता आज से एक महीने के लिए खुली रहेगी और बीस जुलाई को सम्पन्न होगी।


चीन के खिलाफ राष्ट्र हो एकजुटः सिंह

नई दिल्‍ली। पूर्व प्रधानमंत्री डॉक्टर मनमोहन सिंह ने मोदी सरकार से चीन को जवाब देने की अपील की है। लद्दाख सीमा विवाद में शहीद हुए जवानों को श्रद्धांजलि देते हुए पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि कि जवानों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए। यही समय है जब पूरे राष्ट्र को एकजुट होना है और संगठित होकर इस दुस्साहस का जवाब देना चाहिए।


पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा, ’15-16 जून को गलवान वैली में भारत के 20 साहसी जवानों ने सर्वोच्च कुर्बानी दी। देश के इन सपूतों ने अंतिम सांस तक देश की रक्षा की। इस सर्वोच्च त्याग के लिए हम इन साहसी सैनिकों व उनके परिवारों के कृतज्ञ हैं, लेकिन उनका यह बलिदान व्यर्थ नहीं जाना चाहिए।’


सेना को छूट-इमरजेंसी फंड और सख्त विदेश नीति, गलवान के बाद भारत ने उठाए ये कदम


पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि आज हम इतिहास के नाजुक मोड़ पर खड़े हैं। हमारी सरकार के निर्णय और सरकार के कदम तय करेंगे कि भविष्य की पीढ़ियां हमारा आकलन कैसे करें। जो देश का नेतृत्व कर रहे हैं, उनके कंधों पर कर्तव्य का गहन दातित्व है। हमारे प्रजातंत्र में यह दायित्व प्रधानमंत्री का है।’ पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि, ‘प्रधानमंत्री को अपने शब्दों और ऐलानों द्वारा देश की सुरक्षा एवं समारिक व भूभागीय हितों पर पड़ने वाले प्रभाव के प्रति सदैव बेहद सावधान होना चाहिए। चीन ने अप्रैल से लेकर आजतक गलवान घाटी और पैंगॉन्ग त्सो लेक में अनेकों बार जबरन घुसपैठ की है।’


गलवान विवाद: चीन से निपटने को सेना को खुली छूट, लेकिन शांति के लिए जारी रहेगी बातचीत


घुसपैठ पर पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने कहा कि हम न तो उनकी धमकियों व दबाव के सामने झुकेंगे और न ही अपनी भूभागीय अखंडता से कोई समझौता स्वीकार करेंगे। प्रधानमंत्री को अपने बयान से उनके षड्यंत्रकारी रूख को बल नहीं देना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि सरकार के सभी अंग इस खतरे का सामना करने व स्थित को और ज्यादा गंभीर होने से रोकने के लिए परस्पर सहमति से काम करें। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा कि यही समय है जब पूरे राष्ट्र को एकजुट होना है और संगठित होकर इस दुस्साहस का जवाब देना है। हम सरकार को आगाह करेंगे कि भ्रामक प्रचार कभी भी कूटनीति और मजबूत नेतृ्त्व का विकल्प नहीं हो सकता। पिछलग्गू सहयोगियों द्वारा प्रचारित झूठ के आडंबर से सच्चाई को नहीं दबाया जा सकता।


सीमा पर नेपाली सैनिक तैनात, लगाए कैंप


भारत से सटी सीमा पर नेपाल ने तैनात की सेना, चीनी टेंटों की मदद से बनाए होल्डिंग कैंप


नई दिल्ली। कोरोना संक्रमण के बीच नेपाल ने भारत से सटी सीमा पर सेना तैनात करते हुए होल्डिंग कैंप बना दिए हैं। हालांकि नेपाल का कहना है कि यह होल्डिंग कैंप नेपालियों की स्वास्थ्य जांच के लिए बनाए गए हैं। इन कैंपों में प्रवासी मजदूरों को रखा जाएगा। नेपाली ने कपिलवस्तु जिले के कृष्णानगर (बढ़नी) व मर्यादपुर (खुनुवा) सीमा पर प्रवासी मजदूरों के लिए होल्डिंग कैंप बनाए है। यह कैंप कृष्णानगर नगर पालिका के सेमरा स्थित उद्योग वाणिज्य संघ, यशोधरा गांव पालिका, मर्यादपुर (खुनुवा) के सुठौली स्थित पशुपति शिक्षा मन्दिर में बनाया गया है।



कैंपों में सैनिक तैनात


कृष्णानगर (बढ़नी) सीमा पर नेपाली सेना के मेजर के नेतृत्व में 50 तथा मर्यादपुर (खुनुवा) सीमा पर 20 सैनिकों की तैनाती की गई है। नो मेंस लैंड व नेपाल प्रवेश के मुख्य गेट पर सेना हेल्थ डेस्क बनाकर भारत से नेपाल जाने वाले नेपालियों का स्वास्थ्य परीक्षण कर होल्डिंग कैंप में ठहरा रही है। इसके साथ ही भारत से जाने वाले लोगों का यात्रा विवरण सहित उनका नाम-पता लिखवाया जाएगा।


चीनी टेंट से बनाया होल्डिंग कैंप


नेपाली सेना ने कृष्णानगर व मर्यादपुर सीमा पर प्रवासी मजदूरों को रोकने के नाम पर जो होल्डिंग कैम्प बनाया है, वह चीनी टेंट से बना है। उस पर चीनी भाषा लिखी हुई है। इसे लेकर सीमावर्ती क्षेत्र के लोगों में संशय का माहौल बना हुआ है। सीमा पर सेना परिचालन व होल्डिंग कैम्प बनाने की पहल को लोग भारत-नेपाल के बीच उठे सीमा विवाद के रूप में देख रहे हैं। कृष्णानगर नगरपालिका के मेयर रजत प्रताप शाह कहते हैं कि सरकार ने कोरोना संक्रमण से निपटने के लिए यह निर्णय देर में लिया है। एक माह से रोजाना हजारों की संख्या में नेपाली वापस आ रहे थे। इसकी जरूरत तब थी। फिलहाल दर्जनों नेपालियों को होल्डिंग कैंप में रखा गया है। इनके खाने-पीने की व्यवस्था नगरपालिका की ओर से की जा रही हैं। दीर्घ नारायण पौडेल, सीडीओ, कपिलवस्तु का कहना है कि कोरोना संक्रमण को रोकने के लिए बॉर्डर पर आर्मी परिचालित की गई है, जो स्थिति को संभालने, कम्युनिटी संक्रमण से बचने, होल्डिंग सेंटर में कार्य करेगी।



राजकीय संरक्षण गृह में 7 बालिका गर्भवती

कानपुर। उत्तरप्रदेश में कानपुर जिले के स्वरूप नगर क्षेत्र में स्थित राजकीय बाल संरक्षण गृह (बालिका) की 56 संवासिनी और एक सुरक्षाकर्मी में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई है। यहां मिली संवासिनियों में 7 गर्भवती हैं जिनमें 5 कोरोना पॉजिटिव हैं।


 इस घटना को लेकर देर रात बुलाए गए संवाददाता सम्मेलन में मंडलायुक्त डॉ. सुधीर एम. बोबड़े की मौजूदगी में जिलाधिकारी ब्रह्मदेवराम तिवारी ने बताया कि राजकीय बाल संरक्षण गृह (बालिका) में कुल 57 कोविड संक्रमित पाए गए। इनमें गर्भवती 7 संवासिनियों में 2 की रिपोर्ट निगेटिव आई है जबकि 5 कोरोना से ग्रसित हैं। पांचों संक्रमित आगरा, एटा, कन्नौज फिरोजाबाद एवं कानपुर के बाल कल्याण समिति से संदर्भित करने के पश्चात यहां रह रही थीं। ये पांचों प्रवेश के समय से ही गर्भवती थीं।


हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...