गुरुवार, 4 जून 2020

फुटबॉल टीम में मिलें वायरस के 25 केस

कीव। यूक्रेन की एक फुटबॉल टीम में खिलाड़ियों और स्टाफ में से कोरोना वायरस के 25 पॉजिटिव मामले सामने आए हैं। यूक्रेन फुटबॉल संघ ने कहा कि कारपाटी एलविव टीम में 65 लोगों की जांच कराई गई थी।किसी भी खिलाड़ी या स्टाफ का नाम नहीं बताया गया है। यूक्रेन लीग पिछले हफ्ते बहाल हुई थी। इस टीम का पहला मैच संदिग्ध मामलों के कारण रद हो गया था और अब लीग को दो और मैचों के लिए स्थगित कर दिया गया है।एशियाई फुटबॉल परिसंघ (एएफसी) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि एशिया की चैंपियंस लीग वापसी के करीब है, लेकिन जब तक घरेलू प्रतियोगिताएं शुरू नहीं हो जाती तब तक उसे इंतजार करना होगा। कोरोना वायरस के कारण दो महीने से भी अधिक समय तक बदं रहने के बाद विश्व भर में फुटबॉल प्रतियोगिताओं की वापसी हो रही है हालांकि अभी तक अधिकतर लीग शुरू नहीं हुई हैं।


उत्तराखंड में संक्रमित संख्या-1145 हुई

देहरादून। कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर उत्तराखंड में आज भी राहत वाली खबर नहीं है। स्वास्थ्य विभाग से जारी हेल्थ बुलेटिन के अनुसार उत्तरखंड राज्य में 60 लोग कोरोना संक्रमित मिले है। जिसके बाद राज्य में कोरोना संक्रमित लोगो की संख्या हो गयी है। आपको बताते चले कि अभी तक 286 कोरोना संक्रमित लोग उत्तराखंड राज्य में ठीक हो चुके है।


पुराने विमान वापस करने की योजना बनाई

नई दिल्ली। देश की सबसे बड़ी विमान सेवा कंपनी इंडिगो ने लागत कम करने के लिए कर्मचारियों पर होने वाले खर्च में कटौती और पुराने विमान वापस करने की योजना बनाई है। इंडिगो के मुख्य कार्यकारी अधिकारी रोनोजॉय दत्ता ने बताया कि एयरलाइन एयरबस के पुराने ‘करेंट इंजन ऑप्शन’ (सीईओ) विमानों को वापस कर उनकी जगह नए ‘न्यू इंजन ऑप्शन’ (निओ) विमानों को अपने बेड़े में शामिल करेगी। सीईओ विमानों की तुलना में निओ विमानों की ईंधन खपत कम है और इसलिए वे किफायती हैं। इनके रखरखाव का खर्च भी कम है। वित्त वर्ष 2019-20 के वित्तीय परिणामों की घोषणा के बाद निवेशकों के साथ कॉन्फ्रेंस कॉल में कंपनी के मुख्य वित्तीय अधिकारी आदित्य पांडे ने बताया कि कंपनी विमानों की लीज राशि के साथ ही अन्य स्थिर लागत भी कम करने की योजना बना रही है। स्थिर लागत 40 प्रतिशत कम करने का लक्ष्य रखा गया है। चालू वित्त वर्ष के पहले नौ महीने में वह लागत कम करके तीन-चार हजार करोड़ रुपये की अतिरिक्त नकदी जुटाने की योजना बना रही है। इसमें कर्मचारियों के वेतन में कटौती, लाभांश नहीं देना और विमानों के लीज और रखरखाव पर होने वाला खर्च भी शामिल है। उन्होंने बताया कि मौजूदा वित्त वर्ष में कर्मचारियों पर होने वाले खर्च में 25 प्रतिशत की कटौती की जाएगी। वेतन में कटौती के साथ ही प्रदर्शन के आधार पर दी जाने वाली प्रोत्साहन राशि में भी कटौती की जाएगी। एक प्रश्न के उत्तर में पांडे ने कहा कि अगले दो साल में 120 सीईओ विमानों की लीज समाप्त हो रही है जिन्हें कंपनी आगे नहीं बढ़ाएगी। उनकी जगह पर नए निओ विमानों को बेड़े में शामिल किया जाएगा हालांकि जरूरी नहीं है कि जितने विमान बेड़े से हटाए जाएंगे उतने ही नए विमान लिए जाएं। यह इस बात पर निर्भर करेगा कि कोविड-19 के बाद देश का विमानन क्षेत्र किस गति से आगे बढ़ता है और हवाई यात्रा की माँग कितनी रहती है। कंपनी को वित्त वर्ष 2019-20 की 31 मार्च को समाप्त अंतिम तिमाही में 871 करोड़ रुपये का नुकसान हुआ है। निदेशक मंडल ने निवेशकों को कोई लाभांश नहीं देने की भी घोषणा की है।


याचिका में दखल से इनकारः सुप्रीम कोर्ट

नई दिल्ली। संविधान में इंडिया की जगह भारत नाम रखने के लिए संविधान में संशोधन की याचिका में दखल से इनकार करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने कहा कि याचिका को संबंधित अथॉरिटी प्रतिवेदन की तरह देखेगी इसके लिए संबंधित मंत्रालय के सामने याचिका भेजी जाए। शीर्ष अदालत ने कहा कि याचिकाकर्ता इसके लिए सरकार के सामने ही मांग रखे। मामले की सुनवाई के दौरान चीफ जस्टिस एसए बोबडे की बेंच ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए सुनवाई में कहा कि याचिकाकर्ता ने इस मामले में कोर्ट को क्यों अप्रोच किया है जबकि संविधान में साफ लिखा है कि इंडिया जो कि भारत है। याचिकाकर्ता के वकील ने दलील दी कि इंडिया ग्रीक शब्द इंडिका से आया है और इस नाम को हटाया जाना चाहिए। जब याचिकाकर्ता ने लगातार ये दलील रखी और सुप्रीम कोर्ट का रुख याचिका सुनने के लिए नहीं दिखा तो याचिकाकर्ता ने कहा कि इस याचिका को प्रतिवेदन के तौर पर संबंधित मंत्रालय के सामने भेजने की इजाजत दी जाए। तब सुप्रीम कोर्ट ने इसकी इजाजत दे दी।


सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा कि संविधान में भी भारत नाम लिखा है। लिखा है इंडिया दैट ईज भारत। सुप्रीम कोर्ट ने याचिकाकर्ता से कहा कि आप संबंधित मंत्रालय के सामने अपना प्रतिवेदन दें और सरकार को संतुष्ट करें। सुप्रीम कोर्ट में अर्जी दाखिल कर कहा गया था कि केंद्र सरकार को निर्देश दिया जाए कि वह संविधान में बदलाव करे और इंडिया शब्द को बदलकर हिंदुस्तान या फिर भारत कर दे। सुप्रीम कोर्ट इस याचिका पर दो जून को सुनवाई करने का फैसला किया था। याचिकाकर्ता ने कहा है कि हमारी राष्ट्रीयता के लिए भारत शब्द को संविधान में जोडऩा जरूरी है। सुप्रीम कोर्ट ने याचिका पर सुनवाई से मना करते हुए याचिका को प्रतिवेदन के तौर पर संबंधित मंत्रालय के सामने भेजने को कहा। सुप्रीम कोर्ट में दाखिल याचिका में कहा गया था कि संविधान के अनुच्छेद-1 में बदलाव किया जाए। इस अनुच्छेद के तहत नाम है। इसमें भारत या हिंदुस्तान दर्ज होना चाहिए। याचिका में कहा गया था कि अनुच्छेद-1 में इंडिया का इस्तेमाल है। ब्रिटिश राज खत्म होने के बाद इस इंग्लिश नाम को बदलकर भारत नाम दर्ज होना चाहिए। भारत की पहचान सुनिश्चित करने के लिए अनुच्छेद-1 में बदलाव होना चाहिए और भारत नाम वहां दर्ज होना चाहिए और इंडिया नाम हटाया जाना चाहिए।


लॉक डाउन के बाद तूफान ने घर उजाड़ा

आगरा। 29 मई को आई तेज बारिश और आंधी ने कई परिवार के घरो को उजाड़ा है। 29 मई की शाम को जब अचानक मौसम ने करवट ली और तेज आंधी ने आगरा शहर में काफी घरो को उजाड़ दिया , आंधी के साथ साथ ओले भी पड़े तेज आंधी से ताजनगरी की जनता में डर सा बैठ गया था। आगरा शहर में कई जगह घर के बाहर खड़ी कार भी क्षतिग्रस्त हुई। वही आगरा शहर के आवास विकास सेक्टर 4 निवासी विनोद कुमार के परिवार के ऊपर परेशानी के पहाड़ टूट पड़े , जब शाम को तेज आंधी आई तभी विनोद कुमार के कमरे की छत उपर से टूट कर गिर गयी, कमरे में विनोद कुमार की पत्नी आरती और बेटी  सो रही थी तभी उनके ऊपर छत टूट कर गिर पड़ी , मोके पर जब विनोद कुमार दुसरे कमरे में से निकल कर आये तो उन्होंने देखा की उनकी पत्नी और बेटी छत के पत्थरों के नीचे दबे हुए पड़े थे , दोनों को तुरंत इलाज के लिए नजदीकी अस्पताल में भर्ती करवाया , काफी गम्भीर चोटे आई है , मोके पर पुलिस को सुचना दी मगर पुलिस आई और देख कर चली गयी , पीड़ित विनोद ने बताया की में मजदूरी करके रोज अपने परिवार का पालन पोषण करता हूँ लॉक डाउन की बजह से खाने को भी मजबूर हो गये है अब ये परेशानी  टूट पड़ी , यूपी के मुख्यमंत्री जी से यही प्रार्थना है की मेरी मदद करे , मेरी पत्नी और बेटी के इलाज के लिए मेरे पास पेसे भी नही है। ..  आगरा डोगरा जर्नलिस्ट


शराब की दुकानों पर जारी 'अवैध उगाही'

बागपत। लॉकडाउन के दौरान कालाबाज़ारी रोकने के लिए सरकार ने अफसरों को सख्त दिशा निर्देश दे रखे है खासकर शराब की दुकानों पर ओवररेट लेने पर सख्त मनाही है और यह दी हिदायत दे रखी है कि यदि इस तरह का मामला सामने आया तो कार्रवाई कड़ी की जाएगा, लेकिन बागपत में शराब की दुकानों और सरकार के नियम कायदे कोई मायने नहीं रख रहे है और ओवररेट वसूल कर ग्राहकों की जेब काटी जा रही है। ताजा मामला बागपत जनपद के बडौत शहर का है जहां अंग्रेजी शराब के एक ठेके पर ओवररेटिंग का वीडियो बनाकर किसी ग्राहक ने सोशल मीडिया पर वायरल कर दिया, जिसमें सेल्समेन एक बोतल पर 30 रुपये अधिक लेने की मांग कर रहा है । वीडियो वायरल होने के बाद जिला आबकारी अधिकारी ने वीडियो की जांच कराने के बाद अनुज्ञापि के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की बात कही है
आपको बता दे,  वायरल वीडियो कोतवाली बडौत इलाक़े का है सराय रोड पर जोगिंदर सिंह के नाम पर एक अंग्रेजी शराब की दुकान है जिस पर दो जून यानी कल दुकान पर ग्राहक से सेल्समैन से रॉयल स्टेग की बोतल लेता है। इस बोतल पर निर्धारित रेट 670 रुपये अंकित है, लेकिन सेल्समैन ग्राहक से ओवररेट के 30 रुपये ज्यादा यानी 700 रुपये वसूल करता है। इसी दौरान ग्राहक ओवररेट की वीडियो बना लेता है।
जनपद में देशी, अंग्रेजी शराब और बीयर की दुकानों पर 10 से लेकर 100 रुपये तक का ओवररेट लिया जाता है। ठेके बंद होने के बाद शराब बाहर बेची जाती है और ओवररेट बढ़ा दिया जाता है। गौरतलब है कि बागपत में वतर्मान समय मे अंग्रेजी शराब की 24, देशी शराब की 67 और बीयर की 36 दुकानें खुली हुई हैं। फिलहाल आबकारी विभाग मामले की जांच में जुटा हुआ है और जिला आबकारी अधिकारी अखिलेश कुमार का कहना है कि वीडियो मामले की जांच कराई जा रही है और जांच के बाद अनुज्ञापि ओर सेल्समेन के खिलाफ कार्रवाई करते हुए जुर्माना ओर लाइसेंस निरस्त भी किया जा सकता है।


महीनो के बाद शिवगंगा से दिल्ली पहुंची

2 महीनों से वाराणसी कैंट स्टेशन पर भटक रही दिल्ली की युवती को रेड ब्रिगेड ट्रस्ट ने शिवगंगा से दिल्ली पहुचायां

 

स्टेशन पर भटक रही युवती को रेड ब्रिगेड ट्रस्ट ने 3 जून को शिवगंगा से दिल्ली रवाना किया

 

एसिड पीड़िताओ के लिए काम करने वाली संस्था रेड ब्रिगेड ट्रस्ट ने किया था टिकट का व्यवस्था

 

आंखों में आंसू लिए फिर वाराणसी आने का वादा कर गई है युवती

 

वाराणसी/मंडुवाडीह। ट्रेन में सामान बेचकर जीवन यापन करने वाली दिल्ली निवासिनी राजेश्वरी चड्ढा 2 महीनों के बाद लोगों के मदद के बाद अब दिल्ली अपने घर के लिए पहुंच गई। यह युवती ट्रेन में पेपर शॉप, साबुन व यात्रियों के जरूरत का सामान आदि बेचती रहती थी। वह शिवगंगा से सफर करते हुए मार्च माह में वाराणसी पहुंची थी कि उसी समय लाक डाउन घोषित हो गया। लाक डाउन घोषित होने के बाद यह युवती वाराणसी कैंट व आसपास के क्षेत्रों में भटकती घूमती रही। शुरुआती 3 दिनों तक युवती भूखे पेट सोने को विवश थी। बाद में जानकारी होने पर आसपास के लोगों ने उसकी मदद की और पहनने के लिए कपड़े भी दिये। स्टेशन के बाहर आवास में रहने वाले लोगों ने युवती को लगातार खाना खिलाते रहे।

 

अब जब लाक डाउन में कुछ छूट दी गई और ट्रेनों का आवागमन चालू हुआ तो यह युवती दिल्ली अपने घर पहुंचने को बेचैन दिखी। लेकिन उसके पास टिकट खरीदने तक के पैसे नहीं बचे थे। पिछले दिनों स्वयंसेवी संस्था के लोगों ने उसे राहत सामग्री दी थी। तब उसने स्वंयसेवी कार्यकर्ताओं से दिल्ली भेजने की मिन्नतें की थी। संस्था के लोगों ने दिल्ली स्थित युवती के घर पर फोन पर बातचीत किया और उसके परिवार के लोगों को आश्वस्त किया कि युवती बनारस में सुरक्षित है और ट्रेन की यात्रा शुरू होते ही वह लोग उसे उसके घर भेज देंगे।

  युवती का टिकट वाराणसी की स्वयंसेवी संस्था रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख अजय पटेल ने कराया। बीते रविवार को ही युवती को अजय पटेल, राजकुमार गुप्ता व संस्था के लोगों ने दिल्ली तक का टिकट युवती के नाम से बुक करा कर दे दिया था। टिकट पाने के बाद उक्त  युवती राजेश्वरी चड्ढा काफी प्रसन्न दिखी और ट्रेन से दिल्ली पहुंचने की तैयारी में थी।बुधवार की शाम रेड ब्रिगेड ट्रस्ट के प्रमुख अजय पटेल, सामाजिक कार्यकर्ता राजकुमार गुप्ता व अन्य लोग स्टेशन पहुंचे और उक्त युवती को यात्रा व्यय के लिए भी कुछ रुपए व भोजन के साथ सेनेटाइजर दिए ताकि वह दिल्ली उतरने के बाद अपने घर तक उपयुक्त साधन से जा सके। युवती ने संस्था के लोगों को शुक्रिया अदा करते हुए कहा कि काशी के लोग काफी अच्छे हैं। लोगों ने 2 महीने तक उसे भोजन कराया और जिंदा रखा। बताया कि उसके पिता कि पहले ही मौत हो चुकी है। और खुद बिमार रहतीं हैं, ट्रेन में सामान बेचकर वह घर परिवार चलाती है।

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...