सोमवार, 18 मई 2020

ऑनलाइन पढ़ाई की भी हो 'मॉनिटरिंग'

'ऑनलाइन पढ़ाई की भी हो मॉनिटरिंग'


अगर बच्चा मोबाइल ऐप से मानसिक अयोग्य हुआ तो अपराध मानकर होगी कार्रवाई


बाराबंकी। ऑनलाइन पढ़ाई के प्रयासों पर सवाल खड़े हो गए हैं। डीएम आदर्श सिंह ने एक पत्र जारी कर कहा है कि यदि ऑनलाइन पढ़ाई के दौरान कोई बालक मानसिक रूप से अयोग्य हो जाता है और उसको मानसिक रोग हो जाता है तो उसको किशोर न्याय अधिनियम 2015 की धारा 75 के अंतर्गत दंडनीय अपराध माना जाएगा।


डीएम ने अपने पत्र में कहा कि राष्ट्रीय बाल अधिकार संरक्षण आयोग नई दिल्ली ने मोबाइल ऐप के दुष्प्रभाव से बच्चों की सुरक्षा के प्रति चिंता व्यक्त करते हुए स्कूल के शिक्षकों-प्रबंधकों व बच्चों के अभिभावकों को भी इसकी निगरानी करने का अनुरोध किया गया है। इस क्रम में बाराबंकी के समस्त बीईओ तथा समस्त प्रबंधकों व प्रधानाचार्य आईसीएसई, सीबीएसई, बेसिक शिक्षा से मान्यता व सहायता प्राप्त विद्यालयों को उनके विद्यालयों का नोडल अधिकारी नामित करते हुए निर्देशित किया जाता है कि ऑनलाइन कक्षाओं की पूर्ण निगरानी एवं उससे उत्पन्न होने वाले समस्याओं का निराकरण राष्ट्रीय बाल संरक्षण आयोग की एडवाइजरी के अनुरूप करते हुए उनको अवगत करवाएं। वहीं इस संबंध में प्राथमिक शिक्षक संघ के प्रदेश अध्यक्ष सुशील कुमार पांडेय का कहना है कि ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर शिक्षक दुविधा में है, एक तरफ परिषदीय स्कूलों में पढ़ने वाले 90 प्रतिशत बच्चों के पास स्मॉर्टफोन नहीं है। वहीं दूसरी तरफ विभाग के अधिकारियों का कहना है कि बच्चों को ऑनलाइन पढ़ाएं। इसकी लगातार समीक्षा भी हो रही है और कार्रवाई की चेतावनी दी जा रही है। बच्चों की आंखें नाजुक होती हैं, इससे ध्यान केंद्रित करके वो हर समय मोबइल देखा करेंगे। उनकी आंखों को नुकसान हो सकता है। इसलिए मैंने बेसिक शिक्षा मंत्री सतीश चंद्र द्विवेदी से मांग की थी कि ऑनलाइन शिक्षा को छोटे बच्चों पर थोपा नहीं जाए। लेकिन उनकी सुनवाई नहीं हुई। बाराबंकी में कार बाजार में व्यापार करने वाले रवि नाद का कहना है कि लॉकडाउन के दौरान मैं अपनी दोनों बच्चियों को लेकर परेशान रहने लगा हूं। यह दोनों बच्चियां मोबाइल के माध्यम से पढ़ाई कर रही हैं। इनको स्कूल से ऑनलाइन एजुकेशन के नाम पर घंटों पढ़ते देखकर इनकी चिंता हो रही है।


2.05 लाख टिकटें, 76.22 करोड़ कमाए

नई दिल्ली। भारतीय रेल ने विशेष राजधानी एक्सप्रेस के 15 जोड़ी ट्रेनों की बुकिंग में सप्ताह के भीतर 2.05 लाख टिकटों की बिक्री कर 76.22 करोड़ रुपये की कमाई की। भारतीय रेल ने 10 मई को घोषणा की थी कि 12 मई से 15 जोड़ी राजधानी ट्रेनों का परिचालन शुरू होगा, जिसकी बुकिंग 11 मई से शुरू की जाएगी। अधिकारियों ने कहा कि एक सप्ताह के भीतर 3.80 लाख यात्रियों के टिकट बुक किए गए हैं। सोमवार को, 26,830 से अधिक यात्री स्पेशल राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों से यात्रा करेंगे, जबकि रविवार को 30,039 यात्री ने इससे सफर किया था।
रेलवे ने घातक कोरोना वायरस के प्रसार से निपटने के लिए देशव्यापी लॉकडाउन के बीच 25 मार्च से यात्री, मेल और एक्सप्रेस ट्रेन सेवाओं को निलंबित कर दिया है।


विशेष राजधानी एक्सप्रेस ट्रेनों के अलावा, रेलवे एक मई से श्रमिक स्पेशल ट्रेन भी चला रहा है। ताकि फंसे हुए प्रवासी श्रमिकों, तीर्थयात्रियों, छात्रों और पर्यटकों को उनके गंतव्य तक पहुचाया जा सके। रविवार रात तक 1,300 से अधिक श्रमिक स्पेशल ने देश के विभिन्न हिस्सों में 17 लाख से अधिक लोगों को उनके गृहराज्य पहुंचाया है। रेलवे पूरे देश में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए माल और विशेष पार्सल ट्रेनें भी चला रहा है।


मजदूरों को घर पहुंचाने में लगाए संसाधन

लखनऊ। बहुजन समाज पार्टी की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने कहा है कि प्रवासी मजदूरों को सरकारें इंसानियत के नाते घर पहुंचाने में सरकारी शक्ति व संसाधन इस्तेमाल करें क्योंकि देश इनके ही बल पर ‘आत्मनिर्भर’ बनेगा। मायावती ने सोमवार को ट्वीट किया, “सरकारों से अपील है कि वे अपनी संवैधानिक जिम्मेदारी के साथ-साथ मानवता व इंसानियत के नाते भी घर वापसी कर रहे गरीब प्रवासी मजदूर परिवारों को सुरक्षित उनके घर पहुंचाने में सरकारी शक्ति व संसाधन का पूरा इस्तेमाल करें, क्योंकि देश इनके ही बल पर ‘आत्मनिर्भर’ बनेगा।” इससे पहले उन्होंने लिखा, “औरैया की भीषण दुर्घटना में मारे गए मजदूरों व घायलों को इकट्ठा ट्रक में भरकर उनके घर भेजने की हृदयहीनता पर उभरा जन आक्रोश उचित ही है। इससे साबित होता है कि सीएम के निर्देशों को गंभीरता व संवेदनशीलता से नहीं लिया जा रहा है। अति-दु:खद। दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो।”


उन्होंने लिखा, “इतना ही नहीं बल्कि देश में अभी भी हर जगह लाखों गरीब प्रवासी मजदूर परिवारों की बर्बादी, बदहाली व भूख-प्यास आदि के दृश्य मानवता को शर्मसार कर रहे हैं। खासकर ऐसे महाविपदा के समय में इन लोगों पर पुलिस व प्रशासन की बर्बरता को रोकना केन्द्र व राज्य सरकारों के लिए बहुत जरूरी है।”


ओप्पो की वर्कशॉप के 6 कर्मी संक्रमित

गौतम बुध नगर। ग्रेटर नोएडा  में स्थित चीनी स्मार्टफोन ब्रांड ओप्पो की फ्रैक्ट्री में कम से कम छह कर्मचारी घातक कोरोनावायरस से संक्रमित पाए गए हैं। कंपनी के विश्वसनीय सूत्रों ने रविवार को आईएएनएस को इसकी सूचना दी। सूत्रों के मुताबिक, ग्रेटर नोएडा के कासना में स्थित ओप्पो की फैक्ट्री में कोरोनावायरस के मामलों की पुष्टि होने के बाद रविवार को अगले नोटिस तक काम को तुरंत रोक दिया गया। नाम न बताने की शर्त पर ओप्पो के एक कर्मी ने बताया, “हमें कारखाने में न आने को कहा गया है, क्योंकि ग्रेटर नोएडा में स्थित हमारी विनिर्माण इकाई में कोविड-19 के छह मामलों की पुष्टि हुई है। कंपनी ने अगली सूचना तक हमें घर पर रहने को कहा है। ओप्पो के एक अंदरूनी पोस्ट में लिखा गया, “कल से काम पर मत आइए. हर कोई कंपनी के अगले नोटिस के इंतजार में है।”


गौतमबुद्ध नगर जिले में तेजी से बढ़ रहे मामले


बता दें कि गौतमबुद्ध नगर जिले में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ती जा रही है। रविवार को 8 नए मामले सामने आए। इसके साथ ही जिले में कोराना संक्रमण के कुल मामले अब 255 हो गए हैं। डिस्ट्रिक्ट सर्विलांस ऑफिसर सुनील दोहरे ने बताया, “107 रिपोर्ट की जांच की गई। इनमें 99 रिपोर्ट नेगेटिव आईं, वहीं 8 पॉजिटिव नए मामले सामने आए। जो नए मामले सामने आए हैं, उसमें तीन मरीज सेक्टर-12 के निवासी हैं, जिनमें 2 पुरुष जिनकी उम्र 21 वर्ष है, वहीं एक महिला मरीज की उम्र 53 वर्षीय है।”


उन्होंने बताया, “संक्रमितों में 50 वर्षीय पुरुष जो सेक्टर-10 के निवासी हैं और दो मरीज, जिनमें 23 वर्षीय महिला और 47 वर्षीय पुरुष सेक्टर 8 नोएडा के रहने वाले हैं।”गौतमबुद्ध नगर में अब करोना संक्रमित मामलों की संख्या कुल 255 हो गई है। इनमें से 191 लोग घर जा चुके हैं और अब तकपांच लोगों की मौत हो चुकी है। इस समय 59 संक्रमितों का इलाज चल रहा है।


कोरोना चाट जाएगा, 13.5 करोड़ की नौकरी

नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी की वजह से अर्थव्यवस्था को हो रहे नुकसान के चलते देश में करीब 13.5 करोड़ लोगों की नौकरी जा सकती है। इतना ही नहीं, 12 करोड़ लोग गरीबी के दायरे में आ सकते हैं। महामारी का असर लोगों की आय, खर्च और बचत पर भी पड़ेगा।


अंतरराष्ट्रीय प्रबंधन परामर्श कंपनी आर्थर डी लिटिल की रिपोर्ट के अनुसार, कोविड-19 का सबसे बुरा असर देश में लोगों की नौकरियों पर पड़ेगा और गरीबी बढ़ेगी जबकि प्रति व्यक्ति आय में कमी आएगी। इसके परिणाम स्वरूप सकल घरेलू उत्पाद (जीडीपी) में तीव्र गिरावट आएगी। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोरोना वायरस के लगातार बढ़ते मामलों को देखते हुए हमारा मानना है कि भारत के लिए डब्ल्यू आकार की रिकवरी सबसे संभावित परिदृश्य है। वित्त वर्ष 2020-21 में जीडीपी में 10.8 फीसदी की गिरावट और वित्त पर्ष 2021-22 में 0.8 फीसदी की जीडीपी वृद्धि होगी। रिपोर्ट के अनुसार, देश में बेरोजगारी 7.6 प्रतिशत से बढ़कर 35 फीसदी हो सकती है। इसके चलते 13.5 करोड़ लोगों की नौकरी जा सकती है और 17.4 करोड़ लोग बेरोजगार हो सकते हैं। इतना ही नहीं, 12 करोड़ लोग गरीबी के दायरे में आ सकते हैं और 4 करोड़ लोग बहुत ही गरीबी में पहुंच सकते हैं। आर्थर डी लिटिल के भारत और दक्षिण एशिया के सीईओ और प्रबंधन पार्टनर बार्णिक चित्रन मैत्रा ने कहा कि प्रधानमंत्री का आत्मनिर्भर भारत अभियान नए दृष्टिकोण के लिए अच्छी शुरुआत है। रिपोर्ट में सरकार और आरबीआई द्वारा उठाए गए कदमों की सराहना की गई लेकिन अर्थव्यवस्था को हो रहे व्यापक नुकसान से बचाने के लिए और अधिक मुखर दृष्टिकोण की जरूरत बताई गई है।


रिपोर्ट में अर्थव्यवस्था की रिकवरी के लिए 10 बिंदु कार्यक्रम भी सुझाए गए हैं। इसमें छोटे और मध्यम कारोबार को बचाने, ग्रामीण अर्थव्यवस्था को फिर से शुरू करने और खतरे वाले सेक्टरों को लक्षित सहायता प्रदान करना शामिल है।


अवैध बालू डंप करते चले लाठी-डंडे

पंकज पाल
खागा/फतेहपुर। बिजयीपुर थाने के रोशनपुर गांव मे कोट निवासी थाना खखरेरू इनायत खां पुत्र हेदायत खां बीती रात यमुना नदी मे काफी दिनों से अपने साथियों सहित रोशनपुर गांव मे अवैध बालू डम्प कर रहे थे। तभी रोशनपुर गांव के लोगों ने विरोध किया तो जान से मारने कि धमकी देते रहे।
गांव के लोगों ने पुलिस को जानकारी देने को कहा तो कल बीती रात इनायत पुत्र हेदायत ने अपने सभी भाई सेमैद,सदाब,इमैद पुत्र हेदायत खां,और अपने साथी शैबू पुत्र शाहिद, शोहेब पुत्र उबैद खां,दो अज्ञात के साथ रोशनपुर गांव मे अवैध असलाहों के साथ लाठी चार्ज करवाकर धावा बोल दिया ।जिससे गांव के पांच लोग गम्भीर रुप से घायल हो गये।
जानकारी के अनुसार कोट एवं चन्दनापुर गांव के बीच मे काफी दिनो से अवैध बालू का कारोबार फल फूल रहा था।दो तीन दिन से ये दबंग लोग रोशनपुर गांव मे बालू डम्प कर रहे थे ।गांव के लक्ष्मण ने मना किया तो आज बीतीरात दबंगों ने एक ही परिवार के तीन लोग कमलेश पुत्र सीताराम, लक्ष्मण पुत्र हरछट,रामू पुत्र हरछट सहित उसकी मां रोशनी देवी को लाठी डंडों से पीटने लगे तभी बीच बचाव मे आये कमलेश का सर फट गया गांव के लोगों ने पुलिस को सूचना दिया।पुलिस के पहुंचते सभी दबंग मौके से फरार हो गये।
और रास्ते मे गांव के किनारे बैंठ कर गांव का जो भी व्यक्ति मिलता पीटते रहे । जिससे गांव मे दहशत का महौल है।
थोनो थाने खखरेरू और किशनपुर कि पुलिस पहुंचने पर दबंग फरार हो गये । पुलिस ने घायल कमलेश को परिजनों द्वारा हरदों मे भर्ती करवाया 
वही किशनपुर थानाध्यक्ष ने बताया कि दो समुदायों का विवाद हुआ है। मै मौके पर पहुंच रहा हूं तहरीर मिलते है कार्यवाही कि जायेगी।


बलिया जिले में वायरस से पहली मौत

अतुल कुमार तिवारी


बलिया। इन कुछ दिनों में संपूर्ण उत्तर प्रदेश में कोरोना ने बहुत ही तेजी से लोगों को अपनी चपेट में लेना आरंभ कर दिया है। ठीक उसी क्रम में उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या जहां 10 थीं। वहीं आज बढ़ कर 12 का आंकड़ा छू चुकी है। प्राप्त समाचार के अनुसार रविवार को जो रिपोर्टें आईं हैं उनमें से 2 सैंपलों की रिपोर्ट पॉजिटिव आ जाने के पश्चात अब कुल मरीजों कि संख्या 12 हो चुकी है। उक्त रिपोर्ट में कोरोना पॉजीटिव आने वाला एक व्यक्ति रसड़ा थाना क्षेत्र का और दूसरा बैरिया थाना क्षेत्र का है जिसकी पुष्टि संचारी रोग के डॉक्टर हुदा ने की है। वहीं जिले में दूसरी ओर दिव्या मिश्रा उम्र 13 वर्ष जिसकी मृत्यु कोरोना के कारण हो गई। हम आपको यह भी बता दे कि बलिया जिले में यह पहली मृत्यु है, जो कोरोना वायरस से हुई है।


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...