सोमवार, 11 मई 2020

10 राज्य में 1 भी संक्रमण नहींः हर्षवर्धन

ब्रजेश मिश्र


नई दिल्ली। डॉ. हर्षवर्धन केंद्रीय आयुष मंत्री श्रीपद नाइक ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री डॉ. हर्षवर्धन के उस बयान से असहमति जताई है जिसमें उन्होंने कहा था कि आयुष की कुछ दवाओं का ट्रायल कोरोना वायरस से लड़ रहे हाईरिस्क वर्कर्स पर किया जाएगा।


पिछले 24 घंटों में 10 राज्यों में एक भी नया संक्रमण नहींः हर्षवर्धन


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री हर्षवर्धन ने कहा है कि पिछले 24 घंटों में 10 राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों में कोविड-19 का एक भी नया मामला सामने नहीं आया है। इनमें से चार राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों में अब तक एक. भी व्यक्ति संक्रमित नहीं हुआ है। दिल्ली में एक कोविड केयर सेंटर का दौरा करने पहुँचे स्वास्थ्य मंत्री ने पत्रकारों को ये जानकारी दी।


रॉकेट का उपरी हिस्सा फता, नुकसान

मास्को। रूसी अंतरिक्ष एजेंसी के रॉकेट का ऊपरी हिस्सा अंतरिक्ष में फट गया है। अब इससे निकलने वाला कचरा पृथ्वी की कक्षा में फैल गया है। हिंद महासागर के ऊपर रूसी रॉकेट टूटा और उसके 65 टुकड़े पृथ्वी के ऊपर घूम रहे सैटेलाइट्स के लिए खतरा बनकर मंडरा रहे है। ये टुकड़े सैटेलाइट्स को नुकसान पहुंचा सकते हैं।


हिंद महासागर के ऊपर स्पेस में फटा रूसी रॉकेट, टुकड़ों से सैटेलाइट्स को खतरा


रूसी अंतरिक्ष एजेंसी रॉसकॉसमॉस के अनुसार रूस के इस रॉकेट का नाम है फ्रीगेट-एसबी (Fregate-SB) जिसने 2011 में रूसी सैटेलाइट स्पेक्टर-आर (Spektr-R) को अंतरिक्ष में स्थापित किया था। यह रूस का जासूसी सैटेलाइट था। लेकिन इसने पिछले साल काम करना बंद कर दिया था। रॉसकॉसमॉस ने बताया कि 8 मई को भारतीय समयानुसार सुबह 10.30 से 11.30 बजे के बीच हिंद महासागर के ऊपर कहीं पर रॉकेट टूटा है। अब उसका कचरा धरती की कक्षा में तैर रहा है। रूसी एजेंसी ये पता कर रही है कि कितने हिस्सों में रॉकेट का अगला हिस्सा टूटा है।


वहीं, अमेरिका का यूएस18 स्पेस कंट्रोल स्क्वाड्रन ने कहा है कि उसने उस रॉकेट के टूटने के बाद 65 टुकड़े देखे हैं जो धरती के ऊपर चक्कर लगा रहे सैटेलाइट्स के लिए खतरनाक साबित हो सकते हैं। ये लोग इन 65 टुकड़ों की दिशा और गति आदि को ट्रैक कर रहे हैं।


अमेरिका की अंतरिक्ष एजेंसी नासा और यूरोपियन स्पेस एजेंसी ईएसए भी रूस के इस रॉकेट के कचरे को ट्रैक कर रही है। ताकि उनके सैटेलाइट्स को कोई खतरा न हो। अगर हो तो वो अपने सैटेलाइट्स की दिशा बदल सकें। यूरोपियन स्पेस एजेंसी ईएसए अगले पांच सालों में अंतरिक्ष के कचरे से अपने सैटेलाइट्स को बचाने की तकनीक पर 3271 करोड़ रुपए खर्च करने की योजना बना रही है। इनमें से एक मिशन ऐसा भी है जो सैटेलाइट्स अब काम नहीं करते उन्हें खींचकर सुदूर अंतरिक्ष में भेज देना या कक्षा से अलग कर देना है।


भारत में आयगा 1 और वायरस, तबाही

आसमान से आएगा वायरस: धरती में मचेगी तबाही, कोरोना से भी ज्यादा खतरनाक


अमेरिका की अंतरिक्ष रिसर्च एजेंसी और वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि दूसरे ग्रहों से लाए गए नमूने पृथ्वी पर किसी नए वायरस का खतरा बढ़ा सकते हैं। 


नई दिल्ली। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस ने दुनियाभर में तो त्राही-त्राही मचा दी है, लेकिन अब दूसरों अन्य ग्रहों में जीवन की खोज में लगे वैज्ञानिकों को भी डर सता रहा है। अमेरिका की अंतरिक्ष रिसर्च एजेंसी और वैज्ञानिकों ने चेतावनी दी है कि दूसरे ग्रहों से लाए गए नमूने पृथ्वी पर किसी नए वायरस का खतरा बढ़ा सकते हैं। साथ ही विशेषज्ञों ने मंगल ग्रह से पृथ्वी पर लाए जाने वाले नमूनों को लेकर भी सावधान किया है।


खतरनाक वायरस को दावतः ऐसे में स्टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी के प्रोफेसर स्कॉट हबार्ड ने कहा, ‘मंगल ग्रह से लाए गए मिट्टी के नमूने पृथ्वी पर किसी नए खतरनाक वायरस को दावत दे सकते हैं। इसलिए मंगल ग्रह से लौटते वक्त ‘प्लानैटरी प्रोटेक्शन’ को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है।’


आगे प्रोफेसर स्कॉट हबार्ड ने कहा, ‘मेरी राय में मंगल ग्रह की चट्टानें जो लाखों साल पुरानी हैं उनमें जरूर एक सक्रिय जीवन सूत्र होगा जो पृथ्वी को संक्रमित कर सकता है। सैंपल आने के बाद इसे क्वारनटीन किया जाना चाहिए, जब तक ये साबित न हो जाए कि इसमें इबोला वायरस जैसा कोई खतरा नहीं है।’ एस्ट्रोनॉट्स को भी क्वारनटीनः बाद में उन्होंने कहा कि दूसरे ग्रहों से धरती पर नमूने लेकर लौटने वाले एस्ट्रोनॉट्स को भी क्वारनटीन किया जाना चाहिए। जैसा कि चांद पर भेजे गए पहले अपोलो मिशन के बाद किया गया था। अंतरिक्ष यात्रियों के अलावा अंतरिक्ष यानों के लिए भी प्रोटोकॉल होना चाहिए।


वहीं मिशन पर गए रॉकेट्स और तमाम उपकरणों को कैमिकल क्लीनिंग प्रोसेस में रखा जाना चाहिए। साथ ही ये सभी चीजें हाई हीट पर रखी जानी चाहिए। 2030 तक मंगल पर मिशन भेजने का जिक्रः जानकारी के लिए बता दें कि बीते वर्ष ही नासा के प्रशासनिक अधिकारी जिम ब्राइडनस्टाइन ने साल 2024 तक चांद और 2030 तक मंगल पर मिशन भेजने का जिक्र किया था। साथ ही कई वैज्ञानिक लाल ग्रह के नमूनों को पृथ्वी के लिए खतरा नहीं मानते हैं, हालांकि इस तर्क को आज तक कोई वैज्ञानिक साबित नहीं कर पाया है। फिलहाल नासा के साथ रूस और चीन भी मंगल ग्रह पर मिशन भेजने की तैयारी कर रहे हैं। चीन और अमेरिका सन् 2030 से लेकर 2032 के बीच मंगल पर मिशन भेजने के बारे में सोच रहे हैं।


दावाः राशन कार्ड और मास्क का वितरण

गाजियाबाद सांसद और केंद्रीय मंत्री जनरल वीके सिंह के जन्मदिन पर सफाई अभियान चलाकर लोगों में दवा ; राशन कार्ड और मास्क का वितरण किया गया


गाजियाबाद।10 मई को केंद्रीय मंत्री और गाजियाबाद से सांसद जनरल वीके सिंह का जन्मदिन मनाया जाता है  इस अवसर पर द हेल्पिंग हैंड संस्था के अध्यक्ष और भाजपा नेता विजेंद्र   त्यागी तथा पार्टी कार्यकर्ताओं  ने लोनी विधानसभा के कई इलाकों में जैसे राम विहार राम श्री राम कॉलोनी महल कॉलोनी ज्योति विहार निर्मला कोई आज इलाकों में साफ सफाई अभियान चलाकर लोगों को राशन कार्ड मास्क और दवाई का वितरण किया गया लोगों को होम्योपैथिक दवा लगभग 500 परिवारों में वितरण किया गया जिससे उनकी इम्यूनिटी सिस्टम ठीक रहे। जरूरतमंद लोगों ने राशन कार्ड मास्क तथा दवाई पाकर कहा कि इस समय चीजों की हमें सख्त आवश्यकता थी इस समय के माहौल में चीजें हमारे लिए रामबाण के समान है कुछ बुजुर्ग लोगों ने आग्रह करके विजेंद्र त्यागी को गणेश जी की प्रतिमा तथा फूल माला देकर अपना आभार जताया और कहा कि हम सभी प्रवासी कालोनियों का आशीर्वाद सदा आपके साथ है। इस अवसर पर प्रमुख रूप से उपस्थित व्यक्तियों में अश्वनी चौधरी उर्फ काले प्रधान हर्ष शर्मा कवि जय भगवान शर्मा डॉक्टर उमा शर्मा रजनीश ठाकुर सोनू झा रामअवतार ठाकुर आदि कार्यकर्ता थे।


स्कूल अभिभावकों पर डाल रहें 'दबाव'

गाजियाबाद। एक तरफ जहां सभी प्राइवेट स्कूल मिलकर अभिभावकों पर फीस देने का दबाव डाल रहे हैं, वही गाजियाबाद के एक छोटे से प्राइवेट स्कूल ने एक सार्थक पहल की है


प्रबंधन ने आठवीं तक के स्कूल में सभी बच्चों की 3 महीने की फीस माफ कर दी है। इस स्कूल में ढाई सौ बच्चे पढ़ते हैं और 25 के करीब टीचर है। स्कूल की प्रिंसिपल डॉ वीनू और स्कूल की मालकिन ममता चौधरी, दोनों का कहना है कि टीचर और स्टाफ को पूरी तनख्वाह दी जाएगी। इसकी भरपाई इनके b.ed कॉलेज में चल रहे काम से कर ली जाएगी। हालांकि स्कूल प्रिंसिपल का कहना है कि उनके इस फैसले के बाद आसपास के स्कूल के मालिक उन्हें परेशान कर रहे हैं। वे यह चाहते हैं कि इस फैसले को वापस ले लिया जाए। लेकिन ममता चौधरी का कहना है कि कोरोना (Corona) के इस कठिन घड़ी में अगर सब मिलकर लड़ेंगे तो जरूर सफलता मिलेगी। ऐसे में बच्चों से फीस ना लेना उनके अभिभावकों की मदद करने का एक छोटा सा तरीका ही है।


राजनीति के शिकार बनें अधिकारी, साजिश

घटिया राजनीति के शिकार अधिकारी, साजिश
अकांशु उपाध्याय 
गाजियाबाद। संपूर्ण भारतवर्ष में लॉक डाउन का तीसरा चरण चल रहा है। 49 दिन के लंबे लॉक डाउन में गरीब मजदूरों की समस्या बढ़ती ही जा रही है। जो दाने-दाने को मोहताज है, ऐसे लोगों के विकार का समाधान खोजने के बजाय राजनीति की अंगीठी सिलगाई जा रही है।
 उत्तर-प्रदेश की सबसे बड़ी नगर पालिका की अध्यक्ष श्रीमती रंजीता धामा अपने पद से इस्तीफा देने की घोषणा कर चुकी है। उन्होंने प्रशासन पर कई गंभीर आरोप भी लगाए हैं। जिसके कारण लोनी क्षेत्र में राजनैतिक तनाव बढ़ता जा रहा है। जिसमें विधायक और पूर्व चेयरमैन मनोज धामा के बीच सियासी तनातनी की जानकारी आप सभी लोगों को भलीभांति हैं। लेकिन इसके विपरीत क्षेत्र में अधिकारियों के द्वारा सुनियोजित-प्रायोजित राजनीति की जा रही है। अधिकारियों ने जनता का सूझबूझ के साथ ध्रुवीकरण कर दिया है। एक तरफ एक जनप्रतिनिधि को विश्वास में लेकर क्षेत्रवाद की जड़ें जमाने का भी काम किया है, दूसरी तरफ चेयरमैन की उपेक्षा की अपेक्षा में जरूरतमंद लोगों की अनदेखी की जा रही है। उपजिला अधिकारी और अधिशासी अधिकारी के द्वारा निर्धारित नगरीय क्षेत्र में जरूरतमंदों के खिलाफ साजिश की गई है। क्षेत्र में सरकारी रसोइयों के संचालन और निर्धारण से यह स्पष्ट होता है। जनप्रतिनिधियों के बीच उपजे राजनीतिक द्वेष का यह विस्तार अधिकारियों की ही देन है। अधिकारी जनता के साथ किस कारण भेदभाव कर रहे हैं, इसका क्या कारण है ? यह तो अभी स्पष्ट नहीं है। किंतु अधिकारी इतने भोले भी नहीं है कि उन्हें किसी मामले की जानकारी ना हो। सब कुछ जानने के बाद क्षेत्रवाद का निर्माण करके संकट से ग्रस्त जनता के साथ असंवैधानिक कार्य किया गया है। साथ-साथ मजबूर जनता का स्पष्ट शोषण भी किया जा रहा है। भेदभाव को बढ़ावा देकर अपने अधिकारों का दुरुपयोग किया है। आप भी भली-भांति जानते हैं। नगर की जनता नगर में ही रहेगी। शायद आपका निर्धारित ठिकाना नहीं है। आज जनता की सेवा का महत्वपूर्ण अवसर आपको मिला है। जिसे कुंठित विचारों से आपने दोष पूर्ण कर दिया है। 
श्रीमती रंजीता धामा को इस्तीफा देने की कोई आवश्यकता नहीं है। घटिया राजनीति का शिकार बनने से बचना चाहिए। यह मामला केवल राजनीति तक सीमित नहीं है। नगर की जनता के प्रति आप के दायित्व का भी है। अपने अधिकारों की रक्षा करना और उनका उचित पालन करने की जरूरत है। इसके लिए संभव प्रयत्न करने में कोई कोताही नहीं बरतनी चाहिए। यह भी नहीं भूलना चाहिए कि शत्रु बड़ा प्रबल होता है। किंतु उसके निराकरण का कोई कारण अवश्य होता है। इसलिए संपूर्ण शक्ति से कर्म-क्षेत्र की रक्षा करनी चाहिए।


स्वास्थ्य केंद्रः लग रही है 'लंबी लाइन'

प्रवासियों की भारी भीड़ की सूचना पर पहुंची पुलिस


पैदल और विभिन्न साधनों से हजारों किलोमीटर दूर से आए प्रवासी


प्रवासियों में महिलाएं और छोटे-छोटे बच्चे भी


सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिदिन लग रही लंबी लाइन 


सुनील पुरी


फतेहपुर। सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रवासियों की भारी भीड़ होने तथा सामाजिक दूरी का पालन करके खड़े ना होने की सूचना पुलिस पहुंची पुलिस के पहुंचते ही लोग सामाजिक पूरी का पालन करते हुए खड़े हो गए दूसरे प्रांतों से प्रवासियों का लगातार आना जारी है धीरे-धीरे प्रवासियों की संख्या बढ़ती जा रही है।


रविवार की दोपहर को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रवासियों की भारी संख्या देखी गई युवाओं के साथ महिलाएं और उनके बच्चे भी भारी संख्या में मौजूद थे महिलाओं के लिए अलग लाइन लगाई गई थी जबकि युवकों के लिए अलग लाइन लगी थी यह प्रवासी हरियाणा अजमेर अहमदाबाद नागपुर गुजरात मुंबई वन नासिक से आए हुए थे यह लोग कई दिन पहले अपने स्थान से चले और हजारों किलोमीटर पैदल या तो छोटे-मोटे रास्ते में मिले साधनों से यहां तक पहुंचे हैं जिन का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया इसके बाद घरों में आइसोलेशन में रहने की हिदायत के साथ गांव घर को भेजा गया पिछले कई दिनों से लगातार प्रवासियों की संख्या बढ़ती जा रही है।


हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...