रविवार, 3 मई 2020

पुलिस पर पिटाई के गंभीर आरोप लगें

अतुल त्यागी, विनीत ठाकुर 


पुलिस की पिटाई से नाबालिक की छाती(सीने) में चोट


हापुड़। लॉकडाउन के दौरान एक विधवा ने अपने नाबालिक बेटे के साथ पुलिस पर मारपीट कर उसकी छाती(सीने) में बाल व चोट जैसे गम्भीर आरोप लगाया है। मामला हापुड़ नगर थाना क्षेत्र के हरिद्वारी नगर का है। जहाँ घायल नाबालिक को अस्पताल में उपचार के बाद घर लाया गया है। पीड़िता को अपनी आवाज उठाने में भी डर सता रहा है।पीड़िता एक विधवा है और किराए के मकान में रहकर अपना गुजारा कर रही है। पत्रकारो से बात करते हुए बताया कि घर में राशन खत्म होने पर मैंने अपने बेटे को राशन के लिए भेजा था। पुलिस के डर की वजह से गली-मोहल्ले में चोरी छिपे निकला आ रहा था। किस्मत इतनी खराब रही कि डिस्कवर बाइक पर सवार दरोगा जी ने बिना पूछ-ताछ करे उसकी सीने(छाती) पर जोरदार लाठी मार दी।जिसके बाद से मेरे बच्चे को कोई सुध नही रहा। फिर आनन-फानन में अपने बच्चे को हापुड़ के एक निजी अस्पताल देवनंदनी में दिखाया।जिससे बाद पता चला की बेटे की रीढ़ की छाती(सीने) में चोट आई। जैसे ही दारोगे जी को यह बात पता चली तुरन्त भागे-भागे आये और 500रुपये की रकम देकर मुँह बन्द रखने की बात कही। साथ में यह बोलकर भी धमकाया की तुम किराएदार हो,तुम लोग कहा-कहा रहे हो अब तक सब डिटेल्स निकालता हूँ। मकान मालिक व दारोगे जी के डर से महिला खौफ के मंजर में गुजारा कर रही है।


कोरोना के चलते पुलिस लोगों पर सख्ती से पेश आ रही है। पुलिस की ऐसी सख्ती से लोगों में रोष भी पनप रहा है।हापुड़ केशव नगर चौकी क्षेत्र के हरिद्वारी नगर से एक ऐसा ही मामला आया।हरिद्वारी नगर कॉलोनी में एक विधवा महिला किराए के मकान में रहकर गुजारा कर रही है। जिसके बेटे को केशव नगर चौकी पर तैनात दारोगे ने बेहरहमी से पिट-पीटकर बेसुध कर दिया।उसकी बेटे की गलती मात्र इतनी थी कि खाने को राशन खत्म हो गया था उसे लेने गया था।जाने से पहले उसने काफी बार पुलिस का डर बताया था।लेकिन भूख के मारे उसकी माँ ने एक ना सुनी। भेज दिया राशन लेने।आय दिन दारोगे जी के कारनामे सामने आते रहते है।पीछे भी एक दुकान में तोड़-फोड़ करते नजर आए।कुछ दिन पहले दस्तोई रोड पर विवादों में उलझ गए थे। दरोगा जी का बर्ताव शुरू से ऐसा रहा है लेकिन लॉकडाउन में तो बस अपनी मन मानी कर रहे है।दारोगे जी के खौफ के कारण कोई आवाज तक उठाने की कोशिश तक नही करता।आये दिन इनकी मनमानी का नजारा देखने को मिलता रहता है।क्या होगा पुलिस के ऐसे बर्ताव पर जब रक्षक बन जाएंगे भक्षक। 


हापुड़ में 9 मरीज मिलने से अफरा-तफरी

अतुल त्यागी


हापुड जनपद में 9 कोरोना के मरीज मिलने से मचा हड़कंप


हापुड़। जनपद हापुड़ में कोरोना वायरस बढ़ता ही जा रहा है। वर्तमान में 34 मरीज को रिपोजिट पॉजिटिव है। तथा 10 मरीज अब तक सही हो चुके हैं। जिलाधिकारी अदिति सिंह द्वारा आज ट्वीट कर कर यह जानकारी दी गई कि 9 नए मरीज जिनकी रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उनमें सात धौलाना के गांव कुराना केवल एक पिलखवा लैब टेक्नीशियन का बेटा 16 वर्षीय व एक मरीज 108 एंबुलेंस का ड्राइवर है। एक मरीज आज नेगेटिव आया। 9 मरीज पहले से सही हो चुके हैं। कुल मिलाकर अब जनपद में 10 मरीज सही हो चुके हैं। यह क्षेत्र पहले से ही हॉटस्पॉट्स में आते हैं तथा पूर्व में ही इन क्षेत्रों को सील किया हुआ है।


सीआरपीएफ में संक्रमण, मुख्यालय सील

दो कर्मचारियों के कोविड-19 से संक्रमित पाए जाने के बाद दिल्ली में सीआरपीएफ मुख्यालय सील


नई दिल्ली। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के एक वरिष्ठ अधिकारी के निजी कर्मी और एक बस चालक के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बाद यहां बल के मुख्यालय को सील कर दिया गया है। सीआरपीएफ की पांच मंजिला इमारत लोधी रोड पर सीजीओ कॉम्प्लेक्स में स्थित है। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि मुख्यालय में विशेष महानिदेशक (एसडीजी) पद पर काम कर रहे अधिकारी का निजी सचिव संक्रमित पाया गया है। उन्होंने बताया कि साथ ही मुख्यालय में काम कर रहे कर्मचारियों को लाने-ले जाने वाला एक बस चालक भी संक्रमित पाया गया है। बल के प्रवक्ता ने बताया, ‘‘सीआरपीएफ मुख्यालय में तैनात एक चालक कोविड-19 से संक्रमित पाया गया है। मुख्यालय को संक्रमण मुक्त करने के लिए बंद कर दिया गया है।


कानपुर में 17 नए मामले, मची खलबली

कानपुर। जिले में कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। रविवार को एक बार फिर रिकार्ड 17 नए पॉजिटिव केस सामने आने से खलबली मच गई। इसमें वृद्धा के मरने के बाद कोरोना संक्रमण की पुष्ट होने के बाद प्रशासन ने अब रंजीत पुरवा को सील करने की तैयारी शुरू कर दी है। शहर में अबतक मिले कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 252 हो गई है, इसमें 19 स्वस्थ हो चुके हैं और पांच की मौत हो चुकी है। इस तरह मौजूदा समय में कोरोना पॉजिटिव 228 एक्टिव केस हैं।


रंजीत पुरवा निवासी 75 वर्षीय वृद्धा को बुखार एवं सांस लेने में तक्लीफ होने पर 29 अप्रैल को हैलट के कोविड-19 हॉस्पिटल की फ्लू ओपीडी में लाय गया था। गंभीर स्थिति को देखते हुए उन्हें तत्काल न्यूरो साइंस सेंटर स्थित कोविड आइसीयू में शिफ्ट कर दिया था। 30 अप्रैल की सुबह नमूना जांच के लिए मेडिकल कॉलेज की कोविड लैब भेजा था। इलाज के दौरान सुबह उनकी मौत हो गई थी। कोरोना संदिग्ध होने की वजह से कोरोना प्रोटोकॉल के तहत दाह-संस्कार कराया गया था। उधर, रविवार सुबह कोरोना पॉजिटिव होने की जानकारी होने पर आइसीयू का सैनिटाइजेशन कराया गया है।


सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला ने बताया कि जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज से 158 और लखनऊ के केजीएमयू से 28 सैंपल की रिपोर्ट आई है। 186 नमूनों की जांच रिपोर्ट में 17 केस पॉजिटिव और 169 की रिपोर्ट निगेटिव आई है। इसमें से मरने के बाद वृद्ध महिला की रिपोर्ट पाॅजिटिव आई है, उनका हैलट में इलाज चल रहा था। जिले में कोरोना संक्रमण से मरने वालों की संख्या पांच हो गई है। हालात बहुत गंभीर हो चुके हैं, थाने-चौकी के बाद कोरोना वायरस पुलिस लाइन और अफसरों की चौखट तक पहुंच गया है। शनिवार को आई रिपोर्ट ने तो सबको चौंका ही दिया। इसमें एलआइयू की महिला इंस्पेक्टर, एसएसपी के पीआरओ समेत कुल 12 पुलिसकर्मी संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। इसके अलावा कोरोना संक्रमित रायपुरवा थाने के सिपाही की तीन साल की पुत्री भी संक्रमित मिली। बच्ची में संक्रमण का यह पहला मामला है, वहीं एक निजी लैब की जांच में एक गर्भवती भी पीडि़त मिली है। जिले में कोरोना संक्रमितों की संख्या 235 हो गई है। इनमें 19 लोग स्वस्थ होकर घर जा चुके हैं, जबकि चार की मौत हो चुकी है। इस तरह शहर में कोरोना पॉजिटिव के 212 एक्टिव केस है।


हॉट स्पॉट क्षेत्रों की सुरक्षा में लगे पुलिसकर्मियों पर कोरोना वायरस कहर बरपा रहा है। अब तक शहर में अनवरगंज, बजरिया, बेकनगंज, रायपुरवा थाने के पुलिस कर्मी, प्रतिसार निरीक्षक (आरआइ) समेत कई लोग चपेट में आ चुके हैं। सीएमओ डॉ. अशोक शुक्ला ने बताया कि शुक्रवार को कुल 293 लोगों के सैंपल जीएसवीएम मेडिकल कालेज भेजे गए थे। इसमें एलआइयू महिला इंस्पेक्टर, एसएसपी के पीआरओ, पुलिस लाइन के छह सिपाही व एक ट्रैफिक सिपाही समेत 12 पुलिस कर्मी संक्रमित मिले। इसके अलावा रायपुरवा थाने के सिपाही की तीन वर्षीय पुत्री भी कोरोना पीडि़त मिली। एक निजी लैब से कराई जांच में बाबूपुरवा न्यू लेबर कालोनी के पास रहने वाली गर्भवती भी पीडि़त मिली। हॉट स्पॉट में ड्यूटी वाले 24 संक्रमित हॉट स्पॉट क्षेत्रों में ड्यूटी कर रहे 24 पुलिसकर्मी संक्रमित हो चुके हैं। इसमें चमनगंज, बेकनगंज, अनवरगंज, बजरिया एवं जाजमऊ चौकी के सिपाही, सब इंस्पेक्टर शामिल हैं।


आरोग्य सेतु पर राहुल ने उठाए सवाल

नई दिल्ली। कोरोना वायरस को फैलने से रोकने के लिए केंद्र सरकार की ओर से अनिवार्य किए गए आरोग्य सेतु ऐप को लेकर विवाद बढ़ता जा रहा है। एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी के बाद अब कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी निजता और डेटा सुरक्षा को लेकर सवाल खड़े किए हैं। राहुल ने कहा कि टेक्नॉलजी हमें सुरक्षित रहने में मदद कर सकता है, लेकिन भय का लाभ उठाकर लोगों को उनकी सहमति के बिना ट्रैक नहीं किया जाना चाहिए।


राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘आरोग्य सेतु ऐप एक अत्याधुनिक सर्विलांस सिस्टम है, जिसे प्राइवेट ऑपरेटर को आउटसोर्स किया गया है और कोई संस्थागत निगरानी नहीं है, इससे डेटा सुरक्षा और प्राइवेसी को लेकर गंभीर चिंताएं खड़ी हो रही हैं। टेक्नॉलजी हमें सुरक्षित रहने में मदद कर सकती है, लेकिन भय का लाभ उठाकर लोगों को उनकी सहमति के बिना ट्रैक नहीं किया जाना चाहिए।’ इससे पहले कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ‘आरोग्य सेतु से जुड़े एक सवाल पर वीडियो लिंक के जरिए संवाददाताओं से कहा, ”आरोग्य सेतु के संदर्भ में कई विशेषज्ञों ने निजता का मुद्दा उठाया है। कांग्रेस इस विषय पर विचार कर रही है और अगले 24 घंटे में समग्र प्रतिक्रिया देगी।”


एआईएमआईएम चीफ असदुद्दीन ओवैसी ने सरकार पर इसके जरिए लोगों का निजी डेटा हासिल करने का आरोप लगा दिया है। ओवैसी ने इस ऐप को संदेहास्पद बताया है। सरकार ने प्राइवेसी को लेकर लोगों को आश्वस्त करते हुए कहा है कि यह ऐप लोगों को आसपास कोई कोरोना संक्रमित मरीज होने पर अलर्ट करने के लिए सबसे अच्छा ऐप है। ओवैसी ने ट्वीट किया, ”केंद्र सरकार कोरोना वायरस से ताली, थाली, बिजली और एक बहुत संदेहास्पद ऐप से लड़ रही है। अब दिल्ली के सुल्तान ने एक फरमान जारी किया है कि जिसमें लोगों के पास कोई विकल्प नहीं है। उन्हें अपना प्राइवेट डेटा सरकार (और जिसके साथ सरकार चाहे) के साथ जरूर शेयर करना है।”गौरतलब है कि सरकार ने कोरोना संक्रमण को ट्रैक करने के लिए आरोग्य सेतु ऐप की शुरुआत की है। खबरों के मुताबिक इस ऐप को करोड़ों लोग डाउनलोड कर चुके हैं।


कश्मीर में पत्थरबाजों की हुई वापसी

जम्मू। दक्षिणी कश्मीर के पुलवामा में घेराबंदी और तलाश अभियान (कासो) के दौरान सुरक्षा बलों और आतंकवादियों के बीच  मुठभेड़ हुई। इस मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने आतंकवादियों को मार गिराया है। मुठभेड़ के दौरान सुरक्षा बोलों पर पत्थरबाजी भी हुई है। मुठभेड़ को लेकर सीआरपीएफ ने कहा है कि एनकाउंटर के दौरान पत्थरबाजी भी हुई थी। फिलहाल फायरिंग बंद हो गई है। आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि आतंकवादियों की मौजूदगी की खुफिया सूचना के आधार पर सेना, केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल और  पुलिस के विशेष अभियान समूह ने सुबह पुलवामा के डांगरपोरा में संयुक्त अभियान छेड़ा। सुरक्षा बल के जवान आतंकवादियों के छुपे होने की आशंका वाले इलाके की ओर बढ़ रहे थे। इसी दौरान आतंकवादियों ने स्वचलित हथियारों से गोलीबारी शुरू कर दी।


सुरक्षा बलों ने भी जवाबी कार्रवाई में गोलियां चलाई,  जिसके बाद दोनों पक्षों के बीच मुठभेड़ प्रारंभ हो गया। उन्होंने बताया कि आतंकवादियों के भाग निकलने के प्रयासों को विफल  करने के लिए मौके पर पहुंचे अतिरिक्त सुरक्षा बलों ने इलाके को घेर लिया है। दूसरी ओर से जम्मू कश्मीर के हंडवाड़ा में भी आंतकी और सुरक्षा बलों के भी मुठभेड़ जारी है। जम्मू कश्मीर के सीमावर्ती बारामूला जिले में नियंत्रण रेखा पर सीमापार से पाकिस्तानी सैनिकों की गोलीबारी में घायल हुए  भारतीय सेना के दो जवान शहीद हो गए। रक्षा प्रवक्ता कर्नल राजेश कालिया ने यूनीवार्ता को बताया कि पाकिस्तानी सैनिकों ने दोपहर संघर्ष विराम का उल्लंघन करते हुए रामपुर सेक्टर में नियंत्रण रेखा पर अकारण गोलीबारी की। भारतीय सैनिकों ने भी जवाबी कार्रवाई में  गोलियां चलाई। दोनों पक्षों के बीच चली गोलीबारी में भारतीय सेना के दो ॉजवान घायल हो गए।


त्रिपुरा में बीएसएफ के जवान संक्रमित

अगरतला। त्रिपुरा में अंबासा सीमा सुरक्षा बल (BSF) इकाई के दो लोग कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। त्रिपुरा के मुख्यमंत्री बिप्लब कुमार देब ने इसकी जानकारी दी। उन्होंने कहा कि राज्य में अब तक 4 मामले सामने आए हैं। इनमें से दो लोग ठीक हो गए हैं। अब सिर्फ दो कोरोना पॉजिटिव केस बचे हैं. इससे पहले बिप्लव कुमार देव ने कहा था कि राज्य सरकार लॉकडाउन (बंद) को निकट भविष्य में खत्म करने पर विचार नहीं कर रही है। लेकिन चरणबद्ध तरीके से कुछ पाबंदियों में ढील दिए जाने के विकल्पों पर गौर करेगी। उन्होंने कहा कि तीन मई के बाद तुरंत अंतरराज्यीय बस, ट्रेन या विमान सेवा शुरू करना मुमकिन नहीं है।


राज्य सरकार द्वारा बुलायी गयी सर्वदलीय बैठक के बाद देव ने बुधवार शाम कहा, ‘हमें लॉकडाउन खत्म करने का कोई तरीका नहीं मिला क्योंकि कोरोना वायरस के संक्रमण की कड़ी को तोड़ने के लिए यही एकमात्र उपाय है। ऐसा लगता है कि हमें लॉकडाउन जारी रखना होगा और हम चरणबद्ध तरीके से कुछ पाबंदियों को वापस लेंगे.’ देव ने कहा था, ‘तीन मई के बाद अंतरराज्यीय बस, ट्रेन या विमान सेवा बहाल करना मुमकिन नहीं है. लोगों को लॉकडाउन स्वीकार करना होगा. राज्य में सभी राजनीतिक दलों को प्रदेश में कोविड-19 की स्थिति के बारे में अवगत करा दिया गया है.’ उन्होंने कहा कि ‘किसी भी राजनीतिक दल’ ने लॉकडाउन को तुरंत खत्म करने पर जोर नहीं दिया।


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...