गुरुवार, 2 अप्रैल 2020

राशन वितरण मे दिखा 'सोशल डिस्टेंसिंग'

अतुल त्यागी जिला प्रभारी


राशन की दुकानों पर नही हो रहा शौशल डिसटेंन्स का पालन


हापुड। नगरपालिका क्षेत्र में रासन की दुकानों पर शोशल डिसटेंन्स का पालन नही हो रहा है और ना ही सैनिटाइजर की व्यवस्था है और ना ही  साबुन की व्यवस्था है। जानकारी के अनुसार किला कोना स्थित सतीस कुमार सैनी की दुकान पर पहुंचे वहां शोशल डिसटेंन्स का पालन किया जा रहा था फिर हम तगा सराय स्थित रोहताश कुमार की रासन की दुकान पर पहुंचे वहां ना तो सैनिटाइजर की व्यवस्था है।


और ना ही साबुन की ब्यवस्था है और शाशन आदेश यह भी है की रासन की दुकान सुबह 7 बजे से 10 बजे तक खोली जानी चाहिए लेकिन आम जनता का कहना है की सुबह सात बजे से दुकान नही खुल रही है भंडापट्टी में रासन की दुकान जो मौहम्मद अनीस है वहां साबुन की व्यवस्था तो थी लेकिन सैनिटाइजर की व्यवस्था नही थी और ना ही मौहम्मद अनीस की रासन की दुकान पर शौशल डिस्टेंस का पालन किया जा रहा था भीडभाड भी अत्यधिक हो रही थी वहां बिल्कुल भी जनता किसी चीज का पालन नही कर रही थी और ना ही रासन डीलर उनसे कुछ कह रहा था जबकि शाशन आदेश यह है की एक एक मीटर पर गोले बनाये जाये तब रासन वितरण किया जाये रासन डीलर मौहम्मद अनीस शाशन आदेश का ना तो खुद पालन कर रहा था और ना ही जनता को इस बिषय में कुछ जानकारी दे रहा था न्वजयोति कालोनी स्थित रासन की दुकान पर शौशल डिसटेंन्स का पालन किया जा रहऔर सभी को करवाना भी है आज अभी दो दिन हुए है अभी तो रासन वितरण शुरू हुआ हैऔर जनता को रासन लेने की जल्दी से जल्दी मची हुई है कई रासन की दुकानों पर रासन लेने वाले लोगों ने बताया की हमें पूरा रासन नही दिया जा रहा हमें दो किलो रासन कम दिया जा रहा है जब कम रासन देने के बिषय में हमने प्रिति रानी इंस्पेक्टर से बात की उन्होंने बताया की कहीं पर भी कम रासन देने की शिकायत नही आ रही है अगर कहीं से कोई ऐसी शिकायत आती है तो रासन डीलर के खिलाफ कार्यवाही अमल में लाई जाऐगी।


हापुड़ में डीएसओ का तेज निरीक्षण

अतुल त्यागी जिला प्रभारी, रिंकू सैनी रिपोर्टर हापुड़, प्रवीण कुमार रिपोर्टर पिलखुआ


ई-पॉश मशीन द्वारा पंजीकृत मजदूरों की जो संख्या रीड की जा रही है उसी के अनुसार खाद्यान्न वितरण किया जाए


हापुड। जिलाधिकारी अदिति सिंह के कुशल नेतृत्व में कोरोना वायरस संक्रमण को दृष्टिगत रखते हुए जनपद में उचित दर विक्रेताओं द्वारा अंत्योदय, मनरेगा जॉब कार्डधारक, श्रम विभाग में पंजीकृत, निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों तथा नगर निकायों में पंजीकृत दिहाड़ी मजदूरों को नि:शुल्क तथा अन्य पात्र गृहस्थी कार्ड धारकों को खाद्यान्न उपलब्ध कराने के उद्देश्य से जिला पूर्ति अधिकारी द्वारा क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी के साथ संतोष देवी मोहल्ला भीम नगर का निरीक्षण किया गया। निरीक्षण के दौरान पाया कि सोशल डिस्टेंसिंग के लिए गोले/घेरे बनाए गए थे तथा सैनिटाइजर की व्यवस्था दुकान  पर उपलब्ध थी। निरीक्षण के समय दुकान पर लगभग 50-60 लोगों की भीड़ पाई गई जिसे पुलिस की सहायता से समझा-बुझाकर घर भेजा गया तथा शेष लाभार्थियों को गोले में खड़ा कराया गया एवं टोकन वितरण किये। इसके उपरांत मैसर्स इंद्रो देवी मोहल्ला नव ज्योति कॉलोनी में भी सोशल डिस्टेंसिंग का प्रयोग कराते हुए लोगों को टोकन बांटे गए। इसी क्रम में मैसर्स देवेंद्र कुमार सुभाष नगर की दुकान पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन किया जाना पाया गया तथा दुकान पर पानी से भरी बाल्टी व साबुन रखा पाया गया। दुकान पर राशन लेने वाले सभी लोग सोशल डिस्टेंसिंग का प्रयोग करते हुए पाए गए तथा राशन डीलर विक्रेताओं को पूर्ण मात्रा में खाद्यान्न दिए जाने के निर्देश दिए गए। उक्त के अतिरिक्त जिला पूर्ति अधिकारी द्वारा अनिल कुमार मोहल्ला शिवनगर, मै0प्रवीन त्यागी मोहल्ला आवास विकास, पूरनमल आनंद नगर हापुड़, उमाशंकर नगर हापुड़ का निरीक्षण किया गया। वहां पर राशन वितरण के समय व्यवस्था संतोषजनक पाई गई। इसी क्रम में कार्रवाई करते हुए अतिरिक्त क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी हापुड व विधिक बाट माप निरीक्षक के साथ मैसर्स राजेंद्र पाल अशोकनगर, महेश चंद पन्नापुरी, गिरीश त्यागी भगवानपुरी का निरीक्षण किया गया। मै0 महेश चंद के यहां विधिक बाट-माप का प्रमाण पत्र उपलब्ध न होने से विधिक बाट माप निरीक्षक द्वारा मौके पर जुर्माना वसूली चालान काटा गया साथ ही ग्रामीण क्षेत्र की ग्राम सभा सिमरोली, मुरादपुर पटना स्थित उचित दर की दुकानों को देखा गया। कही-कही पर मशीन रुक रुक कर चलने की समस्या उचित दर विक्रेताओं द्वारा बताई गई। जिला पूर्ति अधिकारी ने बताया कि इस समय सर्वर लोड बढ़ने के कारण समस्या उत्पन्न हो रही है जोकि धीरे-धीरे सामान्य हो जाएगी। पूर्ति निरीक्षक नगर हापुड द्वारा विमलेश देवी आदर्श नगर,राजरानी चमरी, डिपो 4 चमरी, संतोष कुमार लज्जापुरी, संजय शर्मा गांधी बिहार इत्यादि दुकानों का निरीक्षण किया गया। मै0 राजरानी चमरी के यहां कार्ड धारकों की भीड़ अधिक होने के कारण सोशल डिस्टेंसिंग के अनुपालन में पुलिस बल बुलाकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन कराया गया। शेष दुकानों में स्थिति सामान्य पाई गई। खाद्य पूर्ति निरीक्षक धौलाना के द्वारा निरीक्षण करते हुए सीसीएस तृतीय मोहल्ला मंडी स्थित उचित दर की दुकान में सोशल डिस्टेंसिंग का पालन होना पाया गया तथा सैनिटाइजर की व्यवस्था पाई गई। गोल घेरे बने हुए पाये गए।विक्रेताओं को निर्देश दिए गए कि कार्डधारकों को नियमित मात्रा व मूल्य पर खाद्यान्न का वितरण करें। इसी क्रम में निरीक्षण करते हुए पूर्ति निरीक्षक गढ़मुक्तेश्वर द्वारा मैसर्स मोना सिंह, राकेश त्यागी, महेश चंद शर्मा, सुरेश चंद्र शर्मा, विमला देवी के यहां कार्ड धारक सोशल डिस्टेंसिंग में बने गोले/ घेरे में खड़े होकर राशन लेना पाया गया तथा उचित दर विक्रेताओं के यहां पानी,साबुन व सैनिटाइजर रखा पाया गया। जिला पूर्ति अधिकारी द्वारा उचित दर विक्रेताओं को निर्देश दिए गए कि निर्माण कार्य में लगे श्रमिकों की जो पंजीयन संख्या ई-पॉश मशीन द्वारा रीड की जा रही है उसी के अनुसार खाद्यान्न का वितरण कराना सुनिश्चित करें, साथ ही निर्धारित मात्रा व मूल्य पर कार्ड धारक को खाद्यान्न उपलब्ध कराना सुनिश्चित किया जाये। यह जानकारी जिला पूर्ति अधिकारी राजेश कुमार द्वारा दी गई है।


आयुर्वेद से बढ़ाएं रोग अवरोधक शक्ति

कोशाम्बी। आयुर्वेद के जनक कहे जाने वाले वैद्यराज चरक सुश्रुत ने आयुर्वेद के गुणों के बारे में जो जानकारियां समाज को दिया था उसमें संजीवनी बूटी जैसी महान औषधियों का  जिक्र किया था जो मरे ब्यक्ति को भी जिंदा कर देती थी। दूषित खून को शुद्ध करने संक्रमण को समूल नष्ट करने की शक्ति नीम गिलोय में मौजूद है। प्राचीन काल में भारत देश में आयुर्वेद के तमाम विख्यात वैद्य वैद्यराज के ज्ञान को अर्जित कर लोगों तक पहुंचाने की जरूरत है प्राचीन काल में आयुर्वेद पद्धति से भारतीय स्वस्थ्य रह कर हजारो वर्ष जीते थे देश की आयुर्वेद पद्धति को बढ़ाने के बजाय सरकारी तंत्र इस भारतीय खजाने को भूलता जा रहा है, जो  देश के लिए बड़ा चिंतन का विषय है।


आज भी देश की धरती पर तमाम ऐसी जड़ी बूटी है जो समाज में लोगों को स्वस्थ निरोगी रखने में कारगर हैं तुलसी, नीम, गिलोय, दूब, घास, पीपल,  अपराजिता, बरगद, गाय का गोबर, काली मिर्च, हरड़ जीरा बहेरा आंवला चिरायता  मकोय तेजपत्ता जायफल जावित्री  अफीम कलौंजी मुलेठी अपराजिता भांग सतावर हल्दी चोपचीनी शहद वंश लोचन मन्दार केशर कस्तूरी अकरकरा मयूर का अंडा चिचड़ी अपामार्ग पिपरमिंट सनाय मेथी दाना हड़जोड़ सहित तमाम महत्वपूर्ण आयुर्वेद औषधियों से भारत देश की यह धरती भरी पड़ी है। प्राचीन काल में आयुर्वेद में भारत विश्व गुरु था लेकिन चार सौ वर्ष पूर्ब लगभग विदेशी पद्धति के चकाचौंध में हम अपनी चिकित्सा पद्धति को भूल चुके हैं। जिससे हमारी चिकित्सा पद्धति का ज्ञान लुप्त होता जा रहा है।लेकिन इन जड़ी-बूटियों का ज्ञान सीमित लोगो तक है और सीमित क्षेत्र के लोग ही इसका लाभ उठाते हैं और अन्य लोग जड़ी बूटियों के ज्ञान लाभ से उपेक्षित हैं। समाज के लोगों में आयुर्वेद का ज्ञान पहुंचाने की बेहद जरूरत है आयुर्वेद के महत्व की जानकारी लोगों तक पहुंचे इसके लिए सरकार को सार्थक प्रयास करने की जरूरत है आम जनता को आयुर्वेद के प्रति प्रेरित कर उन्हें आयुर्वेद के प्रति प्रोत्साहित करना यह सरकार का दायित्व है आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति की शुरुआत की जाए यह कम खर्चीली है और इस पद्धति से गरीबों का भी सस्ता और सुलभ इलाज आसानी से हो सकता है। एलोपैथी के आगे पुरानी आयुर्वेद पद्धति को लोग भूलते जा रहे हैं जबकि आयुर्वेद पद्धति के बारे में कुछ लोगों को ही विशेष जानकारियां हैं इस पद्धति की खोज कराई जानी चाहिए और गांव क्षेत्र में जिन लोगों को आयुर्वेद की जानकारी है उन्हें प्रोत्साहित कर आगे बढ़ने का मौका दिया जाना चाहिए लेकिन किताबी डिग्री के आगे आयुर्वेद का ज्ञान रखने वालों को सरकार और उनके नुमाइन्दे महत्व नही देते जो चिन्ता का विषय है आयुर्वेद पद्धति की औषधियों से तो कोरोनावायरस से भी भयंकर वायरस को नष्ट करना सम्भव है कोरोना जैसे महामारी से नीम तुलसी गिलोय जैसी आयुर्वेद औषधि से इलाज कर महामारी से बचा जा सकता है। आने वाली पीढ़ी को आयुर्वेद के बारे में भरपूर जानकारी हो जिससे वह विदेशी वैक्सीन का सहारा देश वासियों को ना लेना पड़े हमारे भारत देश की आयुर्वेद चिकित्सा सफल चिकित्सा में रही है लेकिन हम आयुर्वेद चिकित्सा पद्धति को भूल गए तो भविष्य में आने वाली पीढ़ी को खतरनाक महामारी से कैसे बचाया जा सकता है।


इंदौर में 2 की मौत, मृतकों की संख्या 8

इंदौर। शहर में कोरोना वायरस से एक ही दिन में दो मौत हो गई। इंदौर के एमआर टीबी अस्पताल में एक 65 वर्षीय बुजुर्ग महिला ने दम तोड़ दिया वहीं एमवाय अस्पताल में भर्ती 54 वर्षीय मरीज की भी मौत हो गई। इंदौर में कोरोना से मौत का आंकड़ा 5 और प्रदेश में बढ़कर 8 हो गया है। इस बात की पुष्टि एमजीएम मेडिकल कॉलेज के अधिकारियों ने की है। महिला को शहर के खजराना क्षेत्र से लाकर एमआर टीबी अस्पताल में भर्ती करवाया गया था।


वहीं एमवाय अस्पताल में भर्ती मरीज मोती तबेला क्षेत्र का रहने वाला है, जिसकी पॉजिटिव होने की रिपोर्ट गुरुवार सुबह मिली। एक दिन पहले ही मेडिकल कॉलेज ने बुलेटिन जारी कर तीन लोगों के गंभीर होने की जानकारी भी दी थी। सीएमएचओ डॉ प्रवीण जड़िया के अनुसार जो लोग पॉजिटिव मिल रहे हैं, उनमें से कई लोग पहले से ही भर्ती हैं जिससे इनके कम्युनिटी में संक्रमण फैलाने के संभावना कम होगी। इंदौर में कोरोना पॉजिटिव पहले मरीज सिलावटपुरा निवासी 65 वर्ष व्यक्ति की मौत 25 मार्च को हुई थी। उसके बाद 30 को राजकुमार कॉलोनी निवासी 41 वर्ष के व्यक्ति की मौत हुई थी। 30 मार्च को धार रोड निवासी 49 वर्ष महिला की मौत हो चुकी है। बुधवार देर रात इंदौर में 12 नए कोरोना पॉजिटिव केस मिले थे और इसके मरीजों की संख्या बढ़कर 75 पहुंच गई है। कल जो पॉजिटिव केस सामने आए हैं उनमें से 8 मरीजों की हालत गंभीर बताई जा रही है। शहर में लगातार बढ़ रहे कोरोना पॉजिटिव की संख्या के बाद से टोटल लॉक डाउन किया गया है। इंदौर में मेडिकल टीम पर हुए पथराव में पांच गिरफ्तार:- इंदौर के टाटपट्टी बाखल में बुधवार को जांच करने गई मेडिकल टीम पर हुए पथराव के मामले में पुलिस ने पांच लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। कोरोना वायरस की जांच करने टीम जब पहुंची तो इलाके के लोग इसका विरोध करने लगे थे और फिर उन्होंने डॉक्टरों के ऊपर पत्थर फेंकना शुरू कर दिए थे, डॉक्टरों ने भागकर अपनी जान बचाई। महामारी का जायजा लेने आएगा केंद्रीय दल:- इंदौर में बढ़ते कोरोना मरीजों को लेकर केंद्रीय स्तर पर भी चिंता बढ़ती जा रही है। गुरुवार को नेशनल सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल (एनसीडीसी) की टीम इंदौर पहुंचेगी जो यहां कोरोना पॉजिटिव मरीजों को दिए जाने वाले इलाज के साथ ही व्यवस्थाओं का जायजा भी लेगी। सीएमएचओ डॉ. प्रवीण जड़िया ने बताया कि टीम के पहुंचने के बाद ही अन्य जानकारियां मिल सकेंगी। वहीं एम्स भोपाल से भी टीम आएगी जो क्वारंटाइन और आइसोलेशन सेंटर की जानकारी लेगी। साथ ही डॉक्टर्स और स्टाफ को लेकर भी जानकारी जुटाई जाएगी। इंदौर में स्थिति को देखते हुए एपिडिमायोलॉजिस्ट की नियुक्ति भी हो गई है।


पाक में 26 की मौत, 2112 संक्रमित

इस्लामाबाद। पाकिस्तान में कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या बुधवार को 2112 पहुंच गई इससे पता चलता है कि संक्रमण को रोकने के लिए सरकार के तमाम प्रयासों के बावजूद मामलों में लगातार वृद्धि हो रही है।
इस बीच, प्रधानमंत्री इमरान खान ने बुधवार को डॉक्टरों और नर्सों को आश्वासन दिया कि उन्हें कोरोना वायरस से निपटने के लिए जरूरी सुरक्षात्मक उपकरण मुहैया कराये जाएंगे. चिकित्सा कर्मियों के लिए आवश्यक चीजों की कमी होने की खबरों के बीच प्रधानमंत्री का आश्वासन आया है। उन्होंने रावलपिंडी में कैंटोनमेंट जनरल हॉस्पिटल के उन्नयन कार्य का उद्घाटन करने के बाद कहा कि कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे डॉक्टर, नर्स और अन्य चिकित्सा कर्मी हैं और उन्हें उनकी सुरक्षा तथा सेहत के लिए जरूरी सुरक्षा उपकरण प्रदान किये जाएंगे।
राष्ट्रीय स्वास्थ्य सेवा मंत्रालय के मुताबिक पंजाब प्रांत से 748 लोगों के कोरोना वायरस से संक्रमित होने का पता चला है. वहीं सिंध में 709, खैबर पख्तूनख्वा में 253, बलूचिस्तान में 158, गिलगित बाल्तिस्तान में 184, इस्लामाबाद में 54 और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर में छह मामले सामने आए हैं। मंत्रालय ने बताया कि अबतक कोरोना वायरस से 26 लोगों की मौत हुई है जबकि 82 लोग संक्रमण मुक्त हो चुके हैं।10 लोगों की हालत नाजुक है।संक्रमित लोगों की बढ़ती संख्या से स्पष्ट संकेत मिल रहा है कि आंशिक बंदी सहित तमाम उपाय वायरस को फैलने से रोकने में अपर्याप्त साबित हो रहे हैं।
पाकिस्तान के अधिकारी संक्रमण को फैलने से रोकने में मुश्किल का सामना कर रहे हैं और लोगों से आपात स्थिति को छोड़ घरों में ही रहने की अपील कर रहे हैं लेकिन कई शहरों में इसका बहुत कम असर देखने को मिल रहा है। लोग सड़कों पर घूम रहें हैं और अधिकारी उन्हें घरों में रहने के लिए मनाने की कोशिश कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री इमरान खान कोरोना वायरस के चलते अर्थव्यव्स्था के समक्ष उत्पन्न चुनौती से निपटने के लिए 1,200 अरब पाकिस्तानी रुपये के पैकेज की घोषणा कर चुके हैं।


टीके का जानवरों पर परीक्षण प्रारंभ

सिडनी। पूरी दुनिया में कोरोना वायरस के वैक्सीन पर तेज़ी से काम चल रहा है। लेकिन ऑस्ट्रेलिया के कॉमनवेल्थ साइंटिफ़िक एंड इंडस्ट्रियल रिसर्च ऑर्गेनाइज़ेशन (सीएसआईआरओ) का कहना है कि यह परीक्षण पहला पूरी तरह से जानवरों पर आज़माया गया प्री-क्लिनिकल ट्रायल होगा।


शोधकर्ताओं ने कहा है कि पूरी दुनिया से मिलने वाला सहयोग शानदार है जिसकी वजह से इस चरण तक हम इतनी तेज़ी से पहुँच पाए हैं। सीएसआईआरओ के डॉक्टर रॉब ग्रेनफ़ेल का कहना है, "आमतौर पर इस स्टेज तक पहुँचने में एक से दो साल तक का वक़्त लगता है। लेकिन हम सिर्फ़ दो महीने में यहां तक पहुँच गए हैं। कैसे काम करता है ये वैक्सीन:- पिछले कुछ दिनों में सीएसआईआरओ की टीम ने इस वैक्सीन को गंधबिलाव (नेवले की जाति का एक जानवर) पर टेस्ट किया है। यह साबित हो चुका है कि गंधबिलाव में इंसानों की तरह ही कोरोना वायरस का संक्रमण होता है।
वास्तव में सार्स कोवि-2 वायरस कोरोना संक्रमण के लिए ज़िम्मेवार होता है। पूरी दुनिया में कम से कम 20 वैक्सीन पर अभी काम चल रहा है। सीएसआईआरओ की टीम दो वैक्सीन पर काम कर रही है।
पहला वेक्टर वैक्सीन ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी की ओर से विकसित किया गया है।  इसमें कोरोना वायरस के प्रोटीन को इम्युन सिस्टम में डालने के लिए 'डिफ़ेक्टिव' वायरस का इस्तेमाल किया जाता है और फिर इससे होने वाले प्रभावों परीक्षण किया जाता है। विक्टोरिया में ऑस्ट्रेलियन एनीमल हेल्थ लैबोरेट्री के प्रोफ़ेसर ट्रेवर ड्रु बताते हैं कि इम्युन सिस्टम में डाला गया वायरस अपनी प्रतिलिपि नहीं तैयार करता। इसलिए इस वैक्सीन से बीमार पड़ने की संभावना नहीं है। वो दूसरे वैक्सीन के बारे में भी बताते हैं जो अमरीकी कंपनी इनोविओ फर्मास्युटिकल्स ने तैयार किया है। यह वैक्सीन थोड़ा अलग तरीके से काम करता है। यह इस तरह से तैयार किया गया है कि यह इम्युन सिस्टम में कोरोना वायरस के कुछ प्रोटीन को इनकोड करता है और फिर शरीर की कोशिकाओं को उन प्रोटीन को पैदा करने के लिए उत्प्रेरित करता है। यह कई पहलुओं से बहुत अहम हैं और इसके सफल होने की बहुत हद तक गुंजाइश बनती है। कब तक हमें इसके नतीजे मिल सकते हैं:- वैज्ञानिकों का कहना है कि जानवरों पर होने वाले परीक्षण के नतीजे जून की शुरुआत में आ सकते हैं। अगर नतीजे सही आते हैं तो वैक्सीन को क्लीनिकल परीक्षण के लिए भेजा जा सकता है। इसके बाद से मार्केट में इसके आने की प्रक्रिया तेज़ हो सकती है लेकिन विशेषज्ञ चेताते हैं कि कम से कम 18 महीने का वक़्त इसके बाद भी दूसरी प्रक्रियाओं में लग सकते हैं।


संवेदनशीलताः बच्चों ने दान की गुल्लक

बच्चे ने कोरोना से लड़ने वाले योद्धाओं के मास्क के लिये दान की गुल्लक


बहरोड़। मंथन फॉउंडेशन टीम द्वारा कोरोना से लड़ रहे योद्धाओं के लिए घर पर मास्क तैयार किये जा रहे हैं। इसी क्रम में 200 मास्क पुलिस प्रशासन को सौंपे गए। संस्था की डॉ0 सविता गोस्वमी ने बताया थानाधिकारी जितेंद्र सिंह सोलंकी के निर्देशानुसार पुलिसकर्मियों की सुरक्षा को सर्वोपरि मानते हुए मंथन फॉउंडेशन द्वारा पुलिसकर्मियों को 200 रेयूजेबल मास्क उपलब्ध कराए गए।  संस्था द्वारा अभी तक करीब 600 मास्क विभिन्न सामाजिक संस्थाओं, स्वयंसेवकों एवं प्रशासनिक सेवाकर्मियों को दिए जा चुके हैं।
वहीं  संस्था द्वारा चलाये जा रहे अभियान कोरोना वर्सेज ह्यूमैनिटी में कुछ महिलाएं घर पर मास्क बनाकर अपनी सेवाएं दे रही हैं वहीं दूसरी और आज एक 10 वर्ष के बच्चे हर्षित ने इस पुण्य कार्य के लिए अपनी गुल्लक फाउंडेशन को दान दी। उसने कहा कि  छोटी सी बचत को वो उन लोगों तक पहुंचाना चाहता जो कोरोना के खिलाफ इस जंग में दिन रात लगे हैं।


पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला  इकबाल अंसारी  चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पं...