शुक्रवार, 20 मार्च 2020

निर्भया केस की पुनरावृति नहीं होगी

सब संकल्प लें कि अब दूसरी निर्भया नहीं होने देंगे: दोषियों को फांसी के बाद बोले अरविंद केजरीवाल


नई दिल्ली। देश को झकझोर देने वाले निर्भया गैंगरेप और हत्या मामले के चारों दोषियों विनय शर्मा (26), मुकेश सिंह (32), अक्षय ठाकुर (31) और पवन गुप्ता (25) को शुक्रवार तड़के पांच बजकर 30 मिनट पर यहां तिहाड़ जेल में फांसी दी गई। सभी दोषियों को फांसी की सजा होने के बाद दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कहा कि निर्भया की पहले वहशियाना तरीके से इज्जत लूटी गई और उसके बाद उसका कत्ल कर दिया गया।


पिछले सात साल से पूरा देश इसके खिलाफ न्याय की उम्मीद में बैठा था। आज निर्भया के दोषियों को फांसी हुई है। सात साल लग गए इसमें मुझे लगता है कि आज वो दिन है कि हम सबको मिलकर संकल्प करने की जरूरत है कि दूसरी निर्भया अब नहीं होनी चाहिए। 
केजरीवाल ने कहा कि हमने देखा कि पिछले कुछ महीनों से किसी तरह से फांसी की सजा मिलने के बाद भी पूरे सिस्टम को इन लोगों ने किस तरह से घुमाया और हर बार फांसी की सजा मिलती थी और टल जाती थी। हमारे सिस्टम में बहुत सी कमियां है जोकि गलत काम करने वालों को प्रोत्साहन देती है कि जो मर्जी करो कुछ नहीं होगा और केस लटकते रहेंगे। तो मुझे लगता है कि आज का दिन है कि हम सबको मिलकर संकल्प लेना चाहिए कि अब इस देश में दूसरी निर्भया नहीं होने देंगे और इसके लिए हमें कई स्तरों पर काम करने की जरूरत है। हमें पुलिस का सिस्टम ठीक करने की जरूरत है। कोई महिला पुलिस में जाती है तो उसकी एफआईआर दर्ज नहीं की जाती, जिसने गलत काम किया होता है उसकी शय पर पीड़िता को तंग किया जाता है। उसे ठीक करने की जरूरत है। 


2650 दिन बाद निर्भया को मिला इंसाफ, चारों दोषी फांसी के फंदे पर झूले
उन्होंने कहा कि पुलिस की इंवेस्टिगेशन प्रणाली को ठीक करने की जरूरत है ताकि जल्दी से जल्दी जांच हो। ज्यूडिशल सिस्टम ठीक करने की जरूरत है ताकि सात-सात साल ना लगे, छह महीने में फांसी हो। उन्होंने कहा कि पुलिस और कानून तो हमारी पास नहीं है लेकिन हमारी जितनी जिम्मेदारी हमें करने की जरूरत है। वो सारे कदम उठाने की जरूरत है कि महिलाएं अपने आपको सुरक्षित महसूस कर सके। पूरी दिल्ली में सीसीटीवी कैमरे हमने लगाने है और लग रहे हैं। दिल्ली में जहां-जहां डार्क स्पॉट है वहां-वहां स्ट्रीट लाइट लगाने की जरूरत है। दिल्ली सरकार ने बसों में मार्शल की नियुक्ति की है, जितने काम है हमें करने की जरूरत है। हमें ऐसा सिस्टम बनाने की जरूरत है कि ताकि दूसरी निर्भया ना हो सके। 
दिल्ली के सीएम ने कहा कि निर्भया का मामला एक उदाहरण है कि हमारे कानून में कितनी कमियां है जोकि दोषियों को मदद करती है जो पीड़ित को न्याय दिलाने में कितनी देरी करती हैं। हमें बैठकर इन्हें ठीक करना होगा।
तिहाड़ जेल के महानिदेशक संदीप गोयल ने बताया कि चारों दोषियों को ठीक 5:30 बजे फांसी पर लटकाया गया और करीब 6 बजे यानी आधे घंटे बाद चारों को डॉक्टरों द्वारा मृत घोषित कर दिया गया। जेल प्रशासन सूत्रों के अनुसार चारों दोषियों को एक साथ फांसी पर लटकाया गया और इसके लिए जेल नंबर-3 की फांसी कोठी में दो तख्तों पर चारों को लटकाने के लिए चार हैंगर बनाए गए थे। इनमें से एक का लीवर मेरठ से आए जल्लाद पवन ने खींचा तथा दूसरे लीवर को जेल स्टाफ ने खींचा।
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शुक्रवार तड़के चारों को इनके सेल से जगाया गया हालांकि, चारों में से कोई भी सोया नहीं था। इसके बाद सुबह की जरूरी प्रक्रियाएं पूरी करने के बाद इनसे नहाने को कहा गया। इसके बाद इनके लिए चाय मंगाई गई लेकिन किसी ने चाय नहीं पी। इसके बाद उनसे आखिरी इच्छा पूछी गई और फिर सेल से बाहर लाने से पहले चारों को काला कुतार्-पजामा पहनाया गया तथा हाथ पीछे की ओर बांध भी दिए गए थे। फांसी के बाद निर्भया की मां आशा देवी ने कहा कि आज वह बहुत खुशी महसूस कर रही हैं क्योंकि उनकी बेटी को आखिरकार इंसाफ मिल गया। उन्होंने कहा कि निर्भया की मां होने के नाते आज वह गर्व महसूस कर रही है। सात साल पहले जो घटना हुई उससे लोग और देश शर्मसार हुआ था लेकिन आज न्याय मिला है। निर्भया के पिता ने कहा कि देर से ही सही उनको न्याय मिला। उन्होंने कहा कि उन्होंने एक पिता होने का कर्त्तव्य निभाया है। इंसाफ के लिए दर दर की ठोकरें खाई है लेकिन आखिरकार इंसाफ मिला।


डीएमआरसी ने संचालन के नियम बदले

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के के चलते दिल्ली मेट्रो में भी बड़े बदलाव किए हैं। दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन ने ट्वीट गुरुवार रात इन बदलावों की जानकारी दी है। मेट्रो में जाने से पहले इन दिशा-निर्देशों की जानकारी बहुत जरूरी है। डीएमआरसी ने कहा है कि मेट्रो और स्टेशन पर लोग एक दूसरे से करीब 1 मीटर का फासला रखें। मेट्रो में खड़े यात्री सफर नहीं कर सकेंगे। जो यात्री मेट्रो में सफर करेंगे उन्हें एक सीट छोड़कर बैठना होगा। 


मेट्रो स्टेशनों पर थर्मल स्क्रीनिंग की जाएगी अगर किसी यात्री में कोरोना के लक्षण दिखाई देते हैं तो उन्हें सीधा जांच के लिए या क्वारंटाइन के लिए भेजा जाएगा। जिन स्टेशनों पर ज्यादा भीड़ होगी वहां ट्रेनें नहीं रुकेंगी, जिन स्टेशनों पर जहां यात्रियों के बीच 1 मीटर से ज्यादा की दूरी नहीं होगी वहां भी मेट्रो नहीं रुकेगी ट्रेनों की फ्रीक्वेंसी हालात के हिसाब से बदल सकती है। मेट्रो में यात्रा करने और परिसर में मौजूद रहने के दौरान यात्रियों को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय द्वारा कोरोना वायरस के प्रसार को रोकने के लिए समय-समय पर जारी की गई सलाह का पालन करना होगा कोई भी यात्री जिसमें कोरोना वायरस से मिलते जुलते लक्षण दिखाई दे रहे हैं उन्हें मेट्रो या अन्य सार्वजनिक परिवहन से यात्रा न करने की सलाह दी जाती है सभी यात्री कोरोना वायरस से लड़ने में सरकार और प्रशासन का सहयोग करें।


वायरस के खिलाफ जंग में हम एक-साथ

रायपुर। कोरोना का पहला पॉजिटिव केस सामने आने के बाद पूरे राज्य में अलर्ट जारी कर दिया गया है। प्रशासन रोकथाम और बचाव के लिए जरूरी कार्रवाई कर रही है। वहीं, दूसरी ओर पीएम मोदी ने आज कोरोनावायरस को लेकर देश के नाम एक संदेश दिया। पीएम मोदी के संबोधन पर प्रदेश के मुखिया सीएम भूपेश बघेल ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। सीएम भूपेश बघेल ने कहा है कि कोरोनावायरस के खिलाफ जंग में हम आपके साथ हैं।


सीएम भूपेश बघेल ने ट्वीट कर लिखा है कि प्रधानमंत्रीजी द्वारा देश को दिया गया संदेश महत्वपूर्ण है। मैं छत्तीसगढ़ प्रदेश की तरफ से केंद्र सरकार एवं प्रधानमंत्री जी को विश्वास दिलाता हूं कि COVID-19 संक्रमण से लड़ने के लिए उनके द्वारा उठाए और सुझाए गए प्रत्येक कदम का हम सब समर्थन करेंगे। जय हिंद! माननीय प्रधानमंत्री जी द्वारा देश को दिया गया संदेश महत्वपूर्ण है। मैं छत्तीसगढ़ प्रदेश की तरफ से केंद्र सरकार एवं प्रधानमंत्री जी को विश्वास दिलाता हूँ कि COVID-19 संक्रमण से लड़ने के लिए उनके द्वारा उठाए और सुझाए गए प्रत्येक कदम का हम सब समर्थन करेंगे। गौरतलब है कि पीएम मोदी ने देश के नाम संदेश देते हुए कहा है कि कोरोना वायरस के बढ़ते प्रकोप के बीच आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश से सीधा संवाद किया। उन्होंने कहा कि ये मत सोचिए कि सबकुछ ठीक है। वैश्विक महामारी से निश्चिंत होने की ये सोच ठीक नहीं है। मैं आज 130 करोड़ देशवासियों से ये मांगने आया हूं। मुझे आपके आने वाले कुछ सप्ताह चाहिए। मैं आपका समय मांगता हूं। विज्ञान अभी तक इसकी कोई दवाई या टीका नहीं बना पाया है। हर भारतवासी को सतर्क रहना जरूरी है।


एचसीः तीन जनपदों में अदालत बंद

प्रयागराज। इलाहाबाद हाई कोर्ट कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव के लिए नित नए अहम आदेश दे रहा है। हाई कोर्ट ने अब प्रदेश के गौतमबुद्ध नगर, संभल, आगरा और लखनऊ के जिला न्यायाधीशों को 28 मार्च तक अदालत को बंद करने का निर्देश दिया है।


इलाहाबाद हाई कोर्ट यह भी आदेश है कि इस दौरान केवल अतिआवश्यक मामले ही सुने जाएंगे। इसके बदले ग्रीष्मकालीन अवकाश के दिनों में अदालत खोली जाएगी। हाई कोर्ट ने चारों जिला न्यायाधीशों से अनुपालन रिपोर्ट भी मांगी है।महानिबंधक की ओर से इन चारों जिला न्यायाधीशों के नाम जारी पत्र में कहा गया है कि हाई कोर्ट की कोरोना वायरस के संक्रमण से निपटने व मानीटरिंग करने की कमेटी के प्रस्ताव के तहत यह आदेश जारी किया गया है। सभी जगह इसका कड़ाई से पालन किया जाए। इलाहाबाद हाई कोर्ट ने उत्तर प्रदेश की जेलों में कैद विचाराधीन बंदियों की अदालतों में पेशी पर भी रोक लगा दी है। अब किसी भी जिला अदालत में बंदियों को पेश नहीं किया जाएगा, बल्कि उनकी पेशी वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कराने का आदेश जारी किया गया है। हाई कोर्ट ने यह कदम कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के लिए उठाया है। महानिबंधक ने इस संबंध में सभी जिला न्यायाधीशों को आदेश जारी कर दिया है। हाई कोर्ट ने सभी जिला न्यायाधीशों को इसका अनुपालन कड़ाई से करने का निर्देश दिया है। इलाहाबाद हाई कोर्ट के महानिबंधक की ओर से सभी जिला न्यायाधीशों को जारी आदेश में कहा गया है कि विचाराधीन बंदियों को अदालतों में पेशी पर न भेजा जाए। उनकी पेशी अब वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये कराई जाए। प्रदेश के सभी डिस्ट्रिक्ट मजिस्ट्रेट वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिये पेशी कराने का अनुपालन करें। यह भी आदेश है कि यदि वीडियो कांफ्रेंसिंग में समस्या आ रही है तो जिला मुख्यालय की एनआइसी का इसके लिए उपयोग करें। जिला अदालतें जेल के बंदियों की सुनवाई सिर्फ इसी माध्यम से करें।


बृजेश केशरवानी


चीन में भूकंप का तेज झटका, 5.9

तिब्बत। भूकंप के तेज झटके महसूस किये गये जिसके कारण लोग दहशत में हैं। चीन भूकंप नेटवर्क केंद्र (सीईएनसी) की मानें तो सुबह 09:33 बजे आये भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 5.9 मापी गयी। आपको बता दें कि कोरोना वायरस के कारण चीन का हाल बेहाल है। इस बीच भूकंप के तेज झटकों ने लोगों के दिलों में भय पैदा कर दिया है। भूकंप के झटके के बाद लोग घरों से बाहर निकल गये और खुले स्थान की ओर भागे।


जानकारी के अनुसार चीन के दूरवर्ती हिमालयी क्षेत्र तिब्बत में शुक्रवार को 5.9 तीव्रता का भूकंप आया। यह क्षेत्र नेपाल के नजदीक है। चीन भूकंप नेटवर्क्स केंद्र के अनुसार, भूकंप का केंद्र 28.63 डिग्री उत्तरी अक्षांश और 87.42 डिग्री पूर्वी देशांतर पर 10 किलोमीटर की गहराई में स्थित था। स्थानीय सरकार ने बताया कि माउंट एवरेस्ट के समीप तिब्बत के शिगात्से शहर की तिंगरी काउंटी में सुबह नौ बजकर 33 मिनट पर भूकंप के झटके महसूस किये गये। भूकंप के कारण मकान ढहने या यातायात और संचार सेवाओं के बाधित होने की कोई खबर नहीं है।


37 वर्ष बाद हाईकोर्ट ने की बहाली

कमलेश शर्मा


बिलासपुर। हाईकोर्ट ने कृषि विभाग के बर्खास्त स्टेनोग्राफर की बर्खास्तगी आदेश को निरस्त कर, बर्खास्तगी दिनांक तक के सभी लाभ देने का आदेश दिया है। याचिकाकर्ता को दिसम्बर 1985 में बर्खास्त किया गया था। जनवरी 1991 में संचालक कृषि विभाग भोपाल ने उनकी अपील खारिज की थी। याचिकाकर्ता एम एल तंबोली की 1965 में कृषि विभाग के अंबिकापुर कार्यालय में स्टेनोग्राफर के पद में नियुक्ति हुई थी। उन्हे 1980 में परमानेंट किया गया। इसके साथ उसे अपग्रेट पे स्केल का लाभ दिया गया। 1985 में उसके खिलाफ शिकायत मिली। याचिकाकर्ता को बिलासपुर कार्यालय में अटैच किया गया एवं विभागीय जांच प्रारम्भ की गयी। उन पर बिना किसी सूचना के ड्यूटी से अनुपस्थित रहने, विभाग के उच्च अधिकारी के आदेश का पालन नही करने, और अधिकारी के साथ दुर्व्यवहार करने का आरोप पत्र देकर जवाब मांगा गया। लेकिन याचिकाकर्ता का पक्ष सुने बिना उसे 31 दिसम्बर 1985 को बर्खास्त किया गया। इसके खिलाफ याचिकाकर्ता ने सिविल सेवा वर्गीकरण , नियँत्रण नियम के तहत विभागीय अपील पेश की। संचालक कृषि भोपाल ने जनवरी 1991 में अपील खारिज कर दिया। इसके खिलाफ हाई कोर्ट में याचिका दाखिल की। जस्टिस गौतम भादुडी की कोर्ट में सुनवाई हुई। कोर्ट ने विभागीय जांच के दूषित होने तथा याचिकाकर्ता का पक्ष सुने बिना बर्खास्त किये जाने को नेचुरल जस्टिस के खिलाफ पाया। कोर्ट ने बर्खास्त करने के आदेश को निरस्त किया है। कोर्ट ने याचिकाकर्ता को बर्खास्तगी दिनांक तक का सभी लाभ देने का आदेश दिया है।


बिहार 'भाजपा' की नई टीम का गठन

पटना। बिहार में आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर शुक्रवार को बीजेपी की नई टीम घोषित की गई है। भाजपा अध्यक्ष संजय जायसवाल ने आज अपनी नई टीम का ऐलान किया, जिसमें कई नए लोगों को जगह दी गई है तो वहीं कई लोगों को प्रोमोशन मिला है। साथ ही 20 नेताओं को उपाध्यक्ष बनाया गया है।


बिहार भाजपा की नई टीम में कुल 12 लोगों को प्रदेश का उपाध्यक्ष बनाया गया है, जिसमें अजय निषाद ओम प्रकाश यादव राजेंद्र सिंह राजेंद्र गुप्ता, मिथिलेश तिवारी, राधा मोहन शर्मा, प्रमोद चंद्रवंशी, पिंकी कुशवाहा, नीतीश मिश्रा ,राजेश वर्मा, राजीव रंजन, बेबी कुमारी शामिल हैं।


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...