मंगलवार, 11 फ़रवरी 2020

देशभक्ति का मतलब जनसेवाः मनीष

नई दिल्ली। दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने मंगलवार को कहा कि देशभक्ति का मतलब लोगों के लिए काम करना है। उन्होंने कहा कि दिल्ली के लोगों ने काम करने वाली सरकार को चुना है। पटपड़गंज विधानसभा सीट से कांटे की टक्कर के बीच तीसरी बार जीत दर्ज करने वाले आम आदमी पार्टी नेता सिसोदिया ने कहा कि केजरीवाल को तीसरी बार मुख्यमंत्री बनाने के लिए दिल्ली की जनता ने जो प्यार लुटाया है वह उनके द्वारा दिए गए राष्ट्रवाद के मॉडल का परिणाम है। सिसोदिया ने कहा, “केजरीवाल ने गवर्नेस और एजुकेशन का जो मॉडल दिया है उसमें देशभक्ति का मतलब है लोगों के लिए काम करना है। देशभक्ति का मतलब है लोगों के बच्चों के लिए शिक्षा और स्वास्थ्य की व्यवस्था करना, उनके लिए बिजली और पानी की सुविधा देना है। यह देशभक्ति और राष्ट्रवाद का मॉडल पिछले पांच साल की केजरीवाल की सरकार से निकला है और आज दिल्ली की जनता ने राष्ट्रवाद का मतलब काम करने वाली सरकार को चुना है।” दिल्ली विधानसभा चुनाव में आम आदमी पार्टी को अजेय बहुमत मिला है। इस जीत पर सिसोदिया ने एक ट्वीट के जरिए दिल्लीवासियों का आभार जताया। उन्होंने ट्वीट में कहा, “दिल से शुक्रिया दिल्ली। पांच साल के काम को सम्मान देने के लिए, शिक्षा को सम्मान देने के लिए। सरकार में रहकर देश के सब बच्चों को अच्छी शिक्षा देना ही सच्ची राष्ट्रभक्ति है।” इससे पहले आईएएनएस के एक सवाल पर सिसोदिया ने कहा कि शिक्षा जीत गई। उन्होंने कहा कि दिल्ली सरकार द्वारा शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में किए गए कार्यो के लिए आम आदमी पार्टी की सरकार को चुना है। सिसोदिया ने 3,000 से ज्यादा मतों से अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उम्मीदवार रविंद्र सिंह नेगी को शिकस्त दी है। उन्होंने लगातार तीसरी बार पटपड़गंज से चुनाव जीतकर इस विधानसभा सीट पर अपनी जीत की हैट्रिक लगाई है। पटपड़गंज विधानसभा सीट पर आम आदमी पार्टी और भाजपा के बीच मुकाबला काफी रोचक रहा। शुरुआती बढ़त के बाद मनीष सिसोदिया एक समय भाजपा के रविंद्र नेगी से काफी पीछे चल रहे थे। दिल्ली विधानसभा चुनाव के लिए मंगलवार को मतगणना के रुझानों में काफी समय तक पीछे रहने के बाद आम आदमी पार्टी (आप) में नंबर दो की हैसियत रखने वाले मनीष सिसोदिया ने 11वें चक्र की मतगणना बाद अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा के रविंद्र सिंह नेगी से बढ़त बना ली। इसके बाद सिसोदिया को लगातार बढ़त मिलती गई। सिसोदिया को 70,163 मत मिले हैं जबकि उनके निकटतम प्रतिद्वंद्वी भाजपा उम्मीदवार रविंद्र नेगी को 66,956 मत मिले हैं। निर्वाचन आयोग की वेबसाइट के अनुसार, पटगड़गंज विधानसभा सीट पर भाजपा को 49 फीसदी से अधिक मत मिले हैं जबकि भारतीय जनता पार्टी को 47 फीसदी से अधिक मत मिले हैं। वहीं, तीसरे स्थान पर रहे कांग्रेस उम्मीदवार लक्ष्मण रावत को दो फीसदी भी मत नहीं मिल पाए हैं।


'पंडित जी' की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि

प.दीन दयाल उपाध्याय की पुण्यतिथि पर भाजपा प्रदेश कार्यालय पर श्रद्धांजलि सभा


देहरादून। भारतीय जनसंघ के संस्थापकों में शामिल व प्रसिद्ध दार्शनिक प. दीन दयाल उपाध्याय की पुण्य तिथि पर आज उन्हें यहाँ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत प्रदेश महामंत्री संगठन अजेय कुमार पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं ने प्रदेश कार्यालय पर श्रद्धांजलि दी। इस अवसर पर प्रदेश अध्यक्ष बंशीधर भगत ने कहा कि प. दीन दयाल उपाध्याय महान व्यक्तित्व थे जिनके कार्य व विचार आज भी प्रासंगिक हैं।उनका पूरा जीवन देश व संगठन के लिए समर्पित था। जनसंघ के महामंत्री व अध्यक्ष पदों पर रहते प. उपाध्याय ने देश की राजनीति को नई दिशा दी। उन्होंने हमें एकात्म मानव वाद का दर्शन दिया जो युगांतकारी है। उनकी बढ़ती लोकप्रियता व समकालीन राजनीति को नया रूप देने के प्रयासों को मिल रही सफलता से कुंठित होकर विरोधियों ने उनकी हत्या करा दी । लेकिन वे आज भी अपने विचारों व कार्यों के कारण हमारे हृदय में जीवित हैं और रहेंगे।


दिल्ली मे 'अल्पसंख्यकों' का जीता विश्वास

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवारों ने दिल्ली में अपने 2015 के प्रदर्शन को दोहराते हुए पांच मुस्लिम बहुल सीटों पर कब्जा कर लिया है। मटिया महल से आप उम्मीदवार शोएब इकबाल, बल्लीमारान से इमरान हुसैन, चांदनी चौक से प्रहलाद सिंह साहनी और सीलमपुर से अब्दुल रहमान ने अपने निकटतम प्रतिद्वंद्वियों को आसानी से मात दे दिया। ओखला, सीलमपुर और पुरानी दिल्ली क्षेत्र में नागरिकता संशोधन अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान हिंसा हुई थी। लेकिन उम्मीदों के विपरीत मुस्लिम अल्पसंख्यकों ने आप के पक्ष में मतदान किया। ओखला से कांग्रेस नेता परवेज आलम खान ने स्पष्ट रूप से कहा, “मुख्य फोकस भाजपा को हराने पर था और हम उन्हें हराने के लिए अपने को आगे नहीं कर सके, इसलिए वोटरों ने आप को चुना।” इसी तरह की भावना दूसरे मुस्लिम बाहुल्य निर्वाचन क्षेत्रों में भी देखा गया। कलीम हाफिज दिल्ली व उत्तर प्रदेश में कई शैक्षिक संस्थान चलाते हैं। उन्होंने कहा, “मुस्लिम वोटिंग का पैटर्न दिखाता है कि उनके दिमाग में दो चीजें रही-भाजपा को हराना और दूसरा कौन सरकार बनाने जा रहा है और कांग्रेस इसमें नहीं थी।” आप उम्मीदवार अमानतुल्ला खान ने ओखला सीट से भारी अंतर से जीत हासिल की, जो सीएए विरोधी प्रदर्शन का केंद्र रहा है। बीते चुनाव के अंतर को पीछे छोड़ते हुए अमानतुल्ला को मतदान के कुल 81 फीसदी वोट मिले।सीलमपुर निर्वाचन क्षेत्र में आप को कुल डाले गए वोट का 54 फीसदी से ज्यादा मिला और यह पहला निर्वाचन क्षेत्र था, जहां मंगलवार को सबसे पहले नतीजे घोषित किए गए। मटिया महल में पूर्व डिप्टी स्पीकर शोएब इकबाल भारी अंतर से चुनाव जीते और उन्हें 75 फीसदी से ज्यादा वोट मिले। बल्लीमारान में आप विधायक व मंत्री इमरान हुसैन ने बड़े अंतर से चुनाव जीता और 64 फीसदी वोट हासिल किया है।चांदनी चौक में मौजूदा आप विधायक अलका लांबा चुनाव हार गई। लांबा कांग्रेस की तरफ से मैदान में थी। जबकि पूर्व कांग्रेस विधायक जो आप की तरफ से चुनाव लड़े प्रह्लाद सिंह साहनी ने इस सीट से जीत दर्ज की। उन्हें कुल मतदान का 60 फीसदी से ज्यादा मिला। अल्पसंख्यक बाबरपुर व मुस्तफाबाद में भी आप के पक्ष में रहे। 8 क्षेत्रीय दलों का वोट शेयर नोटा से भी कम
विधानसभा के परिणाम के रुझानों से यह स्पष्ट हो गया है कि राष्ट्रीय राजधानी में अन्य राज्यों के क्षेत्रीय दलों के लिए कोई जगह नहीं है। कुल मिलाकर दिल्ली विधानसभा में 10 क्षेत्रीय दलों ने हिस्सा लिया और इनमें से एक भी दल कुल वोट शेयर का एक प्रतिशत भी नहीं हासिल नहीं कर सका। दस क्षेत्रीय राजनीतिक पार्टियों लोक जनशक्ति पार्टी, बहुजन समाज पार्टी, राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी, जनता दल-यूनइटेड, मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल, राष्ट्रीय लोक दल, शिव सेना (एसएचएस) और ऑल इंडिया फॉरवार्ड ब्लॉक ने दिल्ली विधानसभा चुनावों में भाग लिया था। चुनाव आयोग के अनुसार, इनमें से सिर्फ दो दलों- बहुजन समाज पार्टी और जनता दल-यूनाइटेड को नोटा (उपरोक्त में से कोई नहीं) विकल्प से ज्यादा वोट शेयर मिला। कुल आठ क्षेत्रीय दलों का वोट शेयर नोटा की तुलना में बहुत कम वोट मिला। अब तक के रुझानों के अनुसार नोटा को 0.47 प्रतिशत वोट मिला है। वहीं लोजपा का 0.37 प्रतिशत और राकांपा का 0.03 प्रतिशत वोट शेयर रहा। दिल्ली में जहां केंद्र सरकार के खिलाफ आंदोलनों और प्रदर्शनों के दौरान वाम दलों ने भारी उपस्थिति दर्ज कराई, वहीं मतदान के मामले में इसे बहुत कम वोट मिला। राष्ट्रीय राजधानी में बिहार की भारी आबादी होने के बावजूद लालू प्रसाद यादव की अगुआई वाली राजद का सिर्फ 0.03 प्रतिशत वोट शेयर रहा। इस बीच शिवसेना को 0.12 प्रतिशत वोट शेयर रहा वहीं रालोद का वोट शेयर 0.0 प्रतिशत रहा।


रात को सोने से पहले, जरा बचके

पेट में एसिडिटी भी बन सकती है। आपको अनिंद्रा की समस्या भी हो सकती है। आइए जानते हैं रात में सोने से पहले किन चीजों को खाने से बचना चाहिए…
अगर आपकी चाय पीने की आदत है तो रात में सोने से पहले कभी भी चाय न पिएं। आप ग्रीन टी भी न पिएं क्योंकि यह भी रात में सोने से पहले पीने पर आपकी सेहत को बिगाड़ सकती है। अगर आप रात में सोने से पहले चाय पिएंगे तो आपकी नींद बिगड़ सकती है क्योंकि इसमें मौजूद कैफीन आपकी नींद के लिए बाधक हो सकता है। इसलिए रात में सोने से पहले भूलकर भी चाय पिने की आदत न डालें।
रात में सोने से पहले कभी भी मांसाहार का सेवन न करें। इससे आपको पाचन समस्या हो सकती है। अगर आप रात में सोने से पहले मांसाहार का सेवन करते हैं तो इसे पचने में वक्त लगता है और अगले दिन आपको कब्ज से लेकर पेट की समस्याएं हो सकती है। ऐसे में रात में सोने से पहले हमेशा ही हल्का भोजन करना चाहिए। अगर आप रात में सोने से पहले चिकन खाते हैं तो इसमें मौजूद प्रोटीन को पचाने में आपके शरीर को काफी वक्त लग सकता है और आपकी नींद में भी खलल पड़ सकता है।
रात में सोने से पहले आपको मीठा नहीं खाना चाहिए क्योंकि इससे आपकी नींद खराब हो सकती है। मीठे में काफी कैलोरी होती है और साथ ही फेट भी होता है। इससे आपके खून में इंसुलिन की मात्रा बढ़ जाती है और आपकी नींद में खलल पड़ जाता है। चॉकलेट वैसे तो हेल्थ के लिए अच्छी होती है लेकिन इसे रात में सोने से पहले नहीं खाना चाहिए क्योंकि इससे आपकी नींद खराब हो सकती है। चॉकलेट में भी कैफीन होता है जो कि नींद को भगा देता है।


डीएम का 'पेंट माई सिटी' नामक अभियान

पीलीभीत। जिलाधिकारी वैभव श्रीवास्तव द्वारा आज लोक निर्माण विभाग कार्यालय से पेन्ट माई सिटी नामक अभियान का प्रारम्भ किया गया। इस दौरान उन्होंने स्वयं दीवार पर पैंटिंग का कार्य कर अभियान का प्रारम्भ किया। इस नई पहल के माध्यम से जनपद के प्रमुख मार्गो पर स्थित दीवारों पर वाल आॅयल पेन्टिंग के द्वारा सौन्दर्यकरण का कार्य शीघ्र प्रारम्भ किया जायेगा । इस कार्य हेतु पैंटिंग की 12 टीमें कार्यरत हैं इस अभियान के अन्तर्गत शहर को स्वच्छ एवं सुन्दर बनाने के उद्देश्य से जनसहभागिता के सहयोग से कार्य सम्पन्न किया जायेगा साथ ही साथ वाल पेन्टिंग के माध्यम से पीलीभीत की सांस्कृतिक प्राकृतिक व पर्यावरण संरक्षण सम्बन्धी जागरूकता संन्देश को इंगित किये जायेगें। प्रमुख मार्गो की दीवारों जनपद की पहचान बांसुरी नगरी के साथ साथ पीलीभीत टाईगर रिजर्व, स्वच्छ भारत मिशन, पर्यावरण संरक्षण, प्लास्टिक प्रयोग न करने जैसे संदेशांे को जन-मानस तक पहंुचाया जायेगा। इस दौरान महोदय के निर्देशानुसार प्रथम चरण में जिला मुख्यालय पर कार्य प्रारम्भ कराया जायेगा और सर्वप्रथम गौहनियां चैराहे से कलक्ट्रेट तक स्थित सरकारी भवनों की दीवारों पर आॅयल पेन्टिंग का कार्य प्रारम्भ किया जायेगा।इसके पश्चात तहसील बीसलपुर एवं पूरनपुर में भी अभियान चलाया जायेगा। 
इस दौरान मुख्य विकास अधिकारी रमेश चन्द्र पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी वित्त/राजस्व अतुल सिंह, परियोजना निदेशक अनिल कुमार,जिला विकास अधिकारी योगेन्द्र पाठक,डी0सी0 मनरेगा,अघिशासी अभियन्ता लोक निर्माण विभाग आदि मौजूद रहे।


रि. हरिओम


तारिक आज़मी की मोरबतियांः 'सियासत'

तारिक आज़मी की मोरबतियाँ – न लगा शाहीनबाग़ में करेंट और न चली नफरतो की सियासत, ऐसा चला झाड़ू कि नही खिल सका कमल


तारिक आज़मी


नई दिल्ली। विधानसभा चुनाव 2020 को शायद इतिहास के पन्नो में विवादित और नफरतो के बीच हुवे चुनाव के तौर पर देखा जा सकता है। चुनावो में कई चुनावी वायदों के बीच पाकिस्तान भी आया, ईवीएम बटन दबाने पर शाहीनबाग़ को करेंट लगवाने की बात भी हुई। गोली मारने तक के नारे लगे और तो और शाहीनबाग़ के प्रदर्शनकारियों को भावी बलात्कारी और मानवबम की फैक्ट्री तक के बयान सामने आये। नफरतो की सियासत के बीच मतों के ध्रुवीकरण को शायद दिल्ली की जनता ने पार कर दिया और भाजपा को लाखो कोशिशो के बाद भी करारी हार का सामना करना पड़ा है। दिल्ली विधानसभा चुनावों के स्पष्ट रुझान सामने आ चुके है। दिल्ली की जनता ने पकिस्तान से लेकर करेंट तक को मात देते हुवे कुछ इस तरफ झाड़ू चलाया है कि कमल खिल ही नहीं पाया है। 70 विधानसभा सीटो पर अब तक आ रहे रुझानो को अगर परिणाम के तौर पर देखा जाए तो 63 सीट आम आदमी पार्टी के खाते में जा रही है। वही 7 पर कमल लेकर भाजपा अपनी जद्दोजेहद करते दिखाई दे रही है। सबसे बड़े भाजपा को झटके के तौर पर कपिल मिश्रा का चुनाव में हार के तरफ बढ़ना दिखाई दे रहा है। दिल्ली चुनावों में भाजपा ने जी तोड़ कोशिशे किया था। भाजपा के द्वारा स्टार प्रचारकों के तौर पर लगभग अपनी पूरी टीम लगा दिया गया था। नफरतो का भी बयानों में दौर चला। चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर भी सवालिया निशाँन लगा डाला गया। ईवीएम सुरक्षा पर भी सवाल लगाये गए। मगर दिल्ली की जनता का दिल शायद स्थानीय मुद्दों पर रुका रहा। उनको मोहल्ला क्लिनिक से लेकर केजरीवाल सरकार से आशा और उम्मीद दिखाई दे रही थी। भले ही भाजपा के द्वारा प्रचार के तौर पर कहा गया कि बटन इतने गुस्से से दबाये कि करेंट शाहीनबाग़ में लगे, मगर बटन तो झाड़ू पर दबा और भाजपा को करारी हार का सामना करना पड़ा। जेपी नड्डा के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनाये जाने के बाद पहला विधानसभा चुनाव हुआ। भाजपा ने कुछ इस तरह अपनी ताकत झोकी कि दिल्ली के तख़्त को पाने के लिए खुद केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने बागडोर संभाली और जमकर प्रचार किया। प्रचार हेतु उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की भी कई सभाये हुई। गिरिराज सिंह ने भी अपना जोर दिखाया। यहाँ तक कि गृहमंत्री ने खुद गली नुक्कड़ो में प्रचार अभियान में भाग लिया। उत्तर प्रदेश और बिहार के वोटरों को लुभाने के लिए बड़ा चेहरा अभिनेता से नेता बने मनोज तिवारी को सामने किया गया। एक इंटरव्यूव के दौरान मनोज तिवारी ने रो रो कर अपनी गरीबी को बताया कि वह 24 साल तक सायकल नही खरीद पाए थे। पाकिस्तान का नाम इन सबके बीच खूब उछाला गया। वैसे भी पाकिस्तान का नाम जितना भारत की सियासत में लिया जा रहा है उसको अगर याद करने पर हिच्च्कियो में तब्दील किया जाए तो फिर व्यक्तिगत रूप से कहना चाहूँगा कि बहुत बेगैरत ज़िन्दगी लेकर बैठा है पकिस्तान, वरना इतनी हिच्चकिया लेकर तो आमूमन गैरतदार लोग मर ही जाते है। लगता है दो चार चुनाव में अगर पाकिस्तान ऐसे ही याद किया जाता रहा तो वह हिचकियो की बिमारी का इलाज करवाने लगेगा। मेरे इस कटाक्ष पर आपको हंसी आ सकती है। मगर शायद दिल्ली की जनता ने अमूमन हसी नही हंसा बल्कि ईवीएम से अपना जवाब दे डाला। इस सियासत में हनुमान जी को भी लाया गया था। बजरंगी से बजरंगी भाईजान तक के तमगो के साथ हुवे चुनाव में पोलिंग का दिन जहा हनुमान जी का दिन कहा जाता है, वही प्रशाद (नतीजो) का दिन मंगलवार भी हनुमान जी का दिन ही रहा। प्रसाद वितरण हो चूका है और जीत की ख़ुशी आम आदमी पार्टी के खेमे में चहक रही है। केजरीवाल जहा गुब्बारे उड़ा कर अपनी जीत का जश्न मना रहे है वही भाजपा के खेमे में सियासी मायूसी भी है। भले ही अभी तक के रुझानो के बाद कहा जा सकता है कि चार सीट पर भाजपा अधिक जीत गई है। पिछली बार तीन सीट पाने वाली भाजपा को इस बार चार सीट अधिक मिली है। इस चार सीट के अधिक जीत भाजपा को संतुष्टि तो नही दे सकती है। वही दूसरी तरफ जनता ने कह दिया कि अच्छे बीते पांच साल, लगे रहो केजरीवाल।


भीलवाड़ा हादसे में '2-2 लाख' की सहायता

भीलवाड़ा बस दुर्घटना के मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख की सहायता मंजूर


मन्दसौर। कलेक्टर श्री मनोज पुष्प द्वारा बताया गया कि बीती रात भीलवाड़ा के पास वाहन दुर्घटना में मृतकों के परिवारों को मुख्यमंत्री सहायता कोष से 2-2 लाख की सहायता राशि मंजूर की गई है। वहीं घायलों के परिवारों को 50-50 हजार की सहायता राशि मंजूर की गई है। सड़क दुर्घटना के अंतर्गत जो प्रावधान हैं। उसके तहत मृतकों के परिवारों को 15-15 हजार की सहायता एवं घायलों के परिवारों को 7.5 - 7.5 हजार सहायता राशि मंजूर की गई है। कलेक्टर द्वारा बस से हुई दुर्घटना के संबंध में प्रभारी अधिकारी के रूप में अनुविभागीय अधिकारी गरोठ एवं एडिशनल एसपी गरोठ को बनाया गया है। दोनों अधिकारी समस्त व्यवस्थाओं को देखेंगे।


पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला  इकबाल अंसारी  चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पं...