मंगलवार, 24 दिसंबर 2019

प्रयागराज में नई घटी कोई घटना,सौहार्द

प्रयागराज! नागरिकता कानून को लेकर उत्तर प्रदेश के तमाम शहरो में बवाल और आगजनी हुई। लेकिन इस मामले में प्रयागराज के लोगो ने एक मिसाल कायम की है। इस शहर में विरोध हुआ जुलुस निकला लेकिन कही भी कोई ऐसी घटना नहीं हुई जिससे लोगो का जान माल का नुकसान हो।सोमवार को प्रयागराज की जनता को इस सय्यम के लिए प्रशासन और पुलिस के अफसरों ने बधाई दी है. डी आई जी के पी सिंह ने पुलिस हेड क्वाटर के लॉन में शहर के बुध्जीवी और मानिंद लोगो के साथ अफसरों की एक बैठक आयोजित की।


इस बैठक में पुलिस अफसरों में एडीजी सुजीत पांडेय ,एसएसपी सत्यार्थ पंकज अनिरुद्ध ,sp सिटी बृजेश श्रीवास्तव ,जबकि प्रशासन की तरफ से कमिश्नर आशीष गोयल ,डीएम भानु चंद्र गोस्वामी और मेयर अभिलषा गुप्ता  शामिल रही।  


सभी अफसरों ने प्रयागराज की जनता की काफी तारीफ की और कहा की ऐसे माहौल में प्रयागराज की जनता ने दुनिया को बता दिया की ये शहर वाकई में गंगा जमुनी तहज़ीब की मिसाल है! बैठक में डीएम ने ऐलान किया की जिन लोगो ने प्रशासन का सहयोग किया उनको जल्द ही सम्मान से नवाज़ा जायेगा और जिन्होंने अफवाह फैला कर लोगो को गुमराह किया उनकी गतिविधियों की जांच कराकर सख्त से सख्त कार्यवाही की जाएगी। बैठक में राजनितिक संगठनों के साथ मुस्लिम धर्मगुरु भी शामिल हुए!   


बृजेश केसरवानी


1 साल में पांच राज्यों ने भाजपा को नकारा

आदिल अहमद/ रोहित कुमार


वाराणसी! कांग्रेस लोकसभा चुनावों में हार के बाद अपनी सियासी ज़मीन की तलाश में दिखाई दे रही थी। आन्तरिक हलचल और इस हलचल पर भाजपा नेताओं के जमकर हमलावर होने के बाद भी कांग्रेस ने कही न कही अपनी रणनीति को सजोये रखा था। बीते दो लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी के बेहतरीन प्रदर्शन और कांग्रेस के निराशाजनक प्रदर्शन के बाद एक तरफ पीएम मोदी और गृहमंत्री अमित शाह को बड़ा रणनीतिकार साबित किया जा रहा था। वहीं दूसरी तरफ कमजोर होते विपक्ष की बात भी चल उठी थी। 2019 में जब लगातार दूसरी बार बीजेपी जीतकर आई तो राजनीति के जानकारों ने इसका श्रेय कमजोर विपक्ष को भी दिया। बीजेपी की जीत और कमजोर विपक्ष पर उठ रही उंगलियों के बीच कांग्रेस पार्टी की रणनीति पर भी सवाल खड़े होने लगे थे। ऐसे में कांग्रेस के सामने अपनी खो रही सियासी जमीन तलाशने की बड़ी चुनौती थी।


अध्यक्ष बनने के बाद ही राहुल गांधी ने संगठन को जमीनी स्तर से दोबारा खड़ा करने की कवायद शुरू की। इसका फायदा पार्टी को मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ के चुनाव में भी मिला। लेकिन राहुल गांधी 2019 लोकसभा चुनाव में पार्टी को ज्यादा सीटें नहीं दिला सके।  इस चुनाव में पार्टी के खराब प्रदर्शन को देखते हुए उन्होंने अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे दिया और कई महीनों तक चली प्रक्रिया के बाद पार्टी ने एक बार फिर वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी को जिम्मेदारी सौंपी। सोनिया गांधी को अंतरिम अध्यक्ष बनाया गया।


राहुल गांधी को पार्टी अध्यक्ष बनाने और बाद में सोनिया गांधी को पार्टी का कमान देने का साफ तौर पर असर विधानसभा चुनाव के परिणामों में दिखा। पार्टी ने 2018 और 2019 के बीच हुए विधानसभा चुनावो में  भाजपा को कुल 5 राज्यों में सत्ता से बेदखल कर दिया है।


एमपी-राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बनाई कांग्रेस ने सरकार राहुल गांधी के पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद 2018 में मध्यप्रदेश, राजस्थान और छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने पहले से बेहतर प्रदर्शन किया। मध्य प्रदेश में कांग्रेस को इस चुनाव में 114 सीटें मिलीं, जो पिछले चुनाव से 56 सीटें ज्यादा थीं। वहीं राजस्थान में कांग्रेस को कुल 100 सीटें मिलीं, पिछले चुनाव में राज्य में कांग्रेस को महज 21 सीटें मिली थीं। यानी पिछले चुनाव की तुलना में यहां कांग्रेस को 79 सीटों का फायदा हुआ। उधर, छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने बीजेपी को पछाड़ते हुए राज्य में बुहमत के साथ सरकार बनाई। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस ने 2018 में हुए चुनाव में कुल 68 सीटें जीतीं। बता दें कि पिछले चुनाव (2013) में कांग्रेस को 39 सीटों से संतोष करना पड़ा था।


महाराष्ट्र और हरियाणा में कांग्रेस ने किया वापसी राज्यों के चुनाव में कांग्रेस का बेहतर प्रदर्शन 2019 में भी जारी रहा। पार्टी ने महाराष्ट्र और हरियाणा में पहले की तुलना में बेहतर प्रदर्शन किया। महाराष्ट्र में सीटों के लिहाज से तो कांग्रेस का प्रदर्शन 2014 के आसपास ही रहा, लेकिन उसकी सहयोगी एनसीपी 41 से बढ़कर 54 तक पहुंच गई। जबकि हरियाणा में तो पार्टी सरकार पिछले चुनाव से दोगुना सीटें हासिल की। खास बात यह है कि हरियाणा चुनाव में राहुल गांधी ने जहां गिनती की ही रैलियां की थी वहीं सोनिया गांधी यहां चुनाव प्रचार से पूरी तरह से दूर रहीं थी। जानकारों का मानना है कि अगर पार्टी राज्य में थोड़े समय पहले चुनावी मूड में आ जाती तो इसकी सीटों में और इजाफा हो सकता था।


झारखंड में भी हुई भाजपा की करारी हार? कांग्रेस ने झारखंड चुनाव में भी ज़बरदस्त वापसी किया और जेएमएम के साथ गठबंधन की जीत हासिल कर स्पष्ट बहुमत प्राप्त किया है। झारखंड विधानसभा की 81 सीटों के लिए मतदान की गिनती में बीजेपी को JMM-कांग्रेस गठबंधन ने ज़बरदस्त हार का स्वाद चखा दिया। गठबंधन कुल 47 सीटों को जीत कर भाजपा को मात्र 25 सीट पर सिमित कर दिया। स्पष्ट बहुमत पाई कांग्रेस गठबन्धन की सरकार के बाद भाजपा को सत्ता से उतार फेकने वाली कांग्रेस की यह एक बड़ी जीत है। भाजपा ने जहा झारखण्ड में राम मंदिर, धारा 370 और नागरिकता संशोधन कानून का कार्ड खेला था तो कांग्रेस गठबंधन ने ज़मीनी स्तर की स्थानीय समस्याओं पर चुनाव लड़ा था। और आखिर स्थानीय मुद्दे भारी पड़े और भाजपा सत्ता से बेदखल हो गई।


बेदखली भी कोई छोटी नहीं रही, खुद मुख्यमंत्री रघुबर दास अपना चुनाव हार गए और निर्दल प्रत्याशी के तौर पर चुनाव लड़े सरयू राय ने चुनाव जीत कर भाजपा को एक और बड़ा झटका दिया है। भाजपा की तरफ से खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने इस राज्य में 9 रैली, अमित शाह ने 11 रैली और रघुबर दास ने कुल 51 रैलिया किया था। भाजपा ने चुनाव में पूरी ताकत झोक दिया था। वही कांग्रेस के बड़े नेताओं की इस चुनाव में रेलिया भाजपा के अनुपात में न के बराबर हुई। इसके बाद भी भाजपा की यह हार कही न कही से केंद्रीय नेतृत्व पर भी बड़ा सवाल उठा रही है।


बवाल के बीच एनपीआर को कैबिनेट की मंजूरी

नई दिल्ली! नागरिकता संशोधन कानून (CAA) और राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (NRC) पर देशभर में हो रहे बवाल के बीच मोदी कैबिनेट ने एक बड़ा फैसला लिया है! मोदी कैबिनेट ने राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) पर मुहर लगा दी है! सूत्रों के मुताबिक, यह मंजूरी राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर यानी NPR को अपडेट करने के लिए दी गई है!


मोदी कैबिनेट की यह बैठक मंगलवार को हुई! बैठक में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर अपडेट करने के लिए मंजूरी दी गई! इस काम में आने वाले खर्च का बजट भी जारी किया गया है! रजिस्टर अपडेट करने के लिए सरकार की तरफ से 8500 करोड़ रुपये से ज्यादा का बजट अप्रूव किया गया है!


यह रजिस्टर नागरिकता अधिनियम 1955 के प्रावधानों के तहत स्थानीय, उप-जिला, जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर तैयार किया जाता है! कोई भी व्यक्ति जो 6 महीने या उससे अधिक समय से किसी इलाके में रह रहा हो तो उसे नागरिक रजिस्टर में जरूरी रजिस्ट्रेशन कराना होता है!


मेजर ने बनाई खास 'बुलेटप्रूफ जैकेट'

नई दिल्ली! सीमा पर जवान के लिए तमाम खतरों में से एक स्नाइपर राइफल भी होती है, जिससे निकली गोली बुलेट प्रूफ जैकेट तक को नहीं बख्शती! इस राइफल के वार से जवानों को बचाने के लिए मेजर अनूप मिश्रा ने खास बुलेट प्रूफ जैकेट तैयार की है! उनका दावा है कि यह भारतीय सेना के जवानों की युद्ध के दौरान स्नाइपर राइफल से रक्षा करेगी!


मजर अनूप मिश्रा ने बताया कि इस जैकेट को पुणे के मिलिट्री इंजीनियरिंग कॉलेज में तैयार किया गया है! उन्होंने बताया कि ये लेवल 4 बुलेट प्रूफ जैकेट हैं जो स्नाइपर राइफल से दागी गई गोलियों से सैनिकों की रक्षा करेगी! ये जैकेट पूरे शरीर के लिए कंपैटिबल है और ये क्षमता रखने वाला भारत तीसरा देश होगा!


निकाय चुनाव में किसको मिली हार-जीत

बलरामपुर। रामानुजगंज नगर पंचायत चुनाव के नतीजे सामने आ गए हैं। जो नतीजे सामने आए हैं उसके मुताबिक यहां कांग्रेस को महज 5 सीटों में ही जीत मिली है। जबकि भाजपा ने 7 वार्डों पर अपना कब्जा किया है, और 3 वार्डों पर निर्दलीयों को जीत मिली है। यहां निर्दलीय महत्वपूर्ण भूमिका में नजर आ रहे हैं। देखिये सूची…



 
1 भाजपा- उमेश सिंह गहरवार
2 कांग्रेस- किरण गुप्ता
3 कांग्रेस -अशोक गौड़
4भाजपा – ललिता देवी
5 निर्दलीय – विजय रावत
6 कांग्रेस – खुशबू देवी
7 कांग्रेस – श्वेता दास
8 कॉंग्रेस- अशोक जायसवाल
9 भाजपा – अनिता गुप्ता
10 भाजपा – रमन अग्रवाल
11 निर्दलीय -बजरंग गुप्ता
12 निर्दलीय -मुकेश जायसवाल
13 भाजपा – राजनाथ विश्वकर्मा
14 भाजपा -राजेश सोनी
15 भाजपा -उषा गुप्ता


27 को मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे हेमंत

रांची! झारखंड में झारखंड मुक्ति मोर्चा (जेएमएम), कांग्रेस और राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) गठबंधन को प्रचंड बहुमत मिला है! गठबंधन ने 81 में से 47 सीटें जीती हैं! इस जीत के बाद अब गठबंधन के नेता जल्द ही सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे!


सूत्रों के मुताबिक, 27 दिसंबर को हेमंत सोरेन मुख्यमंत्री पद की शपथ लेंगे! इस दौरान जेएमएम के 6, कांग्रेस के 5 और आरजेडी के कोटे से एक मंत्री शपथ लेंगे! यानी हेमंत सोरेन के साथ 12 मंत्री शपथ लेंगे! इसके अलावा कांग्रेस के खाते में स्पीकर पद जा सकता है!


मेरठ में पर्यावरण प्रदर्शनी का आयोजन

बहराइच। 47 वी जवाहर लाल नेहरू राज्य स्तरीय विज्ञान,गणित और पर्यावरण प्रदर्शनी मेरठ जिले मे आयोजित किया गया। चार दिवसीय प्रदर्शनी में राज्य भर से शिक्षक अपने जनपदों के उपविषय पर मॉडल प्रस्तुत किया।बहराइच जनपद ने विभिन्न उप विषयों पर प्रतिभाग किया और मॉडल प्रस्तुत किया।जिसमें भावी परिवहन और संचार उपविषय के अंतर्गत लंबन विधि द्वारा आकाशीय पिण्डो का व्यास,परिधि ज्ञात करने का मॉडल प्रस्तुत किया गया जिसमें जनपद को प्रथम स्थान प्राप्त हुआ।मॉडल को प्रस्तुत करने के लिए देवीपाटन मंडल से नामित पूर्व माध्यमिक विद्यालय सधुवापुर,विकासखण्ड महसी के सहायक अध्यापक डॉ आशीष श्रीवास्तव को पुरस्कार,ट्राफी व सर्टिफिकेट देकर सम्मानित किया गया।उन्होंने बताया कि मेरठ में चार दिवसीय प्रदर्शनी में जिले ने अपना परचम लहराया।प्रदर्शनी के दूसरे दिन शिक्षण अधिगम सामग्री का मूल्यांकन व आवर्त सारिणी विषय पर सेमिनार का भी आयोजन किया गया।चार दिन के सम्पूर्ण कार्यक्रम में देवीपाटन मण्डल को द्वितीय स्थान भी मिला।देवीपाटन मण्डल से अशोक पाण्डेय, राज्यवर्द्धन श्रीवास्तव, अजय कुमार मिश्रा, दया शंकर प्रजापति,डॉ कृष्ण देव द्विवेदी सहित अन्य शिक्षक प्रतिभागियों ने प्रतिभाग किया।


राज्य मंत्री का दखल, रेप का मामला दर्ज

उत्तरकाशी। राज्यमंत्री रेखा आर्य के हस्तक्षेप के बाद पीसीएस की तैयारी कर रही युवती से दुष्कर्म का मुकदमा उत्तरकाशी पुलिस ने दर्ज कर लिया है। आरोपी ने शादी करने का झांसा देकर कई साल तक उसका यौन शोषण किया। बाद में दूसरी शादी रचाकर पीड़िता को छोड़ दिया। आरोप है कि लखनऊ के इस युवक ने पीड़िता को डेढ़ साल तक गाजीपुर में पत्नी के रूप में रखा।


उत्तरकाशी जिले की पीड़िता ने राज्यमंत्री रेखा आर्य से मिलकर आपबीती बताई थी। पीड़िता ने बताया कि उत्तरकाशी में एनबीसीसी कंपनी में काम करने वाला अभिषेक चौहान निवासी गोमतीनगर, लखनऊ 2013 में उसके संपर्क में आया था। चौहान ने घर आकर कई बार प्रेम प्रस्ताव दिया, लेकिन वह टालती रही। 21 नवंबर 2014 को आरोपी अपने परिवार के साथ उसे जन्मदिन के बहाने एक होटल में ले गया और कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर उसके साथ दुष्कर्म किया। विरोध करने पर आरोपी ने उसे शादी करने का झांसा दिया। इसी बीच 2015 में गर्भ ठहरा तो आरोपी ने दवा खिलाकर गर्भपात करा दिया। इधर, सितंबर 2017 में शादी का झांसा देकर फिर कई होटलों में उसके साथ शारीरिक संबंध बनाए। वह विरोध करती तो अश्लील वीडियो वायरल करने की धमकी देकर उसके मुंह को बंद करा दिया जाता। इसके बाद आरोपी एक कंपनी में नौकरी लगने की बात कहकर उसे गाजीपुर ले गया, जहां किराए पर कमरा लेकर अपने साथ रखा। पीड़िता ने आरोप लगाया कि सितंबर 2019 में अभिषेक के पिता शादी कराने की बहाने उसे उत्तरकाशी छोड़ गए। धोखे का पता चलने पर विरोध किया तो आरोपी पक्ष ने जान से मारने की धमकी दी। इसी बीच 22 नवंबर को अभिषेक के मोबाइल से एक युवती का फोन आया, जिसने अभिषेक से शादी करने की बात कही। धमकी दी कि यदि शादी में अड़ंगा लगाया तो वह उसे मरवा देगी। राज्यमंत्री रेखा आर्य ने मामले को गंभीरता से लेते हुए उत्तरकाशी के पुलिस अधीक्षक से बात की। एसपी के निर्देश पर उत्तरकाशी में पीड़ित की तहरीर पर आरोपी अभिषेक चौहान, उसके पिता और धमकी देने वाली युवती के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। पुलिस का कहना है कि विवेचना में आने वाले तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।


कैंसर के दर्द में लाभदायक एक्यूपंचर

चिकित्सा की वैदिक पद्धतियां एक्यूप्रेश और ऐक्यूपंक्चर कैंसर के कारण होनेवाले भीषण दर्द की तीव्रता को कम करती हैं। इतना ही नहीं दर्द को दूर कर कैंसर में ओपिओइड की जरूरत को भी कम कर सकती हैं। यह स्टडी हाल ही जामा ऑन्कॉलजी जर्नल में प्रकाशित हुई है। 


कैंसर के मरीजों में करीब 70 प्रतिशत लोग भीषण तीव्रता वाला दर्द सहन करते हैं। इसे दवाओं के जरिए 50 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। हालांकि पेन मैनेजमेंट के दौरान पता चलता है कि दर्द को कंट्रोल करने के लिए दी जानेवाली दवाओं के भी पेशंट्स के शरीर पर हानिकारक प्रभाव होते हैं। इनमें दवाओं का अडिक्शन भी शामिल है। दवाइयों के इन दुष्प्रभावों से बचने के लिए ऐक्यूप्रेशर और ऐक्यूपंक्चर जैसी पद्धतियों का उपयोग तेजी से बढ़ रहा है।
आरएमआईटी यूनिवर्सिटी, मेलबर्न और विक्टोरिया ऑस्ट्रेलिया द्वारा भी कैंसर के पेशंट्स के दर्द को कम करने के लिए ऐक्यूप्रेशर और ऐक्यूपंक्चर के प्रभाव का मूल्यांकन किया गया। इस दौरान ऐक्यूप्रेशर और ऐक्यूपंक्चर को एनलजेसिक थेरपी के साथ अप्लाई किया गया। इस दौरान सामने आया कि इनके उपयोग से मरीज को दर्द में बड़ी राहत मिलती है और उसे पेनकिल्स की लत भी नहीं लगती है।


क्रिसमस सेलिब्रेशन के लिए सारा तैयार

क्रिसमस सेलिब्रेशन के लिए सारा तैयार, शेयर की यह तस्वीर


मुंबई! बॉलिवुड की खूबसूरत ऐक्ट्रेस सारा अली खान हमेशा सुर्खियों में बनी रहती हैं। ऐक्ट्रेस कभी अपनी ऐक्टिंग को लेकर तो कभी अपने सोशल मीडिया पर ऐक्टिवनेश को लेकर चर्चा में रहती है। किसी त्यौहार का सेलिब्रेशन हो और सारा अली खान पीछे रह जाएं, ऐसा हो ही नहीं सकता है। हाल में उन्होंने क्रिसमस सेलिब्रेशन के लिए अपने घर पर क्रिसमस ट्री बनाया है। 


सारा अली खान ने अपने इंस्टाग्राम स्टोरी पर क्रिसमस ट्री की फोटो शेयर की है। इस तस्वीर में उन्होंने ट्री को बहुत अच्छी तरह से सजाया है। बैकग्राउंड में आप देख सकते हैं कि ऐक्ट्रेस की अपनी मां अमृता सिंह और भाई इब्राहिम अली खान के साथ पोज देते हुए तस्वीर टंगी हुई है। सारा अली खान ने फोटो के साथ कैप्शन लिखा, होम स्वीट होम एंड हैपी हॉलीडेज।
वर्कफ्रंट की बात करें तो सारा अली खान इस समय अपनी अपकमिंग फिल्म कुली नं. 1 की शूटिंग वरुण धवन के साथ कर रही हैं। इस फिल्म का डायरेक्शन डेविड धवन कर रहे हैं। इसके अलावा वह डायरेक्टर इम्तियाज अली की फिल्म आजकल में अपने एक्स बॉयफ्रेंड कार्तिक आर्यन के साथ नजर आएंगी।


केंद्र सरकार अब 'एनपीआर' को तैयार

केंद्र सरकार अब NPR लाने की तैयारी में


नई दिल्ली! सीएए लाने बाद अब सरकार NPR लाने की तैयारी में जुट गई है, जिसके सम्बन्ध में आज केंद्रीय कैबिनेट की बैठक हो रही है, जिसमें राष्ट्रीय जनसंख्या पंजी (NCR) में अपडेट के लिए धन आवंटन के प्रस्ताव पर फैसला हो सकता है। एनपीआर अपडेट करने की प्रक्रिया अगले साल पहली अप्रैल से शुरू होने वाली है। 


जानकारी के अनुसार कैबिनेट की बैठक के लिए तय एजेंडे में NPR को लेकर प्रस्ताव भी शामिल है। एनपीआर में देश के 'सामान्य नागरिकों' की गणना की जाती है। एनपीआर के लिए 'सामान्य नागरिकों' से मतलब उस व्यक्ति से है, जो किसी स्थानीय क्षेत्र में पिछले छह महीने या उससे अधिक समय से रह रहा हो या अगले छह महीने या उससे अधिक समय तक उस क्षेत्र में रहने की उसकी योजना हो।


लेखपाल फिर धरने पर डटे, आर-पार

मथुरा। लेखपाल आरपार के मूड में आ गये हैं। रविवार को रही छुट्टी के बाद सोमवार को फिर सदर तहसील में आ डटे।शासन की सख्ती के बावजूद लेखपालों का रूख अडियल बना हुआ है। रविवार को छुट्टी होने के चलते लेखपालों का धरना नहीं हुआ था। आंदोलन के 14वें दिन यानी सोमवार को फिर सदर तहसील में आंदोलनों ने धारने पर आ डटे हैं। एस्मा की कार्यवी के बाद, निलंबल और नोटिस दिये जाने की प्रक्रिया जारी है बावजूद इसके लेखपाल अपनी मांगों पर डटे हुए हैं। रविवार को आंदोलन का 13 वां दिन था लेकिन छुट्टी होने की वजह से लेखपाल आंदोलन स्थल से दूर रहे। लेखपाल संघ के अध्यक्ष वीरेंद्र सिंह ने बताया कि हमारी मांग जायज हैं। सरकार हमें गुमराह कर रही है। अब तो हमारे साथ अन्याय कर रही है। मांग माने जाने की बजाय निलंबन, ट्रांसफर की कार्यवाही की जा रही है। सरकार की सख्ती के आगे हम झुकने वाले नहीं हैं।


हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...