रविवार, 24 नवंबर 2019

एनसीपी ने राजभवन में सौंपी, एमएलए की लिस्ट

मुंबई! रविवार को सियासी गहमागहमी और बढ़ गई है। एनसीपी ने जहां एक ओर पार्टी के 51 विधायकों के समर्थन का दावा किया है, वहीं दूसरी ओर खबर है कि शरद पवार की तरफ से भतीजे अजित को मनाने की कोशिश हो रही है। एनसीपी नेता जयंत पाटिल ने अजित पवार से मुलाकात की है।


जयंत पाटील ने बताया कि विधायकों की लिस्ट में अजित पवार का नाम भी शामिल है, हालांकि उस पर अजित पवार का हस्ताक्षर नहीं है! जयंत पाटील ने कहा कि वे अजित पवार से मुलाकात कर उनको मनाने की कोशिश करेंगे!


एनसीपी की तरफ से अजित पवार को मनाने की कोशिशें तेज हो गई हैं! सूत्रों के मुताबिक खुद एनसीपी चीफ शरद पवार और उनकी बेटी सुप्रिया सुले ने भी अजित को मनाने की कोशिश की है! दोनों ने अजित के भाई श्रीनिवास पवार से इस मुद्दे पर बात की है! राजभवन से निकलने के बाद पाटिल अजित पवार को मनाने उनके घर पहुंचे हैं! उन्होंने कहा, 'सारे विधायक शरद पवार के पास वापस लौट आए हैं और अकेले अजित पवार बाहर रहें हम यह नहीं चाहते!'
बता दें, शनिवार शाम को हुई बैठक में अजित पवार पर अनुशासनात्मक कार्रवाई करते हुए पार्टी ने उन्हें विधायक दल के नेता पद से हटा दिया! एनसीपी ने उनकी जगह पर प्रदेश अध्यक्ष जयंत पाटील को विधायक दल का नया नेता चुना! पार्टी की आयोजित बैठक में एनसीपी अध्यक्ष शरद पवार और वरिष्ठ नेताओं के साथ विधायक शामिल हुए! उन्हें विधायकों को व्हिप जारी करने के साथ ही अन्य अधिकार दिए गए थे, जो तत्काल प्रभाव से वापस ले लिए गए!


'भागमती' का रीमेक बनाएंगे 'अक्षय'

बॉलीवुड के खिलाड़ी कुमार सुपरहिट तेलुगू फिल्म 'भागमती का रीमेक बनाने जा रहे हैं।
मुंबई! बॉलीवुड में चर्चा है कि अक्षय कुमार सुपरहिट तेलुगू फिल्म भागमती का हिंदी रीमेक बनाने जा रहे हैं। अक्षय, विक्रम मल्होत्रा के साथ मिलकर फि़ल्म का सह-निर्माण करेंगे। कहा जा रहा है कि फि़ल्म में लीड रोल्स के लिए भूमि पेडनेकर और आर माधवन को फाइनल कर लिया गया है। फि़ल्म का निर्देशन जी अशोक ही करेंगे, जिन्होंने मूल फि़ल्म को निर्देशित किया था। अक्षय के फि़ल्म में कैमियो करने की भी चर्चा है।
गौरतलब है कि वर्ष 2018 में प्रदर्शित भागमती हॉरर सस्पेंस थ्रिलर फि़ल्म है, जिसमें अनुष्का शेट्टी ने फीमेल लीड रोल निभाया था। यह फि़ल्म बॉक्स ऑफि़स पर हिट रही थी। फि़ल्म में अनुष्का शेट्टी का किरदार चंचला नाम की आईएएस अधिकारी का था, जो एक आत्मा के शिकंजे में फंस जाती है। कहानी में ऐसे ट्विस्ट आते हैं, जिन्हें जानकर दर्शक हैरान रह जाएंगे।


टाइगर में 'बागी 3' की शूटिंग शुरू की

मुंबई! फिल्म वॉर की सफलता के बाद टाइगर श्रॉफ ने अब अपनी अगली फिल्म बागी 3 की शूटिंग शुरू कर दी है! उन्होंने आज अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर दो तस्वीरें शेयर की! तस्वीर शेयर करते हुए उन्होंने लिखा, बागी 3 एक्शन डे 2.
टाइगर श्रॉफ ने जो तस्वीरें शेयर की हैं, उसमें वो दमदार अंदाज़ में नजऱ आ रहे हैं! स्लीवलेस शर्ट और काले रंग की पैंट के साथ उन्होंने आंखों पर चश्मा भी लगाया हुआ है! तस्वीर देखकर फैंस के बीच फिल्म को लेकर उत्सुकता और भी बढ़ गई होगी! इस फिल्म के एक्शन सीन्स की शूटिंग सर्बिया में चल रही है!
आपको बता दें कि हाल ही में आई फिल्म वॉर में टाइगर श्रॉफ, ऋतिक रोशन के साथ ज़बरदस्त एक्शन सीन्स करते नजऱ आए थे! अब एक बार फिर वो बागी 3 में अपने एक्शन से फैंस को हैरान करने के लिए तैयार हैं!
गौरतलब है कि बागी 3 बागी सीरीज़ की तीसरी फिल्म है! इससे पहले साल 2016 में बागी और साल 2018 में बागी 2 रिलीज़ हो चुकी है! दोनों ही फिल्मों ने बॉक्स ऑफिस पर बेहद शानदार कारोबार किया है!
बागी 3 में एक बार फिर टाइगर के साथ श्रद्धा कपूर नजऱ आएंगीी! इसके पहले पार्ट में भी श्रद्धा और टाइगर की जोड़ी ही नजऱ आई थी! हालांकि बागी 2 में दिशा पाटनी ने काम किया था! बागी 3 का निर्देशन अहमद खान कर रहे हैं! फिल्म में रितेश देशमुख भी नजऱ आएंगे! ये फिल्म अगले साल मार्च में रिलीज़ होगी!


सिद्धार्थ को डेट कर चुकी है 'शेफाली'

मुंबई! शेफाली जरीवाला इन दिनों बिग बॉस 13 में अपना जलवा दिखा रही हैं। वह गेम को अपनी पूरी स्ट्रैटजी के साथ खेल रही हैं और इस समय सबसे चर्चित कंटेस्टेंट्स में से एक हैं। इंस्टाग्राम पर वह काफी पॉपुलर हैं। शेफाली ने बिग बॉस 13 में वाइल्ड कार्ड के रूप में एंट्री ली थी और काफी कम समय में अपनी अलग जगह बना ली है। शेफाली साल 2002 में म्यूजिक विडियो कांटा लगा में नजर आई थीं। उस समय इस विडियो ने काफी सनसनी मचा दी थी। इस गाने के बाद शेफाली को घर-घर में पहचाना जाने लगा। शेफाली ने साल 2005 में म्यूजिक कंपोजर से शादी की थी लेकिन उनकी शादी 2009 में टूट गई।


इसके बाद शेफाली ने टीवी ऐक्टर सिद्धार्थ शुक्ला को डेट किया। सिद्धार्थ भी बिग बॉस 13 के चर्चित चेहरे हैं। हालांकि, बाद में दोनों का रिश्ता खत्म हो गया। इसके बाद शेफाली ने टीवी ऐक्टर पराग त्यागी तो डेट किया और 2014 में उनसे शादी कर ली। लंबे समय बाद शेफाली फिर से सक्रिय रूप से पर्दे पर नजर आ रही हैं। इतने दिनों बाद उन्हें देखकर फैन्स काफी खुश हैं। शेफाली जरीवाला इंस्टाग्राम पर काफी ऐक्टिव हैं। वह अपनी खूबसूरत तस्वीरें शेयर करती रहती हैं। बिग बॉस में आने के बाद शेफाली की लोकप्रियता एक बार फिर से काफी बढ़ गई है।


बिहार चुनाव-प्रचार में की नेता की पिटाई

जमशेदपुर! चुनाव प्रचार अभियान के दौरान पूर्वी जमशेदपुर के निर्दलीय प्रत्याशी सरयू राय को शनिवार को बर्मामाइंस स्थित रघुवर नगर में विरोध का सामना करना पड़ा! गाड़ी से उतर कर सरयू राय जब प्रचार करने जा रहे थे, तो वहां मौजूद लोगों ने उन्हें रोका! इसके बाद रघुवर दास और रामबाबू तिवारी के समर्थन में नारेबाजी शुरू कर दी!
सरयू राय वहां से आगे बढ़े और लोगों से मिले! इसके बाद भीड़ उनके पीछे-पीछे भक्तिनगर तक पहुंच गयी! इस बीच किसी ने सरयू राय के साथ चल रहे समर्थकों की ओर पत्थर फेंक दियाा! इससे पिंटू नामक युवक को चोट लग गयी! इसके बाद वहां भगदड़ मच गयी! थोड़ी देर में सरयू राय वहां से निकल गये, इसके बाद वहां काफी संख्या में साकची की ओर से युवक पहुंचे और उन्होंने सरयू राय का विरोध करनेवालों की पिटाई शुरू कर दीी!
घटना की जानकारी मिलने पर बर्मामाइंस की पुलिस पहुंची! बाद में पुलिस लाइन में मौजूद अतिरिक्त पुलिस बल को रघुवर नगर व भक्तिनगर भेजा गयाा! बर्मामाइंस थाना प्रभारी विनोदानंद ने बताया कि इस संबंध में किसी ने भी थाने में लिखित शिकायत नहीं की! वहीं, सोशल मीडिया पर रामबाबू समर्थकों द्वारा जारी पोस्ट के अनुसार, सरयू राय के साथ आये लोगों ने मारपीट की! पत्थरों से मारा! हेलमेट से मारा! दूसरी तरफ सरयू राय समर्थकों ने कहा कि वे लोग वहां वोट मांगने गये थे, मारपीट करना उनलागों के स्वभाव में नहीं है!


नक्सलियों ने भाजपा नेता सहित 2 की हत्या की

डाल्टनगंज। बिहार के सीमावर्ती और नक्सल प्रभावित पलामू जिले के पिपरा थाना क्षेत्र के पिपरा बाजार में नक्सलियों ने आज शाम अत्याधुनिक एके47 राइफल से फायरिंग कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के प्रखंड अध्यक्ष सह प्रमुख पति मोहन गुप्ता सहित दो लोगों की हत्या कर दी तथा गोली लगने से दो अन्य गंभीर रूप से घायल हो गए।


पुलिस सूत्रों ने यहां बताया कि आज देर शाम पिपरा बाजार में मोहन गुप्ता एक फल की दुकान पर खड़े थे। इसी दौरान बाइक सवार नक्सलियों ने उन्हें एके47 से फायरिंग की। बाद में दहशत फैलाने के उद्देश्य से भी फायरिंग की, जिससे आस-पास खड़े लोगों को भी गोली लगी। इस गोलीबारी में फल व्यवासी सूरज सोनी, नीरज सोनी और गोलु कुमार को भी गोली लगी।सूत्रों ने बताया कि गोली लगने से मौके पर ही मोहन गुप्ता की मौत हो गयी जबकि फल व्यवसायी सूरज सोनी की इलाज के लिए लाने के दौरान मौत हो गयी। इस घटना में गंभीर गोलू कुमार और राज कुमार सोनी की स्थिति चिंताजनक बतायी गयी है. उन्हें इलाज के लिए मेदिनीनगर स्थित पलामू मेडिकल कॉलेज अस्पताल (पीएमसीएच) में भर्ती कराया गया है।


'वन्यजीव' सुरक्षा का विश्लेषण

जब-तब वन्य जीवों के रिहायशी क्षेत्रों में दस्तक देने की खबरें आ रही हैं। कभी हाथी आ रहे हैं तो कभी बाघ जैसे खूंखार वन्यजीव भी इन क्षेत्रों में आमद दे रहे हैं। शिकार की घटनाओं की जानकारी भी मिल रही है। समाचार माध्यमों के अलावा सिवनी में घटित होने वाली शिकार की घटनाओं को मोबाईल में भी कैद किया जा रहा है और उसको वायरल भी किया जा रहा है लेकिन संबंधित विभाग की आँखों पर मानो पट्टी ही बंधी हुई है।


समाचार माध्यमों में यदा-कदा शिकारियों की धड़-पकड़ की तस्वीरें भी दिख जाया करती हैं लेकिन अनुपातिक दृष्टि से देखा जाये तो वन विभाग की अपेक्षा शिकारी ज्यादा सक्रिय हैं और वे रात के अंधेरे में ही नहीं बल्कि दिन के उजाले में भी वन्य जीवों के शिकार करने से नहीं चूकते हैं। वन विभाग सिर्फ कागजी कार्यवाही में ही शायद उलझा हुआ है जो उसे मैदानी घटनाक्रम की जानकारी नहीं है। वन्य क्षेत्रों में शिकारी किस तरह से अपनी कारगुजारियां कर रहे हैं यदि इसकी जानकारी ही वन विभाग को नहीं होगी तो वे इससे निपटने के लिये रणनीति कैसे बनायेंगे।


वन विभाग की गश्ती पर भी सवालिया निशान उठना लाजिमी हैं क्योंकि वन विभाग के गश्ती दल को कभी भी शिकारियों की टोह तो नहीं मिलती है बल्कि उन्हें शिकार करने के लिये बिछाये गये करंटयुक्त तार भी नहीं दिखायी देते हैं जिसकी जद में आकर वन्य जीव की मौत हो जाती है। आखिर इस तरह की गश्ती के क्या मायने रह जाते हैं जब न तो शिकार की घटनाओं पर अंकुश लग पा रहा हो और न ही लकड़ी की अवैध तस्करी पर ही लगाम लगायी जा सक रही हो।


सिवनी के जंगलों में पाये जाने वाले हिरण जैसे वन्य जीव क्या वन विभाग की संपत्ति नहीं हैं? वन विभाग आखिर इस बात पर चिंतन क्यों नहीं करता है कि वन्य जीव जंगल से बाहर की ओर रूख करने पर क्यों मजबूर हो रहे हैं जो वे आसानी से शिकार बन जाते हैं। वन विभाग से अपेक्षा ही की जा सकती है कि वह अपनी कार्यप्रणाली पर ईमानदारी के साथ विचार करे ताकि वन्य जीव उनके खुद के ही क्षेत्र में विचरण करें और उससे बाहर निकलने के लिये वे बाध्य न हों, इसके साथ ही शिकार जैसी घटनाओं पर भी अंकुश लगाये जाने के लिये गंभीरता के साथ मंथन किया जाना चाहिये।


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...