शनिवार, 21 सितंबर 2019

जमीनी विवाद मे खूनी संघर्ष, 3 जान गई

मऊ। उसको जिसका डर था आखिर वही हुआ, उसने अभी दो दिनों पहले ही तो स्थानीय पुलिस को अपने जान का खतरा बता कर तहरीर दी थी। मगर पुलिस ने उसकी बात पर गंभीरता से विचार ही नही किया। अगर पुलिस ने गंभीरता से इसके ऊपर विचार किया होता तो शायद यह खुनी संघर्ष रुक गया होता। और तीन लोगो की जान न जाती। मामला थाना रानीपुर क्षेत्र के ब्राह्मण पूरा के मठिया का है, जहा बीती रात खुनी संघर्ष में तीन लोगो की मौत हो गई और दो गंभीर रूप से घायल है। मृतकों में पति पत्नी के अलावा हमलावर भी शामिल है। मूलतः विवाद संपत्ति को लेकर बताया जा रहा है। बताया गया है कि पुराने धरोहरी को लेकर हुए इस विवाद में पति, पत्नी सहित हमलावर की मौके पर ही मौत हो गई। जबकि दादा और पोता गंभीर हैं।


प्राप्त जानकारी के अनुसार शिवचंद चौहान व टुनटुन चौहान के बीच पुराने घर को लेकर कई वर्षों से विवाद चल रहा था, विवाद मूलतः पोखरी की जमीन का था, इसी विवाद में दो दिन पहले ही एक पक्ष शिवचंद चौहान ने अपनी जान को खतरा बताते हुए पुलिस को तहरीर भी दिया था, लेकिन पुलिस की लापरवाही के चलते बीती देर रात हुवे खूनी संघर्ष में हमलावर ने घर के अन्दर घूसकर तांडव करने लगे। जिसमें गीता पत्नी शिवचन को धारदार हथियार से काटकर हत्या कर दी गई, घर में घुसा हमलावर टुनटुन चौहान भी इस संघर्ष में मारा गया है।


इस खुनी संघर्ष में दादा देवकी चौहान व पोता राज गंभीर रूप से घायल हो गए है। घायलों को इलाज हेतु जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया, इस दौरान हालत गम्भीर होते देख चिकित्सको ने वाराणसी के लिए रेफर कर दिया गया। सूचना मिलते ही गाँव मे कई थानों की पुलिस फोर्स पहुंच गई और रात भर डटी रही। जब इस बात की जानकारी ग्रामीणों को हुई तो गाँव मे ग्रामीणों की भीड़ इकट्ठा होने लगी। इस ह्रदयविदारक घटना से गांव में आक्रोश व्याप्त है। वही दूसरी तरफ पुलिस ने एक आरोपी को हिरासत में ले लिया गया है। जबकि दो अन्य फरार है। वही पूछताछ हेतु पुलिस ने 10-12 लोगो को थाने लाया गया है। समाचार लिखे जाने तक पूछताछ जारी है।


नुसरत-मिमि का दुर्गा मां को समर्पित डांस

कोलकाता। नुसरत जहां और मिमी चक्रवर्ती का डांस वीडियो वायरल हो रहा है। पहली बार तृणमूल पार्टी से सांसद बनने वाली दोनों एक्ट्रेस वीडियो में साथ नज़र आ रही हैं। पश्चिम बंगाल: सासंद नुसरत जहां और मिमी चक्रवर्ती का डांस वीडियो वायरल हो रहा है। पहली बार तृणमूल पार्टी से सांसद बनने वाली ये दोनों एक्ट्रेस वीडियो में साथ नज़र आ रही हैं। ये डांस वीडियो मां दुर्गा को समर्पित है, जिसमें दोनों मां दुर्गा को सम्मान देते हुए डांस कर रही हैं। इस वीडियो को 20 लाख से ज्यादा बार देखा जा चुका है। बता दें, पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा 4 अक्टूबर से 8 अक्टूबर तक मनाई जाएगी।नुसरत जहां बंगाली एक्ट्रेस हैं। उन्होंने साल 2019 में हुए लोकसभा चुनाव में ममता बनर्जी की पार्टी तृणमूल कांग्रेस के टिकट से चुनाव लड़ा। बंगाल की बशीरहाट सीट से चुनाव लड़ने वाली नुसरत जहां ने करीब 3.5 लाख वोटों से जीत दर्ज की थी। बंगाली एक्ट्रेस नुसरत जहां ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत शोत्रू से की है। इसके बाद वह 'खोका 420' और 'लव एक्सप्रेस' जैसी फिल्मों में भी नजर आईं। नुसरत जहां ने अपने करियर के दौरान फेयरवन मिस कोलकाता एक फेयर वन मिस कोलकाता का भी खिताब जीता है।


 


ग्रेस की मिमी चक्रवर्ती भी बंगाली एक्ट्रेस हैं. मिमी चक्रवर्ती जादवपुर से सांसद बनी हैं। मिमी चक्रवर्ती ने अपने एक्टिंग करियर की शुरुआत फिल्म 'चैंपियन' से की। उनकी पहली लीड रोल में फिल्म है। मिमी बंगाली टीवी सीरियल  जेनर आपरे में भी काम कर चुकी हैं.


 


पदयात्रा को रोकने में जुटा प्रशासन

नई दिल्ली। भारतीय किसान संगठन अपनी मांगों को लेकर दिल्ली की ओर बढ़ रहा है। 11 सितंबर को सहारनपुर से शुरू हुयी भारतीय किसान संगठन की पदयात्रा में सैकड़ों किसान शामिल हुए हैं। किसान अपनी मांगों को लेकर किसान घाट पहुंचेंगे। हालांकि प्रशासन उन्हें रोकने में जुटा है।


इसके मद्देनजर दिल्ली मेरठ एक्सप्रेस वे पर सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस के जवान तैनात किए गए हैं। किसानों का कहना है कि अगर उनको रोका गया तो वो वहीं धरना देंगे और भूख हड़ताल करेंगे। पदयात्रा में शामिल किसान स्वामीनाथन आयोग की रिपोर्ट लागू करने की मांग कर रहे हैं। साथ ही बिजली की कीमतों में हुई बढ़ोतरी वापस लेने, गन्ना किसानों के बकाये का भुगतान करने की मांग भी कर रहे हैं। फिलहाल किसानों का झुंड नोएडा 69 के पास है।


भारतीय किसान संगठन के अध्यक्ष पूरन सिंह ने शुक्रवार को कहा था, "कृषि मंत्रालय के अधिकारियों और किसानों के बीच बातचीत विफल होने के बाद, हमारे पास अब एकमात्र विकल्प बचा है जो कि हमारी मांग की ओर ध्यान आकर्षित करेगा वह है दिल्ली तक मार्च करना।''भारतीय किसान संगठन के प्रदेश अध्यक्ष राजेंद्र यादव ने कहा, ''हम अपनी तरफ से पूरी कोशिश कर रहे थे कि अधिकारी हमारी मांगों को यहां सुनें। हमारी यात्रा ग्यारह दिन पहले शुरू हुई थी, लेकिन अब हम अपनी मांगों को लेकर दिल्ली जाने वाले हैं। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि सरकार ने हमारी बातों पर गौर क्यों नहीं किया।''


राहत सामग्री देते डीएम पर गिरी दीवार

वाराणसी। पूर्वांचल में वाराणसी समेत आसपास के जिलों में गंगा का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है। इससे पूर्वांचल के गांवों में बाढ़ की भयावह स्थिति बन गई है। जिलों में बाढ़ पीड़ितों के राहत कैंप लगाए गए हैं। साथ ही प्रशासनिक अधिकारी पीड़ितों को राहत सामग्री पहुंचा रहे हैं। वहीं वाराणसी में भी जिलाधिकारी बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री देने पहुंचे, लेकिन इसी बीच वह हादसे का शिकार हो गए। उनके साथ ही एनडीआरएफ के दो जवान भी जख्मी हो गए हैं। वाराणसी के कोनिया में जिलाधिकारी सुरेंद्र सिंह बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री देने के लिए गए थे, वहीं राहत सामग्री बांटने के दौरान दीवार गिर गई। उनके साथ ही एनडीआरएफ के दो जवानों पर भी दीवार गिरी है। डीएम दीवार पर बैठ कर पीड़ितों को राहत सामग्री बांट रहे थे। दीवार गिरने के साथ ही जिलाधिकारी भी गिर गए। हादसे में जिलाधिकारी के साथ कई कर्मचारियों को चोटें आई हैं। चोट लगने के बाद भी डीएम ने ढाब इलाके का निरीक्षण किया।इसके बाद बाद जिलाधिकारी आवास पर पर पहुंच गए। आवास पर चिकित्सकों की टीम भी ने पहुंचकर उनका इलाज किया।


हादसे में जिलाधिकारी और जवानों को मामूली रूप से चोट आई है। मौके पर मौजूद एसएसपी आनंद कुलकर्णी के साथ अन्य अधिकारियों के साथ डीएम सुरेंद्र सिंह ने मोटर बोट पर गिरी ईंटों को अपने हाथों से उठाकर नीचे फेंका।
इसके बाद मलबे के नीचे दबे एनडीआरएफ के जवानों को बाहर निकाला गया। सुबह डीएम और एसएसपी एनडीआरएफ के जवानों के साथ भैसासुर घाट पर पहुंचे। जिसके बाद बाढ़ पीड़ितों के बीच राहत सामग्री बांटने के लिए सभी अधिकारी एनडीआरएफ की मोटर बोट पर सवार होकर बाढ़ ग्रस्त कोनिया इलाके की ओर बढ़े।


कोनिया घाट के पास बाढ़ के पानी में चारों तरफ से घिरे राजकुमार सेठ के परिजन और उनके घर के बच्चे राहत सामग्री जब खुद के हाथों से नहीं ले पाए तो डीएम सुरेंद्र सिंह एनडीआरएफ की मोटर बोट से उतरकर किसी प्रकार राजकुमार सेठ के घर की चारदीवारी फांद कर अंदर गए और एनडीआरएफ के जवानों से राहत सामग्री लेकर अपने हाथों से उठाकर दे रहे थें।
इस दौरान बारिश से कमजोर हुई दीवार एकाएक भरभरा कर एनडीआरएफ के मोटर बोर्ड पर गिर गई। दीवार के सहारे खड़े डीएम सुरेंद्र सिंह भी नीचे गिर गए। गनीमत रहेगी डीएम सुरेंद्र सिंह बाढ़ के पानी में न गिर कर एनडीआरएफ के मोटर बोट पर गिरे। वहीं डीएम सुरेंद्र सिंह को राहत सामग्री दे रहे एनडीआरएफ के 2 जवानों के ऊपर दीवार का मलबा गिरने से वह नीचे दब गए।


डीएम सुरेंद्र सिंह समेत अन्य अधिकारियों ने तत्परता दिखाते हुए दीवार की ईंटों को उठाकर अपने हाथों से फेंक कर नीचे दबे एनडीआरएफ के जवानों को बाहर निकाला गया। दीवाल गिरने के दौरान आस-पास मौजूद बाढ़ पीड़ितों के बीच अफरा-तफरी का माहौल बन गया था। हादसे के वक्त एनडीआरएफ के मोटर बोट के पास कुछ छोटे बच्चे भी मौजूद थें जो कि दीवार गिरने के बाद भयभीत होकर चिल्लाने लगे थें। आस-पास मौजूद लोग भी जैसे तैसे बाढ़ के पानी में उतर कर मौके पर पहुंचे और जिला प्रशासन की मदद की।


भागवत विदेशी मीडिया से होंगे रूबरू

नई दिल्ली। अगर आप किसी भी विदेशी मीडिया समूह के प्रतिनिधि के तौर पर भारत में पत्रकारिता कर रहे हैं, तो ये खबर आपके लिए है। दशकों तक मीडिया के लिए पहेली रहा राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस लगातार समाज के अन्य क्षेत्रों के दिग्गजों ही नहीं, मीडिया के लोगों से भी पिछले कुछ सालों से खुलने में लगा हुआ है और शायद ये पहली बार होगा कि कोई संघ प्रमुख केवल विदेशी पत्रकारों से मिलने के लिए कोई खास कार्यक्रम आयोजित करे।


ये कार्यक्रम 24 सितंबर को दिल्ली के अंबेडकर इंटरनेशनल सेंटर में होगा। इधर, 23 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का बड़ा कार्यक्रम अमेरिका के ह्यूस्टन शहर मे होना है, जिसका नाम है हाउडी मोदी। ऐसे में मीडिया वालों को 24 तक फुरसत भी मिल जाएगी। मोहन भागवत ने पिछले साल भी सितंबर में 'भविष्य का भारत' नाम से तीन दिन की एक लेक्चर सीरीज शुरू की थी, जिसमें समाज के विभिन्न हिस्सों से लोग आए थे। इसमें अभिनेता नवाजुद्दीन सिद्दीकी की मौजूदगी चर्चा का विषय बनी थी, क्योंकि वो अपनी फिल्म मंटो का प्रीमियर छोड़कर वहां आए थे।


वैसे भी बीजेपी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री रामलाल संघ में वापस जाकर सह सम्पर्क प्रमुख बन गए हैं, तो उनका काम होगा कि अलग-अलग क्षेत्रों के लोगों को संघ के सम्पर्क में लाना, उनकी गलतफहमियां दूर करना आदि। विदेशी मीडिया से जुड़े पत्रकारों से मुलाकात का ये कार्यक्रम खास तौर पर इसी दिशा में रखा गया है। ताकि वो अपने हर सवाल, हर गलतफहमी जो उन्हें संघ के बारे में है, संघ प्रमुख से पूछ सकें।


इस कायर्कम के बारे में आरएसएस के अखिल भारतीय प्रचार प्रमुख अरुण कुमार का कहना है कि, 'ये कार्यक्रम परस्पर संवाद का है। मोहन भागवतजी इस संवाद में विदेशी मीडिया के पत्रकारों को संघ के कार्य व प्रासंगिक विषयों पर संघ के विचारों से अवगत कराएंगे तथा उनसे इसी संबंध में एक प्रासंगिक चर्चा करेंगे।' हालांकि अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि  इस कार्यक्रम की विडियो कवरेज की अनुमति मिलेगी या नहीं या केवल बंद कमरे में ही चर्चा होगी। लेकिन इतना तय है कि उसके बाद कुछ बड़ी हेडलाइंस दुनिया भर के अखबारों, टीवी चैनल्स में बनना तय है।


चेकिंग अभियान में अवैध शराब बरामद

अवैध शराब को लेकर डीएम बीएन सिंह के निर्देश पर आबकारी विभाग के अधिकारीगण एक्शन में, विगत दिवस आधी रात चलाया गया सघन चेकिंग अभियान, अवैध शराब बरामद, मुकदमा कराया गया दर्ज


गौतमबुध नगर। जिलाधिकारी बीएन सिंह के निर्देशानुसार जनपद के आबकारी विभाग की टीमों द्वारा विगत दिवस आधी रात को  अवैध शराब की तस्करी व बिक्री  की रोकथाम के लिए दनकौर व दादरी क्षेत्र मे  अवैध शराब की बिक्री के संदिग्ध अड्डों पर चेकिंग, छापेमारी की गई। इसके साथ दिल्ली राज्य की सीमा पर कालिंदी कुंज, वाजिदपुर पुस्ते पर और जेवर टोल प्लाजा के पास हरियाणा राज्य की तरफ से आनेवाले संदिग्ध वाहनों की चेकिंग की गई।  चेकिंग के दौरान दादरी के रूपवास गोलचक्कर के पास एक  स्कूटी   पर  96 पौवा  अवैध शराब इंपैक्ट ब्रांड  व्हिस्की हरियाणा मार्का के साथ एक व्यक्ति जिसका नाम शीशराम पुत्र हंसराज निवासी सदरपुर  थाना सेक्टर 39  जिला गौतम बुद्ध नगर  को गिरफ्तार कर  धारा 63 / 72 आबकारी अधिनियम के तहत मय शराब, व स्कूटी थाना दादरी में एफआईआर दर्ज कराई गई। यह जानकारी जिला आबकारी अधिकारी राकेश बहादुर सिंह के द्वारा दी गई है। उन्होंने यह भी बताया कि जिलाधिकारी के निर्देशन में अवैध शराब की तस्करी पर अंकुश लगाने के उद्देश्य से विभागीय अधिकारियों के द्वारा निरंतर रूप से पूरे जनपद में दबिश दी जा रही है। यदि कोई भी व्यक्ति अवैध शराब की तस्करी में संलिप्त पाया जाएगा तो उनके विरूद्ध भी आबकारी अधिनियम के तहत सख्त कार्यवाही प्रस्तावित की जाएगी। जिला सूचना अधिकारी गौतम बुध नगर।


इनेलो के रामपाल ने थामा भाजपा का दामन

प्रणव ओबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा में विधानसभा चुनाव नजदीक आते ही राजनीतिक पार्टियों में जोड़-तोड़ का सिलसिला जोरों पर है। इसी कड़ी में इनेलो छोड़कर रामपाल माजरा ने भारतीय जनता पार्टी का दामन थाम लिया। इस दौरान सीएम मनोहर लाल खट्टर और प्रदेशाध्यक्ष सुभाष बराला मौजूद रहे। कांग्रेस नेता दुड़ाराम भी भाजपा में शामिल हुए है।
मुख्यमंत्री खट्टर ने कहा है कि चुनाव आयोग की दोपहर 12 बजे प्रेसवार्ता है, ऐसे में स्वभाविक है कि चुनाव की घोषणा हो सकती है। उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी 75 पार लक्ष्य पूरा करेगी।


ब्रह्मपुत्र-मेल में लगी आग,मची अफरा-तफरी

नई दिल्ली। बिहार के भागलपुर-पटना रेलखंड पर जमालपुर जंक्शन के पास बढ़ी घटना हुई है। शनिवार को दिल्ली से डिब्रुगढ़ के बीच चलने वाली ट्रेन 14055 ब्रह्मपुत्र मेल में आग लग गई। आग लगने के बाद इस रूट पर ट्रेनों का परिचालन बाधित हो गया है। बताया जा रहा है कि शनिवार की सुबह डिब्रुगढ़ से दिल्ली आ रही ट्रेन जब जमालपुर और किउल जंक्शन के बीच गुजर रही थी, तो दशरथपुर और धरहरा के बीच सारोबाग हॉल्ट के पास ट्रेन की बोगी में आग लग गई। आग ट्रेन के जेनरेटर यान वाली बोगी में लगी है। आग लगने के बाद यात्रियों में अफरा-तफरी मच गई। गनीमत यह रहा कि इस आग में कोई हताहत नहीं हुआ है। आग लगने के कारण इस रूट पर ट्रेनों का परिचालन बाधित है और रेलवे की टीम राहत और बचाव कार्य में लगी हुई है। इस घटना में जनरेटर यान कोच जलकर राख हो गया। किसी यात्री के हताहत होने की अब तक सूचना नहीं है। घटना के दो घंटे बाद मुंगेर से फायर ब्रिगेड की गाडिय़ां पहुंची। काफी मशक्कत के बाद जनरेटर कोच को ट्रेन के अन्‍य कोचों से अलग कर दिया गया है और आग बुझ गई है। घटना की वजह शॉर्ट-सर्किट बताया जाता है। रेलवे ने इस घटना के जांच का आदेश दिया है।


पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट 6 की मौत

एटा। उत्तर प्रदेश के एटा जिले में एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट घटना सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हादसे में करीब 6 लोगों की मौत हो गई जबकि 4 लोग घायल बताए जा रहे हैं।घायलों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। वहीं घाटना यह हादसा मिरेची इलाके में हुई है।


प्याज हो सकती है और भी महंगी

नई दिल्ली। मंडी में आवक कम होने से बाजार में अच्छे प्याज के दाम 50 रुपए किलो तक पहुंच गए हैं। जबकि खराब क्वालिटी की प्याज भी 30 रुपए प्रति किलो तक ग्राहकों को मिल रही है।खबर अनुसार, बाजार में प्याज के दाम बढ़ने का कारण किसानों के पास प्याज का स्टाक खत्म होना है। दीवाली तक यही स्थिति रहेगी। अगर नया प्याज बाजार में नहीं आया तो दाम 60 से 80 रुपए किलो तक भी पहुंच सकते हैं।


शहर सहित पूरे प्रदेश में इन दिनों प्याज के दाम तेजी से बढ़े हैं। पिछले एक महीने में प्याज के दाम 30-40 रुपए किलो तक बढ़े हैं। एक महीने पहले 10 रुपए किलो बिकने वाला प्याज बाजार में 40 से 50 रुपए किलो तक बिक रहा है। यह वही प्याज है जिसे व्यापारियों ने समर्थन मूल्य पर 8 रुपए किलो के भाव से खरीदा था।तेज बारिश में स्टाक में रखे प्याज के खराब होने से बाजार में आवक कम हुई और यह स्थिति निर्मित हुई है। बारिश होने के कारण वहां से प्याज की आवक कम होने से उन्हें ही महंगी प्याज खरीदना पड़ रही है।


जो प्याज आ रही है, उसकी क्वालिटी भी ठीक नहीं है। इस कारण प्याज 40 से 50 रुपए किलो तक बिक रही है। ऐसी स्थिति में ग्राहक भी कम मात्रा में प्याज खरीद रहे हैं।


ईरान पर हमले का आरोप थोपने की मंशा

तेहरान। सऊदी अरब के तेल संयंत्रों पर हुए मिशाईल हमलों को लेकर अब आरोप प्रतिआरोप का सिलसिला शुरू हो चुका है। सऊदी अरब हमला करने का आरोप ईरान के सिर थोपना चाहती है,संवाददाता सम्मेलन में रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता तुर्की अल-मलीकी ने 18 ड्रोन और सात क्रूज मिसाइलों के टुकड़े भी दिखाए। बताया जा रहा है कि हमले में इनका इस्तेमाल हुआ था। सऊदी के इस बयान ने क्षेत्र में तनाव बढ़ा दिया है।


ये हमले के लिए इस्तेमाल मिसाइलों के अवशेष है। सऊदी सरकार का कहना है कि अरामको तेल सुविधा पर हमला करने के लिए इनका उपयोग किया गया था।


सऊदी अरब की नामचीन तेल कंपनी अरैमको की अबकैक स्थित ऑयल प्रोसेसिंग फैसिलिटी और खुरैश स्थित बड़ी ऑयल फील्ड को शनिवार को ड्रोन से निशाना बनाया गया था। इन ड्रोन हमलों की जिम्मेदारी ईरान समर्थित यमन के हाउती विद्रोहियों ने ली है। हालांकि अमेरिका और सऊदी अरब इसमें ईरान की भूमिका मान रहे हैं।


 


मलीकी ने कहा, 'हमले उत्तर की ओर से हुए और बिना शक ईरान ने करवाए। हम सटीक ठिकाने का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।' मलीकी ने यह नहीं कहा कि सऊदी को ईरान के दोषी सिद्ध हो जाने का भरोसा है। हालांकि उम्मीद जताई कि हमले की सटीक जगह का पता जरूर लग जाएगा। इससे पहले अमेरिकी अधिकारियों ने कहा था कि संयंत्रों पर हमले में ड्रोन के साथ क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया था। इस से स्पष्ट होता है कि स्थिति बहुत सीधी नहीं है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने हमले को ईरान प्रायोजित बताते हुए इसे युद्ध की गतिविधि की संज्ञा दी है।


राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यहां तक कह चुके हैं कि अमेरिका जानता है कि अपराधी कौन है। बस सुबूत मिलने का इंतजार किया जा रहा है। ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका हर कदम उठाने के लिए तैयार है। सेटेलाइट से मिली तस्वीरों के आधार पर एक अमेरिकी अधिकारी ने भी दावा किया था कि हमले जिस ओर से किए गए हैं, वह यमन नहीं बल्कि ईरान की ओर संकेत करता है। यमन में विद्रोहियों से लड़ रही गठबंधन सेना ने भी शुरुआती जांच में यही कहा है कि हमले ईरान की ओर से हुए हैं।


ईरान ने हमले में हाथ होने के आरोपों को फिर खारिज किया है। ईरान के विदेश मंत्री जावद जरीफ ने कहा कि अमेरिका यह स्वीकार नहीं कर पा रहा है कि उसके पास अरबों डॉलर के हथियार होने के बाद भी यमन के विद्रोही पलटवार कैसे कर रहे हैं। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने अमेरिका व सऊदी अरब को क्षेत्र में अस्थिरता और टकराव का कारण भी बताया है। उन्होंने यह भी कहा कि किसी रिहायशी इलाके के बजाय औद्योगिक क्षेत्र में हमला कर हाउती विद्रोहियों ने सऊदी अरब को यमन में गठबंधन सेना द्वारा किए जा रहे अत्याचारों के खिलाफ चेतावनी दी है।


ट्रंप ने ईरान पर और कड़े प्रतिबंध लगाने की बात कही है। विस्तृत जानकारी दिए बगैर ट्रंप ने बताया कि उन्होंने अधिकारियों इस संबंध में निर्देश दे दिया है। इस बीच, लगातार उग्र दिख रहे ट्रंप का रुख हमले को लेकर फिर नरम पड़ा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका युद्ध नहीं चाहता। वह खाड़ी व यूरोपीय देशों से चर्चा कर रहे हैं। दूसरी ओर, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सऊदी के क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान से बात कर सहयोग का भरोसा दिलाया है। वहीं, सऊदी प्रिंस ने दक्षिण कोरिया से भी मदद मांगी है। उन्होंने दक्षिण कोरिया से कहा है कि वह सऊदी की हवाई सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने में सहायता करे।


अमेरिका इस मामले में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से कार्रवाई चाहता है। एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा, 'सुरक्षा परिषद का गठन अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा बनाए रखने के लिए हुआ है और यह हमला इस पैमाने पर खरा उतरता है।' यूएन ने जांच के लिए विशेषज्ञ भी सऊदी भेजे हैं। माना जा रहा है कि उनकी अगुआई में अंतरराष्ट्रीय जांच होगी। इस बीच खबर है कि अमेरिका की ओर से वीजा स्वीकृत नहीं होने के कारण ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी और विदेश मंत्री जावद जरीफ न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से दूर रह सकते हैं।


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...