शनिवार, 21 सितंबर 2019

पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट 6 की मौत

एटा। उत्तर प्रदेश के एटा जिले में एक पटाखा फैक्ट्री में विस्फोट घटना सामने आई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक इस हादसे में करीब 6 लोगों की मौत हो गई जबकि 4 लोग घायल बताए जा रहे हैं।घायलों को हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। प्रशासन की ओर से राहत और बचाव कार्य शुरू कर दिया गया है। वहीं घाटना यह हादसा मिरेची इलाके में हुई है।


प्याज हो सकती है और भी महंगी

नई दिल्ली। मंडी में आवक कम होने से बाजार में अच्छे प्याज के दाम 50 रुपए किलो तक पहुंच गए हैं। जबकि खराब क्वालिटी की प्याज भी 30 रुपए प्रति किलो तक ग्राहकों को मिल रही है।खबर अनुसार, बाजार में प्याज के दाम बढ़ने का कारण किसानों के पास प्याज का स्टाक खत्म होना है। दीवाली तक यही स्थिति रहेगी। अगर नया प्याज बाजार में नहीं आया तो दाम 60 से 80 रुपए किलो तक भी पहुंच सकते हैं।


शहर सहित पूरे प्रदेश में इन दिनों प्याज के दाम तेजी से बढ़े हैं। पिछले एक महीने में प्याज के दाम 30-40 रुपए किलो तक बढ़े हैं। एक महीने पहले 10 रुपए किलो बिकने वाला प्याज बाजार में 40 से 50 रुपए किलो तक बिक रहा है। यह वही प्याज है जिसे व्यापारियों ने समर्थन मूल्य पर 8 रुपए किलो के भाव से खरीदा था।तेज बारिश में स्टाक में रखे प्याज के खराब होने से बाजार में आवक कम हुई और यह स्थिति निर्मित हुई है। बारिश होने के कारण वहां से प्याज की आवक कम होने से उन्हें ही महंगी प्याज खरीदना पड़ रही है।


जो प्याज आ रही है, उसकी क्वालिटी भी ठीक नहीं है। इस कारण प्याज 40 से 50 रुपए किलो तक बिक रही है। ऐसी स्थिति में ग्राहक भी कम मात्रा में प्याज खरीद रहे हैं।


ईरान पर हमले का आरोप थोपने की मंशा

तेहरान। सऊदी अरब के तेल संयंत्रों पर हुए मिशाईल हमलों को लेकर अब आरोप प्रतिआरोप का सिलसिला शुरू हो चुका है। सऊदी अरब हमला करने का आरोप ईरान के सिर थोपना चाहती है,संवाददाता सम्मेलन में रक्षा मंत्रालय के प्रवक्ता तुर्की अल-मलीकी ने 18 ड्रोन और सात क्रूज मिसाइलों के टुकड़े भी दिखाए। बताया जा रहा है कि हमले में इनका इस्तेमाल हुआ था। सऊदी के इस बयान ने क्षेत्र में तनाव बढ़ा दिया है।


ये हमले के लिए इस्तेमाल मिसाइलों के अवशेष है। सऊदी सरकार का कहना है कि अरामको तेल सुविधा पर हमला करने के लिए इनका उपयोग किया गया था।


सऊदी अरब की नामचीन तेल कंपनी अरैमको की अबकैक स्थित ऑयल प्रोसेसिंग फैसिलिटी और खुरैश स्थित बड़ी ऑयल फील्ड को शनिवार को ड्रोन से निशाना बनाया गया था। इन ड्रोन हमलों की जिम्मेदारी ईरान समर्थित यमन के हाउती विद्रोहियों ने ली है। हालांकि अमेरिका और सऊदी अरब इसमें ईरान की भूमिका मान रहे हैं।


 


मलीकी ने कहा, 'हमले उत्तर की ओर से हुए और बिना शक ईरान ने करवाए। हम सटीक ठिकाने का पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं।' मलीकी ने यह नहीं कहा कि सऊदी को ईरान के दोषी सिद्ध हो जाने का भरोसा है। हालांकि उम्मीद जताई कि हमले की सटीक जगह का पता जरूर लग जाएगा। इससे पहले अमेरिकी अधिकारियों ने कहा था कि संयंत्रों पर हमले में ड्रोन के साथ क्रूज मिसाइलों का इस्तेमाल किया गया था। इस से स्पष्ट होता है कि स्थिति बहुत सीधी नहीं है। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोंपियो ने हमले को ईरान प्रायोजित बताते हुए इसे युद्ध की गतिविधि की संज्ञा दी है।


राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप यहां तक कह चुके हैं कि अमेरिका जानता है कि अपराधी कौन है। बस सुबूत मिलने का इंतजार किया जा रहा है। ट्रंप ने कहा है कि अमेरिका हर कदम उठाने के लिए तैयार है। सेटेलाइट से मिली तस्वीरों के आधार पर एक अमेरिकी अधिकारी ने भी दावा किया था कि हमले जिस ओर से किए गए हैं, वह यमन नहीं बल्कि ईरान की ओर संकेत करता है। यमन में विद्रोहियों से लड़ रही गठबंधन सेना ने भी शुरुआती जांच में यही कहा है कि हमले ईरान की ओर से हुए हैं।


ईरान ने हमले में हाथ होने के आरोपों को फिर खारिज किया है। ईरान के विदेश मंत्री जावद जरीफ ने कहा कि अमेरिका यह स्वीकार नहीं कर पा रहा है कि उसके पास अरबों डॉलर के हथियार होने के बाद भी यमन के विद्रोही पलटवार कैसे कर रहे हैं। ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी ने अमेरिका व सऊदी अरब को क्षेत्र में अस्थिरता और टकराव का कारण भी बताया है। उन्होंने यह भी कहा कि किसी रिहायशी इलाके के बजाय औद्योगिक क्षेत्र में हमला कर हाउती विद्रोहियों ने सऊदी अरब को यमन में गठबंधन सेना द्वारा किए जा रहे अत्याचारों के खिलाफ चेतावनी दी है।


ट्रंप ने ईरान पर और कड़े प्रतिबंध लगाने की बात कही है। विस्तृत जानकारी दिए बगैर ट्रंप ने बताया कि उन्होंने अधिकारियों इस संबंध में निर्देश दे दिया है। इस बीच, लगातार उग्र दिख रहे ट्रंप का रुख हमले को लेकर फिर नरम पड़ा है। उन्होंने कहा कि अमेरिका युद्ध नहीं चाहता। वह खाड़ी व यूरोपीय देशों से चर्चा कर रहे हैं। दूसरी ओर, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने सऊदी के क्राउन प्रिंस मुहम्मद बिन सलमान से बात कर सहयोग का भरोसा दिलाया है। वहीं, सऊदी प्रिंस ने दक्षिण कोरिया से भी मदद मांगी है। उन्होंने दक्षिण कोरिया से कहा है कि वह सऊदी की हवाई सुरक्षा व्यवस्था मजबूत करने में सहायता करे।


अमेरिका इस मामले में संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की ओर से कार्रवाई चाहता है। एक अमेरिकी अधिकारी ने कहा, 'सुरक्षा परिषद का गठन अंतरराष्ट्रीय शांति एवं सुरक्षा बनाए रखने के लिए हुआ है और यह हमला इस पैमाने पर खरा उतरता है।' यूएन ने जांच के लिए विशेषज्ञ भी सऊदी भेजे हैं। माना जा रहा है कि उनकी अगुआई में अंतरराष्ट्रीय जांच होगी। इस बीच खबर है कि अमेरिका की ओर से वीजा स्वीकृत नहीं होने के कारण ईरान के राष्ट्रपति हसन रूहानी और विदेश मंत्री जावद जरीफ न्यूयॉर्क में संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक से दूर रह सकते हैं।


21 अक्टूबर को मतदान, 24 को परिणाम

महाराष्‍ट्र और हरियाणा में 21 अक्‍टूबर को मतदान, 24 को नतीजे


नई दिल्ली। चुनाव आयोग ने महाराष्‍ट्र, हरियाणा और झारखंड में चुनाव तारीखों का ऐलान कर दिया है। महाराष्‍ट्र और हरियाणा में 21 अक्‍टूबर को वोट डाले जाएंगे। 24 को नतीजा आएगा। महाराष्‍ट्र में 288 सीटों के लिए वोट डाले जाएंगे। वहीं हरियाणा में 90 सीटों के लिए 21 अक्‍टूबर को वोट पड़ेंगे। चुनाव के तारीखों की घोषणा होते ही दोनों राज्यों में आदर्श आचार संहिता लागू हो गई है।


महाराष्‍ट्र में 8.94 करोड़ वोटर अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे। 1।28 करोड़ वोटर होंगे। महाराष्‍ट्र 1.8 लाख और हरियाणा में 1.3 लाख ईवीएम का इस्‍तेमाल होगा। महाराष्ट्र की 288 सदस्यों वाली विधानसभा सभा का कार्यकाल नौ नवंबर को समाप्त हो रहा है जबकि हरियाणा की 90 सदस्यों वाली विधानसभा का कार्यकाल दो नवंबर को समाप्त हो रहा है।


चुनाव आयोग के अनुसार चुनावी खर्चे पर नजर रखी जाएगी। 30 दिन में उम्‍मीदवार को हिसाब किताब देना होगा। महाराष्‍ट्र और हरियाणा के अलावा गुजरात और पंजाब में होने वाले विधानसभा उपचुनाव की घोषणा की जाएगी। उम्‍मीदवारों को क्रिमिनल रिकॉर्ड की जानकारी देनी होगी।


सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता पुरस्कार प्रारंभ

नई दिल्ली। केंद्र सरकार ने राष्ट्रीय एकता व अखंडता को बढ़ावा देने के लिए पद्म पुरस्कारों की तरह 'सरदार पटेल राष्ट्रीय एकता पुरस्कार' देने की घोषणा की है। यह पुरस्कार इस दिशा में महत्वपूर्ण योगदान देने वाले व्यक्तियों और संस्थाओं को दिया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पिछले साल दिसंबर में केवाडिया में डीजीपी और आईजीपी की वार्षिक बैठक में इस पुरस्कार देने वाले संस्थान की घोषणा की थी। गौरतलब है कि केवाडिया में ही सरदार वल्लभभाई पटेल की विशालकाय प्रतिमा है। गृह मंत्रालय की अधिसूचना के अनुसार, यह सम्मान मजबूत और संयुक्त भारत के मूल्यों पर बल देने और एकता व अखंडता को बढ़ावा देने वालों को प्रोत्साहित करने के लिए दिया जाएगा। जाति, पेशा, पद और लिंग का भेद किए बिना कोई भी व्यक्ति जो इस दिशा में उत्कृष्ट कार्य करेगा, पुरस्कार पाने का हकदार होगा। पुरस्कार मरणोपरांत भी दिया जा सकता है। पुरस्कार पाने वालों के नाम भारत सरकार के गजट में प्रकाशित किए जाएंगे और राष्ट्रपति के आदेश पर इससे संबंधित एक रजिस्टर भी रखा जाएगा। पुरस्कार कमल के पत्ते के रूप में होगा और यह सोना और चांदी मिश्रित होगा।


कांग्रेस ने सुप्रिया को बनाया प्रवक्ता

नई दिल्ली। कांग्रेस ने सुप्रिया श्रीनेत को अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता के तौर पर नियुक्त किया है। कांग्रेस में शामिल होने से पहले सुप्रिया एक एक अंग्रेजी टीवी चैनल में वरिष्ठ संपादक के पद पर कार्यरत थीं। उन्हें पार्टी ने 2019 के लोकसभा चुनाव में उत्तर प्रदेश की महराजगंज सीट से टिकट दिया था। उनके पिता स्व. हर्षवर्धन सिंह भी कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता और सांसद रहे हैं। सुप्रिया सिंह श्रीनेत का जन्म फरवरी 1977 में हुआ है। उनकी स्कूली शिक्षा लॉरेटो कॉन्वेंट लखनऊ से हुई है। उन्होंने स्नातक और परास्नातक की पढ़ाई दिल्ली विश्वविद्यालय से की है। राजनीति विज्ञान में एमए करने के बाद उन्होंने एक टीवी चैनल से अपने करियर की शुरुआत की। पिछले 10 साल से एक टीवी चैनल में वह कार्यकारी संपादक का पदभार संभाल रही थीं। सुप्रिया सिंह श्रीनेत के पारिवारिक पृष्ठभूमि पर नजर डालें तो पिता की मजबूत राजनैतिक विरासत है। उनके पिता हर्षवर्धन वर्ष 1889 और वर्ष 2009 में कांग्रेस के टिकट पर सांसद चुने गए थे। वर्ष 1885 से 89 तक फरेंदा से विधायक भी रहे।


सवाल का जवाब नहीं दे पाई सोनाक्षी

मुंबई। बॉलीवुड एक्ट्रेस सोनाक्षी सिन्हा सोशल मीडिया पर ट्रोलर्स के निशाने पर है। दरअसल सोनाक्षी सिन्हा केबीसी के कर्मवीर एपिसोड में कंटेस्टेंट की मदद करने हॉटसीट पर बैठी थीं। इस दौरान उनसे रामायण से जुड़ा आसान सा सवाल पूछा गया लेकिन, वह इसका जवाब नहीं दे पाई। इसके बाद से ही सोनाक्षी सिन्हा सोशल मीडिया पर ट्रोल हो रही हैं।


केबीसी 11 में सोनाक्षी सिन्हा कर्मवीर रूमा देवी की मदद करने के लिए हॉट सीट पर बैठी थीं। इस दौरान उनसे 1लाख 60 हजार रुपए का सवाल पूछा गया कि रामायण के अनुसार हनुमान किसके लिए संजीवनी बूटी लेकर आए थे? चार ऑप्शन थे- सुग्रीव, लक्ष्मण, सीता और राम।सोनाक्षी सिन्हा ने पहले सीता कहा। हालांकि, कुछ वक्त बाद उन्होंने एक्सपर्ट एडवाइज लाइफलाइन का सहारा लिया। एक्सपर्ट ने उन्हें इसका सही जवाब बताया। इसके बाद सोनाक्षी ने सही जवाब दिया। सोनाक्षी की तुलना अब आलिया भट्ट से की जा रही है।


सोनाक्षी को लेकर एक मुस्लिम यूजर ने लिखा, 'मुस्लिम होने के बावजूद भी मैं इस प्रश्न का उत्तर जानता हूं और सोनाक्षी को इसके लिए लाइफलाइन लेनी पड़ी।' दूसरे ने लिखा, 'शत्रुघ्न सिन्हा के भाई राम, लक्ष्मण, भरत और बेटे लव-कुश हैं, ये सभी जिस घर में रहते हैं उसका नाम रामायण है लेकिन इसके बावजूद भी सोनाक्षी सिन्हा को इस सवाल का जबाव नहीं पता।' तीसरे ने लिखा, सच में, इन स्टार्स के बच्चों को हमारी संस्कृति के बारे में थोड़ा सा भी ज्ञान नहीं है। इसके साथ ही कई सारे यूजर्स हैं, जो तरह-तरह की बातें लिख रहे हैं। केबीसी के शो में अमिताभ बच्चन हैरान हो गए थे जब उन्हें पता चला कि उन्हें जवाब नहीं आता हैं. हीं अमिताभ बच्चन ने सोनाक्षी सिन्हा से कहा कि आपका परिवार का नाम रामायण पर आधरित है. आपके पिता जी का नाम शुत्रघन सिन्हा, आपके चाचा जी राम सिन्हा, भरत सिन्हा और आपके भाई का नाम लव कुश है अमिताभ बच्चन ने जी शो में बताया है कि आपके घर का नाम रामायण है, ऐसे में आप इस सवाल का जवाब नहीं दे पाई. अमिताभ बच्चन जी ने सोनाक्षी की सिन्हा की माता जी को कहा कि ये शो शुत्रघन सिन्हा जी को ना देखने दे वरना वो जहां होंगे यहां आ जाएंगे।


 


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...