बुधवार, 18 सितंबर 2019

प्रधानमंत्री की पत्नी व ममता की मुलाकात

कोलकाता। कोलकाता हवाईअड्डा पर मंगलवार को संयोगवश प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की पत्नी जशोदाबेन और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी की मुलाकात हो गई। हवाईअड्डे से नई दिल्ली के लिए विमान में सवार होने से पहले जशोदाबेन को देखते ही ममता उनसे मिलने के लिए दौड़ पड़ीं और दोनों ने हाथ जोड़कर एक-दूसरे का अभिवादन किया।


ममता बनर्जी के एक करीबी सूत्र ने बताया कि पड़ोसी झारखंड के धनबाद की दो दिन की यात्रा के बाद जशोदाबेन वहां से लौट रही थीं। धनबाद पश्चिम बंगाल के आसनसोल से नजदीक पड़ता है। झारखंड और पश्चिम बंगाल पड़ोसी राज्य हैं। सूत्र ने बताया कि सीएम ममता और जशोदाबेन के बीच यह मुलाकात अचानक हुई थी। कुछ देर बातचीत के बाद मुख्यमंत्री ने उन्हें एक साड़ी भी उपहार में दी। सूत्र के अनुसार, जशोदाबेन ने सोमवार को पश्चिम बंगाल के पश्चिम बर्धमान जिले के आसनसोल में कल्याणेश्वरी मंदिर में पूजा की और मंगलवार को वह वापस दिल्ली लौट रही थीं।


बागी 3 में टाइगर के साथ दिखेगी श्रद्धा

मुबंई। यह खबर पहले ही आ चुकी है कि टाइगर श्रॉफ और श्रद्धा कपूर की जोड़ी एक बार फिर फिल्म बागी 3 में दिखाई देगी। यह जोड़ी साल 2016 में इस सीरीज की पहली फिल्म बागी में भी साथ दिखाई दी थी। इन दोनों के अलावा इस सीरीज की तीसरी फिल्म में इस बार रितेश देशमुख भी दिखाई देंगे। वैसे हालिया रिपोर्ट्स की मानें तो यह फिल्म तमिल की एक सुपरहिट फिल्म वेत्तई का ऑफिशल रीमेक होगी।


पिंकविला की एक रिपोर्ट के मुताबिक, फिल्म में टाइगर और रितेश सगे भाई बनेंगे और फीमेल लीड में श्रद्धा कपूर होंगी। साजिद नाडियाडवाला ने अडैप्टेशन के लिए वेत्तई के राइट्स भी खरीद लिए हैं। इस तमिल फिल्म में दो भाइयों की कहानी है जो एक-दूसरे से बिल्कुल अलग हैं। हालांकि उनके पुलिस ऑफिसर पिता की मौत के बाद दोनों एक साथ उनकी मौत का बदला लेते हैं। रिपोर्ट्स की माने तो यह पहली बार नहीं होगी जबकि बागी सीरीज की फिल्म साउथ इंडियन फिल्म की अडैप्टेशन है। पिछली फिल्म बागी 2भी साउथ की फिल्म च्क्षणमज् का रीमेक थी और इसका डायरेक्शन अहमद खान ने किया था। अब च्बागी 3 की शूटिंग भी शुरू हो चुकी है। बता दें कि 2012 में आई च्वेत्तईज् में आर्या, आर माधवन, आशुतोष राणा, समीरा रेड्डी और अमाला पॉल लीड रोल में थे।


विज्ञापन में एक साथ दिखेंगे रणबीर-कैटरीना

मुंबई। कभी लिव-इन में साथ रहे एक्स-लवर्स रणबीर कपूर और कटरीना कैफ साल 2016 में अपने ब्रेकअप के लिए काफी चर्चा में रहे थे। हालांकि बाद में दोनों ने ही इसको स्वीकार कर लिया और साथ में फिल्म जग्गा जासूस में भी दिखाई दिए थे। आज की तारीख में किसी भी इवेंट में दोनों के बीच दोनों के बीच अच्छे संबंध दिखाई देते हैं।
हालांकि इनका रोमांटिक रिलेशनशिप तो खत्म हो गया है लेकिन फिर भी फैन्स इन्हें स्क्रीन पर एक साथ देखना चाहते हैं। अब हालिया रिपोर्ट की मानें तो दोनों को एक साथ देखे जाने की फैन्स की यह इच्छा जल्द ही पूरी होने जा रही है। बताया जा रहा है कि दोनों फिर एक प्रोजेक्ट में साथ दिखेंगे। हालांकि यह कोई फिल्म नहीं होगी बल्कि एक मोबाइल का विज्ञापन होगा। यह भी बताया जा रहा है कि इस विज्ञापन में रैपर बादशाह भी दिखाई देंगे। इस बीच वर्क फ्रंट की बात करें तो रणबीर कपूर अब अपनी अगली फिल्म ब्रह्मास्त्र में दिखाई देंगे। फिल्म में उनके साथ आलिया भट्ट, अमिताभ बच्चन, डिंपल कपाडिय़ा, नागार्जुन और मौनी रॉय मुख्य भूमिकाओं में होंगे। दूसरी तरफ कटरीना कैफ रोहित शेट्टी की अगली फिल्म सूर्यवंशी में अक्षय कुमार के साथ दिखाई देंगी।


कांग्रेस फेसबुक-ट्विटर में अटकी: संजय

अमेठी। भाजपा नेता संजय सिंह ने कांग्रेस और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी पर निशाना लगाते हुए मंगलवार को कहा कि उन्हें ट्विटर और फेसबुक से बाहर आना चाहिए। सिंह ने प्रियंका गांधी द्वारा देश में गलत नीतियों के कारण मंदी एवं बढ़ती बेरोजगारी का मामला उठाने के सवाल पर कहा कि कांग्रेस को मैदान में आना चाहिए, सड़कों और गांवों में आने के बाद ही वास्तविकता का पता चलता है। कांग्रेस ट्विटर एवं फेसबुक में अटकी हुई है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 69वें जन्मदिन के मौके पर पूर्व केंद्रीय मंत्री सिंह ने अपनी पत्नी अमिता सिंह के साथ कालिकन भवानी धाम में पूजा अर्चना कर मोदी की दीर्घ आयु की कामना की तथा झाड़ू लगाकर स्वच्छता के प्रति लोगों को जागरूक किया। उन्होंने इस अवसर पर कहा कि वह आज का दिन स्वच्छता अभियान के रूप में मना रहे हैं। प्रधानमंत्री ने इस अभियान की शुरुआत की, तो पूरा देश उनके साथ उठ खड़ा हुआ। प्रधानमंत्री के जन्मदिन के अवसर पर कृष्ण चन्द्र राम चन्द्र इंटर कालेज में नेत्र चिकित्सा शिविर का आयोजन किया गया जिसका उद्घाटन अमेठी के जिलाधिकारी प्रशांत शर्मा ने किया।


धोखेबाज शौहर के पीछे 3 जिलों की पुलिस

गोंडा। पहली बीवी को शादी के आठ महीनों बाद ही छोड़ कर दूसरी से ब्याह रचाया। और फिर उससे भी नही बनी तो तीसरी को ले उड़ा। यह अजब गजब कारनामा करने वाले युवक पर गोरखपुर, लखनऊ और अब शहर कोतवाली गोण्डा में मुकदमे दर्ज हुए हैं। आरोपी की तलाश में तीनों जनपदों की पुलिस टीम जुटी है।
फैजाबाद रोड स्थित हड्डीमिल के पास रहने वाले सरफराज पुत्र सय्यद शौकत अली पर आरोप है कि उसकी शादी 2017 में बहराइच की नेहा रईस से हुई थी लेकिन शादी के चंद महीनों बाद ही उसने तलाक की अर्जी देकर गोरखपुर राजघाट निवासिनी सेहर नसीम के साथ रीति रिवाजों से निकाह कर लिया।
सेहर से शादी के सालभर बाद ही वो अचानक लापता हो गया। उधर 29 अप्रैल 2019 को लखनऊ के काकोरी थाने में सरफराज पर 18 वर्षीय गुफशा पुत्री जरीना को भगा ले जाने का मुकदमा दर्ज हो गया। जरीना का आरोप था कि सरफराज उसकी बेटी को बहला फुसला ले गया है। 
सरफराज पर पहला मुकदमा सेहर और उसके घरवालों ने नवंबर 2018 को गोरखपुर में लिखाया। दूसरा मुकदमा लखनऊ के काकोरी थाने में गुफशा कई मां जरीना ने लिखाया। तीसरा मुकदमा शहर कोतवाली गोण्डा में रविवार 15 सितंबर में दूसरी बीवी सेहर और उसके घरवालों ने सरफराज और उसके परिजनों के विरुद्ध लिखवाया है। अब गोरखपुर, लखनऊ और गोण्डा पुलिस आरोपियों की तलाश में जुटी हुई है। एसपी आर के नैय्यर ने बताया कि तीनों जिलों की साझा टीमें आरोपित की तलाश में लगी हुई है।


तस्वीरें कुछ सिद्ध नहीं करती:एससी

अयोध्या सुनवाई: शेर का चित्र मिलने पर सुप्रीम कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष से किया सवाल- क्या मस्जिदों में भी पाए जाते हैं ऐसे चित्र


नई दिल्ली। उच्चतम न्यायालय ने राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद मामले में मंगलवार को मुस्लिम पक्षों से अब ध्वस्त किए जा चुके विवादित ढांचे पर शेरों, पक्षियों और फूलों के चित्र होने के बारे में सवाल पूछे। इसने पूछा कि क्या मस्जिदों में इस तरह के चित्र पाए जाते हैं।


मुस्लिम पक्षों ने कहा कि किसी मस्जिद में भगवान की कोई तस्वीर नहीं पाई जाती, लेकिन क्योंकि कुछ फूल और तस्वीरें पाई गई हैं, महज इस आधार पर यह नहीं कहा जा सकता कि स्थल ”कुरान के अनुरूप नहीं” है और इस्लामी सिद्धांतों के खिलाफ है।


उन्होंने प्रधान न्यायाधीश रंजन गोगोई के नेतृत्व वाली पांच न्यायाधीशों की संविधान पीठ से कहा कि 'सिंह द्वार' पर शेरों और एक पक्षी के चित्र तथा ”कसौटी स्तम्भों” पर फूलों की कुछ तस्वीरें पाए जाने से हिन्दू पक्ष को यह साबित करने में मदद नहीं मिलती कि वहां मस्जिद की जगह मंदिर था।
पीठ ने कहा, ”यह (दो शेरों और एक पक्षी की 1950 में ली गई तस्वीर) 'सिंह द्वार' पर है। इसमें दो शेर और एक 'गरुड़' है।” इसने यह भी कहा कि वह बेहतर तस्वीर देखना चाहती है। पीठ ने कहा, ”किसी मस्जिद में फूलों, जानवरों की तस्वीरें नहीं हो सकतीं। श्री धवन क्या आप एक संक्षिप्त नोट बना सकते हैं और हमें मस्जिदों की तस्वीरें दे सकते हैं।”


सुन्नी वक्फ बोर्ड और वास्तविक वादी एम सिद्दीक सहित अन्य की ओर से आठवें दिन दलील दे रहे राजीव धवन ने पीठ से कहा कि हिन्दू पक्षों के इन तस्वीरों पर विश्वास से ”कुछ भी साबित नहीं होता।


बढ़त के साथ शुरू हुआ 'शेयर बाजार'

नई दिल्ली। सप्ताह के तीसरे कारोबारी दिन यानी बुधवार शेयर बाजार बढ़त के साथ खुला। बॉम्बे स्टॉक एक्सचेंज का प्रमुख इंडेक्स सेंसेक्स 195.08 अंकों की बढ़त के बाद 36,676.17 के स्तर पर खुला। निफ्टी की बात करें, तो 58.80 अंकों की बढ़त के बाद नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 10,876.40 के स्तर पर था। दिग्गज शेयरों की बात करें, तो बुधवार को आईओसी, यस बैंक, हीरो मोटोकॉर्पस इंडियाबुल्स हाउसिंग और बजाज फाइनेंस के शेयर हरे निशान पर खुले। वहीं ब्रिटानिया और यूपीएल के शेयर लाल निशान के साथ खुले।  प्री ओपन के दौरान सेंसेक्स में 178.92 अंक यानी 0.49 फीसदी की बढ़त देखी गई थी, जिसके बाद सेंसेक्स 36,660.01 के स्तर पर था। वहीं निफ्टी में 65.90 अंक यानी 0.61 फीसदी की बढ़त देखी गई थी, जिसके बाद निफ्टी 10,883.50 के स्तर पर था। रुपये की शुरुआत आज 28 पैसे की बढ़त के साथ हुई। डॉलर के मुकाबले रुपया आज 71.50 के स्तर पर खुला।


अक्टूबर में ट्रंप का भारत दौरा प्रस्तावित

 नई दिल्ली। अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का अक्टूबर में भारत का दौरा प्रस्तावित है। उनकी यात्रा में आगरा का दौरा भी शामिल है। यहां वह ताजमहल का विजिट करने के लिए आ सकते हैं। हालांकि अभी उनका कोई कार्यक्रम नहीं आया है, लेकिन अमेरिका की एजेंसियां अभी से ही सक्रिय हो गईं हैं। वहीं प्रशासनिक अधिकारी भी इस यात्रा को लेकर तैयारियां करने में जुट गए हैं। भारत आने के दौरान अमेरिकी राष्ट्रपति ताजमहल भी देखने आ सकते हैं। उनकी विजिट अक्टूबर के अंतिम सप्ताह में संभावित है। प्रशासनिक सूत्रों के मुताबिक अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप की संभावित विजिट को लेकर अभी से ही तैयारियां शुरू कर दी गईं हैं। गृह और विदेश मंत्रालय से भी जानकारी ली जा रही है। हालांकि अभी तक कोई कार्यक्रम फाइनल नहीं हुआ है और न ही कोई तिथि तय की गई है।


नाराज ममता मोदी से करेगी मुलाकात

नई दिल्ली। केंद्र सरकार से छत्तीस का आंकड़ा रखने वाली पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात करेंगी। वह चार दिवसीय यात्रा पर मंगलवार सुबह दिल्ली पहुंच चुकी हैं। प्रस्तावित बैठक को महत्वपूर्ण माना जा रहा है और यह ऐसे समय में हो रही है, जब तृणमूल कांग्रेस के कई नेता और कोलकाता के पूर्व पुलिस आयुक्त राजीव कुमार पोंजी घोटाला मामले में सीबीआई जांच के घेरे में हैं। भाजपा और प्रधानमंत्री मोदी की कट्टर आलोचक ममता लोकसभा चुनाव में भाजपा द्वारा पश्चिम बंगाल में 18 सीट जीतने से पहले ही नाराज थीं। भाजपा द्वारा टीएमसी में सेंध लगाने से ममता बनर्जी की नाराजगी और बढ़ गई है। दोनों नेताओं के बीच हालात इस कदर बिगड़े हुए हैं कि पिछले कई महीनों से न तो ममता और न ही उनके कोई मंत्री केंद्र सरकार की किसी बैठक में पहुंच रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि दोनों नेता पश्चिम बंगाल में प्रशासनिक मामलों पर चर्चा करेंगे। बताया कि मुख्यमंत्री कार्यालय ने बैठक के लिए पिछले हफ्ते प्रधानमंत्री कार्यालय से समय मांगा था। पिछली बार दोनों नेता 25 मई, 2018 को शांति निकेतन में दीक्षांत समारोह में मिले थे।


विक्रम से संपर्क का सपना गुम हो जाएगा

नई दिल्ली। चांद के दक्षिणी ध्रुव पर अब काली अंधेरी रात होने वाली है। इसके साथ ही इसरो का विक्रम लैंडर से संपर्क करने का सपना भी इसी अंधेरे में गुम हो जाएगा। क्योंकि, सिर्फ तीन घंटे बाद विक्रम लैंडर उस अंधेरे में खो जाएगा, जहां से उससे संपर्क करना तो दूर, उसकी तस्वीर भी नहीं ली जा सकेगी।इसरो ही नहीं, अमेरिकी अंतरिक्ष एजेंसी नासा समेत दुनिया की कोई भी स्पेस एजेंसी विक्रम लैंडर की तस्वीर तक नहीं ले पाएगा। यही नहीं, 14 दिनों की इस खतरनाक रात में विक्रम लैंडर का सही सलामत रहना बेहद मुश्किल होगा।


अब विक्रम लैंडर से संपर्क की उम्मीद खत्म, चांद पर हो रही है शाम!


चांद के उस हिस्से में सूरज की रोशनी नहीं पड़ेगी, जहां विक्रम लैंडर है। तापमान घटकर माइनस 183 डिग्री सेल्सियस तक जा सकता है। इस तापमान में विक्रम लैंडर के इलेक्ट्रॉनिक हिस्से खुद को जीवित नहीं रख पाएंगे। अगर, विक्रम लैंडर में रेडियोआइसोटोप हीटर यूनिट लगा होता तो वह खुद को बचा सकता था। क्योंकि, इस यूनिट के जरिए इसे रेडियोएक्टिविटी और ठंड से बचाया जा सकता था। यानी, अब विक्रम लैंडर से संपर्क साधने की सारी उम्मीदें खत्म होती दिख रही है।


7 सितंबर को तड़के 1.50 बजे के आसपास विक्रम लैंडर चांद के दक्षिणी ध्रुव पर गिरा था। जिस समय चंद्रयान-2 का विक्रम लैंडर चांद पर गिरा, उस समय वहां सुबह थी। यानी सूरज की रोशनी चांद पर पड़नी शुरू हुई थी। चांद का पूरा दिन यानी सूरज की रोशनी वाला पूरा समय पृथ्वी के 14 दिनों के बराबर होता है। यानी 20 या 21 सितंबर को चांद पर रात हो जाएगी। 14 दिन काम करने का मिशन लेकर गए विक्रम लैंडर और प्रज्ञान रोवर के मिशन का टाइम पूरा हो जाएगा। आज 18 सितंबर है, यानी चांद पर 20-21 सितंबर को होने वाली रात से करीब 3 घंटे पहले का वक्त। यानी, चांद पर शाम हो चुकी है। हमारे कैलेंडर में जब 20 और 21 सितंबर की तारीख होगी, तब चांद पर रात का अंधेरा छा चुका होगा।


8 लाख के इनामी नक्सली का आत्मसमर्पण

बीजापुर। जिले सुरक्षा बलों को बड़ी सफलता मिली है। यहा 8 लाख के इनामी माओवादी सुधीर कोरसा ने आत्मसमर्पण किया। सुधीर कोरसा पीएलजीए बटालियन नंबर 1 की कंपनी नंबर 2 का  प्लाटून कमांडर था। उक्त नक्सली सुकमा, बीजापुर और आडिसा के 9 बड़ी वारदातों शामिल में था। माओवादी सुधीर कोरसा ने एसपी दिव्यांग पटेल और सीआरपीएफ डीआईजी कोमल सिंह के समक्ष आत्मसमर्पण किया है।


पीओके छोड़े,नहीं तो खंड-खंड होगा पाक

नई दिल्ली। दुनिया भर के सामने जम्मू-कश्मीर का मसला उठाने की कोशिश कर रहे पाकिस्तान को भारत ने बड़ा झटका दिया है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को भारत का रुख साफ कर दिया और कहा कि पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर भारत का हिस्सा है और एक दिन ये भौगोलिक रूप से भी भारत में होगा। सिर्फ भारत ही नहीं अब पाकिस्तान में इस तरह की आवाज़ें उठने लगी हैं जो पाकिस्तान के लिए ही खतरा हैं।


सामाजिक कार्यकर्ता ने खोला मोर्चा


पाकिस्तान लगातार बलूचिस्तान, पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर में किए जा रहे अत्याचारों को लेकर घिर रहा है। पाकिस्तानी ह्यूमन राइट एक्टिविस्ट आरिफ अजाकिया का कहना है कि गिलगित-बालटिस्तान, पीओके जम्मू-कश्मीर का हिस्सा है और जम्मू-कश्मीर भारत का हिस्सा है। ऐसे में नरेंद्र मोदी को उस गलती को सुधारना चाहिए जो बरसों पहले हो गई थी। आरिफ अजाकिया लगातार पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ आवाज़ उठाते रहे हैं, सोशल मीडिया पर उनके वीडियो लगातार वायरल होते हैं।


विदेश मंत्री ने क्या कहा था?


दरअसल, विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस की थी। इसी प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब उनसे पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर पर सवाल हुआ तो उन्होंने साफ तौर पर कहा कि पीओके भारत का हिस्सा है और एक दिन भौगोलिक रूप से भी यह भारत में शामिल होगा। इसी के बाद से ही एक नई बहस छिड़ गई है।पाकिस्तान के मसलों पर उन्होंने कहा कि हमारे एक पड़ोसी के साथ कुछ मुद्दे हैं, इसमें सबसे अहम क्रॉस बॉर्डर टेररिज्म है। जब तक इस मुद्दे का हल नहीं होता और वह (पाकिस्तान) एक सामान्य पड़ोसी की तरह बर्ताव नहीं करता तो ये आगे नहीं बढ़ सकता है।


पाकिस्तान को मिल चुकी कई चेतावनी
सिर्फ विदेश मंत्री ही नहीं बल्कि मोदी सरकार की ओर से कई बड़े नेताओं ने पाकिस्तान को चेताया हुआ है। केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने ही मंगलवार को कहा कि पाकिस्तान को पीओके भारत को सौंप देना चाहिए। इससे पहले रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह भी पाकिस्तान को चेता चुके हैं। राजनाथ ने कहा था कि पाकिस्तान अगर अपनी हरकतों से बाज नहीं आया, तो वह खंड-खंड हो जाएगा।


गौरतलब है कि पाकिस्तान लगातार जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को लेकर विवाद कर रहा है और इसे संयुक्त राष्ट्र के नियमों का उल्लंघन बता रहा है। हालांकि, दुनिया के हर बड़े मंच पर भारत की ओर से दो टूक कहा जा चुका है कि ये भारत का आंतरिक मामला है।


अप्रिय दुर्घटना से हानि की आशंका:धनु

राशिफल


मेष-दु:खद समाचार प्राप्त हो सकता है, धैर्य रखें। किसी व्यक्ति से विवाद की आशंका है। पुराना रोग उभर सकता है। स्वास्थ्य का ध्यान रखें। भागदौड़ रहेगी। अपेक्षित कार्यों में विलंब से तनाव रहेगा। नौकरी में कार्यभार रहेगा। व्यापार-व्यवसाय अच्छा चलेगा। जोखिम न लें।


वृष-स्वास्थ्‍य अच्छा रहेगा। उत्साह व प्रसन्नता से कार्य कर पाएंगे। प्रयास सफल रहेंगे। कोई बड़ी समस्या का हल सहज ही प्राप्त होगा। शत्रु पस्त होंगे। सामाजिक प्रतिष्‍ठा में वृद्धि होगी। आय में वृद्धि होगी। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। प्रमाद से बचें।


मिथुन-भूले-बिसरे साथियों व रिश्तेदारों से मुलाकात होगी। उत्साहवर्धक सूचना प्राप्त होगी। स्वास्थ्य अच्छा रहेगा। आत्मसम्मान बना रहेगा। जोखिम उठाने का साहस कर पाएंगे। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में चैन रहेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी। समय की अनुकूलता बनी रहेगी।


कर्क-अप्रत्याशित लाभ की संभावना है। बेरोजगारी दूर करने के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में अधिकार बढ़ सकते हैं। प्रतिद्वंद्वी सक्रिय रहेंगे। यात्रा लाभदायक रहेगी। विवाद से दूर रहें। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण रहेगा। जीवन सुखमय व्यतीत होगा। भाग्य का साथ बना रहेगा।


सिंह-कुसंगति से हानि होगी, बचें। किसी व्यक्ति के उकसाने में न आएं। महत्वपूर्ण निर्णय लेने में जल्दबाजी न करें। फालतू खर्च होगा। विवाद को बढ़ावा न दें। आय में निश्चितता रहेगी। व्यापार-व्यवसाय ठीक चलेगा। नौकरी में जवाबदारी बढ़ सकती है।


कन्या-अपना काम प्रसन्नता व उत्साह से कर पाएंगे। डूबी हुई रकम प्राप्त हो सकती है। व्यावसायिक यात्रा लाभदायक रहेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। मित्रों तथा रिश्तेदारों का सहयोग करने का अवसर प्राप्त होगा। पारिवारिक चिंता में वृद्धि संभव है।


तुला-आर्थिक नीति में सुधार होगा। नई कार्यप्रणाली पर कार्य होगा। भविष्य में लाभ होगा। मान-सम्मान मिलेगा। रुके कार्यों में गति आएगी। कारोबार में वृद्धि के योग हैं। नए काम मिलेंगे। कोई व्यापारिक समस्या उठ सकती है। धन प्राप्ति सुगम होगी।


वृश्चिक-धर्म-कर्म व पूजा-पाठ में रुचि बनी रहेगी। पारिवारिक सहयोग प्राप्त होगा। पारिवारिक जवाबदारी में वृद्धि होगी। व्यापार-व्यवसाय अच्‍छा चलेगा। नौकरी में सहकर्मी साथ देंगे। अपेक्षाकृत सभी कार्य समय पर होने से प्रसन्नता रहेगी। भाग्य का साथ रहेगा।


 


धनु-चोट व दुर्घटना से हानि की आशंका है। कार्य करते हुए कोई लापरवाही न करें। आवश्यक वस्तु गुम हो सकती है। स्वास्थ्‍य पर व्यय होगा। विवाद को बढ़ावा न दें। अपेक्षित कार्यों में विलंब होगा। चिंता तथा तनाव बने रहेंगे। धनार्जन होगा।


मकर-जीवनसाथी के साथ समय सुखमय व्यतीत होगा। व्यावसायिक यात्रा सफल रहेगी। राजकीय बाधा दूर होकर स्थिति अनुकूल बनेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। वाणी में हल्के शब्दों प्रयोग से बचें। कारोबार में वृद्धि होगी। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।


कुंभ-भूमि व भवन इत्यादि की खरीद-फरोख्त लाभदायक रहेगी। रोजगार प्राप्ति के प्रयास सफल रहेंगे। नौकरी में प्रभाव वृद्धि होगी। आय बढ़ेगी। विवाद से बचें। उत्साह व प्रसन्नता से कार्य कर पाएंगे। पार्टनरों से मतभेद दूर होंगे। प्रतिद्वंद्वी अपना रास्ता छोड़ेंगे।


मीन-किसी आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त हो सकता है। स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद प्राप्त होगा। विद्यार्थी वर्ग अपना कार्य उत्साह व लगन से कर पाएंगे। संगीत में रुचि जागृत हो सकती है। धन प्राप्ति सुगम होगी। प्रसन्नता बनी रहेगी।


विश्व में गेहूं उत्पादन (कृषि)

अच्छी फसल लेने के लिए गेहूं की किस्मों का सही चुनाव बहुत महत्वपूर्ण है। विभिन्न अनुकूल क्षेत्रों में समय पर, तथा प्रतिकूल जलवायु, व भूमि की परिस्थितियों में, पक कर तैयार होने वाली, अधिक उपज देने वाली व प्रकाश प्रभावहीन किस्में उपलब्ध हैं। उनमें से अनेक रतुआरोधी हैं। यद्यपि `कल्याण सोना' लगातार रोग ग्रहणशील बनता चला जा रहा है, लेकिन तब भी समय पर बुआई और सूखे वाले क्षेत्रों में जहां कि रतुआ नहीं लगता, अच्छी प्रकार उगाया जाता है। अब `सोनालिका' आमतौर पर रतुआ से मुक्त है और उन सभी क्षेत्रों के लिए उपयोगी है, जहां किसान अल्पकालिक (अगेती) किस्म उगाना पसन्द करते हैं। द्विगुणी बौनी किस्म `अर्जुन' सभी रतुओं की रोधी है और मध्यम उपजाऊ भूमि की परिस्थितियों में समय पर बुआई के लिए अत्यन्त उपयोगी है, परन्तु करनल बंटा की बीमारी को शीघ्र ग्रहण करने के कारण इसकी खेती, पहाड़ी पट्टियों पर नहीं की जा सकती। `जनक' ब्राऊन रतुआ रोधी किस्म है। इसे पूर्वी उत्तर प्रदेश और नेपाल में भी उगाने की सिफारिश की गई है। `प्रताप' पंजाब, हरियाणा, राजस्थान और पश्चिमी उत्तर प्रदेश के वर्षा वाले क्षेत्रों में मध्यम उपजाऊ भूमि की परिस्थितियों में अच्छी प्रकार उगाया जाता है। `शेरा' ने मध्य भारत व कोटा और राजस्थान के उदयपुर मंडल में पिछेती, अधिक उपजाऊ भूमि की परिस्थितियों में, उपज का अच्छा प्रदर्शन किया है।


`राज ९११' मध्य प्रदेश, गुजरात, उत्तर प्रदेश के बुन्देलखण्ड क्षेत्र और दक्षिण-पूर्वी राजस्थान में सामान्य बुआई व सिंचित और अच्छी उपजाऊ भूमि की परिस्थिति में उगाना उचित है। `मालविका बसन्ती' बौनी किस्म महाराष्ट्र, कर्नाटक, आन्ध्र प्रदेश की अच्छी सिंचाई व उपजाऊ भूमि की परिस्थितियों के लिए अच्छी है। `यू पी २१५' महाराष्ट्र और दिल्ली में उगाई जा रही है। `मोती' भी लगातार प्रचलन में आ रही है। यद्यपि दूसरे स्थानों पर इसको भुलाया जा रहा है। पिछले कई वर्षों से `डबल्यू जी-३५७' ने बहुत बड़े क्षेत्र में कल्याण सोना व पी वी-१८ का स्थान ले लिया है। भिन्न-भिन्न राज्यों में अपनी महत्वपूर्ण स्थानीय किस्में भी उपलब्ध हैं। अच्छी किस्मों की अब कमी नहीं हैं। किसान अपने अनुभव के आधार पर, स्थानीय प्रसार कार्यकर्ता की सहायता से, अच्छी व अधिक पैदावार वाली किस्में चुन लेता है। अच्छी पैदावार के लिए अच्छे बीज की आवश्यकता होती है और इस बारे में किसी भी प्रकार का समझौता नहीं किया जा सकता।


भूमि का चुनाव: गेहूं की अच्छी पैदावार के लिए मटियार दुमट भूमि सबसे अच्छी रहती है, किन्तु यदि पौधों को सन्तुलित मात्रा में खुराक देने वाली पर्याप्त खाद दी जाए व सिंचाई आदि की व्यवस्था अच्छी हो तो हलकी भूमि से भी पैदावार ली जा सकती है। क्षारीय एवं खारी भूमि गेहूं की खेती के लिए अच्छी नहीं होती है। जिस भूमि में पानी भर जाता हो, वहां भी गेहूं की खेती नहीं करनी चाहिए।


भूमि की तैयारी 
खेत की मिट्टी को बारीक और भुरभुरी करने के लिए गहरी जुताई करनी चाहिए। बुआई से पहले की जाने वाली परेट (सिंचाई) से पूर्व तवेदार हल (डिस्क हैरो) से जोतकर पटेला चला कर, मिट्टी को समतल कर लेना चाहिए। बुआई से पहले २५ कि। ग्रा। प्रति हेक्टेयर के हिसाब से १० प्रतिशत बी। एच। सी। मिला देने से फसल को दीमक और गुझई के आक्रमण से बचाया जा सकता है। यदि बुआई से पहले खेत में नमी नहीं है तो एक समान अंकुरण के लिए सिंचाई आवश्यक है।


यमाचार्य नचिकेता वार्ता (कर्तव्यवाद)

गतांक से...
 मेरे प्यारों, गुरुदेव ने बहुत कुछ वाक्य उच्चारण किया है। परंतु देखो इस संसार में यदि कोई राष्ट्र हुआ है और उसमें कोई राजा हुआ है तो भगवान मन हुआ है। उन्होंने जिस नगरी का निर्माण किया, उस नगरी का नाम अयोध्या है। क्योंकि अयोध्या अष्टचक्र और नौ द्वार वाली एकमात्र नगरी है। उसमें मनु महाराज के वंशजों के द्वारा लगभग 1,75,552 वंशजों ने राष्ट्र का पालन किया है। पालन इसी आधार पर किया गया है कि समाज को कर्तव्यवाद में स्थापित करना है। इससे माता का वियोग नहीं दृष्टिपात किया जाता, पिता का वियोग दृष्टिपात नहीं किया जाता। यह वियोग जब नहीं होगा तब मानव सार्थक बनेगा, पवित्र बनेगा। माता अपने कर्तव्य का पालन करेगी। राजा अपने कर्तव्य का पालन करें। समाज कर्तव्य का पालन करके राजा और प्रजा को कर्तव्यवाद में लाता रहे और वह प्रजा का सेवक स्वीकार करें तो राष्ट्रीयता कुछ नहीं रह पाती। राष्ट्रीय तो देखो आधुनिक काल का जो राष्ट्रवाद चल रहा है। यह कैसा राष्ट्रवाद है? वह समाज को, संपदा को अपना-अपना करके अपने में राजा बनना चाहते हैं। परंतु हे राजन, राष्ट्रीय वाद का निवारण करना होगा। तुम मुझे वैसा कर्तव्य करना होगा। जिससे समाज महान बन जाए, जिससे एक दूसरा प्राणी के रक्त का पीपासी न बन जाए। पिपासी अज्ञानता में बनता है। इसलिए तेरे द्वारा ज्ञान होना चाहिए कि पिपासी स्वार्थ में होता है कर्तव्य वाद का पालन करे तो मुनिवर यह राष्ट्रीयवाद का निवारण हो जाएगा। नाना प्रकार की संपदा में रमने वाला समाज कदापि महान नहीं बन सकता है। मैंने बहुत पुरातन काल से इस समाज को दृष्टिपात किया है। महाभारत काल के पश्चात स्वार्थवाद आया था और स्वार्थवाद क्या था? महाराजा शांतनु ने सबसे प्रथम स्वार्थवाद की भावनाएं ग्रहण की।उसने क्या स्वार्थवाद कििया, अपने पुत्र को कहा कि तू ब्रह्मचारी रहे और मेरा संस्कार होो। पुत्र ने ब्रह्मचर्य के वश में प्रतिज्ञा की और पिता का संस्कार हुआ। उसका परिणाम यह हुआ कि महाभारत काल में स्वार्थवाद आया और स्वार्थवाद में विधाता, विधाता रक्त के पीपासे ही बन गए। अज्ञानता में यदि शांतनु के हृदय में स्वार्थ की भावना ना होती तो यह अनुचित क्रियाकलाप नहीं होता है। तो यह समाज नष्ट नहीं हो सकता था। विद्वानों का ह्रास नहीं हो सकता था। परंतु देखो भाव प्रबल है जब मैं यह उदगीत गाता हूं तो यह मानवता का ह्रास हुआ। उसका परिणाम यहां मेरी पुत्रियों के सिंगार को हनन किया गया उसके पश्चात नाना प्रकार की अज्ञानता में संप्रदायों में संप्रदायिकता का जन्म हुआ वह संप्रदाय आधुनिक काल में जितनी पनप रही है राष्ट्र की है क्योंकि राजा इसलिए नहीं होता है एक ईश्वर बाद में कुछ कह रहा है एक धर्म की विवेचना कुछ कर रहा है धर्म केवल मानव इंद्रियों में समाहित रहता है वह इंद्र देखो इंद्रियों वाले धर्म को लाकर के राजा को उसकी व्याख्या करनी चाहिए जब राजा किसी भी मत से मटकी पूजा में जाता है वहां उस धर्म की प्रशंसा करने लगता है वह मार्ग में जाता है वहां वहां मार्ग की प्रशंसा करता है गुरु में जाता है वहां गुरुओं की प्रशंसा करता है यह राजा निर्णय हो जाता है ऐसे राजा नाना धर्म की जो चर्चा कर रहा है अरे धर्म तो ले प्राणी व्याकरण की दृष्टि से एक ही धर्म धर्म धर्म क्या है मानव का पूजन होगा। मुनिवरो, देखो नेत्र,दृष्टि बात करेंगे तो मानव का पूजन होगा और वह जो दृष्टिपात करेगा तो उसकी अंतरात्मा उसे निकालने लगती हैै। वह नेत्रों में धर्म समाहित रहता है वाणी सदैव सत्य उच्चारण करती है। तो उसका धर्म है। अशुद्ध उच्चारण करती है तो उसका धर्म बन जाता है। वाणी का धर्म सत्य ही उच्चारण करना है। सुगंधी में मानव प्रसन्न रहता है सुगंधी में अपने अंतर हृदय को रखता है। अरे, सुगंधी ही उसका जीवन है। देखो इसी प्रकार प्रथा है उसको प्रेम में मग्न होकर के ज्ञान के द्वारा स्पर्श करता है। मैं उसका धर्म है मेरे प्यारे स्रोतों में शब्द आते हैं। आज का हमारा विचार क्या कह रहा है कि हमें इस समाज को ऊंचा बनाना हैै। मानवता की रक्षा करनी है। मानव दर्शन को अग्रणी बनाना है और राष्ट्र के निवारण के लिए चर्चा की है कि प्रत्येक जो रूढ़िवादी आचार्य है। वह एकत्रित होकर के राजा के संविधान में मैं अपने-अपने विचारों की व्याख्या करें और जो विचार विज्ञान से मानवता से स्थिर हो जाए। वह विचार ,वही रहना चाहिए। आज का विचार यह कह रहा है। मैं अपने पूज्य पाद गुरुदेव को वर्णन करा रहा था। क्योंकि पूजा-पाठ गुरुदेव का वह विचार है। जब इस संसार में कोई भी रूढ़िवाद नहीं था। मानवता के यज्ञ की चर्चा करते हैं विज्ञान की चर्चा कर रहे हैं। आज का विज्ञान भी रूढ़िवादी बना हुआ हैै। परंतु उच्चारण करने के लिए तो बहुत कुछ है। परंतु अब मेरा विचार समाप्त होने वाला है। आज का विचार मैं उच्‍चारण कर रहा हूं कि पूज्‍यपाद गुरुदेव को परिचय करा रहा हूं कि काल एक वाम मार्ग का है जहाां राजा भी वाममार्गी है और मत-मतांतर भी  वाममार्गी हुए हैं। देखो कोई आचार्य गुरु जी कहे जाते हैं उनके मानने वाले रक्त को अपने में भक्षण कर जाते हैं। उससे अपने शरीर को बना रहे हैं। शरीरों का निर्माण केवल इसलिए कि जीवन स्तर बना रहे। यही मेरा कर्तव्य नहीं है। हे मााता, मुझे तो संसार को महान बनाना है। क्योंकि यह प्रभु की सृष्टि है और प्रभु की सृष्टि को महान बनाना हमारा कर्तव्य है। आज का विचार क्या है,तेरे जीवन का सौभाग्य अखंड बना रहे। मेरा हृदय गदगद होता है जब यजमान देखो यह अद्भुत यज्ञ का आयोजन होता है। अहिंसा से रहित होता है और धर्म का सदुपयोग किया जाता है। जब प्रत्येक ग्रह में यज्ञ के द्वारा निर्माण का सदुपयोग होता है। वहां पर क्यों  ह्रास हो जाता है? यह आज का वाक्य हमारा समाप्त होने जा रहा है। मैं अपने पूज्य पाद गुरुदेव से आज्ञा पाऊंगा। मेरे प्यारे महानंद जी ने बहुत अच्छे से अपने वाक्य प्रकट किए। वाक्य में बड़ी सार्थकता मुझे प्रतिपादित हो रही हैै। परंतु यह उनकी जो वेदना है जो विडंबना है वह बड़ी विडंबित मेरे हृदय में समाहित हैै। इसलिए जब प्रभु की अनुपमता होगी तो प्राय ऐसे राजा भी होंगेे। ऐसा कोई वाक्य नहीं है परंतु संसार में अपने शब्दों में रत करते रहना चाहिए। अपने विचारों को महानता देनी चाहिए। वायुमंडल में जो विचार भ्रमण करते रहे। किसी न किसी काल में वह महान विचार मानवता के अंतरण को छूकर के पवित्र बना सकते हैं। यह आज का विचार अब समाप्त होने जा रहा है। अब वेदों का पठन-पाठन होगा।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण


september 19, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1.अंक-47 (साल-01)
2.  बृहस्पतिवार,19 सितबंर 2019
3.शक-1941,अश्‍विन, कृष्‍णपक्ष,तिथि पंचमी,विक्रमी संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 6:10,सूर्यास्त 6:10
5.न्‍यूनतम तापमान -26 डी.सै.,अधिकतम-34+ डी.सै., हवा की गति धीमी रहेगी, उमस बनी रहेगी बरसात की संभावना रहेगी।
6. समाचार पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है! सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


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मंगलवार, 17 सितंबर 2019

अफगान में ब्लास्ट 24 की मौत 32 घायल

काबुल। अफगानिस्तान के परवान प्रांत में मंगलवार को राष्ट्रपति अशरफ गनी की रैली में हुए आत्मघाती बम धमाके में कम से कम 24 लोगों की मौत हो गई और 32 लोग घायल हो गए। धमाके के समय गनी वहीं पर मौजूद थे। अस्पताल के अधिकारियों ने यह जानकारी दी। परवान अस्पताल के निदेशक डॉक्टर अब्दुल कासिम संगिन ने कहा कि मृतकों में महिलाएं और बच्चे भी शामिल हैं। गृह मंत्रालय के प्रवक्ता नसरत रहीमी ने कहा कि हमलावर मोटरसाइकिल पर आए और रैली स्थल के नजदीक पुलिस चौकी में बम लगाकर धमाका कर दिया। हालांकि गनी को कोई चोट नहीं आई। किसी भी समूह ने अभी तक हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है।


बसपा विधायक कांग्रेस में शामिल क्यों

मायावती बताएं कि आखिर हर बार बसपा के विधायक ही कांग्रेस में क्यों शामिल होते हैं? बसपा विधायक राजेन्द्र गुढा ने आरोप लगाया था कि मायावती पैसे लेकर टिकट देंती हैं। मायावती में दम हो तो एमपी में कांग्रेस सरकार से समर्थन वापस लें। ट्वीट करने से क्या होता है। मायावती अपनी सोच बदलें-सीएम गहलोत। 

जयपुर। राजस्थान में यह दूसरा मौका है, जब बहुजन समाज पार्टी के सभी 6 विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए। वर्ष 2009 में भी अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली कांग्रेस सरकार को मजबूती देने के लिए बसपा के सभी छह विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए थे। अब बसपा सुप्रीमो मायावती को बताना चाहिए कि आखिर हर बार उन्हीं की पार्टी के  विधायक  कांग्रेस में शामिल  क्यों होते हैं? एक राजनीतिक पार्टी के लिए इससे ज्यादा शर्मनाक बात नहीं हो सकती कि सभी विधायक रातों रात पाला बदल लें। मायावती का दावा रहता है कि उनकी पार्टी दलितों की पार्टी है और पार्टी की एक विचारधारा है। हालांकि राजस्थान में बसपा के विधायक राजेन्द्र गुढा का तो आरोप है कि मायावती और उनके समर्थक पैसा लेकर टिकिट देते हैं। गुढा ने यह बयान कोई एक माह पहले दिया था, लेकिन मायावती ने न तो कोई जवाब दिया और न ही गुढा के खिलाफ कोई कार्यवाही की। क्या बसपा ऐसी ही विचारधारा वाली पार्टी है? क्या मायावती को राजस्थान में ऐसे उम्मीदवार नहीं मिलते तो पार्टी के प्रति वफादार रहें? या फिर राजेन्द्र गुढा के आरोप सही हैं। जब पैसे देकर टिकिट लिया जाएगा, तब विधायक बनने के बाद पैसों की वसूली तो की जाएगी? क्या पैसों के आगे विचारधारा गौण हैं? जो मतदाता मायावती की पार्टी को दलितोंकी पार्टी मान कर वोट देते हैं, उन्हें बसपा विधायकों के पाला बदलने की घटना से सबक लेना चाहिए। बसपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने वाले विधायक राजेन्द्र गुढा, जोङ्क्षगदर अवाना, लाखन सिंह, दीपचंद खेरिया, संदीप यादव और वाजिब अली को मतदाताओं ने कांग्रेस के खिलाफ वोट देकर जिताया था। अब ये सभी विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए हैं। क्या यह मतदाताओं के साथ धोखाधड़ी नहीं हैं?
एमपी में समर्थन वापसी क्यों नहीं:
राजस्थान की घटना पर मायातवी ने ट्वीट पर कड़ी टिप्पणी की। माया ने कांग्रेस को गैर जिम्मेदार धोखेबाज और दलित विरोधी पार्टी बताया है। सवाल उठता है कि जब मायावती को कांग्रेस से इतनी नाराजगी है तो फिर मध्यप्रदेश में कांग्रेस सरकार को समर्थन क्यों दे रखा है? मायावती के समर्थन की वजह से ही एमपी में कमलनाथ की सरकार टिकी हुई है। यदि बसपा विधायक समर्थन वापस ले लें तो कांग्रेस सरकार अल्पमत में आ जाएगी। एमपी में बहुमत के लिए 115 विधायक चाहिए। कांग्रेस के पास 114 विधायक हैं, लेकिन 2 बसपा, 1 सपा ने समर्थन दे रखा है। अब यदि मायावती दो विधायक समर्थन वापस ले लें तो कांग्रेस की सरकार अल्पमत में आ जाएगी। लेकिन मायावती को भी पता है कि जब राजस्थान में 6 विधायक पाला बदल सकते हैं, तब एमपी में दो विधायक भी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। मायावती अपने विधायकों को अच्छी तरह जानती है। 
गहलोत की दो टूक:
बसपा के सभी छह विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने और बसपा प्रमुख मायावती के बयान का जवाब देते हुए 17 सितम्बर को मुख्यमंत्री गहलोत ने कहा कि अब मायावती को अपनी सोच में बदलाव करना चाहिए। बसपा की विधायक शुरू से ही मेरी सरकार को समर्थन दे रहे थे। अब इन विधायकों ने अपने स्तर पर यह महसूस किया कि उन्हें अपने क्षेत्र के विकास के लिए कांग्रेस में शामिल होना चाहिए। गहलोत ने कहा कि एक समय उत्तर प्रदेश में भी कांग्रेस ने बसपा को बिना शर्त समर्थन दिया था। मैं आज भी इस पक्ष में हंू कि बसपा जैसे राजनीतिक दल कांग्रेस के साथ मिल कर काम करें। उन्होंने कहा कि बसपा विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने का असर नवम्बर में होने वाले तीन राज्यों पर कितना पड़ेगा यह आने वाला समय ही बताएगा। मैं इतना कह सकता हंू कि बसपा विधायकों को कांग्रेस में शामिल करने को लेकर कोई सौदेबाजी नहीं हुई, जबकि भाजपा तो मध्यप्रदेश में करोड़ों रुपए का प्रस्ताव कर रही है। भाजपा को बसपा विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने पर कोई सवाल करने का अधिकार नहीं क्योंकि कई राज्यों में भाजपा ने अल्पमत में होने के बावजूद भी सरकार का गठन किया है। सब जानते हैं कि इन राज्यों में भाजपा ने किस तरह सरकार बनाई है। 
एस.पी.मित्तल


आने वाले दिन कांग्रेस में मचाएंगे खलबली

#6013
अब सचिन पायलट से भी लिया जा सकता है राजस्थान प्रदेश कांगे्रस कमेटी के अध्यक्ष का पद। बसपा के सभी 6 विधायकों के कांग्रेस में शामिल होने पर कांग्रेस संगठन पर ज्यादा असर।
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16 सितम्बर की रात को राजस्थान में बसपा के सभी 6 विधायक कांग्रेस में शामिल हो गए। 200 में अब कांग्रेस के विधायकों की संख्या 106 हो गई है। इससे अशोक गहलोत की सरकार तो मजबूत होगी, लेकिन ज्यादा असर कांग्रेस संगठन पर पड़ेगा। हो सकता है कि अब डिप्टी सीएम सचिन पायलट से प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष का पद वापस ले लिया जाए। बसपा के 6 विधायकों को कांग्रेस में शामिल करवाने में प्रदेशाध्यक्ष की हैसियत से पायलट की कोई भूमिका नहीं रही। राजनीतिक दृष्टि से यह बड़ी घटना है, लेकिन इसमें प्रदेशाध्यक्ष की कोई भूमिका नहीं होने से साफ जाहिर है कि राजस्थान में सत्ता और संगठन एक पटरी पर नहीं है। पायलट पहले ही अपनी सरकार के कामकाज को लेकर प्रतिकूल टिप्पणी कर चुके हैं। सूत्रों की माने तो राजस्थान में सता और संगठन में जो कुछ भी हो रहा है उसकी जानकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमती सोनिया गांधी को है। सोनिया गांधी चाहती हैं कि जानवरी में होने वाले पंचायती राज चुनाव में कांग्रेस को सफलता मिले। लेकिन यह तभी संभव है, जब उम्मीदवारों का चयन मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की सहमति से हो। पायलट प्रदेशाध्यक्ष के पद पर रहते ऐसा संभव नहीं है। असल में मौजूदा परिस्थितियों में पायलट को हटाना जोखिम भरा था, इसलिए पहले सरकार की मजबूती सुनिश्चित की गई। अब जब सरकार पूर्ण रूप से मजबूत हो गई है तो पायलट को हटाने वाला बड़ा फैसला भी किया जा सकता है। 12 निर्दलीय विधायकों का समर्थन गहलोत के पास है। ऐसे में गहलोत को 200 में से 118 विधायकों का समर्थन है। आरएलडी के सुभाष गर्ग पहले से ही गहलोत के साथ हैं। यानि अब अशोक गहलोत संगठन में कोई भी जोखिम ले सकते हैं। जागरुक पाठकों को याद होगा कि विधानसभा चुनाव के अवसर पर गहलोत ने कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव की हैसियत से बयान दिया था कि राजस्थान में सहयोगी दलों के साथ गठबंधन किया जा सकता है, तब गहलोत ने बसपा की ओर इशारा भी किया था, लेकिन तब प्रदेशाध्यक्ष की हैसियत से पायलट ने गठबंधन को नकार दिया। गहलोत के समर्थक माने जाने वाले सुभाष गर्ग का टिकिट भी भरतपुर से काट दिया गया था, लेकिन गहलोत ने गर्ग को आरएलडी का उम्मीदवार बनवा दिया। सूत्रों के अनुसार आने वाले दिनों में कांग्रेस संगठन में खलबली मचाएंगे। देखना होगा कि इन सब हालातों पर पायलट की क्या प्रतिक्रिया होती है। 
एस.पी.मित्तल


जन्मदिन: बुजुर्गों के प्रति सम्मान

मां का सम्मान करने की प्रेरणा भी दी नरेन्द्र मोदी ने अपने जन्मदिन पर।
गांधी नगर जाकर मां हीरा बा के साथ भोजन किया। 

प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 69वें जन्मदिन पर मां का सम्मान करने की प्रेरणा भी दी है। ऐसा नहीं कि लोग अपने माता-पिता का सम्मान नहीं करते। लेकिन समाज में उपभोक्तावादी संस्कृति और एकल परिवार की प्रवृत्ति बढऩे से माता-पिता स्वयं को उपेक्षित समझ रहे हैं। जन्मदिन के मौके पर अनेक परिवार किसी रिसोर्ट या होटल में लंच डिनर करने जाते हैं, कुछ लोग अपने माता-पिता को भी साथ ले जाते हैं, लेकिन महानगरों में नौकरी करने वाले बेटे-बहू तो अपने हाल में ही मस्त रहते हैं। कुछ समझदार बहुएं कोरियर से सास-ससुर को गिफ्ट भिजवा देती हैं, ताकि माल के बंटवारे का ख्याल बना रहे। हम सब जानते हैं कि परिवार में बुजुर्गों की स्थिति कैसी है? लेकिन वो लोग भाग्यशाली है जो अपने माता-पिता का आशीर्वाद लेते हैं। ऐसे लोगों में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी शामिल है। आज हर क्षेत्र में मोदी को सफलता मिल रही है। भारत जैसे धर्मनिरपेक्ष देश में जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 को हटाने का काम कोई छोटा नहीं है। एक समय था, तब चर्चा करने मात्र से आग के गोले भड़क उठते थे, लेकिन मोदी ने 370 को हटा दिया और आज जम्मू-कश्मीर में शांति भी है। ऐसी सफलताओं के पीछे मां हीरा बा का आशीर्वाद भी है। जो लोग अपने जीवन में सफल होना चाहते हैं उन्हें नरेन्द्र मोदी की तरह अपनी मां का सम्मान करना चाहिए। एक मां के लिए इससे ज्यादा खुशी और क्या हो सकती है कि जन्मदिन के मौके पर बेटा साथ खाना खा रहा है। ऐसे खुशी के माहौल में मां के दिल से जो आशीष निकलेगा उससे और सफलता मिलेगी। जो लोग जन्मदिन के मौके पर सोशल मीडिया में फोटो पोस्ट करते हैं उन्हें प्रधानमंत्री मोदी से प्रेरणा भी लेनी चाहिए। मोदी ने मां के साथ खाना खाते हुए फोटो जारी किया है। यह फोटो अपने आप में बुजुर्गों के प्रति सम्मान करने की प्रेरणा देता है। 
एस.पी.मित्तल


नमो सेना का निशुल्क स्वास्थ्य शिविर

नमो सेना इंडिया का निशुल्‍क स्वास्थ्य शिविर 
मोहित श्रीवास्तव
गाजियाबाद,लोनी। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन पर देश में विभिन्न संगठन और संस्थाओं के द्वारा विभिन्न तरीके से जन्मदिन मनाया गया। जिसके अंतर्गत नमो सेना इंडिया के द्वारा स्वास्थ्य शिविर का आयोजन किया गया। दिल्ली-सहारनपुर रोड स्थित लोनी इंटर कॉलेज के पास संगठन के द्वारा कैंप लगाकर सैकड़ों लोगों की निशुल्क जांच की। संगठन के गाजियाबाद जिला अध्यक्ष एडवोकेट धर्मेंद्र बैसोया ने बताया नमो सेना इंडिया का उद्देश्य स्वास्थ्य, जनसंख्या नियंत्रण, प्रदूषण आदि विषयों पर जागरूकता फैलाना है। डॉ विजय बैसोया एवं सहयोगियों के द्वारा निशुल्क स्वास्थ्य परीक्षण एवं दवा वितरण की। इस अवसर पर क्षेत्र क्षेत्रीय विधायक नंदकिशोर गुर्जर ने कैंप में पहुंचकर संगठन एवं डॉक्टरों की टीम का उत्साह वर्धन किया।  इस अवसर पर कुलदीप सिंह, सचिन बसोया, पिंटू नंबरदार, सुमी बसोया आदि उपस्थित लोगों के द्वारा केक काटकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी  के जन्मदिन की एक दूसरे को बधाई देते हुए इस आयोजन को सफल बनाया।


पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला  इकबाल अंसारी  चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पं...