शुक्रवार, 13 सितंबर 2019

एसडीएम और सीओ ने शुरू कराई कुश्ती

सीओ व एसडीएम ने हाथ मिलवा कर प्रथम कुश्ती की कराई शुरुआत


जमाने के पुराने पहलवान व कुश्ती लड़ाकू रहे है सदर सीओ
कौशांबी। पश्चिमशरीरा थाना क्षेत्र के पश्चिमशरीरा में अर्से से चले आ रहे ऐतिहासिक दंगल के इस बार साक्षी बने सदर एसडीएम सतीश चंद व सदर सीओ एसएन पाठक।पूर्व प्रधान व प्रधान पति पवन कुमार मिश्र के संरक्षण व आयोजन में संपन्न हो रहे इस ऐतिहासिक दंगल में जनपद ही नहीं बल्कि गैर जनपद व गैर प्रांत से आए हुए पहलवान जोर आजमाइश करते हैं ।पूर्व की भांति इस बार भी मेले में गैर प्रांत व गैर जनपदों के साथ ही क्षेत्रीय पहलवानो ने दंगल में भाग लिया। क्षेत्रीय लोगों की मानें तो इस वर्ष प्रधान पति पवन कुमार मिश्र की अगुवाई में संपन्न हो रहे इस दंगल में कुछ विशेषताएं विशेष रूप से नजर आयी। प्रधान पति पवन कुमार मिश्र द्वारा इस बार मेले की चाक-चौबंद व्यवस्था वह सजावट करने में किसी भी प्रकार की कोई कोर कसर नहीं छोड़ी गई। वहीं जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के मद्देनजर हर प्रकार की सुरक्षा व्यवस्था पहले से ही मुहैया करा दी गई थी। बृहस्पतिवार को शुरू हुए इस दंगल में सदर सीओ एसएन पाठक ने प्रथम कुश्ती जोड़े के पहलवानों का हाथ मिलवा कर कुश्ती का शुभारम्भ किया।वही सदर सीओ ने मेला क्षेत्र में  घूमकर सुरक्षा का जायजा लिया।तथा मातहतों को आवश्यक निर्देश जारी किया। वही पश्चिमशरीरा थानाध्यक्ष योगेश तिवारी के नेतृत्व में पूरे मेला प्रांगण व दंगल प्रांगण में पुलिस की चाक-चौबंद व्यवस्था देखने को मिली। थानाध्यक्ष योगेश तिवारी मय पुलिस बल के साथ मेला क्षेत्र में पसीना बहाते नजर आए ।कहीं से कोई दंगल में अप्रिय घटना ना घटे इस बात को ध्यान रखते हुए या पुलिस अधीक्षक के निर्देशों का पालन करते हुए थानाध्यक्ष पश्चिमशरीरा चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल के साथ नजर गड़ाए देखे गए।
ज्ञात हो एसओ योगेश तिवारी की मेहनत व उच्चाधिकारियों के निर्देश पर क्षेत्र में चुनौतीपूर्ण मोहर्रम सकुशल सम्यन्न हो पाया है।जिस पर अच्छी पुलिसिंग की क्षेत्रीय लोगों ने खूब सराहना किया था।तीन दिवसीय दंगल में भी सुरक्षा के बेहतरीन इंतजाम मुकर्रर किये गए है।


विधुत:विपक्ष और संस्थाओ ने किया विरोध

पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम मे पहले बीटेक सिविल, एल एल बी के बाद मन्त्री जी खिसके आपातकालीन गेट से
वाराणसी। उप्र पावर कार्पोरेशन के बड़के बाबुओ की गलत नीतियो से हो रहे बड़े घाटे इंजीनियर, कर्मचारियो के उत्पीड़न और बिजली की कीमतो की बढ़ोत्तरी के साथ ही निजीकरन के विरोध मे जहाँ विपक्ष मे बैठे राजनैतिक दल विरोध मे सड़क पर उतर रहे है। वही दूसरी ओर विद्युत विभाग के सयुक्त संघर्ष समिति के नेताओ ने भी UPPCL और उ प्र सरकार से सीधे तौर पर आर पार की लड़ाई के मूड मे नजर आ रही है। इसी क्रम मे पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम मे पूर्व घोषित संघर्स समिति की एक ओर सभा चल रही थी। दूसरी ओर प्रदेश के ऊर्जा राज्यमंत्री रमाशंकर पटेल की डिस्काम के मीटिंग हाल मे बगैर एजेण्डे वाली बैठक कर रहे थे। जैसा कि एक दिन पूर्व के लेख मे आशंका जताई थी कि 12 सितम्बर का दिन डिस्काम का माहौल को गरमा सकता है। हुआ भी ठीक वैसा ही क्योकि विगत दिनो UPPCL के बड़केबाबुओ के आगमन मे पूर्वांचल के अभियंताओ ने पहली बार अपनी मांग को ले कर प्रबन्धन से आँख में आँख मिला कर विरोध प्रदर्शन किया था। जिससे प्रबन्धन को झटका लगा था पर अफसोस पूर्वांचल की पूरी ताकत को लखनऊ मे अभियंता संघ के नेताओ ने प्रबन्धन का लालीपाप खा कर समझौता कर लिया था पर आज एक बार फिर पूर्वांचल डिस्काम मे एक विद्युत कर्मचारी संयुक्त संघर्ष समिति अपनी मांगों को ले कर सभा का आयोजन किया वही दूसरी ओर डिस्काम मे ऊर्जा राज्यमंत्री की बैठक फिर क्या अपनी पीड़ा से त्रस्त कर्मचारियो ने बैठक के दौरान डिस्काम परिसर मे घुस कर जम के सरकार विरोधी नारे बाजी की जो कि राज्यमन्त्री जी एवं उनकी मौजूद फ़ौज के कानो को भेदती भी रही बैठक के दौरान स्वास्थ ठीक न होने के कारण प्रबंधनिदेशक मौजूद नही रहे पर बैठक मे ऊर्जा मन्त्री के साथ जमनिया की विधायिका जी  के अलावा विभाग के सभी डायरेक्टर एवं वरिष्ठ अधिकारी मौजूद थे बैठक समाप्ति के पूर्व मन्त्री जी पत्रकार प्रतिनिनिधियो से मुलाकात की और कहा कि यह एक विभागीय औपचारिक बैठक रही जिसमे उ प्र के मुख्यमंत्री जी की योजना के अनुसार गाँव को 20 घण्टे औऱ शहरी क्षेत्र को 24 घण्टे विद्युत अपूर्ति करने एवं जले ट्रासफार्मर को तत्काल बदलने जैसे कार्यो की प्रगति पर चर्चा हुई  एक वरिष्ठ पत्रकार बन्धु ने अपने सवाल मे स्मार्टमीटर से उपभोक्ताओं के अधिक विद्युत बिल की चर्चा की तो विभागीय अधिकारी पैतरा बदलते नजर आये बलिया मे अपने ही दल के विधायक द्वारा एक अधीक्षण अभियंता को धमकी और गाली देने के सवाल पर राज्यमन्त्री महोदय ने अनभिज्ञता जाहिर करते हुए सवालो से कन्नी काट ली पर बैठक समाप्त कर जब मन्त्री महोदय निकले तो सारे काफिले के साथ डिस्काम के प्रबंधनिदेशक के आवास पर उनके स्वास्थ का हाल लेने रवाना हुए वही रास्ते मे चल रहे सयुक्त संघर्ष समिति के नेताओ और कर्मचारियो ने मन्त्री का काफिला आते देख आक्रोशित हो कर जम कर सरकार विरोधी नारे लगाने लगे कुछ समय के लिये पूरे डिस्काम परिसर मे सरकार विरोधी नारो से गूँजता रहा सुरक्षा कर्मी अपनी मुस्तैदी मुद्रा मे हाफ्ते देखे गये और मौके की नजाकत को भांपते हुए ऊर्जा राज्यमन्त्री के काफिले को गेस्टहाऊस की ओर हमेशा बन्द रहने वाले दरवाजे से बाहर निकाला गया यानी मन्त्री जी घुसे बड़े गेट से और निकलना पड़ा छोटे गेट से और मजे की बात यह है कि विरोध जताने वाले वही ठेकेदार अभियन्ता और अधिकारी थेे। जिन्होंने सुबह बडे ही प्यार व सम्मान के साथ मंत्री जी को गुलदस्ते भेट किये थे और वही लोग मात्र थोडी सी देर मे इनकी गलत नीतियो के विरोध में प्रदर्शन कर रहे थेे। पूर्व मे भी बीटेक सिविल यानि कि बडका बाबू आलोक कुमार और इनकी सहयोगी एलएलबी डिग्रीधारी अपर्णा यू को भी यहाँ भारी विरोध का  सामना करना पड़ा था। इस बात से यह तो सिद्ध हो रही है कि आने वाले समय मे पूर्वांचल विद्युत वितरण निगम के अधिकार और अभियन्ता ही इस आन्दोलन की दिशा और दशा तय करेंगे। वैसे मंत्री जी ने यह बताया कि 20 घण्टे ग्रामीण और 24 घण्टे शहर मे विद्युत आपूर्ति की जायेगी क्या यह वाकई सच है। तब तो इस पर सरकार / ब्यूरोक्रेटस ने तो कोई ना कोई योजना बनाई गई होगी। परन्तु  नातो सरकार के पास कोई योजना बनाई गई थी और ना ही सरकार द्वारा तैनात ब्यूरोक्रेटस के पास ही कोई उपाय है परन्तु प्रदेश की जनता को अधेरे मे रखने की पूरी तैयारी कर ली गयी है जैसे कि LC खोलने का निर्णय जिसमें डिस्कॉमो को अग्रिम धन बैक के खाते मे जमा कराना पडता है जब घाटे मे जा रहे डिस्कॉमो के पास धन नहीं होगा तो वह उसे अग्रिम धनराशि कहाँ से जमा करायेंगे और विद्युत की आपूर्ति कैसे होगी इस यक्ष प्रश्न का उत्तर किसके पास है नेताओं के या बडका बाबू जी लोगों के? खैर।              
         अविजित आनंद


टी-20 पर मंडराये संकट के बादल

धर्मशाला टी-20 पर मंडराए संकट के बादल 


धर्मशाला। भारतीय क्रिकेट प्रेमी बड़ी शिद्दत से इंडिया और साउथ अफ्रीका के बीच 15 सितंबर से शुरू होने वाली टी-20 सीरीज का इंतजार कर रहे हैं, लेकिन अब उनके लिए बुरी खबर आई है। दोनों टीमों के बीच सीरीज का पहला मुकाबला 15 सितंबर को धर्मशाला क्रिकेट स्टेडियम पर खेला जाएगा। इस मैदान की पिच तेज गेंदबाजों की मददगार मानी जाती है। ऐसे में जहां दोनों टीमें टीम संयोजन से तालमेल बैठाने में जुटी हैं, वहीं मुकाबले से पहले ही दोनों टीमों के माथे पर चिंता की लकीरें खिंच गईं हैं। दरअसल, ऐसा किसी खिलाड़ी की वजह से नहीं है, बल्कि ये चुनौती तो बदलते मौसम ने पेश की है।


दरअसल, टीम इंडिया दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज से इस घरेलू सत्र की शुरुआत करने जा रही है। मगर मौसम विभाग ने इस मुकाबले को लेकर बड़ी चेतावनी जारी की है। मौसम विभाग के अनुसार, धर्मशाला में मैच से दो दिन पहले ही तेज बारिश शुरू होने का अनुमान है जो तीसरे दिन भी जारी रहेगी। ऐसे में इस बात की उम्मीद कम ही मानी जा रही है कि दोनों टीमों के बीच पहला टी-20 मुकाबला बारिश की भेंट न चढ़े।


मोदी के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी

नई दिल्ली। 13,600 करोड़ रुपये के पीएनबी घोटाले का मुख्य अभियुक्त नीरव मोदी के भाई नेहाल मोदी के खिलाफ इंटरपोल ने रेड कॉर्नर नोटिस जारी कर दिया है। इससे पहले ईडी ने इंटरपोल से नेहाल के खिलाफ रेड कॉर्नर नोटिस जारी करने की अपील की थी। 40 साल का नेहाल फिलहाल बेल्जियम की नागरिकता हासिल किए हुए है और अमेरिका में रह रहा है। उस पर मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप है। उस पर पीएनबी से पैसे को इधर-उधर करने में नीरव मोदी की मदद करने का आरोप है। इसके साथ ही उसने सभी सबूतों को भी नष्ट कर दिया है।  ईडी ने आरोप लगाया है कि घोटाले का पता लगने के बाद उसने दुबई और हांगकांग में रह रहे सभी छद्म निदेशकों के सेल फोन को समाप्त कर दिया है और उनका काहिरा के लिए टिकट बुक किया था। फिलहाल नीरव मोदी इंग्लैंड की जेल में है। लंदन की वेस्टमिनस्टर कोर्ट में उसके प्रत्यपर्ण की सुनवाई चल रही है।


एमडीएच मसाला के उत्पादों की होगी जांच

नई दिल्ली। देश की प्रसिद्ध सब्जी मसाला कंपनी एमडीएच के सांभर मसाले में बैक्टीरिया की शिकायत पाए जाने के बाद अब ब्रांड के सभी उत्पादों के सैंपलों की जांच की जाएगी। ऑल इंडिया फूड एंड ड्रग लाइसेंस होल्डर फाउंडेशन की ओर से महाराष्ट्र अन्न और औषधि प्रशासन विभाग को चिट्ठी लिखी गई है। इसमें कहा गया है कि अमेरिकी फूड एंड ड्रग अथॉरिटी की ओर से जारी एक आधिकारिक बयान के अनुसार एमडीएच मसाले के एक उत्पाद में साल्मोनेला मिलने की पुष्टि हुई है। चिट्ठी में लिखा है कि एमडीएच के सांभर मसाले में कथित तौर पर साल्मोनेला बैक्टीरिया मिलने के बाद अमेरिका से इन मसालों की कम से कम तीन खेप वापस भेजी गई हैं। अमेरिका की फूड एंड ड्रग रेगुलेटर बॉडी एफडीए की ओर से कराए गए कुछ टेस्ट के परिणाम सामने आने के बाद सैंपल की जांच कराने का कदम उठाया गया है। महाराष्ट्र एफडीए से निवेदन किया गया है कि मामले का संज्ञान लेते हुए एमडीएच के सभी उत्पादों के सैंपल तुरंत जांचे जाएं।


फिर 4 से 15 नवंबर तक आॅड-ईवन

नई दिल्ली। दिल्ली की सड़कों पर एक बार फिर से ऑड-ईवन योजना देखने को मिलेगी। दिल्ली की अरविंद केजरीवाल सरकार ने शुक्रवार को ऐलान किया कि दिल्ली में 4 नवंबर से लेकर 15 नवंबर तक ऑड-ईवन नियम लागू होगा। माना जा रहा है कि प्रदूषण को ध्यान में रखते हुए केजरीवाल सरकार ने यह फैसला लिया है। अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में ऐलान किया कि दिल्ली में प्रदूषण से बचने के लिए मास्क भी मिलेंगे। सरकार ने कहा कि अक्टूबर से दिल्ली सरकार मास्क भी बांटेगी। इतना ही नहीं, दिल्ली में पर्यावरण मार्शल की नियुक्ति होगी।


जैविक हथियारों का प्रयोग बड़ा खतरा

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि आतंकवाद के लिए जैविक हथियारों का इस्तेमाल अभी एक बड़ा खतरा है और सेनाओं तथा उसकी चिकित्सा शाखा को इससे निपटने के लिए तैयार रहना होगा। सिंह ने आज यहां शंघाई सहयोग संगठन देशों के पहले मिलिट्री मेडिसिन सम्मेलन का उद्घाटन करते हुए कहा, मैं जैविक-आतंकवाद की समस्या से निपटने की क्षमता विकसित करने के महत्व को रेखांकित करना चाहता हूं। जैविक-आतंकवाद अभी एक वास्तविक खतरा है। यह संक्रामक महामारी की तरह फैलता है और सशस्त्र सेनाओं तथा मेडिकल सेवाओं को इससे निपटने के लिए आगे बढकर मोर्चा संभालना होगा। रक्षा मंत्री ने कहा कि रण क्षेत्र से संबंधित प्रौद्योगिकी में निरंतर बदलाव आ रहा है और इससे नयी-नयी चुनौती पैदा हो रही हैं।


नये और गैर परांपरागत युद्धों ने इन चुनौतियों को और जटिल बना दिया है। सशस्त्र सेनाओं की मेडिकल सर्विस को इन चुनौतियो का पता लगाने और इनके कारण स्वास्थ्य पर पडऩे वाले प्रतिकूल प्रभाव को कम करने की रणनीति सुझाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभानी होगी। उन्होंने कहा कि परमाणु, रसायनिक और जैविक हथियारों के कारण भी स्थिति निरंतर जटिल हो रही है। सशस्त्र सेनाओंं के चिकित्सा से जुड़े विशेषज्ञ संभवत इन खतरनाक चुनौतियों से निपटने के साजो-सामान से लैस हैं। घायलों की देखभाल और उनका बचाव मिलिट्री मेडिसिन का महत्वपूर्ण पहलू है। लड़ाई के दौरान चिकित्सा सुविधा मुहैया कराने वाली मेडिकल सेवाओं का यह कर्तव्य है कि उनके पास घायलों को जल्द से जल्द जरूरी सहायता उपलब्‍ध कराइ जाए।


'अतिकेंद्रीकरण' के विरोध की शुरुआत

लखनऊ। गुजरात, कर्नाटक और उत्तराखण्ड के बाद अब भाजपा शासित उत्तर प्रदेश की सरकार भी यातायात नियमों के उल्लंघन पर वसूले जाने वाले जुर्माने की दरों पर 'जनता के हित में' फिर से विचार कर रही है। सपा ने भाजपा शासित राज्यों द्वारा चालान के नए नियमों को 'न मानने' को भाजपा में 'अतिकेन्द्रीकरण' के विरोध की शुरूआत करार दिया है। 


राज्य के परिवहन राज्यमंत्री अशोक कटारिया ने यहां संवाददाताओं से कहा ''उत्तर प्रदेश की जनता के हित में जुर्माना राशि को कितना किया जाए, इसके बारे में सरकार पुनर्विचार कर रही है।'' उन्होंने कहा कि राज्य सरकार जल्द ही यातायात नियमों के उल्लंघन के जुर्माने की नयी दरें घोषित करेगी। उल्लेखनीय है कि भाजपा शासित गुजरात, उत्तराखण्ड और कर्नाटक राज्यों की सरकारों ने संशोधित मोटर वाहन अधिनियम में जुर्माने की दरें अपने-अपने यहां आधी कर दी हैं, जबकि महाराष्ट्र और गोवा में इसके क्रियान्वयन को टाल दिया गया है। 


सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने इस पर एक बयान में कहा ''भाजपा शासित राज्यों द्वारा चालान के नए नियमों को न मानना यह दर्शाता है कि ये नियम सच में कितने जनविरोधी एवं दमनकारी है। तभी तो उन राज्यों की इतनी हिम्मत हुई है कि वो 'सख्त फैसले' लेने वाले तथा कथित 'निर्णायक नेतृत्व' को चुनौती दे सके। ये भाजपा में अतिकेन्द्रीकरण के विरोध की शुरूआत है।'' उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार इन दिनों ऐसे अव्यावहारिक निर्णय कर रही है, जिनसे जनता को दुःख और पीड़ा मिले। यह सिलसिला केन्द्र से लेकर राज्य तक में चल रहा है।


हटके: दुनिया का सबसे जहरीला पेड़

ये है दुनिया का सबसे जहरीला पेड़, पास गए तो होगी मौत


दुनियाभर में कई ऐसे पेड़-पौधे हैं, जो जहरीले होते हैं। ऐसा ही एक पेड़ मैंशीनील है, जो दुनिया के सबसे खतरनाक पेड़ों में शामिल है। इसका नाम गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में सबसे जहरीला पेड़ के तौर पर दर्ज है। यह पेड़ फ्लोरिड और कैरेबियन तट पर पाया जाता है और इसके तने से निकलने वाला रस इतना जहरीला होता है कि अगर यह आपकी स्किन पर छू भी जाए तो छाले पड़ जाएंगे। सेब जैसा दिखने वाला इस पेड़ के फल को खाने से मौत हो सकती है।


गलती से कहीं पेड़ का रस आंख के पास चला जाए तो इंसान अंधा हो सकता है। इतना ही नहीं लकड़ी को जलाने के बाद निकलने वाली धुआं से भी इंसान की आंखों की रोशनी जा सकती है। निकोला एच स्ट्रिकलैंड नाम के एक वैज्ञानिक ने इस पेड़ के फल को एक बार चखा था। वे अपने कुछ दोस्तों के साथ टोबैगो के कैरेबियन आइलैंड के बीच पर गए थे, जहां उन्होंने यह फल खा लिया था। स्ट्रिकलैंड ने बताया कि यह बेहद कड़वा था। मैं अगर तुरंत चेकअप नहीं करवाता तो मेरी जान निकल जाती। यही कारण है कि इस पेड़ के आस-पास चेतावनी वाले बोर्ड लगे रहते हैं।


सरकार को नहीं गलती का एहसास:सिंह

नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री और अर्थशास्त्री मनमोहन सिंह ने एक बार देश की बिगड़ रही अर्थव्यवस्था पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि अर्थव्यवस्था खराब से बेहद खराब होती जा रही है लेकिन दुख की बात है कि मोदी सरकार को अपनी गलती का एहसास नहीं हो रहा है।


मनमोहन सिंह ने कहा कि आर्थिक मंदी और अपनी गलतियों को स्वीकारने के बजाय, सरकार ने अपनी गलतियों के लिए दूसरों को दोष देने पर ध्यान दिया है। भाजपा को मौजूदा संकट को स्वीकार करना चाहिए और अर्थव्यवस्था को ठीक करने के उपाय करने चाहिए। पूर्व पीएम ने एक बार फिर दोहराते हुए आर्थिक स्थिति के लिए नोटबंदी और जीएसटी जैसे सरकारी कदम को जिम्मेदार ठहराया। उन्होंने कहा कि आर्थिक हालातों को सुधारने के लिये रणनीति बनानी होगी ताकि बिगड़ते हालातों से लड़ा जा सके।


'तेजस' में मिलेगा कानपुर का खाना

ट्रेन-18 की तरह तेजस में मिलेगा कानपुर का खाना
दिलशाद अहमद 
वंदे भारत एक्सप्रेस में मिलता है फाइव स्टार होटल का खाना


नई दिल्ली। देश की पहली निजी ट्रेन तेजस एक्सप्रेस में यात्रियों को दोपहर का लंच कानपुर का दिया जाएगा। इसके टेंडर की प्रक्रिया चल रही है। लखनऊ से दिल्ली जाने वली ट्रेन में कानपुर से खाना चढ़ाने की सहमति मिली है। अभी देश की पहली सेमी हाईस्पीड ट्रेन वंदे भारत एक्सप्रेस में भी कानपुर के फाइव स्टार होटल का खाना मिलता है।
लखनऊ से ट्रेन सुबह 6:10 बजे छूटेगी। इस पर इस ट्रेन में नाश्ता तो लखनऊ से कानपुर के बीच ही दे दिया जाएगा। कानपुर बाद नई दिल्ली जाने में इस ट्रेन का स्टापेज सिर्फ गाजियाबाद में है। लेकिन वहां से दिल्ली का सफर सिर्फ 40 मिनट का है। इसलिए कानपुर सेंट्रल स्टेशन से ही खाना चढे़ेगा। यह ट्रेन सेंट्रल स्टेशन पर सुबह 7:20 बजे पहुंचेगी और 7:25 बजे रवाना होगी।


ट्रेन का स्टाफ अवधी ड्रेस में चलेगा


इस ट्रेन में आईआरसीटीसी का स्टाफ दूसरी ट्रेनों की तरह नहीं होगा। इसमें वेटर से लेकर दूसरा स्टाफ कोट पैंट नहीं बल्कि सदरी पहनकर मौजूद रहेगा। ट्रेन में मौजूद यात्रियों को लखनऊ की तहजीब और अवधी सभ्यता का एहसास होगा। यह पहली बार किसी ट्रेन में किसी शहर और प्रांत की सभ्यता का एहसास दिलाने की कोशिश होगी।


योगी और नड्डा ने किया शिलान्यास

कानपुर। नौबस्ता स्थित पुरानी मौरंग मंडी में भाजपा के नए कार्यालय का शिलान्यास बृहस्पतिवार को हुआ। भाजपा के कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्र देव के साथ कार्यालय के लिए भूमि पूजन किया। यह कार्यालय 1100 वर्ग मीटर क्षेत्र में बनाया जाएगा। इस दौरान प्रदेश के नौ अन्य जिलों के पार्टी कार्यालयों का भी शिलान्यास यहीं से हुआ। कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष ने बताया कि देश में अभी 200 और पार्टी कार्यालय खोले जाएंगे।इन कार्यालयों में अत्याधुनिक इलेक्ट्रानिक्स सिस्टम और सभी तरह की सुविधाएं मौजूद रहेंगी। कानपुर का क्षेत्रीय और तीन जिलों का यह कार्यालय कई मंजिला होगा। कांफ्रेंस हॉल, मीटिंग हॉल, मीडिया के लिए खबरें भेजने के लिए सभी जरूरी सुविधाएं मौजूद होंगी।


बाकी जिन जनपदों (कानपुर देहात, गौतमबुद्ध नगर, नोएडा, बागपत, रायबरेली, पीलीभीत, प्रतापगढ़ और जौनपुर) के कार्यालयों का शिलान्यास किया गया, उनके शिलापट वहीं के जिलाध्यक्ष लेकर जाएंगे। इससे पहले पार्टी के महामंत्री संगठन सुनील बंसल ने भूमि पूजन की प्रक्रिया पूरी की। बारिश की वजह से कार्यक्रम में थोड़ी दिक्कत भी हुई। इस मौके पर सांसद सत्यदेव पचौरी, देवेंद्र सिंह भोले, मानवेंद्र सिंह, नीलिमा कटियार, कमलरानी वरुण, रंजना उपाध्याय, भवानी सिंह, अरुण पाठक, सलिल विश्नोई, सुरेंद्र मैथानी, अनीता गुप्ता, श्याम बिहारी मिश्र, बालंचद्र मिश्र, सुरेश अवस्थी सहित कई प्रमुख पदाधिकारी मौजूद रहे।


'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन

'मतदाता जागरूकता' अभियान रैली का आयोजन   मतदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए स्कूली बच्चों ने निकाला रैली कौशाम्बी। एन डी कान...