बुधवार, 11 सितंबर 2019

लूट के विरोध में गोली लगने से मौत

बदायूं। उझानी क्षेत्र में आज सुबह बदमाशों ने लूटपाट का विरोध करने पर एक व्यक्ति की गोली मारकर हत्या कर दी। करीब साढ़े सात हजार रुपये और दो बैग लूटकर फरार हो गये।


मृतक के बेटा कुवंरपाल रायबरेली में रेलवे के कारखाने में काम करते हैं। वे बस पर सवार होकर सुबह करीब चार बजे रायबरेली से उझानी उतरे थे। पिता आनंदपाल सिंह बेटे को लेने के लिए बाइक लेकर उझानी आये थे। उन्होंने बताया कि वो जब मोटरसाइकिल पर जमरौली जाने लगे, उसी समय चार नकाबपोश बदमाश आये और उन लोगों से तमंचे के बल पर लूटपाट करने लगे। विरोध करने पर बदमाशों ने 60 वर्षीय आनंदपाल को गोली मार दी और करीब साढे सात हजार रुपये लूटकर फरार हो गये। उन्होंने बताया कि गंभीर हालत में आनंदपाल को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मृत्यु हो गई।


घाटी में अलर्ट:सुरक्षा बलों ने बढ़ाई चौकसी

जम्मू कश्मीर। जम्मू कश्मीर में अनुच्छेद 370 में बदलाव के बाद घाटी में पहले से ही अलर्ट सुरक्षा बल अब और चौकन्नी हो गई है। इंटेलिजेंस सूत्रों के मुताबिक घाटी में हाल के दिनों में कई पाकिस्तानी आतंकी देखे गए हैं। सूत्रों के मुताबिक पांच अगस्त से लेकर अब तक 40 पाकिस्तानी आतंकी घुसपैठ कर चुके हैं। पिछले 40 दिनों में हुई ये घुसपैठ अब तक की सबसे बड़ी घुसपैठ है। इंटेलिजेंस एजेंसियों की मानें तो ये सभी आतंकी जैश ए मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा से जुड़े हुए हैं।


खबर यह भी है कि इन आतंकियों के निशाने पर सुरक्षा बल हैं और वो किसी बड़े हमले की फ़िराक में हैं। पाकिस्तान और आतंकियों को भेजने की फ़िराक़ में लगा हुआ है। इसी वजह से जम्मू-कश्मीर की घाटी में सुरक्षा और चौकस कर दी गई है। बता दें कि इंडियन आर्मी ने जम्मू-कश्मीर के केरन सेक्टर में पाकिस्तान बॉर्डर एक्शन टीम के एक दल द्वारा घुसपैठ की नाकाम कोशिश का एक वीडियो शेयर किया था।भारतीय सेना द्वारा शेयर किए गए तीन अगस्त के इस वीडियो में कम से कम 4 शव देखे जा सकते हैं। पाक सेना ने इनके शव लेने से भी इनकार दिया था, जबकि सेना ने इनके पाक सैनिक होने के सबूत भी पेश किए थे। मारे गए घुसपैठियों में आतंकियों के साथ-साथ पाकिस्तान की सेना के जवान भी शामिल थे। सेना सूत्रों ने कहा है कि ये पाकिस्तानी घुसपैठिए थे।


अस्थाई कोर्ट में बयान दर्ज करने पहुंचे जज

उन्नाव रेप केस में पीड़िता का बयान दर्ज करने AIIMS पहुंचे जज, बनाया गया है अस्थाई कोर्ट


नई दिल्ली। उन्नाव रेप केस की पीड़िता का बयान आज से दर्ज किया जाएगा। इसके लिए अस्पताल में ही विशेष कोर्ट बैठेगी। जज सुनवाई के लिए एम्स में पहुंच चुके हैं। पीड़िता का बयान बंद कमरे में दर्ज किया जाएगा जिसे रिकॉर्ड भी किया जाएगा। वहीं, आरोपी शशि सिंह और कुलदीप सेंगर की पेशी भी हुई है। पीड़िता के बयान दर्ज करने के बाद आरोपियों से क्रॉस एग्जामिनेशन होगा। रायबरेली के पास हुई दुर्घटना के बाद पीड़िता एम्स में इलाज करवा रही हैं। इसी वजह से अदालत ने एम्स में अस्थायी कोर्ट बनाकर बयान दर्ज कराने का आदेश दिया था। इस मामले में बीजेपी विधायक कुलदीप सिंह सेंगर आरोपी हैं।
28 जुलाई को कुलदीप सेंगर पर रेप का आरोप लगाने वाली पीड़िता, उसकी चाची और मौसी अपने वकील के साथ रायबरेली जेल में बंद अपने रिश्तेदार से मुलाक़ात करने जा रही थी, इसी दौरान एक ट्रक ने उनकी कार को टक्कर मार दी थी। इस मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट की निगरानी में चल रही है।


बीज निगम कर्मचारी बता, ठगे 52 लाख

रायगढ़। छत्तीसगढ़ के जांजगीर जिले के करीब 12 किसान ठगी का शिकार हो गए। भद्रीपाली गांव के रहने वाले पिता-पुत्र की जोड़ी ने इन्हें अपना शिकार बनाया। दरअसल मोहन डनसेना नाम के शख्स ने खुद को गांव वालों को बीज निगम का कर्मचारी बताया। उसने वादा किया वो सभी किसानों का धान 1800 प्रति क्विंटल की दर से खरीदेगा। आरोपी और किसानों के बीच 66 लाख 60 के धान की डील हुई। आरोपी ने महज 14 लाख गांव के किसानों को दिए और धान लेकर फरार हो गया।


इस धोखाधड़ी के शिकार हुए किसान यज्ञनारायण चन्द्रा ने बताया कि मार्च महीने में मोहन डनसेना से उसकी मुलाकात हुई। खुद को बीज निगम का कर्मचारी बताकर डनसेना ने धान खरीदने की बात कही। आरोपी ने किसान को खरसिया बुलाया यहां 3 लाख रूपए एडवांस किसान को दिए। किसान आरोपी के झांसे में आ गया। उसने अन्य किसानों का धान भी आरोपी के पास बेचा। बीच-बीच में आरोपी कुछ रूपए किसानों को देता रहा औ धान ले जाता रहा। इस तरह उसने किसानों को 66 लाख के धान के बदले 14 लाख रूपए दिए।


इसके बाद कई दिनों तक किसानों को आरोपी ने पैसे नहीं दिए। किसान उसके घर के चक्कर लगाते रहे। बार-बार रूपयों की मांग करने पर आरोपी ने किसानों को बाकि बची रकम 52 लाख 60 हजार रूपए का चेक दे दिया। इसे जब बैंक में जमा कराया गया तो आरोपी के खाते में पैसे ही नहीं थे। इस बीच किसानों ने रायगढ़ के बीज निगम में आरोपी की तस्दीक की तो पता चला वह वहां का कर्मचारी नहीं है । मौका पाकर आरोपी किसानों का धान बेचकर फरार हो गया। किसानों की शिकायत पर अब पुलिस उसकी तलाश में है।


पूर्व मुख्यमंत्री को बेटे सहित नजरबंद किया

हैदराबाद। आंध्र प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू और उनके बेटे नारा लोकेश समेत तेलुगु देशम पार्टी के कई नेताओं को नजरबंद कर दिया गया। दोनों नेता अपने समर्थकों के साथ सरकार के विरोध में अपने आवास पर भूख हड़ताल पर बैठे थे। पुलिस प्रशासन ने अटमाकुर समेत संवेदनशील इलाकों में धारा 144 लगा दी।


नायडू को मीडिया से मिलने की अनुमति नहीं दी गई। उन्होंने कहा कि यह लोकतंत्र का काला दिन है। प्रशासन ने चंद्रबाबू के अलावा उनके कई समर्थकों को भी नजरबंद किया है। वहीं, मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी ने चंद्रबाबू और उनके समर्थकों पर हिंसा फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि सुरक्षा व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया। चंद्रबाबू ने जगन रेड्डी पर राजनीतिक हिंसा करने का आरोप लगाते हुए विरोध जताया था। उन्होंने अपने समर्थकों से बुधवार को सुबह 8 बजे से रात 8 बजे तक विरोध के लिए अपने-अपने क्षेत्र में भूख हड़ताल पर बैठने की अपील की थी। साथ ही तेदेपा ने 'चलो अटमाकुर' नारा भी दिया था। चंद्रबाबू ने जगन की पार्टी पर तेदेपा समर्थकों की हत्या का भी आरोप लगाया है।


तेदेपा ने कहा कि उनके कार्यकर्ताओं को धमकियां मिल रही हैं। पार्टी ने दावा किया कि पिछले तीन महीनों में आठ कार्यकर्ताओं की हत्या हुई है। इनमें ज्यादातर गुंटुर जिले के अटमाकुर और पलनाडू क्षेत्र के थे। इसके विरोध में चंद्रबाबू ने तेदेपा समर्थकों से बुधवार को गुंटुर से पलनाडू के अटमाकुर गांव तक रैली करने की अपील की थी। उंदावल्ली में नजरबंद नारा लोकेश ने कहा, ''विरोध करना हमारा संवैधानिक अधिकार है। प्रशासन या सरकार हमें नहीं रोक सकते।


राष्ट्र विरोधियों को कीमत चुकानी होगी

नई दिल्ली। केंद्रीय मंत्री जितेंद्र सिंह ने कहा कि ऐसा कोई भी व्यक्ति जो देश विरोधी गतिविधियों में लगा हुआ है, उसे उसकी कीमत चुकानी पड़ेगी। जितेंद्र जम्मू-कश्मीर लिबरेशन फ्रंट के नेता यासीन मलिक पर निशाना साध रहे थे।


जितेंद्र ने यह भी कहा कि बीते 30 साल से देश विरोधी गतिविधियों में लगे लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब उन पर एक्शन लेने का वक्त आ गया है। वायुसेना अफसरों को मारने के कथित आरोपी यासीन को क्या राजनीतिक संरक्षण दिया जा रहा है, इस पर केंद्रीय मंत्री ने कहा, अफसरों की बेरहमी से हत्या कर दी गई। हम उस पीढ़ी का प्रतिनिधित्व करते हैं, जो अत्याचारों की गवाह रही। हमारी सरकार अब भी बातचीत को तरजीह देती है। लेकिन कोई भारत में रहते हुए देश विरोधी गतिविधियों में लिप्त रहेगा तो उसे जवाब देना पड़ेगा। सिंह ने एक बार फिर कहा, ''सरकार का अगला एजेंडा जम्मू-कश्मीर के बाकी हिस्सेको भारत में शामिल करना है। ये केवल मेरी या पार्टी की प्रतिबद्धता नहीं है। यह रेजोल्यूशन तो 1994 में संसद में पीवी नरसिम्हाराव की सरकार के वक्त पास किया गया था।''


''मोदी सरकार ने अपने 100 दिन के कार्यकाल में कई ऐतिहासिक फैसले लिए। जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाना हमारा सबसे बड़ा अचीवमेंट है। कश्मीर न तो बंद है और न ही वहां पर अब कर्फ्यू है। वहां जिंदगी तेजी से पटरी पर लौट रही है। अनुच्छेद 370 हटाने का फैसला हमने इसलिए लिया क्योंकि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में औद्योगिक विकास, स्वास्थ्य सुविधाएं और रोजगार की स्थिति बेहतर हो सके।


हिंदू भावना दबाने का नतीजा:कल्याण

कल्याण सिंह बोले- बाबरी मस्जिद गिराना साजिश नहीं, यह करोड़ों हिंदुओं की भावनाएं दबाने का नतीजा


 लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने लखनऊ में कहा कि बाबरी मस्जिद को गिराए जाने की घटना किसी षडयंत्र का हिस्सा नहीं, बल्कि सदियों से करोड़ों हिंदुओं की भावनाओं को दबाए जाने का परिणाम था। दिसंबर 1992 में अयोध्या में बाबरी मस्जिद को गिराए जाने के समय कल्याण सिंह मुख्यमंत्री थे। इलाहाबाद हाईकोर्ट के विशेष जज सुरेंद्र कुमार यादव ने सीबीआई को कल्याण सिंह के मामले में रिपोर्ट दाखिल करने को कहा था। इस पर सीबीआई ने एक आवेदन दायर किया था, जिस पर आज सुनवाई होगी।


कल्याण ने कहा, “अभी तक मैं राजस्थान का राज्यपाल था और मुझे समन नहीं किया जा सकता था। लेकिन अब मुझसे पूछताछ की जाएगी। इसके लिए मैं कोर्ट में पेश होऊंगा। मैं वहां पर सभी सवालों का जवाब दूंगा।”पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा, “मैं कोर्ट का सम्मान करता हूं। यदि सीबीआई मुझसे पूछताछ करना चाहती है तो मैं इसे स्वीकार करता हूं। वे इसके लिए जब भी तारीख तय करते हैं तो मैं उस दौरान हाजिर रहूंगा। यह मुद्दा अदालत में है और 12-13 लोगों के खिलाफ आपराधिक मामले चल रहे हैं। मैं कोर्ट को बताऊंगा कि इसमें कोई षडयंत्र नहीं हुआ।”


कल्याण ने कहा, “अयोध्या करोड़ों भारतीयों की आस्था का केंद्रबिंदु है। अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण होता है तो इससे करोड़ों भारतीयों की इच्छा पूरी होगी। मैं राम मंदिर निर्माण का समर्थन करता हूं। यह मामला अभी सुप्रीम कोर्ट में चल रहा है। हम लोग कोर्ट के आदेश का इंतजार कर रहे हैं। फैसले आने के बाद केंद्र सरकार को इस दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। मेरा पक्ष इस मुद्दे पर पूरी तरह स्पष्ट है।”


उन्होंने कहा कि सभी राजनीतिक दलों को इस मुद्दे पर अपना पक्ष स्पष्ट करना चाहिए कि वे अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण के पक्ष में हैं या नहीं। उन्होंने सुझाव दिया कि मुस्लिम पक्ष को इस मामले में अपने दावे को वापस लेने के पक्ष में सोचना चाहिए। इससे देश की एकता और अखंडता सुनिश्चित होगी।


हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया

हैदराबाद ने जीता टॉस, बल्लेबाजी का फैसला किया  इकबाल अंसारी  हैदराबाद। इंड‍ियन प्रीम‍ियर लीग (IPL) 2024 सीजन में सनराइजर्स हैदराबाद (SRH) और...