शुक्रवार, 30 अगस्त 2019

सहायक शिक्षक भर्ती में बड़ी राहत

प्रयागराज। इलाहाबाद हाईकोर्ट ने प्रदेश के प्राथमिक स्कूलों में 68500 सहायक अध्यापक भर्ती में मेरिट पर सामान्य वर्ग में चयनित आरक्षित श्रेणी के (एमआरसी) अभ्यर्थियों को बड़ी राहत दी है। कोर्ट ने ऐसे अभ्यर्थियों को अगले शिक्षा सत्र 2020 -21 में उनकी वरीयता वाले जिलों में तैनात करने का निर्देश दिया है।
कोर्ट ने कहा कि वर्तमान सत्र में की गयी एमआरसी अभ्यर्थियों की तैनाती संविधान के अनुच्छेद 14 व 16 (1) के विपरीत है। कोर्ट ने मनमाने तरीके से तैनाती का आदेश रद कर दिया है। यह आदेश न्यायमूर्ति प्रकाश पाडिया ने एक हजार से अधिक याचिकाओं को निस्तारित करते हुए दिया है। कोर्ट ने कहा कि इस आदेश का लाभ एमआरसी (मेरिट में चुने गए आरक्षित श्रेणी के अभ्यर्थी) अभ्यर्थियों को ही मिलेगा। इन्हें आरक्षित श्रेणी में मानते हुए वरीयता वाले जिले में इनकी तैनाती की जाए। जो पहले से नियुक्त हो चुके हैं और एमआरसी श्रेणी के हैं, उनके सहित याचीगण तीन माह में अर्जी दें। सरकार उस पर तीन माह के भीतर आदेश जारी करे।


एनआरसी की अंतिम सूची कल होगी जारी

असम एनआरसी की अंतिम सूची कल होगी जारी


गुवाहाटी। असम में राष्ट्रीय नागरिक रजिस्टर (एनआरसी) तैयार होने की प्रक्रिया पूरी हो गई है। एनआरसी की अंतिम सूची 31 अगस्त 2019 को जारी की जाएगी। केंद्रीय गृह मंत्री ने असम के लोगों से अफवाहों पर ध्यान न देने की अपील की है। असम पुलिस ने भी 29 अगस्त 2019 को लोगों से समाज में भ्रम की स्थिति पैदा करने की कोशिश में जुटे तत्वों द्वारा फैलाई जा रही अफवाहों में नहीं आने अपील की। गृह मंत्रालय ने साफ किया है कि किसी व्यक्ति का एनआरसी में नाम शामिल नहीं होने का अर्थ यह नहीं है कि उसे विदेशी घोषित कर दिया गया है। गृह मंत्रालय ने कहा है की अंतिम एनआरसी से बाहर रह गए सभी लोग विदेशी ट्रिब्यूनल में अपील कर सकते हैं। विदेशी ट्रिब्यूनल की संख्या बढ़ाई जा रही है। अपील दायर करने की समयसीमा को 60 दिन से बढ़ाकर 120 दिन कर दिया गया है।


एनआरसी की प्रक्रिया की निगरानी पर सुप्रीम कोर्ट


31 जुलाई 2018 को जारी किए गए एनआरसी के ड्राफ्ट में 40.7 लाख लोगों के नाम सूची से बाहर कर दिए गए थे। इसके बाद 26 जून 2019 को एक अतिरिक्त ड्राफ्ट सूची आई जिसमें करीब एक लाख और लोगों के नाम सूची से बाहर निकाले गए थे। एनआरसी की अंतिम सूची अब 31 अगस्त को प्रकाशित हो रही है। एनआरसी की प्रक्रिया की निगरानी पूरी तरह से सुप्रीम कोर्ट कर रही है। इसका मुख्य उद्देश्य असम में अवैध अप्रवासियों की पहचान करना है।


भारत का सबसे ऊंचा स्काई साईकिलिंग ट्रैक

भारत का सबसे ऊंचा स्काई साइकिलिंग ट्रैक मनाली में बनाया गया


मनाली। पर्यटन स्थल गुलाबा में 9,000 फीट की ऊंचाई पर देश का सबसे ऊंचा 'स्काई साइकिलिंग ट्रैक' बनाया गया है। ट्रैक का सफलतापूर्वक परीक्षण 29 अगस्त 2019 को किया गया था। इस ट्रैक की लंबाई 350 मीटर है. अक्टूबर के पहले सप्ताह में इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा।यह ट्रैक अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण खेल संस्थान मनाली के निदेशक कर्नल नीरज राणा की देखरेख में बनाया गया है। स्काई साइकिलिंग ट्रैक से सरकारी राजस्व को भी बहुत मजबूती मिलेगी। इस ट्रैक से सैलानियों को भी साहसिक गतिविधियों में भाग लेने का मौका मिल सकेगा।


मुख्य बिंदु:-स्काई साइकिलिंग ट्रैक 9,000 फीट की ऊंचाई पर बनाया गया है।350 मीटर स्काई साइकिलिंग सहित 450 मीटर लंबी जीप लाइन का सफलतापूर्वक परीक्षण किया गया है। इसके अलावा, राज्य सरकार गुलाबा की वादियों में प्रकृति वाटिका का निर्माण कर रही है, जिस पर लगभग दो करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।वन विभाग द्वारा इस संस्थान के सहयोग से पूरे सुरक्षा मानकों को देख इसे तैयार किया गया है।स्काई साइकिलिंग और जीप लाइन हेतु कुछ स्थानीय युवाओं को प्रशिक्षित किया जा रहा है, जो इनका संचालन करेंगे। आठ युवाओं को अभी तक अटल बिहारी वाजपेयी पर्वतारोहण और साहसिक खेल संस्थान मनाली द्वारा प्रशिक्षण दिया जा रहा है। इस वाटिका में भव्य प्रवेश द्वार सहित पार्किंग, टिकट बुकिग कक्ष, रोप क्रॉस, पिकनिक एरिया, टावर सहित ट्री हाउस, वॉकिग ट्रेक, किट्स प्ले एरिया, ट्री ग्रोव, लॉन, योग एवं मेडिटेशन, प्रकृति झरना, रेस्तरां व शॉपिग कांप्लेक्स, शौचालय, फूलों का बगीचा, स्नो गेम्स, जीप लाइन तथा रैपलिग जैसी साहसिक गतिविधिया करवाई जाएंगी।इन सुविधाओं को पार्क में शुरू करने का उद्देश्य घाटी में पर्यटन को बढ़ावा देने समेत स्थानीय लोगों हेतु रोजगार के अवसर उपलब्ध कराना है।


'विश्वकप' में हार के बाद बड़े बदलाव

लखनऊ। विश्व कप के सेमी फाइनल में मिली हार के बाद टीम इंडिया में बड़े बदलाव की बात कही जा रही थी। वेस्टइंडीज दौरे पर टीम इंडिया में कुछ बदलाव देखने को मिला भी। माही ने इस दौरे से किनारा किया था और टीम में शामिल नहीं हुए थे। वेस्टइंडीज दौरे के बाद टीम इंडिया को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ टी-20 सीरीज खेलनी है लेकिन इस सीरीज में माही को मौका नहीं दिया गया है।इसके बाद से अटकले लगायी जा रही है कि धोनी का क्रिकेट करियर खत्म हो गया है। माना तो यह भी जाता है माही का क्रिकेट करियर विश्व कप के बाद ही खत्म हो गया था लेकिन इस बारे में कोई भी कुछ नहीं बोल रहा है।जानकारी के मुताबिक माही को कुछ लोगों ने संन्यास की सलाह भी दे डाली थी लेकिन माही ने अभी इस पर कोई फैसला नहीं किया था। एमएसके प्रसाद की अगुवाई वाली चयन समिति ने गुरुवार को भारतीय टी-20 टीम ऐलान किया था। इस टीम में ऋषभ पंत को मौका दिया गया है और माही को उपेक्षा का शिकार होना पड़ा है। बीसीसीआई के सूत्र बता रहे हैं कि चयन समिति माही के नाम पर विचार नहीं कर रही है और वह अगले साल टी-20 विश्व कप को ध्यान में रखकर टीम को चुन रही है।


चयन समिति चाहती है कि पंत को अभी से तैयार किया जाये और इस वजह से उनको ज्यादा से ज्यादा मौका दिया जाये, हालांकि मौजूदा वेस्टइंडीज दौरे पर उनका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक नहीं रहा है। वेस्टइंडीज दौरे पर तीन टी-20 में पंत केवल 69 रन ही बना सके थे। इसके बाद वन डे की दो पारियों में केवल 20 रन का योगदान दे सके लेकिन चयन समिति चाहती है कि पंत को और मौका दिया जाये ताकि वह अपने आप को तैयार कर सके।दूसरी ओर माही ने सेमी फाइनल में न्यूजीलैंड के खिलाफ 72 गेंदों पर 50 रन बनाए थे। पूरे विश्व कप में माही की सुस्त बल्लेबाजी टीम इंडिया के लिए सबसे बड़ा रोड़ा साबित हुई थी। भारत बड़े स्कोर के लिए संघर्ष करती नजर आयी। बीसीसीआई के चयनकर्ताओं ने आपस में विचार करने के बाद इस नतीजे पर पहुंची है।इसके साथ चीफ सेलेक्टर एमएसके प्रसाद के माध्यम से माही को संदेश दिया गया है कि आगे उनको टीम में लेना मुश्किल होगा। चयनकर्ताओं को लगता है कि समय आ गया है कि माही से आगे युवा खिलाडिय़ों के बारे में सोचा जाये।


जानकारी तो यहां तक मिल रही है कि माही के साथ चयनकर्ताओं अकेले में बैठक की है और उनको बता दिया था कि आपकी पारी खत्म हो चुकी है और युवाओं को मौका दिया जायेगा। उधर माही भी चयनकर्ताओं की बात से सहमत नजर आ रहे हैं। अब देखना होगा कि माही आखिर कब संन्यास की घोषणा करते हैं या नहीं।


हिंदी टीचर ना होने से छात्राए नाराज

रेवाड़ी। सेक्टर-4 के राजकीय कन्या सीनियर सेकेंडरी स्कूल में पिछले 3 महीनों से हिंदी की टीचर नहीं है और ना ही 15 दिन से संस्कृत की टीचर आ रही है। इस बात से नाराज छात्राओं ने सड़क पर बैठकर ही पढ़ाई की। छात्राओं ने कहा कि जब उन्हें खुद ही पढ़ना है तो वो स्कूल क्यों जाएं ?


सड़क पर बैठी छात्राएं


छात्राओं ने बताया कि स्कूल प्रशासन की ओर से उन्हें कई बार आश्वासन दिया गया। शुक्रवार को टीचर्स के आने की बात कही गई थी, लेकिन जब टीचर्स नहीं आई तो मायूस छात्राओं ने स्कूल के बाहर ही पढ़ाई शुरू कर दी। छात्राओं ने ये भी बताया कि उनके स्कूल को दूसरी तगह शिफ्ट किया जा रहा है। वो दूर जाकर पढ़ाई करने में असमर्थ हैं, इसलिए उनके स्कूल को दूसरी जगह शिफ्ट नहीं किया जाए।छात्राओं ने ये भी चेतावनी दी की सीएम मनोहर लाल की जन आशीर्वाद यात्रा रेवाड़ी आ रही है। अगर स्कूल प्रशासन ने कुछ नहीं किया तो वो खुद जाकर सीएम से फरियाद करेंगी।वहीं कांग्रेस के पूर्व मंत्री कैप्टन अजय सिंह यादव भी छात्रों से मिलने पहुंचे। उन्होंने कहा कि वो अपने स्तर पर प्रशासन से जरूर बात करेंगे। इसके साथ ही उन्होंने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि सरकार का 'बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ' नारा सिर्फ टीवी तक ही सीमित रह गया है।आपको बता दें हल्का नारनोंद के मदनहेड़ी गांव में भी छात्राएं धरने पर बैठी है। उनका आरोप है कि मंत्री कैप्टन अभिमन्यु ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया है। वो अब मंत्री से माफ़ी की मांग कर रही है।


छात्रों ने 'राष्ट्रपति' से मांगी इच्छा मृत्यु

झज्जर। हरियाणा के झज्जर-सांपला मार्ग पर गांव गिरावड़ के पास स्थित एक मेडिकल कॉलेज के 49 छात्र छात्रों ने प्रबंधन की कार्यशैली से नाराज होकर राष्ट्रपति से इच्छामृत्यु की इज्जात मांगी है। वर्ल्ड कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंस एंड रिसर्च में एमबीबीएस फाइनल ईयर के छात्रों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को एक पत्र लिखकर इच्छामृत्यु की अनुमति मांगी है। छात्रों ने आरोप लगाया है कि कॉलेज में पाठ्यक्रम चलाने के लिए बुनियादी सुविधाएं नहीं हैं।


बता दें कि 49 छात्रों द्वारा लिखे इस पत्र में कहा है कि उन्होंने 2016 में रोहतक के पंडित बीडी शर्मा स्वास्थ्य विज्ञान विश्वविद्यालय में आयोजित परामर्श के माध्यम से एडमिशन लिया था।आगे कहा कि कॉलेज के पास ना तो हमें पढ़ाने के लिए डॉक्टर हैं और ना ही इनके अस्पताल में मरीज है। 2018 में हाईकोर्ट में याचिका दायर की थी और अन्य सुसज्जित कॉलेजों में उनके स्थानांतरण की मांग की गई।


चुनाव से पहले कैबिनेट की अंतिम बैठक

चंडीगढ़। आज प्रदेश सरकार की कैबिनेट बैठक होगी। बैठक की अध्यक्षता मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर करेंगे और ये बैठक शाम 4 बजे के आसपास हरियाणा सचिवालय में होगी जानकारी के मुताबिक मनोहर सरकार इस बैठक में कई बड़े प्रस्ताव पास कर सकती है। इसके साथ ही बैठक में मनोहर सरकार जनता को कई बड़ी सौगातें भी दे सकती है। इन घोषणाओं के अलावा जन आशीर्वाद यात्रा के दौरान सीएम ने जो घोषणाएं की हैं, उन पर भी कैबिनेट मुहर ला सकती है।


चुनाव से पहले आखिरी बैठक !


हरियाणा विधानसभा चुनाव और आचार संहिता लगने से पहले होने वाली ये बैठक कई मायनों में अहम है क्योंकि माना ये जा रहा है कि विधानसभा चुनाव का शेड्यूल जारी होने से पहले मनोहर कैबिनेट की ये आखिरी बैठक हो सकती है। 8 सितंबर को जन आशीर्वाद यात्रा के समापन रैली में पीएम नरेंद्र मोदी हरियाणा आ रहे हैं। रोहतक में होने वाली पीएम मोदी की रैली की तैयारियों पर भी बैठक में चर्चा हो सकती है।


पोर्न फिल्म दिखा कर,अप्राकृतिक यौन संबंध

नई दिल्ली। दिल्ली के चांदनी महल इलाके में यौन शोषण का मामला सामने आया है। मीडिया रिपोट्र्स के मुताबिक, आरोपी बच्चों को पहले पोर्न फिल्में दिखाता था इसके बाद उनके अप्राकृतिक यौन संबंध बनाता था। उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया है।


दरअसल, आरोपी मोहम्मद शाहिद ने खुद इस बता को कुबूला कि वह मोबाइल में बच्चों को पोर्न वीडियो दिखाता था. इसके बाद पुलिस ने उसका मोबाइल चेक किया तो हैरान करने वाला खुलासा हुआ। आरोपी मोबाइल में पोर्न साइट्स पर सर्च करके बच्चों को गंदी फिल्में दिखाता था, इसके बाद उनका यौन शोषण करता था। अब तक वह कुल आठ बच्चों को अपनी हवस का शिकार बना चुका है, इनमें 6 लडक़े और 2 लड़कियां शामिल हैं। पुलिस आरोपी से पूछताछ कर रही है


मार्मिक:बेटे की हत्या कर,फंदे पर लटकाया

जशपुरनगर। जशपुरनगर के रानी बगीचा में पिता ने बेटे के गले में स्कूल बेल्ट को फंसाकर उसे घसीट-घसीटकर इतना पीटा कि उसकी मौत हो गई। हत्या की इस घटना को आत्महत्या बताने के लिए पिता ने खुद ही थाने पहुंचकर सूचना दी।


घटना के दो दिन बाद नया मोड़ आया, जब वारदात के वक्त मौजूद स्वसहायता समूह की महिलाएं व फाइनेंस कंपनी की मैनेजर ने थाने पहुंचकर पुलिस को जानकारी दी कि छात्र की मौत उसके पिता की पिटाई से हुई है। इसके बाद पुलिस ने डॉक्टरों से शॉर्ट पोस्टमार्टम रिपोर्ट मंगाई। इसमें डॉक्टरों ने बताया कि बच्चे की मौत फांसी से नहीं, बल्कि दम घुटने से हुई है। इसके बाद पुलिस ने पिता को हिरासत में ले लिया। पूछताछ के बाद आरोपी पिता ने जुर्म कबूल कर लिया है।एसआई सुनील दास ने बताया कि रानी बगीचा निवासी अमित राणा ने कोतवाली पहुंचकर सूचना दी कि बेटा अनिल प्रियंक राणा ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली है। अमित ने पुलिस को बताया था कि शाम को जब वह घर गया तो उसका बेटा स्कूल की बेल्ट के सहारे फंदे पर लटका हुआ था। उसके जिंदा होने की उम्मीद पर उसने फंदे से उसे उतारा और जिला अस्पताल लेकर पहुंचा, जहां उसे मृत घोषित कर दिया है। दरअसल पिता फाइनेंस कंपनी की किस्त से परेशान था।


वेदों में असाध्य रोगों का इलाज संभव:मोदी

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विज्ञान भवन में शुक्रवार को योग पुरस्कार वितरित किए। उन्होंने कहा, ''हमारे पास हजारों साल पुराना लिटरेचर है, वेदों में गंभीर बीमारियों से जुड़े इलाज की चर्चा है, लेकिन दुर्भाग्य से हम अपनी पुरातन रिसर्च को आधुनिकता से जोड़ने में इतने सफल नहीं हो पाए। इसी स्थिति को बीते 5 सालों में हमने लगातार बदलने का प्रयास किया है।''


उन्होंने कहा, ''आज मुझे योग के साधकों, योग की सेवा करने वालों, दुनियाभर में योग का प्रचार प्रसार करने वाले साथियों और संगठनों को पुरस्कार देने का मौका मिला है। पुरस्कार पाने वाले साथियों को मैं बधाई देता हूं। आयुर्वेद, योग और नेचुरोपैथी, सिद्ध, यूनानी और होम्योपैथी के बाद लद्दाख की चिकित्सा पद्धति 'सोवा-रिग्पा' आयुष (एवाईयूएसएच) परिवार का छठा सदस्य हो गया है। इस कदम के लिए मैं मंत्री जी और उनके विभाग को बहुत-बहुत बधाई देता हूं।''


मोदी ने कहा, ''हमारे देश में परंपरा ऐसी बनी है कि बड़े-बड़े नाम जो टीवी पर चमकते हों या जो नेता कहे जाते हों, उन्हीं पर डाक टिकट बनते हैं। आयुर्वेद के लिए खप जाने वाले पर भी डाक टिकट बन सकते हैं क्या? यही तो बदलाव हुआ है हिंदुस्तान में। आयुष पद्धति को समृद्ध करने वाली 12 हस्तियों के सम्मान में डाक टिकट भी जारी हुए हैं। ये वे साथी हैं जिन्होंने अपना पूरा जीवन लोगों के उपचार में लगा दिया। किसी ने योग को माध्यम बनाया तो किसी ने आयुर्वेद को, किसी ने यूनानी से सेवा की तो किसी ने होम्योपैथी से।''


''आज हम देखते हैं कि जिस भोजन को हमने छोड़ दिया, उसको दुनिया ने अपनाना शुरु कर दिया है। जौ, ज्वार, रागी, कोदो, सामा, बाजरा, सांवा, ऐसे अनेक अनाज कभी हमारे खान-पान का हिस्सा हुआ करते थे। लेकिन अब ये सब चीजें हमारी थालियों से गायब हो गई हैं। मैं दुनिया में कहीं भी जाता हूं, कोई कितना ही बड़ा लीडर हो, उनसे बात की शुरुआत योग से ही होती है। शायद ही विश्व का कोई नेता होगा, जिसने योग पर बात करने में मेरे साथ 5-10 मिनट न खपाए हों।''
''दुनिया का कोई व्यक्ति जो भारत की भाषा भी नहीं जानता, पर जब योग की बात आती है तो सोचता है कि अच्छा होता कि मैं योग से जुड़ जाता। हमारे महापुरुषों ने इस एक विधा को लेकर जो समर्पण किया, इसका हमें गर्व है।''
''अब हमें योग के अलावा आयुष की अन्य विद्याओं को भी दुनिया भर में पहुंचाना है। योग ने खिड़की खोल दी है, दरवाजे खुलने में देर नहीं लगेगी। देश में आयुष का जो आधुनिक इंफ्रास्टरक्चर तैयार हो रहा है उसके लाभ भी व्यापक हैं। विशेषकर छोटे-छोटे गांवों, कस्बों, शहरों में घर के पास स्वास्थ्य सेवाएं मिल रही हैं। नए अस्पताल बनने से मेडिकल से जुड़ा पूरा ईको सिस्टम यहां विकसित हो रहा है।''
''हमने पिछले दिनों संसद में नेशनल मेडिकल कमीशन का जो कानून पारित किया है उससे देश में स्वास्थ्य शिक्षा और उससे जुड़े इन्फ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करने में बहुत मदद मिलेगी। जब हम देश में 1.5 लाख हेल्थ एंड वेलनेस सेंटर खोल रहे हैं, तो आयुष को भी हम भूले नहीं हैं। देशभर में 12 हजार 500 आयुष सेंटर बनाने का हमारा लक्ष्य है। हमारी कोशिश है कि ऐसे 4 हजार आयुष सेंटर इसी वर्ष हम तैयार कर दें।


दो हजार करोड़ लागत की नहर बह गई

पानी छोड़ते ही 2 हजार करोड़ की लागत से बनी नहर बही, अफसरों ने चूहों को जिम्मेदार ठहराया


गिरिडीह। झारखंड के उत्तरी छोटानागपुर में बनी बहुप्रतीक्षित कोनार नहर परियोजना के उद्घाटन के 13 घंटे बाद ही बह गई। घटिया निर्माण के कारण बगोदर में नहर की बांध टूट गई। आला अफसरों का तर्क है कि चूहों के बिल खोदने से बांध कमजोर हो गई थी। इस परियोजना से हजारीबाग, गिरिडीह और बोकारो में सिंचाई की दिक्कतों को दूर करने का लक्ष्य है। इसमें करीब 2176 करोड़ रुपए की लागत आई। नहर का 100 फीट हिस्सा टूटने के बाद छह गांवों की 100 एकड़ में लगी फसल बर्बाद हो गई। कई इलाकों में पानी भर गया। रघुवर दास सरकार में जल संसाधन मंत्री रामचंद्र सहिस ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं। मंत्री ने 24 घंटे में रिपोर्ट तलब की है।जल संसाधन विभाग के अपर मुख्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने कहा कि बांध बहने की जो प्रारंभिक रिपोर्ट मिली है, उससे यही लग रहा है कि चूहों ने मिट्‌टी के बांध में कई बिल खोद दिए थे, जिससे बांध कमजोर हाे गया। जब नहर में पानी छोड़ा गया तो बिलों में पानी भरने से यह बह गया।


370 के बाद, श्रीनगर जाएंगे सेना प्रमुख

श्रीनगर। सेना प्रमुख बिपिन रावत जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद आज पहली बार श्रीनगर पहुंचेंगे। इस दौरान सेना प्रमुख कश्मीर घाटी में भी सुरक्षा व्यवस्थाओं का जायजा लेंगे। यहां सुरक्षाबलों की संख्या बढ़ाने की जरूरत है या नहीं, यह भी समीक्षा करेंगे।


हाल ही में जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक और केंद्र सरकार ने कहा था कि राज्य में हालात सामान्य हैं। यहां जनजीवन फिर से पटरी पर लौटा है। राज्यपाल ने कहा था कि अनुच्छेद 370 खत्म होने के बाद से अब तक कोई जनहानि नहीं हुई। हर एक कश्मीरी की जान हमारे लिए अहम है। हम नहीं चाहते यहां एक भी व्यक्ति अपनी जान गंवाए। राज्य के पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने बांदीपोरा, संबल और गांदरबल क्षेत्र का दौरा किया था। यहां उन्होंने स्थानीय पुलिस और सेना के अधिकारियों से सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चर्चा की। केंद्र सरकार ने 5 अगस्त को संसद में प्रस्ताव पास कर अनुच्छेद 370 खत्म कर दिया था। सरकार ने जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया है। जम्मू-कश्मीर में विधानसभा होगी।


सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया

सीएम ने जनसभा कर, मतदाताओं से संवाद किया  संदीप मिश्र  बरेली। बरेली के आंवला में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को सुभाष इंटर कॉलेज ग्...