सोमवार, 13 मार्च 2023

1,75,000 करोड़ रुपये के रक्षा विनिर्माण का लक्ष्य

1,75,000 करोड़ रुपये के रक्षा विनिर्माण का लक्ष्य

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। सरकार ने सोमवार को कहा कि उसने 2024-25 तक 35,000 करोड़ रुपये के रक्षा निर्यात सहित 1,75,000 करोड़ रुपये के रक्षा विनिर्माण का लक्ष्य रखा है। रक्षा राज्य मंत्री अजय भट्ट ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में कहा कि 2021-22 में निजी कंपनियों और राज्य संचालित रक्षा निर्माताओं द्वारा किए गए उत्पादन का मूल्य 86,078 करोड़ रुपये था, जबकि यह राशि 2020-21 में 88,631 करोड़ रुपये और 2019-20 में 63,722 करोड़ रुपये थी। उन्होंने बताया कि उत्पादन मूल्य 2018-19 में 50,499 करोड़ रुपये और 2017-18 में 54,951 करोड़ रुपये था।

भट्ट ने कहा, सरकार ने वर्ष 2024-25 तक 35,000 करोड़ रुपये के रक्षा निर्यात सहित 1,75,000 करोड़ रुपये के रक्षा विनिर्माण का लक्ष्य रखा है। मंत्री ने यह भी कहा कि 2021-22 में रक्षा निर्यात का मूल्य 12,815 करोड़ रुपये था, जबकि चालू वित्त वर्ष में 6 मार्च तक यह 13,398 करोड़ रुपये था। एक अलग सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि भविष्य की चुनौतियों का सामना करने के लिए सशस्त्र बलों का आधुनिकीकरण दीर्घकालिक एकीकृत योजना प्रक्रिया पर आधारित एक सतत प्रक्रिया है। भट्ट ने कहा, वार्षिक अधिग्रहण योजना, सेवाओं से इनपुट के आधार पर सालाना तैयार की जाती है और यह पहचाने गए खतरों और अंतर-सेवा प्राथमिकता और उभरती प्रौद्योगिकियों पर आधारित है।

मंत्री ने कहा कि पूंजी अधिग्रहण बजट के हिस्से में लगातार वृद्धि हुई है। भट्ट ने कहा, वित्त वर्ष 2022-23 में पूंजी अधिग्रहण के लिए 1,24,408.66 करोड़ रुपये की राशि निर्धारित की गई थी, जिसे वर्ष 2023-24 के लिए बढ़ाकर 1,32,727 करोड़ रुपये कर दिया गया है। उन्होंने कहा, इसके अलावा, डीआरडीओ ने स्वदेशी हथियारों और प्रौद्योगिकियों के विकास के लिए पिछले तीन वर्षों में 23,722 करोड़ रुपये की 50 मिशन मोड और प्रौद्योगिकी विकास परियोजनाएं शुरू की हैं।

एक अन्य सवाल के जवाब में भट्ट ने कहा कि भारतीय नौसेना ने स्नातक स्तर की प्रविष्टियों पर महिलाओं के लिए सभी शाखाएं खोल दी हैं। उनके मुताबिक यह शाखाएं कार्यकारी, इंजीनियरिंग, इलेक्ट्रिकल और शिक्षा हैं। उन्होंने बताया कि कार्यकारी शाखा के तहत भर्ती के लिए आवेदन करने वाली महिलाओं की संख्या 3,941 है। इनमें इंजीनियरिंग विंग के लिए 360, इलेक्ट्रिकल के लिए 652 और शिक्षा विंग के लिए 411 ने आवेदन किए हैं। 

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प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

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1. अंक-151, (वर्ष-06)

2. मंगलवार, मार्च 14, 2023

3. शक-1944, चैत्र, कृष्ण-पक्ष, तिथि-सप्तमी, विक्रमी सवंत-2079‌।

4. सूर्योदय प्रातः 06:40, सूर्यास्त: 06:23। 

5. न्‍यूनतम तापमान- 17 डी.सै., अधिकतम- 28+ डी.सै.।

6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है। 

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रविवार, 12 मार्च 2023

लोकतंत्र के संबंध में गांधी की टिप्पणी, निशाना साधा 

लोकतंत्र के संबंध में गांधी की टिप्पणी, निशाना साधा 

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/बेंगलुरू/धारवाड़। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक अंतरराष्ट्रीय मंच पर देश में लोकतंत्र के संबंध में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की टिप्पणी को लेकर रविवार को उन पर निशाना साधा और कहा कि दुनिया की कोई ताकत भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं को नुकसान नहीं पहुंचा सकती। राहुल गांधी का नाम लिए बिना लंदन में की गई भारतीय लोकतंत्र के खतरे में होने संबंधी कांग्रेस नेता की टिप्पणी का जिक्र करते हुए कि मोदी ने इसे 12वीं शताब्दी के समाज सुधारक बसवेश्वर, कर्नाटक के लोगों, भारत की महान परंपराओं और यहां के नागरिकों का अपमान बताया।

मोदी इस साल कर्नाटक के अपने छठे दौरे पर आये, जहां मई में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित हैं। मोदी ने कहा, मैं भगवान बसवेश्वर की धरती पर आया हूं और मैं धन्य महसूस कर रहा हूं। भगवान बसवेश्वर के योगदानों में सबसे महत्वपूर्ण अनुभव मंडप की स्थापना है, इस लोकतांत्रिक प्रणाली पर दुनियाभर में शोध किया जाता है और ऐसी कई चीजें हैं जिनके कारण हम कहते हैं कि भारत सिर्फ सबसे बड़ा लोकतंत्र नहीं है, बल्कि यह लोकतंत्र की जननी भी है।

यहां भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) धारवाड़ के स्थायी परिसर का उद्घाटन करने के बाद एक सभा को संबोधित करते हुए मोदी ने कहा कि उन्हें कुछ साल पहले लंदन में बसवेश्वर की प्रतिमा का अनावरण करने का सौभाग्य मिला था। मोदी ने गांधी पर परोक्ष कटाक्ष करते हुए कहा, लंदन में बसवेश्वर की प्रतिमा है, लेकिन दुर्भाग्य की बात है कि उसी लंदन में भारत के लोकतंत्र पर सवाल उठाए गए; भारत के लोकतंत्र की जड़ें हमारे सदियों के इतिहास से पोषित हैं। भारत की लोकतांत्रिक परंपराओं को इस दुनिया की कोई ताकत नुकसान नहीं पहुंचा सकती।

इसके बावजूद कुछ लोग इसे लगातार कठघरे में खड़ा कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे लोग बसवेश्वर, कर्नाटक के लोगों, भारत की महान परंपराओं, देश के 130 करोड़ जागरूक नागरिकों का अपमान कर रहे हैं। उन्होंने कहा, कर्नाटक के लोगों को ऐसे लोगों से सावधान रहना चाहिए। इससे पहले, ब्रिटेन में राहुल गांधी की हाल की टिप्पणी को लेकर उन पर परोक्ष रूप से निशाना साधते हुए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा था कि जब वैश्विक मंचों पर भारत का दबदबा बढ़ रहा है, तो कुछ लोग विदेशी जमीन पर देश की आलोचना कर रहे हैं। धारवाड़ में आयोजित कार्यक्रम में कर्नाटक के मुख्यमंत्री बसवराज बोम्मई और केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी सहित अन्य लोग उपस्थित थे।

इस अवसर पर प्रधानमंत्री ने कहा कि आईआईटी धारवाड़ भविष्य के संस्थान के रूप में तैयार है। उन्होंने कहा कि पिछले नौ वर्ष में बेहतर शिक्षण संस्थानों की संख्या में लगातार वृद्धि हो रही है। मोदी ने कहा कि आज, भारत दुनिया की सबसे मजबूत डिजिटल अर्थव्यवस्थाओं में से एक है। उन्होंन कहा कि कर्नाटक हाई टेक इंडिया का इंजन है। उन्होंने कहा, यह महत्वपूर्ण है कि इस इंजन को डबल इंजन सरकार की ताकत मिले।

समुद्री साझेदारी, दो दिन का अभ्यास पूरा किया: नौसेना 

समुद्री साझेदारी, दो दिन का अभ्यास पूरा किया: नौसेना 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। भारतीय नौसेना ने फ्रांसीसी नौसेना के साथ अरब सागर में इस सप्ताह समुद्री साझेदारी का दो दिन का एक अभ्यास पूरा कर लिया है। रक्षा मंत्रालय की रविवार को जारी एक विज्ञप्ति में यह जानकारी देते हुए कहा गया है कि भारत के स्वदेश निर्मित गाइडेड मिसाइल युद्धक पोत आईएनएस सह्याद्री जहाज ने 10 - 11 मार्च 2023 को अरब सागर में फ्रांस की नौसेना के दो युद्धपोतों -एम्फीबियस असॉल्ट शिप (उभयचर आक्रामक पोत) एफएस डिक्सम्यूइड और एफएस ला फेयेट के साथ समुद्री साझेदारी अभ्यास (एमपीएक्स) में भाग लिया।

विज्ञप्ति के अनुसार इस अभ्यास में समुद्री सुरक्षा के क्षेत्र में विकासात्मक परिवर्तन के एक व्यापक स्पेक्ट्रम को परखा गया, जिसमें क्रॉस डेक लैंडिंग, बोर्डिंग अभ्यास और सीमैनशिप विकास जैसी गतिविधियों को शामिल किया गया था। अभ्यास के निर्बाध संचालन ने दोनों नौसेनाओं के बीच पारस्परिकता एवं उच्च स्तर के सहयोग की पुष्टि की।

आईएनएस सहयाद्री अत्याधुनिक हथियारों व सेंसर से लैस है, जो उसे हवा, सतह तथा तलछट के खतरों का पता लगाने और उन्हें बेअसर करने में सक्षम बनाता है। यह युद्धपोत फ्लैग ऑफिसर कमांडिंग इन चीफ (पूर्व) के परिचालन नियंत्रण के तहत, विशाखापत्तनम में स्थित भारतीय नौसेना के पूर्वी बेड़े का एक हिस्सा है।

राजनीति: पीएम ने 'आईआईटी' का उद्घाटन किया

राजनीति: पीएम ने 'आईआईटी' का उद्घाटन किया

अकांशु उपाध्याय/इकबाल अंसारी 

नई दिल्ली/बेंगलुरू। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को कर्नाटक के धारवाड़ जिले में दुनिया के सबसे लंबे रेलवे प्लेटफॉर्म और देश के पहले हरित भारतीय प्रौद्योगिकी संस्थान (आईआईटी) का उद्घाटन किया। हुबली में सिद्धरुधा स्वामीजी रेलवे स्टेशन पर रेलवे प्लेटफॉर्म 1,505 मीटर (1 किमी से अधिक) लंबा है। पहले प्लेटफॉर्म की लंबाई 550 मीटर थी। दक्षिण पश्चिम रेलवे के सूत्रों के मुताबिक, प्लेटफॉर्म अब गिनीज बुक ऑफ रिकॉर्डस में दर्ज हो गया है। पीएम मोदी ने धारवाड़ शहर में 852 करोड़ रुपये की लागत से बने देश के पहले इको-फ्रेंडली, ग्रीन आईआईटी कैंपस का भी उद्घाटन किया। 

एक अधिकारी ने बताया कि परियोजना की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री ने केंद्रीय खान, कोयला और संसदीय मामलों के मंत्री प्रह्लाद जोशी और अन्य गणमान्य व्यक्तियों के साथ परिसर का दौरा भी किया। स्वागत भाषण देने वाले जोशी ने कहा, "पीएम मोदी के आशीर्वाद से धारवाड़ में आईआईटी की स्थापना की गई है।" जोशी ने कहा, "उन्होंने (पीएम मोदी) 10 फरवरी, 2019 को परियोजना की आधारशिला रखी।" पीएम मोदी ने सभा को संबोधित करते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार ने विकास प्रक्रिया को नई गति प्रदान की है।

उन्होंने कहा, "हम न केवल शिलान्यास करते हैं, बल्कि परियोजनाओं का उद्घाटन और लोकार्पण भी करते हैं। यह डबल इंजन सरकार का उद्देश्य है।" पीएम मोदी ने कहा, "चार साल पहले मैंने धारवाड़ में आईआईटी परिसर का शिलान्यास किया था। आज, मैंने इसका उद्घाटन किया है। मुझे बेंगलुरु-मैसुरु एक्सप्रेसवे को समर्पित करने का भी अवसर मिला है।"

दिल्ली की सत्ता के गलियारों में पकड़ बनाई: आप

दिल्ली की सत्ता के गलियारों में पकड़ बनाई: आप

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली। आम आदमी पार्टी (आप) पिछले लगभग एक दशक से तमाम सियासी उठापटक के बावजूद दिल्ली की सत्ता के गलियारों में अपनी पकड़ बनाए हुए है। पार्टी में कुछ ऐसे नाम हैं जो बहुत शुरू से इसके साथ जुड़े हैं और इसकी मजबूती के लिए काम कर रहे हैं। इन लोगों पर किसी भी मौके पर किसी भी तरह की बड़ी जिम्मेदारी के लिए भरोसा किया जा सकता है। आतिशी सिंह आम आदमी पार्टी का एक ऐसा ही चेहरा हैं। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में आप ने सबसे पहले अपने जिन उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया था, उनमें पूर्वी दिल्ली से मैदान में उतारी गईं आतिशी भी शामिल थीं। अब उन्हें दिल्ली का नया शिक्षा मंत्री बनाया गया है।

शिक्षा विभाग के अलावा, लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी), महिला एवं बाल विकास, ऊर्जा, कला-संस्कृति एवं भाषा तथा पर्यटन विभाग भी उनके जिम्मे होंगे। दिल्ली विश्वविद्यालय के प्रोफेसर दंपती विजय सिंह और तृप्ता सिंह के यहां आठ जून 1981 को आतिशी का जन्म हुआ। कुछ लोगों का कहना है कि उनके पिता ने उन्हें आतिशी मार्लेना नाम दिया था। उन्होंने ‘मार्क्स’ और ‘लेनिन’ से लिये गये कुछ अक्षरों को मिलाकर उनके लिए यह नाम चुना था। वर्ष 2019 के लोकसभा चुनाव में प्रचार के दौरान आतिशी ने अपने नाम से मार्लेना शब्द हटा दिया, क्योंकि इससे उनके ईसाई होने का भ्रम होता था। बहरहाल पंजाबी राजपूत परिवार में जन्मीं आतिशी अब सोशल मीडिया पर अपना नाम आतिशीआप लिखती हैं।

उनका मानना है कि उनके नाम पर ध्यान देने की बजाय लोग उनके काम से उनकी परख करें तो ज्यादा अच्छा होगा। कालकाजी से आप की विधायक आतिशी पार्टी की राजनीतिक मामलों की समिति की सदस्य होने के साथ ही कई अहम जिम्मेदारियां निभा चुकी हैं। उन्होंने जुलाई 2015 से अप्रैल 2018 तक दिल्ली के उप मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया के सलाहकार के तौर पर कार्य किया और दिल्ली के सरकारी स्कूलों में पढ़ाई का स्तर सुधारने के लिए कई योजनाओं पर काम किया। खुद आतिशी की शिक्षा की बात करें तो उनकी स्कूली शिक्षा नयी दिल्ली के पूसा रोड स्थित स्प्रिंगडेल्स स्कूल में हुई।

उन्होंने दिल्ली विश्वविद्यालय के सेंट स्टीफन कॉलेज से वर्ष 2001 में स्नातक की पढ़ाई पूरी की और उसके बाद आगे की पढ़ाई ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी से की। पढ़ाई पूरी करके भारत लौटने के बाद आतिशी ने आंध्र प्रदेश के ऋषि वैली स्कूल में कुछ समय तक काम किया और एक गैर-सरकारी संगठन संभावना इंस्टीट्यूट ऑफ पब्लिक पॉलिसी के साथ भी जुड़ी रहीं। आप के गठन के समय से ही आतिशी पार्टी के साथ जुड़ी हुई हैं। जनवरी 2013 में उन्हें पार्टी के लिए नीति निर्धारण के काम में शामिल किया गया। उसके बाद हर गुजरते वर्ष के साथ उनकी छवि पार्टी की एक कर्मठ और जिम्मेदार पदाधिकारी के तौर पर मजबूत होती रही। वर्ष 2015 में उन्होंने आप नेता आलोक अग्रवाल द्वारा मध्य प्रदेश के खंडवा में चलाये गये जल सत्याग्रह में बढ़ चढ़कर भाग लिया। 

आतिशी को 2019 के लोकसभा चुनाव में पूर्वी दिल्ली से पार्टी का उम्मीदवार बनाया गया। वह भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी गौतम गंभीर से 4.77 लाख मतों से हार गईं। वर्ष 2020 के दिल्ली विधानसभा चुनाव में उन्होंने पार्टी के टिकट पर कालकाजी क्षेत्र से चुनाव जीता और भाजपा प्रत्याशी को 11 हजार से अधिक मतों से मात दी। पार्टी में आतिशी के बढ़ते सियासी कद का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि 2020 के चुनाव के बाद उन्हें आम आदमी पार्टी की गोवा इकाई का प्रभारी बनाया गया और अब मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल द्वारा उन्हें अपने सबसे भरोसेमंद सिपहसालार की जगह देना इस बात का सुबूत है कि वह दिल्ली की सियासी शतरंज के सबसे मजबूत मोहरों में से एक हैं।

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ  पंकज कपूर  देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2024 को लेकर यात्रियों में गजब का उत्साह देखा जा...