रविवार, 9 अक्तूबर 2022

शिवसेना धड़े ने चुनाव चिन्ह के 3 विकल्प सुझाए

शिवसेना धड़े ने चुनाव चिन्ह के 3 विकल्प सुझाए

कविता गर्ग 

मुंबई। उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाले शिवसेना धड़े ने निर्वाचन आयोग को अपने चुनाव चिन्ह के लिए त्रिशूल, उगता सूरज या मशाल के रूप में तीन विकल्प सुझाए हैं। सूत्रों ने रविवार को यह जानकारी दी। निर्वाचन आयोग ने अंधेरी ईस्ट विधानसभा सीट पर होने वाले उपचुनाव में शिवसेना के उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे नीत दोनों गुटों के पार्टी के नाम और चुनाव चिन्ह का उपयोग करने पर शनिवार को पाबंदी लगा दी थी। पार्टी के दोनों गुटों द्वारा नाम और चुनाव चिह्न पर दावा किए जाने की पृष्ठभूमि में एक अंतरिम आदेश जारी कर निर्वाचन आयोग ने दोनों से कहा था कि वे सोमवार तक अपनी-अपनी पार्टी के लिए तीन-तीन नए नाम और चुनाव चिन्ह सुझाएं।

आयोग दोनों गुटों द्वारा सुझाए गए नामों और चुनाव चिह्नों में से उन्हें किसी एक का उपयोग करने की अनुमति देगा। ठाकरे खेमे के एक सूत्र ने कहा, ‘‘शिवसेना ने निर्वाचन आयोग को अपने चुनाव चिन्ह के लिए त्रिशूल, उगता सूरज या मशाल के रूप में तीन विकल्प सुझाए हैं।’’ अधिक विवरण साझा किए बिना सूत्र ने बताया कि ठाकरे खेमे ने चुनाव में अपने आधिकारिक नाम के लिए भी कुछ विकल्प सुझाए हैं।

चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कर सकती है 'भाजपा'

चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कर सकती है 'भाजपा'

विमलेश यादव 

चेन्नई। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री और दूसरी बार द्रविड मुन्नेत्र कषगम (द्रमुक) के अध्यक्ष चुने गये एम.के.स्टालिन रविवार को कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) 2024 के लोकसभा चुनाव जीतने के लिए कुछ भी कर सकती है और इसके लिए पार्टी कार्यकर्ताओं को सतर्क रहना चाहिए। द्रमुक जनरल काउंसिल को सम्बोधित करते हुए श्री स्टालिन ने कहा कि उन्हें पार्टी के शीर्ष पद के लिए निर्विरोध चुना गया है।

उन्होंने कहा कि जब से उन्होंने पार्टी प्रमुख का पद संभाला है तब से द्रमुक केवल जीत ही मिली है। उन्होंने कहा कि हमने 2019 का लोकसभा चुनाव, 2021 का विधानसभा चुनाव और हाल में हुए शहरी स्थानीय निकायों के चुनाव जीते है। उन्होंने कहा कि द्रमुक 2024 के आम चुनावों तमिलनाडु की सभी 39 तथा केंद्र शासित प्रदेश पुडुचेरी की एक सीट जीतने में सक्षम है। उन्होंने कहा कि पार्टी कार्यकर्ताओं से सुस्त नहीं रहना चाहिए क्योंकि 2024 के लोकसभा चुनावों में जीत 2026 में होने वाले राज्य में अगले विधानसभा चुनावों में द्रमुक की 100 प्रतिशत जीत का आधार बनेगी। उन्होंने कहा, “हम एक महत्वपूर्ण मोड़ पर हैं। लोकसभा चुनाव नजदीक आ रहा है। हमें सभी 40 सीटें जीत कर राष्ट्रीय स्तर पर एक महत्वपूर्ण ताकत के रूप में उभरना चाहिए।”

उन्होंने कहा कि भाजपा कुछ भी करेगी। भाजपा 2024 के लोकसभा चुनाव जीतने के लिए किसी भी स्तर की राजनीति करेगी। उनके पास कुछ भी नहीं है और वे चुनाव के लिए हमारे बारे में अफवाह फैलाएंगे। उन्होंने भाजपा पर पर धार्मिक और आध्यात्मिक भावनाओं को भड़काकर राजनीति करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि तमिलनाडु के लोगों ने कभी राजनीति और अध्यात्म का मिश्रण नहीं किया है इसलिए अब भाजपा की सांस फूल रही है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा अपने राजनीतिक लाभ के लिए विपक्षी अन्नाद्रमुक में अंदरूनी कलह का फायदा उठाने का प्रयास कर रही है। उन्होंने कहा कि कोई भी पार्टी सक्षम और मजबूत नेतृत्व के साथ ही आगे बढ़ सकती है। उन्होंने कहा कि दिवंगत मुख्यमंत्री जे.जयललिता के निधन के बाद अन्नाद्रमुक के पास कोई सक्षम नेतृत्व नहीं है और पार्टी चार टुकड़ों में बंटी हुई है। उसकी नीति हर समय केवल द्रमुक का विरोध करना है।

डीएनए नमूने का मिलान केवल सहायक साक्ष्य है

डीएनए नमूने का मिलान केवल सहायक साक्ष्य है

इकबाल अंसारी 

बेंगलुरू। कर्नाटक उच्च न्यायालय ने कहा है कि डीएनए नमूने का मिलान नहीं होने से आरोपी निरपराध साबित नहीं हो जाएगा, क्योंकि यह केवल सहायक साक्ष्य है। अदालत ने 43 वर्षीय उस बस कंडक्टर की याचिका खारिज कर दी, जिस पर 12 वर्षीय एक रिश्तेदार के साथ बलात्कार करने और उसे गर्भवती कर देने का आरोप है। डीएनए जांच से इस बात का पता चलने के बाद कि उसके (कंडक्टर के) रक्त का नमूना और भ्रूण के रक्त मिलान नहीं होने पर, आरोपी ने अपने खिलाफ दर्ज मामले को रद्द करने का अनुरोध करते हुए उच्च न्यायालय का दरवाजा खटखटाया था।

आरोपी मैसूर का रहने वाला है। उसे यौन अपराधों से बच्चों का संरक्षण (पॉक्सो) अधिनियम और भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) के तहत आरोपित किया गया है। पीड़िता की मां ने 19 फरवरी 2021 को एक शिकायत दर्ज कराई थी। बस कंडक्टर पर आरोप है कि उसने बच्ची का यौन शोषण किया, जिससे वह गर्भवती हो गई। पुलिस ने मामले में आरोप-पत्र दाखिल कर दिया, जबकि डीएनए जांच की रिपोर्ट अभी लंबित थी। जब रिपोर्ट आई तो पता चला कि आरोपी और भ्रूण के रक्त के नमूने का मिलान नहीं हो रहा था। आरोपी ने यह कहते हुए अदालत का दरवाजा खटखटाया कि पीड़िता के गर्भवती होने के लिए वह जिम्मेदार नहीं है। सरकारी वकील ने दलील दी कि बच्ची ने बयान दिया था कि आरोपी ने उसका यौन उत्पीड़न किया था और इसलिए, डीएनए के नमूने के मेल न खाने के बावजूद, मुकदमा जारी रखना पड़ेगा।

न्यायमूर्ति एम नागप्रसन्ना ने 15 सितंबर को फैसला सुनाते हुए कहा था कि कहा था कि डीएनए विश्लेषण में भले ही यह पता चलता हो कि आरोपी भ्रूण का जैविक पिता नहीं था, ‘‘यह याचिकाकर्ता को इस तरह के कथित अपराधों के लिए पूरी तरह से दोषमुक्त नहीं कर सकेगा।’’ निचली अदालत को दिए गए पीड़िता के बयान का हवाला देते हुए, उच्च न्यायालय ने कहा, “याचिकाकर्ता के वे सभी अक्षम्य कृत्य हैं, जब तक कि वह निर्दोष साबित न हो जाए। पीड़िता के इस बयान को खारिज नहीं किया जा सकता कि याचिकाकर्ता ने जबरन उसके साथ यौन संबंध बनाए थे।’

मनोरंजन: फिल्म 'कश्मीर फाइल्स' का रिकॉर्ड ध्वस्त

मनोरंजन: फिल्म 'कश्मीर फाइल्स' का रिकॉर्ड ध्वस्त

कविता गर्ग 

मुंबई। तरह-तरह की बयानबाजी के बीच बॉक्स ऑफिस पर धमाल मचाते हुए रिकॉर्ड बनाने वाली फिल्म 'कश्मीर फाइल्स' का भी अब रिकॉर्ड ध्वस्त हो गया है। बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त कमाई कर रही मणि रत्नम की फिल्म 'पोन्नियन सेलवन' के हाथों कश्मीर फाइल्स को अपने रिकॉर्ड को टूटता देखने को मजबूर होना पड़ा है। क्स ऑफिस पर जबरदस्त कमाई करने में लगी मणि रत्नम की नई फिल्म पोन्नियन सेलवन ने रिलीज के नौवें दिन बॉक्स ऑफिस पर जबर्दस्त कमाई को जारी रखते हुए 60 प्रतिशत का उछाला लिया है। विक्रम चियान और ऐश्वर्या राय तथा कई अन्य जाने-माने अभिनेता से सुसज्जित यह फिल्म दर्शकों का दिल जीतने में लगातार कामयाबी प्राप्त कर रही है।

देश भर में ही नहीं बल्कि वर्ल्ड वाइड फिल्म को बॉक्स ऑफिस पर जबरदस्त दर्शकों का रिस्पांस मिल रहा है। तमिलनाडु में मणि रत्नम की यह फिल्म ब्लॉकबस्टर पिक्चर साबित हो रही है। अब मणिरत्नम की इस नई नवेली फिल्म ने रिलीज के नौवें दिन कमाई के लिहाज से हाईएस्ट विरासत फिल्म रही द कश्मीर फाइल्स के वर्ल्ड वाइड लाइफटाइम कलेक्शन के रिकॉर्ड को तोड़ दिया है। दा कश्मीर फाइल का लाइफटाइम कलेक्शन 340 करोड रुपए का रहा था लेकिन इस फिल्म ने बॉक्स ऑफिस पर 14-15 करोड़ रुपए की कमाई करते हुए वर्ल्ड वाइड 355 करोड रुपए की कुल कमाई अभी तक बटोर ली है।

सत्ता वह चाबी है, जिससे तरक्की के दरवाजे खुलते है 

सत्ता वह चाबी है, जिससे तरक्की के दरवाजे खुलते है 

संदीप मिश्र 

लखनऊ। बहुजन समाज को एक सामूहिक व संगठित राजनीतिक शक्ति में पिरोकर उन्हें लेने वाला नहीं बल्कि हर प्रकार से "देने वाला हुकमरान (शासक) समाज" में उत्थान करने के लिए सर्वप्रथन बामसेफ, डीएस-4 एवं बहुजन समाज पार्टी (बी.एस.पी) के जन्मदाता व संस्थापक बहुजन नायक कांशीराम को आज उनकी पुण्यतिथि पर नमन् व अपार श्रद्धा सुमन अर्पित करते हुए बी.एस.पी. की राष्ट्रीय अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश की पूर्व मुख्यमंत्री व पूर्व सांसद  मायावती ने कहा कि खासकर यूपी के लोगों ने यहाँ चार बार अपनी पार्टी की सरकार बनाकर यह देख लिया है कि सत्ता वह मास्टर चाबी है, जिससे तरक्की के तमाम बंद दरवाजे खुल सकते हैं, इसीलिए यह मिशनरी अभियान हर कीमत पर जरूर जारी रहना चाहिए।

देश के बहुजन समाज के गरीब, पिछड़े एवं उपेक्षित लोग आजादी के बाद के 75 वर्षों के लम्बे इतिहास काल के दौरान अपना संवैधानिक व कानूनी हक माँगते माँगते काफी परेषान हो चुके हैं और अब अपनी पूरी ताकत व शिद्दत के साथ "हुकमरान समाज" बनने के मिशनरी अभियान में मुस्तैदी के साथ जुट जाना चाहते हैं। इसीलिए जब जागो तब सवेरा अर्थात् खासकर यूपी में आने वाला निकाय चुनाव सहित अगला कोई भी चुनाव आपकी आजमाइश एवं चुनौती हो सकता है, जिसकी तैयारी व सफलता बहुत कुछ परिवर्तन की राह आसान कर सकती है। यही आज के दिन का संदेश है जिसे संकल्प के रूप में अंगीकार करके आगे बढ़ना है।

वैसे भी इस प्रकार के महान लक्ष्यों की प्राप्ति के दौरान कठिन चुनौतियों की घड़ी सामने आती रहती है, जिससे निराश व हताश हुए बिना ही तथा केवल अपने आप पर ही पूरा-पूरा भरोसा करके पूरे तन, मन, धन के साथ संघर्ष में तीव्रता के साथ लगे रहना है। कौन कहाँ आया, कौन कहाँ गया, ऐसे निजी स्वार्थी लोगों की परवाह किए बिना आपको अपना कदम गजबूती के साथ आगे बढाते रहना है। बहुजन मूवमेन्ट कल भी जीवित व जीवन्त था, आज भी है और आगे भी ऐसा ही रहेगा।

आज पुण्यतिथि के अवसर पर जब लोग मान्यवर  कांशीराम जी को अपने अपने हिसाब से जगह-जगह नमन, स्मरण व श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहे है तो उन्हें यह जरूर याद रखना चाहिए कि मान्यवर श्री कांशीराम जी उस महान हस्ती शख्सियत व महापुरुष का नाम है जिन्होंने देश में करोड़ों गरीबों, मजदूरों, दलितों, पिछड़ों एवं अन्य सभी उपेक्षितों के नसीहा परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के लम्बे समय तक अंधकार में बिखरे पड़े हुये कारवों को जिन्दा व मजबूत करके उसे"हुकमरान समाज बनाने के लिए आजीवन कड़ा संघर्ष एवं जबर्दस्त जद्दोजहद करते रहे और इस महान उद्देश्य में वे कुछ हद तक सफल भी रहे जब उत्तर प्रदेश में बी. एस.पी. की चार बार मेरे नेतृत्व में सरकार बनी व उस दौरान "सर्वजन हिताय व सर्वजन सुखाय" की आदर्श मानवतावादी नीति एवं कार्यक्रम को अपनाते हुए कानून द्वारा कानून का राज पहली बार यहाँ सही मायने में स्थापित करके समस्त जनता को पूरी निष्पक्षता के साथ रोजगार, अमन-चैन, सुख-शान्ति व समृद्धि प्रदान की गई।

मायावती स्वयं आज सुबह बी.एस.पी. उत्तर प्रदेश स्टेट यूनिट कार्यालय 12 माल एवेन्यू में पार्टी के वरिष्ठ पदाधिकारियों के साथ  काशीराम जी की भव्य प्रतिमा पर पुष्पांजलि अर्पित कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि व श्रद्धा सुमन अर्पित किया। साथ ही यूपी की राजधानी लखनऊ में बी. एस. पी. सरकार द्वारा स्थापित भव्य एवं आकर्षक गुम्बदाकार "मान्यवर कांशीराम स्मारक स्थल में भी इनके द्वारा उन्हें वहाँ उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण व श्रद्धा सुमन अर्पित किया गया जबकि पार्टी के अन्य बाकी पदाधिकारियों ने अपने-अपने कार्यक्षेत्र के मण्डलों में आयोजित पार्टी कार्यक्रमों में भारी जन भागीदारी के साथ शिरकत की।

बहुजन नायक मान्यवर  कांशीराम के इस प्रकार के सामाजिक परिवर्तन व आर्थिक मुक्ति के बहुमूल्य योगदान के कारण ही आज उनको उनकी पुण्यतिथि पर देश भर में पार्टी से जुड़े लोगों एवं उनके अनुयाइयों द्वारा विभिन्न आयोजनों आदि के जरिए इनको भावभीनी श्रद्धांजलि व श्रद्धा सुमन अर्पित कर नमन व स्मरण कर रहे हैं। खासकर उत्तर प्रदेश में जहाँ बी. एस.पी. ने देश में पहली बार अपनी सरकारें बनाई व उनकी मंशा के हिसाब से सरकार चलाई, यहाँ गाँव-गाँव में इनके अपार अनुयाइयों ने जिस भी रूप में इनकी पुण्यतिथि आयोजित करके पूरी श्रद्धा के साथ इनको नमन, स्मरण एवं श्रद्धा सुमन अर्पित कर रहें हैं उन सभी का सुश्री मायावती जी ने अपनी व पार्टी की ओर से हार्दिक धन्यवाद व बहुत - बहुत आभार प्रकट किया।

अन्त में उल्लेखनीय है कि देश में अन्याय - मुक्त, शोषण मुक्त एवं जाति विहीन मानवतावादी समतामूलक सामाजिक व्यवस्था बनाने के लिये बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के कारवाँ को आगे बढ़ाने हेतु सम्पूर्ण जीवन समर्पित करके अपना सब कुछ उस मूवमेन्ट को न्योछावर करने वाले मान्यवर श्री कांशीराम जी के आदर-सम्मान में सुश्री मायावती जी के नेतृत्व में उत्तर प्रदेश में बनी बी.एस.पी. की सरकार द्वारा अनेकों जनकल्याणकारी कार्यक्रम एवं परियोजनायें चलायी गयीं एवं उनके नाम पर अनेकों कॉलेज, विश्वविद्यालय व अन्य शिक्षण संस्थायें एवं उनके नाम पर नये जिले आदि स्थापित किये गये जो जातिगत द्वेष के कारण विरोधियों के आँखों की लगातार किरकिरी बन गए हैं व ऐसे उपयोगी स्थलों. स्मारकों व पार्कों आदि की उपेक्षा भी की जा रही है।

उत्तर प्रदेश में बी.एस.पी. सरकार द्वारा मान्यवर  कांशीराम  के जीवन संघर्ष एवं उनकी स्मृतियों को चिरस्थायी बनाने के लिये जो अन्य प्रमुख काम किये गये हैं, उनमें लखनऊ के वी.आई.पी. रोड पर स्थित भव्य  कांशीराम  स्मारक स्थल तथा उसी के समीप  कांशीराम जी ग्रीन (इको) गार्डेन का निर्माण प्रमुख है, जिससे राजधानी लखनऊ को एक नई पहचान मिली है। साथ ही मान्यवर श्री कांशीराम जी यादगार विश्राम स्थल एवं 'बहुजन नायक पार्क का निर्माण भी कराया गया और वी. आई. पी. रोड पर ही दूसरी तरफ 'बौद्ध विहार शांति उपवन में मान्यवर  कांशीराम  की भव्य प्रतिमा स्थापित की गयी है जो ये सभी आकर्षक जन उपयोगी व पर्यटन स्थल होने के बावजूद केवल इनके बहुजन स्वाभिमान स्थल होने के कारण इनके रख-रखाव के प्रति पूर्व की समाजवादी पार्टी व वर्तमान में भाजपा की सरकार भी इनकी घोर उपेक्षा कर रही है।

इसके अलावा बी.एस.पी. सरकार द्वारा  काशीराम जी पर्यटन प्रबन्ध संस्थान स्थापित किया गया, जिसमें बीबीए एवं बीबीए ( टूरिज्म) के नये पाठ्यक्रम संचालित किये गये श्री काशीराम जी पर्यावरण भवन का निर्माण एवं  कांशीराम बाल चिकित्सालय की स्थापना के महत्वपूर्ण काम किये गये। साथ ही, श्री काशीराम जी अन्तर्राष्ट्रीय खेल पुरस्कार, मान्यवर श्री कांशीराम जी सामाजिक परिवर्तन सम्बन्धी पुरस्कार एवं मान्यवर श्री कांशीराम जी राज्य हथकरघा पुरस्कार की शुरुआत की गयी । मान्यवर श्री कांशीराम जी की याद में कला सम्मान पुरस्कार तथा निर्यात प्रोत्साहन हेतु मान्यवर श्री कांशीराम जी निर्यात पुरस्कार भी स्थापित किया गया।

बी. एस.पी. सरकार द्वारा मान्यवर श्री कांशीराम के जन्मदिन 15 मार्च एवं उनके परिनिर्वाण दिवस दिनांक 09 अक्तूबर को सार्वजनिक अवकाश घोषित किया गया। इसके अलावा, दिल्ली के नजदीक नोएडा में निर्मित राष्ट्रीय दलित प्रेरणा स्थल में डा. भीमराव अम्बेडकर के मानवतावादी मूवमेन्ट को गति प्रदान करने वाले मान्यवर श्री कांशीराम जी को भी पूरा-पूरा आदर-सम्मान दिया गया। श्री कांशीराम जी कृषि एवं प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय, बाँदा की स्थापना के अलावा, श्री कांशीराम जी के नाम से जिला कांशीराम नगर का गठन, मान्यवर श्री काशीराम जी राजकीय मेडिकल कॉलेज, सहारनपुर में स्थापना व मान्यवर श्री कांशीराम जी शहरी गरीब आवास योजना के अन्तर्गत गरीबों के लिए लगभग लाखों आवासों का निर्माण कराया गया।(3)

इसके साथ-साथ मान्यवर श्री कांशीराम जी यू.पी. इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी की स्थापना तथा लखनऊ में मान्यवर श्री कांशीराम जी उर्दू अरबी-फारसी विश्वविद्यालय की भी स्थापना की गयी, जिसका नया नामकरण कर दिया गया है। शहरी दलित बाहुल्य बस्तियों के विकास के लिए भी मान्यवर श्री कांशीराम जी शहरी दलित बाहुल्य बस्ती समग्र विकास योजना भी प्रारम्भ की गयी थी। इन युग परिवर्तनीय कार्यों के लिये माननीया बहनजी का मजबूत नेतृत्व हमेशा ही याद किया जाता रहेगा। कुल मिलाकर बी.एस.पी प्रमुख सुश्री मायावती जी का मान्यवर श्री कांशीराम जी के सभी अनुयाइयों से यही कहना है कि वे इनके बताये हुये रास्तों पर चलकर अपने मसीहा व भारतीय संविधान के मूल निर्माता परमपूज्य बाबा साहेब डा. भीमराव अम्बेडकर के अधूरे कारवाँ को पूरा करने के लिए दिन-रात कड़ी मेहनत के साथ कार्य में लगे, यही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि होगी तथा इसी में ही सर्वसमाज का हित निहित व भविष्य भी सुरक्षित है।

मुलायम की तबीयत में आठवें दिन भी सुधार नहीं

मुलायम की तबीयत में आठवें दिन भी सुधार नहीं 

संदीप मिश्र/राणा ओबरॉय 

लखनऊ/गुरुग्राम। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री के अलावा केंद्र में मंत्री रह चुके समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के स्वास्थ्य को लेकर आ रही खबर के मुताबिक उनकी तबीयत में आठवें दिन भी कोई सुधार नहीं आया है। डॉक्टरों का कहना है कि आईसीयू के वेंटिलेटर पर इलाजरत मुलायम सिंह यादव के लिए अगले 24 से 48 घंटे काफी महत्वपूर्ण है। समाजवादी पार्टी के संरक्षक एवं उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री रह चुके मुलायम सिंह यादव का गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में अभी तक इलाज चल रहा है। आठवें दिन भी सपा संरक्षक की हालत में कोई सुधार नहीं आया है।

मेदांता की ओर से जारी किए गए मुलायम सिंह यादव के हेल्थ बुलेटिन में कहा गया है कि उनकी हालत अभी तक क्रिटिकल बनी हुई है। उन्हें जीवन रक्षक दवाओं के सहारे रखा जा रहा है। मुलायम सिंह यादव के संबंध में अस्पताल के चिकित्सकों का कहना है कि सपा संरक्षक के लिए अगले 24 से 48 घंटे बहुत ही महत्वपूर्ण है। दूसरी तरफ उत्तर प्रदेश के अलावा अन्य कई स्थानों पर सपा संरक्षक के बेहतर स्वास्थ्य की कामना के लिए दुआओं का दौर चल रहा है।

पैगम्बर के जन्मदिन, मिलाद-उन-नबी की मुबारकबाद 

पैगम्बर के जन्मदिन, मिलाद-उन-नबी की मुबारकबाद 

अकांशु उपाध्याय 

नई दिल्ली राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू ने पैगम्बर मुहम्मद के जन्मदिन, मिलाद-उन-नबी के पावन अवसर पर देशवासियों को मुबारकबाद दी है। राष्ट्रपति द्रौपदी मूर्मू ने आज ट्वीट कर कहा कि पैगम्बर मुहम्मद के जन्मदिन, मिलाद-उन-नबी के पावन अवसर पर मैं सभी देशवासियों, विशेष रूप से मुस्लिम भाइयों-बहनों को मुबारकबाद देती हूं।

उन्होंने कहा कि आज हम सब पैगम्बर मुहम्मद के जीवन से प्रेरणा लेकर परस्पर सौहार्द के साथ देश की प्रगति के लिए कार्य करते रहने का संकल्प करें।

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला  इकबाल अंसारी  चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पं...