बुधवार, 15 जून 2022

'कूलिंग पीरियड' की समाप्ति से पहले कोई गिरफ्तारी नहीं

'कूलिंग पीरियड' की समाप्ति से पहले कोई गिरफ्तारी नहीं  

बृजेश केसरवानी  

प्रयागराज। इलाहाबाद उच्च न्यायालय ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया है कि आईपीसी की धारा 498ए के तहत दर्ज वैवाहिक कलह के मामलों में दो महीने की 'कूलिंग पीरियड' की समाप्ति से पहले कोई गिरफ्तारी नहीं की जानी चाहिए। इसके अलावा, इस पीरियड के दौरान, मामले को तुरंत परिवार कल्याण समिति (एफडब्ल्यूसी) को भेजा जाएगा जो वैवाहिक विवाद को सुलझाने का प्रयास करेगी। अईपीसी की धारा 498 ए में किसी महिला के पति या उसके रिश्तेदारों को क्रूरता के अधीन करने पर सजा का प्रावधान है।

न्यायमूर्ति राहुल चतुवेर्दी ने मुकेश बंसल (ससुर), मंजू बंसल (सास) और साहिब बंसल (पति) द्वारा दायर पुनरीक्षण याचिका में आदेश पारित किया, जिसमें निचली अदालत द्वारा उनके निर्वहन आवेदन को खारिज करने को चुनौती दी गई थी।
अदालत ने ससुराल वालों की आरोपमुक्त करने की अर्जी मंजूर कर ली, लेकिन पति की याचिका खारिज करते हुए निचली अदालत में पेश होने का निर्देश दिया। आईपीसी की धारा 498ए के दुरुपयोग के बारे में कोर्ट ने कहा, "आजकल हर वैवाहिक मामले को कई गुना बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जाता है। जिसमें पति और परिवार के सभी सदस्यों पर दहेज संबंधी अत्याचार के आरोप लगे होते हैं।"
अदालत ने 'मानव अधिकार बनाम सामाजिक कार्रवाई मंच' में सुप्रीम कोर्ट के फैसले से मार्गदर्शन लेने के बाद सुरक्षा उपायों का प्रस्ताव रखा। अदालत ने पति और ससुराल वालों द्वारा कथित यौन उत्पीड़न और दहेज की मांग के आरोप की भी निंदा की।
कोर्ट ने अपने फैसले में साफ किया कि एफडब्ल्यूसी को आईपीसी की धारा 498-ए और आईपीसी की अन्य धाराओं में केवल उन्हीं मामलों को भेजा जाएगा जिनमें 10 साल से कम की सजा हो लेकिन महिला को कोई शारीरिक चोट न हो।

नए घरेलू गैस कनेक्शन की कीमतों में इजाफा किया

नए घरेलू गैस कनेक्शन की कीमतों में इजाफा किया

अकांशु उपाध्याय
नई दिल्ली। पेट्रोल-डीजल के साथ रसोई गैस उपभोक्ताओं को लगातार झटके पर झटका देते हुए महंगाई की सौगात दे रही देश की पेट्रोलियम कंपनियों ने अब घरेलू गैस के नए कनेक्शन की कीमतों में घना इजाफा करते हुए एक और बड़ा झटका दिया है। नए कनेक्शन के लिए अब उपभोक्ताओं को और अधिक रुपए खर्च करने होंगे। नई कीमते 16 जून से लागू की जा रही है।
बुधवार को पेट्रोलियम कंपनियों की ओर से नए घरेलू गैस कनेक्शन की कीमतों में इजाफा करते हुए तकरीबन 750 रूपये और अधिक महंगा कर दिया है। नए कनेक्शन के लिए 14.2 किलोग्राम वजन का सिलेंडर एवं अन्य कागजात प्राप्त करने को अब उपभोक्ताओं को 2200 रूपये खर्च करने पड़ेंगे। अभी तक 1450 में मिलने वाला नया घरेलू गैस कनेक्शन अब 750 और अधिक महंगा कर दिया गया है। यदि कोई व्यक्ति दो गैस सिलेंडर का कनेक्शन लेना चाहता है तो उसे अब 4400 रूपये की सिक्योरिटी देने के बाद ही 2 सिलेंडर प्राप्त हो सकेंगे। पहले इसके लिए उपभोक्ता को 2900 रूपये खर्च करने पड़ते थे।
इसी तरह रेगुलेटर के लिए भी अब उपभोक्ता को पहले से कहीं ज्यादा कीमत चुकानी पड़ेगी। अब रेगुलेटर के लिए उपभोक्ता को 150 के स्थान पर 250 रूपये खर्च करने होंगे। उधर 5 किलोग्राम के सिलेंडर की सिक्योरिटी राशि भी अब बढ़ाकर 800 रूपये के स्थान पर 1150 रूपये कर दी गई है।

हिंसा में शामिल आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की

हिंसा में शामिल आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की

अकांशु उपाध्याय  
नई दिल्ली। पैगंबर मोहम्मद पर भाजपा की प्रवक्ता नुपूर शर्मा के विवादित बयान पर उत्तर प्रदेश के अलग-अलग शहरों में हिंसा की घटना हुई। हिंसा में शामिल आरोपियों के खिलाफ योगी सरकार ने सख्त कार्रवाई की। इस मुद्दे पर आईएएनएस की ओर से सीवोटर द्वारा राष्ट्रव्यापी सर्वे किया गया। इस सर्वे के अनुसार, अधिकतर भारतीय लोग दंगाइयों के खिलाफ योगी सरकार की 'बुलडोजर' कार्रवाई से सहमत नहीं हैं।
सर्वे के आंकड़ों के अनुसार, 60 प्रतिशत लोगों कहा कि न्यायिक प्रक्रिया का पालन किए बिना आरोपियों के घरों को गिराना गलत है, वहीं 40 प्रतिशत लोग यूपी सरकार की कार्रवाई से सहमत है। अनुमान के मुताबिक, सर्वे के दौरान एनडीए के ज्यादातर मतदाताओं ने योगी सरकार की कार्रवाई का समर्थन किया, वहीं विपक्षी समर्थकों ने इसके खिलाफ आवाज उठाई।
सर्वे के आंकड़ों के मुताबिक, एनडीए के 55 प्रतिशत समर्थकों ने कहा कि योगी सरकार ने आरोपियों के घरों को तोड़कर सही काम किया है, जबकि 71 प्रतिशत विपक्षी मतदाताओं ने उत्तर प्रदेश सरकार की कार्रवाई के खिलाफ अपनी राय पेश की। पैगंबर मोहम्मद के बारे में भाजपा प्रवक्ता की भड़काऊ टिप्पणी को लेकर देश के कई राज्यों में बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन देखने को मिल रहा है। शुक्रवार की नमाज के बाद कुछ राज्यों में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया। लोगों ने पथराव किया और संपत्तियों को नुकसान पहुंचाया। साथ ही योगी सरकार से कड़ी कार्रवाई करने का आह्वान किया।
हिंसा में भाग लेने वाले सैकड़ों लोगों को गिरफ्तार किया गया। इनमें से कुछ के घर और संपत्ति को ध्वस्त कर दिया गया। विपक्षी नेताओं ने इस कार्रवाई का विरोध किया और योगी सरकार पर अल्पसंख्यक मुस्लिम समुदाय को निशाना बनाने का आरोप लगाया।

चांग ई-5 ने चंद्र सतह पर अपने स्रोत का निर्धारण किया

चांग ई-5 ने चंद्र सतह पर अपने स्रोत का निर्धारण किया

अखिलेश पांडेय  
बीजिंग। चीन के चंद्र लैंडर चांग ई-5 ने अब चंद्र सतह पर अपने स्रोत का निर्धारण कर लिया है। इसने पहले चंद्रमा पर पानी की उपस्थिति की पुष्टि की थी। 2020 में, चांग ई -5 ने ऑन-बोर्ड वर्णक्रमीय विश्लेषण के माध्यम से 11 बेसाल्ट चट्टानों और मिट्टी के नमूनों में पानी के संकेत के पहली वास्तविक समय, साइट पर निश्चित पुष्टि की। 2021 में फिर से, लैंडर के 2021 में लौटे आठ नमूनों के प्रयोगशाला विश्लेषण के माध्यम से इस खोज को मान्य किया गया था।
अब, चांग ई-5 टीम ने यह निर्धारित किया है कि पानी कहां से आया है।
चीनी विज्ञान अकादमी (एनएओसी) के राष्ट्रीय खगोलीय वेधशालाओं से एलआई चुनलाई ने कहा, "दुनिया में पहली बार, चंद्र रिटर्न नमूनों के प्रयोगशाला विश्लेषण के परिणाम और इन-सीटू चंद्र सतह सर्वेक्षण से वर्णक्रमीय डेटा का संयुक्त रूप से चंद्र नमूनों में 'पानी' की उपस्थिति, रूप और मात्रा की जांच के लिए उपयोग किया गया था।"चुनलाई ने कहा, "परिणाम चांग ई-5 लैंडिंग जोन में वितरण विशेषताओं और पानी के स्रोत के सवाल का सटीक उत्तर देते हैं और रिमोट सेंसिंग सर्वेक्षण डेटा में पानी के संकेतों की व्याख्या और अनुमान के लिए एक जमीनी सच्चाई प्रदान करते हैं।चांग ई-5 ने चंद्र नदियों या झरनों का निरीक्षण नहीं किया, बल्कि लैंडर ने चंद्रमा की सतह पर चट्टानों और मिट्टी में औसतन 30 हाइड्रॉक्सिल भागों प्रति मिलियन की पहचान की।नमूने चंद्रमा के दिन के सबसे गर्म हिस्से के दौरान 200 डिग्री फारेनहाइट के तापमान पर एकत्र किए गए थे, जब सतह अपने सबसे शुष्क स्थान पर होगी। समय कम सौर हवाओं के साथ भी मेल खाता है, जो पर्याप्त उच्च शक्ति पर जलयोजन में योगदान कर सकता है।
टीम ने हाइड्रॉक्सिल को दो अलग-अलग स्रोतों से उत्पन्न किया। चंद्र सतह के साथ हस्तक्षेप करने वाली सौर हवाओं द्वारा बनाई गई कांच की सामग्री में एक छोटा सा हिस्सा दिखाई दिया, जैसा कि 1971 में एकत्र किए गए अपोलो 11 के नमूने में हुआ था और 2000 के दशक की शुरुआत में परीक्षण किया गया था।

पिछले 8 वर्षों को ‘काले अध्याय’ के रूप में देखा जाएगा

पिछले 8 वर्षों को ‘काले अध्याय’ के रूप में देखा जाएगा

नरेश राघानी      
जयपुर। राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने बुधवार को केन्द्र सरकार पर हमला करते हुए कहा कि पिछले 8 वर्षों को आजाद भारत के इतिहास में एक ‘काले अध्याय’ के रूप में देखा जाएगा। गहलोत ने आज यहां संवाददाता सम्मेलन में कहा, “पिछले आठ वर्षो को भारतीय लोकतंत्र का ‘काला अध्याय’ कहा जाएगा। हर गली में तनाव है। हम लोगों को नारे लगाते हुए देख रहे हैं, चाहे हिंदू हो या मुस्लिम।” उन्होंने कहा, “विपक्षी दलों ने मांग की है कि प्रधानमंत्री देश में शांति के लिए अपील करें।
13 दलों ने यह मांग की है। कल मैंने फिर से अनुरोध किया, लोग डरे हुए हैं, हर जगह सांप्रदायिक तनाव है। वह क्यों झिझक रहे हैं?” वहीं छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि यह पहली बार जब कांग्रेस पार्टी के कार्यकर्ता अपनी ही पार्टी के कार्यालय में आने की अनुमति नहीं है। उन्होंने कहा, “भाजपा का राष्ट्रवाद जोकि आयातित राष्ट्रवाद है, उसमें जो भी विरोधी में हो उसे दबा दिया जाए और कुचल दिया जाए।
” पार्टी महासचिव मुकुल वासनिक ने बताया किया कि छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री, लोकसभा में कांग्रेस के नेता अधीर रंजन चौधरी, उन्हें और अन्य को दिल्ली के बदरपुर इलाके में हिरासत में लिए गए पार्टी नेताओं से मिलने के लिए रास्ते में रोका गया। उन्होंने कहा, “हम कानून नहीं तोड़ेंगे, लेकिन अगर आप हमारे संवैधानिक अधिकार से वंचित करते हैं तो हम गांधीवादी तरीके से अपना विरोध जारी रखेंगे।” कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी को बुधवार को लगातार तीसरे दिन प्रवर्तन निदेशालय में पूछताछ के लिए पेश होना है।
कांग्रेस ने इस मामले को राजनीति से प्रेरित है और इसे ‘राजनीतिक प्रतिशोध’ बताया है। उल्लेखनीय है कि आज भी मध्य दिल्ली में पाबंदियां जारी रहीं और कई सड़कों पर बैरिकेडिंग लगे रहे। अकबर रोड स्थित कांग्रेस मुख्यालय के चारों ओर भारी संख्या में पुलिस बल तैनात है और केवल चुनिंदा लोगों को ही प्रवेश की अनुमति दी गई।

सभी उपायुक्तों को योजना से जोड़ने का पुनः आदेश

सभी उपायुक्तों को योजना से जोड़ने का पुनः आदेश 

इकबाल अंसारी  
रांची। झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने सभी उपायुक्तों को सर्वजन पेंशन योजना से जोड़ने का पुनः आदेश दिया है। मुख्यमंत्री ने बुधवार को कहा, कि राज्य में पेंशन से वंचित जरूरतमंदों को सर्वजन पेंशन से जोड़ने के लिए विशेष अभियान चलाया जा रहा है। लाखों लोगों को योजना से जोड़ा जा चुका है। सभी उपायुक्त कृपया सुनिश्चित करें कोई जरूरतमंद पेंशन से वंचित न रह जाये।
उल्लेखनीय है कि राज्य भर में विगत आठ जून से सर्वजन पेंशन योजना से जोड़ने के लिए एक माह तक आयोजित विशेष अभियान का शुभारभ मुख्यमंत्री ने गुमला से किया है। 
इस बीच मुख्यमंत्री को जानकारी मिली कि धनबाद तोपचांची प्रखंड के चिरुडीह गांव के सुनीता देवी के पति की मृत्यु लगभग दो वर्ष पूर्व हो चुकी है। लेकिन आज तक वे विधवा पेंशन से वंचित हैं। उनकी आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है। इसकी जानकारी के बाद मुख्यमंत्री ने उपायुक्त धनबाद को मामले की जांच कर सुनीता जी को मदद पहुँचाते हुए सूचित करने का आदेश दिया है।

यूपी पुलिस के सिपाही ने बंदरों को खिलाया आम, वायरल

यूपी पुलिस के सिपाही ने बंदरों को खिलाया आम, वायरल

हरिओम उपाध्याय
लखनऊ। सभी के साथ विनम्रता और दया का व्यवहार करें, इसलिए नहीं कि वे अच्छे हैं, बल्कि इसलिए कि आप अच्छे हैं। ऐसा आपने अक्सर लोगों को कहते हुए जरूर सुना होगा, यह एक सच्चाई है। कुछ ऐसा ही एक उदाहरण उत्तर प्रदेश के पुलिसकर्मी द्वारा देखने को मिला। वीडियो इंटरनेट पर वायरल हो गया है। जिसमें उत्तर प्रदेश पुलिस के एक सिपाही को बंदरों को खाना खिलाते हुए दिखाया गया है। दिल छू लेने वाले वीडियो में वर्दी पहने एक सिपाही अपनी जीप के किनारे बैठकर बंदरों को खिलाने के लिए आम काट रहा है।
अपनी पीठ पर एक बच्चे को लेकर बंदर धैर्यपूर्वक इंतजार कर रहा है। क्योंकि कांस्टेबल आम को काटकर उसे खिला रहा है। बंदर खुशी-खुशी आम को लेकर खाते हुए नजर आएं। ट्विटर पर यह वीडियो यूपी पुलिस के आधिकारिक अकाउंट पर शेयर किया गया। शेयर किए गए वीडियो को 56 हजार से अधिक बार देखा जा चुका है। वीडियो के इस कैप्शन में लिखा, ‘यूपी 112, सबके ‘Mon-key’ समझे।

सोशल मीडिया पर वीडियो हुआ वायरल...
नेटिजन्स ने दिल को छू लेने वाले इस वीडियो को बेहद पसंद किया। इतना ही नहीं, मानवता और दया प्रदर्शित वीडियो को देखकर यूजर्स ने पुलिस वाले को सैल्यूट किया। एक यूजर ने लिखा, ‘इसे कहते हैं मानवता, कांस्टेबल मोहित को सलाम, आओ मानवता को आगे बढ़ाएं। मानवता का कर्म ही सबसे प्यारा भगवान। हम भारतीयों का भला करें, भगवान भारत का भला करें। एक अन्य ने लिखा, ‘इंसानियत भीतर से आती है।सभी प्राणियों के प्रति प्रेम रखो, यही मानवता है।

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