सोमवार, 15 फ़रवरी 2021

दिल्ली में मिलेंगी यूपी से भी महंगी शराब, कीमत

अश्वनी उपाध्याय   

गाजियाबाद। गाज़ियाबाद में ऐसे लोगों की कमी नहीं है। जो दिल्ली से सस्ती शराब खरीदकर पीते हैं। इन सभी के लिए बुरी खबर है, अब दिल्ली में यूपी से महंगी मदिरा मिलेगी। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की अगुवाई वाली दिल्ली सरकार की नई आबकारी नीति में शराब पर करीब 50 फीसदी तक शुल्क बढ़ाया जाएगा। साथ ही शराब के ठेके के लिए लाइसेंस देने की प्रक्रिया में भी बड़े बदलाव किए जाएंगे। राज्य सरकार मदिरा सेवन के लिए उम्र की बाध्यता पर भी विचार कर रही है। इसे और घटाया जा सकता है। दरअसल अन्य राजनीतिक दलों व स्वयंसेवी संस्थाओं ने शराब पीने की उम्र कम करने के प्रस्ताव का विरोध किया था। माना जा रहा है कि अब दिल्ली-यूपी में मदिरा की कीमतों में ज्यादा अंतर नहीं रहेगा। आपको बता दें कि आम आदमी पार्टी नीत राज्य सरकार ने दो महीने पहले इस बारे में घोषणा की थी। इसमें कहा गया था कि नई आबकारी नीति तैयार की जा रही है। इसके लिए विशेषज्ञों की एक समिति गठित की गई है। हालांकि नई पॉलिसी को लेकर नागरिकों से भी सुझाव मांगा गया है। इसी विशेषज्ञ समिति ने अपनी रिपोर्ट तैयार कर मंत्रिपरिषद को सौंप दी है। इसमें शराब बिक्री में ठेके के आवंटन से जुड़े कई बिंदुओं पर सुधार की सिफारिश की गई है। साथ ही समिति ने शराब की कीमतों में वृद्धि करने का सुझाव दिया है।

हाउस टैक्स में बढ़ोतरी को लेकर जमकर हंगामा हुआ

अश्वनी उपाध्याय   

गाजियाबाद। नगर निगम की बोर्ड बैठक में रविवार को हाउस टैक्स में बढ़ोतरी सहित कई विषयों को लेकर जमकर हंगामा हुआ। पार्षद रजनी देवी का कहना था कि जो हाउस टैक्स प्रस्तावित किया गया है। उसको कर लागू कर दिया गया तो कोरोना काल में लोग परेशान हो जाएंगे। उन्होंने कहा कि अगर हाउस टैक्स बढ़ाने का प्रस्ताव वापस नहीं लिया गया तो मुख्यमंत्री आवास पर धरना देना पड़े, तो पीछे नहीं हटेंगी। पार्षद मनोज चौधरी ने भी हाउस टैक्स बढ़ाने का विरोध किया। साथ ही उन्होंने लाइट विभाग में घोटाले का आरोप भी लगाया। पार्षद आनंद चौधरी ने भी हाउस टैक्स बढ़ाने का विरोध किया। पार्षद अनिल स्वामी का कहना है कि किसी भी सूरत में हाउस टैक्स में बढ़ोतरी नहीं होनी चाहिए। जो मकान हाउस टैक्स से छूटे हैं, उनसे हाउस टैक्स वसूल कर निगम इनकम बढ़ा सकता है। पार्षद आनंद चौधरी का कहना था कि नगर निगम में पार्किंग में घोटाला हो रहा है। पार्षद एसके माहेश्वरी ने अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए कहा कि अगर विकास कार्य नहीं कराने है तो क्या मैं सल्फास खा लूं या नगर निगम से इस्तीफा देकर चला जाऊं। उन्होंने कहा कि अधिकारी पार्षदों का सम्मान नहीं करते हैं। पार्षद अनिल स्वामी ने कंप्यूटर ऑपरेटर का वेतन बढ़ाने की भी मांग की। मेयर आशा शर्मा का कहना था कि टैक्स को लेकर अलग से बैठक बुलाई जाएगी। निगम बोर्ड की बैठक में आज चालू वित्त वर्ष का मूल और पुनरीक्षित बजट पेश किया गया। मूल बजट में 1077 करोड़ रुपये की आय और 846 करोड़ रुपये का व्यय दिखाया गया। जबकि पुनरीक्षित बजट में 1015 करोड़ रुपये की आय और 892 करोड़ रुपये का व्यय दिखाया गया है। दोनों ही बजट को इससे पहले कार्यकारिणी में पेश किया गया था। कुछ संशोधनों के बाद कार्यकारिणी से बजट पहले ही पास हो चुका है। बजटीय बैठक में कई मसलों को लेकर जमकर हंगामा भी हुआ। लोहिया नगर स्थित हिंदी भवन में बोर्ड की बैठक का आयोजन किया गया। बैठक की अध्यक्षता मेयर आशा शर्मा ने की। इस दौरान नगर आयुक्त महेंद्र सिंह तंवर आदि अधिकारी मौजूद रहे। बजट को एकाउंट अफसर एके मिश्रा ने सदन में पेश किया। मूल बजट की बात करें तो उसमें 353 करोड़ रुपये प्रारंभिक अवशेष दिखाया गया और 723 करोड़ रुपये की शुद्ध आय दिखाई गई है। दोनों का जोड़ यानी कुल आय 10,077 करोड़ रुपये दिखाई गई है। चालू वित्त वर्ष में विकास कार्यों पर कुल निगम ने 846 करोड़ रुपये खर्च करने का फैसला किया है। इसमें सबसे बड़ा खर्च निर्माण विभाग पर किया गया है। पुनरीक्षित बजट में आय और व्यय अलग-अलग दर्शाए गए हैं। पुनरीक्षित बजट में प्रारंभिक अवशेष 353 करोड़ रुपये दर्शाया गया है। शुद्ध आय निगम ने इसमें 661 करोड़ रुपये दिखाई है। इस तरह से औसत आय 1015 करोड़ रुपये दिखाई गई है जबकि व्यय 982 करोड़ रुपये दर्शाया गया है। इस तरह से नगर निगम के मूल और पुनरीक्षित बजट के आंकड़ों में भी काफी अंतर है और इस पर भी सदन में विस्तार से चर्चा की गई है। पुनरीक्षित बजट में आय सबसे अधिक अवस्थापना निधि मद से 157 करोड़ रुपये दर्शाई गई है। सबसे ज्यादा व्यय 201 करोड़ रुपये विकास कार्यों पर खर्च करने का आंकड़ा जारी किया गया है। हाउस टैक्स में हो रहे खेल को लेकर नगर निगम बोर्ड की बैठक में जमकर हंगामा हुआ। भाजपा पार्षद राजीव शर्मा नीचे जमीन पर बैठ गए इसको लेकर जमकर हंगामा हुआ।

कौशाम्बी: अवैध तमंचा उपकरण के साथ 2 गिरफ्तार

कौशाम्बी। सैनी कोतवाली के सिराथू चौकी इंचार्ज हेमंत मिश्रा मय हमराहियों वध को ले जा रही गाय व गौवध के उपकरण व 315 बोर तमंचे के साथ 2 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। जानकारी के अनुसार मुखबिर की सटीक सूचना पर गाय काटने जा रहे दो अभियुक्त को चौकी इंचार्ज हेमंत मिश्र मय हमराहियों मौके पर पहुंचकर गिरफ्तार किया है। पकड़े गए आरोपियों में मोबिन अहमद हशीमुद्दीन निवासी कुरमुरीदन व सोनू नट पुत्र इकरामुद्दीन निवासी गाजी का पुरवा नगर पंचायत सिराथू थाना सैनी शामिल है। जिनके कब्जे से एक अदद गौवंश वध करने का उपकरण तथा अभियुक्त सोनू नट के कब्जे से एक 315 बोर का तमंचा मय कारतूस बरामद कर सम्बंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर पुलिस ने माननीय न्यायालय को सुपुर्द कर दिया।
सन्तलाल मौर्य 

विभाग के अधिकारी ही बने अड़चनों का सबब

अतुल त्यागी, प्रवीण कुमार
हापुड़। कप्तान भले ही सिस्टम को सुधारने के लिए लाख प्रयास कर रहे हो, लेकिन कुछ लापरवाह थाना इंचार्ज और उनकी टीम में पुलिसकर्मी लापरवाही में पीछे नहीं है। कप्तान दिन-रात पुलिसकर्मियों  के साथ क्राइम को रोकने के लिए लाख प्रयास कर रहे हैं। मीटिंग कर लगातार दिशा निर्देश दे रहे हैं। लेकिन फिर भी क्राइम सर चढ़कर बोल रहा है। गांव के रास्तों पर लगे चौकीदार से लेकर गस्त में लगे जगह जगह पुलिस आखिर क्या कर रही है। गढ़मुक्तेश्वर क्षेत्र से एक ई-रिक्शा चालक दो दो दिन पहले ई-रिक्शा सहित लापता हो गया था। लेकिन 2 दिन बाद उसका सिंभावली थाना क्षेत्र के गांव भोवापुर के जंगल में गर्दन कटा शव मिला है। जिसे देख कर लग रहा है। बड़े ही दर्दनाक तरीके से घटना को अंजाम दिया गया है। वहीं पुलिस की कार्यशैली पर भी सवाल उठ रहे हैं। ई-रिक्शा लापता हुए चालक की गर्दन काटकर निर्माण हत्या किए जाने की खबर जैसे ही परिवार के लोगों को पता चली तो परिवार में कोहराम मच गया वही पुलिस अधिकारियों को पता चलते ही पुलिस महकमे में हड़कंप मच गया हापुड़ कप्तान नीरज कुमार जादौन घटना घटनास्थल पर पहुंच गए। मृतक के शव को अपने कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। फिलहाल, पुलिस अब दो आरोपियों को गिरफ्तार कर मामले की गहनता से जांच कर रही है।

पंजाब में कैदियों को वापस लोटना होगा जेल

राणा ओबराय  

चंडीगढ़। कोरोना के चलते आजादी मना रहे कैदियो की छुट्टियां खत्म होने वाली हैं। कोरोना महामारी के चलते पंजाब में पेरौल  पर रिहा किए गए कैदियों को अब वापस से जेल भेजा जाएगा। हालांकि कैदियों को तभी जेल वापस भेजा जाएगा जब उनकी  करोना  रिपोर्ट  पॉजिटिव रहेगी। पंजाब के जेल विभाग के प्रवक्ता ने इस बारे में जानकारी दी है। पंजाब के जेल विभाग के प्रवक्ता का कहना है कि पंजाब में कोरोना  के मामलों में काफी गिरावट आने के आलोक में उच्चाधिकार प्राप्त समिति ने कैदियों की पैरोल नहीं बढ़ाने का फैसला लिया है। आपको बता दें कि उच्चाधिकार प्राप्त समिति का गठन  उच्चतम न्यायालय ने जेलों में कोरोना से निपटने के लिए किया था। ऐसे में अब समिति ने कैदियों की पेरौल आगे नहीं बढ़ाने का फैसला कर लिया है। ऐसे में साफ है कि पैरोल पर बाहर चल रहे कैदियों को वापस से जेल में आना होगा। गौरतलब हो कि पंजाब  एवं उच्चतम हरियाणा के पूर्व न्यायाधीश अजय तिवारी इस समिति के अध्यक्ष हैं। इसके अलावा प्रधान सचिव (जेल) डीके तिवारी और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (जेल) भी इस समिति के सदस्य हैं। अब समिति ने सिफारिश की है कि सभी कैदियों केा जेलो में भेजा जाए। इसके साथ ही कैदियों की जांच और उन्हें संबंधित जेलों में भेजने से क्वारंटाइन की व्यवस्था की गई है। बताया जा रहा है कि यह प्रक्रिया 17 फरवरी से चरणबद्ध तरीके से शुरू होगी।

अस्पताल में बम होने की अफवाह, पहुंची पुलिस

फरीदाबाद। राजधानी दिल्ली से सटे हरियाणा के फरीदाबाद में सोमवार सुबह बम की किसी ने बम की अफवाह  उड़ा दी। बम की अफवाह फैलते ही हड़कंप सा मच गया। हालांकि इसके बाद फरीदाबाद पुलिस ने तलाशी अभियान छेड़ा, जिसके बाद यह साफ हुआ कि बम होने की बात मात्र अफवाह (Rumor) थी। इसके बाद लोगों ने चैन की सांस ली। फरीदाबाद के बादशाह खान नागरिक असम में सुबह ही किसी ने बम की अफवाह फैला दी। जानकारी के अनुसार सोमवार सुबह फरीदाबाद के बादशाह खान नागरिक अस्पताल  में बम की अफवाह फैल गई। इसके बाद अस्पताल में हड़कंप मच गया। किसी व्यक्ति ने इस बात की जानकारी एनआईटी थाना पुलिस  को भी दी। इसके बाद पुलिस भी मौके पर पहुंची अस्पताल में छानबीन शुरू की, लेकिन काफी देर छानबीन के बाद भी कुछ नहीं मिला तो पता चला कि बम होने की बात मात्र अफवाह ही थी। पहले तो अस्पताल में मौजूद मरीजों और तीमारदारों को भी पुलिस बन की तैनाती देख कुछ समझ नहीं आया। काफी देर बार यह साफ हुआ कि पुलिस जवान अस्पताल में बम खोज रहे हैं।

सड़क हादसा में एसबीआई के मैनेजर की मौत

शिमला। हिमाचल के सिरमौर जिला में एक सड़क हादसे में एसबीआई के मैनेजर की जान चली गई है। यह हादसा देर रात सिरमौर के हरिपुरधार- रोहनाट मार्ग पर हुआ है। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया है।जानकारी के अनुसार एसबीआई की पनोग शाखा में बतौर मैनेजर कार्यरत युवराज भाटिया का कार( एचपी 14-बी 8940) देर रात हरिपुरधार-रोहनाट मार्ग पर हादसे का शिकार हो गई। युवराज भाटिया सोलन के रहने वाले थे और कार में अकेले ही सवार थे और उनकी घटना स्थल पर ही मौत हो गई। सूचना मिलने पर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम को भिजवाया। एएसपी बबीता राणा ने हादसे की पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मामले ही जांच की जा रही है।

यूके: 10वीं-12वीं बोर्ड का रिजल्ट घोषित किया

यूके: 10वीं-12वीं बोर्ड का रिजल्ट घोषित किया  पंकज कपूर  रामनगर। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने मंगलवार को 10वीं और 12वीं बोर्ड का रिजल...