रविवार, 20 सितंबर 2020

पूंंजीपतियों का गुलाम बना रहेंं हैं पीएम

किसानों को पूंजीपतियों का गुलाम बना रहे हैं मोदी: राहुल।


नई दिल्ली। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी केंद्र सरकार को घेरने का कोई मौका नहीं चूकते हैं और रविवार को उन्होंने किसान संबंधी विधेयकों को लेकर कहा।प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी किसानों को पूंजीपतियों का ‘ग़ुलाम’ बना रहे हैं जिसे देश कभी सफल नहीं होने देगा।
कांग्रेस कृषि से जुड़े तीन विधेयकों को लेकर हमलावर बनी हुई है। यह विधेयक लोकसभा में पारित हो चुके हैं और इन्हें रविवार को राज्यसभा में पेश किया गया है।
वायनाड से सांसद कांग्रेस नेता ने ट्वीट कर कहा कि मोदी सरकार के कृषि-विरोधी ‘काले क़ानून’ से किसानों को कृषि उत्पाद विपणन समिति (एपीएमसी)किसान मार्केट खत्म होने पर न्यूनतम समर्थन मूल्य ( एमएसपी) कैसे मिलेगा और एमएसपी की गारंटी क्यों नहीं।मोदी किसानों को पूंजीपतियों का ‘ग़ुलाम’ बना रहे हैं जिसे देश कभी सफल नहीं होने देगा।             


बदमाशों ने दिनदहाड़े मां-बेटी की हत्या की

गोरखपुर में बदमाशों ने दिनदहाड़े मां-बेटी को मारी गोली महिला की मौत युवती की हालत गंभीर।


अश्वनी उपाध्याय


गोरखपुर। उत्तर प्रदेश के गोरखपुर जिले में दिनदहाड़े बदमाशों ने मां-बेटी को गोली मार दी। गोली लगने से महिला की मौत हो गई।जबकि युवती गंभीर रुप से घायल हो गई। घायल को अस्पताल में भर्ती कराया गया है। 
शाहपुर इलाके के बसारतपुर में रविवार दोपहर बाइक सवार बदमाशों ने एक महिला और उसकी बेटी को गोली मार दी। परिजनों व स्थानीय लोगों की मदद से गंभीर रुप से घायल मां-बेटी को मेडिकल कॉलेज ले जाया गया। जहां डॉक्टर ने मां को मृत घोषित कर दिया वहीं बेटी की हालत नाजुक बनी हुई है। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने बाइक सवार बदमाशों की तलाश शुरू कर दी है।जानकारी के मुताबिक बशारतपुर की रहने वाली निर्मला अन्द्रियास (60) रविवार की दोपहर बेटी डेलफीन (18) के साथ स्कूटी से अपने मायके से ससुराल जा रही थीं। घर से कुछ दूर आगे बढ़ने पर राजीवनगर में आशियाना मोड़ पर बाइक सवार दो बदमाशों ने उन्हें घेरकर फायरिंग शुरू कर दी।गोली लगने के बाद मां-बेटी सड़क पर गिर गईं। शोर सुनकर आसपास के लोगों की भीड़ पहुंची तो बदमाश फायरिंग करते हुए फरार हो गए। स्थानीय लोगों की सूचना पर पहुंची शाहपुर पुलिस परिवार वालों के साथ मां- बेटी को लेकर मेडिकल कॉलेज पहुंची। जहां डॉक्टर ने निर्मला को मृत घोषित कर दिया। पुलिस छानबीन में जुटी है। 


विरोधः युवा कांग्रेस ने शुरू किया आंदोलन

किसान विरोधी ऑर्डिनेंस के खिलाफ भारतीय युवा कांग्रेस का सड़कों पर आंदोलन हुआ शुरू


रोशन कुमार प्रजापति


नई दिल्ली। किसान विरोधी ऑर्डिनेंस पास होने के बाद देश में व्यापक स्तर पर विरोध प्रदर्शन होना शुरू हो गया है | मोदी सरकार ने इन किसान विरोधी बिलों के खिलाफ देश भर में व्यापक विरोध प्रदर्शनों के बावजूद, लोक सभा में प्रोड्यूस ट्रेड एंड कॉमर्स और प्राइस एश्योरेंस और फार्म सर्विसेज बिल पारित किए।सरकार द्वारा लाए गए ये कानून हरित क्रांति के उद्देश्य को पराजित करते हैं और खेती के भविष्य के लिए एक मौत की घंटी होगी और मोदी सरकार किसान को नष्ट करने के लिए नरक में लेकर जा रही है और मुट्ठी भर पूंजीपतियों के लिए किसानों पर वार कर रही है।  मंडी प्रणाली को समाप्त करने से लाखों मजदूरों, कमीशन एजेंटों, मुनीम, लोडर, ट्रांसपोर्टर्स, विक्रेताओं आदि की रोटी और जीविका के साधन छिन जाएंगे। अनाज मंडी-सब्जी मंडी यानी एपीएमसी की व्यवस्था को समाप्त कर दिया जाएगा।  कृषि उपज खरीद प्रणाली।  ऐसे परिदृश्य में, किसानों को बाजार मूल्य के अनुसार न तो न्यूनतम समर्थन मूल्य मिलेगा और न ही उनकी फसल का मूल्य। दिल्ली प्रदेश युवा कांग्रेस के प्रभारी डॉ अनिल कुमार मीणा ने  बताया कि भारतीय युवा कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीनिवास के नेतृत्व में युवा कांग्रेस द्वारा देश के कोने कोने में किसान विरोधी बिल का विरोध करने के लिए मोर्चा खोल दिया है |   नरेंद्र मोदी  लच्छेदार भाषणों से देश के लोगों को लोक लुभावनी बातों में  उलझा कर रखता है लेकिन जमीनी धरातल पर देखे तो उनकी सरकारी नीतियों में समाज का शोषण छुपा हुआ है| इससे पहले भी किसानों को अनेक तरीके वादे किए गए लेकिन आज उन तमाम नीतियों में शोषण व्यवस्था बलवती होने के कारण किसान आत्महत्या करने के लिए मजबूर हो गया | मोदी सरकार द्वारा किसानों के लिए संसद में जो वादा किया था वो पूरा कर दे तो किसान इस कृषि बिल का समर्थन कर देंगे| जैसे 2022 तक किसानों की आय दुगनी कर देने के लिए कहा था लेकिन 2014 मे किसानों की आय 6500₹ महीना थी, आज 1400₹ महीना | इन्फ्लेशन जोड़ देंगे तो 2022 तक ये आय 1000₹ महीने से नीचे रहेगी |  वादे में उन्होंने कहा था कि आने वाले समय में किसी भी किसान को आत्महत्या नहीं करने दूंगा ऐसी व्यवस्था स्थापित कर दूंगा लेकिन किसानों की आत्महत्या बढ़ गई इस पर सरकार का कोई जवाब नहीं है| चुनावी रैलियों में उन्होंने कहा था कि खाद, बीज, पानी, बिजली वगैरह किसानों को मुफ्त दूंगा| 6 साल में क्या किया? किसानी में लागत बढ़ गई | भाषणों में कहा था कि कृषि में 25 लाख करोड़ का सरकारी निवेश होगा| किसानों के लिए यह वादे पूरे होते तो आज भी आत्महत्या करने के लिए मजबूर नहीं होते | फिलहाल मोदी सरकार द्वारा किसान विरोधी ऑर्डिनेंस संसद में पास कर दिया है | जिसमें कृषि बिल में मूलभूत मुद्दों पर एक शब्द भी नही है | भारत मे किसानों की समस्या पर सरकार को जानकारी होने के बावजूद भी वह गैर जिम्मेदाराना सौतेला व्यवहार कर रही है | 62 करोड़ किसान और खेतिहर मजदूर भारत भर में आंदोलन कर रहे हैं | 250 से अधिक किसान संगठन भूख हड़ताल पर हैं | इस देशव्यापी बिल के खिलाफ भारत के किसान एकता के साथ प्रदर्शन कर रहे हैं | लेकिन सरकार ने संसद और संसद के अंदर किसानों की आवाज बंद करने का काम किया। भाजपा शासित राज्यों में प्रदर्शनकारी कृषक समुदाय बेरहमी से पिट रहे हैं। डॉ अनिल मीणा ने कहा कि   सरकार अपने पूंजीपति उद्योगपति मित्रों को फायदा पहुंचाने के चक्कर में देश के  अन्नदाता ऊपर पुलिस प्रशासन के माध्यम से लाठीचार्ज करवा कर दमन कर रही है| देश का पालन पोषण करने वाला किसान मोदी सरकार की दमनकारी नीतियों से डरने वाला नहीं है| भारतीय युवा कांग्रेस किसान विरोधी ऑर्डिनेंस का विरोध करने के लिए किसानों के संघर्ष के साथ भागीदार बना रहेगा जब तक सरकार  इस बिल को वापस नहीं ले लेती |               


ईरान पर सख्त प्रतिबंध लगाएगा 'अमेरिका'

वाशिंगटन डीसी। अमेरिका एक बार फिर से ईरान पर संयुक्त राष्ट्र के प्रतिबंधों को लागू करने की तैयारी कर रहा है। इसके लिए वो संयुक्त राष्ट्र के भरोसे चुप नहीं बैठेगा। अमेरिका के विदेश मंत्री माइक पोम्पियो ने अगस्त में एक बयान में कहा था कि ईरान पर संयुक्त राष्ट्र के प्रस्तावों के तहत सभी प्रतिबंधों को दोबारा लागू करने के लिए 30 दिन लंबी प्रक्रिया की शुरुआत कर दी गई है और ऐसा इसलिए किया जा रहा है कि वह क्षेत्र में शांति तथा सुरक्षा बनाए रखने में असफल रहा है।ईरान और वेनेजुएला मामलों के अमेरिका के विशेष प्रतिनिधि इलियॉट अब्राहम ने बुधवार को इन प्रतिबंधों को दोबारा लागू करने की योजना की पुष्टि की थी।          


क्यों पहले पल्ला झाड़ रहा है 'रूस' ?

नई दिल्ली/ बीजिंग/ मास्को। भारत-चीन के बीच सीमा विवाद को लेकर रूस ने एकदम से पैंतरा बदला है। अब वो दोनों देशों के बीच शांति स्थापित करने वाले मध्यस्थ की भूमिका में दिखाई दे रहा है। बता दें कि इससे पहले वो लगातार ये कहता रहा कि ये तनाव भारत और चीन का आपसी मामला है और वो इसमें दखल नहीं देगा। अब शंघाई सहयोग संगठन की बैठक के दौरान दोनों देशों की बीच शांति वार्ता होने पर रूस ने कहा कि उसने ही दो एशियाई ताकतों को मंच दिया ताकि वे सुलह कर सकें। जानिए, एकाएक ऐसा क्या बदला जो रूस संत के चोले में आ गया।


अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को भेजा गया जहर

वॉशिंगटन डीसी। अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव की तैयारी जोरों पर हैं। ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप के नाम जहर भरा एक पार्सल भेजा गया, जो कि पुलिस के हाथ लगा है। खास बात ये है कि ये पार्सल ट्रंप के नाम पर ही है। इस पैकेज में रिसिन नाम का जहर होने का संदेह है जिसकी पुष्टि के लिए दो-दो जांच की जा चुकी है। दरअसल, इस खबर की जानकारी अमेरिका के एक न्यूज चैनल ने पुलिस अधिकारियों के हवाले से दी है। अमेरिकी राष्ट्रपति भवन वाइट हाउस को भेजी गई हर चिट्ठी या पार्सल की छंटनी कर जांच की जाती है। जांच में कोई संदेह नहीं रहने पर ही उसे आगे वाइट हाउस तक भेजा जाता है।


कनाडा से भेजा गया है पार्सल 


अमेरिका की कानून प्रवर्तन एजेंसी के एक अधिकारी के हवाले से मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है कि पैकेज संभवतः कनाडा से भेजा गया है। इसकी पुष्टि के लिए जांच जारी है। 'द फेडरल ब्यूरो ऑफ इन्वेस्टिगेशन' (FBI) और सीक्रेट सर्विस मामले की जांच कर रही है। एफबीआई के अधिकारी ने एक न्यूज चैनल को बताया कि 'एफबीआई और हमारी सीक्रेट सर्विस और अमेरिकी पोस्टल इंस्पेक्शन सर्विस मिलकर मामले की जांच कर रहे हैं। फिलहाल, आम लोगों के लिए किसी तरह के खतरे का कोई संदेह नहीं है।'


आतंकवादी हमले के लिए किया जाता है इस जहर का इस्तेमाल 


रिपोर्ट्स में बताया जाता है कि रिसिन बेहद घातक तत्व होता है। इसे कास्टर बीन्स से निकाला जाता है। इसका इस्तेमाल आतंकवादी हमलों में किया जा चुका है। इसे पाउडर, मिस्ट, पेलेट या एसिड के रूप में उपयोग में लाया जा सकता है। रिसिन जहर खा लेने पर व्यक्ति को उल्टियां आती हैं, पेट और आंतों के अंदर से खून का रिसाव होने लगता है, लीवर, स्प्लीन और किडनी फेल होने लगते हैं और आखिर में इंसान का पूरा सर्कुलेटरी सिस्टम ही ठप्प पड़ जाता है, जिससे उसकी मौत हो जाती है।           


रूस ने भी अपनी सैन्य उपस्थिति बढ़ाई

मॉस्‍को। एशिया-प्रशांत क्षेत्र में अमेरिका और चीन की दिलचस्‍पी के बाद रूस ने भी अपनी गहरी दिलचस्‍पी दिखाई है। रूस ने सुदूर पर्व में अपनी सैन्‍य उपस्थिति बढ़ाई है। रूसी रक्षा मंत्री शोइगू ने रविवार को कहा कि बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव के मद्देनजर सुदूर पूर्व में मॉस्‍को अपने सैन्‍य उपस्थिति को और मजबूत करेगा। रूसी सेना द्वारा इस क्षेत्र में किया गया अभ्‍यास क्षेत्र में तनाव को बढाएगा। रूस के इस कदम से  बेलारूस, क्रीमिया और मध्‍य एशिया के बाद सुदूर पूर्व में भी दोनों देशों के बीच तनाव बढ़ सकता है। इस क्षेत्र में रूसी सैन्‍य हलचल से एक बार फ‍िर दुनिया में शीत युद्ध का खतरा बढ़ गया है।


पूर्वी सीरिया में आमने-सामने रूस और अमेरिका 


उधर, पूर्वी सीरिया में गश्त करने वाले अमेरिकी और रूसी सेनाओं के बीच इस साल भिड़ंत की घटनाएं बढ़ी हैं। पिछले महीने दोनों सेनाओं के बीच सबसे गंभीर संघर्ष त‍ब हुआ, जब रूसी वाहनों ने एक हल्के बख्तरबंद अमेरिकी सैन्य वाहन पर हमला किया। इस हमले में चार अमेरिकी घायल हो गए थे। इसके बाद अमेरिका ने शनिवार को पूर्वी सीरिया में रूसी बलों का मुकाबला करने के लिए अतिरिक्त सैनिकों और बख्तरबंद वाहनों को तैनात किया है। अमेरिका ने अपना रडार सिस्टम भी भेजा है। इसके साथ अमेरिकी और गठबंधन सेना की बेहतर सुरक्षा के लिए इस क्षेत्र में फाइटर जेट गश्त को बढ़ा दिया गया है।           


पत्नी का पेट काट कर देखा लड़का या लड़की

पति ने गर्भवती पत्नी का हंसिये से पेट फाड़कर देखा बेटा है या बेटी, बीवी गंभीर, पति गिरफ्तार।


बदायूं। शहर के नेकपुर मोहल्ले में शनिवार शाम एक बड़ी वारदात हो गई। एक व्यक्ति ने अपनी गर्भवती पत्नी पर हंसिया से हमला कर उसका पेट फाड़ डाला। इससे महिला की आंतें तक बाहर आ गईं। महिला को गंभीर अवस्था में बरेली रेफर कर दिया गया है। वहीं पुलिस ने आरोपी को हिरासत में लेकर रिपोर्ट दर्ज कर ली है।
सिविल लाइंस थाना क्षेत्र के मोहल्ला नेकपुर गली नंबर तीन निवासी पन्ना लाल की पत्नी अनीता (35) एक परचून की दुकान चलाती है। उसकी पांच बेटियां हैं, जिनमें बड़ी बेटी की मोहल्ले की गली नंबर पांच में शादी हो चुकी है। इस समय अनीता आठ माह की गर्भवती है। उसके भाई रवि कुमार का आरोप है कि अनीता के कोई बेटा नहीं है। इससे बहनोई पन्नालाल आए दिन उसके साथ मारपीट और गाली गलौज करता था। शनिवार शाम दोनों में इसी बात पर बहस हो रही थी कि तभी पन्नालाल हंसिया निकाल आया।
बोला आज देख ही लूं कि तेरे पेट में बेटा है या बेटी। इसके बाद उसने अनीता पर ताबड़तोड़ प्रहार कर दिए, जिससे महिला के पेट की आंतें तक बाहर निकल आईं। ये देखकर परिवार में कोहराम मच गया। चीख पुकार सुनकर मोहल्ले के लोग आ गए। उनकी सूचना पर सिविल लाइंस पुलिस पहुंच गई। पुलिस तुरंत महिला को जिला अस्पताल ले गई, जहां से उसे बरेली रेफर कर दिया गया है। पुलिस ने आरोपी पन्ना लाल को हिरासत में ले लिया है। उसके खिलाफ हत्या के प्रयास में एफआईआर दर्ज कर ली गई है। महिला की हालत गंभीर बनी हुई है।
बेटियों से नहीं चलेगा ‘वंश’, मारकर कर लूंगा दूसरी शादी
शहर के नेकपुर मोहल्ला में जिस व्यक्ति ने हंसिया मारकर पत्नी को घायल कर दिया। उसने एक दिन पहले भी पत्नी से मारपीट की थी। अपनी बहनों के सामने कहा था कि वह अनीता को मारकर दूसरी शादी कर लेगा। बेटियों से उसका वंश नहीं चलेगा। जेल चला जाए तो उसकी जमानत करा लेना।
सिविल लाइंस क्षेत्र के नेकपुर मोहल्ला निवासी आरोपी पन्नालाल मजदूरी करता है। परिवार का आधा खर्चा उसकी पत्नी अनीता उठाती है। उसने अपने घर में ही एक परचून की दुकान रख ली है।
इसके बावजूद पन्नालाल आए दिन उसके साथ मारपीट और गाली गलौज करता था। शनिवार शाम उसने अनीता पर हंसिया से हमला बोल दिया, जिससे उसे गंभीर हालत में बरेली रेफर कर दिया गया है। उसके भाई ने अनीता के कुछ वीडियो वायरल किए हैं। जिसमें अनीता कह रही है कि पन्नालाल उसे बहुत तंग करता था। शुक्रवार को उसकी बहनें घर पर आईं थीं। उनके सामने पन्नालाल कह रहा था कि अगर इसके बेटा न हुआ तो मैं इसकी हत्या कर दूंगा। फिर दूसरी शादी कर लूंगा।
जेल चला जाऊं तो मेरी जमानत करा लेना। शनिवार शाम हमले से पूर्व तो पन्नालाल ने हद ही कर दी। वह बेटियों के सामने ही निर्वस्त्र हो गया। बाद में अनीता के ऊपर हमला बोल दिया। अनीता की बहनों ने भी पन्नालाल पर आरोप लगाए हैं। उनका कहना है कि बेटा कोई बनाने की चीज नहीं है। इसके बावजूद उनकी बहन का उत्पीड़न हो रहा था।
गिरफ्तारी के दौरान बोला आरोपी, मुझ पर गुरु महाराज की कृपा है।
जिस समय पुलिस ने आरोपी को पकड़ा था। उस समय आरोपी बोला कि उसका कुछ नहीं होगा। उस पर गुरु महाराज की कृपा है। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया है, लेकिन अभी उसकी गिरफ्तारी नहीं दिखाई गई है। उसे जेल भेजा जाएगा।                 


दो युवकों की मौत से क्षेत्र में फैला सन्नाटा

भानु प्रताप उपाध्याय


शामली। अपने गांव मुंडेट लौट रहे बाइक सवार दो युवकों की मेरठ करनेल हाईवे पर ट्रक की चपेट में आने से मौत हो गई। ट्रक दोनों को खींचता हुआ काफी दूर तक ले गया। युवकों की मौत से परिजनों में कोहराम मच गया। वहां काफी संख्या में ग्रामीण भी मौके पर पहुंच गए और गुस्सा जताते हुए हाईवे पर जाम लगा दिया। पुलिस मौके पर मौजूद है। ग्रामीणों को समझाने की काफी कोशिश की लेकिन वह हंगामा करते रहे।
प्राप्त जानकारी के अनुसार जनपद के गांव मुंडेट निवासी आशीष (18) पुत्र सुदेश और वासु (17) पुत्र पाली शामली में अलग-अलग दुकानों पर काम करते हैं। शुक्रवार दोपहर दोनों बाइक से अपने गांव के खाने खाने के लिए जा रहे थे। मेरठ-करनाल हाईवे से गांव की ओर मुड़ते हुए पीछे से आ रहे ट्रक ने उन्हें अपनी चपेट में ले लिया और घसीटता हुआ काफी दूर तक ले गया। हादसे में बाइक सवार आशीष और वासु दोनों की मौत हो गई। वहीं घटना के बाद चालक ट्रक को लेकर फरार हो गया। मौके पर पहुंचे ग्रामीणों ने हाईवे पर जाम लगा दिया। ग्रामीण आरोपी ट्रक चालक की गिरफ्तारी की मांग कर रहे हैं। सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई है।                  


केंद्रीय मंत्री की एसएसपी को खुली चेतावनी

भानु प्रताप उपाध्याय 


केंद्रीय मंत्री की एसएसपी को खुली चेतावनी, व्यापारी पलायन करेगा तो पुलिस भी जाएगी 


मुज़फ्फरनगर। थाना भोपा क्षेत्र के मोरना में तीन दिन पूर्व हुयी दवा व्यापारी की हत्या के बाद क्षेत्र के व्यापारीयो का मुज़फ्फरनगर पुलिस से भरोसा उठता नजर आ रहा है। व्यापारी अपनी जान माल की सुरक्षा को लेकर चिंतित नजर आ रहा है। जिसके चलते आज मोरना क्षेत्र के व्यापारियों द्धारा बाज़ारो में अपनी संपत्ति बेचने के पोस्टर लगाए है वंही जनपद मुज़फ्फरनगर से पलायन करने की तैयारी  कर रही है। व्यापारीयो के पलायन की सूचना पर जंहा पुलिस विभाग में हड़कम्प मचा है। वंही पलायन की सूचना से दुखी होकर मुज़फ्फरनगर सांसद और केंद्रीय मंत्री ने जंहा मृतक दवा व्यापारी के परिवार को सांत्वना दी वंही व्यापारीयो के बीच पंहुचकर व्यापारीयो को भरोसा दिलाते हुए एसएसपी को आड़े हाथ लेते हुए चेतावनी दे डाली की यदि  जनपद का व्यापारी बदमाशों के डर से पलायन करेगा तो पूरी पुलिस को भी मुज़फ्फरनगर से पलायन करना होगा। मुज़फ्फरनगर व्यापारीयो के पलायन की सूचना पर मृतक दवाई व्यापारी अनुज कर्णवाल के घर  सांत्वना देने पहुँचे केंद्रीय राज्य मंत्री डॉ संजीव बालियान ने भी व्यापारियों की पीड़ा सुन सूबे के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को मामले से अवगत कराने की बात कही और पीड़ित परिवार को मुआवजा दिलाने का भी आश्वाशन दिया। व्यापारीयो और पत्रकारों से रूबरू हुए केंद्रीय मंत्री डॉ संजीव बालियान ने कहा की बहुत दुखी हूँ क्योंकी सरकार का हमेशा अगर इस तरह की घटनाये है घटना हो चुकी हमारे बीच से जा चूका है। माइनर ADG से भी बात की है ,व्यापारीयो ने बताया की इस तरह की घटनाये पहले भी घट चुकी है। मैं व्यक्तिगत रूप से देखूंगा।  जनपद में बहुत दिनों से माहौल बहुत ठीक था लेकिन इस तरह की घटनाओ की शुरूआत होना हम सभी के लिए चिंता की बात है।  कोई भी हो ऐसी सख्त कार्यवाही होगी की शायद इस क्षेत्र में दोबारा इस तरह की घटना न हो। मुझे दुख है कप्तान को  तुरंत यंहा पहुंचना चाहिए था की क्योकि यह सामान्य हत्या नहीं है। ये आपसी दुश्मनी की हत्या होती तो हम मान लेते लेकिन जिस तरह व्यापारी की हत्या हुई है तो उसकी तह में भी जायेंगे मुख्य मंत्री जी को भी सभी बातो से अवगत कराऊंगा परिवार की मदद करने का भी प्रयास करूंगा। अगर व्यापारी जायेंगे तो सारी पुलिस भी जाएगी मुज़फ्फरनगर से व्यापारीयो के जाने के बाद फिर इनकी क्या आवश्यकता रह जाएगी हम खुद कर सकते है। ये जिम्मेदारी जिले के कप्तान की है , जवाबदेही कप्तान की है कप्तान को कम से कम भारतीय जनता पार्टी सरकार में पुलिस फ्री हैंड है। कोई राजनितिक दबाव कही नहीं है हमने कभी भी राजनितिक प्रतिनिधि ने राजनैतिक दबाव नहीं दिया है यदि कप्तान वाहवाही लेना चाहते है तो इस तरह की घटनाओ की जिम्मेदारी भी कप्तान को लेनी पड़ेगी। 


शामलीः अवैध हथियारों के साथ 1 गिरफ्तार

भानु प्रताप उपाध्याय


थाना कोतवाली शामली पुलिस द्वारा अवैध तमंचा पौना के साथ एक अभियुक्त गिरफ्तार


शामली। पुलिस अधीक्षक शामली के आदेश अनुसार चलाए जा रहे हैं अभियान चेकिंग संदिग्ध व्यक्ति वाहन के अनुपालन में अप्पर पुलिस अधीक्षक शामली के निर्देशन एवं क्षेत्राधिकारी नगर के कुशल नेतृत्व में थाना कोतवाली पुलिस द्वारा सूचना पर एक अभियुक्त को एक अवैध तमंचा पौना 12बोर मय एक जिंदा कारतूस सहित गिरफ्तार करने में सफलता प्राप्त की है।गिरफ्तारी एवं बरामदगी के संबंध में थाना कोतवाली शामली पर सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर आवश्यक वैधानिक कार्रवाई की जा रही है पकड़े गए। आभियुक्त ने अपना नाम सरवर पुत्र इकराम निवासी जहान पुरा थाना कैराना जनपद शामली बताया।                


संस्थाः पुलिस आरक्षको के वेतन में हो वृद्धि

पुलिस आरक्षको के वेतन में हो वृद्धि हिन्दू शक्त्ति सेवा संगठन।


दुर्ग। पुलिस आरक्षकों के वेतन वृद्धि को लेकर हिन्दू शक्त्ति सेवा संगठन के द्वरा मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
संगठन के प्रदेश अध्यक्ष तामेश तिवारी ने मिडिया से बात करते हुवे बताया कि अन्य सरकारी कर्मचारियों के वेतन के अपेक्षा पुलिस आरक्षकों का वेतन बहुत ही कम है। जबकि आम जनता की हर मुसीबत औऱ परेशानीयो में सिर्फ और सिर्फ पुलिस ही काम आती है। कोरोना जैसे महामारी में अपनी जान की परवाह न करते हुवे दिन रात अपनी सेवा पुलिस ही दे रही है।
पुलिस विभाग की रीढ़ होती है लेकिन आर्थिक कमजोरी की वजह ये कमजोर होते जा रहेंं, अवसाद ग्रस्त होते जा रहेंं, जिनकी वजह से कई पुलिस वाले आत्महत्या तक कर चुके है। वर्तमान में इन्हें आधारभूत सुविधाये भी प्राप्त नही है।
अधिकांश पुलिस वाले अपने परिवार की जरूरतों को पूरा करने के लिए इन्हें बैंक से लोन लेना पड़ता है। पुलिस वाले न तो कोई दूसरा व्यवसाय कर सकते है, और ना ही अपने मांगो को पूरा करने के लिए धरना प्रदर्शन या हड़ताल करने का अधिकार होता है। देश मे कानून व्यवस्था बनाये रखने में पुलिस का महत्वपूर्ण योगदान होता है। सुरक्षा और शान्ति का दूसरा नाम पुलिस है। और इन्ही का वेतन कम होना बहुत ही दुखद है।
पुलिस आरक्षकों के वेतन वृद्धि के लिए भिलाई जिला संयोजक योगेश्वर मानिकपुर के नेतृत्व में मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा गया।जिसमें पुलिस आरक्षकों का ग्रेड वेतन 2800 करने की मांग की गई।वही संयोजक योगेश्वर मानिकपुरी ने मीडिया से बात करते हुए बताया,कि पुलिस आरक्षकों के वेतन वृद्धि व भत्ते बढ़ाने की  जरूरत काफी अरसे से है,लेकिन शाशन प्रशाशन का रवैया निराशाजनक रहा है। संगठन के द्वरा मुख्यमंत्री जी को ज्ञापन दिया गया,जिसमे पुलिस आरक्षकों का भत्ता व वेतन वृद्धि बढ़ाने की मांग की है।साथ मे तोशनन्द शुक्ला , टामेंद्र सिन्हा , संगीत सिंग , राजेन्द्र तिवारी उपस्थित थे।                


गूगल मीट पर हिंदू परिषद एवं बजरंग दल

विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल के गूगल मीट पर विश्व हिंदू परिषद


अश्वनी उपाध्याय/अतुल त्यागी


मेरठ। प्रांतीय प्रचार प्रसार प्रमुख  संजय भाई साहब के नेतृत्व में हुई। जिसमें सभी जिलों के प्रचार प्रसार प्रमुख और सह प्रमुख ने भाग लिया। जिसमे संजय भाई साहब ने बताया कि,कि संगठन के प्रचार प्रसार के लिए फेसबुक व्हाट्सएप ट्विटर, जीमेल का प्रयोग अधिक से अधिक करे।और न्यूज अखवार और न्यूज़ चैनल के माध्यम से प्रचार करें,और हमारी सनातन संस्कृति को सभी हिंदू बहन भाइयों तक पहुंचाने के लिए हर प्रकार की जो भी सही सामग्री आपको नजर आती है,उस पर कार्य करें। कार्यक्रम में सम्मिलित अथिति गण संजय कुमार प्रचार प्रसार प्रमुख मेरठ प्रांत,  संगठन मंत्री नागेंद्र भाई साहब,  ललित जोशी,सचिन त्यागी,राहुल गोस्वामी,संतोष कुमार,तेजभान सिंह,राघव मधुबन,आर्य बजरंग दल प्रशांत पंडित एवं संदीप गुप्ता हुए।


किसानों के एक धड़े में विद्रोह, बना विपक्ष

कृषि अध्यादेशों को लेकर किसानो में बनी असहमति एक धडे ने दिया समर्थन दूसरे ने किया विरोध।


झज्जर। केंद्र सरकार द्वारा किसानों के लिए लाए गए तीनों अध्यादेशों के मामले में माहौल गरम होने लगा हैं। कृषि अध्यादेशों को लेकर किसान दो धड़ों में बंटे नजर आये। चार दिन पहले अनाज मंडी में जहां किसान संगठनों एवं आढ़तियों ने अध्यादेश को किसान विरोध करार देते हुए प्रशासन को अपनी मांगों का ज्ञापन सौंपा था। वहीं झज्‍जर में किसान उत्पादक संघ।प्रगति शील किसान संगठन। सहकारी किसान संगठन से जुड़े हुए विभिन्न गांवों के प्रतिनिधियों ने अलग अंदाज में ट्रैक्टर पर पहुंचते हुए मंडी में अध्‍यादेशों का समर्थन करते हुए प्रदर्शन किया। फिर सभी एक-साथ यहां से लघु सचिवालय तक पहुंचें। जहां पर उन्होंने केंद्रीय कृषि मंत्री को प्रेषित एक ज्ञापन सौंपते हुए अपनी ओर से आभार भी जताया। विभिन्न गांवों से जुड़े किसानों ने कहा कि किसानों की आर्थिक आजादी के लिए देश के बाजार खोलने की प्रक्रिया से खेती और किसान, दोनों को बढ़ावा मिलेगा। ऐसा होने से वह अपनी फसल को जहां भी चाहेंगे। वहां पर वह इसे आसानी से बेच पाएंगे। जबकि।अनुबंध खेती के नियम भी किसान के हित में बनाए गए हैं। साथ ही उन्हें पूरी तरह से सुरक्षित भी रखा गया है। जिसमें बाहरी कोई भी कंपनी किसानों के हितों के साथ कुठाराघात कतई नहीं कर सकती। इसी क्रम में आवश्यक वस्तु अधिनियम में किसान हित में दी गई संतुलित छूट भी काला बाजारी को रोकने में मददगार साबित होगी।
किसानों ने अपने ज्ञापन में सरकार से आग्रह किया है। कि सभी ई-प्लेटफार्म सरकारी हो या सरकार अन्य। सरकार की कठोरतम निगरानी में रखे जाए। ताकि, किसानों के साथ किसी भी तरह धोखाधड़ी नहीं हो। किसान के अपने उत्पादों की बिक्री के अतिरिक्त अन्य किसानों से व्यापार करने वाले किसानों, किसान उत्पाद संघ, व्यापारियों पर कुछ गारंटी का दायित्व जरूर लाए। जहां पर भी खरीद-फरोख्त हो। वहां पर निगरानी रखी जाए। उप-मंडल अधिकारी के स्तर पर विवाद का निपटान उचित है। क्योंकि अदालती पक्ष में समय ज्यादा लगता है।               


खट्टर घबराया, बातचीत की करी अपील

किसान आंदोलन से घबराए हरियाणा मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने अपील करते हुए आंदोलन की आड़ में असमाजिक तत्व हिंसा ने फैला दे। आंदोलन छोड़कर बातचीत करने की करी अपील।


राणा ओबरॉय


चंडीगढ़। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने यहां जारी एक अपील में किसानों के हितों की सुरक्षा के प्रति हरियाणा सरकार की सतत् प्रतिबद्धता को पुन। स्पष्ट करते हुए कहा कि जहां लोकतंत्र में सभी को अपनी बात कहने का अधिकार है। वहीं प्रदेश में शांति व्यवस्था बनाए रखना सरकार का परम कर्तव्य है। उन्होंने कहा कि तीनों अध्यादेश पूरी तरह किसान हित में हैं ।और यह दुख की बात है। कि विपक्षी दल अपनी राजनीतिक रोटियां सेकने के लिए भोले-भाले किसानों को बरगला और भटका रहे हैं।उन्होंने स्वयं किसान पुत्र होने के नाते सभी किसान भाइयों से दीनबंधु चौ. छोटूराम जी की उस बात को याद करने की भी अपील की जिसमें उन्होंने किसानों को अपना दुश्मन पहचानने का आह्वान किया था। उन्होंने कहा कि इस समय जो लोग केंद्र सरकार के अध्यादेशों को लेकर भ्रम फैला रहे हैं वे किसानों के असली दुश्मन हैं। और अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के लिए किसानों की शक्ति का दुरूपयोग करना चाहते हैं।
उन्होंने किसान संगठनों से अनुरोध किया कि वे 20 सितंबर के कार्यक्रम के दौरान यह सुनिश्चित करें कि नागरिकों तथा यात्रियों को कम से कम असुविधा हो। विशेषकर अस्पताल जा रहे मरीज।गर्भवती महिला आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने वाले वाहनों के रास्ते में कोई रूकावट न आए। उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में प्रदर्शन करना हर किसी का अधिकार है। लेकिन आंदोलन का शांतिपूर्ण होना एवं कानून-व्यवस्था बने रहना भी जरूरी है। उन्होंने किसानों को सचेत करते हुए यह भी कहा कि कई बार आंदोलन की आड़ में असमाजिक तत्व अपने स्वार्थों की पूर्ति के लिए हिंसा फैला देते हैं जिससे आंदोलन बदनाम होते हैं। इसलिए शरारती तत्वों से सावधान रहना बहुत जरूरी है। मुख्यमंत्री ने विश्वास दिलाया कि हरियाणा का मुख्यमंत्री होने से पहले किसान होने के नाते उनके लिए किसान हित सर्वोपरि हैं। उन्होंने कहा कि यदि केंद्र सरकार के अध्यादेशों में किसान के हित को जरा सी भी आंच आती होती तो वे इनका विरोध करने वाले पहले व्यक्ति होते। उन्होंने आरोप लगाया कि विपक्षी नेता बार-बार किसान की फसल भविष्य में समर्थन मूल्य पर न बिकने का झूठ बोल रहे हैं। उन्होंने कहा कि हरियाणा में उनके कार्यकाल में हर सीजन में फसल का दाना-दाना समर्थन मूल्य पर खरीदा गया है।और सरकार आगे भी एक-एक दाना खरीदने के लिए प्रतिबद्ध हैं।विपक्षी नेताओं द्वारा केंद्र के अध्यादेशों से भविष्य में मंडियां बंद हो।जाने की आशंका का जवाब देते हुए मुख्यमंत्री ने संकल्प व्यक्त किया कि मण्डी व्यवस्था पहले की तरह जारी ही नहीं रहेगी बल्कि पहले से भी अधिक मजबूत की जाएगी ताकि किसानों को फसल बेचने के लिए किसी भी असुविधा का सामना न करना पड़े।             


पुलिस की शान टोपी-वर्दी से परहेज क्यों ?

पुलिस की शान टोपी और वर्दी फिर परहेज क्यो


चरवा थाने के दरोगा से लेकर सिपाही तक करते हैं बिना वर्दी के डियूटी


इसी बीच मे चरवा थाने का एक सिपाही बिना नेम प्लेट के ही कर रहा है डियूटी


कौशांबी। चरवा कौशाम्बी चरवा थाने के दरोगा से लेकर सिपाही तक टोपी व नेम प्लेट लगाने से कतराते हैं। चरवा थाने क्षेत्र के बेरुवा चौराहे पर शनिवार को वाहन चेकिंग के दौरान दरोगा बिना व माक्स टोपी के नजर आए और सिपाही तो बिना नेम प्लेट के ही दिखाई पड़े पुलिस की शान उसकी वर्दी और टोपी नेमप्लेट आदि है। बरियावा चौकी इंचार्ज लखनलाल मिश्रा तो हाफ पैंट पहन कर डियूटी करते दिखाई दिए है।
इसी के भरोसे तो आम जनता  पुलिस को कानून का रखवाला मानती  हैं। लेकिन अफसोस कौशाम्बी जनपद के चरवा थाने के दरोगा से लेकर सिपाही  तक टोपी पहनने से परहेज करने लगे हैं। पुलिस के लिए टोपी पहनना उतना ही जरूरी है।जितना पेंट-शर्ट, वर्दी पर नेम प्लेट, नंबर बैज, बेल्ट और जूते-मोजे। इनमें से कोई एक मौजूद न हो तो वर्दी पूरी नहीं मानी जाती। ट्रेनिंग में खासतौर पर इसकी जानकारी दी जाती है।इसके महत्व को समझाया जाता है। इसके बाद सेवा में आते ही उन्हें कैप पहनना अच्छा नहीं लगता। आज की रिपोर्ट टीम ने कौशाम्बी जिले में इसकी पड़ताल की। चरवा थाना से लेकर सिपाही तक बिना नेम प्लेट व टोपी के डियूटी करते मिले है।वर्दी टोपी के बिना डियूटी करने वाले इन पुलिस कर्मियों पर अब आलाधिकारियों का चाबुक कब चलेगा जनता इसके इंतजार में है।


सुशील दिवाकर


सचः श्रमिक ट्रेनों में 97 लोगों की मौत हुई

पहले इनकार करने के बाद अब सरकार ने माना, श्रमिक ट्रेनों में 97 लोगों की मौत हुई।  


नई दिल्ली। बीते 14 सितंबर को शुरू हुई संसद की कार्यवाही के दौरान लोकसभा में कुल 10 सांसदों ने प्रवासी श्रमिकों की मौत से जुड़े सवाल पूछे थे। लेकिन सरकार ने ये जानकारी सार्वजनिक करने से इनकार कर दिया।श्रम एवं रोज़गार मंत्रालय में राज्य मंत्री संतोष गंगवार ने कहा था कि ऐसा कोई आंकड़ा नहीं रखा जाता है।
नई दिल्ली।केंद्र सरकार ने पहली बार यह स्वीकार किया है कि कोविड-19 संकट के मद्देनजर लागू किए गए लॉकडाउन के दौरान प्रवासी श्रमिकों को उनके गंतव्य तक पहुंचाने के लिए चलाई गई श्रमिक विशेष रेलगाड़ियों में यात्रा के दौरान 97 लोगों की मौत हुई थी।बीते 14 सितंबर को शुरू हुई संसद की कार्यवाही के दौरान लोकसभा में कुल 10 सांसदों ने प्रवासी श्रमिकों की मौत से जुड़े सवाल पूछे थे।लेकिन सरकार ने ये जानकारी सार्वजनिक करने से इनकार कर दिया।सांसदों ने अपने दो सवालों (पहला और दूसरा) के जरिये केंद्र से ये जानना चाहा कि लॉकडाउन के चलते अपने घरों को लौटने को मजबूर हुए प्रवासी श्रमिकों में से कितने लोगों की मौत हुई है।इसके जवाब में श्रम एवं रोजगार मंत्रालय में राज्य मंत्री संतोष गंगवार ने कहा था। ऐसा कोई आंकड़ा नहीं रखा जाता है।
इसे लेकर मोदी सरकार आलोचनाओं के घेरे में थी।और विपक्ष हमलावर थी कि केंद्र जान-बूझकर ये जानकारी छिपाना चाह रही है। क्योंकि इससे उन पर बुरा प्रभाव पड़ने की संभावना है। बहरहाल, तृणमूल कांग्रेस के डेरेके ओ’ब्रायन द्वारा पूछे गए एक सवाल के लिखित जवाब में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को राज्यसभा को यह जानकारी दी।गोयल ने बताया ‘राज्य पुलिस द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के आधार पर वर्तमान कोविड 19 संकट के दौरान श्रमिक स्पेशल गाड़ियों में यात्रा करते हुए नौ सितंबर तक 97 लोगों के मरने की सूचना मिली।उन्होंने कहा कि मृत्यु के इन 97 मामलों में से 87 मामलों में राज्य पुलिस ने शवों को पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा और अब तक संबंधित राज्य पुलिस से 51 पोस्टमार्टम रिपोर्टें प्राप्त हुईं हैं।उन्होंने कहा, ‘पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट में मृत्यु के कारण हृदय गति रुकना, हृदय रोग, ब्रेन हैमरेज, पुरानी गंभीर बीमारी, फेफड़ों की गंभीर बीमारी, जिगर की गंभीर बीमारी आदि दर्शाए गए हैं।गोयल ने बताया कि श्रमिक विशेष गाड़ियों में कुल 63.19 लाख, फंसे हुए श्रमिकों ने यात्रा की।भारतीय रेल के 18 ज़ोन में दायर आरटीआई आवेदनों के जरिये द वायर  ने अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि श्रमिक ट्रेनों से यात्रा करने वाले कम से कम 80 प्रवासी मज़दूरों की मौत हुई है। केंद्र सरकार के रिकॉर्ड में ये जानकारी उपलब्ध होने के बावजूद उसने संसद में इसे सार्वजनिक करने से मना कर दिया था। द वायर  ने उन दस्तावेजों की प्रति प्राप्त की है।जिसमें श्रमिक ट्रेनों में प्रवासियों के मौत के आंकड़ों को इकट्ठा किया गया है।लवे सुरक्षा बल (आरपीएफ) को जिम्मेदारी दी गई थी। कि वे ऐसे मामलों को दर्ज कर संबंधित रेलवे जोन या डिवीजन में ये जानकारी भेजें। आरपीएफ की रिपोर्ट्स से पहली बार यह भी स्पष्ट होता है कि श्रमिक ट्रेन में मरने वाले लोगों में कोरोना संक्रमित भी शामिल थे। बाकी के ज्यादातर मृतकों में खांसी बुखार, उल्टी होना। अचानक तबीयत बिगड़ना जैसे लक्षणों का जिक्र है।               


वायरसः वैक्सीन के स्टोरेज की तैयारियां

कोरोना वैक्सीन के लिए तैयारी।माइनस 80 डिग्री सेल्सियस में सुरक्षित रखना होगा कोरोना का टीका ऐसे स्टोर बनाए जा रहे, जहां 600 फ्रीजर में वैक्सीन स्टोर की जाएगी।


नई दिल्ली/ मास्को। कोविड-19 की वैक्सीन के ट्रायल सफल होने के बाद उन्हें लोगों तक सुरक्षित पहुंचाना भी बड़ी चुनौती होगी।कोविड-19 का टीका बनने के बाद भी उसे लोगों तक पहुंचाने का सफर आसान नहींदुनिया में 170 टीकों पर काम चल रहा, इनमें से 30 क्लीनिकल ट्रायल फेज में हैं।कोरोना को हराने के लिए दुनिया में 170 टीकों पर काम चल रहा है। इनमें से 30 क्लीनिकल ट्रायल में हैं। वैक्सीन सफल होने के बाद उसे लोगों तक सुरक्षित पहुंचाना भी बड़ी चुनौती होगी। इसीलिए कोविड-19 के टीकों को माइनस 80 डिग्री सेल्सियस में स्टोर किया जाएगा, ताकि वे सुरक्षित रहें।शोधकर्ताओं का कहना है कि इतना ठंडा तापमान सिर्फ दक्षिणी ध्रुव का ही है। हालांकि।स्टोरेज कंपनियों की कोशिश है।कि चाहे जैसी भी वैक्सीन बने, उसे लोगों को सही-सलामत पहुंचाएंगे। फिलहाल अमेरिकी फार्मा कंपनियां मॉडर्ना और फाइजर।जर्मन कंपनियां बायोएनटेक और क्योरवैक मैसेंजर आरएनए आधारित वैक्सीन पर काम कर रही हैं।


फुटबॉल के मैदान जितनी बड़ी स्टोरेज फैसिलिटी तैयार
उधर अमेरिकी लॉजिस्टिक्स कंपनी यूपीएस ने नीदरलैंड्स में फुटबॉल के मैदान जितनी बड़ी स्टोरेज फैसिलिटी तैयार की है। यहां दो मीटर ऊंचे दर्जनों फ्रीजर रखे गए हैं। जो माइनस 80 डिग्री तक तापमान रख सकते हैं। कोविड-19 टीके यहीं रखे जाएंगे। टीके यहीं से लोगों तक पहुंचाए जाएंगे।टीकों को यहां तक पहुंचाने के लिए स्पेशल शीशियां तैयार की जा रही हैं। जो इतनी ठंडक को बर्दाश्त कर सकें। कोरोना के टीके लोगों तक पहुंचाने के लिए विमान।ट्रकों और गोदामों को भी डीप फ्रीजर के साथ तैयार करने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है।एक फ्रीजर में वैक्सीन के 48,000 डोज रखे जा सकते हैं।यूपीएस हेल्थकेयर के प्रमुख अनूक हेसेन बताते हैं। जर्मनी और अमेरिका में यूपीएस के एयर कार्गो के पास ही ऐसे सेंटर बनाए जा रहे हैं। जहां करीब 600 फ्रीजर रखे जाएंगे। ऐसे एक फ्रीजर में वैक्सीन के 48,000 डोज रखे जा सकते हैं। इन फ्रीजर फार्मों में कोई बिना पीपीई किट पहने काम नहीं कर सकता। कर्मचारियों को सही गियर।दस्ताने चश्मे वगैरह मुहैया कराए जाएंगे। इनके बिना कोई इतने ठंडे तापमान में चल नहीं पाएगा।96 घंटे तक इंसुलेटेड डिब्बों में बर्फ के साथ रखे जा सकेंगे।
हेसेन बताते हैं। टीकों की मांग आने पर उन्हें फिर इंसुलेटेड डिब्बों में सूखी बर्फ के साथ पैक किया जाएगा। इन डिब्बों में टीका 96 घंटों तक सही तापमान पर रखा जा सकता है। जिन कमरों में इन्हें पैक किया जाएगा, वहां का तापमान माइनस 20 डिग्री तक रखा जा सकता है। फिर पैक किए गए टीकों के डिब्बों को विमानों से दुनिया के किसी भी छोर तक पहुंचाया जाएगा।


दो समुदाय के बीच, फायरिंग और पथराव

देवबंद में मामूली कहासुनी के बाद जातीय संघर्ष फायरिंग और पथराव में कई घायल।


देवबंद। देवबंद कोतवाली क्षेत्र का गांव साखन कला रविवार की अलसुबह ताबड़तोड़ फायरिंग से गूंज उठा। गांव के ही।जाट और अनुसूचित समाज के युवकों में हुई मामूली कहासुनी ने जातीय संघर्ष का रूप ले लिया। जिसके बाद दोनों ओर से हुई ताबड़तोड़ फायरिंग और पथराव में कई लोग घायल हो गए। सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को नियंत्रण करते हुए दोनों पक्षों के कई लोगों को हिरासत में लिया है।कोतवाली क्षेत्र के साखन कला निवासी पंकज ने गांव से बाहर दूध की डेरी खोल रखी है। शनिवार की रात्रि गांव के ही अनुसूचित जाति के कुछ युवक उसकी डेयरी के समीप शराब पी रहे। आरोप है।कि जब पंकज ने उक्त युवकों को शराब पीने से मना किया तो दोनों ओर से कहासुनी हो गई और मामला मारपीट तक पहुंच गया। सूचना के बाद पहुंची पुलिस दोनों पक्षों के दो लोगों को कोतवाली में ले आई। रविवार को इसी बात से नाराज अनुसूचित जाति के सैकड़ों लोगों ने एकत्रित होकर पंकज व उनके परिवार के लोगों पर हमला बोल दिया। इस दौरान भीड़ में शामिल कुछ युवकों ने हवाई फायरिंग करते हुए पथराव भी किया। घर में मौजूद महिलाओं और बच्चों में हड़कंप मच गया। गांव में पुलिस बल तैनात।
सूचना मिलते ही मौके पर पहुंचे प्रभारी निरीक्षक अशोक सोलंकी ने स्थिति को नियंत्रण में करते हुए भीड़ को हटाते हुए दोनों पक्षों के मौजूद लोगों को बैठाकर समझाने का प्रयास किया। बताया जाता है।जाट पक्ष की ओर से 20 लोगों के खिलाफ कोतवाली में तहरीर दी गई है। वहीं अनुसूचित जाति के लोगों ने भी जाट समाज के लोगों पर गाली गलौज व मारपीट का आरोप लगाया है। बताया जाता है। रविवार की सुबह हुए पथराव में कुछ युवक भीम आर्मी से भी जुड़े हुए थे। जो पथराव के बाद गांव से फरार हो गए। वहीं पुलिस पूरे मामले की जांच की बात कह रही है। गांव में तनाव की स्थिति देखते हुए पुलिस बल तैनात किया गया है।                       


आपदा की खोज, मिले चार नर कंकाल

केदारनाथ आपदा में लापता लोगों की खोज को चले सर्च अभियान में मिले चार नर कंकाल।


रुद्रप्रयाग। केदारनाथ आपदा में लापता हुए लोगों के कंकालों की खोजबीन के लिए चल रहे सर्च अभियान के पांचवें दिन रविवार सुबह टीम को चार नर कंकाल मिले हैं। ये नर कंकाल रामबाड़ा के ऊपरी तरफ खोजबीन के दौरान पाए गए हैं। स्वास्थ्य विभाग टीम द्वारा नर कंकालों का डीएनए सैंपल लेने के बाद उनका अंतिम संस्कार कर दिया जाएगा।
बता दें की बीते 16 सितंबर को चार दिवसीय सर्च अभियान शुरू किया गया था। पुलिस अधीक्षक नवनीत सिंह भुल्लर के नेतृत्व में 10 टीमों को केदारनाथ से जुड़े अलग-अलग ट्रेकिंग रूट पर भेजा गया था।_
चार दिन तक टीम को एक भी नर कंकाल नहीं मिला था। इसलिए नौ टीमें बीते शनिवार को वापस आ गई थीं। जबकि एक टीम का अभियान रविवार तक बढ़ा दिया गया था। आज सुबह इस टीम को चार नर कंकाल मिले हैं।छह सालों में मिल चुके 600 से अधिक कंकालबता दें कि 16/17 जून 2013 की केदारनाथ आपदा में हजारों लोग मारे गए थे। रेस्क्यू दलों द्वारा चार हजार से अधिक शव बरामद किए गए थे। लेकिन कई लोगों का पता नहीं चल पाया है। नर कंकालों की खोजबीन के लिए बीते छह वर्षों में शासन द्वारा कई सर्च अभियान चलाए जा चुके हैं। जिसमें 600 से अधिक कंकाल मिले थे।दस टीमों में 60 कार्मिक हुए शामिलटीम में रुद्रप्रयाग, चमोली और पौड़ी गढ़वाल से सात उप निरीक्षक व 20 आरक्षी के साथ एसडीआरएफ के तीन उप निरीक्षक, एक मुख्य आरक्षी और 19 आरक्षी शामिल थे। साथ ही रुद्रप्रयाग जिले से 10 फार्मेसिस्ट भी टीम में थी। प्रत्येक टीम में उप निरीक्षक समेत पुलिस व एसडीआरएफ के दो-दो आरक्षी और एक फार्मेसिस्ट को रखा गया था। टीमों को रात्रि प्रवास की सामग्री स्लीपिंग बैग समेत सुरक्षा उपकरण और वीडियोग्राफी के लिए कैमरे भी उपलब्ध कराए गए थे।


बाप और जीजा ने युवती पर किया हमला

बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। थाना अतरसुइया अंतर्गत दरियाबाद इलाके में बाप और जीजा ने अपनी बेटी पर किया जानलेवा हमला। दरियाबाद में प्रापर्टी के विवाद में परिवार के ही लोगो ने पल्लवी भंसाली के ऊपर लोहे के रॉड वा चापड़ से हमला कर दिया जिससे पीड़ित महिला को गंभीर चोट आई है। खबर मिलते ही दरियाबाद चौकी प्रभारी दिलीप गुप्ता हमराहियों के साथ पहुचे और घायल महिला को काल्विन हॉस्पिटल ले गए।मौके पर घर मे मौजूद घायल महिला पर हमला करने वाले आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिए ,खबर लिखे जाने तक महिला की हालात नाजुक बनी हुई है।                


पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला  इकबाल अंसारी  चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पं...