रविवार, 20 सितंबर 2020

पाकिस्तानी-बांग्लादेशी शब्द हटाने की मांग

सितारगंज । प्रमाणपत्रों से पूर्वी पाकिस्तानी और बांग्लादेशी शब्द हटाने की मांग उग्र।


सितारगंज। शक्तिफार्म में एक समाज श्रेष्ठ समाज संस्था द्वारा सम्पूर्ण उत्तराखण्ड में बंगाली समुदाय के परिवारों को तहसील स्तर से जारी होने वाले प्रमाण पत्रों में से पूर्वी पाकिस्तानी एवं बांग्लादेशी शब्द को सरकार से तत्काल हटवाने का शासनादेश जारी करवाने के लिए संस्था पदाधिकारियों ने 24वें दिन शक्तिफार्म सुभाष चौक में जनसंपर्क कर आम जनमानस को पंपलेट बांटकर जागरूक किया।
एक समाज श्रेष्ठ समाज संस्था द्वारा चोविसवें दिन शक्तिफार्म में पम्पलेट बांट लोगों को जागरूक किया जा रहा हैं। संस्था के अध्यक्ष योगेन्द्र कुमार साहू रतनफार्म संस्था प्रभारी विश्वजीत मिस्त्री ने संयुक्त रूप से कहा।की उत्तराखंड में बंगाली समुदाय के परिवारों को तहसील स्तर से जारी होने वाले प्रमाण पत्रों में पूर्वी पाकिस्तान एवं पूर्वी बांग्लादेशी शब्द का कई वर्षों से प्रयोग किया जा रहा है। जबकि बंगाली समुदाय के लोगों ने स्वतंत्र भारत देश में जन्म लेकर भारतीय नागरिक होने के साथ साथ भारतीय संविधान में पूर्ण आस्था निष्ठा रखते हुऐ भारतीय संविधान का सम्पूर्ण पालन कर समाजहित व भारतहित में लगातार कार्य कर रहे हैं। तो फिर बंगाली समुदाय के लोग पूर्वी पाकिस्तानी एवं पूर्वी बांग्लादेशी कैसे हो गए।एक समाज श्रेष्ठ समाज संस्था कई वर्षों से बंगाली समुदाय को तहसील स्तर से जारी होने वाले प्रमाण पत्रों में से पूर्वी पाकिस्तानी पूर्वी बांग्लादेशी शब्द हटाने के लिए उत्तराखंड सरकार से लगातार अनेक प्रकार से माँग करती आ रही है। लेकिन उत्तराखंड सरकार इस गंभीर विषय में अपनी गंभीरता नहीं दिखा रही है जबकि यह किसी भी प्रदेश सरकार की नैतिक जिम्मेदारी है। कि वह अपने प्रदेश के नागरिकों को स्वतंत्रता से जीने का अधिकार दें लेकिन उत्तराखंड सरकार के द्वारा भारतीय बंगाली समुदाय के लोगों के आवश्यक प्रमाण पत्रों में पूर्वी पाकिस्तानी पूर्वी बांग्लादेशी शब्द का प्रयोग कर सभी बंगाली समुदाय के लोगों को अपने आप पर कलंकित महसूस करा रही हैं।           


विश्व में संक्रमितो की संख्या हुईं 3.06 करोड़

वैश्विक स्तर पर कोविड-19 के मामले 3.06 करोड़ से अधिक।


वाशिंगटन डीसी। वैश्विक स्तर पर कोरोना वायरस मामलों की कुल संख्या 3.06 करोड़ का आंकड़ा पार कर चुकी है। जबकि इससे होने वाली मौतों की संख्या बढ़कर 955,000 से अधिक हो गई हैं। यह जानकारी जॉन्स हॉपकिन्स विश्वविद्यालय ने रविवार को दी।विश्वविद्यालय के सेंटर फॉर सिस्टम साइंस एंड इंजीनियरिंग (सीएसएसई) ने अपने नवीनतम अपडेट में खुलासा किया कि रविवार की सुबह तक कुल मामलों की संख्या 30,674,077 हो गई और इससे हुई मौतों की संख्या 955,440 तक पहुंच गई।
सीएसएसई के अनुसार अमेरिका दुनिया में सबसे अधिक संक्रमण के मामलों 6,764,780 और उससे हुई 199,258 मौतों के साथ सबसे खराब स्थिति वाला देश है। वहीं भारत वर्तमान में 5,308,014 मामलों के साथ दूसरे स्थान पर है। जबकि देश में मरने वालों की संख्या 85,619 हो गई।सीएसएसई के आंकड़ों के अनुसार, संक्रमण के सबसे अधिक मामलों की ²ष्टि से अन्य शीर्ष 15 देशों में ब्राजील (4,528,240), रूस (1,092,915), पेरू (756,412), कोलम्बिया (750,471), मेक्सिको (694,121), दक्षिण अफ्रीका (659,656), स्पेन (640,040), अर्जेंटीना (622,934), फ्रांस (467,552), चिली (444,674), ईरान (419,043), ब्रिटेन (392,844), बांग्लादेश (347,372), सऊदी अरब (329,271) और इराक (315,597) हैं।वर्तमान में संक्रमण से हुई सबसे अधिक मौतों के मामले में ब्राजील 136,532 आंकड़ों के साथ दूसरे स्थान पर है। वहीं 10,000 से अधिक मौत वाले देश मेक्सिको (73,258), ब्रिटेन (41,848), इटली (35,668), फ्रांस (31,257), पेरू (31,283), स्पेन (30,495), ईरान (24,118), कोलम्बिया (23,665), रूस (19,128), दक्षिण अफ्रीका (15,940), अर्जेंटीना (12,799), चिली (12,254) और इक्वाडोर (11,084) हैं।             


दिल्ली से भिड़ेगी किंग्स इलेवन पंजाब

आईपीएल-13। दिल्ली कैपिटल्स से आज भिड़ेगी किंग्स इलेवन पंजाब।


दुबई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) के 13वें सीजन के पहले मैच में एक ओर जहां दो सबसे सफल टीमों का सामना हुआ तो वहीं दूसरे मैच में रविवार को दो ऐसी टीमें-दिल्ली कैपिटल्स और किंग्स इलेवन पंजाब आमने-सामने होगी, जिनका आईपीएल में प्रदर्शन निरंतर और ज्यादा खास नहीं रहा है।
पहले 11 सीजनों में अच्छा न करने वाली दिल्ली की फ्रेंचाइजी ने 12वें सीजन में अपना नाम बदल कर दिल्ली डेयरडेविल्स से दिल्ली कैपिटल्स कर दिया था और पिछले साल यह टीम सफल भी रही थी।
वहीं पंजाब हमेशा से ऐसी टीम रही है। जो लीग की शुरुआत से पहले कागजों पर तो मजबूत दिखती है। लेकिन खिलाड़ी समय पड़ने पर अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाते हैं।
2019 में, सात साल के लंबे गैप के बाद दिल्ली ने प्लेऑफ में जगह बनाई थी। लेकिन चेन्नई सुपर किंग्स (सीएसके) से हार गई थी। पिछले साल बेहतरीन प्रदर्शन करने के बाद दिल्ली ने कप्तान श्रेयस अय्यर, विकेटकीपर ऋषभ पंत और कगिसो रबाडा सहित अपनी कोर टीम को बनाए रखा है।टीम ने कुछ अंडर परफॉर्मर खिलाड़ी जैसे कोलिन मुनरो, कोलिन इनग्राम और क्रिस मौरिस को रिलीज कर दिया। इन लोगों के बदले में दिल्ली ने अपनी टीम में एलेक्स कैरी, जेसन रॉय को ला कर अपनी बल्लेबाजी को मजबूत किया। क्रिस वोक्स, मोहित शर्मा, ललित यादव, तुषार देशपांडे को भी टीम शामिल कर मजबूत किया है।फ्रेंचाइजी ने शिमरन हेटमायेर और मार्कस स्टोइनिस को भी महंगी प्राइस पर अपनी टीम में शामिल किया है। इन लोगों के अलावा, दिल्ली ने अजिंक्य रहाणे, रविचंद्रन अश्विन को भी खरीदा है। दिल्ली के पास अक्षर पटेल, मार्कस स्टोइनिस और क्रिस वोक्स जैसे ऑलराउंडर हैं। तेज गेंदबाजी विभाग में रबाडा के अलावा ईशांत शर्मा, आवेश खान और हर्षल पटेल हैं।2019 में दिल्ली को सफलता शिखर धवन, पंत और श्रेयस की बल्लेबाजी के दम पर मिली थी। यह तीनों सबसे ज्यादा रन बनाने वाले शीर्ष-10 बल्लेबाजों में शामिल रहे थे। गेंदबाजों में रबाडा ने 12 मैचों में 25 विकेट लिए थे। टीम प्रबंधन उम्मीद करेगा कि यह सभी इस सीजन भी वैसा ही प्रदर्शन करें जैसा पिछले सीजन में किया था।दिल्ली ने अश्विन को अपने साथ जोड़ अपने स्पिन विभाग को मजबूत किया है। लेग स्पिनर अमित मिश्रा के साथ मिलकर अश्विन यूएई की धीमी और नीची रहने वाली पिचों पर बाकी टीमों के लिए परेशानी खड़ी कर सकते हैं।
वहीं पंजाब के पास हमेशा से शीर्ष स्तर के खिलाड़ी रहे हैं।लेकिन एक या दो संस्करणों को पीछे छोड़ दें तो अभी तक के सभी संस्करणों में टीम अपनी लय खो बैठती है।
2008 में खेले गए लीग के पहले संस्करण में टीम सेमीफाइनल में पहुंची थी और 2014 में उप-विजेता रही थी। और फाइनल में केकेआर से हार गई थी। किंग्स इलेवन पंजाब, दिल्ली कैपिटल्स और रॉयल चैलेंजर्स बेंगलोर के साथ तीसरी ऐसी टीम है जिसने अभी तक खिताब नहीं जीता है। इस बार ओपनर लोकेश राहुल टीम की कप्तानी कर रहे हैं।
पंजाब ने ग्लेन मैक्सवेल, शेल्डन कोटरेल, जेम्स नीशाम, दीपक हुड्डा, रवि बिश्नोई, क्रिस जॉर्डन और ईशान पोरेल पर भरोसा दिखाया है। किंग्स इलेवन के पास टॉप ऑर्डर में क्रिस गेल भी हैं और वह अकेले मैच का पासा पलट सकते हैं। गेल के प्रदर्शन में निरंतरता न रहना पंजाब के लिए समस्या हो सकती है। और अगर वह सीजन की शुरुआत में ही लय में आ जाते हैं तो वह किसी भी चुनौती को ध्वस्त कर सकते हैं।
काफी कुछ इस बात पर भी निर्भर करता है कि गेल और राहुल की ओपनिंग जोड़ी किस तरह से खेलती है। वहीं अनुभवी मोहम्मद शमी तेज गेंदबाजी का नेतृत्व करेंगे। उनका साथ देने के लिए टीम में हर्डस विजोलेन और कॉटरेल भी होंगे। स्पिन अटैक में बिश्नोई, मुजीब उर रहमान और मुरुगन अश्विन टीम के पास हैं।
जहां तक सपोर्ट स्टाफ की बात है तो वहां भी टीम के पास अनिल कुंबले के रूप में मुख्य कोच, जोंटी रोड्स जैसा फील्डिंग कोच, वसीम जाफर बतौर बल्लेबाजी कोच, सुनील जोशी बतौर स्पिन गेंदबाजी कोच के तौर पर हैं।
किंग्स इलेवन पंजाब – लोकेश राहुल (कप्तान), करुण नायर, मोहम्मद शमी, निकोलस पूरन, मुजीब उर रहमान, क्रिस गेल, मनदीप सिंह, मयंक अग्रवाल, हर्डस विजोलेन, दर्शन नालकंडे, सरफराज खान, अर्शदीप सिंह, हरप्रीत ब्ररार, मुरुगन अश्विन, के. गौतम, जे सुचीथ, ग्लेन मैक्सवेल, शेल्टन कॉटरेल, दीपक हुड्डा, ईशान पोरेल, रवि बिश्नोई, जेम्स नीशाम, क्रिस जॉर्डन, तेजिंदर ढिल्लन, प्रभसिमरन सिंह।
दिल्ली कैपिटल्स – श्रेयस अय्यर (कप्तान), अजिंक्य रहाणे, एलेक्स कैरी, जेसन रॉय, पृथ्वी शॉ, ऋषभ। पंत (विकेटकीपर), शिखर धवन, शिमरन हेटमायेर, अक्षर पटेल, क्रिस वोक्स, ललित यादव, मार्कस स्टोइनिस, कीमो पॉल।मार्कस स्टोइनिस, कीमो पॉल, अमित मिश्रा, आवेश खान, हर्षल पटेल, ईशांत शर्मा, कागिसो रबाडा, मोहित शर्मा, रविचंद्रन अश्विन, संदीप लामिछाने, तुषार देशपांडे।             


'पूर्व प्रधानमंत्री' देवगोड़ा ने ग्रहण की सदस्यता

पूर्व प्रधानमंत्री देवगौड़ा ने राज्यसभा सदस्य के रूप में ली शपथ।


हरिओम उपाध्याय


नई दिल्ली। पूर्व प्रधानमंत्री एचडी देवगौड़ा ने रविवार को राज्यसभा के सदस्य के रूप में शपथ ली। देवगौड़ा ने राज्यसभा के सभापति एम. वेंकैया नायडू की उपस्थिति में कन्नड भाषा में शपथ ली। 87 साल के देवगौड़ा कांग्रेस के समर्थन से 12 जून को कर्नाटक से राज्यसभा के लिए निर्विरोध चुने गए थे।तबीयत खराब होने की वजह से देवगौड़ा 22 जुलाई को शपथ नहीं ले पाए थे। उसी दिन 61 निर्वाचित सदस्यों में से 45 सदस्यों ने राज्यसभा की सदस्यता के लिए शपथ ली थी। देवगौड़ा दूसरी बार राज्यसभा के लिए चुने गए हैं। इससे पहले 24 साल पहले वो राज्यसभा के सदस्य रह चुके हैं।
उस समय वो जून 1996 से अप्रैल 1997 तक देश के प्रधानमंत्री थे। इस बीच, सुप्रीम कोर्ट के पूर्व मुख्य। न्यायधीश रंजन गोगोई। कांग्रेस नेता अंबिका सोनी और समाजवादी पार्टी के रेवती रमण सिंह ने सभा से अनुपस्थित रहने की इजाजत मांगी है।इससे पहले स्वास्थ्य कारणों से पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह और पूर्व वित्त मंत्री पी. चिदंबरम ने भी सदन से अनुपस्थित रहने की अनुमति मांगी थी।               


देश में सबसे बड़ी फिल्म बनाने की घोषणा

बृजेश केसरवानी


लखनऊ। फिल्म निर्माता मधुर भंडारकर ने मुख्यमंत्री योगी से की देश में सबसे बड़ी फिल्म सिटी बनाने की घोषणा करने वाले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को शनिवार से ही बड़ी संख्या में बधाई मिल रही है। प्रख्यात फिल्म निर्माता।निर्देशक मधुर भंडारकर ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से रविवार को उनके सरकारी आवास पर मुलाकात की। कई बार राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार जीतने वाले मधुर भंडारकर की योगी  आदित्यनाथ से फिल्म सिटी को लेकर भी चर्चा हुई।
प्रदेश में फिल्म सिटी निर्माण को लेकर भंडारकर ने मुख्यमंत्री से भेंट के दौरान कई अहम चर्चा की। इसके बाद योगी ने मधुर भंडारकर को अयोध्या के राम मंदिर के प्रसाद के तौर पर सिक्का, रामचरित मानस तुलसी माला और भव्य दिव्य कुम्भ की कॉफी टेबल बुक भेंट की।               


राज्यसभाः कृषि विधेयक का विरोध, नारेबाजी

राज्यसभा में विपक्ष का हंगामा, कृषि विधेयक पर विरोध और नारेबाजी।


अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। कृषि से जुड़े विधेयकों पर रविवार को राज्यसभा में चर्चा के दौरान विपक्ष ने हंगामा शुरू कर दिया। नारेबाजी करते विपक्षी दलों के सांसद उपसभापति के आसन तक पहुंच गए। केंद्रीय कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर उस वक्त विपक्ष के सवालों का जबाव दे रहे थे। हंगामे के चलते राज्यसभा की कार्यवाही कुछ देर के लिए बाधित रही।
इससे पहले उच्च सदन में केंद्रीय कृषि मंत्री द्वारा चर्चा के लिए लाए गए दो अहम विधेयक, कृषक उपज व्यापार एवं वाणिज्य (संवर्धन एवं सरलीकरण) विधेयक 2020 और कृषक (सशक्तीकरण व संरक्षण) कीमत आश्वासन और कृषि सेवा पर करार विधेयक 2020 पर विपक्षी दलों के सांसदों ने पुरजोर विरोध करते हुए दोनों विधेयकों को किसानों के हितों के खिलाफ और कॉरपोरेट को फायदा दिलाने की दिशा में उठाया गया कदम करार दिया। दोनों विधेयकों को लोकसभा की मंजूरी मिल चुकी है।                     


सामाजिक-धार्मिक आयोजन पर लगी रोक

कॉविड-19: राजस्थान के इन 11 जिलों में धारा-144 लागू, सामाजिक-धार्मिक आयोजन पर भी रोक।


जयपुर। सीएम अशोक गहलोत ने शनिवार को राज्य में कॉविड-19 महामारी की स्थिति और उससे बचाव के उपायों पर अधिकारियों के साथ बैठक में पूरे प्रदेश में किसी भी सामाजिक-धार्मिक आयोजन पर रोक को भी 31 अक्टूबर तक यथावत जारी रखने का निर्णय लिया है।                 


सोमवार से पर्यटक देख सकेंगे 'ताजमहल'

पर्यटकों के लिए सोमवार से खुलेंगा ताजमहल, आगरा का किला।


आगरा। देश का लोकप्रिय पर्यटन आकर्षण व 17वीं शताब्दी का प्रेम का स्मारक, ताजमहल और आगरा का किला छह महीने बाद सोमवार से फिर से खुलने के लिए तैयार हैं। कोविड-19 महामारी के कारण इन स्थलों को बंद कर दिया गया था। भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के अधिकारियों ने पर्यटन स्थलों को फिर से खोलने के लिए सभी आवश्यक इंतजाम कर लिए हैं।
ताजमहल के केयरटेकर अमरनाथ गुप्ता ने कहा, “पूर्वी और पश्चिमी गेट पर सैनिटाइजेशन, थर्मल स्क्रीनिंग, सामाजिक दूरी के लिए तैयार हो चुके हैं।
एक शिफ्ट में सिर्फ 2,500 आगंतुकों को ही अंदर जाने की अनुमति होगी और यह केवल ऑनलाइन बुकिंग के जरिए ही संभव होगा। विदेशियों को प्रवेश टिकट के लिए 1,100 रुपये भुगतान करना होगा और देश के आगंतुक 50 रुपये प्रति टिकट का भुगतान करेंगे।
वहीं स्वास्थ्य विभाग ने पिछले 24 घंटों में 105 नए कोरोना वायरस मामलों की सूचना दी है। अब तक कुल 4,706 मामले दर्ज किए जा चुके हैं, जिसमें से 3,727 लोग रिकवर हो चुके हैं। सक्रिय मामलों की संख्या 862 है, वहीं अब तक, 117 मौतें हो चुकी हैं।
इसी बीच आगरा विश्वविद्यालय ने शनिवार देर शाम 25 मेडिकोज के कोविड पॉजिटिव पाए जाने के बाद सोमवार से होने वाली एमबीबीएस परीक्षा स्थगित करने की घोषणा की।
संक्रमित मेडिकोज को आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया है। विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने कहा कि नई तारीखों की घोषणा एस.एन. मेडिकल कॉलेज के अधिकारी के साथ परामर्श के बाद की जाएगी।             


गंगा नदी में मिला गायब भाजपा नेता का शव

वाराणसी बीएचयू से गायब भाजपा नेता का शव गंगा नदी में मिला।


वाराणसी। बीएचयू के सुपर स्पेशियलिटी कांप्लेक्स से कोरोना मरीजों के गायब होने के बाद अब सर सुंदरलाल अस्पताल से भी मरीज गायब होने लगे हैं। शुक्रवार को अस्पताल के छठे मंजिल से कैंसर के मरीज अजय मौर्या गायब हो गए।
बहुत खोजबीन के बाद जब उनके बारे में कोई जानकारी नहीं मिली तो बेटे ने लंका थाने में तहरीर देकर बीएचयू अस्पताल प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए कार्रवाई की मांग की। देर शाम उनका शव गायघाट स्थित गंगा नदी में मिल गया।
भाजपा किसान मोर्चा के पूर्व क्षेत्रीय उपाध्यक्ष सिंगरा निवासी अजय मौर्या कैंसर के मरीज थे और परिजनों ने उन्हें बीएचयू अस्पताल में भर्ती कराया था। बेटे चैतन्य मौर्या के अनुसार अस्पताल में उनके ऑपरेशन के बाद शुक्रवार सुबह सात बजे से ही वह आंकोलॉजी वार्ड से गायब हुए। गुरुवार को ही अस्पताल में उन्हें कोरोना संदिग्ध बताकर वार्ड में रखा गया था।               


डीएम ने परीक्षा केंद्रों का किया निरीक्षण

लखनऊ: जिलाधिकारी ने आरओ व एआरओ के परीक्षा केंद्रों का किया औचक निरीक्षण।


लखनऊ, अमृत विचार। राजधानी में आयोजित हुई आरओ व एआरओ की परीक्षा के दौरान जिलाधिकारी अभिषेक प्रकाश ने परीक्षा केंद्रों का औचक निरीक्षण किया। जिलाधिकारी ने केंद्र व्यवस्थापकों को कोविड प्रोटोकॉल का पालन करने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि कोविड प्रोटोकॉल का उल्लंघन किसी भी स्थिति में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और सभी लोग सोशल डिस्टेंसिंग बनाकर रखें।
अभिषेक प्रकाश जय नारायण इंटर कॉलेज (केकेसी) पहुंचे और वहां उक्त परीक्षा के सुचारू रूप से संचालन के संबंध में एग्जामिनेशन रूम, परीक्षा पर्यवेक्षकों की व्यवस्था, सीसीटीवी के माध्यम से हर क्लासरूम की मॉनिटरिंग को देखा। जहां सीसीटीवी के माध्यम से स्मार्ट मॉनिटरिंग होती पाई गई।
जिलाधिकारी ने विद्यालय के कंट्रोल रूम में जाकर सीसीटीवी से सभी परीक्षा कक्षों की व्यवस्था को भी देखा। बता दें कि जनपद के 121 परीक्षा केंद्रों पर यह परीक्षा सम्पन्न कराई जा रही है। जिसमें जनपद में कुल 57,758 परीक्षार्थी शामिल हो रहे हैं।                       


दूध के साथ ना करें इन चीजों का सेवन

आयुर्वेद के अनुसार भूलकर भी न करें इन 7 चीजों के साथ दूध का सेवन।


दूध एक ऐसी चीज है जिसे हर कोई पीना पसंद करता है। आखिर पौषक तत्वों से भरपूर दूध का सेवन करने से कैल्शियम, प्रोटीन सभी जरूरत तत्व मिलने के साथ शरीर का बेहतर तरीके से विकास होने में मदद मिलती है। मगर बहुत कम लोग इस बात से परिचित होंगे कि दूध का सेवन हर चीज के साथ नहीं करना चाहिए। आयुर्वेद के अनुसार, 7 ऐसी चीजें हैं जिनके साथ दूध का सेवन करने से शरीर का विकास होने की जगह नुकसान होने की समस्या का सामना करना पड़ सकता है।
एक्सपर्ट्स के मुताबिक, नमक और दूध का एक साथ सेवन करना खुदकुशी करने के बराबर माना जाता है। इससे लीवर गलने की परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। असल में, दूध में प्रोटीन और नमक में आयोडीन की मात्रा अधिक होने से इनका एक साथ सेवन लीवर को खराब करने का कोई करता है।
जिन लोगों को अपना वजन बढऩा हो उन्हें रोजाना दूध में केले मिक्स कर बनाना शेक बनाकर पीने से लाभ मिलता है। मगर कफ से परेशान लोगों को इसका सेवन करने से बचना चाहिए।
दूध पीने से पहले या तुरंत बाद कच्चा प्याज खाने से स्किन इंफैक्शन होने का खतरा बढ़ता है। ऐसे में दाद व खुजली की परेशानी का सामना करना पड़ सकता हैं।
मछली खाने के बाद भूल से भी दूध या इससे बनी किसी चीज को खाने से बचना चाहिए। नहीं तो स्किन पर सफेद दाग पड़ सकते हैं।
मसालेदार भोजन के साथ या तुरंत बाद दूध पीने से पाचन तंत्र पर बुरा असर पड़ता है। इससे खाना पचाने में दिक्कतों का सामना करने के साथ पेट दर्द, जलन, गैस आदि की समस्याएं होने लगती है।
अक्सर लोग रात को उड़द दाल का सेवन करने के बाद दूध पी लेते हैं। मगर ऐसा करने से इन्हें पचाने में दिक्कतें आती है। साथ ही पेट से जुड़ी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
दूध पीने के तुरंत बाद दही, नींबू या कोई खट्टी चीजें खाने से बदहजमी होने का सामना करना पड़ सकता है। असल में, इससे पेट में जाकर दूध फट जाने से एसिडिटी, उल्टी या मतली आदि का खतरा बढ़ता है।             


अनलॉक-4 के बाद भी बढ़ती बेरोजगारी

देश मे अनलॉक -4 के बाद भी बढ़ती बेरोजगारी से युवा वर्ग निराश अधर मे लटका दिख रहा भविष्य।
रिपोर्ट-वीरेन्द्र सिंह नेगी


उत्तरकाशी। कोरोना काल मे बढ़ती बेरोजगारी से युवक व युवतियां अधर मे लटके दिख रहे है। उन्हे अपने परिवार का  किस तरह जीवन यापन करना है। आज ये एक सोचने का विषय बन  गय़ा है।जंहा भारत सरकार नए नए दावे करती दिख रही है।बेरोजगारी युवा को मुह चिढ़ा रही है।
जंहा पूरे देश अनलॉक 4 मे प्रवेश कर चुका है। वही रोजगार से बेरोजगार हुए युवाओ  को भारत सरकार आगे बढ़ने का मौका प्रदान नहीं कर पा रही है।जो युवा वर्ग स्वयं पर निर्भर थे,वो आज के समय दर दर भटकने को विवश हो चुके है।
कोरोना काल मे सबसे बड़ी मार प्राइवेट सेक्टर के युवा वर्ग को पड़ा,जिससे युवा वर्ग अपने परिवार  को चलाने मे सक्षम नही हो पा रहे है।बेरोजगारी कि मार इस तरह बढ़ रही है,जिसमे युवा वर्ग आत्महत्या करने को मजबूर होना पड़ रहा है।
युवाओ का यह आरोप भी है,जंहा केन्द्र सरकार जो कार्य पेश कर रही है,वही राज्य सरकार इसका गलत उपयोग कर रही है।जिससे बेरोजगार युवाओ तक कुछ भी नही पहुंच पा रहा है।
इसका दुरुपयोग। अस्पताल बेंक स्कूल व आदि जगह पर दिख रहा है।इसमे संलिप्त नेता अधिकारी व अन्य सेक्टरों के मालिको पर साफ दिख रहा है।             


पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला  इकबाल अंसारी  चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पं...