गुरुवार, 30 जुलाई 2020

1,81,90,382 सैंपलों की कुल जांच हुई

अकांशु उपाध्याय


नई दिल्ली। कोरोना वायरस के संक्रमण के मामले रोज अपने ही रिकॉर्ड को ध्वस्त करते जा रहे हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय के आंकड़ों के मुताबिक, बीते 24 घंटे में भारत में कोरोना के 53,123 नए पॉजिटिव केस सामने आए हैं। वहीं इस वैश्विक महामारी से कल 775 मरीजों की मौत हो गई।






मंत्रालय के द्वारा जारी आंकड़ों के मुताबिक भारत में अब तक कोरोना के 15,83,792 मामले हो चुके हैं। इनमें 10,20,582 मरीज या तो स्वस्थ हो चुके हैं या फिर उन्हें अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। कोरोना से होनी वाली मौत के आंकड़ों की बात करें तो अभी तक इस महामारी ने 34,968 लोगों की जान ले ली हैं। टेस्टिंग की बात करें तो भारत में 29 जुलाई यानी कल कोरोना के 4,46,642 सैंपल की कोरोना टेस्टिंग हुई। इसके साथ ही अभी तक देश में कोरोना के 1,81,90,382 सैंपल को कोविड टटेस्टिंग हो चुकी है।             


यूपी के विधायक हुए बेलगाम, थाने में धरना

लखनऊ। योगी सरकार में भाजपा के विधायकों की भी कोई नहीं सुन रहा है | उन्नाव के सदर से भाजपा विधायक पंकज गुप्ता अपने समर्थकों के साथ पुलिस पर बुजुर्ग पर मारपीट का आरोप लगाकर रातभर कोतवाली में धरने पर बैठे रहे। वह डीएम व एसपी को मौके पर बुलाए जाने के बात पर अड़े रहे और पुलिस के खिलाफ नारेबाजी करते रहे। सुबह डीएम व एसपी ने शहर कोतवाली पहुंच कर कार्रवाई का आश्वासन दिया तब मामला शांत हो सका।






शहर कोतवाली के आदर्शनगर में महिला थाने की सरकारी भूमि पर कब्जेदारी को लेकर मंगलवार को पुलिस ने चार नामित व तीस अज्ञात लोगों के विरुद्ध केस दर्ज किया गया था। अधिकारियों के आदेश पर पुलिस ने सात लोगों को पकड़ कर कोतवाली पहुंचा दिया। इसती जानकारी होते ही सदर विधायक पंकज गुप्ता समर्थकों के साथ कोतवाली पहुंच गए। विधायक का आरोप था कि पकड़े गए वृद्ध के साथ पुलिसकर्मियों से मारपीट की। विधायक ने कहा कि उन्नाव पुलिस निरंकुश हो चुकी है, परेशान होकर मजबूरन उन्हें धरने पर बैठना पड़ा। सीओ ने समझाने की कोशिश की लेकिन बात नहीं बनी। मामला बढ़ने पर विधायक व उनके कार्यकर्ताओं ने सीओ सिटी पर गंभीर आरोप लगा पूरी रात नारेबाजी करते हुए डीएम व एसपी को मौके पर बुलाए जाने की बात पर अड़े रहे।




विधायक ने कहा कि कार्यकर्ताओं व आम आदमी को वाहन चेकिंग के नाम पर पुलिस प्रताड़ित कर रही है। हाल ही में पूर्व भाजपा जिलाध्यक्ष श्रीकांत कटियार से भी पुलिस कर्मियों से अभद्रता की थी। उन्होंने कहा कि संभ्रांत लोगों के खिलाफ कार्रवाई और अपराधी सड़कों पर घूम रहे हैं। पूरे मामले को सीएम को बताएं और विधानसभा में प्रश्न भी उठाएंगे। मामला बढ़ने पर रात आधा दर्जन से अधिक थानों की पुलिस शहर कोतवाली पहुंच गई। देर रात एएसपी उत्तरी विनोद कुमार पांडे ने कोतवाली पहुंच विधायक समेत कार्यकर्ताओं को समझाने का प्रयास किया, मगर सभी डीएम और एसपी को मौके पर बुलाए जाने की मांग करते रहे। तड़के डीएम रविंद्र कुमार व एसपी रोहन पी कनय ने शहर कोतवाली पहुंच सदर विधायक से बातचीत और आश्वासन दिया कि जांच करवा कर दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी। डीएम व एसपी के आश्वासन दिए जाने के बाद मामला शांत हो गया और सभी कोतवाली से रवाना हो गए।            


यूपीः 17 आईएएस,15 पीसीएस के तबादले

लखनऊ । यूपी में आईएएस- पीसीएस के तबादले योगी सरकार ने किए हैं । कई जिलों के सीडीओ सरकार ने बदल दिए हैं ।


यह लिस्ट-17 आईएएस के हुए तबादले-महेंद्र कुमार विशेष सचिव एपीसी शाखा गजल भारद्वाज सीडीओ रामपुर अतुल वस्त्र सीडीओ सुल्तानपुर अश्विनी पांडेय सीडीओ बलिया अन्नपूर्णा गर्ग सीडीओ अम्बेडकर नगर श्रीमती अंकुर लाठर सीडीओ अमेठी विपिन जैन सीडीओ प्रतापगढ़ कविता मीणा सीडीओ बहराइच इंद्रजीत सिंह सीडीओ गोरखपुर घनश्याम मीणा सीडीओ कुशीनगर अमित पाल विशेष सचिव माध्यमिक शिक्षा मुथु कुमार स्वामी विशेष सचिव औद्योगिक विकास गुराला श्रीनिवास विशेष सचिव वित्त मनोज कुमार निदेश कृषि विपणन श्याम सुंदर शर्मा सचिव पिछड़ा वर्ग अरविंद चौहान विशेष सचिव समाज कल्याण अमित आसरी सीडीओ चित्रकूट


15 PCS के ट्रांसफर की लिस्ट- मंजू लता विशेष सचिव एपीसी शाखा पूनम निगम अपर आयुक्त झांसी मंडल विश्राम एडीएम न्यायिक कौशाम्बी नीता यादव सीआरओ बस्ती अनित सिंह रजिस्ट्रार अटल विश्वविद्यालय प्रभुनाथ विशेष सचिव पीडब्ल्यूडी श्रीवेंद्र सिंह अपर निबंधक सहकारिता
नरेंद्र सिंह संयुक्त सचिव होमगार्ड अलका वर्मा अपर आयुक्त लखनऊ मंडल हरिओम शर्मा अपर आयुक्त गोरखपुर मंडल
नागेंद्र कुमार सिंह सिटी मजिस्ट्रेट बलिया आनंद कुमार विशेष सचिव चिकित्सा शिक्षा अनूप श्रीवास्तव विशेष सचिव दिव्यांग कल्याण बद्रीनाथ सिंह विशेष सचिव राज्यपाल रमेश प्रसाद अपर आयुक्त झांसी मंडल।


9वीं सदी की शिव मूर्ति लंदन से वापस

नई दिल्ली। भगवान शिव की एक चोरी हुई मूर्ति जल्द ही भारत वापस लौटने वाली है। राजस्थान में चित्तौड़गढ़ जिले के घाटेश्वर मंदिर में ये शिव मूर्ति 1998 में चोरी हो गई थी, जो किसी तरह ब्रिटेन में रहने वाले एक शख्स के पास पहुंच गई थी। सदियों पुरानी ये ऐतिहासिक मूर्ति गुरुवार 30 जुलाई को ही भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) के पास वापस आएगी।


तस्करी के बाद ब्रिटेन पहुंची मूर्ति


रिपोर्ट्स के मुताबिक, 9वीं सदी की ये मूर्ति नटेश शिव की है, जो चित्तौड़गढ़ के बरोली गांव में स्थित घाटेश्वर मंदिर में स्थापित थी। इस मूर्ति को फरवरी 1998 में मंदिर से चोरी कर लिया गया था। यहां से तस्करी के जरिए ये लंदन में एक निजी कलेक्टर के पास पहुंच गई थी। जानकारी के अनुसार, भारतीय एजेंसियों ने 2003 में ब्रिटिश अधिकारियों को इसके बारे में जानकारी दी थी और फिर 2005 में उस शख्स से इस मूर्ति को लौटाने के लिए बात की गई, जिसने स्वेच्छा से इसे लंदन स्थित भारतीय उच्चायोग के हवाले कर दिया था।


2017 में हुई प्रामाणिकता की पुष्टि


ये मूर्ति उसके बाद से ही भारतीय उच्चायोग में रखी गई थी और 2017 में एएसआई अधिकारियों की जांच के बाद इसकी प्रामाणिकता की पुष्टि हुई थी। अब एक बार फिर ये मूर्ति भारत वापस आ रही है और एएसआई इसे अपने कब्जे में लेगा।


रिपोर्ट के मुताबिक, 1998 से पहले भी इस मूर्ति को मंदिर से चुराने की कोशिश की गई थी, लेकिन तब चोरों को सफलता नहीं मिल पाई थी। इस मूर्ति का एक हाथ और एक पैर टूट गया है। इससे पहले भी भारतीय संस्कृति और इतिहास से जुड़ी कई अहम वस्तुएं दुनिया के अलग-अलग देशों से भारत वापस लाई जा चुकी हैं।


सुरक्षा को लेकर सीएम की हाई लेवल मीटिंग

लखनऊ। अयोध्या में 5 अगस्त को होने जा रहे राम मंदिर के भूमि पूजन कार्यक्रम को लेकर तैयारियां जोरों शोरों से जारी हैं। अयोध्या में भूमि पूजन से पहले यूपी सीएम योगी आदित्यनाथ ने सुरक्षा को लेकर बड़ी बैठक की है। सीएम ने पुलिस अधिकारियों को सुरक्षा व्यवस्था चुस्त-दुरुस्त करने के निर्देश भी दिए हैं।


सीएम ने अधिकारियों को भूमि पूजन कार्यक्रम को लेकर हर जिले में सतर्कता बरतने के निर्देश दिए हैं। भूमि पूजन कार्यक्रम और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के दौरे को देखते हुए सुरक्षा के पर्याप्त प्रबंध करने के निर्देश दिए गए हैं। शरारती व असामाजिक तत्वों पर कड़ी निगाह रखने के भी निर्देश दिए गए हैं। कार्यक्रम में करीब 200 लोगों के शामिल होने की उम्मीद है। ऐसे में पुलिस के सामने कोविड-19 के प्रोटोकॉल को सख्ती से पालन कराने की भी चुनौती होगी, ऐसे में सीएम योगी ने निर्देश दिए हैं कि कोरोना वायरस के प्रोटोकॉल को फॉलो करने में कोई भी ढीलाई ना बरती जाए।


गौरतलब है कि इस कार्यक्रम को लेकर केंद्रीय खुफिया एजेंसियों ने इनपुट दिया है कि आयोजन पर आतंकी साया मंडरा रहा है। इंटेलिजेंसी एजेंसीज का कहना है कि 5 अगस्त को होने वाले राम मंदिर शिलान्यास को लेकर आतंकी साजिश रची जा रही है। ऐसे में पूरे प्रदेश में भूमिपूजन यानि 5 अगस्त से लेकर स्वतंत्रता दिवस तक हाई अलर्ट घोषित किया गया है।केंद्रीय खुफिया एजेंसियों से मिले इनपुट के बाद सुरक्षा को लेकर उत्तर प्रदेश में व्यवस्था चाक चौबंद की जा रही है। इनपुट मिले हैं कि आतंकी 5 अगस्त से 15 अगस्त के बीच किसी बड़ी आतंकी वारदात को अंजाम दे सकते हैं। ऐसे में सभी जिलों के महत्वपूर्ण स्थानों, बस स्टेशन, रेलवे स्टेशन पर सतर्कता बरतने के निर्देश दिए गए हैं।


अरेस्ट सैकड़ों हत्याओं का दोषी, 'डॉक्टर डेथ'

राणा ओबरॉय


नई दिल्ली। देश में डॉक्टर डेथ के नाम से कुख्यात डॉक्टर देवेंद्र शर्मा आखिरकार पुलिस के हत्थे चढ़ गया | देश के मेडिकल इतिहास में उसके अपराध हमेशा पुलिस और पीड़ितों को याद रहेंगे | पुलिस की अपराध शाखा की नारकोटिक्स सेल ने इस दुर्दांत हत्यारे को बड़ी चालाकी से धर दबोचा | डॉ. देवेंद्र शर्मा की बुधवार देर रात बापरौला इलाके से गिरफ्तारी की पुष्टि भी हुई है। खुद डॉक्टर डेथ कई बार दावा करता है कि अब तक 100 से ज्यादा ट्रक ड्राइवरों और टैक्सी चालकों की हत्या कर चुका है | उसके मुताबिक उसने 100 कत्ल के बाद हत्याओं की गिनती करना छोड़ दिया है।


डॉक्टर डेथ ने हरियाणा में सीरियल किलर के रूप में कुख्याती अर्जित की है | उसे हरियाणा का सबसे बड़ा जल्लाद नाम से जाना जाता है | पुलिस रिकॉर्ड में दर्ज है कि उसने कई राज्यों में फैले किडनी रैकेट के सरगना के रूप में काम किया था | रिकॉर्ड के मुताबिक अब तक वो करीब 125 लोगों की किडनी अवैध रूप से निकालकर ट्रांसप्लांट कर चुका है। यह शख्स राजस्थान की एक अदालत से पैरोल के बाद गायब हो गया था | जयपुर पुलिस को इसकी पैरोल जंपिंग मामले में तलाश थी।दिल्ली पुलिस में अपराध शाखा के डीसीपी डॉ. राकेश पावरिया के मुताबिक नारकोटिक्स सेल के इंस्पेक्टर राममनोहर की टीम ने उसे सुनियोजित रूप से धर दबोचा है |उनके मुताबिक हत्या में उम्रकैद काट रहा सीरियल किलर देवेंद्र कुमार शर्मा जनवरी 2020 में राजस्थान से पैरोल जंप कर नदारत हो गया था | उन्होंने बताया कि यह मुजरिम दिल्ली के बापरौला में भेष बदलकर रह रहा था। एक सूचना के बाद उसकी छानबीन में एसआई श्याम बिहारी सरन, हवलदार अशोक नागर, संजय, सिपाही सुमित व सुनील की टीम जुटी हुई थी | उन्होंने बताया कि 62 वर्षीय डॉ. देवेंद्र कुमार शर्मा को गिरफ्तार कर लिया गया है। फ़िलहाल उससे पूछताछ की जा रही है | पुलिस के मुताबिक, यह मुजरिम एक विधवा महिला से शादी कर यहां छिपा था | उसने पुलिस को गुमराह करने की खूब कोशिश की। लेकिन दिल्ली पुलिस ने उसकी जब हकीकत जाहिर की तो उसने सच उगल दिया। उन्होंने बताया कि जयपुर पुलिस को इसकी सूचना दे दी गई है। जयपुर पुलिस इस सीरियल किलर की सुपुर्दगी के लिए दिल्ली पहुँच गई है |अपराध की दुनिया में डॉ. देवेंद्र शर्मा का नाम दुर्दांत अपराधियों की श्रेणी में है | वह बीएएमएस डिग्रीधारी है | लेकिन किडनी निकालने व ट्रांसप्लॉट करने की सर्जरी में उसका कोई मुकाबला नहीं |


बताया जाता है कि इस डॉक्टर ने कई ट्रक ड्राइवरों की हत्या कर उनके शव को कासगंज स्थित हजारा नहर में मगरमच्छों को खिला दिया | ताकि कोई सुबूत न मिले। यह उन लोगों की किडनियां निकाल लिया करता था | यही नहीं ड्राइवरों की गाड़ियों को वो दिल्ली के कासगंज बाजार में बेच देता था | कई गाड़ियों को उसने मेरठ के कबाड़ियों को बेचकर कटवा दिया था।


अंबानी के ऑफिस पर यस बैंक का कब्जा

मुंबई। कर्ज के जाल में फंसे रिलायंस ग्रुप के अनिल अंबानी को एक और झटका लगा है। दरअसल, निजी क्षेत्र के यस बैंक ने 2,892 करोड़ रुपये का बकाया कर्ज नहीं चुकाने की वजह से अनिल धीरूभाई अंबानी समूह (ADAG) के सांताक्रूज मुख्यालय को अपने कब्जे में ले लिया है। आपको यहां बता दें कि अनिल धीरूभाई अंबानी समूह पिछले साल इसी मुख्यालय को पट्टे पर देना चाहता था ताकि वह कर्ज चुकाने के लिए संसाधन जुटा सके। यह मुख्यालय 21,432 वर्ग मीटर में है। न्यूज एजेंसी पीटीआई के मुताबिक यस बैंक ने रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर द्वारा बकाये का भुगतान नहीं करने के चलते दक्षिण मुंबई के दो फ्लैटों का कब्जा भी अपने हाथ में ले लिया है। दो अन्य संपत्तियां दक्षिण मुंबई के नागिन महल में हैं। ये दोनों फ्लैट क्रमश: 1,717 वर्ग फुट और 4,936 वर्ग फुट के हैं। इस तरह, यस बैंक के कब्जे में रिलायंस ग्रुप की तीन संपत्तियां आ गई हैं।


आपको यहां बता दें कि अनिल धीरूभाई अंबानी समूह (एडीएजी) की लगभग सभी कंपनियां सांताक्रूज कार्यालय ‘रिलायंस सेंटर’ से परिचालन कर रही हैं। हालांकि, पिछले कुछ साल के दौरान समूह की कंपनियों की वित्तीय स्थिति काफी खराब हो गई है। कुछ कंपनियां दिवालिया हो गई हैं, जबकि कुछ को अपनी हिस्सेदारी बेचनी पड़ी है। यस बैंक ने कहा कि उसने छह मई को रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर को 2,892.44 करोड़ रुपये का बकाया चुकाने का नोटिस दिया था। 60 दिन के नोटिस के बावजूद समूह बकाया नहीं चुका पाया। इसके बाद 22 जुलाई को हमने रिलायंस समूह की तीनों संपत्तियों का कब्जा ले लिया। बैंक ने आम जनता को आगाह किया है कि वह इन संपत्तियों को लेकर किसी तरह का लेनदेन नहीं करें।


यस बैंक के डूबे कर्ज की एक बड़ी वजह एडीएजी समूह की कंपनियों को दिया गया कर्ज है। नॉन परफॉर्मिंग एसेट (एनपीए) के ऊंचे स्तर की वजह से भारतीय स्टेट बैंक की अगुवाई वाले बैंकों के गठजोड़ ने बैंक में 10,000 करोड़ रुपये की पूंजी डालकर उसे संकट से बाहर निकाला है। बैंक के लिए राहत पैकेज से पहले सरकार और रिजर्व बैंक ने मार्च में यस बैंक के निदेशक मंडल को भंग कर दिया था। साथ ही बैंक के नए मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) और निदेशक मंडल की नियुक्ति की थी।


पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला  इकबाल अंसारी  चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पं...