मंगलवार, 30 जून 2020

बार-बार भूकंप का कारण पता लगाया

अरुण शर्मा


नई दिल्ली। भू-विज्ञानियों ने रोहतक में लगातार भूकंप आने का कारण पता लगा लिया है। उनका कहना है कि इंडो-ऑस्ट्रेलियन टेक्टोनिक प्लेट यूरेशियन प्लेट के टकराने और फॉल्ट लाइन के सक्रिय होने से  लगातार भूकंप आ रहे हैं। इससे दिल्‍ली-एनसीआर क्षेत्र में खतरा है। अभी इस संबंध में शोध में भू विज्ञानी अभी जुटे हुए हैं। शोध किए जा रहे हैं।  वरिष्ठ विज्ञानियों ने दावा किया है कि दिल्ली और हरियाणा के आसपास पांच फॉल्ट-रिज लाइन हैं। फिलहाल महेंद्रगढ़-देहरादून सक्रिय है। पिछले दो-तीन महीने से मथुरा फॉल्ट लाइन में भी सक्रियता के कारण ग्रेटर नोएडा, फरीदाबाद तक भूकंप के झटके आ चुके हैं!


छोटे धार्मिक स्थल खुलेंगे, बड़े बंद रहेंगे

जयपुर। राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में श्रद्धालुओं की सीमित संख्या वाले धार्मिक स्थल 1 जुलाई से फिर से खुलेंगे जबकि शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े धार्मिक स्थल कोविड-19 महामारी के कारण बंद रहेंगे।






राज्य सरकार ने अन्य राज्यों से राजस्थान आने वालों के लिए 14 दिवसीय होम क्वांरटीन की अनिवार्यता को भी हटा दिया है, हालांकि उन्हें सभी नियमों का अनुपालन करना होगा और कोरोना के लक्षण नजर आने पर जांच करानी होगी। ये फैसले रविवार रात मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की अध्यक्षता में हुई समीक्षा बैठक में लिए गए। मुख्यमंत्री ने कहा कि ग्रामीण क्षेत्र में केवल उन्हीं धार्मिक स्थलों को खोलने की अनुमति होगी जहां सामान्य दिनों में प्रतिदिन 50 या इससे कम लोग आते हैं।


इन स्थलों पर एक समय में सीमित संख्या में लोग उपासना, दर्शन अथवा अन्य धार्मिक कार्यों के लिए मौजूद रह सकेंगे। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग, सैनिटाइजेशन और मास्क पहनने आदि स्वास्थ्य प्रोटोकॉल सहित भारत सरकार की ओर से धार्मिक स्थलों के लिए जारी एसओपी के अनुपालन को सुनिश्चित किया जाना चाहिए।


गहलोत ने कहा कि लॉकडाउन के कारण बंद हुए धार्मिक स्थलों को खोलने के लिए जिला कलेक्टरों की अध्यक्षता में गठित की गई कमेटियों के सुझावों के आधार पर शहरों में सभी और ग्रामीण क्षेत्रों में बड़े धार्मिक स्थलों को फिलहाल नहीं खोला जाएगा। उन्होंने कहा कि जीवन की सुरक्षा राज्य सरकार के लिए सर्वोपरि है। 20 जून को राज्य में शुरू हुआ कोरोना जागरूकता अभियान अब 7 जुलाई को समाप्त होगा। यह अभियान जागरूकता फैलाने के लिए शुरू किया गया था। गहलोत ने इस अभियान को सफल बताया।






नाबालिग से 7 माह तक रेप, प्रेग्नेंट

 नाबालिग से रेप, प्रेग्‍नेंट होने पर हुआ खुलासा.

कानपुर। उत्तर प्रदेश के कानपुर में एक किशोर ने एक किशोरी के साथ रेप की घटना को अंजाम दिया। 16 साल का किशोर 14 वर्ष की किशोरी को बहला-फुसलाकर उसके साथ कई महीनों तक रेप करता रहा। मामले की जानकारी परिजनों को तब हुई, जब उन्होंने पेट दर्द होने पर किशोरी का अल्ट्रासाउंड कराया। अल्ट्रासाउंड में पता चला कि किशोरी कई माह की गर्भवती है। इसके बाद परिजनों ने मामले की जानकारी पुलिस को दी। लड़की के परिजनों की तहरीर के आधार पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी किशोर को गिरफ्तार कर लिया है।

जानकारी के मुताबिक, मामला काकादेव थाना क्षेत्र का है। यहां रहने वाला 16 वर्षीय किशोर 14 साल की किशोरी के घर पर आता जाता था। इसी बीच उसने बहला-फुसलाकर किशोरी के साथ शारीरिक संबंध बना लिए। वह 7 महीने तक किशोरी का यौन शोषण करता रहा। पिछले दिनों किशोरी के पेट में दर्द हुआ तो परिजनों ने उसे डॉक्टर को दिखाया। डॉक्टर की दवा खाने के बाद भी किशोरी को आराम नहीं हुआ तो डॉक्टर ने अल्ट्रासाउंड कराने की सलाह दी। इसपर परिजनों ने किशोरी का अल्ट्रासाउंड करवाया। अल्ट्रासाउंड की रिपोर्ट आने पर परिजनों के होश उड़ गए।

आरोपी के खिलाफ रेप और पॉक्‍सो एक्ट में मामला दर्ज..

किशोरी के गर्भवती होने की बात पता चलने के बाद नाबालिग ने बताया कि पिछले 7 महीने से घर में आने वाला किशोर उसके साथ संबंध बना रहा था। परिजनों ने काकादेव थाने में मामले की शिकायत की। जिस पर पुलिस ने मामला दर्ज कर आरोपी किशोर को गिरफ्तार कर लिया है। थानाध्यक्ष कौशल किशोर दीक्षित का कहना है कि लड़की के घरवालों ने जो तहरीर दी उसके आधार पर आरोपी के खिलाफ रेप और पॉक्‍सो एक्ट नें मामला दर्ज कर लिया है। आरोपी किशोर को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया। आरोपी नाबालिग है उसे किशोर न्यायालय में पेश किया जाएगा।

वैक्सीन को मानव परीक्षण की अनुमति

भारत के पहले कोविड-19 टीके COVAXIN को डीसीजीआई की तरफ से मानव परीक्षण की मिली अनुमति

नई दिल्ली। भारत सरकार ने पहले स्वदेशी कोविड-19 वैक्सीन को मानव परीक्षण की अनुमति दे दी है. भारत बायोटेक की तरफ से  .‘कोवैक्सिन' नामक टीके का विकास किया जा रहा है। भारत बायोटेक ने भारतीय आयुर्विज्ञान अनुसंधान परिषद (ICMR) और राष्ट्रीय विषाणु विज्ञान संस्थान (NIV) के साथ मिलकर इसे विकसित किय़ा है। कंपनी की तरफ से जारी बयान में कहा गया है कि भारतीय औषधि महानियंत्रक (DCGI)  की तरफ से मानव परीक्षण की अनुमति मिली है।

दुनिया भर के ड्रग निर्माता कोरोनावायरस के खिलाफ एक टीका विकसित करने के प्रयास में लगे हुए हैं। वैक्सीन और जेनेरिक दवाओं के अग्रणी निर्माता, भारत को इस दौड़ में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाने की उम्मीद है, जिसमें कई संस्थान विभिन्न दवाओं के साथ काम कर रहे हैं। हाल ही में सरकार की तरफ से कहा गया था कि 30 ग्रुप वैक्सीन बनाने के कार्य में लगे हुए हैं।

बताते चले कि दुनिया भर में कई कंपनी इस काम में लगी हुई है। पिछले हफ्ते विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने कहा था कि ब्रिटेन की एस्ट्राजेनेका इस वैक्सीन को बनाने के काफी करीब है। ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय के शोधकर्ताओं द्वारा इस वैक्सीन पर काम किया जा रहा है।

गौरतलब है कि भारत में कोरोना वायरस का कहर लगातार बढ़ता ही जा रहा है हालांकि सरकार ने अनलॉक के दूसरे चरण यानी अनलॉक2 (Unlock2) के लिए दिशानिर्देश जारी कर दिए हैं। नए दिशानिर्देशों में कंटेमेंट जोनों के बाहर और ज्यादा गतिविध‍ियों को खोलने की इजाजत दी गई है। नए दिशानिर्देश 1 जुलाई 2020 से प्रभावी होंगे। अर्थव्यवस्था को चरणबद्ध तरीके से खोलने की प्रक्रिया इसमें आगे बढ़ाया गया है। आज जारी किए गए नए दिशानिर्देश, राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों से प्राप्त फीडबैक और संबंधित केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों के साथ व्यापक विचार-विमर्श पर आधारित हैं।

डिजिटल सर्जिकल स्ट्राइक वाले पीएम







डिजिटल सर्जिकल स्ट्राइक करने वाले पहले प्रधानमंत्री बने नरेन्द्र मोदी। 

भारत की चीन पर डिजिटल स्‍ट्राइक, TikTok-PUBG समेत 59 ऐप पर लगा बैन। 

भारत सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए 59 चीनी ऐप्स पर बैन लगा दिया है।  

अकांशु उपाध्याय नई दिल्ली। चीन के खिलाफ भारत सरकार ने बड़ा फैसला लेते हुए 59 चीनी ऐप्स पर बैन लगा दिया है. इसमें फेमस ऐप्स TikTok और PUBG भी शामिल है।  आपको बता दें कि हालही में भारत और चीन के बीच हुई हिंसक झड़प में भारतीय सेना के 20 जवान शहीद हो गए थे, जिसके बाद देश में चीन के खिलाफ भारी गुस्सा है लोग लगातार चीनी सामान के बहिष्कार की मांग कर रहे हैंगौरतलब है कि भारत में चीनी ऐप्स की तुलना में देशी ऐप्स को बढ़ावा मिल रहा है।  चिंगारी जैसे नए ऐप्स चीनी TikTok जैसे ऐप की जगह लेने को आ गए हैं. चीनी शॉर्ट वीडियो ऐप टिकटॉक को मात देने के लिए बनाए गए मित्रों (Mitron) ऐप ने लॉन्च के दो महीनों में ही एक नया कीर्तिमान बनाया है इसके अलावा चिंगारी ऐप भी लोगों के बीच काफी लोकप्रिय हो रहा है। मित्रों ऐप को फिलहाल गूगल प्ले स्टोर से करीब एक करोड़ लोगों ने अपने मोबाइल फोन पर इसको डाउनलोड कर लिया है। चीनी वस्तुओं के बहिष्कार की अपील के बाद लोगों के बीच ये ऐप्स काफी लोकप्रिय हुआ है। 

वोकल फॉर लोकल पर बना ऐप

हालांकि ऐप को लेकर के शुरुआती महीनों में यह आरोप लगा था कि इसका सोर्स कोड एक पाकिस्तानी डेवलपर कंपनी से खरीदा गया है। हालांकि हमारी सहयोगी वेबसाइट zeebiz.com से बात करते हुए ऐप के सह-संस्थापक शिवांक अग्रवाल और अनीश खंडेलवाल ने इन बातों को निराधार बताया। दोनों ने कहा कि प्रधानमंत्री के आह्वान पर वोकल फॉर लोकल पर वो काम कर रहे है।   फिलहाल इस ऐप को लोगों की मांग के अनुरुप डेवलप किया गया है।  इसके साथ ही हम स्थानीय कानून का भी पालन कर रहे है।  प्ले स्टोर पर इस ऐप को फिलहाल 5 में से 4.5 रेटिंग मिली हुई है।

गूगल ने हटाया था प्ले स्टोर से

इस ऐप को लेकर काफी विवाद भी हो रहा था जिसे देखते हुए गूगल प्ले स्टोर ने अपने प्लेटफॉर्म से मित्रों ऐप को हटा दिया था। हालांकि इसके बाद प्राइवेसी में बदलाव करने के बाद गूगल ने प्ले स्टोर पर इसको वापस से डाल दिया था।  हालांकि अब एक और देशी ऐप भी लोगों के बीच काफी पॉपुलर होता जा रहा है। 

लोगों ने चिंगारी ऐप को अपना पसंदीदा ऐप बना लिया है। लोगों में इस ऐप को लेकर उत्सुकता का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि महज 15 दिनों में इस ऐप ने 1 मिलियन से ज्यादा डाउनलोड के आंकड़े को पार किया है।  इस ऐप की खासियत की बात करें तो ये एक वीडियो शेयरिंग प्लेटफॉर्म है जहां यूजर्स वीडियो डाउनलोड और अपलोड कर सकते है। इसके साथ ही दोस्तों से चैट, कॉन्टेन्ट शेयरिंग और फीड के जरिए ब्राउजिंग भी की जा सकती है। इसे ऐप को भारतीय यूजर्स की जरूरतों और मांग को ध्यान में रखते हुए बनाया गया है। 

स्वदेशी ऐप चिंगारी को छत्तीसगढ़ के आईटी डेवलपर बिस्वात्मा नायक और सिद्धार्थ गौतम ने बनाया है  उन्होंने बताया कि इसमें ओडिशा और कर्नाटक के डिवेलपर्स ने भी उनका साथ दिया है। उन्होंने ये दावा किया है कि ये ऐप किसी भी तरह से TikTok से कम नहीं है और सुरक्षा के लिहाज से यह ऐप TikTok के सामने मजबूत नजर आ रही है। इसके अलावा यह ऐप अभी अंग्रेजी के अलावा 9 अन्य भाषाओं (हिंदी, बांग्ला, गुजराती, मराठी, कन्नड़, पंजाबी, मलयालम, तमिल और तेलगू)  में उपलब्ध है।







290 पदों ने दी प्रक्रिया की वैधता को चुनौती

इलाहाबाद हाई कोर्ट में यूपी के डिग्री कॉलेजों में प्राचार्यों के 290 पदों की चयन प्रक्रिया की वैधता को चुनौती


प्रयागराज। इलाहाबाद हाई कोर्ट में उत्तर प्रदेश के डिग्री कॉलेजों में प्राचार्यों के 290 पदों की चयन प्रक्रिया की वैधता को चुनौती दी गई है। याचिका में उत्तर प्रदेश उच्च शिक्षा सेवा चयन आयोग प्रयागराज के दो मार्च 2019 को जारी विज्ञापन के तहत यूजीसी के नए रेग्युलेशन से परीक्षा कराने की मांग की गई है। कोर्ट ने राज्य सरकार व आयोग से एक सप्ताह में जानकारी मांगी है। अगली सुनवाई सात जुलाई को होगी।


यह आदेश न्यायमूर्ति जेजे मुनीर ने डॉ. हेम प्रकाश व अन्य की याचिका पर दिया है। याचिका के अनुसार डिग्री कालेजों में प्राचार्यों के 290 पदों पर नियुक्ति के लिए दो मार्च 2019 को विज्ञापन जारी किया गया। चयन परीक्षा यूजीसी के 2010 के रेग्युलेशन पर होनी थी। इसके तहत आवेदन करने वाले अभ्यर्थी का शैक्षिक प्रदर्शक सूचकांक (एपीआइ) 400 अंक और वर्कशाप, सेमिनार और प्रकाशन आदि की अर्हता निर्धारित है। आवेदन करने की अंतिम तारीख 18 जून 2019 और एपीआई सूचकांक जमा करने की अंतिम तारीख 18 जुलाई 2019 थी। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग ने अपने रेग्युलेशन में बदलाव करते हुए 2018 का रेग्युलेशन लागू कर दिया।  


ब्रजेश केसरवानी


पेट्रोल-डीज़ल के बढ़े दाम पर किया प्रदर्शन

पेट्रोल और डीज़ल के बढ़े दाम पर सपा महिला सभा ने ईरिक्शा से किया प्रदर्शन


बृजेश केसरवानी


प्रयागराज। समाजवादी पार्टी की महिला सभा ने पेट्रोल और डीज़ल के बढ़े दाम को लेकर कीडगंज से सुभाष चौराहे तक ईरिक्शा की सवारी कर विरोध दर्ज कराया। महिला सभा की निर्वतमान महानगर अध्यक्ष श्रीमती मंजू यादव ने खुद ईरिक्शा चलाते हुए सुभाष चौराहे पर केन्द्र सरकार को चेतावनी दी के पेट्रोल और डीज़ल के बढ़े दाम वापिस न लिए गए तो और उग्र रुप से महिलाएँ प्रदर्शन करने को बाध्य होंगी। निर्मला यादव ने प्रधानमंत्री मोदी और उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के खिलाफ जम कर नारे लगाते हुए बढ़े दाम वापिस लेने की आवाज़ बुलन्द की। कीडगंज बैहरैना,लोहिया चौराहे से ईरिक्शा से निकली महिलाओं ने रास्ते भर पेट्रोल और डीज़ल के बढ़े दाम वापिस लेने को आवाज़ बुलन्द करते हुए सुभाष चौराहे पहोँच कर जमकर केन्द्र सरकार के खिलाफ मुखर होकर भढ़ास निकाली। विरोध दर्ज कराने वालों में मंजू यादव,निर्मला यादव,उर्मिला सिंह,बिट्टी सोनकर,आकांक्षा प्रजापति,गुड्डी,कलावती,बलवन्त यादव,विजय महतो,राजेश यादव,संतोष यादव,बंटी आदि थे।


रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ  पंकज कपूर  देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2024 को लेकर यात्रियों में गजब का उत्साह देखा जा...