रविवार, 21 जून 2020

किसानों ने डंपिंग ग्राउंड का विरोध किया

किसानों ने सौंपा डंपिंग ग्राउंड को वापस लेने का ज्ञापन

अश्वनी उपाध्याय

गाजियाबाद। लोनी विधानसभा क्षेत्र के हिंदू मीरपुर गांव में बन रहे डंपिंग ग्राउंड को लेकर एक बड़ा आंदोलन शुरू हो गया है जिसमें गांव में विकास की जगह डंपिंग ग्राउंड देकर गांव वालों का बेवकूफ बनाए जाने की बात कही जा रही है जिसको लेकर प्रशासनिक अधिकारी लगातार गांव वालों को समझाने का प्रयास कर रहे हैं यहां आपको बता दें कि लोनी नगर पालिका के पूर्व चैयरमेन के समय में यह डंपिंग ग्राउंड का प्रोजेक्ट शुरू किया गया है जिसके लिए हिंदू मीरपुर गांव में जगह भी नगर पालिका चेयरमैन व प्रशासन के द्वारा ही चिन्हित की गई थी लेकिन अब इस मामले पर राजनीति करते हुए लोनी नगर पालिका पूर्व चेयरमैन गांव वालों के बीच धरने को समर्थन देने पहुंचे जिस पर गांव वालों ने उन्हें यह डंपिंग ग्राउंड वापस लेने की बात कही जिसको लेकर  भाजपा जनप्रतिनिधियो का काफी विरोध भी हुआ आपको बता दें कि गांव वालों ने कहा कि जिस प्रकार से पुर्व चैयरमेन ने अपने कार्यकाल में इस डंपिंग ग्राउंड के कार्य शुरू करने के लिए भूमि को मंजूरी दिलाई  ठीक उसी प्रकार से अगर वह किसानों के हितेषी है तो लोनी उपजिलाधिकारी लोनी नगर पालिका चेयरमैन संयुक्त रूप से इस डंपिंग ग्राउंड को वापस बात को लेकर एक ज्ञापन भी जिलाधिकारी का नाम सौंपा गया ग्रामीणों ने यह भी कहा कि राजनीति के चक्कर में उनको ना बरगलाया जाए यह कार्य नगर पालिका का है इसको नगरपालिका क्षेत्र में ही ले जाया जाए यहां आपको बता दें कि मौजूद किसानों ने भारतीय जनता पार्टी के विधायक व सांसद का पुरजोर विरोध करते हुए कहा कि आने वाले चुनाव में अब देहात क्षेत्र से भाजपा को भारी विरोध देखना पड़ेगा वही किसानों ने यह भी मांग की कि लोनी नगर पालिका के पूर्व चेयरमैन मनोज धामा अगर किसानों के हितेषी है तो वह अपनी पत्नी जो मौजूदा चेयरमैन रंजीता धामा है उनके द्वारा वह लोन उप जिला अधिकारी के द्वारा एक प्रस्ताव पास कर शासन को भेजे थे इस डंपिंग ग्राउंड को मीरपुर गांव से हटाया जाए वरना किसानों के साथ राजनीति करने की कोशिश ना की जाए किसान लगातार अपनी लड़ाई लड़ते आए हैं।

बवाल हुआ कोई 'संपादकीय'

सूर्यग्रहण न हुआ ... बँवाल हुआ कोई !!!

 अंधविश्वास से भरा देश उस पर देश का क्रांतिकारी मीडिया

नरेश राघानी

सूर्य ग्रहण न हुआ कोई बवाल हो गया !!!  कल शाम से सारा मीडिया चीन और कोरोना को ताक पर रख के सूर्य भगवान की शरण में जा खड़ा हुआ है। जिसे देखो सूर्य की अलग-अलग कोनों से तस्वीरें खींच खींच कर अपने चैनल पर दिखा रहा है। भाई !!! यह मात्र एक खगोलीय घटना है। लेकिन इस खगोलीय घटना को हिंदुस्तान के मीडिया ने पता नहीं कहां-कहां जोड़ दिया है।

कोई चैनल सूर्य ग्रहण की वजह से आपके निजी जीवन में होने वाली उत्तल पुथल को जोड़ देता है , तो कोई चैनल यह बता देता है कि आपकी नाम राशि पर सूर्य ग्रहण का क्या प्रभाव पड़ेगा ?? हद तो तब हो गई जब आज सूर्य ग्रहण के दौरान ये मीडिया चैनल लोगों की नाना प्रकार की अजीबो गरीब हरकतें ग्रहण काल के दौरान दिखाने लगे। जिसमें कोई पूरे शरीर पर कीचड़ मिलकर ग्रहण काल के दौरान योग करता दिख रहा था। तो कोई पानी में उल्टा लेट कर तैर रहा था। कोई आग के बीच में बैठा है , तो कोई खिड़की की मुंडेर पर बैठकर कौओं को खाना खिला रहा है। और हमारे देश का बेलगाम मीडिया टीआरपी की रेस में दौड़ता हुआ सबको दिखाए जा रहा है। अपने समझ में नहीं आता कि मीडिया को यह बात समझ में क्यों नहीं आती की - यह खबरें केवल इस देश में बैठे लोग नहीं देखते बल्कि पूरे विश्व कही न कही इन खबरों को देखता है और हँसता है हमारी सोच पर। मान लीजिए अगर आप अमेरिका के निवासी हैं और आप भारतवर्ष में अपना पैसा लगाना चाहते हैं। जाहिर तौर पर आप चाहेंगे कि मेरा पैसा सही जगह लगे समझदार लोगों के हाथों में जाए ताकि मुझे उसका लाभ मिल सके। अब यदि आप पैसा लगाने से पहले , देश में सूर्य ग्रहण के दौरान लोगों की ये अजीब अजीब हरकतें देख लें, तो क्या सोच में नहीं पड़ जाएंगे की - किन अजीब लोगों का देश है ??? जो मात्र एक खगोलीय घटना को इन हदों तक ले जाते हैं। सूर्य भगवान भी सोचते होंगे कि इतनी परेशानी तो मुझे भी नहीं हो रही ग्रहण काल में जितनी इन बॉवले लोगो को हो रही है। सोचने की बात यह है कि यहां से कई सेटेलाइट वर्ष दूर सूर्य पर किसी अन्य ग्रह की छाया आ जाने की वजह से , पूरा विश्व छोड़कर केवल हिंदुस्तान के किसी गांव में बैठा कोई अनपढ़ आदमी कैसे प्रभावित हो रहा है ? लेकिन नहीं साहब !!! हमने तो अजीब अजीब हरकतें करने में प्रतिस्पर्धा खोल रखी है। वह अनपढ़ इंसान गांव के तालाब में शरीर पर कीचड़ मलकर पानी में उल्टा खड़ा होकर योग करेगा। ताकि सूर्य भगवान की नाराजगी दूर कर सके। जबकि सूर्य भगवान खुद इन लोगों की ये अजीब हरकतें देख कर परेशान होंगें। एक तो वैसे ही लोगों का दिमाग आधा काम करना बंद कर चुका है हिंदुस्तान में , बाकी बचा कुचा दिमाग मीडिया और चैनल रिपोर्टर खराब कर देते हैं। जो सुबह-सुबह ग्रहण काल से 3 घंटे पहले गांव में पहुंच जाते हैं। और लोगों को ऐसी वाहियात हरकतें करने हेतु प्रेरित करते हैं। ताकि उनके चैनल की टीआरपी बढ़ाई जा सके। एक चैनल ने तो यह तक दिखा दिया कि एक बूढ़ा चारों तरफ आग जलाकर बीच में बैठा है। अब बताओ यह भी कोई बात हुई भला !!! सूर्य भगवान खुद ही किसी अन्य ग्रह के सामने आ जाने से ज़रा गर्मी से राहत प्रदान करते हुए शीतलता का संदेश दे रहे हैं ,और ये जनाब भरी दोपहरी में आग के बीच में बैठकर यह नाटक कर रहे है । और तो और आज सुबह से पूरा *व्हाट्सएप और सोशल मीडिया सूर्य ग्रहण पर अलग-अलग अनुष्ठान करने के नुस्खों से भरा पड़ा है। जैसे कि ग्रहण काल के दौरान खाना नहीं खाना है। भाई !! सूतक तो रात को ही लग गया ... रात को लगभग 9:00 बजे। अब यदि 9 बजे से लेकर दूसरे दिन दोपहर 1 बजे तक लगभग 16 घंटे खाना नहीं खाना है। अब यदि कोई ऐसा नही करेगा तो जो सूर्य ग्रहण करेगा वह तो कर ही देगा। लेकिन  कोई 16 घंटे भूखे मरेगा तो वैसे ही ठीक नही रहेगा। आधुनिक युग में इस तरह की अंधविश्वासी सोच को देखकर बहुत बुरा लगता है। और भी बुरा लगता है। और भी ज्यादा बुरा लगता है समझदार ,पढ़े-लिखे मीडिया वर्ग की ऐसी हरकतें देखकर। जो कि अंधविश्वास को मिटाने की जगह अपने निजी स्वार्थ के लिए ऐसे अंधविश्वासों को बढ़ावा देते हैं। एक प्रतिष्ठित न्यूज़ चैनल ने तो आज सुबह नरेगा के मजदूरों को सड़क के बीचों बीच , लंबी-लंबी कतारों में बिठाकर ग्रहण काल के दौरान योगाभ्यास का नाटक करने हेतु कहा । और बड़ी खुशी से इसको अपने चैनल पर प्रसारित भी किया। कोई भी उस फुटेज को देखकर समझ सकता है कि यह मजदूर लोग सड़क के बीचो बीच बैठकर ग्रहण काल में सूर्य भगवान को प्रसन्न करने के लिए योगा तो नहीं कर रहे होंगे। वही कैमरा पकड़े वह रिपोर्ट एक गलती कर बैठा । जिसके चलते साइड में रखे हुए खुदाई के औजार भी साफ दिखाई दे रहे थे।* अब आम आदमी को भले यह नजर नहीं आता हो, परंतु मीडिया से जुड़े होने की वजह से पैनी नज़र से जब मैंने यह देखा तो मुझे उस मीडिया चैनल की ऐसी धाँसू रिपोर्ट देखकर उसकी अक्ल पर बड़ा तरस आया। एक तरफ तो अंधविश्वासों से भरा या देश उस पर ऐसा क्रांतिकारी मीडिया , सचमुच सोने पर सुहागा सा दिखाई देता है। आज के लिए बस इतना ही ...  नहीं तो मीडिया बंधुओं में से ही किसी ने किसी का अभी फोन आ जायेगा और वह कह देगा की -भैया बस करो !!!

 

 सो बाकी किस्सा फिर कभी ...।

पीड़िता ने दर्ज करा पांच के खिलाफ केस

दहेज पिड़िता ने पति समेत पांच के खिलाफ दर्ज कराया मुकदमा, पिड़िता का आरोप है नर्सिंग होम में जबरन कराया गया गर्भपात

जौनपुर। कोतवाली पुलिस ने चार लोगों के खिलाफ महिला को दहेज के लिये प्रताड़ित करने व जबरदस्ती गर्भपात करवाने और घर से निकाल देने के मामले मेें एफ.आई.आर दर्ज किया है। मामले में सौम्या वर्मा पुत्री राजकुमार वर्मा निवासी मुफ्तीगंज थाना केरा​कत की शादी तीन वर्ष पूर्व थाना कोतवाली क्षेत्र के मोहल्ला मधारे टोला निवासी रोहित वर्मा के साथ हुई थी। शादी के बाद से ही ससुराल के लोग शारिरिक व मानसिक रूप से प्रताड़ित किया ​करते थे। ससुराल के लोग विवाहिता महिला को धमकी दिया करते थे कि अपने पिता से दस लाख रूपये मांग कर लाओ नहीं तो तुम्हे जान से मार कर खत्म कर दिया जायेगा।

इसी के साथ सात जनवरी 2019 को ससुराल के लोेग मेरे पेट में रहे तीन माह 15 दिन के गर्भ को कुमुद निर्सिंग हो मे ले जा कर जबर दस्ती मेरा गर्भपात करा दिया। कुमुद नर्सिंग होम में गर्भपात के बाद काफी पिड़ा व मांसिक तनाव के बाद महिला काफी दिनो तक अस्वस्थ रही। पुलिस ने माहिला के ससुरालीजन पति रोहित वर्मा, ससुर पर प्रवीण सेठ, सास अन्पूर्णा देवी, देवर राहुल, नन्द शिवानी सोनी, के खिलाफ धारा 498ए,313,504,506 व दहेज निवारण अधिनियम ऐक्ट के तहत मामला दर्ज कर विवेचना गोविंद देव मिश्र को सौंप दिया। पिड़िता ने आरोप लगाया है कि पुलिस ने आरोपियों को पकड़ कर छोड़ दिया।

रिपोर्टर- बृजेश केसरवानी

निरंतर योग करेगा इंडिया हारेगा कोरोना

योग करेगा इंडिया हारेगा कोरोना

आकांक्षा उपाध्याय 

गाजियाबाद।मानव कल्याण चैरिटेबल फाउंडेशन राष्ट्रीय अध्यक्ष धर्मेंद्र त्यागी ने अपने निवास स्थान पर अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस योग करके मनाते हुए लोगों से अपील करते हैं।

अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कोरोनावायरस महामारी के चलते पूर्व वर्षों की तरह नहीं बनाया जा सकता लेकिन कोरोना को हम अपने दैनिक जीवन में हिस्सा बनाकर योग करते रहें योग करेगा इंडिया जीतेगा इंडिया हारेगा करो ना कोरोना वैश्विक महामारी ने योग ही है। हमारी ढाल योग करने से शारीरिक क्षमता बढ़ती है और शारीरिक विकास भी होता है। अनुलोम बिल ओम भ्रामरी ताड़ासन सूर्य नमस्कार आदि योग करके ही हम अपने आप को स्वस्थ रख सकते हैं। सुबह सुबह एक घंटा अगर हम सब अपने शरीर को ऊर्जा देने का काम करें तो शरीर और दिनचर्या पूरा दिन अच्छा व्यतीत होता है। आओ हम सब योग करें और अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस को एक मिशन बना लें अपने जीवन का हिस्सा बना ले तभी भारत में इस तरह की वैश्विक महामारी नहीं होंगी हर इंसान इस भागदौड़ की जिंदगी में अपने शरीर को ध्यान नहीं दे पाता जिसके कारण अनेकों बीमारियों से हम ग्रस्त हो जाते हैं।

संगठनों ने मनाया अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस

गाजियाबाद। विश्व हिंदू परिषद बजरंग दल लोनी और मुरादनगर और मोदीनगर के सभी कार्यकर्ताओं ने अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस पर अपने-अपने घर पर रहकर सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए योग किया और लोगों को जागरूक किया और योग करने से हमारे शरीर में जो बीमारियां हो जाती है। वह ठीक हो जाती है और हमारी दिनचर्या बहुत अच्छी रहती है। जिसमें जिला सह मंत्री श्री कुलदीप सिंह जी  नगर से लोनी नगर अध्यक्ष श्री अभय चौहान सोनू राजपूत मोहित सेन अमित प्रजापति इत्यादि कार्यकर्ताओं ने अपने अपने घर मे योग किया और लोगों को जागरूक किया भारत माता की जय

 योग करो निरोगी करो काया।

 

संदीप गुप्ता 

वायरस से रक्षा, डीएम ने लिए सख्त निर्णय

अकाशुं उपाध्याय


गाज़ियाबाद। जनपद में कोविड-19 महामारी को दृष्टिगत रखते हुए सभी जनपद वासियों को करोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित बचाने के उद्देश्य से जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे के स्तर पर विभिन्न प्रकार की कार्यवाही या सुनिश्चित की जा रही हैं, ताकि सभी जनपद वासियों को कोरोना वायरस के संक्रमण से सुरक्षित बनाया जा सकें। इस श्रंखला में आज जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे के द्वारा पूरे जनपद में एक नई पहल का शुभारंभ करते हुए जनपद में विभिन्न स्थानों पर कोविड हेल्प डेस्क बनाए जाने की संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए गए हैं। स्थापित की जाने वाली कोविड हेल्प डेस्क पर कोई भी व्यक्ति पहुंचकर कोरोना वायरस के संक्रमण संबंधित अपने टेंपरेचर की जांच एवं ऑक्सीजन की जांच करा सकेंगे।


वहीं, दूसरी ओर जनपद में संचालित होने वाली कोविड हेल्थ डेक्स पर जन सामान्य को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव करने के संबंध में प्रचार सामग्री भी उपलब्ध कराई गई हैं। उन्होंने कहा कि जनपद में यह एक नई पहल शुरू की गई हैं। जिसके माध्यम से सर्वलेंस का कार्य तेजी से आगे बढ़ सकेगा और करोना के संक्रमित व्यक्तियों की शीघ्रता के साथ जांच संभव हो सकेगी। इसके अलावा दूसरी ओर जनता को करोना वायरस के संक्रमण से बचाव के संबंध में विभिन्न जानकारी कोविड हेल्प डेक्स पर कोरोना वायरस संक्रमित संभावित व्यक्तियों का चिन्हीकरण करते हुए उनका तत्काल इलाज संभव हो सकेगा। 

जिलाधिकारी अजय शंकर पांडे ने जानकारी देते हुए बताया कि कोविड हेल्प डेस्क जनपद स्तर पर सभी सरकारी अस्पतालों में एवं जनपद की सभी सीएचसी एवं पीएचसी पर हेल्प डेस्क बनाई जाएंगी। इसी के साथ-साथ नगर आयुक्त कार्यालय कलेक्ट्रेट कार्यालय जीडीए कार्यालय नगर आयुक्त के जोनल कार्यालयों तथा जनपद की सभी नगर पालिकाओं में कोविड हेल्प डेक्स की स्थापना करने की कवायद जनपद में शुरू कर दी गई हैं, ताकि आम नागरिकों को कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाने के संबंध में तेजी से कार्य आगे बढ़ सकें। इस संबंध में स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों एवं संबंधित अधिकारियों को यह कार्य सर्वोच्च प्राथमिकता के आधार पर तत्काल प्रभाव से आरंभ करने के निर्देश दिए हैं। 

900 साल बाद पृथ्वी पर हुआ 'सूर्यग्रहण'

अतुल त्यागी

 

900 साल बाद पृथ्वी पर शुरू हुआ सूर्यग्रहण, ये काम न करें तो जिंदगी होगी मनी-मनी

 

हापुड़। पृथ्वी पर 900 साल वाद सूर्यग्रहण का खतरनाक स्वरूप देखने को मिलेगा इससे कई पकार की हानियां होने के चांस हैं। ग्रहण का आंशिक रूप सुबह 9.16 बजे शुरू होगा। वलयाकार रूप सुबह 10.19 बजे शुरू होगा और यह दो।पहर 2.02 बजे खत्म होगा। ग्रहण का आंशिक रूप दोपहर 3.04 बजे खत्म होगा। सूर्य ग्रहण के दौरान क्या करें और क्या न करें इससे सम्बंधित कई बातें आपको यहां बताई जा रहीं हैं जिसे ध्यान में रखकर आप सूर्य ग्रहण के आंशिक या पूर्ण प्रभाव से बच सकते हो। ग्रहण में विशेषकर गर्भवती महिलाओं को सब्जी काटने, शयन करने, पापड़ सेकने आदि उत्तेजक कार्यों से परहेज करना चाहिए और धार्मिक ग्रंथ का पाठ करते हुए खुद को खुश रखने की कोशिश करें। इससे होने वाली संतान स्वस्थ और गुणों से भरपूर होती है। ग्रहणकाल के दौरान गर्भवती महिलाओं को पेट पर गाय के गोबर का पतला लेप लगाना चाहिए और सुंदरकांड का पाठ करने की कोशिश करनी चाहिए। इसके अलावा दूध, घी, तेल, पनीर, अचार, मुरब्बा और भोजन सामग्रियों में तिल, कुश या तुलसीपत्र डाल देने से ये ग्रहण काल में दूषित नहीं होते. सूखे खाद्य पदार्थों में तिल या कुश डालने की जरूरत नहीं है।

ग्रहणकाल में सूर्य की उपासना करने को बहुत अच्छा माना गया है। ग्रहणकाल में भगवान सूर्य की उपासना, आदित्य हृदय स्तोत्र, सूर्याष्टक स्तोत्र आदि सूर्य स्तोत्रों का पाठ व गुरु मंत्र का जाप करना चाहिए। ग्रहण के बाद स्नान-दान का भी महत्त्व है।ग्रहण जहां जितने समय तक दिखाई देता है, उसकी मान्यता वहां उतने काल तक ही होती है।

यूके: 10वीं-12वीं बोर्ड का रिजल्ट घोषित किया

यूके: 10वीं-12वीं बोर्ड का रिजल्ट घोषित किया  पंकज कपूर  रामनगर। उत्तराखंड विद्यालयी शिक्षा परिषद ने मंगलवार को 10वीं और 12वीं बोर्ड का रिजल...