सोमवार, 18 मई 2020

पूर्वी दिल्ली में बाकी एग्जाम की डेटशीट

नई दिल्ली। केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) ने पूर्वी दिल्ली के इलाके में दसवीं के बोर्ड के बचे हुए पेपरों की परीक्षा के लिए आज डेट शीट जारी कर दी। सीबीएसई के अनुसार यह परीक्षाएं एक यानी पहली जुलाई, दूसरी जुलाई और 10 तथा 15 जुलाई को सुबह 10:30 बजे से 1:30 बजे तक होगी। परीक्षा के दौरान हर छात्र को मास्क पहनकर आना होगा और साथ में सैनिटाइजर भी लाना होगा। इसके अलावा परीक्षा के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी पालन करना होगा तथा अभिभावकों को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके बच्चे बीमार न हो। सीबीएसई के अनुसार एक जुलाई को सोशल साइंस की परीक्षा होगी जबकि दो जुलाई को विज्ञान की थ्योरी और विग्यान (बिना प्रैक्टिकल) के पेपर की परीक्षा होगी जबकि 10 जुलाई को हिंदी कोर्स ए और कोर्स बी की होगी तथा 15 जुलाई को अंग्रेजी कम्युनिकेशन और अंग्रेजी भाषा और लिटरेचर के पेपर होंगे।


परीक्षा के दौरान दस बजे से उत्तरपुस्तिकाएं वितरित होगी और सवा दस बजे प्रश्न पत्र दिए जाएंगे तथा साढ़े दस बजे से परीक्षा शुरू हो जाएगी। गौरतलब है कि पिछले दिनों पूर्वी दिल्ली में दंगे होने के कारण यह पेपर नहीं हो पाए थे और उसके बाद कोरोना के कारण लॉकडाउन होने से यह परीक्षाएं आयोजित नहीं की जा सकी थी लेकिन गत दिनों मानव संसाधन विकास मंत्रालय ने एक जुलाई से बचे पेपरों की परीक्षा करने का फैसला किया था।


दिल्ली में संक्रमण पहुंचा 10 हजार पार

नई दिल्ली। राजधानी में वैश्विक महामारी कोविड-19 से पिछले 24 घंटों में 299 नये मामले सामने आने से संक्रमण प्रभावित की संख्या दस हजार को पार कर गई और मृतकों की संख्या 160 पर पहुंच गई। राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालय की तरफ से सोमवार को दी गई जानकारी के अनुसार 299 नये मामलों के साथ कुल संख्या 10054 पर पहुंच गई। इस दौरान 12 मरीजों की मृत्यु से मरने वालों की कुल संख्या 160 हो गई। हालांकि सरकार के आंकड़ों में इसे कोरोना मौत नहीं दिखाया गया है।


रविवार के आंकड़ों में 19 लोगों की मौत हुई और संक्रमण से मरने वालों की संख्या 148 पर पहुंच गई थी। देश में कोरोना संक्रमण के मामले में महानगरी चौथे स्थान पर है। फिलहाल वायरस के सक्रिय मामले 5409 हैं। इस दौरान 283 मरीज ठीक हुए और अब तक 4485 मरीज स्वस्थ हो चुके हैं।दिल्ली में संक्रमितों में सर्वाधिक संख्या 50 वर्ष से कम आयु वर्ग में 7056 और मृतक 33 हैं जबकि 50 से 59 वर्ष उम्र के मरीज 1544 और मृतक 45 हैं। सबसे कम संक्रमित 60 वर्ष से ऊपर आयु वर्ग में 1454 और मृतक सर्वाधिक 82 है। संक्रमितों में मृतकों का प्रतिशत बढकर 1.59 प्रतिशत हो गया है।


सोशल डिस्टेंसिंग तोड़ने पर सीज करें

जौनपुर।  जिलाधिकारी दिनेश कुमार सिंह ने बताया है कि कल 18 मई 2020 से लॉकडाउन 4 प्रारंभ होगा और 31 मई तक चलेगा। साप्ताहिक बंदी के दिन को छोड़कर के दुकानों के खुलने की स्थिति निम्न प्रकार रहेगी। दूध, फल, सब्जी की दुकान प्रातः 07.00 बजे से शाम 07.00 बजे तक खुलेगी। खाद्यान्न और किराना की दुकान साप्ताहिक बंदी को छोड़कर प्रातः 08.00 बजे से अपरान्ह 02.00 बजे तक खुलेंगी। किताबों की दुकानें सोमवार, बुधवार और शनिवार प्रात 08.00 बजे से अपरान्ह 12.00 बजे तक खुलेंगी। खाद, बीज, पशु चारे की दुकान प्रातः 08.00 बजे से 02.00 बजे तक, बिजली के सामान मरम्मत व पंखे की दुकानें मंगलवार, बृहस्पतिवार और शनिवार को 08.00 बजे से अपरान्ह 02.00 बजे तक खुलेंगी। पेट्रोल पंप प्रतिदिन खुलेंगे। दवा की दुकानें प्रतिदिन 24 घंटे खोली जा सकती हैं। अस्पतालों को जिन्हें शासन द्वारा गठित कमेटी द्वारा उपयुक्त पाया गया है और उन्हें अनुमति दी गई है वह भी इमरजेंसी सेवाओं के लिए खोले। ग्रामीण क्षेत्र में बालू, गिट्टी और मौरग, ट्रैक्टर मरम्मत, थ्रेशिंग मरम्मत, बखारी की दुकान प्रतिदिन प्रातः 08.00 बजे से अपरान्ह 02.00 बजे तक खोली जा सकती है। शराब की दुकान शासनादेशानुसार प्रातः 10.00 बजे से शाम 07.00 बजे तक खुलेंगी। ट्यूबवेल मरम्मत के सामान, हैंडपंप मरम्मत की सामान बेचने वाली ग्रामीण क्षेत्र की दुकान भी 8.00 बजे से अपरान्ह 2.00 बजे तक खुली रहेगी। मोबाइल रिचार्ज की दुकानें सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को प्रातः 08.00 बजे से अपरान्ह 02.00 बजे तक खुलेगी। जिलाधिकारी ने निर्देश देते हुए कहा है कि सभी थानाध्यक्ष इस आदेश का अक्षरशः पालन अपने-अपने क्षेत्रों में कराएं। लॉकडाउन का उल्लंघन न हो। दुकान पर सैनिटाइजेशन नियमित रूप से हो और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन हो, जिस दुकान पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न हो उसे थानाध्यक्ष सीज करायें।


मजदूर वापसी के प्रति सरकार कटिबद्ध

लखनऊ। सभी प्रवासी श्रमिक सुरक्षित साधनों जैसे बस अथवा ट्रेन से ही यात्रा करें। उन्होंने पीआरवी 112 को सक्रिय करने के निर्देश दिए और कहा कि पुलिस प्रभावी पेट्रोङ्क्षलग सुनिश्चित करे। फील्ड में तैनात अफसर अन्य राज्यों से संवाद बनाकर उत्तर प्रदेश लौट रहे श्रमिकों को श्रमिक एक्सप्रेस अथवा सुरक्षित वाहनों से ही भेजने की व्यवस्था करें। प्रदेश आने वाले प्रत्येक कामगार को भोजन उपलब्ध कराया जाए। जगह-जगह पेयजल की व्यवस्था भी सुनिश्चित की जाए। इन्हें क्वारंटीन सेन्टर ले जाकर इनकी मेडिकल स्क्रीङ्क्षनग सुनिश्चित की जाए। प्रवासी श्रमिकों को क्वारंटीन सेन्टर में रखने के दौरान ही उनकी स्किङ्क्षलग की जाए, ताकि होम क्वारंटीन पूरी होने के बाद प्रदेश में ही इन्हें रोजगार दिलाने के प्रयास अभी से प्रारम्भ किए जा सकें। श्री योगी ने कहा कि कृषि विभाग के अधिकारी गेहूं क्रय केन्द्रों पर जाकर निरीक्षण करते हुए किसानों की उपज की खरीद में सहयोग करें। खाद्य एवं रसद विभाग के अधिकारी पीडीएस से जुड़ी सभी कोटे की दुकानों का निरीक्षण करें और नागरिकों को राशन उपलब्ध करवाने में सहयोग करें।


महाराष्ट्र में कोरोना की मार, 30 हजार पार

महाराष्ट्र में कोरोना संक्रमितों की संख्या 30 हजार के पार


मुंबई। देश में कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों की संख्या ने अब खतरनाक रूप ले लिया है। पिछले 24 घंटों में 3,970 नए मामले सामने आने के बाद देश में कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या 90 हजार हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय के रविवार सुबह 9:15 बजे के अपडेट के मुताबिक, देश में अब तक कोरोना के 90,927 केस आ चुके हैं। इनमें 53946 एक्टिव केस हैं। 24 घंटे में 4987 केस मिले हैं। कोरोना से अब तक देशभर में 2872 मरीजों की जान जा चुकी है। राहत की बात ये है कि 34108 मरीज ठीक होकर घर भी लौटे हैं।
वहीं महाराष्ट्र में कोविड-19 के 1,606 नए मामले सामने आए, जिसके साथ राज्य में कुल संक्रमितों की संख्या 30 हजार के पार हो गई है। महाराष्ट्र में शनिवार को कोरोना वायरस से मुंबई में 41 मौतों सहित 67 लोगों ने जान गंवाई, जिससे राज्य में कुल मृतकों की संख्या 1,135 हो गई है। भारत सहित पूरी दुनिया कोरोना महामारी से जूझ रही है। हर दिन नए मरीज मिल रहे हैं। इनमें जान गंवाने वाले भी हैं और ठीक होने वाले भी। इस बीमारी पर दुनियाभर के वैज्ञानिक रिसर्च कर रहे हैं और इसे जितना समझें उतना कम है। ऐसे में भारत सहित दुनियाभर की रिसर्च और डेटा को समझने के लिए हमने ये सेक्शन तैयार किया है, जिसे आप कोविड-19 का डेटा सेंटर कह सकते हैं। दुनिया में कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों की संख्या के आधार पर भारत 11वें स्थान पर है। वहीं अमेरिका, रूस, ब्राजील, फ्रांस, इटली, स्पेन और पेरू के बाद भारत ऐसा देश है जहां सबसे ज्यादा संख्या में कोरोना वायरस संक्रमण के लिए लोगों का इलाज चल रहा है। लेकिन मुंबई की बात करें तो कोरोना वायरस से संक्रमित लोगों की संख्या कई देशों जैसे पोलैंड, यूक्रेन, इंडोनेशिया, रोमानिया, इजराइल, जापान, ऑस्ट्रिया, दक्षिण अफ्रीका, फिलीपीन, मिस्र, डेनमार्क और दक्षिण कोरिया से ज्यादा है।


हाई लेवल तक शराब घोटाले की आंच

शराब घोटाले की आंच कई एसपी और डीइटीसी तक पहुंचेगी, SITजांच शुरू, दायरा बढ़ाने की मांग


शराब घोटाले की आंच कई एसपी और डीइटीसी तक पहुंचेगी, SITजांच शुरू, दायरा बढ़ाने की मांग


हरियाणा में शराब घोटाले की जांच एसआइटी ने शुरू कर दी है। इसकी आंच कई एसपी और डीइटीसी तक पहुंचने की संभावना है। दूसरी ओर एसआइटी की जांच का दायरा बढ़ाने की मांग भी उठी है। ...


राणा ओबरॉय
चंडीगढ़। हरियाणा सरकार द्वारा गठित स्पेशल इंक्वायर टीम (एसइटी) ने प्रदेश के हर जिले में शराब घोटाले की जांच शुरू कर दी है। एसइटी ने प्रदेश के सभी जिला आबकारी एवं कराधान आयुक्तों से एक साल की रिपोर्ट तलब कर ली। इस रिपोर्ट में जिला एवं आबकारी कराधान आयुक्तों से शराब के स्टाक, ठेकेदारों को आवंटित शराब और अवैध शराब के बारे में जानकारी मांगी गई है। सभी जिलों से एसइटी के पास रिपोर्ट पहुंच चुकी है। इस पूरे प्रकरण में हरियाणा के गृहमंत्री अ‍निल विज ने कड़ा रूख दिखाया है और इसके साथ ही जांच में उपमुख्‍यमंत्री व आबकारी मंत्री दुष्‍यंत चौटाला की भूमिका पर भी खास नजर लगी है। दूसरी ओर, एसआइटी का दायरा बढ़ाने की मांग भी की जा रही है।
सभी जिलों के डीइटीसी ने रिकार्ड भेजा, पुलिस विभाग का रिकार्ड आज आने की उम्मीद
एसइटी प्रमुख टीसी गुप्ता ने सभी जिला पुलिस अधीक्षकों से भी इसी तरह की रिपोर्ट मांगी है। हर जिले के पुलिस कप्तान से पूछा गया है कि उनके जिले में कितनी शराब अवैध रूप से पकड़ी गई, उसे कहां रखा गया और कितनी शराब नष्ट हुई है। साथ ही यह रिपोर्ट देने को भी कहा गया है कि अब कितनी शराब बची हुई है और वह कहां रखी गई है। किसी भी जिले से अभी तक एसआइटी के पास पुलिस की रिपोर्ट नहीं पहुंची है। सोमवार शाम तक यह रिपोर्ट एसइटी प्रमुख के पास पहुंचने की उम्मीद जताई जा रही है। इस शराब घोटाले की आंच कई जिलों के पुलिस अधीक्षकों व जिला आबकारी एवं कराधान आयुक्तों तक पहुंचेगी।
पुलिस का रिकार्ड मिलते ही फिजिकल वैरीफिकेशन शुरू करेगी टीसी गुप्ता की कमेटी
मुख्यमंत्री मनोहर लाल के भरोसेमंद अधिकारी सीनियर आइएएस टीसी गुप्ता को शराब घोटाले की जांच सौंपी गई है। गृह मंत्री अनिल विज हालांकि चाहते थे कि अशोक खेमका को एसइटी प्रमुख बनाया जाए, लेकिन माना जाता है कि टीसी गुप्ता इतने सुलझे हुए अधिकारी हैं कि वह विज को भी नाराज नहीं होने दे रहे हैं। टीसी गुप्‍ता उन्हेंं भरोसे में लेकर चल रहे हैं। विज भी टीसी गुप्ता के नेतृत्व में काम कर रही एसइटी की वर्किंग पर संतोष जाहिर कर रहे हैं। विज ने एसइटी को फ्री-हेंड दिया है, ताकि वह शराब घोटाले की निष्पक्ष तथा बिना किसी राजनीतिक दबाव के काम कर सके।
एसइटी में सीनियर आइपीएस अधिकारी सुभाष यादव और एडीशनल आबकारी एवं कराधान आयुक्त विजय सिंह भी शामिल हैं। सुभाष यादव दबंग आइपीएस अधिकारी हैं। पुलिस के कारनामों की तह में जाने के लिए उनकी थ्योरी टीसी गुप्ता कमेटी के बहुत काम आएगी। इस कमेटी की एक औपचारिक बैठक हो चुकी है, जिसमें फिजिकल स्टाक की चेकिंग की रणनीति बनाई जा चुकी है।
हर जिले से पुलिस की रिपोर्ट आने के बाद एसइटी की दूसरी बैठक होगी, जिसमें हर जिले में शराब के स्टाक की फिजिकल वैरीफिकेशन का काम शुरू किया जाएगा। एसइटी एक अप्रैल 2019 से 31 मार्च 2020 तक के शराब स्टाक की जांच करेगी। खासतौर से यह एसइटी लाकडाउन अवधि के दौरान हुए शराब घोटाले की जांच के लिए बनाई गई है।
लॉकडाउन में अवैध शराब पकडऩे के 2300 केस
हरियाणा में लॉकडाउन में अवैध तरीके से शराब बेचने व तस्करी के 2300 केस दर्ज किए गए। अलग-अलग जिलों में दर्ज हुए इन मामलों में कई लोगों को गिरफ्तार भी किया गया। एसइटी इन मामलों को जांच में शामिल कर सकती है। लॉकडाउन पीरियड में बेची गई शराब कहां से आई, इसकी जड़ तक भी एसइटी जाएगी।
जमीन के नीचे से निकली शराब बढ़ाएगी जांच का दायरा
खरखौदा में जमीन के नीचे से निकली अवैध शराब के बाद यह मामला और भी गंभीर हो गया है। सोनीपत के अलावा पानीपत के समालखा में भी इसी तरह से शराब चोरी हुई। फतेहाबाद, रेवाड़ी व नारनौल में भी घोटाला खुल सकता है। पुलिस व आबकारी विभाग के गोदामों की फिजिकल वैरीफिकेशन नए राज खोलेगी। एसइटी ने अगर पकड़ी गई शराब के दस्तावेजों का मिलान गोदाम में जाकर किया तो यह घोटाला बड़ा रूप लेगा।
एसइटी की जांच का दायरा बढ़ाकर किया जाए पावरफुल
हरियाणा कांग्रेस के बादली से विधायक कुलदीप वत्स ने एसइटी की जांच का दायरा बढ़ाने की मांग मुख्यमंत्री मनोहर लाल और गृह मंत्री अनिल विज से की है। कुलदीप वत्स ने विधानसभा में ब्राह्मणों को दान में मिली जमीनों को वापस करने का मुद्दा पुरजोर ढंग से उठाया था। वत्स ने कहा कि एसइटी को सिर्फ रिपोर्ट तैयार करने या फिजिकल वैरीफिकेशन की पावर तक सीमित नहीं रखना चाहिए।
उन्‍हाेंने कहा कि एसइटी इस घोटाले में शामिल नेताओं, अफसरों व ठेकेदारों के गठजोड़ का खुलासा करते हुए यह भी बताए कि उनके विरुद्ध किस तरह की कार्रवाई की जा सकती है। कुलदीप वत्स ने कहा कि प्रदेश में कई हजार करोड़ रुपये का शराब घोटाला हुआ है। लाॅकडाउन में बेची गई शराब राजनीतिक संरक्षण के बिना संभव नहीं है।
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'जजपा सरकार में मजबूत साथी, मिल रहा सहयोग'
मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने हर जिले में शराब के स्टाक की जांच के आदेश अपनी पूर्व की बैठक में दे रखे हैं। एसइटी ने अपने काम की गति बढ़ा दी है और मैं एसइटी की वॄकग से पूरी तरह संतुष्ट हूं। उसे बिना किसी दबाव के काम करना चाहिए। एसइटी की रिपोर्ट के बाद सरकार तय करेगी कि क्या कार्रवाई की जानी है। कुछ स्थानों पर यह चर्चा आई थी कि डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला ने मुझसे एसइटी गठित करने के बारे में दो बार बात की। मुझे लग रहा था कि शायद कोई बात नहीं हुई। हो सकता है कि उन्होंने बात की हो और मैं ध्यान न दे पाया हूं। जजपा हमारी सरकार की मजबूत साझीदार है और हमें उनकी तरफ से भी जांच में पूरा सहयोग मिल रहा है।


विरोध में मजदूर, दागे आंसू गैस के गोले

अहमदाबाद। मामला अहमदाबाद के है जहां घर वापसी के लिए मजदूर सड़कों पर उतर आए। इतना ही नही मजदूरों का हुजूम आईआईएम के पास पहुंच गया। इस दौरान पुलिस और मजदूरों के बीच भिड़ंत हो गयी और जमकर पत्थरबाज़ी हुई । इसी के साथ पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी दागे।


पुलिस में दागे आंसू गैस के गोले


बताया जा रहा है कि किसी ने मजदूरों को बता दिया था कि आईआईएम के पास से बस जा रही है लेकिन जब बड़ी तादाद में लोग पहुंचे तो वहां कोई बस नही थी। इसके बाद मजदूर भड़क गए और पुलिस के साथ हाथापाई हुई।


मजदूरों ने किया जमकर हंगामा


इतना ही नही पुलिस की तरफ से आंसू गैस के गोले दागे गए। बताते चलें, की इस दौरान प्रवासी मजदूरों को लेकर कई घटनाएं सुनने में आ रही है। मजदूरों का कहना है कि अब वो गांव में रहकर गुज़ारा कर लेंगे लेकिन शहर वापस नही आएंगे।


24 घंटे में सामने आए नए 5242 मामले

नई दिल्ली। लॉकडाउन 4.0 लागू हो चुका है और इसके एक दिन पहले देश में कोरोना वायरस के सबसे ज्यादा मामले सामने आए हैं। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे में देश में 5242 नए केस आए हैं और 157 लोगों की मौत हुई है। यह पहला मौका है जब एक दिन में इतने ज्यादा पॉजिटिव केस आए हैं। इसके साथ ही देश में कोरोना के कुल मरीजों की संख्या 96169 हो गई है। इनमें 56316 ऐसे मरीज हैं, जिनका देश के अलग-अलग अस्पतालों में इलाज चल रहा है। अब तक 36,824 मरीज स्वस्थ्य हो चुके हैं जबकि मरने वालों का आंकड़ा 3029 पहुंच गया है।


मध्य प्रदेश : म.प्र. के क्ग् शिवराज सिंह चौहान ने प.बंगाल की क्ग् ममता बनर्जी को पत्र लिखकर अनुरोध किया कि वे इंदौर में रहने वाले प्रवासी कामगारों के लिए एक विशेष इंदौर-कोलकाता ट्रेन की आवश्यकता के बारे में रेल मंत्रालय को सूचित करें ताकि जो कामगार ज़्.ए. में अपने मूल स्थान पर लौटना चाहते हैं, लौट सकें। गुजरात: मुख्यमंत्री विजय रूपाणी का बयान - प्रदेश के कंटेनमेंट जोन और नॉन-कंटेनमेंट जोन के अनुसार दिशानिर्देश बनाएगा। कल जिला कलेक्टर, नगर आयुक्त ऐसे जोन की एक सूची बनाएंगे।


 


विपक्ष प्रवासी मजदूरों पर राजनीति न करें

कांग्रेस समेत विपक्ष प्रवासी मजदूरों पर राजनीति न करे
प्रवासी लोगों के लिए मिलकर काम किया जाए


नई दिल्ली। प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर हमें मिलकर काम करना होगा और मैं सोनिया गांधी से हाथ जोड़कर अपील करती हूं कि इस मुद्दे पर राजनीति न करें। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने राहत पैकेज का ऐलान करते हुए पैदल घर जा रहे प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर विपक्ष को घेरा है। उन्होंने राहुल गांधी की उस तस्वीर पर भी सवाल उठाए जिसमें वह सड़क पर बैठकर प्रवासी मजदूरों से बात कर रहे थे। निर्मला ने कहा कि राहुल ने ऐसा करके उन मजदूरों का वक्त खराब किया। वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने कहा, ‘विपक्षी पार्टियों से कहना चाहती हूं कि प्रवासी मजदूरों के मुद्दे पर हमें मिलकर काम करना होगा। सभी राज्य सरकारों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं। हाथ जोड़कर सोनिया गांधी जी से कहती हूं कि हमसे बात करें और प्रवासी मजदूरों के प्रति जिम्मेदारी समझें।’ निर्मला सीतारमण से प्रवासी मजदूरों के जुड़ा एक सवाल पूछा गया था कि पीडीएस और मनरेगा के तहत जो घोषणाएं हुई हैं इनका फायदा प्रवासी मजदूर अपने घर पहुंचकर ही उठा पाएंगे। लेकिन ज्यादातर लोग अभी रास्ते में ही हैं। इसपर निर्मला आक्रमक हो गईं। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने मजदूरों से अपील की थी कि वे लोग वहीं रहें जहां पर फिलहाल हैं। सरकार उनके रहने-खाने के इंतजाम की हरसंभव कोशिश कर रही। उन्होंने कहा लेकिन जब मजबूर लोग घर जाना ही चाहते थे तो केंद्र और रेलवे ने ट्रेन चलाने का ऐलान किया। रेलवे ने साफ कहा है कि ट्रेनें तैयार हैं जो राज्य जितनी ट्रेन मांगेगा उतनी दी जाएंगी। निर्मला ने आरोप लगाया कि कांग्रेस शासित और जिन राज्यों में उनके सहयोगियों की सरकार है वहां राजनीति हो रही है और ट्रेनों के लिए नहीं कहा जा रहा। निर्मला ने कहा कि सोनिया गांधी और राहुल गांधी को कांग्रेस शासित राज्यों को निर्देश देना चाहिए कि वे और ट्रेनें मंगाएं।
राहुल ने मजदूरों का वक्त खराब किया, सूटकेस उठाकर साथ क्यों नहीं चले
राहुल गांधी की प्रवासी मजदूरों के साथ बैठकर बात करती तस्वीर पर वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने तंज कसा है। घोषणा करने के बाद हुई प्रेस कॉन्फ्रेंस में निर्मला ने यह बात कही। उन्होंने कहा कि कांग्रेस पार्टी राहत पैकेज की प्रेस कॉन्फ्रेंस को ड्रामा बताती है लेकिन असली ड्रामेबाज वह खुद है। उन्होंने कहा राहुल गांधी सड़क पर बैठकर मजदूरों से बात करके उनका टाइम खराब कर रहे थे। इससे अच्छा होता उनके बच्चे, सूटकेस को पकड़कर उनके साथ पैदल चलते।


मकान में भीषण आग, 7 लोगों की मौत

ग्वालियर। मध्य प्रदेश के ग्वालियर में भीषण आग लगने की घटना सामने आई है। इंदरगंज इलाके में सोमवार को एक मकान में आग लग गई। इस हादसे में तीन बच्चों और चार महिलाओं की मौत हो गई है। अभी भी आग पर काबू पाने की कोशिश की जा रही है। मौके पर जिलाधिकारी, पुलिस अधीक्षक समेत प्रशासन के आला-अधिकारी पहुंच गए हैं। जिस घर में आग लगी वह तीन मंजिला है। घर में ऑयल पेंट की दुकान थी। इंदरगंज चौराहे पर इंदरगंज थाना से महज 100 मीटर की दूरी पर आग लगी है। रोशनी घर मोड पर तीन मंजिला घर में भीषण आग लगी जिसमें 11 लोगों को रेस्कयू किया जा चुका है। फायर बिग्रेड की 10 गाड़ीयां आग पर काबू पाने की कोशिश कर रही है। इस घर में 25 से ज्यादा लोग रहते हैं। मकान मालिक का नाम साकेत पुत्र हरिओम और श्याम बताया गया है।


आग की चपेट में आनेे से सुभी और अभी नाम की दो बच्चियों के झुलसे हुए शव बरामद हुए हैं। टोटल 7 लोगों के शव बरामद किए गए हैं। 11 लोगों को रेस्कयू कर अस्पताल पहुंचाया गया है। मौके पर इंदरगंज थाना पुलिस मौजूद है। कलेक्टर ग्वालियर और एसपी भी घटना स्थल पर पहुंचे हैं। आग लगने के कारणों का पता किया जा रहा है।


कोरोना, लॉक डाउन, 'मन की बात'

नई दिल्ली। कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस महीने की 31 तारीख को देश से अपने मन की बात करेंगे। कोरोना संकट के बीच पीएम मोदी का यह संवाद काफी अहम माना जा रहा है। इससे पहले भी प्रधानमंत्री ने मार्च और अप्रैल महीने में 'मन की बात' की थी। प्रधानमंत्री ने सोमवार को ट्विटर के जरिए लोगों से इस कार्यक्रम को लेकर सुझाव मांगे। उन्होंने कहा कि मैं आप सभी के सुझावों का इंतजार करूंगा। देश में जारी कोरोना संकट के बीच प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 31 मई को रेडियो कार्यक्रम मन की बात के जरिए देशवासियों को संबोधित करेंगे। प्रधानमंत्री ने ट्वीट कर लिखा '31 मई को होने वाले मन की बात कार्यक्रम के लिए मैं आपके सुझावों का इंतजार करूंगा। इसके लिए आप 1800-11-7800 पर संदेश रिकॉर्ड करके भेज सकते हैं। साथ ही नमो एप या माईगॉव पर भी लिखकर भेज सकते हैं। बता दें कि कोरोना महामारी के मद्देनजर देश में जारी लॉक डाउन के बीच प्रधानमंत्री तीसरी बार देशवासियों को मन की बात के जरिए संबोधित करेंगे।


तूफान का खतरा, पीएम की हाईलेवल मीटिंग

नई दिल्ली। बंगाल की खाड़ी में उठे चक्रवाती तूफान 'अम्फन' ने सोमवार को खतरनाक रूप ले लिया। चक्रवात अम्फन की स्थिति की समीक्षा करने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज शाम 4 बजे गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के साथ बैठक करेंगे। इस तूफान के कारण अब ओडिशा के तटीय इलाकों में तेज हवाएं चलने के साथ ही भारी बारिश हो सकती है। इस चेतावनी के बाद राज्य सरकार 11 लाख लोगों को इन इलाकों से निकालने की तैयारी में जुट गई है।


'लॉक डाउन' की गाइडलाइन मेंं प्रतिबंधित

नई दिल्ली। कोरोना वायरस के बढ़ते देशव्यापी संकट के मद्देनजर गृह मंत्रालय ने 31 मई तक लॉक डाउन बढ़ाने का फैसला किया है। चौथे चरण में राज्यों को ज्यादा अधिकार दिए गए हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने इसके लिए आदेश जारी कर दिया है। साथ ही इस दौरान दी जाने वाली छूट और प्रतिबंधों के लिए नई गाइडलाइंस भी जारी की हैं। बता दें कि केंद्र सरकार ने लगातार तीसरी बार लॉक डाउन बढ़ा दिया है। 18 मई से 31 मई तक लॉक डाउन 4 लागू रहेगा। राज्य ग्रीन, ऑरेंज, रेड जोन के साथ बफर और कंटेनमेंट जोन तय कर सकेंगे। कंटेनमेंट जोन छोड़कर अन्य क्षेत्रों में राज्य बिना रोक वाली गतिविधियों और दुकानें खोलने की मंजूरी दे सकेंगे। सोमवार से लॉक डाउन 4.0 देश भर में प्रभावी हो गया है। लॉक डाउन 3.0 की मियाद रविवार 17 मई को खत्म हो चुकी है। गृह मंत्रालय की ओर से जारी दिशानिर्देश के अनुसार राज्य दुकान, बाजार, व्यावसायिक स्थलों पर काम के लिए अलग-अलग समय तय कर सकेंगे। कंटेनमेंट जोन में जरूरी सेवाओं को अनुमति होगी। रात सात से सुबह सात बजे तक आवाजाही पर रोक रहेगी।


 
गाइडलाइंस में क्या-क्या रहेगा प्रतिबंधित ?
1. देश भर में सिर्फ घरेलू एयर एंबुलेंस, सुरक्षा कारणों या गृह मंत्रालय की अनुमित पर ही हवाई यात्रा की जा सकेगी। सभी घरेलू और अंतरराष्ट्रीय उड़ानें पूरी तरह बंद रहेंगी।
2. देश भर में स्कूल, कॉलेज और सभी प्रकार के शिक्षण संस्थान 31 मई तक बंद रहेंगे। इस दौरान ऑनलाइन क्लासेस और डिस्टेंस लर्निंग की व्यवस्था जारी रहेगी।
3. सभी होटल, रेस्टोरेंट, बार और अन्य सभी हॉस्पिटेलिटी सेवाएं प्रतिबंधित रहेंगी। आवश्यक सेवाओं में लगे लोगों या कहीं फंसे लोगों के लिए इसमें छूट दी जाएगी।
4. होम डिलीवरी के लिए रेस्टोरेंट अपना किचन चालू रख सकते हैं।
5. सभी सिनेमा घर, शॉपिंग मॉल, जिम, स्विमिंग पूल, इंटरटेनमेंट पार्क, थियेटर, ऑडिटोरियम, मीटिंग हॉल बंद रहेंगे।
6. स्पोर्ट्स कॉम्पलेक्स और स्टेडियम को खोलने की अनुमति दे दी गई है लेकिन इनमें दर्शकों को जाने की छूट नहीं है।
7.सभी प्रकार की सामाजिक, राजनीतिक, खेल, मनोरंजन, शैक्षणिक, सांस्कृतिक या धार्मिक कार्यक्रमों के आयोजन की अनुमित नहीं होगी।
8. सभी प्रकार के मंदिर-मस्जिद और धार्मिक स्थल पूरी तरह बंद रहेंगे। 
9. देश भर में कहीं भी किसी प्रकार के धार्मिक जुटान की इजाजत नहीं होगी।


पाक पीओके में बिछा रहा है बारूदी सुरंग

नई दिल्ली। भारत-पाकिस्तान के बीच हालिया उपजे तनाव के चलते पाकिस्तान ने पीओके में सैन्य गतिविधियां तेज कर दी हैं। नियंत्रण रेखा (एलओसी) पर पीओके में व्यापक पैमाने पर बारूदी सुरंगें बिछाने का काम युद्धस्तर पर किया जा रहा है। इसके साथ ही पाकिस्तान ने एंटी माइनिंग शू की खरीदारी भी शुरू कर दी है। एक सप्ताह में इन शू की डिलीवरी करने का टेंडर जारी किया गया है। खुफिया एजेंसी से जुड़े सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तानी सेना ने एंटी माइन शू की खरीदारी के लिए आपातकालीन टेंडर जारी किया है। 8 मई को सुबह साढ़े 10 बजे तक टेंडर जमा कराए गए। इसी दिन टेंडर खोला गया और 15 मई तक इन सामानों की आपूर्ति करने को कहा गया। एक सप्ताह में सामान की आपूर्ति करने की जल्दबाजी कुछ और इशारा करती है। सूत्रों के अनुसार, एलओसी पर पाकिस्तान सैन्य पोस्टों के आसपास काफी तेजी के साथ बारूदी सुरंगें बिछा रहा है। 2016 में सर्जिकल स्ट्राइक के बाद से पड़ोसी देश की ओर से इस प्रकार के प्रयास बचाव में शुरू किए गए थे। लेकिन मौजूदा समय में इसमें तेजी लाई गई है। पुंछ जिले के उस पार कृष्णाघाटी, कीरनी फारवर्ड, साब्जियां, करमाडा व चक्का दा बाग, राजोरी जिले के नौशेरा के झंगड़ एवं अखनूर केरी बट्टल इलाके में भौगोलिक परिस्थितियों के अनुसार पाकिस्तान की पकड़ कमजोर मानी जाती है। सूत्रों ने बताया कि पाकिस्तान उन इलाकों में ज्यादा बारूदी सुरंगें बिछा रहा है जहां से भारत की पहुंच आसान है और भारतीय सीमा से पीओके की दूरी काफी कम है। ऐसे इलाके भी चिह्नित किए गए हैं जहां से वाहनों का आना-जाना आसान हो। इसमें राजोरी, पुंछ, बारामुला, बांदीपोरा व कुपवाड़ा जिले के उस पार के इलाके शामिल हैं। पाकिस्तान इन इलाकों में गश्त के दौरान अपने सैनिकों को एंटी माइन शू उपलब्ध कराएगा, ताकि किसी प्रकार का जानी नुकसान कम हो सके। पाकिस्तान की ओर से बिछाई गई बारूदी सुरंगों में पीओके में कई लोगों की जान भी जा चुकी है। सूत्रों के अनुसार, इधर बीच कई ऐसे घटनाक्रम हुए हैं जिससे पाकिस्तान बुरी तरह घबराया हुआ है। भारत की ओर से गिलगित-बाल्टिस्तान का मौसम जारी करने, हंदवाड़ा में कर्नल के शहीद होने और बलूचिस्तान में विरोध के स्वर तेज होने से वह अपने को घिरा महसूस कर रहा है। हंदवाड़ा मुठभेड़ में इसी महीने सेना के कर्नल के शहीद होने के बाद भारत की ओर से जवाबी कार्रवाई के भय से पाकिस्तान ने अपनी सीमा में हवाई गश्त भी तेज कर दी है। एलओसी पर पाकिस्तानी विमानों की आवाजाही बढऩे को सेना ने पिछले दिनों नोटिस किया था।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


मई 19, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-282 (साल-01)
2. मंगलवार, मई 19, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, कृष्ण-पक्ष, तिथि- द्वादशी, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:45,सूर्यास्त 07:05।


5. न्‍यूनतम तापमान 22+ डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै.।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
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रविवार, 17 मई 2020

31 मई तक फिर बड़ा 'लॉक डाउन'

अकाशुं उपाध्याय


नई दिल्ली। देश भर में कोरोना वायरस के चलते लागू लॉकडाउन 3.0 की मियाद 17 मई को खत्म हो रही है।राष्ट्रीय महामारी प्रबंधन प्राधिकरण ने देश में 31 मई तक लॉकडाउन बढ़ाने के निर्देश दिए हैं। इसे लेकर गृह मंत्रालय ने लॉकडाउन 4.0 के लिए गाइडलाइन्स जारी कर दी हैं।कोरोना वायरस के कारण लागू राष्ट्रव्यापी लॉकडाउन का चौथा चरण सोमवार से शुरू होगा और इसमें लोगों को ज्यादा रियायत और लचीलापन देखने को मिलेगा। केंद्र सरकार के अधिकारियों ने शुक्रवार को कहा कि बंद के इस चौथे चरण (लॉकडाउन-4) में यात्री रेल सेवा और घरेलू यात्री उड़ानों को क्रमिक रूप से शुरू किये जाने के साथ ही राज्यों और केंद्र शासित क्षेत्रों को अपने यहां हॉटस्पॉट को परिभाषित करने का अधिकार दिया जाएगा।


126 की मौत, संक्रमण 90 हजार के पार

नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के मामलों में लगातार वृद्धि जारी है। देशभर में रविवार सुबह तक कोविड-19 संक्रमण से ग्रस्त हुए लोगों का आंकड़ा 90 हजार के पार पहुंच गया। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की। स्वास्थ्य मंत्रालय ने नवीनतम आंकड़े जारी करते हुए कहा, “देश भर में अब तक कोरोना संक्रमण के 90 हजार 927 मामले सामने आए हैं, जबकि महामारी के चलते 2 हजार 872 लोगों की जान गई है।”


स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, वर्तमान में कुल 53 हजार 946 लोग अभी भी कोविड-19 संक्रमण से ग्रस्त हैं, जबकि उपचार के बाद पूर्ण रूप से स्वस्थ होने पर 34 हजार 108 लोगों को अस्पताल से छुट्टी दे दी गई है। देश मे सिर्फ अंडमान-निकोबार, अरुणाचल प्रदेश और मिजोरम ही कोरोना वायरस से पूरी तरह मुक्त राज्य बने हुए हैं। कोरोना संक्रमण से सबसे अधिक प्रभावित राज्य महाराष्ट्र में कुल 1 हजार 135 मौतों के साथ ही संक्रमण के सर्वाधिक 30 हजार 706 मामले दर्ज किए गए हैं, जबकि 7 हजार 88 लोगों को स्वस्थ होने के बाद छुट्टी दे दी गई है। उधर, गुजरात में रविवार सुबह तक कोरोना पीड़ित लोगों की संख्या 10 हजार 988 हो गई। इसमें से कुल 4 हजार 308 लोगों को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है, जबकि 625 लोगों की यहां मौत हुई है।


राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में यह आंकड़ा 9 हजार 333 पहुंच गया है। 3 हजार 926 मरीजों को अस्पताल से इलाज के बाद छुट्टी दी जा चुकी है। यहां मरने वालों की संख्या 129 तक पहुंच गई है। तमिलनाडु में भी पीड़ित लोगों की संख्या 10 हजार को पार कर गई है। राज्य में रविवार सुबह तक कुल 10 हजार 585 कोरोना के मामले सामने आए हैं, जिनमें 3 हजार 538 को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। यहां 74 लोगों की मौत हुई है। असम में अब तक कोरोना वायरस से संक्रमित हुए लोगों की संख्या 92 है, जिनमें से 41 को डिस्चार्ज किया गया है और 2 की मौत हुई है। बिहार में यह संख्या 1 हजार 179 पहुंच चुकी है, जिनमें से 453 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। यहां 7 लोगों की मौत हुई है। चंडीगढ़ में यह संख्या 191 है, जिनमें से 51 को डिस्चार्ज किया चुका है। तीन की मौत हुई है। छत्तीसगढ़ में कोरोना पीड़ित लोगों की संख्या 67 पहुंच चुकी है, जिनमें से 56 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। उधर, दादर नगर हवेली से सिर्फ एक मामला अब तक सामने आया है। गोवा में अब तक 17 मामले दर्ज किए गए हैं, इनमें से 7 को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। इस बीच हरियाणा में 887 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 514 को डिस्चार्ज किया गया है। राज्य में अब तक 13 मरीजों की मौत हुई है। हिमाचल प्रदेश में 78 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 43 को डिस्चार्ज किया गया है और यहां तीन लोगों की मौत हुई है। उधर, जम्मू एवं कश्मीर में 1 हजार 121 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 542 को डिस्चार्ज किया गया है और यहां 12 मरीजों की मौत हुई है।


केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की रिपोर्ट के मुताबिक रविवार सुबह तक झारखंड में 217 मामले दर्ज किए गए, जिनमें से 113 को छुट्टी दी जा चुकी है। यहां अब तक 3 मौतें दर्ज की गई हैं। कर्नाटक में यह आंकड़ा 1 हजार 92 पहुंच चुका है, 496 को डिस्चार्ज किया जा चुका है। 36 की मौत हुई है। केरल में कोरोना पीड़ितों की संख्या 587 पहुंच गई है, 495 को डिस्चार्ज किया गया और राज्य में चार की मौत हुई है। लद्दाख में सिर्फ 43 मामले सामने आए, जिनमें से 22 को डिस्चार्ज किया जा चुका है।मध्य प्रदेश में रविवार सुबह तक कोरोना से पीड़ित हुए मरीजों की संख्या 4 हजार 789 पहुंच चुकी है। इनमें से 2 हजार 315 को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। यहां 243 लोगों की मौत की सूचना है। उधर, मणिपुर में सिर्फ 7 मामले सामने आए हैं, जिनमें से दो को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। मेघालय में भी 13 मामले सामने आए हैं और 11 को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है। यहां एक की मौत हो गई है। उड़ीसा में 737 मामले सामने आए। 196 को डिस्चार्ज किया गया है और यहां तीन की मौत हो गई है। पुडुचेरी में अब तक 13 मामले सामने आए हैं, 9 को डिस्चार्ज किया गया है और एक व्यक्ति की मौत हुई है।


पंजाब में अब तक 1 हजार 946 मामले दर्ज किए गए हैं। 1 हजार 257 को डिस्चार्ज किया गया है और 32 लोगों की मौत हुई है। राजस्थान में 4 हजार 960 मामले सामने आए हैं। 2 हजार 839 को डिस्चार्ज किया गया है, जबकि 126 की यहां मौत हुई है। तेलंगाना में 1 हजार 509 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 971 को डिस्चार्ज किया गया और यहां 34 की मौत हुई है। त्रिपुरा में रविवार सुबह तक 167 मामले दर्ज किए गए हैं, 64 को डिस्चार्ज तक किया जा चुका है। उत्तराखंड में 88 मामले दर्ज किए गए हैं, जिनमें से 51 को अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। यहां 1 की मौत हुई है। उधर उत्तर प्रदेश में 4 हजार 258 मामले दर्ज किए गए हैं और 2 हजार 441 लोग पूरी तरह से स्वस्थ हो चुके हैं। यहां रविवार सुबह तक 104 लोगों की मौत हो चुकी है। पश्चिम बंगाल में यह आंकड़ा 2 हजार 576 हो गया है। 872 को अस्पताल से छुट्टी दी जा चुकी है और राज्य में 232 लोगों की मौत हुई है।


गरीब देशो को पीछे नहीं छोड़ना चाहिए

बीजिंग/ वाशिंगटन डीसी। 73वीं विश्व स्वास्थ्य महासभा के पूर्व दक्षिण अफ्रीकी राष्ट्रपति किरिल रामफोसा, पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान और पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री गोर्डन ब्राउन समेत 140 से अधिक राजनीतिज्ञों और विशेषज्ञों ने संयुक्त रूप से खुला पत्र जारी कर यह अपील की कि कोविड-19 के टीके का विकास होने के बाद उसे पेटेंट अधिकारी नहीं होगा और विश्व भर में इस का मुफ्त प्रयोग किया जाना चाहिए।


गरीब देशों को पंक्ति के पीछे नहीं छोड़ा जाना चाहिए। 
इस खुले पत्र को जारी करने की पृष्ठभूमि ऐसी है: फ्रांसीसी दवा कंपनी सानोफी के उच्च पदाधिकारी ने हाल ही में बताया कि अमेरिका ने उस टीके के विकास में सर्वाधिक पूंजी लगायी, अमेरिका को टीके के प्रयोग में प्राथमिकता मिलेगी। यह बात सामने आने के बाद अंतरराष्ट्रीय समुदाय में हल्ला मच गया है। फ्रांसीसी सरकार और अंतरराष्ट्रीय समुदाय के दबाव से उस कंपनी ने अपना रूख बदलकर कहा कि अमेरिका को सिर्फ अपने ही देश में उत्पादित होने वाले टीके के प्रयोग में प्राथमिकता मिलेगी।


इस घटना से जाहिर है कि अमेरिका को कोविड-19 के टीके पर एकाधिकार जमाने की बदनीयत है।


गरीब की जिंंदगी पर लगा दो 'रासुका'

लखनऊ। समजावादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव ने प्रवासी मजदूरों को राज्य में न घुसने देने पर भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) सरकार तंज कसते हुए कहा कि सरकार लोगों को गैर कानूनी काम करने के लिये बाध्य कर रही है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार ऐसा क्यों नही करती कि गरीबों की जिंदगी पर ही रासुका लगा दे।


जिस राज्य ने देश को महामहिम और प्रधानमंत्री दिये है उसी उत्तर प्रदेश ने अपनी सीमाओं को ग़रीबों के लिए सील कर दिया है। सपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार ने मजदूरों से श्रम क़ानूनों का रक्षा-कवच भी छीन लिया है। यादव ने रविवार को ट्वीटकर कहा “भाजपा सरकार का आदेश है कि प्रवासी मज़दूरों को उप्र बार्डर पर न घुसने देंगे, न सड़क या रेल ट्रैक पर चलने देंगे, न ट्रक-दुपहिया से जाने देंगे।


भाजपाई ग़रीब विरोधी नीतियां ही लोगों को ग़ैर-क़ानूनी काम करने के लिए बाध्य कर रही हैं। ऐसा करो बाबू ग़रीब की ज़िंदगी पर ही रासुका लगा दो!” उन्होंने कहा कि ऐसा ही दुर्भावपूर्ण व उपेक्षापूर्ण व्यवहार रहा तो कौन प्रवासी मजदूर काम पर लौटेगा। उन्होंने ट्वीटकर कहा “अगर सरकार का ग़रीब-मज़दूरों के प्रति ऐसा ही दुर्भावपूर्ण व उपेक्षापूर्ण व्यवहार रहा तो भला किस पर विश्वास करके ये प्रवासी मज़दूर वापस काम पर लौटेंगे।


अमीरों की इस सरकार ने अब तो श्रम क़ानूनों का रक्षा-कवच भी छीन लिया है। बिना मज़दूर के कोई काम-कारख़ाना कैसे चलेगा, कोई तो समझे। ” यादव ने कहा “जिस प्रदेश ने देश को महामहिम दिए, प्रधान जी दिए, उस उप्र ने अपनी सीमाओं को ग़रीबों के लिए सील कर दिया है। बिना सड़क प्रवासी मज़दूर भला कैसे बिहार, उड़ीसा, झारखंड, बंगाल व पूर्वोत्तर जाएंगे। ये हवा-हवाई सरकार कोई हवाई मार्ग ही बता दे। ‘वंदे भारत’ में ग़रीब वंदनीय क्यों नहीं है?।”


गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रवासियों के पैदल, दो पहिया या ट्रक से उत्तर प्रदेश में प्रवेश पर रोक लगा दी है। शासन ने कहा है कि जिलाधिकारी तय करें कि कोई भी पैदल, अवैध या असुरक्षित वाहनों से यात्रा न करे। ऐसा कही पाया गया तो लापरवाही मानी जायेगी।


मेंबर्स ने निकासी का फायदा उठाया

देश की वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण प्रेस कांफ्रेस


प्रयागराज। वित्त मंत्री ने बताया कि 12 लाख ईपीएफओ मेंबर्स ने ऑनलाइन निकासी की सुविधा का फायदा उठाया। 2.02 निर्माण से जुड़े मजदूरों को सीधी मदद पहुंचाई गई। वित्त मंत्री ने कहा कि पीएम गरीब कल्याण योजना द्वारा तकनीक के इस्तेमाल से सीधे जरूरतमंद लोगों के खातों में मदद पहुंचाई गई। उन्होंने कहा कि सरकार ने 8.19 करोड़ किसानों के खातों में 2000 रुपए पहुंचाए गए। उन्होंने कहा कि 20 करोड़ जन धन खातों में सीधी मदद पहुंचाई गई। पीएम गरीब कल्याण योजना के तहत 20 करोड़ महिला जनधन खाताधारकों के अकाउंट में सीधी मदद भेजी गई। साथ ही निर्माण से जुड़े श्रमिकों के अकाउंट में भी सरकार ने पैसे डाले। प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना में प्रौद्योगिकी के इस्तेमाल से प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण किया गया। वित्त मंत्री ने रविवार को अपने संबोधन की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मंगलवार को राष्ट्र के नाम संबोधन में कही गई बात से की। सीतारमण ने कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए आर्थिक पैकेज में लैंड, लेबर, लिक्विडिटी, लॉ जैसी चीजों बल दिया गया है, जैसा कि प्रधानमंत्री ने कहा था।


बृजेश केसरवानी


जल्दी शुरू हो सकती है 'घरेलू उड़ान'

नई दिल्ली। कोरोना के संकट को देखते हुए लॉकडाउन (पूर्णबंदी) में घरेलू उड़ानों पर भी पूर्ण रूप से प्रतिबंध था।हालांकि 17 मई को पूर्णबंदी का तीसरा चरण खत्म हो रहा है। और इसके चौथे चरण में काफी हद तक ढील दी जाएगी। और यदि सबकुछ ठीक रहा तो जल्द ही एक बार फिर से घरेलू उड़ान सेवा शुरू हो जाएगी।


देश में घरेलू हवाई यातायात का संचालन करने वाली एयलाइन कंपनियों ने जल्द ही घरेलू उड़ानों को फिर से शुरू करने की संभावना के साथ नागर विमानन महानिदेशालय (DGCA) और नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MOCA) के लिए अपने विमान की वायु योग्यता रिपोर्ट शुक्रवार को प्रस्तुत की है। प्रोटोकॉल के अनुसार, एयरलाइनों को अपने उड़ान संचालन को फिर से शुरू करने से पहले अपने विमान का विवरण डीजीसीए और एमओसीए को प्रस्तुत करना होता है। एमओसीए ने एक बयान जारी कर बताया है कि एयरलाइंस विनियामक रिपोर्ट प्रस्तुत कर रहे हैं। केंद्र सरकार कई दिशा-निर्देशों के साथ घरेलू उड़ानें शुरू करने की योजना बना रही है, लेकिन अभी तक उन्हें कोई स्पष्ट निर्देश नहीं दिया गया हैै। एमओसीए ने एयरलाइनों और एयरपोर्ट ऑपरेटरों सहित सभी विमानन हितधारकों को एसओपी के मसौदे के माध्यम से सूचित किया है कि 80 साल से अधिक आयु के लोगों को उड़ान शुरू होने के पहले चरण में यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी। एमओसीए के ड्राफ्ट एसओपी के अनुसार, प्रारंभिक स्तर पर किसी भी केबिन बैगेज को अनुमति नहीं दी जाएगी और चेक-इन बैगेज जिसका वजन 20 किलोग्राम से कम है, उसे ही अनुमति दी जाएगी. इस बीच भारत सरकार और एयरपोर्ट अथॉरिटी ऑफ इंडिया (AFI) ने उड़ानों को फिर से शुरू करने से पहले आवश्यक कदम उठाए हैं।


AFI के निर्देशों के मुताबिक यात्रियों को हवाई अड्डे पर पहुंचने से पहले अपने स्मार्टफोन पर आरोग्य सेतु ऐप डाउनलोड करना होगा, एक मुखौटा, एक हाथ सैनिटाइजर और दोनों हाथ में दस्ताने पहनने होंगे। एएआई के आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर एक पोस्ट में यह गाइडलाइन दी गयी है। देश में विमानन सेवा प्रदाता कंपनियों में विस्तारा के पास 41 विमान, इंडिगो के पास अपने बेड़े में लगभग 260 विमान हैं, स्पाइसजेट के साथ 120 विमान और एयर इंडिया समूह के बेड़े में 155 से अधिक विमान हैं।


उल्लेखनीय है कि हाल ही में एमओसीए के एक वरिष्ठ अधिकारी ने मंत्री समूह (जीओएम) के सामने एक विस्तृत प्रस्तुति दी थी, जब भारत वंदे भारत मिशन के तहत विदेश से भारतीयों को वापस लाने के लिए बड़े पैमाने पर प्रत्यावर्तन उड़ानों पर निर्णय लिया गया था। एयर इंडिया उन लोगों के लिए घरेलू उड़ानों का संचालन कर रही है जो वंदे भारत मिशन के तहत प्रत्यावर्तन उड़ानों में विदेश से भारत आ रहे हैं। कोरोना वायरस महामारी के कारण भारत में 17 मार्च से 17 मई तक व्यावसायिक उड़ानों की आवाजाही पर प्रतिबंध है।


लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं

लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं  इकबाल अंसारी  चेन्नई। तमिलनाडु में गर्मी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए मु...