शनिवार, 9 मई 2020

भारतीय नौसेना ने किफायती किट बनाई

नई दिल्ली। भारतीय नौसेना द्वारा तैयार और डिजाइन की गई पर्सनल प्रौटेक्टिव इक्विपमेंट (पीपीई) किट को बड़े स्तर तैयार करने का सर्टिफिकेट मिल गया है। इसे कोविड-19 से सुरक्षा की स्थिति में इस्तेमाल किया जा सकता है। इस पीपीई को डीआरडीओ के दिल्ली स्थित नाभिकीय औषधि और संबद्ध विज्ञान संस्थानय(इन्मास) ने टेस्ट किया और प्रमाणित किया। पीपीई को परीक्षण के मानदंडों को पूरा करना जरूरी होता है। ये मानदंड भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आईसीएमआर) और स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय, भारत सरकार द्वारा निर्धारित किए जाते हैं।


इस पीपीई की लागत व्यावसायिक रूप से इस्तेमाल होने वाली पीपीई किट से बहुत ही कम है। इस पीपीई किटो को इनोवेशन सेल, इंस्टीट्यूट ऑफ नेवल मेडिसिन, मुंबई और नेवल डॉकयार्ड मुंबई द्वारा गठित एक टीम ने डिजाइन और निर्माण करने के लिए सहयोग किया। यह आईएसओ 16603 मानक के अनुसार न्यूनतम 3/6 और उससे अधिक का स्तर रखती है।


पीपीई में सांस लेने की क्षमता 


संस्थान द्वारा जारी विज्ञप्ति के मुताबिक, इस पीपीई की विशेषताएं इसकी सरल, नई और कम लागत वाला डिजाइन हैं। पीपीई को बनाने में फैब्रिक के इनोवेटिव विकल्प का उपयोग किया गया है। जोकि पीपीई में ‘सांस लेने की क्षमता’ और प्रतिरोधक क्षमता प्रदान करता है, जो उपयोगकर्ता के लिए आरामदायक और सुरक्षित है।


चिकित्सा पेशेवरों के लिए एक जैव सूट (Bio Suit)


इस बीच, डीआरडीओ ने कोरोनोवायरस बीमारी से लड़ने में मदद करने के लिए चिकित्सा पेशेवरों के लिए एक जैव सूट बनाया है। दिलचस्प बात यह है कि डीआरडीओ द्वारा बनाए गए जैव-सूट में एक अनूठी विशेषता है। डीआरडीओ का कहना है कि इसे पनडुब्बी अनुप्रयोगों में प्रयुक्त सीलेंट के आधार पर सीलिंग टेप के विकल्प के रूप में एक विशेष सीलेंट (पानी को रोकने वाला) से बनाया गया है।


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


मई 10, 2020, RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-273 (साल-01)
2. रविवार, मई 10, 2020
3. शक-1943, ज्येठ, कृष्ण-पक्ष, तिथि- दूज, विक्रमी संवत 2077।


4. सूर्योदय प्रातः 05:50,सूर्यास्त 07:02।


5. न्‍यूनतम तापमान 23+ डी.सै.,अधिकतम-36+ डी.सै., तेज हवाएं चलने की संभावना।


6.समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा। सभी पद अवैतनिक है।
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शुक्रवार, 8 मई 2020

दलों ने राष्ट्रपति कोविंद को लिखा पत्र

नई दिल्ली। वाम दलों के नेतृत्व में सात विपक्षी दलों ने राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र लिखकर कोरोना महामारी के शिकार गरीब लोगों की सुरक्षा, कल्याण तथा आजीविका के लिए कार्रवाई करने की मांग की है। पत्र में श्रम कानूनों में किये जा रहे बदलाव की तीखी आलोचना भी की गई है।


माकपा, भाकपा, फारवर्ड ब्लॉक, भाकपा (माले) रिवोल्यूशनरी सोशलिस्ट पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल आदि ने राष्ट्रपति कोविंद को लिखे पत्र में कहा है कि एक तरफ तो कोरोना के कारण लॉकडाउन होने से मजदूर, किसान तथा वंचित समाज के लोग बुरी तरह परेशान हैं और उन्हें सैकड़ों किलोमीटर दूर पैदल चलकर अपने गांव वापस जाना पड़ रहा है। सरकार ने उनकी सुरक्षा के लिए पर्याप्त इंतजाम नहीं किए हैं और न ही उन्हें मुफ्त राशन देने की व्यवस्था की है।


दूसरी तरफ महाराष्ट्र में 17 गरीब लोग ट्रेन से कटकर मर गये हैं तथा विजाग में गैस लीक की घटना के कारण 12 लोगों की मौत हो चुकी है। ऐसी स्थिति में सरकार 44 श्रम कानूनों में परिवर्तन कर उन्हें 4 कोड में बदल रही है जो पूरी तरह से श्रम विरोधी और संविधान विरोधी है। सरकार ने कार्यपालिका के आदेश के जरिए श्रमिकों के काम के घंटे आठ घंटे से बढ़ाकर 12 घंटे कर दिए हैं जो कि पूरी तरह गैर कानूनी है और हरियाणा, गुजरात, पंजाब, महाराष्ट्र, हिमाचल प्रदेश तथा राजस्थान जैसे राज्यों में फैक्ट्री कानून को बदले बिना यह बदलाव लागू किए जा रहे हैं। इतना ही नहीं उत्तर प्रदेश में तीन साल के लिए सभी श्रम कानूनों को निरस्त कर दिया गया है जबकि मध्यप्रदेश में 1000 दिन के लिए इन कानूनों को निरस्त किया गया है। एक तरफ तो सरकार ‘आपके द्वार सरकार’ का नारा लगाती है और दूसरी तरफ इन मजदूरों को बुनियादी अधिकारों से वंचित कर रही है और उनके अधिकारों को छीन रही है। उन्होंने राष्ट्रपति कोविंद से अपील की है कि वे इन गरीब मजदूरों की रक्षा के लिए तत्काल हस्तक्षेप करें और संवैधानिक मूल्यों को अक्षुण्ण रखें।


उत्तर-कोरिया का चीन को मिला समर्थन

प्योंगयांग/ बिजिंग। कोरोना वायरस पर अमेरिका से तरकार के बीच चीन को एक तरह से उसके दोस्त का साथ मिला है। उत्तर कोरिया के नेता किम जोंग उन ने कोरोना वायरस वैश्विक महामारी को नियंत्रण में लाने में सफलता के लिए चीन के राष्ट्रपति शी चिनफिंग की प्रशंसा करते हुए उन्हें एक निजी संदेश भेजा है।


उत्तर कोरिया की सरकारी मीडिया में यह खबर तब आई है, जब दक्षिण कोरिया की खुफिया एजेंसी ने आकलन किया कि इस महामारी से पहले से ही जर्जर उत्तर कोरिया की अर्थव्यवस्था और बदतर हो गई है। उत्तर कोरिया अपने परमाणु हथियार कार्यक्रम को लेकर अमेरिका की अगुवाई में अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों का सामना कर रहा है और इसके चलते उसकी आर्थिक स्थिति बहुत खराब है। कोरियन सेंट्रल न्यूज एजेंसी ने बताया कि किम ने संदेश में शी को ”बधाई देते हुए इस अभूतपूर्व वैश्विक महामारी के खिलाफ युद्ध जीतने के लिए उनकी अत्यधिक प्रशंसा की। यह स्पष्ट नहीं है कि यह संदेश कब भेजा गया। किम जोंग उन का यह संदेश इसलिए भी खास है क्योंकि किम जोंग उन की हाल ही में बीमार होने की खबर आई थी और फिर चीन ने अपनी मेडिकल टीम को भी भेजा था। बता दें कि चीन, उत्तर कोरिया का सबसे करीबी सहयोगी और उसकी आर्थिक जीवन रेखा है। वहीं, अमेरिका लगातार कोरोना वायरस को लेकर चीन पर हमलावर है। वह चीन को बार-बार कोरोना वायरस के लिए जिम्मेदार ठहरा रहा है। अमेरिका का आरोप है कि चीन ने इस वायरस के बारे में दुनिया से जानकारी छुपाता रहा। वहीं चीन इन आरोपों से इनकार करता रहा है।


उत्तराखंड में धारचूला-लिपूलेख का निर्माण

नई दिल्ली। कैलाश मानसरोवर यात्रा श्रद्धालुओं के लिए पहले के मुकाबले काफी सुगम होने जा रही है। सीमा सड़क संगठन (बीआरओ) ने उत्तराखंड में धारचूला-लिपूलेख मार्ग का निर्माण किया है, जिससे यात्रा में समय भी कम लगेगा, क्योंकि लोगों को कठिन रास्ते पर सफर नहीं करना पड़ेगा।


रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आज इस मार्ग का उद्घाटन वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए किया है। बीआरओ ने 80 किलोमीटर की इस सड़क से धारचूला को लिपुलेख से जोड़ा है। यह विस्तार 6000 से 17060 फीट की ऊंचाई पर है। नई सड़क पिथौरागढ़-तवाघाट-घटीअबागढ़ मार्ग का विस्तार है।जानकारी देने वाले एक अधिकारी ने कहा, ”लिपूलेख रूट 90 किलोमीटर का ऊंचाई वाला ट्रैक था। अधिक उम्र के यात्रियों को यहां बहुत मुश्किल होती थी। अब यह यात्रा वाहनों से की जा सकती है। लोगों को अब 5-6 दिन तक चढ़ाई करने की जरूरत नहीं है।” यात्रा के लिए दो रूट हैं। एक लिपुलेख से और दूसरा सिक्किम में नाथुला से। रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने ट्वीट किया, ”मानसरोवर यात्रा के लिए आज एक लिंक रोड का उद्घाटन करके खुशी हुई। बीआरओ ने धारचूला से लिपूलेख (चीन बॉर्डर) को जोड़ने की उपलब्धि हासिल की है, इसे कैलाश मानसरोवर यात्रा रूट के नाम से जाना जाता है। वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए वाहनों के एक जत्थे को पिथौरागढ़ से गुंजी के लिए रवाना किया।” बीआरओ के बधाई देते हुए राजनाथ सिंह ने कहा कि संगठन ने पिछले कुछ सालों में सीमांत इलाकों को जोड़ने का बेहतरीन काम किया है। बीआरओ चीफ लेफ्टिनेंट जनरल हरपाल सिंह ने कहा कि अधिक ऊंचाई, भारी बर्फबारी और साल में केवल 5 महीने काम करने लायक होने की वजह से इस सड़क का निर्माण बहुत चुनौतीपूर्ण था।


हिमाचलः17 मई तक बस सेवा बंद

शिमला। हिमाचल प्रदेश में आज कैबिनेट बैठक में यह भी निर्णय लिया गया है कि हिमाचल प्रदेश में एक जिले से दूसरे जिले व लोकल रूटों पर आगामी 17 मई तक सार्वजनिक परिवहन सेवाएं शुरू नहीं होंगी। ऐसे में लोगों के स्वंय जुगाड़ करना होगा। वहीं, कोरोना के चलते वित्तीय संकट से जूझ रही टूरिज्म इंडस्ट्री के लिए जयराम सरकार ने राहत दी है।


होटल मालिकों को सहकारी बैंकों से सस्ती दरों पर ऋण दिलाया जाएगा। करीब तीन हजार से ज्यादा होटलों और इतने ही होम स्टे व गेस्ट हाउसों के कर्मचारियों और प्रबंधन को इससे राहत मिलेगी। साथ ही टैक्स अदा करने वालों को सरकारी डिपो से सस्ता राशन देने की केबिनेट ने फैसला लिया है। चंबा के बाद कांगड़ा शाहपुर में युवक आया कोरोना पॉजिटिव, दिल्ली से आया था घर
साथ उन्होंने बताया कि प्रदेश में अभी लॉकडाउन के साथ कर्फ्यू भी जारी रहेगा। क्योंकि प्रदेश में बाहरी राज्यों से आज रहे कोरोना के मामलों के देखते हुए प्रदेश सरकार ने यह फैसला लिया है। राज्य में अब तक 47 कोरोना पॉजिटिव मामले आ चुके हैं।


हिमाचलः दो घंटे के लिए कर्फ्यू में ढील

शिमला। हिमाचल प्रदेश में आज कैबिनेट बैठक के बाद विभिन्न प्रकार के कानून लागू किए गए है। जिसमें पूरे प्रदेश में कर्फ्यू में ढील का समय भी दो घंटे बढ़ाने का निर्णय लिया गया है। जिसके तहत अब प्रदेश में सात घंटे कर्फ्यू में ढील दी जाएगी। ढील देने का समय संबंधित जिले के उपायुक्त निर्धारित करेगें।


 ऊना में सुबह सात बजे से शाम तीन बजे तक दुकाने खुली रहेगी इस दौरान जिले में दूध, बे्रड, सब्जियों की दुकानें ही खुली रहेगी। वही सिरमौर जिले में अब सुबह नौ बजे से शाम चार बजे तक दुकानें खुलेंगी। किन्नौर में सुबह दस से शाम पांच बजे तक दुकानें खुलेंगी। वहीं चंबा में भी दो घंटे का समय बढ़ाया गया है। बाकि जिलों का समय कल तक निर्धारित किया जाएगा।


रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ

रजिस्ट्रेशन का आंकड़ा 16.37 लाख के पार हुआ  पंकज कपूर  देहरादून। उत्तराखंड में चारधाम यात्रा 2024 को लेकर यात्रियों में गजब का उत्साह देखा जा...