रविवार, 8 दिसंबर 2019

फिल्म कुली नंबर-1 का रिमेक बना सुर्खियां

मुंबई! फिल्म कुली नं.1 के रीमेक को लेकर सोशल मीडिया पर पिछले कई दिनों से काफी चर्चा हो रही है। डेविड धवन की इस फिल्म में वरुण धवन और सारा अली खान लीड रोल में नजर आएंगे। 
बता दें, ऑरिजनल फिल्म में लीड ऐक्टर्स के तौर पर गोविंदा और करिश्मा कपूर दिखे थे और फिल्म सुपरहिट रही थी। रीमेक वर्जन में परेश रावल, राजपाल यादव, जॉनी लीवर, शिखा तल्सानिया जैसे ऐक्टर्स भी अहम किरदारों में होंगे।
अब इस स्टारकास्ट में ऐक्टर जावेद जाफरी का भी नाम जुड़ गया है। मेकर्स ने अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स के जरिए बताया कि इस कॉमिडी ड्रामा में जावेद भी नजर आएंगे। 
जावेद पहले भी कई फिल्मों में अपनी पर्फेक्ट कॉमिक टाइमिंग लोगों को हंसा चुके हैं। ऐसे में उम्मीद की जा रही है कि इस बार भी वह मजेदार कैरक्टर से फैंस को गुदगुदाएंगे। 
जावेद जाफरी आखिरी बार आयुष्मान खुराना की फिल्म बाला में नजर आए थे। भले ही फिल्म में उनका रोल छोटा था लेकिन उसकी काफी प्रशंसा की गई थी। 
बात करें कुली नं. 1 की तो कास्ट और क्रू ने फिल्म के कुछ शेड्यूल्स पहले ही पूरे कर लिए हैं। फिल्म 1 मई 2020 को सिनेमाघरों में रिलीज होगी।


गोलगप्पे के पानी में पेशाब मिलाकर खिलाता

गोलगप्पों के पानी में पेशाब मिलकर खिलाता था यह आदमी, फिर हुआ कुछ ऐसा
मुंबई! ठाणे के नौपाडा में रहने वाली अंकिता राणे ने अपने घर की खिड़की से वीडियो शूटिंग करके, सामने लगने वाले पानी-बताशे के ठेले वाले को न सिर्फ़ बेनकाब किया, बल्कि उसे पुलिस में देकर अपना नागरिक कर्तव्य भी निभाया।


59 वर्षीय राजदेव लखन चौहान, भास्कर कॉलोनी ठाणे, में नियमित रूप से पानी-बताशे का ठेला लगाता है (था), जिसे पुलिस ने उसी बर्तन में पेशाब करने के आरोप में गिरफ़्तार कर लिया, जिस बर्तन से वह ग्राहकों को पानी पिलाता था। बर्तन में पेशाब और पानी पूरी का पानी मिक्स रहता था।


19 वर्षीया अंकिता राणे बताती हैं कि उनके घर के सामने रोज वह व्यक्ति अपना ठेला लगाता था, वह अपनी खिड़की से उसे देखा करती थी। पहले भी मैं अपने दोस्तों को आगाह कर चुकी थी कि, यहाँ पर कुछ भी न खाओ, क्योंकि यह व्यक्ति ठेले पर साफ़-सफ़ाई तो बिलकुल नहीं रखता, बल्कि कान-नाक खुजाते हुए, उसी हाथ से वह ग्राहकों को पानी-पुरी खिलाता था, परन्तु मेरे दोस्त मेरी इन बातों को हँसी में उड़ा देते थे।


परीक्षाएं खत्म होने के बाद फ़ुर्सत में मैंने उस ठेले वाले पर निगाह रखना शुरु किया। मैं यह देखकर हैरान हुई और घृणा से भर उठी कि जिस लोटे से वह पानी-पताशे का मसाला बनाता था और जिस लोटे से कभीकभार ग्राहक पानी भी पी लिया करते थे, वह उसी लोटे में पेशाब भी करता है। जब यह बात मैंने अपने मित्रों, परिवारवालों एवं बिल्डिंग निवासियों को बताई तो किसी ने भी इस पर विश्वास नहीं किया, तब मैंने इसकी यह घृणित हरकत कैमरे में कैद करने का फ़ैसला किया।


वीडियो को देखने के बाद ही स्थानीय निवासियों ने पहले तो उस पानीपुरी ठेले वाले की चकाचक धुलाई की और फ़िर उसे पुलिस थाने ले गये, जहाँ उसके खिलाफ़ केस दर्ज किया गया। ठेले वाले चौहान की सफ़ाई भी बड़ी मासूमियत भरी थी, जिसका कोई जवाब न तो पुलिस के पास था और न ही महानगरपालिका के अधिकारियों के पास, उसने कहा, यहाँ आसपास आधा किमी तक एक भी सार्वजनिक मूत्रालय नहीं है, मैं अपने ठेले को लावारिस छोड़कर इतनी दूर बार-बार पेशाब करने कैसे जा सकता हूं। चूंकि यह कालोनी साफ़-सफ़ाई में अव्वल है और यहाँ की गलियों में भी लगातार भीड़ की आवाजाही बनी रहती है, तो मैं पेशाब कहाँ करूँ?


थाना प्रभारी हेमन्त सावन्त ने भी इस बात की पुष्टि की, कि इस इलाके में आसपास कोई भी सार्वजनिक मूत्रालय नहीं है, पहले एक-दो थे भी, लेकिन वह भी अतिक्रमण और बिल्डरों के अंधे लालच में स्वाहा हो गए। पुलिस के सामने समस्या यह थी कि आखिर उस ठेले वाले को किस धारा के तहत केस बनाया जाए, फ़िलहाल उन्होंने मुम्बई पुलिस एक्ट के सार्वजनिक स्थल पर पेशाब करने के तहत 1200 रुपये जुर्माना और चेतावनी लगाकर छोड़ दिया है। जिस तरह दिल्ली के लाखों कामकाजी लोग सस्ते छोले-भटूरे पर गुज़ारा करते हैं, उसी तरह मुम्बई में भी लोग अपना पेट भरने के लिये वड़ा-पाव और पाव-भाजी पर निर्भर रहते हैं, परन्तु यह घटना सामने आने के बाद कहना मुश्किल है कि लोग अब क्या करेंगे?


'बंदर-सूअर' के जीन से बनाई नई प्रजाति

बंदर और सूअर को मिलाकर चीन के वैज्ञानिकों ने बनाई नई प्रजाति, लोग हैरान


बीजिंग! चीन के वैज्ञानिकों ने एक बार फिर अपनी वैज्ञानिक तकनीक से दुनिया भर के लोगों को हैरान कर दिया है! इस बार चीनी वैज्ञानिकों ने बंदर और सूअर के जीन से एक नई प्रजाति का जानवर पैदा किया है! इसे 'बंदर-सूअर प्रजाति'  का नाम दिया गया है! मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक सूअर के दो बच्चों के दिल, जिगर और त्वचा में बंदर के 'टिश्यू' मौजूद हैं! सूअर के ये दोनों बच्चे स्टेट सेल और प्रजनन जीव विज्ञान की स्टेट प्रयोगशाला में पैदा हुए थे, लेकिन एक हफ्ते के भीतर ही दोनों की मौत हो गई!


बीजिंग की स्टेट सेल की प्रमुख प्रयोगशाला और प्रजनन जीव विज्ञान के वैज्ञानिकों की मानें तो यह पूरी तरह से बंदर-सूअर की पहली रिपोर्ट है! वैज्ञानिकों ने बताया कि पांच दिनों के पिगलेट भ्रूण में बंदर की स्टेम कोशिकाएं थीं! इस तरह के शोध से पता चला है कि कोशिकाएं कहां समाप्त हुई हैं! हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका है कि दोनों बंदर-सुअर की मौत क्यों हुई! वैज्ञानिकों के मुताबिक इनकी मौत आईवीएफ प्रक्रिया में किसी तरह की समस्या की चलते हुई होगी!


बता दें कि यह प्रयोग स्पैनिश वैज्ञानिक युआन कार्लोस इजिपिसुआ बेलमोंटे के दो साल पहले किए गए प्रयास को देखते हुए किया गया! द न्यू साइंटिस्ट पत्रिका की रिपोर्ट में बताया गया कि तांग हाई और उनकी टीम ने जुआन कार्लोस की सोच को ही आगे बढ़ाया और आनुवंशिक रूप से संशोधित बंदर कोशिकाओं को 4,000 से अधिक सूअर भ्रूणों के अंदर डाला गया! इसके बाद पैदा हुए सूअर के बच्चों में से केचल दो हाइब्रिड थे! इनके दिल, जिगर, फेफड़े और त्वचा के ऊतक आंशिक रूप से बंदर कोशिकाओं से मिलकर बने थे! गौरतलब है कि जनवरी 2017 में सैन डिएगो के सल्क इंस्टीट्यूट में भी एक मानव-सूअर भ्रूण बनाया गया था, लेकिन 28 दिन बाद उसकी मौत हो गई थी!


 


देश में फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने की योजना

नई दिल्ली! महिलाओं के खिलाफ बढ़ते अपराध पर लगाम लगाने के लिए सरकार अब फुल एक्शन के मूड में है। केंद्र सरकार का कहना है कि जल्द ही देश में और नई फास्ट ट्रैक कोर्ट बनाने की योजना है, जिससे न्याय में तेजी लाई जा सके। इसके साथ ही ऐसी व्यवस्था की जाएगी, जिससे इस तरह के केस में जल्द से जल्द न्याय मिल सके। खासकर नाबालिगों के साथ बलात्कार जैसे मामलों का निपटारा 2 महीने के भीतर कराया जाएगा।


केंद्रीय कानून मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा, केंद्र और राज्य सरकारों ने देश में 1023 नई फास्ट ट्रेक कोर्ट बनाने का प्रस्ताव दिया है। इनमें से 400 फास्ट ट्रेक कोर्ट बनाने पर सहमति बन गई है। अभी देश में 704 फास्ट ट्रेक कोर्ट संचालित हो रही हैं! रविशंकर प्रसाद ने कहा, मैं सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों और सभी हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस को पत्र लिखने जा रहा हूं। इसमें मेरी अपील है कि बलात्कार के मामले खासकर नाबालिगों के साथ रेप के मामलों का निपटारा दो महीने के भीतर किया जाए। मैं अपने विभाग को भी इस मामले में जरूरी निर्देश दे रहा हूं।


तीन दिवसीय चित्र प्रदर्शन समारोह संपन्न

बूंदी! भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के क्षेत्रीय लोक संपर्क ब्यूरो द्वारा आयोजित तीन दिवसीय विशेष चित्र प्रदर्शनी का समापन समारोह आयोजित किया गया। बूंदी के आजाद मैदान में लगाई गई 'कठोर परिश्रम साहसिक निर्णयों के परिणाम' विशेष चित्र प्रदर्शनी में हजारों लोगों ने चित्र प्रदर्शनी का अवलोकन किया। बूंदी शहर के विभिन्न विद्यालयों के छात्र छात्राओं ने  प्रदर्शनी का अवलोकन करने के पश्चात  मौखिक प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिताएं में भाग लिया। समापन समारोह के मुख्य अतिथि नगर परिषद बूंदी के सभापति श्री महावीर मोदी ने अपने उद्बोधन में कहा कि लोक कल्याणकारी योजनाएं देश के आमजन के लिए बनाई जाती है, इसका समय पर लाभ मिले इसलिए ऐसी प्रदर्शनी आयोजित की जा रही है , उन्होंने प्रदर्शनी का की भूरी भूरी प्रशंसा करते हुए कहा कि प्रदर्शनी अपने आप में बूंदी शहर के लोगों को अपनी ओर आकर्षित कर सकी, क्योंकि यहां पर विभिन्न चित्रों के माध्यम से सरकारी योजनाओं को सरल तरीके से दिखाया गया है, जिससे मजदूर वर्ग किसान वर्ग आमजन समझ सके साथ ही उनका फायदा लेने के लिए प्रेरित  किया।  कार्यक्रम को संबोधित करते हुए किशोर न्याय बोर्ड के सदस्य एवं वरिष्ठ अधिवक्ता श्री राजकुमार दाधीच ने अपने संबोधन में युवाओं को अपने आचरण में सुधार लाने हेतु प्रेरक उद्बोधन दिया साथ ही अपने कर्तव्य को निभाने का आह्वान किया जिससे कि उनके अधिकारों की रक्षा हो सके । उन्होंने अपने कर्तव्यो की जानकारी दी आज के युवा तकनीकी के युग में केवल वीडियो गेम को ही खेल का एक माध्यम मानते हैं उन्हें भारत सरकार की फिट इंडिया कार्यक्रम के तहत परंपरागत खेलों के प्रति जागरूक होना होगा जिससे उनका स्वास्थ्य में फायदा मिल सके।  शिक्षाविद एवं समाजसेवी श्रीमती रेखा शर्मा ने अपना उद्बोधन देते हुए बालक और बालिकाओं में नैतिक शिक्षा के उत्थान के लिए आह्वान किया क्योंकि आज की युवा अपने नैतिक शिक्षा को दिनोंदिन भूलते जा रहे हैं और पश्चात संस्कृति का अनुसरण कर रहे हैं जिससे कि उनके जीवन में कई प्रकार के अपराध भी घटित हो रहे हैं अतः उन्हें इन अपराधों से बचाने के लिए सरकारी प्रयासरत हैं और अगर अपराध हो भी जाता है तो उसके सुधार हेतु बाल सुधार गृह आदि के माध्यम से उन्हें सही दिशा में अग्रसर करने के लिए सरकार कार्य कर रही है। कार्यक्रम में आदर्श विद्या मंदिर के प्रधानाध्यापक श्री राधेश्याम शर्मा ने अपने उद्बोधन में कहा कि केंद्र सरकार प्रत्येक वर्ग को ध्यान में रखते हुए विभिन्न योजनाएं बना रही है और उन योजनाओं को आमजन तक पहुंचाने में विद्यार्थी वर्ग की अहम भूमिका है अतः विद्यार्थियों को ऐसी योजनाओं की जानकारी लेकर अपने माता पिता के साथ जो जरूरतमंद व्यक्ति है उन्हें इससे अवगत कराएं और उससे लाभ लेने के लिए प्रेरित करें । कार्यक्रम में श्री सर्वेश तिवारी ने सिंगल यूज़ प्लास्टिक से होने वाले नुकसान के बारे में बताया और उपस्थित प्रतिभागियों को सिंगल यूज प्लास्टिक के रोकथाम करने हेतु एक सामूहिक शपथ भी दिलाई।  कार्यक्रम के अंत में मुख्य अतिथि ने आदर्श विद्या मंदिर बालिका माध्यमिक विद्यालय की छात्राओं के लिए भारत सरकार के द्वारा वॉलीबॉल नेट रैकेट आदि खेल सामग्री प्रदान की और उन्हें नियमित खेल के प्रति जोड़ने के लिए  प्रेरित किया। कार्यक्रम में पंडित मोतीलाल सुखवाल सीनियर सेकेंडरी स्कूल के निदेशक श्री लोकेश सुखवाल प्रधानमंत्री कौशल विकास केंद्र निफा के गिराज सुवालका आदि उपस्थित रहे। लिटिल एंजेल स्कूल, पंडित मोतीलाल सुखवाल सीनियर सेकेंडरी स्कूल तथा आदर्श विद्या मंदिर बालिका माध्यमिक विद्यालय लालकोठी के विद्यार्थियों में से  विभाग द्वारा चलाए जा रहे जल योद्धा कार्यक्रम के तहत 10 प्रतिभागियों का चयन किया गया, जिन्हें मुख्य अतिथि द्वारा जल योद्धा का बैज लगाकर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम प्रभारी प्रेम सिंह ने सभी अतिथियों का माल्यार्पण कर स्वागत किया। इस अवसर पर डाकघर विभाग चिकित्सा विभाग जिला विधिक सेवा प्राधिकरण पेट्रोलियम संरक्षण अनुसंधान संघ उत्तरी क्षेत्र नई दिल्ली आदि ने स्टाल लगाकर अपनी सेवाएं प्रदान की। कार्यक्रम में  सिविल डिफेंस के  द्वारा आपात स्थिति में अगर कोई  घटना दुर्घटना हो जाती है तो उसके बचाव के बारे में  लाइव डेमो देकर  बचाने के तरीके बताएं। कार्यक्रम का संचालन करते हुए क्षेत्रीय प्रचार सहायक रमेश स्वामी ने भारत सरकार के द्वारा चलाई जा रही प्रत्येक वर्ग की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी दी और उनसे संबंधित विषय पर हो की प्रश्नोत्तरी आयोजित की जिन के विजेताओं को विभाग की ओर से पुरस्कृत किया गया!


नाबालिग से 'दोबारा' गैंगरेप किया

पलवल! हरियाणा के पलवल से गैंगरेप की एक दिल दहलाने वाली खबर है, गैंगरेप के चार आरोपियों ने 17 वर्षीय नाबालिग पीड़िता का अपहरण कर दोबारा उसके साथ गैंगरेप किया! पुलिस के मिली शिकायत के अनुसार बुधवार चार दिसंबर को पीड़िता जब शौच के लिए घर से बाहर निकली तो चारों युवकों ने उसे अगवा कर लिया और एक खेत में ले गए, जहां वारदात को अंजाम दिया। महिला थाना पुलिस ने पीड़िता की मां की शिकायत पर चारों नामजद आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है! पुलिस आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए जगह-जगह छापेमारी कर रही है! महिला थाना प्रभारी हीरामणी के अनुसार पीड़िता की मां का आरोप है कि इन्हीं चारों नामजद आरोपियों ने 13 अगस्त को भी उनकी बेटी से गैंगरेप किया था! जिसकी शिकायत बहीन थाने में दर्ज कराई गई थी!


हीरामणी ने बताया कि महिला ने शिकायत की है कि, उसकी 17 साल की बेटी चार दिसंबर की रात 11 बजे घर से बाथरूम करने के लिए बाहर निकली थी! उसी दौरान गांव रुपड़ा के रहने वाले अल्ताफ, सरफराज उर्फ सफ्फू, इरशाद उर्फ मंगली और सौयब उसका अपहरण कर खेत में ले गए, और उससे पुन: गैंगरेप कियाा! आरोपियों ने लगभग दो घंटे बाद उसे छोड़ दिया! हीरामणी के अनुसार पीड़िता ने घर आकर आपबीती अपनी मां को बताई! उसके बाद पीड़ित परिवार ने थाने पहुंचकर गैंगरेप की शिकायत दर्ज कराई!


थाना प्रभारी ने बताया कि पीड़िता का मेडिकल कराया गया है और बयान के लिए कोर्ट में ले जाया जा रहा है! उन्होंने कहा कि पुलिस मामले की जांच पड़ताल में जुटी है!


डीएम की 'फसल' काट ले गए किसान


चंदौसी! सदर तहसील क्षेत्र के जसूरी गांव में डीएम के नाम दर्ज 40 बीघा खेत में रोपी गई धान की फसल किसान काट ले गए, जबकि तहसील प्रशासन को इसकी भनक भी नहीं लगी। मामला संज्ञान में आने पर तहसील के अधिकारियों और कर्मचारियों में खलबली मच गई। एसडीएम ने तहरीर देकर किसानों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया तो अब पुलिस मामले की छानबीन में जुटी है।


मिली जानकारी के अनुसार क्षेत्र के जसूरी गांव में कबीर मठ की करीब 40 बीघा जमीन थी। जमीन पर कब्जे को लेकर ग्रामीणों में कई बार विवाद हुआ। मठ के महंत ने एक दशक पूर्व जमीन चंदौली जिलाधिकारी के नाम से रजिस्ट्री कर दी थी। लेकिन जिला प्रशासन जमीन की देखभाल को लेकर उदासीन बना रहा। इसके चलते भूमाफियाओं ने जमीन पर धीरे से कब्जा कर लिया। किसानों को खेती करने के लिए जमीन तक गिरवी रख दी। गत वर्ष मामला संज्ञान में आने पर अधिकारियों में हड़कंप मच गया। एसडीएम व तहसीलदार ने मौके पर पहुंचकर अवैध कब्जा हटवाया था।इस पर नायब तहसीलदार ने ग्राम स्थित अराजी नम्बर 696 रकबा 6.149 व अराजी 826 रकबा 3.856 की जांच कर इसकी रिपोर्ट तहसील प्रशासन के समक्ष प्रस्तुत किया था। इसके बाद नवम्बर माह में एसडीएम हीरालाल ने जमीन पर रोपी गई धान की फसल को कुर्क करने की कार्रवाई की थी।


इस सम्बंध में कोतवाल गोपाल जी गुप्ता ने बताया कि तहरीर के आधार पर दर्जन भर अज्ञात लोगों के विरुद्ध मुकदमा दर्ज कर लिया गया है।


16 से डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा

नई दिल्ली। डिजिटल बैंकिंग सर्विस को लोगों के बीच लोकप्रिय बनाने के लिए लगातार कोशिशें की जा रही है। लोग ज्यादा से ज्यादा डिजिटल बैंकिंग का इस्तेमाल करें इसके लिए इसमें नई सुविधाएं और सर्विसेज भी बढ़ाए जा रहे हैं। 16 दिसंबर से बैंक ऑनलाइन बैंकिंग में एक और बड़ा बदलाव करने जा रहा है। 16 दिसंबर से रिजर्व बैंक ने डिजिटल ट्रांजैक्शन को बढ़ावा देने के लिए नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर सर्विस को 24 घंटे के लिए शुरू करने का ऐलान किया है।


रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया की अधिसूचना के बाद बैंकों ने NEFT को 16 दिसंबर से 24 घंटे के लिए कर देने की घोषणा की है। न केवल 24 घंटे बल्कि हफ्ते के सातों दिनों से सर्विस ये सुविधा मिलेगी। रिजर्व बैंक ने एक बयान में कहा कि अब एनईएफटी के तहत ट्रांजैक्शन की सुविधा अवकाश समेत सप्ताह के सातों दिन उपलब्ध होगी।


16 दिसंबर से आप हफ्ते के 7 दिन में 24 घंटे किसी को भी NEFT के जरिए फंड ट्रांसफर कर सकेंगे। फिलहाल आपको एनईएफटी ट्रांजैक्शन की सुविधा बैंकों के वर्किंग डे में सुबह 8 बजे से शाम 7 बजे के दौरान मिलता है। वहीं पहले और तीसरे शनिवार को ये सर्विस सुबह 8 बजे से दोपहर 1 बजे तक घंटे तक मिलती है। रिजर्व बैंक ने एक अधिसूचना में कहा किअब एनईएफटी ट्रांजैक्शन पर कोई चार्ज नहीं लगेगा। रिजर्व बैंक पहले ही एनईएफटी तथा आरटीजीएस ट्रांजैक्शन पर लगने वाला चार्ज खत्म करने की घोषणा कर दी है।


कई रोगों का हल, सिर्फ एक फल

सेब की बात करें को यह एक मात्र ऐसा फल है जिसको खाने की सलाह सबको दी जाती है. आप सबने सेब को लेकर एक कहावत जरुर सुनी होगी कि 'एन एपल ए डे, कीप्स द डॉक्टर अवे' जी हाँ अगर एक सेब खाओगे तो हमेशा डॉक्टर से दूर रहोगे. अगर सुबह सुबह खली पेट अगर एक सेब खाया जाये तो आप कभी बीमारी के शिकार नहीं होंगे, क्योंकि सेब के अंदर पौष्टिक तत्व बहुत अधिक मात्रा में होते हैं. इसके अलावा सेब मिनरल, विटामिन्स और फाइबर से भरपूर होता है, सेब कोलेस्ट्रॉल फ्री भी होता है. सेब के अंदर विटामिन्स होने से यह हमारी त्वचा के लिए भी काफी फायदेमंद होता है. इसलिए साफ़ शब्दों में कहा जाये तो हर बीमारी का हल है सिर्फ एक सेब तो आइये जानते एक सेब आपको किन-किन बिमारियों से दूर रखने में मददगार है.



 
हाई ब्लड प्रेशर:


अगर आपको हाई ब्लदड प्रेशर की समस्याब को रोज़ाना झेलना पड़ता है, तो रोजाना खाली पेट एक सेब जरुर खाएं. वैज्ञानिकों का मानना है कि रोजाना एक सेब छिलका उतारे बगैर खाते रहने से हाई ब्लड प्रेशर की समस्या नहीं होती है. सेब के अंदर एंटीऑक्सीडेंट और फ्लेवानोइड्स का अच्छा स्रोत होता है. यह हमारे दिल को भी स्वस्थ रखता है. इसलिए आज से ही रोज़ाना सुबह एक सेब खाना शुरू करें और इस बीमारी से जल्द ही निज़ात पाएं.


त्वचा के लिए फायदेमंद:


रोज़ाना एक सेब खाने से चेहरे में ग्लो तो आता ही है, इसके अलावा चेहरे पर एक्ने और मुहासों जैसी समस्या से भी छुटकारा मिलता है. सेब खाने पर चेहरे पर होने वाले काले दाग धब्बे भी दूर होने लगते है.


अल्जाइमर से बचाव:


एक शोध के दौरान यह पाया गया था की रोज़ाना सेब का जूस पीने से अल्जाइमर जैसी बीमारी से बचा जा सकता है. सेब हमारे मष्तिष्क की कोशिकाओं को मजबूत और उनकी रक्षा करता है. यह कारण है कि सेब खाने से हम इस बीमारी के शिकार नहीं हो पाते है.


मोटापे को करे कम:



 
कहते है जैसे जैसे मोटापा बढ़ने लगता है वैसे ही हमारे शरीर में बीमारी होने का खतरा भी बढ़ने लगता है. सेब के अंदर फाइबर की मात्रा भरपूर होती है, यह हमारे शरीर में पानी की मात्रा की कम नहीं होने देता है. सेब खाते ही लगता है जैसे पेट काफी भर गया है. डाइटिंग के दौरान भी यही सलाह दी जाती है की आप सेब का सेवन जरुर करें. बता दें सेब के अंदर फैट नहीं होता है. जिम जाने से पहले पहले आप एक सेब जरुर खाएं यह आपके अंदर एनर्जी लेवल को कम नहीं होने देता है.


हार्ट बर्न की समस्या में है लाभकारी:


अप हार्ट बर्न जैसी समस्याओं से परेशान है तो रोज़ाना सुबह एक सेब खाने की हैबिट दाल लीजिये. जी हाँ सेब में क्वरसिटिन नामक एंटीआक्सीडेंट होता है जो कि इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाए रखने में मदद करता है और आपको इस समस्या से छुटकारा दिलाने में भी मदद करता है.


डायबिटीज से बचाव:


अगर आप एक सेब रोज खाते है तो यह आपके लिए अच्छी खबर है क्योंकि ऐसा करने से डायबिटीज होने का खतरा 28 से 30 प्रतिशत तक कम हो जाता है. सेब के अंदर मौजूद तत्व आपके शरीर में ग्लूकोस की कमी को पूरा करता है, यही कारण है की आपको कभी भी इन्सुलिन लेने की जरुरत नहीं पड़ती है.


एनीमिया के खतरे को करे कम:


एनीमिया ऐसी बीमारी है जिसके कारण शरीर में खून की कमी आने लगती है, इस बीमारी में खून बनना बंद हो जाता है और साथ ही हीमोग्लोबिन की मात्रा कम होने लगती है. बता दें सेब के अंदर आयरन की मात्रा भरपूर होती है, जो हमारे शरीर में हीमोग्लोबिन को बढ़ाने में मदद करता है. इसलिए अगर आप रोज एक सेब का सेवन करेंगे तो यह शरीर में आयरन की कमी को दूर करेगा और इससे आपको एनीमिया जैसी बीमारी से लड़ने में मदद मिलेगी.


घुटने के दर्द के घरेलू उपचार

घुटनों में दर्द की समस्या आजकल केवल बड़े-बुजुर्गों तक ही सीमित नहीं रही, बल्कि किसी भी उम्र के व्यक्ति में ये समस्या देखने को मिल रही है। आइए, कुछ ऐसे घरेलू उपचार जानते हैं जिन्हें अपनाकर इस समस्या से निजात पाया जा सकता है –
1 रोज सुबह नियमित खाली पेट 1 चम्मच मेथी पाउडर में 1 ग्राम कलौंजी मिलाकर गुनगुने पानी के साथ पिएं। इस मिश्रण को चाहें तो दोपहर और रात के भोजन के बाद भी आधा-आधा चम्मच ले सकते है। इससे जॉइंट्स मजबूत होने में मदद मिलेगी।
2 किसी मुलायम कपड़े को गर्म पानी में भिगोएं और निचोड़ें, अब इस कपड़े से घुटनों की सिकाई करें। ऐसा करने से भी घुटनों के दर्द में आराम मिलता है।
3 खाने में गर्म तासीर वाली चीजें जैसे दालचीनी, जीरा, अदरक और हल्दी आदि का अधिक इस्तेमाल करें। इनके सेवन से घुटनों की सूजन और दर्द कम होने में मदद होती है।
4 मेथी दाना, सौंठ और हल्दी बराबर मात्रा में मिलाएं। इस मिश्रण को तवे पर अच्छे से भूनें फिर पीसकर पाउडर बना लें। अब इस पाउडर का नियमित सुबह-शाम भोजन के बाद गर्म पानी के साथ सेवन करें।
5 हो सके तो सुबह खाली पेट लहसुन की एक कली दही के साथ खाएं। इससे भी घुटनों के दर्द में आराम मिलेगा।


6 नीम और अरंडी के तेल को बराबर मात्रा में मिलाकर हल्का गर्म करें, फिर इस तेल से सुबह-शाम जोड़ों पर मालिश करें। इससे भी घुटनों के दर्द में आराम मिलेगा।


7 ऐसा माना जाता है कि गेहूं के दाने जितना चूना दही या दूध में मिलाकर दिन में एक बार खाएं। ऐसा नियमित 90 दिनों तक करने से शरीर में कैल्शियम की कमी दूर होती है।


माइक्रोवेव के अन्य उपयोग

किचन में काम करना सिर्फ खाना बनाने के लिए नहीं होता बल्कि किचन में काम करना भी एक आर्ट की तरह है और इसके लिए कुछ स्किल्स की भी जरूरत होती है तभी आप इसमें एक्सपर्ट बन सकते हैं। हालांकि अगर आप इसमें माहिर नहीं भी हैं तब भी परेशान होने की जरूरत नहीं। अब एक से बढ़कर एक किचन अप्लायंसेज हैं जिनकी मदद से आप किचन के काम में एक्सपर्ट बन सकते हैं। इन्हीं में से एक है माइक्रोवेव जिसका इस्तेमाल सिर्फ खाने को गर्म करने या केक बनाने के लिए नहीं बल्कि कई दूसरी चीजों में भी हो सकता है। आज हम आपको बता रहे हैं माइक्रोवेव से जुड़े कुछ आसान हैक्स के बारे में जिसके बाद किचन में घंटों में होने वाला काम मिनटों में हो जाया करेगा…. 
जमे हुए शहद को फिर से नॉर्मल बनाएं
सर्दियों का मौसम है और अगर किचन में रखा शहद जम गया है तो इसमें भी माइक्रोवेव आपकी मदद कर सकता है। शहद का ढक्कन खोलें और शहद के जार को 30 से 40 सेकंड के लिए माइक्रोवेव में रख दें। शहद अपने नॉर्मल टेक्सचर में वापस लौट आएगा। 
घंटों में नहीं मिनटों में भीग जाएंगे राजमा-छोले 
अगर आपको आज राजमा या छोले या चना बनाना है तो आपको उसे एक रात पहले पानी में भिगोकर रखना पड़ता है ताकि वे सॉफ्ट हो जाएं और अगले दिन अच्छी तरह से पकें। लेकिन अगर आप इन चीजों को रात में भिगोना भूल जाएं तो माइक्रोवेव आपकी मदद कर सकता है। एक बड़े बर्तन में बीन्स को डालें और जितनी बीन्स है उसका डबल पानी डालें माइक्रोवेव को हाई पर रखें और पानी को उबलने दें। इसमें 12 से 15 मिनट का वक्त लगेगा। 15 मिनट बाद बीन्स को माइक्रोवेव से निकालें और 1 घंटे के लिए छोड़ दें। फिर बीन्स को पानी से निकालकर छान लें और ठंडे पानी से धो लें।
फिर से फ्रेश हो जाएंगे डोनट्स 
आप डोनट्स का 6 पीस वाला पैक लेकर आए लेकिन उसे पूरा फिनिश नहीं कर पाए। तो अगले दिन वही बासी डोनट खाने की बजाए डोनट को पेपर टॉवल में लपेटें और कुछ मिनट के लिए माइक्रोवेव कर दें। यकीन मानिए आपके पुराने डोनट्स फिर से पहले की तरह तरोताजा और फ्रेश हो जाएंगे। 
प्याज काटते वक्त नहीं आएगा आंसू 
प्याज के दोनों तरफ के सिरों को काटकर उसे माइक्रोवेव में रखें और करीब 30 सेकंड के लिए प्याज को माइक्रोवेव कर लें। ऐसा करने से प्याज में मौजूद गैस जिससे आंसू आते हैं भाप बनकर उड़ जाएगा और प्याज काटते वक्त आंसू भी नहीं आएंगे।
जूस निकालना होगा आसान 
संतरा या नींबू का जूस निकालने से पहले इन फलों को सिर्फ 10 सेकंड के लिए माइक्रोवेव कर लें। ऐसा करने से इन फलों की स्किन में मौजूद फाइबर ढीला हो जाएगा और आप इन फलों का जूस आसानी से निकाल पाएंगी। 
सब्जियों का छिलका उतारने में आसानी 
कई बार जड़ वाली सब्जियां जैसे चुकंदर या शकरकंद आदि का छिलका उतारना मुश्किल काम हो जाता है। ऐसे में माइक्रोवेव को लो पावर पर रखें और इन सब्जियों को 2 से 3 मिनट के लिए माइक्रोवेव कर दें। सब्जियां सॉफ्ट हो जाएंगी और उन्हें छीलना और काटना आसान हो जाएगा। ध्यान रखें कि इन गर्म सब्जियों को सावधानीपूर्वक हैंडल करें।


पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला  इकबाल अंसारी  चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पं...