मंगलवार, 12 नवंबर 2019

नानक के सिद्धांत को समझे,आदर्श बनाएं

बिलासपुर। श्री गुरूनानक देव जी ने ऊंच-नीच, छुआछूत, भेदभाव और जातिवाद से ऊपर उठकर मानवता का संदेश दिया है, उसे अमल में लायें। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आज बिलासपुर के गुरूनानक स्कूल परिसर में श्री गुरू नानक देव जी के 550वें प्रकाश पर्व पर आयोजित कार्यक्रम को संबोधित कर रहे थे।


मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि समाज में जब कुरीतियां व्याप्त थी, ऐसे समय में गुरूनानक जी का अवतरण हुआ। वे बाल्यकाल से ही चिंतन, मनन करने वाले और मानवता के प्रति अगाद श्रद्धा उनके मन में रही है। छुआछूत को छोड़ सब एक साथ एक ही पंगत में भोजन करें, इसलिये लंगर प्रथा शुरू की। उन्होनें अज्ञानता के खिलाफ संदेश दिया। गुरूनानक देव जी एक मात्र ऐसे संत थे, जिन्होंने काफी लंबी दूरी पद यात्रा की और समानता, भाईचारा और प्रेम का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि सब एक ही ईश्वर के संतान हैं, इसमें भेदभाव नहीं होना चाहिये। समाज की समृद्धि, सुख, शांति के बिना संभव नहीं है। गुरू नानक देव जी ने एक सहज, सरल और संगठित समाज की नींव रखी। जिसमें जात-पांत और अमीर-गरीब के भेद को मिटाया। मुख्यमंत्री ने बताया कि करतारपुर की यात्रा के लिये प्रदेश सरकार की तरफ से व्यवस्था की गई है। इच्छुक व्यक्ति इस यात्रा में जा सकते हैं।


मुख्यमंत्री ने बिलासपुर में श्री गुरूनानक देव जी के 550वें प्रकाश उत्सव पर आयोजित शानदार कार्यक्रम के लिये बधाई एवं शुभकामनाएं दी।कार्यक्रम में गुरूद्वारा प्रबंधक कमेटी के अध्यक्ष अमरजीत सिंह दुआ ने प्रकाश पर्व के संबंध में जानकारी देते हुए गुरू सिंह सभा एवं सिख समाज द्वारा पिछले एक वर्ष में जनकल्याण के लिये आयोजित कार्यक्रम की जानकारी दी।


कार्यक्रम में विधायक शैलेष पाण्डेय एवं श्रीमती रश्मि सिंह, महाधिवक्ता सतीशचन्द्र वर्मा, मोहन मरकाम, मुख्यमंत्री के सलाहकार प्रदीप शर्मा एवं बड़ी संख्या में सिख समाज के लोग मौजूद थे।


भाजपा को एलजेपी ने दिया एक और झटका

रांची। महाराष्ट्र के बाद अब भाजपा को झारखंड में बड़ा झटका एनडीए गठबंधन की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (एलजेपी) ने दिया है। सीट बटवारें को लेकर चल रहे विवाद के बाद झारखंड में लोक जनशक्ति पार्टी ने अकेले विधानसभा चुनाव लड़ने का फैसला लिया है। पार्टी अपने उम्मीदवारों की पहली लिस्ट जारी करके नामों की घोषणा करेंगी। एलजेपी बीजेपी के खिलाफ 50 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतारेगी। लोक जनशक्ति पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चिराग पासवान ने 11 नवंबर को कहा था कि पार्टी झारखंड में आगामी विधानसभा चुनाव अपने दम पर लड़ने के लिए तैयार है। बीजेपी ने राज्य की अधिकांश सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की है,जो लोजपा ने भगवा पार्टी से एनडीए के साथी के रूप में मांगे थे। 81 सदस्यीय झारखंड विधानसभा के लिए चुनाव 30 नवंबर से शुरू होने वाले पांच चरणों में होंगे। पासवान ने जोर दिया कि लोजपा इस बार "टोकन" के रूप में दी गई सीटों को स्वीकार नहीं करेगी।


महाराष्ट्र में पार्टियों ने मांगा अलग-अलग समय

महाराष्ट्र। यहां सरकार बनाने को लेकर लगातार राजनीतिक दल अपना हित साधने में लगे हैं। ले​किन फिर भी सरकार नहीं बन पाई है,और राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की है। वहीं राज्यपाल के इस फैसले के खिलाफ शिवसेना ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की।
शिवसेना का कहना है कि उन्हें दावा पेश करने के लिए सिर्फ 24 घंटे का समय दिया गया, जबकि बीजेपी को 48 घंटे का वक्त दिया गया था। शिवसेना ने आरोप लगाया कि राज्यपाल ने सरकार बनाने के अवसर से इनकार करने के लिए बीजेपी के इशारे पर जल्दबाजी में काम किया। बता दें कि इस मामले में जस्टिस शरद अरविंद बोबड़े की अगुआई वाली पीठ कल सुनवाई कर सकती है।


अब तक क्या हुआ महाराष्ट्र में


राज्‍य में भाजपा 105 विधायकों के साथ सबसे बड़ी विधायक संख्या वाली पार्टी है। लेकिन बीते शनिवार को भाजपा ने सरकार गठन में असमर्थता जाहिर कर दी थी। इसके बाद राज्‍यपाल ने रविवार को 56 विधायकों के साथ शिवसेना को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित किया। लेकिन, पार्टी कांग्रेस और एनसीपी से समर्थन के पत्र उपलब्ध नहीं करा सकी। शिवसेना ने राज्यपाल से और समय मांगा, जिन्होंने अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया।


जानकारी के अनुसार एनसीपी ने आज सुबह 11:30 बजे राज्यपाल को एक खत लिखा था, जिसमें दो दिन का समय मांगा था। राज्यपाल ने एनसीपी के पत्र को आधार बना कर गृहमंत्रालय से महाराष्ट्र में राष्ट्रपति शासन लगाने की सिफारिश की।


ड्रेस कोड जैसी प्रथाओं का किया विरोध

नई दिल्ली। देश के सबसे प्रतिष्ठित संस्थानों में से एक जवाहरलाल नेहरू विश्वविद्यालय में फीस वृद्धि और ड्रेस कोड जैसी पाबंदियों के विरोध में सैकड़ों छात्रों ने सोमवार को विश्वविद्यालय के बाहर जोरदार प्रदर्शन किया। प्रदर्शन कर रहे छात्र अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआईसीटीई) की तरफ आगे बढ़ने चाहते थे। लेकिन गेटों पर बैरियर लगा दिए गए हैं। उप राष्ट्रपति वेकैंया नायडू इस स्थान पर दीक्षांत समारोह को संबोधित कर रहे हैं।


छात्रों के प्रदर्शन को रोकने के लिए भारी संख्या में सीआरपीएफ और दिल्ली पुलिस के जवानों को तैनात किया गया है। छात्रों की मांग है कि हॉस्टल में कोई सर्विस चार्ज ना लगाया जाए, छात्र हॉस्टल में ड्रेस कोड लागू करने हॉस्टल में आने-जाने के टाइम की पाबंदी को खत्म करने की भी मांग कर रहे हैं।


जेएनयू के सैकड़ों छात्रों ने फ्रीडम स्क्वायर से एआईसीटीई सभागार तक 'बड़े पैमाने पर फीस वृद्धि' के खिलाफ बैनर के साथ मार्च निकाला। एक प्रदर्शनकारी छात्र ने कहा कि हम पिछले 15 दिनों से हम फीस वृद्धि का विरोध कर रहे हैं। कम से कम 40 फीसदी छात्र गरीब परिवार से आते हैं, वो छात्र यहां कैसे पढ़ेंगे? एक अन्य छात्र ने कहा कि विश्वविद्यालय को सब्सिडी दी जाती है ताकि गरीब भी यहां पढ़ सकें. “एक गरीब छात्र यहां कैसे पढ़ सकेगा, अगर छात्रावास की फीस 6 से 7 हजार से अधिक होगी।


छात्रों ने बताया कि सुबह शुरु हुआ यह प्रदर्शन छात्रावास के मैनुअल के विरोध के अलावा पार्थ सारथी रॉक्स में प्रवेश पर प्रशासन की पाबंदी और छात्र संघ के कार्यालय को बंद करने के प्रयास के विरोध में हो रहे प्रदर्शनों का ही हिस्सा है।


रेलवे के खिलाफ 141वें दिन आंदोलन जारी

सन्दीप मिश्र


रायबरेली। रेलवे के निजीकरण के विरोध में कर्मचारी नेता आदर्श सिंह बघेल ने बताया कि आज एमसीएफ में निगमीकरण के खिलाफ आंदोलन का 141 वा दिन लगातार जारी है। ज्ञात रहे कि निगमीकरण के खिलाफ भारत की सभी प्रोडक्शन यूनिटों में संघर्ष जारी है। इसीक्रम में एमसीएफ में आज के आन्दोल में सुयक्त संघर्ष समिति के सचिव सुशील गुप्ता ने कहा कि यह आंदोलन रेलवे के इतिहास में सबसे बड़े आंदोलन के रूप में दर्ज होगा और निगमीकरण के खिलाफ हमारी जीत अवश्य होगी ।
वही कर्मचारी नेता ऋतुराज शुक्ला ने कहा कि अब हमें निर्णायक व बड़े संघर्ष की तैयारी करनी चाहिए हम किसी भी स्तर में बोर्ड के अधिकारी अगर एमसीएफ आते है तो जोरदार आंदोलन के साथ सपरिवार रेलवे बोर्ड के अधिकारियों के खिलाफ घेराव किया जाएगा ।
सयुक्त संघर्ष समिति के चैयरमैन नैब सिंह ने कहा अब हमें संघर्ष के दिनों की गिनती छोड़ देना चाहिए, क्योकि रेलवे बोर्ड के 100 दिनों के एक्शन प्लान को बीते हुए बहुत समय हो गया, अब हमें निर्णायक लड़ाई की ओर संघर्ष को बढ़ाना है, और जब तक जीत नही मिल जाती हैं, तबतक संघर्ष जारी रहेगा। इस मौके पर आदर्श बघेल, रामबरन वर्मा, मनोज ओझा,कुणाल, विनोद, प्रतीक गुप्ता, संजीव ,हितेश आदि उपस्थित रहे।


गैरकानूनी चेयरमैन अभी भी कार्यरत

राणा ओबराय
हरियाणा सरकार द्वारा तीन दर्जन से अधिक चेयरमैन के इस्तीफे लेने के बाद भी चेयरमैन पद पर बरकरार!

चण्डीगढ़। मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर द्वारा त्यागपत्र देने के बाद पुनः शपथ ली गई। संवैधानिक तौर पर मुख्यमंत्री द्वारा त्यागपत्र देने के बाद उनके द्वारा की गई, सभी नियुक्तियां रद्द हो जाती हैं। परंतु अभी तक हरियाणा के चेयरमैन व अन्य पदों पर बैठे लोग कार्य कर रहे हैं। इसलिए हरियाणा के राज्यपाल और मुख्य सचिव को इस पर संज्ञान लेना चाहिए। स्मरण रहे गत दिवस हरियाणा सरकार ने संज्ञान लेते हुए प्रदेश के लगभग 36 चेयरमैन और अन्य पदों पर बैठे लोगों से त्यागपत्र ले लिए थे। परन्तु आज भी खट्टर सरकार 1 के द्वारा नियुक्त चेयरमैन अपने पद पर ज्यों का त्यों कार्य कर रहे हैं! यदि मुख्यमंत्री उनको पद रखना चाहते है तो जरूर रखेंं। परन्तु बिना नई नियुक्ति पत्र के यथावर्त रखना गैर कानूनी माना जायेगा?


मंत्रिमंडल बंटवारे को लेकर पढ़ रही तकरार

राणा ओबराय
भाजपा व जेजेपी में मंत्रियों के बटवारे को लेकर हो रही है तकरार!


सीएम और डिप्टी सीएम में हो रही है मंत्रणा!
चंडीगढ़। हरियाणा की भाजपा-जेजेपी सरकार के विस्‍तार की हलचल तेज हो गई है। उपमुख्‍यमंत्री दुष्‍यंत चौटाला कैबिनेट के विस्‍तार को लेकर मुख्यमंत्री मनोहर लाल से मिलने उनके आवास पर पहुंचे हैं। बताया जा रहा है कि दुष्‍यंत चौटाला जेजेपी कोटे से बनाए जानेवाले मंत्रियों की सूची लेकर मुख्यमंत्री मनोहरलाल से मिलने पहुंचे हैं। जेजेपी कोटे के दोनों मंत्रियों के विभागों को लेकर भी चर्चा होनी है। संभावना है कि बुधवार को नए मंत्रियों को शपथ दिलाई जाएगी। वही बताया गया है कि हरियाणा की भाजपा-जेजेपी गठबंधन सरकार का नया मंत्रिमंडल छोटा होगा। मुख्यमंत्री मनोहर लाल के नेतृत्व वाली कैबिनेट में पहले चरण में छह से सात मंत्री बनाए जा सकते हैैं। चार मंत्री भाजपा कोटे के, दो जेजेपी और एक मंत्री निर्दलीय विधायकों में से बन सकते हैैं।


भ्रष्टाचार के दोषियों को सजा दिलाएंगे

बिलासपुर। नगर निगम बिलासपुर में टेंडर घोटाले का पर्दाफाश करने के लिए आरटीआई कार्यकर्ता सामने आ गया है। उन्होंने सूचना के अधिकार के तहत ठेकेदार द्वारा पेश सारे दस्तावेज की कापी मांगी है। उनका कहना है कि दस्तावेज हाथ लगते ही वे इस मामले को हाईकोर्ट में चुनौती देंगे और दोषियों को सजा दिलाएंगे।


बता दें कि नगर निगम प्रशासन ने जोन क्रमांक 4 (अब 6) में 18 निर्माण कार्य के लिए 19 सितंबर 2019 को एक टेंडर निकाला था। 14 अक्टूबर टेंडर भरने की अंतिम तिथि थी। टेंडर में वार्ड क्रमांक 42 स्थित सामुदायिक भवन की रिपेयरिंग और पेंटिंग की प्राक्कलन राशि 4 लाख रुपए और वार्ड क्रमांक 43 स्थित सामुदायिक भवन सीनियर क्लब की रिपेयरिंग पेंटिंग की प्राक्कलन राशि 4 लाख रुपए थी। दोनों कार्यों के लिए ठेकेदार जितेंद्र कुमार ठाकुर, मयंक गुप्ता और अनिल मजुमदार ने टेंडर भरा था। 15 अक्टूबर को टेंडर खोला गया, जिसमें सबसे कम रेट वाले ठेकेदार जितेंद्र कुमार ठाकुर को दोनों कार्यों का ठेका मिल गया।


ठेकेदार अनिल मजुमदार ने नगर निगम आयुक्त को सौंपे शिकायत पत्र में आरोप लगाया है कि जितेंद्र कुमार ने ई-पंजीयन के दस्तावेज में कूटरचना की है। जितेंद्र कुमार ने (www.pwd.cg.nic.in) में 4 अक्टूबर 2014 को ई-पंजीयन कराया था। यह ई-पंजीयन 5 साल के लिए वैध था। इस हिसाब से ई-पंजीयन की वैधता तिथि 3 अक्टूबर 2019 को समाप्त हो गई थी। यानी कि जिस दिन टेंडर खोला गया, उस दिन जितेंद्र कुमार के ई-पंजीयन की वैधता तिथि समाप्त हो गई थी। अनिल मजुमदार का आरोप है कि जितेंद्र कुमार ने वैधता तिथि दिखाने के लिए ई-पंजीयन की तारीख में छेड़छाड़ की है। मसलन, उन्होंने 4 अक्टूबर 2014 की जगह 4 अक्टूबर 2015 दर्ज कर कंप्यूटराइज्ड कापी जमा की। इस तरह से कूटरचना कर जितेंद्र कुमार ने टेंडर हथिया लिया। मजुमदार की शिकायत के बाद भी नगर निगम के अफसर मामले की जांच करने में आनाकानी कर रहे हैं।


आरटीआई कार्यकर्ता मामले को कोर्ट में देंगे चुनौती


बस्तर बंधु समाचार पत्र के बिलासपुर संभाग प्रमुख व आरटीआई कार्यकर्ता मोबिन फारुकी ने नगर निगम बिलासपुर के जनसूचना अधिकारी के पास आरटीआई के तहत एक आवेदन लगाया है, जिसमें उन्होंने ठेकेदार जितेंद्र कुमार द्वारा ठेका पाने के लिए जमा किए गए सारे दस्तावेज की सत्यापित प्रतिलिपि मांगी है। आरटीआई कार्यकर्ता फारुकी का कहना है कि ठेका देने में अफसर और ठेकेदार के बीच मिलीभगत की आशंका से इनकार नहीं किया जा सकता, क्योंकि जब ई-पंजीयन की अवधि खत्म हो गई थी तो उसे टेंडर कैसे मिल गया। दस्तावेज मिलने के बाद वे मामले को हाईकोर्ट जाएंगे, जहां नगर निगम बिलासपुर और ठेकेदार को पक्षकार बनाया जाएगा। उनका कहना है कि यदि ठेकेदार ने फर्जीवाड़ा किया होगा, उसका ई-पंजीयन निरस्त कराने की मांग की जाएगी। टेंडर घोटाले में अफसरों के हाथ रंगे होंगे तो ऐसे भ्रष्ट अफसरों को सजा दिलाने की मांग की जाएगी।


प्रचार-प्रसार के लिए जिला अध्यक्ष नियुक्त

अविनाश श्रीवास्तव 


गाजियाबाद। प्रधान मंत्री जन कल्याणकारी योजना प्रचार प्रसार अभियान के क्षेत्रीय अध्यक्ष सेवाराम मलिक के दुारा लोनी निवासी व वरिष्ठ समाजसेवी श्री देवेन्द्र ढाका को आदरणीय प्रदेश अध्यक्ष श्री शैलेश कुमार सिंह "शैलु" के निर्देश पर प्रधान मंत्री जन कल्याणकारी योजना प्रचार प्रसार अभियान का जिलाध्यक्ष गाजियाबाद मनोनीत किया गया।
इस अवसर पर क्षेत्रीय अध्यक्ष सेवाराम मलिक ने देवेन्द्र ढाका को मनोनयन पत्र सौंपते हुये, अपने विचार रखते हुये कहा कि उन्हें पूर्ण आशा व विश्वास है कि नवनियुक्त जिलाध्यक्ष श्री देवेन्द्र ढाका इस अभियान की नीति व उद्देश्यों का पालन करते हुये अभियान का विस्तार करेंगे एवं अभियान के कार्यो को सिद्ध करने मे अपना पूर्ण योगदान देंगे। 
इस अवसर पर सेवाराम मलिक ने नवनियुक्त जिलाध्यक्ष को शुभकामनाएं देते हुये उनके उज्जवल भविष्य की कामना की ।
इस अवसर पर नवनियुक्त जिलाध्यक्ष देवेन्द्र ढाका ने अपने विचार रखते हुये कहा कि वो आदरणीय प्रदेश अध्यक्ष व क्षेत्रीय अध्यक्ष के द्वारा दी गयी जिम्मेदारी का पूर्ण व शुद्ध अंत्:करण से निर्वहन करेंगे तथा जिस उद्देश्य को लेकर समिति का गठन किया गया है। उसको लेकर हमेशा अपनी जिम्मेदारी पूरी करेंगे। 
सरकार के द्वारा बनायी गयी प्रधान मंत्री जन कल्याणकारी योजना के प्रचार प्रसार के अभियान को गति देंगे तथा सरकार के द्वारा चलायी जा रही, विभिन्न जन कल्याणकारी योजनाओं का लाभ क्षेत्र के हर वर्ग व समाज को समान रूप से मिले इसको लेकर प्रयासरत रहेंगे । 
इस अवसर पर पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष मनोज धामा ,सभासद अमित तोमर, शिब्बन तोमर, सतेन्द्र पहलवान, योगेन्द्र भारदुाज आदि लोग उपस्थित रहे।


दो खालिस्तानी आतंकवादी किये गिरफ्तार

लुधियाना। पंजाब पुलिस ने ऑपरेशन चलाकर दो खालिस्तानी आतंकियों को गिरप्तार किया है। इन में से एक महिला है, जो कि लुधियाना में बतौर नर्स काम कर रही थी। वहीं दूसरी गिरफ्तारी पंजाब के गुरदासपुर से हुई है, यह आतंकी दुबई में बतौर ड्राइवर काम कर चुका है। बताया जा रहा है कि दोनों ही खालिस्तानी आतंकियों के निशाने पर कई  हिंदू नेता थे। इसके अलावा इनका मकसद पंजाब में फिर से आतंकी गतिविधियों को बढ़ाना है। इसके लिए इन्हें विदेश से फंड भी मिल रहे थे।


पुलिस से जुड़े सूत्रों का कहना है कि दोनों कई बड़ी हत्याओं की साजिश रच रहे थे। उनकी योजना कुछ हिंदूवादी नेताओं की हत्या करने की भी थी।गिरफ्तार किए गए आतंकियों की पहचान हो गई है। सुरिंदर कौर नाम की गिरफ्तार महिला फरीदकोट की रहने वाली है जो लुधियाना के एक निजी अस्पताल में बतौर नर्स काम करती थी। जबकि सुरिंदर कौर का पुरुष साथी की पहचान लखबीर सिंह के रूप में हुई है जो होशियारपुर का रहने वाला है और दुबई में बतौर ड्राइवर काम कर चुका है। पुलिस अफसरों का कहना है कि दोनों एक-दूसरे सोशल मीडिया के जरिए दोस्त बने थे और फेसबुक फ्रेंड थे। पंजाब पुलिस की साइबर क्राइम सेल इन दोनों पर पिछले महीने से ही नजर बनाए हुई थी।पकड़े गए सुरिंदर कौर और लखबीर सिंह को कोर्ट में पेश कर दिया गया जहां से उन्हें 2 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।


काॅरिडोर देखने पहुंच रही हजारों की संगत

डेरा बाबा नानक(लखवंत सिंह)। डेरा बाबा नानक में बनाए गए कॉरिडोर और टर्मिनल को देखने के लिए रोजाना हजारों की संख्या में संगत पहुंच रही है। इसके अलावा कॉरिडोर के माध्यम सेश्री करतारपुर साहिब के दर्शन करने के लिए रोजाना संगत जा रही है। भारतीय सीमा पर बनाए गए कॉरिडोर पर सुबह-शाम चहल पहल दिख रही है। जो संगत पाकिस्तान नहीं जा पर रहे है वे सीमा से ही श्री करतारपुर साहिब के दर्शन कर रहे है।कॉरिडोर पर चमकती सड़कें और झुलता भारतीय तिरंगा लोगों के आकर्षण का केंद्र है। संगत के चेहरे पर खुशी और उत्साह साफ देखा जा सकता है। गाजियाबाद, चंडीगढ़,संगरूर,मानसा, पटियाला, लुधियाना सहित कईस्थानों से गुरूद्वारा श्री करतारपुरसाहिब के दर्शन करने के लिए लोग काफी संख्या में पहुंच रहे है। भारत -पाकिस्तान सरहद के पास से हीगुरूद्वारा साहिब केदर्शन कर रहे है अपने आप को खुशकिस्मत बता रहे है। उनका कहना है कि उनका रजिस्ट्रेशन हो नहीं सका जिस कारण वश् करतारपुर साहिब नहीं जा पा रहे है। बीएसएफ के जवानों के बने पोस्टों के पास से ही संगत उंचे स्थान पर चढ़ कर पाकिस्तान की तरफ अपनी आंखों से गुरूद्वारा साहिब के दर्शन कर रहे है।


इस कॉरिडोर का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 9 नवंबर को किया था। कॉरिडोर और टर्मिनल के पास पहुंचे गाजियाबाद के मुखविंदर सिंह ने बताया कि वे तो परिवार सहित श्री करतारपुर साहिब के दर्शन करने की ख्वाहिश लेकर आए थे लेकिन रेजिस्ट्रेशन न होने के चलते वे जा नहीं पाए।


शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने करतारपुर कॉरिडोर का उद्घाटन किया था। कड़े सुरक्षा प्रबंधों के कारण लोग टर्मिनल और दर्शनी स्थल तक नहीं पहुंच पाए थे, लेकिन रविवार को संगत सीमा पर उमड़ पड़ी। मोहाली से आए अमर सिंह कहते हैं कि आज का दिन उनके जीवन का सबसे खुशी वाला है। उन्होंने सीमा पर आकर पहली बार अपने पूर्वजों की जन्मभूमि को इतने करीब से देखा है। विभाजन के बाद उनके पूर्वज भारत आ गए थे। कॉरिडोर खुलने से दोनों देशों के बीच भाईचारा बढ़ेगा। प्रोफेसर मनजीत सिंह कहते हैं कि करतारपुर कॉरिडोर भारत-पाक के बीच सिख कौम का ब्रिज है। 72 साल बाद लोग फिर पाकिस्तान की भूमि पर पैर रख पाएंगे। कॉरिडोर के पास उंची पहाड़ी से लोग निहार रहे गुरूद्वारा साहिब।


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लोगों के लिए 'पेयजल आपूर्ति' सुनिश्चित की जाएं  इकबाल अंसारी  चेन्नई। तमिलनाडु में गर्मी दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। इसे देखते हुए मु...