शनिवार, 9 नवंबर 2019

उत्तराखंड स्थापना दिवस की 19वीं वर्षगांठ

देहरादून। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने उत्तराखण्ड राज्य स्थापना दिवस की 19 वीं वर्षगांठ पर सभी प्रदेश वासियों को हार्दिक बधाई और शुभकामनाएं दी है। राज्य स्थापना दिवस की पूर्व संध्या पर जारी अपने संदेश में मुख्यमंत्री ने उत्तराखण्ड राज्य निर्माण के सभी अमर शहीदों और राज्य आंदोलनकारियों स्मरण करते हुए कहा कि नए भारत के निर्माण में उत्तराखण्ड महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। राज्य हित के हर वो काम अब मुमकिन हो रहे हैं जो कि दशकों से लटके हुए थे। ऐसा प्रदेश की महान जनता के आशीर्वाद, सरकार की मजबूत इच्छाशक्ति, प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी जी के उत्तराखण्ड के प्रति विशेष लगाव और केंद्र सरकार के सहयोग से सम्भव हुआ।


मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि राष्ट्रीय फलक पर उत्तराखण्ड ने अपनी खास पहचान बनाई है। पिछले ढाई वर्षों में तमाम क्षेत्रों में बेहतर प्रदर्शन के लिए राष्ट्रीय स्तर पर हमारे प्रयासों को सराहा गया है। हाल ही में नीति आयोग द्वारा जारी ''भारत नवाचार सूचकांक 2019'' में पूर्वोत्तर एवं पहाड़ी राज्यों की श्रेणी में उत्तराखण्ड को सर्वश्रेष्ठ तीन राज्यों में शामिल किया गया है। ''बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ'' अभियान में ऊधमसिंह नगर जिले को देश के सर्वश्रेष्ठ 10 जिलों में चुना गया। स्वच्छ भारत मिशन-ग्रामीण में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए उत्तराखंड को सात पुरस्कार प्राप्त हुए है। मार्च 2019 में केंद्र सरकार द्वारा उत्तराखंड को खाद्यान्न उत्पादन में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए कृषि कर्मण प्रशंसा पुरस्कार दिया गया। नदियों के पुनर्जनन, विकास व संरक्षण में भी राज्य को पहला राष्ट्रीय जल पुरस्कार 2018 मिला है। कोसी नदी पुनर्जनन अभियान के लिए अल्मोड़ा को उत्तर जोन में सर्वश्रेष्ठ जिले के रूप में चयनित किया गया।


फिल्म कॉन्क्लेव का रावत-ईरानी ने किया उद्घाटन

मसूरी। उत्तराखंड सरकार की पहल पर मसूरी में आयोजित फिल्म काँन्क्लेव का मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत और केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने उद्घाटन किया। इस मौके पर बॉलीवुड से जुङी कई हस्तियों ने कार्यक्रम में शिरकत की। इस मौके पर कई छोटी लघु फिल्मों को भी दिखाया गया। साथ ही मुख्यमंत्री ने बॉलीवुड और आंचलिक फिल्मों के निर्माता–निर्देशकों से उत्तराखंड में फिल्म शुटिंग करने का आह्वान किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि फिल्म निर्माण के क्षेत्र में रोजगार की अपार संभावनाएँ है। उन्होंने कहा कि फिल्म काँन्क्लेव में कई निर्माता निर्देशक आये है। उनके सुझाव पर सरकार गंभीरता से विचार करेगी और फिल्म निर्माण के लिए अनुकूल माहौल प्रदेश में बनाया जायेगा। वहीं केन्द्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ने कहा कि सीएम के नेतृत्व में प्रदेश में फिल्म निर्माण के क्षेत्र में सरकार विशेष प्रयास करेगी। फिल्म काँन्क्लेव में जाने माने फिल्म निर्माता –निर्देशक तिग्माशू धुलिया ,विशाल भारदवाज सहित कई कलाकार भी पहुंचे थे और सरकार के सामने कई सुझाव दिए।


वहीं राज्य स्थापना सप्ताह के तहत मसूरी में आयोजित फिल्म कान्क्लेव में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने हिन्दी, गढ़वाली एवं कुमांऊनी फिल्मों को अनुदान राशि के रूप में चेक वितरित किये। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने गढ़वाली फिल्म हैलो यूके के निर्माता मनीष वर्मा, बौडिगी गंगा के निर्माता अनिरूद्ध गुप्ता, भुली ए भुली के निर्माता ज्योति खन्ना, कुमाऊंनी फिल्म गोपी भिना की निर्माता मीनाक्षी भट्ट व उत्तराखण्ड में फिल्मायी गई हिन्दी फिल्म साइलेंट हिरोज के निर्माता कमल वीरानी/ महेश भट्ट को अनुदान राशि के चेक भेंट किये। मनीष वर्मा के प्रतिनिधि के तौर पर आर.के.वर्मा और प्रदीप भण्डारी ने चेक प्राप्त किया।


इस अवसर पर मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि फ़िल्म कॉन्क्लेव में जो भी सुझाव प्राप्त हुए हैं, उन पर शीघ्र अमल किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में कंटेंट क्रियेशन वर्किंग ग्रुप का गठन किया जाएगा। फ़िल्म सिटी स्थापना की दिशा में ठोस कदम उठाए जा रहे हैं। प्रशिक्षण संस्थान की स्थापना की दिशा में भी विचार किया जा रहा है। राज्य में फ़िल्म नीति को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र ने कहा कि एक फिल्म डायरेक्टरी का भी प्रकाशन किया जायेगा, जिसमें टैक्नीशियन, कलाकार तथा लोकेशन आदि के सम्बन्ध में जानकारी मिल सकेगी। जिससे फिल्म निर्माताओं को राज्य में उपलब्ध संसाधनों के विषय में जानकारी प्राप्त हो सकेगी। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कार्यक्रम में आये फिल्म निर्माता व निर्देशकों को भी सम्मानित किया।


शांति-व्यवस्था बनाए रखने के लिए,कड़ी मशक्कत

अयोध्या के संबंध में आने वाले माननीय सर्वोच्च न्यायालय के निर्णय के उपरांत जनपद में शांति व्यवस्था एवं आपसी सौहार्द बनाने के संबंध में चौतरफा कार्यवाही। थानाध्यक्षों के द्वारा चलाया गया असामाजिक तत्वों के विरुद्ध अभियान सभी को किया गया सचेत


गौतमबुध नगर। नोएडा एक्सप्रेसवे थाना क्षेत्र में आने वाले सभी धार्मिक स्थलों व लोगों की सुरक्षा हेतु कोतवाल  भुवनेश कुमार गौतम के नेतृत्व में  चौकी प्रभारी सेक्टर 126 अंकुर चौधरी, 127 हरवीर सिंह चहार, और विश टाउन चौकी प्रभारी रणजीत सिंह ने अपनी टीमों के साथ पूरे क्षेत्र में मोर्चा संभाले हुए हैं। सेक्टर 127 चौकी प्रभारी हरवीर सिंह चहार ने शरारती व असमाजिक तत्व को साफ चेतावनी दी गई कि अफवाह फैलाने वाले और जो शांति व्यवस्था को खराब करेगा। उसको उसी की भाषा में समझाया जाएगा और नहीं समझने पर सख्त से सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी।


सेक्टर 126 चौकी प्रभारी अंकुर चौधरी ने भी सभी ऐसे शरारती व उपद्रवी तत्वों को चेताया कि जिसने भी माहौल को खराब करने की कोशिश की। उसके साथ कोई रियात नहीं बरती जाएगी। उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी। वहीं चौकी प्रभारी विश टाउन रंजीत सिंह ने बताया कि शांति भंग करने वाले लोगों को नहीं बख्शा जाएगा। ऐसे लोगों के मेरे मन में कोई दरियादिली नहीं है। उनके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगीी।


जैसे ही अयोध्या राम मंदिर मामले में आज फैसला आने की कल रात सूचना मिली तभी से कोतवाल भुवनेश कुमार गौतम के नेतृत्व में तीनों चौकी प्रभारी एक्सप्रेसवे थाना क्षेत्र में चप्पे-चप्पे पर नजर बनाए हुए हैं। जिससे कि क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनी रहे, और क्षेत्र में लगातार घूम कर और समाजिक व अच्छे लोगों की टीमें बनाकर क्षेत्र में छोड़ी हुई है। ताकि क्षेत्र में अफवाह फैलाने वाले और शरारती तत्व चिन्हित हो सके, जिससे पूरे क्षेत्र में शांति व्यवस्था आगे भी बनी रहे।


तीर्थ नगरी गढ़गंगा का प्रशासनिक निरीक्षण

हापुड़। जनपद हापुड़ की तीर्थ नगरी गढ़ गंगा बृजघाट मेले पर अधिकारियों ने किया औचक निरीक्षण। आपको बता दें जनपद हापुड़ की तीर्थ नगरी गढ़ गंगा मेले का अधिकारियों ने लिया जायजा। पुलिस महानिरीक्षक मेरठ परिक्षेत्र मेरठ व पुलिस अधीक्षक हापुड़ द्वारा आज गढ़ गंगा कार्तिक पूर्णिमा मेले का सुरक्षा शांति एवं कानून व्यवस्था का जायजा लिया।


अधिकारियों को क्षेत्र में शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए निर्देश दिए और लोगों से भी शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए अपील की। वहीं लोगों ने भी प्रशासन का पूर्ण रूप से सहयोग करने के लिए पूरा आश्वासन दिया, अधिकारियों ने शांति व्यवस्था बनाए रखने के लिए लोगों को दिया धन्यवाद।


प्रविन कुमार


अनियंत्रित स्कूल बस पलटी,12 छात्र घायल

राजस्थान। बहरोड़ क्षेत्र के गांव दुघेड़ा में शनिवार को एक स्कूल बस अनियंत्रित होकर पांच फीट गहरे उतर गई तथा एक खेत में जाकर पलट गई। वहां मौजूद ग्रामीणों ने बस के शीशे तोड़कर बच्चों को निकला। हादसे में करीब 12 बच्चे घायल हुए हैं जिनमें से पांच को ज्यादा चोट आई है। ग्रामीणों के अनुसार बस का ड्राइवर शराब पीए हुआ था। प्राप्त जानकारी के अनुसार गांव दुघेड़ा में यूनिक स्कूल की बस बच्चों को लेकर जा रही थी। बस में करीब 22 स्टूडेंट सवार थे। रास्ते में बस अनियंत्रित होकर कच्चे रास्ते से करीब 5 फीट गहरे खेत में जा कर पलट गई। हादसे से घबराए बच्चे घबरा गए तथा रोने-चीखने लगे। वहां मौजूद ग्रामीण मदद को आए। उन्होंने और लोगों को बुलाया तथा बस के शीशे तोड़कर बच्चों को बस से निकाला। सूचूना पर पुलिस भी वहां पहुंच गई। ग्रामीणों ने पुलिस व स्कूल प्रबंधन को सूचना दी। स्कूल प्रबंधन ने एंबुलेंस के बजाए बस को सीधा करने के लिए क्रेन भेज दी। वहीं बस में सवार बच्चों के घर दो से पांच किमी की दूर पर ही थे। हादसे का पता चलते ही परिजन मौके पर पहुंच गए तथा बच्चों को अपने स्तर पर ही वहां से ले गए। हादसे के करीब दो घंटे बाद स्कूल प्रबंधन मौके पर पहुंचा जिससे ग्रामीण नाराज हो गए। इसको लेकर ग्रामीणों ने स्कूल प्रबंधन को खरी-खोटी सुनाई। ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि हादसे के समय ड्राइवर नशे में था। साथ ही उन्हें बस में से शराब के पव्वे व बोतलें, पानी की बोतलें, नमकीन के पाउच मिले। वहीं विद्यार्थियों ने कहा कि “चालक अंकल” की वजह से यह हादसा हुआ है। हादसे में करीब एक दर्जन बच्चे घायल हुए। बच्चों को अंदरूनी चोटें आई हैं। परिजन अपने स्तर पर बच्चों को अस्पताल लेकर पहुंचे। परिजनों ने ड्राइवर की लापरवाही तथा स्कूल प्रबंधन के मामले को गंभीरता से नहीं लेने पर नाराजगी जताई।


रिपोर्ट:-योगेश शर्मा


यूपी: 5 आईएएस,1पीसीएस का तबादला

लखनऊ। भविष्य निधि घोटाले में उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन लिमिटेड (UPPCL) की एमडी को हटाए जाने के बाद राज्य सरकार ने अब प्रमुख सचिव ऊर्जा व अध्यक्ष यूपीपीसीएल आलोक कुमार को भी हटा दिया है। कारपोरेशन के अध्यक्ष होने के नाते आलोक को भी घोटाले के लिए जिम्मेदार मानते हुए बिजलीकर्मियों द्वारा आंदोलन किया जा रहा था। घोटाले को लेकर विपक्षी पार्टियां भी सरकार पर लगातार दबाव बनाए हुए हैं।


आलोक कुमार को हटाए जाने के साथ ही शुक्रवार को शासन ने एक पीसीएस और चार अन्य आइएएस अफसरों के कार्यक्षेत्र में भी बदलाव किया। आलोक कुमार को अब अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास का प्रमुख सचिव बनाया गया है। अरविंद कुमार को प्रमुख सचिव ऊर्जा और अध्यक्ष पावर कारपोरेशन का दायित्व सौंपा गया है। उधर, अयोध्या मंडल में आइएएस अफसर महेंद्र प्रसाद अग्रवाल को विशेष कार्याधिकारी के पद पर भेजा गया है। संकेत है कि 30 नवंबर को सेवानिवृत्त हो रहे अयोध्या के कमिश्नर मनोज मिश्र के स्थान पर उन्हें तैनाती दी जाएगी।


नाम – वर्तमान – नवीन तैनाती


1. अरविंद कुमार – प्रमुख सचिव, परिवहन – प्रमुख सचिव, ऊर्जा, अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत, अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन व अध्यक्ष जल विद्युत निगम।


2. आलोक कुमार – प्रमुख सचिव, ऊर्जा, अतिरिक्त ऊर्जा स्रोत, अध्यक्ष, उत्तर प्रदेश पावर कारपोरेशन व अध्यक्ष जल विद्युत निगम – प्रमुख सचिव, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास, प्रमुख सचिव एनआरआइ, प्रमुख सचिव, सार्वजनिक उद्यम एवं महानिदेशक सार्वजनिक उद्यम ब्यूरो।


3. राजेश कुमार सिंह – प्रमुख सचिव, अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास, प्रमुख सचिव एनआरआइ, प्रमुख सचिव, सार्वजनिक उद्यम एवं महानिदेशक सार्वजनिक उद्यम ब्यूरो – प्रमुख सचिव, परिवहन विभाग।


4. अबरार अहमद – सचिव, भूसंपदा विनियामक प्राधिकरण (रेरा) – विशेष सचिव, नमामि गंगे तथा ग्रामीण जलापूर्ति विभाग, मिशन निदेशक, नमामि गंगे।


5. महेंद्र प्रसाद अग्रवाल – सचिव अवस्थापना एवं औद्योगिक विकास विभाग, एमडी, पिकप एवं सीइओ लीडा, लखनऊ – विशेष कार्याधिकारी, अयोध्या मंडल।


एक पीसीएस अफसर का तबादला


1. अजय कुमार अवस्थी – अपर आयुक्त, वाराणसी – सचिव, भूसंपदा विनियामक प्राधिकरण (रेरा)।


सौहार्द और बंधुत्व बनाए रखने का समय

नई दिल्ली। अयोध्या जमीन विवाद पर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने अयोध्या मुद्दे पर अपना फैसला सुना दिया है। कोर्ट के इस फैसले का सम्मान करते हुए हम सब को आपसी सद्भाव बनाए रखना है। ये वक्त हम सभी भारतीयों के बीच बन्धुत्व,विश्वास और प्रेम का प्रतीक है।


बता दें कि सुप्रीम कोर्ट में अयोध्या मामले में 9 नवंबर को ऐतिहासिक फैसला सुनाया गया। फैसले में विवादित जमीन पर राम लला विराजमान का हक माना गया है। इसको लेकर कोर्ट ने तीन महीने में मंदिर निर्माण के लिए ट्रस्ट बनाने के लिए कहा है। वहीं, कोर्ट ने मुस्लिम पक्ष को 5 एकड़ वैकल्पिक जगह देने का आदेश दिया है।


बता दें कि अयोध्या मामले में पांच जजों की संवैधानिक बेंच ने फैसला सुनाया। इसकी अध्यक्षता चीफ जस्टिस रंजन गोगोई ने की। इस बेंच में जस्टिस एसए बोबडे जस्टिस अशोक भूषण, जस्टिस एस अब्दुल नजीर और डीवाई चंद्रचूड़ शामिल रहे।


पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला  इकबाल अंसारी  चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पं...