मंगलवार, 5 नवंबर 2019

भारत आरसीईपी व्यापार समझौते से अलग

नई दिल्ली! भारत ने सोमवार को रीजनल कॉम्प्रिहेंसिव इकोनॉमिक पार्टनरशिप (RCEP) समझौते में शामिल होने से इनकार कर दिया है! भारत ने निर्णय लिया कि वह 16 देशों के आरसीईपी व्यापार समझौते का हिस्सा नहीं बनेगा! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के इस फैसले का केंद्रीय गृहमंत्री और बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह ने स्वागत किया और पूर्ववर्ती कांग्रेस सरकार पर हमला बोला! वहीं कांग्रेस ने कहा कि उसके दबाव में नरेंद्र मोदी सरकार को यह फैसला लेना पड़ा!


अमित शाह ने आरसीईपी में शामिल न होने के फैसले पर सिलसिलेवार ट्वीट किए! उन्होंने ट्वीट में लिखा, 'भारत के आरसीईपी में शामिल न होने का फैसला प्रधानमंत्री मोदी के मजबूत नेतृत्व और सभी परिस्थितियों में राष्ट्रीय हित सुनिश्चित करने का संकल्प दिखाता है! इससे किसानों, सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्योग, डेयरी मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर, फार्मास्युटिकल, स्टील और कैमिकल इंडस्ट्रीज को समर्थन मिलेगा'!


उन्होंने अगले ट्वीट में लिखा, 'पिछले कई वर्षों में पीएम मोदी का यह स्टैंड रहा है कि वह ऐसी डील के लिए हामी नहीं भरते, जिसमें राष्ट्रहित न हो! यह अतीत को छोड़कर आगे बढ़ने की तरह है, जहां कमजोर यूपीए सरकार ने व्यापार के लिए जमीन खो दिया और राष्ट्रहित की रक्षा भी नहीं की!' दूसरी ओर कांग्रेस ने कहा कि मोदी सरकार ने उसके दबाव में आकर यह फैसला वापस लिया! कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने ट्वीट कर लिखा, भाजपा सरकार जबरन आरसीईपी समझौते पर दस्तखत कर देश के किसानों, मछुआरों, लघु व मध्यम उद्योगों के हितों की बली दे रही थी! आज अमित शाह अपनी झूठी पीठ थपथपा रहे हैं तो उन्हें सनद रहे कि कांग्रेस के विरोध के चलते सरकार को यह फैसला वापस लेना पड़ा!


गौरतलब है कि आरसीईपी में शामिल नहीं होने के फैसले पर भारत ने कहा कि वह सभी क्षेत्रों में वैश्विक प्रतिस्पर्धा के दरवाजे खोलने से भाग नहीं रहा है, लेकिन उसने एक परिणाम के लिए एक जोरदार तर्क पेश किया, जो सभी देशों और सभी सेक्टरों के अनुकूल है! सूत्रों के अनुसार, आरसीईपी शिखर सम्मेलन में अपने भाषण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा, 'इस समझौते का मौजूदा स्वरूप RCEP की बुनियादी भावना और मान्य मार्गदर्शक सिद्धांतों को पूरी तरह जाहिर नहीं करता है! यह मौजूदा परिस्थिति में भारत के दीर्घकालिक मुद्दों और चिंताओं का संतोषजनक रूप से समाधान भी पेश नहीं करता!


जल्दबाजी में निर्णय न ले: मकर

राशिफल


मेष-योजना फलीभूत होगी। तत्काल लाभ नहीं मिलेगा। उत्साह व प्रसन्नता में वृद्धि होगी। नौकरी में अमन-चैन रहेगा। ऐश्वर्य के साधनों पर बड़ा खर्च हो सकता है। नए व्यापारिक अनुबंध होंगे। निवेश शुभ रहेगा। कारोबार में वृद्धि होगी। परिवार में खुशी का वातावरण रहेगा।


वृष-किसी प्रभावशाली व्यक्ति से संपर्क बनेगा। कानूनी अड़चन दूर होगी। किसी बड़ी समस्या से निजात मिल सकती है। तंत्र-मंत्र में रुचि रहेगी। पराक्रम व प्रतिष्ठा में वृद्धि होगी। कारोबार मनोनुकूल चलेगा। नौकरी में प्रभाव क्षेत्र बढ़ेगा। घर-बाहर प्रसन्नता रहेगी।


मिथुन-स्वास्थ्य पर खर्च होगा। लापरवाही न करें। कार्य करते समय चोट लग सकती है। गृहिणियां विशेष ध्यान रखें। जल्दबाजी से बचें। अकारण विवाद हो सकता है। क्रोध व उत्तेजना पर नियंत्रण रखें। धनहानि की आशंका है। व्यापार व्यवसाय ठीक चलेगा।


कर्क-कानूनी अड़चन दूर होगी। जीवनसाथी के इच्छुक लोगों को जीवनसाथी मिलने के योग हैं। व्यापार-व्यवसाय लाभदायक रहेगा। निवेशादि सोच-समझकर करें। बाहर लंबी यात्रा की योजना बन सकती है। जीवन सुखमय गुजरेगा। उत्साह व प्रसन्नता रहेंगे। प्रमाद न करें।


सिंह-संपत्ति के बड़े सौदे बड़ा लाभ दे सकते हैं। उन्नति के मार्ग प्रशस्त होंगे। रोजगार में वृद्धि होगी। पार्टनरों का सहयोग प्राप्त होगा। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता प्राप्त होगी। धन प्राप्ति सुगम होगी। घर-बाहर प्रसन्नता का वातावरण निर्मित होगा। प्रमाद से बचें।


कन्या-शैक्षणिक व शोध इत्यादि रचनात्मक कार्य के परिणाम सुखद मिलेंगे। किसी मांगलिक व आनंदोत्सव में भाग लेने का अवसर प्राप्त होगा। स्वादिष्ट व्यंजनों का आनंद मिलेगा। व्यापार-व्यवसाय मनोनुकूल चलेगा। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। यात्रा मनोरंजक रहेगी।


तुला-स्वास्थ्य का ध्यान रखें। विवाद को बढ़ावा न दें। वाणी में हंसी-मजाक समय व स्थिति को देखकर करें।  मेहनत अधिक होगी। लाभ में कमी रह सकती है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। फालतू बातों पर ध्यान न दें। व्यापार ठीक चलेगा।


वृश्चिक-काम पर पूरा ध्यान दे पाएंगे। थोड़े प्रयास से ही कार्यसिद्धि होगी। सामाजिक मान-सम्मान प्राप्त होगा। कारोबार में मनोनुकूल लाभ होगा। शेयर मार्केट व म्युचुअल फंड इत्यादि से लाभ होगा। लंबी व्यावसायिक यात्रा की योजना बन सकती है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें।


धनु-दूर से अच्छे समाचार प्राप्त होंगे। घर में मेहमानों का आगमन होगा। विवाद से बचें। क्रोध न करें। कोई बड़ा काम तथा लंबी यात्रा की योजना बनेगी। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। पुराने विवादों का समापन होगा। उत्साह व प्रसन्नता की वृद्धि होगी। व्यापार निवेश व नौकरी मनोनुकूल रहेंगे।


मकर-नवीन वस्त्राभूषण पर व्यय होगा। बेरोजगारी दूर होगी। परीक्षा व साक्षात्कार आदि में सफलता मिलेगी। व्यापार निवेश व नौकरी मनोनुकूल लाभ देंगे। लंबी यात्रा हो सकती है। जोखिम व जमानत के कार्य टालें। जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें। पारिवारिक सहयोग मिलेगा। प्रसन्नता बनी रहेगी।


कुंभ-कुसंगति से हानि होगी। व्ययवृद्धि होगी। आर्थिक परेशानी रहेगी। स्वास्थ्य कमजोर रहेगा। लापरवाही न करें। किसी व्यक्ति के व्यवहार से आत्मसम्मान कम हो सकता है। कीमती वस्तुएं संभालकर रखें। लेन-देन में जल्दबाजी न करें। जोखिम न लें।


मीन-डूबी हुई रकम प्राप्ति की संभावना बनती है। यात्रा लाभदायक रहेगी। नौकरी में उच्चाधिकारी प्रसन्न रहेंगे। निवेश शुभ रहेगा। कारोबार में वृद्धि संभव है। लाभ के अवसर हाथ आएंगे। बुद्धि के कार्य करें। घर-बाहर पूछ-परख रहेगी। रुके काम पूरे होंगे। प्रमाद न करें।


भाषा प्रभावित करने वाली 'फारसी'

फारसी भाषा

"फ़ारसी" यहाँ पुनर्निर्देश करता है। अन्य उपयोगों के लिए, फ़ारसी (बहुविकल्पी) देखें ।
फ़ारसी ( / ( p ʒr ʒ , n , - - ʃn / ), जिसे इसके अंतिम नाम फारसी ( فارسی , फरसी ) से भी जाना जाता है, [f [siɒːɾˈ] ( इस ध्वनि के बारे में सुनो ) ), एक पश्चिमी ईरानी भाषा है जो भारत-ईरानी उप- भाषा की ईरानी शाखा के ईरानी शाखा से संबंधित है। यह मुख्य रूप से ईरान , अफगानिस्तान और ताजिकिस्तान के भीतर आधिकारिक तौर पर बोली जाने वाली और तीन परस्पर समझदार मानक किस्मों में इस्तेमाल की जाने वाली एक बहुल भाषा है , जिसका नाम ईरानी फ़ारसी , दारी फ़ारसी (आधिकारिक तौर पर 1958 से दारी नाम) और ताज़िकी फारसी (आधिकारिक तौर पर सोवियत काल से ताजिक नाम है। )। यह उज्बेकिस्तान के भीतर एक महत्वपूर्ण आबादी द्वारा ताजिक किस्म में भी बोली जाती है, साथ ही अन्य क्षेत्रों के भीतर ग्रेटर ईरान के सांस्कृतिक क्षेत्र में एक फ़ारसी इतिहास के साथ। यह आधिकारिक तौर पर ईरान और अफगानिस्तान के भीतर फारसी वर्णमाला , अरबी लिपि की व्युत्पत्ति और ताजिकिस्तान के भीतर साइरिलिक की व्युत्पत्ति ताजिकिस्तान के भीतर लिखा गया है।


फ़ारसी
फारसी बोलने वालों की महत्वपूर्ण संख्या वाले क्षेत्र (बोलियों सहित)
ईरान, अफगानिस्तान और ताजिकिस्तान। 
  जिन देशों में फारसी एक आधिकारिक भाषा है
इस लेख में IPA ध्वन्यात्मक प्रतीक हैं। उचित रेंडरिंग समर्थन के बिना, आप यूनिकोड वर्णों के बजाय प्रश्न चिह्न, बॉक्स या अन्य प्रतीकों को देख सकते हैं। IPA प्रतीकों पर एक परिचयात्मक गाइड के लिए, सहायता देखें : IPA ।
इस लेख में फारसी पाठ शामिल है । उचित रेंडरिंग समर्थन के बिना, आप प्रश्न चिह्न, बॉक्स या अन्य प्रतीक देख सकते हैं।
फ़ारसी भाषा मध्य फ़ारसी की एक निरंतरता है, जो सासैनियन साम्राज्य की आधिकारिक धार्मिक और साहित्यिक भाषा है (224–651 CE), जो कि पुराने फ़ारसी की एक निरंतरता है, जिसका उपयोग अचमेनिद साम्राज्य (550–330 ईसा पूर्व) में किया गया था। इसकी उत्पत्ति दक्षिण-पश्चिमी ईरान के फ़ार्स ( फारस ) क्षेत्र में हुई। इसका व्याकरण कई यूरोपीय भाषाओं के समान है।


पूरे इतिहास में, फारसी एक प्रतिष्ठित सांस्कृतिक भाषा रही है जिसका उपयोग पश्चिमी एशिया , मध्य एशिया और दक्षिण एशिया में विभिन्न साम्राज्यों द्वारा किया जाता है। पुरानी फ़ारसी लिखित रचनाएँ ६ वीं और ४ वीं शताब्दी ईसा पूर्व के बीच के कई शिलालेखों पर पुरानी फ़ारसी क्यूनिफ़ॉर्म में दर्ज हैं , और मध्य फ़ारसी साहित्य पार्थियन के समय से शिलालेखों में अरामाइक- लिपिड लिपियों ( पाहलवी और मनिचैयन ) में शिलालेखों में शामिल है । साम्राज्य और पुस्तकों में तीसरी से 10 वीं शताब्दी ईस्वी के बीच जोरोस्ट्रियन और मनिचैन शास्त्रों में केंद्रित है। 9 वीं शताब्दी के अपने शुरुआती अभिलेखों के साथ ईरान की अरब विजय के बाद से नए फ़ारसी साहित्य का विकास शुरू हुआ, तब से अरबी लिपि को अपनाया गया। फारसी कविता मुस्लिम भाषा में अरबी भाषा के एकाधिकार से टूटने वाली पहली भाषा थी, फारसी कविता के लेखन के साथ कई पूर्वी अदालतों में अदालती परंपरा के रूप में विकसित हुई। मध्ययुगीन फ़ारसी साहित्य की कुछ प्रसिद्ध रचनाएँ फ़िरदौसी का शाहनाम , रूमी का काम, उमर ख़य्याम की रुबाईत , निज़ामी गंजवी का पंज गंज , हाफ़िज़ का दीवान , निशापुर के अत्तार द्वारा पक्षियों का सम्मेलन। , और सादी शिराज़ी द्वारा गुलिस्तान और बुस्तान के मिसकैलानिया ।


फ़ारसी ने अपनी पड़ोसी भाषाओं पर काफी प्रभाव छोड़ा है, जिसमें अन्य ईरानी भाषाएं, तुर्क भाषाएं , अर्मेनियाई , जॉर्जियाई और इंडो-आर्यन भाषाएँ (विशेष रूप से उर्दू ) शामिल हैं। इसने मध्ययुगीन अरब शासन के तहत कुछ शब्दावली उधार लेते हुए अरबी, विशेष रूप से बहरानी अरबी , पर कुछ प्रभाव डाला।


दुनिया भर में लगभग 110 मिलियन फारसी बोलने वाले लोग हैं, जिनमें फारसियन , ताजिक , हज़ारस , कोकेशियान टाट्स और एइमक्स शामिल हैं । फारसोफोन शब्द का उपयोग फ़ारसी के एक वक्ता को संदर्भित करने के लिए भी किया जा सकता है।


कम वर्षा अथवा खाध अभाव

अकाल भोजन का एक व्यापक अभाव है जो किसी भी पशुवर्गीय प्रजाति पर लागू हो सकता है। इस घटना के साथ या इसके बाद आम तौर पर क्षेत्रीय कुपोषण, भुखमरी, महामारी और मृत्यु दर में वृद्धि हो जाती है। जब किसी क्षेत्र में लम्बे समय तक (कई महीने या कई वर्ष तक) वर्षा कम होती है या नहीं होती है तो इसे सूखा या अकाल कहा जाता है। सूखे के कारण प्रभावित क्षेत्र की कृषि एवं वहाँ के पर्यावरण पर अत्यन्त प्रतिकूल प्रभाव पड़ता है। इससे स्थानीय अर्थव्यवस्था डगमगा जाती है। इतिहास में कुछ अकाल बहुत ही कुख्यात रहे हैं जिसमें करोंड़ों लोगों की जाने गयीं हैं।


अकाल राहत के आपातकालीन उपायों में मुख्य रूप से क्षतिपूरक सूक्ष्म पोषक तत्व जैसे कि विटामिन और खनिज पदार्थ देना शामिल है जिन्हें फोर्टीफाइड शैसे पाउडरों के माध्यम से या सीधे तौर पर पूरकों के जरिये दिया जाता है।सहायता समूहों ने दाता देशों से खाद्य पदार्थ खरीदने की बजाय स्थानीय किसानों को भुगतान के लिए नगद राशि देना या भूखों को नगद वाउचर देने पर आधारित अकाल राहत मॉडल का प्रयोग करना शुरू कर दिया है क्योंकि दाता देश स्थानीय खाद्य पदार्थ बाजारों को नुकसान पहुंचाते हैं।


लंबी अवधि के उपायों में शामिल हैं आधुनिक कृषि तकनीकों जैसे कि उर्वरक और सिंचाई में निवेश, जिसने विकसित दुनिया में भुखमरी को काफी हद तक मिटा दिया है।[4] विश्व बैंक की बाध्यताएं किसानों के लिए सरकारी अनुदानों को सीमित करते हैं और उर्वरकों के अधिक से अधिक उपयोग के अनापेक्षित परिणामों: जल आपूर्तियों और आवास पर प्रतिकूल प्रभावों के कारण कुछ पर्यावरण समूहों द्वारा इसका विरोध किया जाता है।


सभ्यता-संस्कृति का आधार 'संगीत'

भारतीय संगीत
भारतीय संगीत का जन्म वेद के उच्चारण में देखा जा सकता है। संगीत का सबसे प्राचीनतम ग्रन्थ भरत मुनि का नाट्‍यशास्त्र है। अन्य ग्रन्थ हैं : बृहद्‌देशी, दत्तिलम्‌, संगीतरत्नाकर।


संगीत एवं आध्यात्म भारतीय संस्कृति का सुदृढ़ आधार है। भारतीय संस्कृति आध्यात्म प्रधान मानी जाती रही है। संगीत से आध्यात्म तथा मोक्ष की प्रप्ति के साथ भारतीय संगीत के प्राण भूत तत्व रागों के द्वारा मनः शांति, योग ध्यान, मानसिक रोगों की चिकित्सा आदि विशेष लाभ प्राप्त होते है। प्राचीन समय से मानव संगीत की आध्यात्मिक एवं मोहक शक्ति से प्रभावित होता आया है। प्राचीन मनीषियों ने सृष्टि की उत्पत्ति नाद से मानी है। ब्रह्माण्ड के सम्पूर्ण जड़-चेतन में नाद व्याप्त है, इसी कारण इसे "नाद-ब्रह्म” भी कहते हैं।


अनादिनिधनं ब्रह्म शब्दतवायदक्षरम् ।
विवर्तते अर्थभावेन प्रक्रिया जगतोयतः॥
अर्थात् शब्द रूपी ब्रह्म अनादि, विनाश रहित और अक्षर है तथा उसकी विवर्त प्रक्रिया से ही यह जगत भासित होता है। इस प्रकार सम्पूर्ण संसार अप्रत्यक्ष रूप से संगीतमय हैं। संगीत एक ईश्वरीय वाणी है। अतः यह ब्रह्म रूप ही हैं । संगीत आनन्द का अविर्भाव है तथा आनन्द ईश्वर का स्वरूप है। संगीत के माध्यम से ही ईश्वर को प्राप्त किया जा सकता है। योग व ज्ञान के सर्वश्रेष्ठ आचार्य श्री याज्ञवल्क्य जी कहते हैं -


वीणावादनतत्वज्ञः श्रुतिजातिविशारदः।
तालश्रह्नाप्रयासेन मोक्षमार्ग च गच्छति।
संगीत एक प्रकार का योग है। इसकी विशेषता है कि इसमें साध्य और साधन दोनों ही सुखरूप हैं। अतः संगीत एक उपासना है, इस कला के माध्यम से मोक्ष प्राप्ति होती है। यही कारण है कि भारतीय संगीत के सुर और लय की सहायता से मीरा, तुलसी, सूर और कबीर जैसे कवियों ने भक्त शिरोमणि की उपाधि प्राप्त की और अन्त में ब्रह्म के आनन्द में लीन हो गए। इसीलिए संगीत को ईश्वर प्राप्ति का सुगम मार्ग बताया गया है। संगीत में मन को एकाग्र करने की एक अत्यन्त प्रभावशाली शक्ति है तभी से ऋषि मुनि इस कला का प्रयोग परमेश्वर का आराधना के लिए करने लगे।


समग्र स्वास्थ्य के लिए व्यायाम

व्यायाम वह गतिविधि है जो शरीर को स्वस्थ रखने के साथ व्यक्ति के समग्र स्वास्थ्य को भी बढाती है। यह कई अलग अलग कारणों के लिए किया जाता है, जिनमे शामिल हैं: मांसपेशियों को मजबूत बनाना, हृदय प्रणाली को सुदृढ़ बनाना, एथलेटिक कौशल बढाना, वजन घटाना या फिर सिर्फ आनंद के लिए। लगातार और नियमित शारीरिक व्यायाम, प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ा देता है और यह हमारी नींद कम करता है इससे हमें सुबह उठने पर तकलीफ नहीं होतीहृदय रोग, रक्तवाहिका रोग, टाइप 2 मधुमेह और मोटापा जैसे समृद्धि के रोगों को रोकने में मदद करता है। यह मानसिक स्वास्थ्य को सुधारता है और तनाव को रोकने में मदद करता है। बचपन का मोटापा एक बढ़ती हुई वैश्विक चिंता का विषय है और शारीरिक व्यायाम से बचपन के मोटापे के प्रभाव को कम करने में मदद मिल सकती है।


व्यायाम के लाभ:-व्यायाम मानव देह को स्वस्थ रखने का एक अत्यन्त आवश्यक उपाय है। दौड़, दंड-बैठक, सैर, कुश्ती, जिम्नैस्टिक, हॉकी, क्रिकेट, टेनिस आदि खेल व्यायाम के ही कई रूप हैं। व्यायाम ऐसी क्रिया का नाम है जिससे देह में हरकत हो, देह की हर एक नस-नाड़ी, एक-एक सैल क्रिया में आ जाये। जिस समय हम व्यायाम करते हैं उस समय हमारी देह के अंग ऐसी चेष्टा करते हैं, जिसमें हमें आनन्द भी मिलता है और श्रम भी होता है। इससे हमारे शरीर का हर अंग स्वस्थ रहता है। जब हम व्यायाम करते हैं, तो हम अंगों को हिलाते-डुलाते हैं, उससे हमारे हृदय और फेफड़ों को अधिक काम करना पड़ता जिसके फलस्वरूप हमारी एक-एक सांस शुद्ध हो जाती है, हमारे रक्त की एक-एक बूँद स्वच्छ हो जाती है।यह हमारे शरीर को लचिला बनाता है।


मस्तिष्क का काम करने वाले मानवों को व्यायाम अवश्य ही करना चाहिये, क्योंकि देह से श्रम करके रोटी कमाने वालों के अंगों को तो हरकत करने का अवसर फिर भी मिल जाता है किन्तु अध्यापक, डाक्टर, वकील, कम्पयूटर-ओपरेटर आदि लोगों के लिये व्यायाम अत्यन्त आवश्यक है। व्यायाम से देह सुन्दर हो जाती है और उसकी रोगों से लड़ने की शक्ति बढ़ जाती है। हाँ बहुत अधिक व्यायाम से हानि भी हो सकती है। आप जब थक जायें तब आपको व्यायाम करना बन्द कर देना चाहिये।


चमेली की मोहक सुगंध

चमेली, जैस्मिनम (Jasminum) प्रजाति के ओलिएसिई (Oleaceae) कुल का फूल है। भारत से यह पौधा अरब के मूल लोगों द्वारा उत्तर अफ्रीका, स्पेन और फ्रांस पहुँचा। इस प्रजाति की लगभग 40 जातियाँ और 100 किस्में भारत में अपने नैसर्गिक रूप में उपलब्ध हैं। यह भारत में प्रमुख रूप से पाया जाता है। जिनमें से निम्नलिखित प्रमुख और आर्थिक महत्व की हैं:


1. जैस्मिनम ऑफिसनेल लिन्न., उपभेद ग्रैंडिफ्लोरम (लिन्न.) कोबस्की जै. ग्रैंडिफ्लारम लिन्न. (J. officinale Linn. forma grandiflorum (Linn.) अर्थात् चमेली।


2. जै. औरिकुलेटम वाहल (J. auriculatum Vahl) अर्थात् जूही।


3. जै. संबक (लिन्न.) ऐट. (J. sambac (Linn.) ॠत्द्य.) अर्थात् मोगरा, वनमल्लिका।


4. जै. अरबोरेसेंस रोक्स ब.उ जै. रॉक्सबर्घियानम वाल्ल. (J. Arborescens Roxb. syn. J. roxburghianum Wall.) अर्थात् बेला।


हिमालय का दक्षिणावर्ती प्रदेश चमेली का मूल स्थान है। इस पौधे के लिये गरम तथा समशीतोष्ण दोनों प्रकार की जलवायु उपयुक्त है। सूखे स्थानों पर भी ये पौधे जीवित रह सकते हैं। भारत में इसकी खेती तीन हजार मीटर की ऊँचाई तक ही होती है। यूरोप के शीतल देशों में भी यह उगाई जा सकती है। इसके लिये भुरभुरी दुमट मिट्टी सर्वोत्तम है, किंतु इसे काली चिकनी मिटृटी में भी लगा सकते हैं। इसे लिए गोबर पत्ती की कंपोस्ट खाद सर्वोत्तम पाई गई है। पौधों को क्यारियों में 1.25 मीटर से 2.5 मीटर के अंतर पर लगाना चाहिए। पुरानी जड़ों की रोपाई के बाद से एक महीने तक पौधों की देखभाल करते रहना चाहिए। सिंचाई के समय मरे पौधों के स्थान पर नए पौधों को लगा देना चाहिए। समय-समय पर पौधों की छँटाई लाभकर सिद्ध हुई है। पौधे रोपने के दूसरे वर्ष से फूल लगन लगते हैं। इस पौधे की बीमारियों में फफूँदी सबसे अधिक हानिकारक है।


आजकल चमेली के फूलों से सौगंधिक सार तत्व निकालकर बेचे जाते हैं। आर्थिक दृष्टि से इसका व्यवसाय विकसित किया जा सकता है। चमेली एक सुगंधित फूल है, जिसके महक मात्र से लोग मोहित हो जाते है! इस फूल से बहुत सारी दवाइयां बनायी जाती हैं, जो सिर दर्द, चक्कर, जुकाम आदि में काम आता है़!


असुविधा में यज्ञ कैसे करें?

गतांक से...
 (महानंद जी) ओम देवा भद्राम् भव्यम् ब्राह्मणा रुद्राहा: हम द्रव्हो गायंत्वाहा! मेरे पूज्यपाद गुरुदेव अथवा मेरे भद्र ऋषि मंडल अभी-अभी मेरे पूज्य पाद गुरुदेव नाना यज्ञो के संबंध में अपने विचार दे रहे थे! क्योंकि यज्ञ में परंपरागतो से ही मानव निहित रहा है और मेरे पूज्य पाद गुरुदेव ने भी अभी-अभी यह प्रकट करया कि यज्ञ अपने में बड़ा विचित्र है! जहां हमारी यह आकाशवाणी जा रही है, वहां एक यज्ञ का आयोजन हुआ और मैं यह जानता हूं कि यज्ञ अपने में बड़ा विचित्र उधरवा में कर्म है! मैं अपने यजमान को कहता हूं! हे यजमान, क्योंकि मेरा अंतरात्मा यजमान के साथ रहता है और मैं यह कहता रहता हूं कि हे यजमान तुम्हारे जीवन का सौभाग्य अखंड बना रहे! यह जो काल चल रहा है इस काल को मैं वाम मार्ग काल कहता रहता हूं! वाममार्ग उसे कहते हैं जो उल्टे मार्ग पर का गमन करता है! यज्ञ इत्यादि का खंडन करता है और उसे खंडन करने के पश्चात उसकी कीर्ति में नहीं रहना चाहता! विचार आता रहता है! पूज्यपाद गुरुदेव ने मुझे कई कालों में प्रकट करते हुए कहा, आज भी मुझे स्मरण है कि यज्ञ अपने में बड़ा अनूठा क्रियाकलाप है! बड़ी अनोखी एक विचित्र धारा है! परंतु देखो वह अपने में ही अपनी आभा कृतियों में रत होने वाला है! विचार आता रहता है गुरुदेव यह जो वर्तमान का काल चल रहा है! वह वाम मार्ग काल है, वह मार्ग उसे कहते हैं जो उल्टे मार्ग पर गमन करता है! मुझे आश्चर्य होता है कि कैसे ऐसे में मानव की आभा कैसे विकृत हो जाती है? और विकृत होकर के अपनेपन और तन को वह शांत कर देता है? हे मानव, तू अपनी मानवता के ऊपर विचार-विनिमय कर और यज्ञ जैसे क्रियाकलापों को अपने से दूर ना होने दें! हे यजमान तेरे जीवन का सौभाग्य और प्रतिभा  बनी रहे! मैं उच्चारण कर रहा था कि मेरे पूज्य पाद गुरुदेव कहीं राष्ट्रवाद की चर्चा करते हैं तो कहीं राम की तपस्या की चर्चा करते हैं! पूज्यपाद गुरुदेव बड़े-बड़े अति उत्थानो की विवेचना अपने मन में ही करते रहते हैं! मेरे प्यारे उन्होंने कहा संभवत कृताहा: कि हम उसी आभा मे रत रहना चाहते हैं! जहां मार्ग में एक महानता की उपलब्धि हो जाती है! मेरे पूज्य पाद गुरुदेव कई समय से वर्णन करा रहे हैं! कहीं राम की तपस्या का वर्णन करते रहते हैं कि राम इतने विशाल तपस्वी थे और कहीं विश्वभान चर्चाएं होती रहती है! परंतु वेद के माध्यम से विचार आता रहता है कि यजमान अपने में महान बने, परंतु मैं आज इन वाक्यों का गीत गाने नहीं आया हूं! मैं राष्ट्रवाद के ऊपर अपनी विचारधारा व्यक्त करना चाहता हूं! कि राष्ट्रवाद कितना अनूठा है और कितना विचित्र माना गया है! पूज्यपाद गुरुदेव ने कई काल में प्रकट करते हुए कहा है कि उस काल की वार्ताएं स्मरण आती है तो हृदय मे गदगदता जाती है! हृदय में अग्रता का उत्पादन होने लगता है! देखो ऋषि अपनी वार्ता प्रकट करता है, कहता है 'संभवे संभवा कृतम देवा:, यजमान तेरे जीवन की आभा सदैव बनी रहे तेरे जीवन का सौभाग्य अखंड बना रहे!


प्राधिकृत प्रकाशन विवरण

यूनिवर्सल एक्सप्रेस    (हिंदी-दैनिक)


नवंबर 06, 2019 RNI.No.UPHIN/2014/57254


1. अंक-92 (साल-01)
2. बुधवार, नवंबर 06, 2019
3. शक-1941, कार्तिक-शुक्ल पक्ष, तिथि- दसंमी, संवत 2076


4. सूर्योदय प्रातः 06:28,सूर्यास्त 05:41
5. न्‍यूनतम तापमान -16 डी.सै.,अधिकतम-23+ डी.सै., हवा की गति बढ़नेे की संभावना रहेगी।
6. समाचार-पत्र में प्रकाशित समाचारों से संपादक का सहमत होना आवश्यक नहीं है। सभी विवादों का न्‍याय क्षेत्र, गाजियाबाद न्यायालय होगा।
7. स्वामी, प्रकाशक, मुद्रक, संपादक राधेश्याम के द्वारा (डिजीटल सस्‍ंकरण) प्रकाशित।


8.संपादकीय कार्यालय- 263 सरस्वती विहार, लोनी, गाजियाबाद उ.प्र.-201102


9.संपर्क एवं व्यावसायिक कार्यालय-डी-60,100 फुटा रोड बलराम नगर, लोनी,गाजियाबाद उ.प्र.,201102


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सोमवार, 4 नवंबर 2019

90 लाख नौकरियां गई, हर सेक्टर बर्बाद

90 लाख नौकरी गईं, हर सेक्टर बर्बाद हो गया लेकिन अमित शाह का 'बेटा' करोड़ों कमा रहा है, कैसे?


नई दिल्ली! भारतीय अर्थव्यवस्था में सुस्ती के बीच एक बार फिर केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के बेटे जय शाह की संपत्ति में भारी बढ़ोतरी की ख़बर सामने आई है। इस ख़बर के सामने आने के बाद सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकील प्रशांत भूषण ने केंद्र की मोदी सरकार पर ज़ोरदार कटाक्ष किया है।


उन्होंने ट्विटर के ज़रिए ख़बर को शेयर करते हुए लिखा, “90 लाख नौकरियां घटने, अभूतपूर्व बेरोज़गारी, कोर सेक्टर के उत्पादन में 5% की कमी, बैंकों और एनबीएफसी की नाकामी, उनके प्रमोटरों के पलायन के बीच एकमात्र कारोबार जो तेज़ी से बढ़ रहा है वह अंबानी / अडानी और जय अमितभाई शाह का है”।


दरअसल, कारवां मैगज़ीन ने जय शाह की एक कंपनी की संपत्ति में बढ़ोतरी को लेकर एक रिपोर्ट प्रकाशित की है। इस रिपोर्ट के मुताबिक, जय शाह की कंपनी कुसुम फिनसर्व की शुद्ध संपत्ति में 24.61 करोड़ रुपए का इज़ाफा हुआ है। इस कंपनी की शुद्ध अचल संपत्ति 22.73 करोड़ रुपए बढ़ी है तो चल संपत्ति में 33.05 करोड़ रुपए की बढ़ोतरी हुई। वहीं इसकी कुल आय में 116.37 करोड़ रुपए का इजाफा हुआ।


संपत्ति में बढ़ोतरी के ये आंकड़े कारवां मैगज़ीन ने कुसुम फिनसर्व एलएलपी द्वारा दायर कारोबार से संबंधित दस्तावेजों की पड़ताल के बाद दिए हैं। बता दें कि शाह कुसुम फिनसर्व एलएलपी (सीमित देयता भागीदारी) के मनोनीत साझेदार हैं, जो कि कंपनी के निदेशक पद के बराबर है।


जय शाह की कमाई पर एक और बड़ा खुलासा: 116.37 करोड़ बढ़ी संपत्ति, लोकसभा चुनावों तक छुपाई!
दिलचस्प बात तो ये है कि जय शाह की कंपनी ने बढ़ोतरी के ये आंकड़े लोकसभा चुनाव से पहले तक छुपाए। वित्त वर्ष 2017 और 2018 के लिए कुसुम फिनसर्व ने अपना विवरण दर्ज नहीं कराया। जबकि सभी एलएलपी कंपनियों को हर साल 30 अक्टूबर तक अपने खातों का विवरण दर्ज करना होता है।कंपनी का वित्तीय लेखा-जोखा इस साल अगस्त में, चुनाव परिणाम आने के तकरीबन तीन महीने बाद अपलोड किया गया।


इससे पहले कारवां मैगज़ीन ने अगस्त 2018 की अपनी एक रिपोर्ट में बताया था कि जय शाह की कुसुम फिनसर्व ने बीते सालों की खराब माली हालत के बावजूद, 2016 के बाद से क्रेडिट सुविधाओं में नाटकीय वृद्धि हासिल की। रिपोर्ट में ये भी बताया गया था कि 2016 में अमित शाह ने बेटे की इस कंपनी के लिए 25 करोड़ रुपए की क्रेडिट सुविधा प्राप्त करने के लिए अपनी दो संपत्तियां गिरवीं रखी थीं।


कानपुर में अधिवक्ताओं ने किया 4 घंटे बवाल

अधिवक्ताओं का 4 घंटे चला उग्र बवाल


कानपुर ! बीते शनिवार को कानपुर के एक रेस्टोरेंट में वकीलों द्धारा की गयी तोड़-फोड़ के बाद पुलिस ने वकीलों पर मुकदमा दर्ज कर लिया | पीड़ित रेस्टोरेंट संचालक ने सीसीटीवी फुटेज पुलिस को उपलब्ध करा दिए जिसमे वकीलों द्धारा तोड़-फोड़ का वीडियो सामने आने के बाद बार एसोसियशन के वकीलों ने वीआईपी रोड जामकर मुकदमा वापस लेने की मांग करी | वकीलों ने पुलिस के खिलाफ मोर्चा खोलते हुए एसएसपी आफिस का गेट व सीसीटीवी कैमरों को तोड़ डाला | वकीलों ने नारेबाजी करते हुए सड़क जाम करने के दौरान पुलिस की एक गाडी पर पथराव कर छतिग्रस्त कर दिया |  काफी देर तक चले बवाल में एक पुलिस का एक जवान उनके बीच में फस गया | वकीलों ने उसकी मोटरसाइकिल पलटा दी और उसका बिल्ला नोच डाला,,जिसपर महिला थाने की महिला पुलिस ने वकीलों के खिलाफ मोर्चा खोल दिया | महिला सिपाही वकीलों से भीड़ गयी और उनके बीच फसे सिपाही को सकुशल बाहर निकाल लिया | 


करीब चार घंटे बाद पुलिस के आला अधिकारी पीएसी के साथ मौके पर पहुंचे जिनको देखकर वकील कोर्ट के अंदर चले गए | एसएसपी अनंत देव तिवारी का कहना है कि नौबस्ता के एक रेस्टोरेंट में हुए बवाल के बाद दोनों तरफ से मुकदमा लिखाया गया था | उसी बात से नाराज वकीलों ने पुलिस आफिस के बहर पथराव किया था,जिन्होंने बवाल और पथराव किया है और पुलिस कर्मियों को मारा है सबको चिन्हित कर कार्यवाही की जाएगी!


जिला अधिकारी विकास कार्य के प्रति सख्त

गाजियाबाद! जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय के द्वारा सरकार के महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेसवे के कार्य में तत्काल प्रभाव से गतिशीलता लाने के उद्देश्य से प्रथम चरण में कलेक्ट्रेट के सभागार में अपर जिलाधिकारी भूमि अध्याप्ति एवं एनएचआई के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ महत्वपूर्ण बैठक की गयी। 
तत्पश्चात जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय के द्वारा दिल्ली मेरठ एक्सप्रेसवे के पैकेज 4 के कार्यों में गतिशीलता लाने के उद्देश्य से डासना से लेकर रजापुर तक चल रहे कार्यों का गहन स्थल निरीक्षण किया। 
जिलाधिकारी ने कहा कि भारत सरकार का यह बहुत ही महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है और इसमें किसी भी स्तर पर देरी को बहुत ही गंभीरता के साथ लेकर कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कलेक्ट्रेट के सभागार में बैठक करते हुए अपर जिलाधिकारी भूमि अध्याप्ति एवं एन एच आई के वरिष्ठ अधिकारियों को निर्देश दिए कि तैयार किए जा रहे एक्सप्रेसवे के संबंध में जो भूमि से संबंधित किसानों की समस्याएं एवं अन्य प्रकरण लंबित हैं उन्हें तत्काल प्रभाव से कार्रवाई सुनिश्चित करते हुए कार्य को आगे बढ़ाने की कार्रवाई की जाए।



बैठक के उपरांत जिलाधिकारी अजय शंकर पांडेय के द्वारा इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट का डासना से लेकर रजापुर तक गहन स्थल निरीक्षण किया गया। डीएम ने अपने निरीक्षण के दौरान प्रशासन एवं एनएचआई के अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए कि इस कार्य को तेजी के साथ संचालित किया जाए कार्य करने में जो कठिनाइयां आ रही हैं उनके संबंध में जिला प्रशासन एवं एनएचआई के वरिष्ठ अधिकारी गण आपसी सामंजस्य स्थापित करते हुए उनका तत्काल निस्तारण संभव कराएं और कार्य में निरंतर रूप से तेजी लाई जाए।जिलाधिकारी ने इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी भूमि अध्याप्ति को निर्देश देते हुए कहा कि एक्सप्रेस वे के कार्य में यदि कहीं पर किसी के द्वारा बिना कारण के दौरान व्यवधान उत्पन्न किया जा रहा है उसमें पुलिस फोर्स की व्यवस्था सुनिश्चित कराते हुए कार्य को आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने अपने भ्रमण के दौरान जिला प्रशासन एवं एनएचएआई के अधिकारियों को यह भी निर्देश दिए कि सरकार का यह बहुत ही महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट है इसमें किसी भी स्तर पर शिथिलता क्षम्य नहीं होगी । अधिकारियों को निर्देशित किया कि किसानों की समस्याओं का तत्काल निस्तारण सुनिश्चित करते हुए हाईवे के कार्य को आगे बढ़ाने की कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। 
महत्वपूर्ण बैठक एवं भ्रमण के दौरान जिलाधिकारी के साथ में अपर जिलाधिकारी भूमि अध्याप्ति मदन गर्बयाल, एनएचआई के पीडी आरपी सिंह, मैनेजर अरविंद कुमार, डीपीएम मनोज बैरवा तथा अन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे। 
सुरेश शर्मा 


 


प्रदूषण पर सुप्रीम कोर्ट ने की तल्ख टिप्पणी

कूड़ा जलाने और कंस्ट्रक्शन पर 1 लाख का जुर्माना


नई दिल्ली! सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि उसके आदेशों को बड़े स्तर पर दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश की सरकारें प्रचारित-प्रसारित करें। इसके अलावा सुप्रीम कोर्ट ने दिल्ली-एनसीआर में कूड़ा जलाने और किसी तरह के निर्माण या ढहाए जाने की गतिविधि पर भी रोक लगा दी है।


इस दौरान सुप्रीम कोर्ट ने कहा है कि अगर कोई दिल्ली-एनसीआर में कूड़ा जलाते हुए पाया गया तो उसके ऊपर 1 लाख का जुर्माना लगाया जाएगा। वहीं अगर इस इलाके में किसी ने किसी तरह का निर्माण कार्य कराया तो भी उस पर 1 लाख रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा। वहीं दिल्ली-NCR में अगर कोई सार्वजनिक स्थल पर कूड़ा फेंकते हुए पाया गया तो उस पर 5000 रुपये का जुर्माना लगाया जाएगा।


सुप्रीम कोर्ट ने आदेश दिया है कि दिल्ली, पंजाब, हरियाणा और उत्तर प्रदेश राज्यों में अगले आदेश तक बिजली कटौती नहीं होगी। ताकि डीजल जेनरेटर्स को रोका जा सके। इस दौरान जस्टिस अरुण मिश्रा काफी सख्त दिखे। दिल्ली की जहरीली हवा के मसले पर जब हरियाणा सरकार के वकील ने कहा कि विधानसभा चल रही है तो अपर मुख्य सचिव को मुख्य सचिव के स्थान पर पेश होने दिया जाए! तो जस्टिस अरुण मिश्रा ने कहा कि मुख्य सचिव को ही आने दें। वरना हम आपकी असेंबली को स्थगित कर देंगे।


प्रधानमंत्री की जापान के प्रधानमंत्री से मुलाकात

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 4 नवंबर 2019 को भारत-आसियान शिखर बैठक के अवसर पर आज जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे से अलग से मुलाकात की । दोनों नेताओं के बीच पिछले चार महीनों में तीन बार भेंट हो चुकी है। इनकी पिछली मुलाकात सितंबर 2019 में व्लादिवोस्तोक में हुयी थी। आज की मुलाकात के मौके पर प्रधानमंत्री मोदी ने आबे को जापान के सम्राट की हाल में हुई ताजपोशी के लिए बधाई दी और इस समारोह में राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद के शरीक होने को गर्मजोशी के साथ याद किया।


प्रधानमंत्री ने कहा कि वह भारत-जापान वार्षिक शिखर सम्मेलन के लिए अगले महीने भारत में प्रधानमंत्री आबे का स्वागत करने के लिए उत्सुक हैं।उन्होंने यह भी कहा कि भारत-जापान की विशेष रणनीतिक और वैश्विक साझेदारी को और गहरा बननो में आगामी वार्षिक शिखर सम्मेलन की सफलता को लेकर आश्वस्त है।
दोनों नेताओं ने भारत और जापान के बीच उच्च स्तरीय बैठकों के माध्यम से आर्थिक साझेदारी को प्रोत्साहित किए जाने का स्वागत किया। दोनों ने मुंबई-अहमदाबाद हाई स्पीड रेल परियोजना में हुयी प्रगति की समीक्षा की और परियोजना के सुचारु कार्यान्वयन के प्रति अपनी प्रतिबद्धता दोहराई।


मोदी और आबे ने इस महीने के आखिर में भारत में दोनों देशों के विदेश और रक्षा मंत्रियों के बीच होने वाली बैठक को लेकर खुशी जाहिर की और कहा कि इससे दोनों देशों के बीच रक्षा और सुरक्षा सहयोग को बढ़ावा मिलेगा। दोनों नेताओं ने नियम आधारित मुक्त, खुले और समावेशी भारत -प्रशांत क्षेत्र के लिए अपनी प्रतिबद्धता दोहराई। दोनों भारत प्रशांत क्षेत्र के साथ ही विकासशील देशों की शांति, समृद्धि और प्रगति के साझा उद्देश्यों के लिए द्विपक्षीय सहयोग को और मजबूत बनाने पर सहमत हुए।


रूस के रक्षा मंत्री से राजनाथ ने की मुलाकात

नई दिल्ली। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह पांच से सात नवम्बर, 2019 को रूसी संघ का दौरा करेंगे। वे आज रात रूस रवाना होंगे। वहां वे सेना और सैन्य तकनीकी सहयोग पर 19वें भारत-रूस अंतर-सरकारी आयोग की सह अध्यक्षता करेंगे।
अपनी यात्रा के दौरान रक्षा मंत्री रूस के रक्षा मंत्री जनरल सर्गेई शोइगू के साथ दोनों देशों की सेनाओं के बीच सहयोग और रक्षा औद्योगिक सहयोग जैसे क्षेत्रों पर गहन चर्चा करेंगे।
राजनाथ सिंह रूस के उद्योग एवं व्यापार मंत्री डेनिस मानतूरोव के साथ 'भारत-रूस रक्षा उद्योग सहयोग सम्मेलनÓ का उद्घाटन करेंगे। इस सम्मेलन में भारत और रूस के बीच रक्षा औद्योगिक सहयोग बढ़ाने, प्रौद्योगिकी अंतरण तथा 'मेक इन इंडियाÓ कार्यक्रम के तहत भारत के रक्षा उद्योगों में निवेश करने पर चर्चा की जायेगी।
इसके बाद राजनाथ सिंह सेंट पीटर्सबर्ग जायेंगे और वहां दूसरे महायुद्ध के दौरान शहीद होने वाले सैनिकों और नागरिकों के सम्मान में बने पिस्कारेवस्की मेमोरियल सीमेट्री में पुष्पांजलि अर्पित करेंगे। रक्षा मंत्री सेंट पीटर्सबर्ग और आस-पास मौजूद रूसी रक्षा उत्पादन इकाईयों का दौरा करेंगे।


ईश्वर ने छठ पूजा पर जीता लोगों का दिल

अकाशुं उपाध्याय


गाजियाबाद,लोनी! क्षेत्र की दर्जनों कालोनियों में उत्साह से मना छठ पर्व। भारतीय जनता पार्टी के नेता ईश्वर मावी ने लोनी 


नगरपालिका क्षेत्र की रामविहार मांडला , प्रेमनगर, नाईपुरा, पावी, छठ घाट, विकास कुंज, संगम विहार, सोनिया विहार, राहुल गार्डन कालोनी मे मनाये जा रहे छठ महापर्व मे मुख्य अतिथि के रूप मे पँहुच कर बधाई दी ।
इन अवसरों पर कार्यक्रम के आयोजकों द्वारा भाजपा नेता ईश्वर मावी का ढोल-नगाडों व पुष्प वर्षा के साथ भव्य स्वागत किया गया । भाजपा नेता ईश्वर मावी ने राम विहार मांडला में लोगों को संबोधित करते हुये कहा छठ महापर्व सूर्य की उपासना का महापर्व तो है ही यह महापर्व मताओ द्वारा अपने बच्चों की लंबी आयु व उनके अच्छे स्वास्थ्य की मनोकामना को लेकर भी रखा जाता है। यह पूर्वांचल समाज के लोगों का एक बडा त्यौहार है हर वर्ष समाज की महिलाए छठ मैया की पूजा करती है तथा रात-भर जल मे खडी रहकर सुबह उगते सूर्य को अर्घ्य देकर अपना व्रत पूर्ण करती हैं।
इस अवसर पर पूर्व सभासद बहादरा कसाना, चौधरी अनिल गुर्जर, सभासद विजयपाल, अशोक भाटी, मथुरा प्रसाद, सुभाष चंद अरोड़ा, टीकम राठी, अशोक कसाना, सुमित शर्मा सहित सैंकड़ों लोग मौजूद रहे।


जन-जीवन को बेहतर करना मेरा एक उद्देश्य

लखनऊ। देश में रियल स्टेट और उसके भविष्य को लेकर आयोजित रेरा के राष्ट्रीय अधिवेशन में उत्तर प्रदेश रेरा के चेयरमैन राजीव कुमार ने बड़ी बात स्वीकार की है। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में राजीव कुमार ने माना की रियल एस्टेट के कारोबार में कैश की भारी कमी है। इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान, गोमतीनगर में सोमवार को रेरा (रीयल एस्टेट रेग्यूलेटरी अथारिटी) के राष्ट्रीय अधिवेशन सीएम योगी आदित्यनाथ ने दीप जलाकर का शुभारंभ किया। उनके साथ विशिष्ट अतिथि के रूप में केंद्रीय आवास एवं शहरी विकास मंत्री हरदीप सिंह पुरी भी थे। इस दौरान उत्तर प्रदेश के कार्यवाहक मुख्य सचिव आरके तिवारी तथा सचिव आवास एवं शहरी विकास मंत्रालय, भारत सरकार दुर्गा शंकर मिश्र भी मौजूद थे।


रेरा से घर क्रय करने वालों के साथ कारोबारी के हितों की रक्षा : योगी आदित्यनाथ


मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुलकर रेरा की वकालत की। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय अधिवेशन में रेरा को लेकर बहुत सारी बातें की जा चुकी हैं। इसको घर क्रय करने वालों के सभी हितों  सुरक्षित करने के साथ 2016 में रियल एस्टेट कारोबारी के हितों के लिए लागू किया गया। इस अधिवेशन में आपके सामने आज बहुत से अनुभव सामने आएंगे। प्रधामंत्री नरेंद्र मोदी की प्रेरणा से यह शुरू हुआ है। यह रोजगार के सृजन के लिए बड़ा एरिया है। रेरा ने होम बायर्स के हितों के भरोसे के लिए बड़ा काम किया है। 


उत्तर प्रदेश में 19 मार्च 2017 में सरकार ने शपथ ली थी। तब मिथक था कि किसी भी मुख्यमंत्री को नोएडा और ग्रेटर नोएडा नहीं जाना चाहिए। ऐसे में वहां पर घर क्रय करने वाले किसके पास जाते। हमने तो दोनों जगह का लगातार दौरा किया। हमारे पास तब होम बायर्स आये, हमने उनको सुना। कारोबारी भी आये। हमने दोनों को एक साथ सुना। तब मुझे समझ में आया कि लोग क्यों नोएडा नहीं जाना चाहते और नोएडा क्यों नहीं जाना चाहिए। दरअसल नोएडा में कई काले राज खुलने थे। इस वजह से यह मिथक खड़ा किया गया था। हम किसी के प्रति पूर्वाग्रही न बनें। होम बायर्स ने एक मकान के लिए पूरे जीवन की पूंजी लगाई है। सरकार जब सुविधा देने को तैयार है तो मनुष्य खानाबदोश की तरह नहीं रह सकता था। होम बायर्स के लिए बहुत शीघ्र बड़ी घोषणा करेंगे। सभी को इस नई व्यवस्था से जुड़ना होगा। नई छवि को हम सामने रखेंगे।


मुख्यमंत्री ने कहा कि हम रीयल एस्टेट मामलों में तमाशबीन नहीं रह सकते हैं। भारत सरकार ने भी एक कमेटी बनी। कमेटी की रिपोर्ट आ गई है। हम चाहते हैं कि ठोस पहल और उसको आगे बढ़ाया जाए। तंत्र में निर्णय लेने की ताकत पैदा हो। किसी भी स्तर पर पिछले 10 से 15 साल तक होम बायर्स परेशान थे उसमें बदनीयती भी थी। होम बायर्स के रुपये की बंदरबांट हुई थी। रुपये चंद लोगों की जेब मे गई थी। हमको ये विरासत मिली थी। रेरा ने पिछले एक साल बेहतरीन काम किया। ग्रेटर नोएडा में भी एक पीठ गठन किया। 12 हजार प्रकरणों का हल किया है। यूपी सही दिशा में जा रहा था। पहले लोग आना नहीं चाहते थे।


हम तीन साल में दो लाख करोड़ का निजी निवेश करवा चुके हैं। ये टीम वर्क है। मेट्रो में आप देखेंगे हरदीप पूरी जी ने शाम को शपथ ली और सुबह उनको उद्घाटन के लिए बुलाया था। हमारे तीन शहर में मेट्रो चल रही ही। कानपुर और आगरा में काम शुरू होगा। 10 स्मार्ट सिटी में काम करेगा। 17 नगर निगम हैं। बचे हुए सात नगर निगम को अपने स्तर पर स्मार्ट सिटी बना रहे हैं। जब सुविधाएं नहीं मिलती हैं तब नागरिकों का भरोसा व्यवस्था से उठ जाता है। नये भारत के निर्माण के लिए हम सबका दायित्व है। पिछले पांच साल में देश के 10 करोड़ परिवार में शौचालय बने। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि आवास केवल सिर ढकने के लिए नहीं होता।


अयोध्या में एक अनुसूचित जाति के परिवार के पास गए। वे आरती की थाली लकर खड़े थे। वो बोले कि ये आवास आपने हमको दिया है। मैन कहा ये यो बहुत लोगों को मिला है। उसने कहा कि जिसका मैं वोट बैंक था उसने मुझसे पूछा नही आपने दिया। उसने कहा कि मुझे ढाई लाख मिलने हैं दो लाख मिला और पचास हजार मिल जाएगा। मैंने डेढ़ लाख रुपया अपना जमा किया था। मगर अब इस डेढ़ लाख का ई रिक्शा लिया। मेरा बेटा एक हजार रुपया कमा रहा है। उज्ज्वला योजना से गैस है।


किसी को कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं

लखनऊ। अयोध्या मामले में आने वाले सुप्रीम कोर्ट के फैसले के मद्देनजर पुलिस महानिदेशक ओपी सिंह ने कहा कि हम बिल्कुल तैयार हैं। किसी भी परिस्थिति में किसी को भी कानून हाथ में लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। हमारी इंटेलिजेंस मशीनरी भी तैयार है। जरूरत पड़ने पर कानून-व्यवस्था को बाधित करने का प्रयास करने वाले तत्वों पर राष्ट्रीय सुरक्षा कानून लागू किया जाएगा।रविवार को सभी जोनल अपर पुलिस महानिदेशक, परिक्षेत्रीय पुलिस महानिरीक्षक, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक/पुलिस अधीक्षक के साथ वीडियो कांफ्रेंसिंग कर कानून व्यवस्था की समीक्षा की और भावी चुनौतियों पर चर्चा की। पुलिस महानिदेशक ने निर्देश दिया कि जिलों में पीस कमेटी के पदाधिकारियों और स्पेशल पुलिस अधिकारियों के साथ बैठक कर उनसे लगातार संपर्क बनाये रखा जाए।


सभी समुदायों के लोगों के साथ निरंतर संवाद स्थापित कर अभिसूचना तंत्र को सक्रिय किया जाए। उन्होंने कहा कि डिजिटल वालंटियर को अपडेट कर लगातार उनसे संपर्क बनाये रखा जाए। असामाजिक तत्वों को चिह्नित कर उनकी समीक्षा की जाए और समय रहते उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाए। उन्होंने बीते पांच वर्षों के दौरान सोशल मीडिया पर विवादित पोस्ट डालने वालों को चिह्नित कर उन पर नजर रखने और जरूरत पड़ने पर आवश्यक कार्रवाई की जाए। फुटपाथ पर सोने वाले लोगों को गश्ती दलों से चिन्हित कराकर संबंधित विभागों के समन्वय से उनके लिए रैन बसेरा स्थापित कराने की कार्रावाई की जाए।


रुद्रप्रयाग में अष्ट भैरव की दो महा की यात्रा प्रारंभ

रिपोर्ट- शम्भू प्रसाद
रुद्रप्रयाग। प्रदेश उत्तराखंड अपने आप में संस्कृति और सभ्यता को समेटे हुए हैं। उत्तराखंड के हर जिले में जहां देवी देवताओं का वास है, तो वहीं ग्रामीण भी देवी देवताओं के मठ मंदिरों में पूजा अर्चना करते हुए नजर आते हैं। खबर रुद्रपयाग जिले से हैं, जहां उखीमठ क्षेत्र से बाबा अष्ट भैरव की 2 महीने की यात्रा शुरू हो गई है। अष्ट भैरव के पश्वा दीपक कुँवर के द्वारा भगवान अष्ट भैरव की यात्रा निकाली गई है।बता दें कि, ऊखीमठ से आज बाबा अष्ट भैरव के जयकारों के साथ हजारों श्रद्धालुओं द्वारा यात्रा का शुभारंभ हुआ है। भगवान अष्ट भैरव की यात्रा के दौरान हजारों लोग उनके पीछे चलते हैं। साथ ही भगवान अष्ट भैरव अपने अलग-अलग पड़ावों पर रात्रि विश्राम करके आगे की यात्रा के लिए प्रस्थान करते है।


वहीं इस दौरान अष्ट भैरव की यात्रा में चल रहे एक श्रद्धालु ने बताया कि, भगवन अष्ट भैरव की यह यात्रा गुप्तकाशी, नाला, नारायण कोठी होते हुए बमसु पट्टी के लिए रवाना होगी।जिसके बाद बाबा अष्ट भैरव की यात्रा बांगर के लिए रवाना होगी। साथी बाबा अष्टभैरव के साथ मां चंडिका और कई देवी-देवता मौजूद रहेंगे। जिनके साथ चल कर बाबा अष्ट भैरव अपनी यात्रा को पूरी करेंगे। साथ ही उन्होंने यह भी बताया कि, भगवान अष्टभैरव जहाँ-जहाँ जाते है, उन क्षेत्रों में सदैव सुख समृद्धि बनी रहती है, और बाबा सभी को अपना आशीर्वाद देते है।


खनिज मद के गमन में कई सरपंच बर्खास्त

 नीरज गुप्ता


जिला सिंगरौली खनिज मद की राशि का गमन करने वाले सरपंचों को पद से करें पृथक -- कलेक्टर सिंगरौली


6 वर्षों तक नहीं लड़ सकेंगे पंचायतों का चुनाव


सिंगरौली! समय सीमा बैठक में कलेक्टर श्री चौधरी द्वारा यह निर्देश दिया गया कि ऐसे सरपंच जिन्हें खनिज मद से विकास कार्य करने हेतु राशि आवंटित की गई थी | किंतु सरपंचों द्वारा राशि आहरण  करने के बावजूद भी अपने पंचायतों से प्रस्तावित कार्यों में नहीं कराया गया ऐसे सरपंचों को चिन्हित कर उनके विरुद्ध धारा 40 के तहत कार्रवाई कर उन्हें पद से पृथक किया जाए  


साथ ही उन सरपंचों को पंचायत चुनाव हेतु आयोग्य  घोषित करने की कार्रवाई की जाए


कलेक्टर के द्वारा बैठक के दौरान विभिन्न विभागों द्वारा कराए जा रहे निर्माण कार्यों की प्रगति की समीक्षा की गई साथी निर्देश दिया गया कि समस्त विभाग जिनके अधिनस्थ निर्माण कार्य संचालित हैं फोन निर्माण कार्यों की जानकारी दी में पोर्टल पर दर्ज करें


दिव्यांगों को 50% कीराये में मिलेगी छूट


 बैठक के दौरान कलेक्टर के द्वारा परिवहन अधिकारी को निर्देश दिया गया कि समस्त वाहनों में ऐसे दिव्यांग जिनका यूडी आईडी कार्ड बना है उन्हें 50% किराए में छूट दिलाए जाने की कार्रवाई करें वहीं जिन दिव्यांगों को अभी तक यू डी कार्ड नहीं बना है शीघ्र ही उनका कार्ड बनवाकर वितरण करने के निर्देश सामाजिक न्याय विभाग तथा मुख्य स्वास्थ्य किस अधिकारी को दिया गया।


शांति व्यवस्था के लिए एसएसपी ने की सभा

गोरखपुर । एसएसपी डॉ0 सुनील गुप्ता  एसपी सिटी डॉ0 कौस्तुभ पुलिस अधीक्षक दक्षिणी विपुल कुमार श्रीवास्तव पुलिस अधीक्षक उत्तरी अरविंद कुमार पांडेय एडीएम सिटी राकेश कुमार श्रीवास्तव द्वारा बाबरी मस्जिद-राम जन्मभूमि मामले पर सुप्रीम कोर्ट के फैसले से ठीक पहले शहर में अमन शांति क़ायम रखने के लिए प्रयास शुरू कर दिया गया है।इसी क्रम में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ सुनील गुप्ता ने गोरखपुर जनपद के हिंदू मुस्लिम वर्ग के संभ्रांत नागरिकों को पुलिस लाइन मेस सभागार में बैठक कर यह एहसास दिला दिया कि फैसला जो भी आए गोरखपुर के हिंदू मुस्लिम दोनों धर्मों का सम्मान करते हुए एक साथ कंधे से कंधा मिलाकर जैसे चल रहे हैं उसी तरह सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद भी एक साथ चलने का कार्य करेंगे। बैठक में गोरखपुर जनपद के दोनों समुदाय के लगभग 500 से अधिक बुद्धिजीवी सम्मिलित होकर एक मिसाल कायम किया कि हम एक साथ हैं एक साथ रहेंगे। सुप्रीम कोर्ट का फैसला जो भी आए उसका हम गोरखपुर वासी सम्मान करेगे।


पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला

पंजाब किंग्स ने जीता टॉस, गेंदबाजी का फैसला  इकबाल अंसारी  चेन्नई। इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) 2024 सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स (CSK) और पं...